< 2 Corinthians 8 >
1 We make known now to you, brothers, the grace of God which bestowed among the churches of Macedonia
इब हे बिश्वासी भाईयो, हम थमनै परमेसवर के उस अनुग्रह की खबर देवां सां, जो मकिदुनिया परदेस की कलीसिया के बिश्वासियाँ पै होया सै।
2 that in much proof of tribulation the excess of the joy of them and of deep poverty of them abounded into (the riches *N(k)O*) of the generosity of them,
उनकी परख बड़ी मुसीबतां म्ह होवै सै, अर घणी गरीब होण पै भी खुशी अर खुल्ले दिल तै दुसरे बिश्वासियाँ की मदद करी।
3 For according to [their] ability, I testify [that], and (beside *N(k)O*) [their] ability [they were] willing of themselves,
उनकै बारै म्ह मेरी या गवाही सै, के उननै जितना दे सकै थे दिया, बल्के उसतै भी ज्यादा बढ़कै दिया।
4 with much entreaty imploring of us for the grace and the fellowship of the service among the saints (to receive us, *K*)
उननै भोत ज्यादा बिनती करी के यो दान उन बिश्वासी भाईयाँ म्ह बाट्या जावै जो यरुशलेम नगर म्ह सै।
5 And not [only] even as we had hoped, but themselves they gave first to the Lord and then to us through [the] will of God
उननै म्हारी सोच तै भी बढ़कै करया, उननै पैहल्या काम यो करया, के उननै अपणे-आप ताहीं परमेसवर के खात्तर अर फेर म्हारे खात्तर अपणे-आप ताहीं भी दे दिया, जिसा के परमेसवर चाहवै था के वो इसा करै।
6 Accordingly exhorting we Titus, that even as he had begun so also he may complete with you as well grace this.
ज्यांतै हमनै तीतुस तै बिनती करी, के जिस तरियां उसनै पैहल्या इस दान देण के काम की शरुआत करी थी, उस्से तरियां ए वो इस सराहनीय काम ताहीं थारे बिचाळै पूरा भी करै ले।
7 But even as in every [way] you abound, in faith and in speech and in knowledge and in all earnestness and in the from (of us *N(K)O*) in (you *N(K)O*) love, that also in this grace you may abound.
ज्यांतै जिसा थम हरेक बात म्ह यानिके बिश्वास, वचन प्रचार करण म्ह, ज्ञान अर सारी ढाळ की कोशिश म्ह, अर उस प्यार म्ह जो म्हारै तै करो सो, बढ़दे जाओ सो, उस्से तरियां ए गरीब बिश्वासियाँ खात्तर दान देण म्ह भी बढ़ते जाओ।
8 Not as a command do I speak but through the of others earnestness also the of your love genuineness proving;
मै थमनै कोए हुकम कोनी देंदा, मै सिर्फ बाकियाँ के उत्साह तै थारे प्यार की सच्चाई नै परखण लागरया सूं।
9 You know for the grace of the Lord of us Jesus Christ that for the sake of you He became poor rich being, so that you yourselves through that poverty may be enriched.
थम म्हारै प्रभु यीशु मसीह कै अनुग्रह नै जाणो सो, के वो धनी होकै भी थारे खात्तर कंगाल बण गया, ताके उसकै कंगाल हो जाण तै थम धनी हो जाओ।
10 And a judgment in this [matter] I give; this indeed for you is profitable, who not only to act but also to will you began before before a year ago.
पिच्छली साल थमनै दान दिया बल्के दान देण की इच्छा म्ह आग्गै भी थे, इस बारें म्ह मै थमनै एक सलाह देणा चाहूँ सूं, के दान देण का सब तै बढ़िया तरिक्का के सै?
11 Now then also the doing do complete so that just as [there was] the readiness of the to will so also the to complete out of that which [you] having.
जो काम थमनै शरु करया सै, उस ताहीं पूरा भी करो। इस काम के खतम होण तक, इसे तरियां उत्साहित बणे रहों, जिस तरियां उसकी योजना तैयार करते बखत थे। इस काम नै अपणी पूंजी अर काबलियत कै मुताबिक पूरा भी करो, जो इस बखत थारे धोरै सै।
