< प्रेषि. 17 >
1 १ नंतर ते अंफिपुली व अपुल्लोनिया या शहरांच्यामधून जाऊन थेस्सलनीकास शहरास गेले, तेथे यहूद्यांचे सभास्थान होते.
ପାଚେ ହେୱାର୍ ଆଂପିପଲି ଆରି ଆପଲନିଆ ହିଜ଼ି ହାଲ୍ଜି ତେସ୍ଲନିକିତ ୱାତାର୍; ହେବେ ଜିହୁଦିର୍ତି ର ପାର୍ତାନା ଇଲ୍ ମାଚାତ୍ ।
2 २ तेथे पौलाने आपल्या परिपाठाप्रमाणे त्याच्याकडे जाऊन तीन शब्बाथ त्यांच्याबरोबर शास्त्रलेखावरून वादविवाद केला.
ପାଉଲ୍ ତା ରିତି ଇସାବ୍ରେ ହେୱାର୍ ଲାଗାଂ ହାଚାନ୍, ଆରେ ତିନି ଗଟା ଜମ୍ନିବାର୍ ପାତେକ୍ ସାସ୍ତର୍ ବଚନ୍ ଅଜ଼ି ହେୱାରିଂ ବୁଜାୟ୍ କିତାନ୍,
3 ३ त्यांने शास्त्रलेखाचा उलगडा करून असे प्रतिपादन केले की, ख्रिस्ताने दुःख सोसावे व मरण पावलेल्यांमधून पुन्हा उठावे ह्याचे अगत्य होते आणि ज्या येशूची मी तुमच्यापुढे घोषणा करीत आहे तोच तो ख्रिस्त आहे.
ଆରେ, କ୍ରିସ୍ଟତି ଜେ ଦୁକ୍ବଗ୍ ଆରି ହାତାକାର୍ ବିତ୍ରେ ନିଂନାକା ଲଡ଼ା ମାଚାତ୍, ଆରେ ହେୱାନ୍ ଇମ୍ଣି ଜିସୁଙ୍ଗ୍ ହେୱାର୍ ଲାଗାଂ ସୁଣାୟ୍ କିନାନା, ହେୱାନ୍ କ୍ରିସ୍ଟ, ଇବେନି ନିର୍ମଲ୍ ପାର୍ମାଣ୍ ହିତାନ୍ ।
4 ४ तेव्हा त्याच्यापैकी काही जणांची खातरी होऊन पौल सीला ह्यांना येऊन मिळाले; आणि ग्रीक उपासक ह्यांचा मोठा समुदाय त्यांना मिळाला, त्यामध्ये प्रमुख स्त्रिया काही थोड्या थोडक्या नव्हत्या.
ହେବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାର୍ ବିତ୍ରେ କେତେକ୍ ଜାଣ୍ ପାର୍ତି କିଜ଼ି ପାଉଲ୍ ଆରି ସିଲାତି ଲାହାଙ୍ଗ୍ ମେହା ଆତାନ୍; ଆରେ, ଜିହୁଦି ପାର୍ତାନା କିନାକାର୍ ଗ୍ରିକ୍ତି ବିତ୍ରେ ହେନି ଲକୁ ଆରି ଆଦେକ୍ କଗ୍ଲେକ୍ ହେୱାର୍ ଲାହାଙ୍ଗ୍ ମେହାତିକ୍ ।
5 ५ परंतु यहूद्यांनी हेव्याने आपणाबरोबर बाजारचे काही गुंड लोक घेऊन व घोळका जमवून नगरांत घबराट निर्माण केली आणि यासोनाच्या घरावर हल्ला करून त्यांना लोंकाकडे बाहेर काढून आणण्याची खटपट करून पाहिली.
ମାତର୍ ଜିହୁଦିର୍ ଆକାର୍ତ ରିସା ଆଜ଼ି ବାଜାର୍ଣ୍ଣି କେତେକ୍ ବାନ୍ୟା ମାନାୟାର୍ ଲାହାଙ୍ଗ୍ ଅଜ଼ି ଲକୁ ଗହ୍ଲି କିଜ଼ି ଗାଡ଼୍ଦ ଗଣ୍ଡ୍ଗଲ୍ କିୟ୍କିତାର୍, ଆରେ ଜାସୋନତିଂ ଇଞ୍ଜ ମାଡିବହା ଆଜ଼ି ହେୱାରିଂ ମାନାୟାର୍ ଲାଗାୟ୍ ହପ୍ଚି ତାତେଙ୍ଗ୍ କାଜିଂ ସେସ୍ଟା କିତାର୍ ।
6 ६ परंतु त्यांचा शोध लागला नाही तेव्हा त्यांनी यासोनाला व कित्येक बंधूना नगराच्या अधिकाऱ्यांकडे ओढीत नेऊन आरडाओरड करीत म्हटले, ज्यांनी जगाची उलटापालट केली ते येथेही आले आहेत.
ମତର୍ ହେୱାରିଂ ଗାଟାୱିତିଲେ ହେୱାର୍ ଜାସୋନ ଆରି କେତେକ୍ ଟଣ୍ଡାର୍ ଗାଡ଼୍ନି ସାସନ୍କାର୍ୟାର୍ ଲାଗାୟ୍ ଜେଲ୍ଜି ତାହି ଗାଜାକାଟ୍ତାଂ କୁକ୍ଚି ଇଚାର୍, “ଇୱାର୍ ଇମ୍ଣି ମାନାୟାର୍ ପୁର୍ତିତିଂ ଉଲ୍ଟାପଲ୍ଟା କିଜ଼ି ତୁହିତାରେ, ହେୱାର୍ ଇବେ ପା ୱାତାର୍ଣ୍ଣା; ହେୱାରିଂ ଜେସନ୍ ଇଡ୍ତାନ୍ନା ।
7 ७ त्यास यासोनाने आपल्या घरात घेतले आहे आणि हे सर्वजण कैसराच्या आज्ञेविरुद्ध वागतात, म्हणजे येशू म्हणून दुसराच कोणी राजा आहे असे म्हणतात.
ଜାସୋନ ହେୱାର୍ ଇଲ୍ ଇଟ୍ତାନ୍ନା । ଜିସୁ ତର୍ଦ ଆରେ ରୱାନ୍ ରାଜା ମାନାନ୍ ଇଞ୍ଜି ଇଞ୍ଜି ଇୱାର୍ ୱିଜ଼ାର୍ କାଇସର୍ତି ବଲ୍ ମାନିକିନାରା ।”
8 ८ हे ऐकवून त्यांनी लोकांस व शहराच्या अधिकाऱ्यास खवळून सोडले.
ହେୱାର୍ତି ଇ କାତା ୱେନ୍ଞ୍ଜି ଲକୁ ସବୁ ଆରି ସାସନ୍କାର୍ୟାର୍ ରିସା ଆଜ଼ି ଗଣ୍ଡ୍ଗଲ୍ କିତାର୍ ।
9 ९ मग त्यांनी यासोनाचा व इतरांचा जामीन घेऊन त्यांना सोडून दिले.
ପାଚେ ହେୱାର୍ ଜାସୋନ ଆରି ହେୱାନ୍ତି ହାଂଙ୍ଗ୍ୱାର୍ତାଂ ଜାମ୍ଲି ଅଜ଼ି ହେୱାରିଂ ପିସ୍ତି ହିତାର୍ ।
10 १० नंतर बंधुजनांनी पौल व सीला ह्यांना लागलेच रातोरात बिरुया शहरास पाठवले, ते तेथे पोहचल्यावर यहूदयांचे सभास्थानात गेले.