12 If for the readiness is present, as if he shall have (anyone *k*) acceptable, not as not he does have.
जै किसे की दान देण की इच्छा हो, तो जो कुछ उसकै धोरै सै, उस्से कै मुताबिक उसका दान लिया जावैगा, ना के उसकै मुताबिक जो उसकै धोरै कोनी।
13 Not for that to others [there may be] ease but for you (now *k*) affliction,
म्हारा मतलब यो कोनी के दुसरयां की भलाई करण तै थम खुद दुख सहो, म्हारा मकसद सिर्फ सब कै साथ एक जिसा बरताव करो।
14 but of equality; At the present time your excess [will be] for the of those need, so that also their excess may be for the of you need, so that there may become equality
इस बखत तो थारी बढ़ोतरी उनकी जरूरत पूरी करण कै खात्तर भोत सै, कदे यो भी हो सकै सै, के थमनै खुद नै जरूरत पड़े अर वे अपणी बढ़ोतरी म्ह तै थारी मदद करै फेर दोन्नु पक्ष बरोबर हो जावैंगे।
15 Even as it has been written: He the much not did abound and he the little not lacked.
जिसा के पवित्र ग्रंथ म्ह लिख्या सै, “जिसनै घणा कठ्ठा करया उसनै कुछ भी घणा न्ही पाया। अर जिसनै घाट कठ्ठा करया उसनै कुछ कमी कोनी होई।”
16 Thanks however to God the [One] (gave *N(k)O*) the same earnestness for you into the heart of Titus,
परमेसवर का धन्यवाद होवै, जिसनै थारे खात्तर वाए चिंता तीतुस कै मन म्ह दे दी।
17 For indeed [our] appeal he accepted, very earnest however being of his own accord he has gone out to you.
जिब हमनै उस ताहीं थारे धोरै आण खात्तर बिनती करी, तो उसनै म्हारी बिनती मान ली, अर घणा उत्साहित होकै वो अपणी मर्जी तै थारे धोरै चल्या गया।
18 We have sent now with him the brother whose praise [is] in the gospel through all [times] of the churches.
हमनै उसकै गेल्या उस बिश्वासी भाई ताहीं भी भेज्या सै, जिसका नाम सुसमाचार फैलाण के बारें म्ह सारी कलीसिया म्ह फैल्या होया सै।
19 not only now, but also having been chosen by the churches fellow traveler of us (with *NK(o)*) grace this that [is] being administered by us toward the himself of the Lord glory and readiness (of us. *N(K)O*)
अर इतणाए न्ही, पर वो कलीसिया के माणसां कै जरिये ठहराया भी गया, ताके इस दान कै काम कै खात्तर म्हारै गेल्या जावै। हम दान देण की या सेवा यरुशलेम के बिश्वासियाँ ताहीं ज्यांतै करा सां के प्रभु की महिमा अर सेवा करण म्ह म्हारै मन की त्यारी जाहिर हो जावै।
20 avoiding this, lest anyone us may blame in abundance this which is being administered by us;
हम इस बात म्ह चौक्कस रहवां सां के खुल्ले दिल तै दान देण की सेवा के इस काम कै बारै म्ह जो हम करा सां, कोए म्हारै पै दोष ना लाण पावै।
21 (We plan *N(k)O*) (for *no*) what is right not only before [the] Lord but also before men.
क्यूँके जो बात सिर्फ प्रभु ए कै स्याम्ही न्ही, पर माणसां कै स्याम्ही भी भली सै हम उननै आच्छी तरियां तै करां सां।
22 We sent now to them the brother of us, whom we have proven in many things often earnest to be, now however much earnest by [his] confidence more which [is] in you.
हमनै उसकै गेल्या अपणे एक और बिश्वासी भाई ताहीं भी भेज्जा सै, जिस ताहीं हमनै बार-बार परख कै घणी बात्तां म्ह हौसलै आळा पाया सै; पर इब थारे पै उसनै घणा भरोस्सा सै, इस कारण वो और भी घणा हौसलै आळा सै।
23 Whether as regards Titus, [he is] partner of mine and for you a fellow worker; or brothers our, [they are] apostles of [the] churches, [the] glory of Christ.
जै कोए तीतुस के बारै म्ह बुझै, तो वो मेरा मित्तर अर थारे खात्तर मेरै गैल काम करणीया सै, अर जै कोए म्हारै बिश्वासी भाईयाँ कै बारै म्ह बुझै, तो वे कलीसियाओं के भेज्जे होए अर मसीह नै महिमा देण आळे सै।
24 Therefore the proof of the love of you and of our boasting about you to them (is showing *N(k)O*) (and *k*) in face of the churches.
इस करकै कलीसियाओं के बिश्वासियाँ स्याम्ही अपणे प्यार नै जाहिर करण के जरिये साबित करो, के म्हारा थारे बारें म्ह गर्व करणा साच्चा सै।