ଆରେ, ଟଣ୍ଡାର୍ ଆରି ତଣ୍ଦେକ୍ ମାଲାୱାଦାଂ ପାଉଲ୍ ଆରି ସିଲାଙ୍ଗ୍ ନାଣାକାଡ଼୍ଦ ବେରିୟାତ ପକ୍ଚିହିତାର୍; ହେୱାର୍ ହେ ବାହାତ ଏକିସ୍ ଜିହୁଦିର୍ତି ପାର୍ତାନା ଇଞ୍ଜ ହାଚାର୍ ।
11 ११ तेथील लोक थेस्सलनीकातल्या लोंकापेक्षा मोठया मनाचे होते; त्यांनी मोठ्या उत्सुकतेने वचनाचा स्वीकार केला आणि या गोष्टी अशाच आहेत की काय ह्याविषयी ते शास्त्रलेखात दररोज शोध करीत गेले.
ତେସ୍ଲନିକିତ ମାନି ଜିହୁଦିର୍ତାଂ ଇୱାର୍ ହାର୍ଦାକାର୍ ମାଚାର୍ । ଇୱାର୍ ପୁରା ୱାରିତାଂ ବଚନ୍ ଇଟ୍ତାର୍, ଆରେ ଇ ୱିଜ଼ୁ ହାତ୍ପା କି ଆକାୟ୍, ହେଦାଂ ପୁଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ କାଜିଂ ଦିନ୍କେ ସାସ୍ତର୍ନି ପର୍ସନ୍ ଡେକ୍ଚି ମାଚାର୍ ।
12 १२ त्यातील अनेकांनी व बऱ्याच प्रतिष्ठित ग्रीक स्त्रिया व पुरूष ह्यांनी विश्वास ठेवला.
ଲାଗିଂ ହେୱାର୍ତି ବିତ୍ରେ ଆଦେକ୍ ଆରି ଗ୍ରିକ୍ତି ବିତ୍ରେ ଆଦେକ୍ ମୁସ୍ତିଦାର୍ ତାଡ଼ିକ୍ ଆରି ଆଣ୍ଡ୍ରା ହିମ୍ଣାଂ ପା ପାର୍ତି କିତାର୍ ।
13 १३ तरीही पौल देवाचे वचन बिरुयातही सांगत आहे हे थेस्सलनीकांतल्या यहूद्यांना समजले तेव्हा त्यांनी तिकडेही जाऊन लोकांस खवळून चेतविले.
ମାତର୍ ଏଚେକାଡ଼୍ଦ ତେସ୍ଲନିକିୟ ଜିହୁଦିର୍ ପୁଚାର୍ ଜେ, ଇସ୍ୱର୍ତି ବଚନ୍ ପାଉଲ୍ତି ହୁଦାଂ ବେରିୟାତ ପା ପର୍ଚାର୍ ଆନାତା, ହେ ଏଚେକାଡ଼୍ଦ ହେୱାର୍ ହେ ବାହାତାଂ ପା ୱାଜ଼ି ଲକୁରିଂ ଟିଉଲାୟ୍ ଆରି ରିସା କିତାର୍ ।
14 १४ त्यावरून बंधुजनांनी पौलाला समुद्राकडे जाण्यास लागलेच पाठवले; आणि सीला व तीमथ्य हे तेथेच राहीले.
ହେବେଣ୍ଡାଂ ଟଣ୍ଡାର୍ ମାଲାୱାଦାଂ ପାଉଲ୍ତିଂ ହାମ୍ଦୁର୍ ନିପ ହାନି କାଜିଂ ପକ୍ତାର୍, ଆରେ ସିଲା ଆରି ତିମତି ହେ ବେରିଆତ ମାଚାର୍ ।
15 १५ तेव्हा पौलाला पोहचविणाऱ्यांनी त्यास अथेनैपर्यंत नेले आणि सीला व तीमथ्य ह्यांनी आपणाकडे होईल तितके लवकर यावे अशी त्यांची आज्ञा घेउन ते निघाले.
ମାତର୍ ଇମ୍ଣାକାର୍ ପାଉଲ୍ତିଂ ଏତେନ୍ସ୍ ଅଜ଼ି ହାଚାର୍, ହେୱାର୍ ତାଙ୍ଗ୍ ଏତେନ୍ସ୍ ପାତେକ୍ ତାଇୱାତାର୍, ଆରେ ସିଲା ଆରି ତିମତି ଇନେସ୍ ବେଗି ତା ଲାଗାୟ୍ ୱାନାର୍, ଇ ବଲ୍ ଗାଟାଜ଼ି ହେୱାର୍ ହାଚାର୍ ।
16 १६ पौल अथेनैस त्यांची वाट पाहत असता, ते शहर मूर्तींनी भरलेले आहे असे पाहून त्याच्या मनाचा संताप झाला.
ଏତେନ୍ସ୍ତ ପାଉଲ୍ ହେୱାର୍ କାଜିଂ ମାନି ୱେଡ଼ାଲିଂ ହେ ଗାଡ଼୍ଦ ପୁତ୍ଡ଼ାତ ବାର୍ତି ହୁଡ଼୍ଜି ତା ଜିବୁନ୍ତ ରିସା ଆଜ଼ି ନିଂତାନ୍ ।
17 १७ ह्यामुळे तो सभास्थानात यहूदयांबरोबर व उपासक लोकांबरोबर आणि बाजारात जे त्यास आढळत त्यांच्याबरोबर दररोज वाद घालीत असे.
ଲାଗିଂ ହେୱାନ୍ ପାର୍ତାନା ଇଞ୍ଜ ଜିହୁଦିର୍ ଲାହାଂ ଇସ୍ୱର୍ତି ପାର୍ତାନା କିନାକାନ୍ ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦି ଲାହାଂ ଇ ବିସ୍ରେ ସବୁ ନାଞ୍ଜିଙ୍ଗ୍ କାତା ବାର୍ତା କିଦେଙ୍ଗ୍ ଲାଗାତାର୍ । ବସ୍ତି ବାଜାର୍ ଚକ୍ତି ବାହାକାଂ ବୁଲାଚାଲା ଆଜ଼ି ମାନି ପାତିଦିନ୍ ଇମ୍ଣାକାର୍ ହୁଦାଂ ହୁଡ଼୍କା ଆଜ଼ି ମାଚାର୍, ହେୱାରିଂ ଉପ୍ଦେସ୍ ହିଜ଼ି ମାଚାନ୍ ।
18 १८ तेव्हा एपिकूरपंथी व स्तोयिकपंथी ह्यांच्याबरोबर कित्येक तत्वज्ञांनी त्यास विरोध केला, कित्येक म्हणाले, “हा बडबड्या काय बोलतो?” दुसरे म्हणाले, “हा परक्या दैवतांची घोषणा करणारा दिसतो” कारण येशू व पुनरुत्थान ह्याविषयीच्या सुवार्तेची तो घोषणा करीत असे.
ହେବେଣ୍ଡାଂ “ଏପିକୁରିୟ ଆରି ସ୍ତୟିକ” କେତେକ୍ ହୁଡ଼୍ନାକାର୍ ପା ତା ହୁଦାଂ କାତାବାର୍ତା କିଦେଙ୍ଗ୍ ଲାଗାତାର୍, ଆରେ ଇନେର୍ ଇନେର୍ ଇଚାର୍, “ଇ କାଡ଼୍ଦେ ଇନାକା ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ ଇଚା କିନାନା?” ଆରେ ଇନେର୍ ଇନେର୍ ଇଚାର୍, ହେୱାନ୍ ପୁଦାଙ୍ଗ୍ତି ବିସ୍ରେ ପର୍ଚାର୍ କିନାକାନ୍ ଲାକେ ପୁନ୍ୟାନାତା । ଇନାକିଦେଂକି ହେୱାନ୍ ଜିସୁ ଆରି ଆରେ ନିଂନାକା ବିସ୍ରେନି ନେକ୍ରିକାବୁର୍ ପର୍ଚାର୍ କିଜ଼ି ମାଚାନ୍ ହେୱାର୍ ଇଦାଂ ଇଚାର୍
19 १९ नंतर त्यांनी त्यास धरून अरियपग टेकडीवर नेऊन म्हटले, “तुम्ही दिलेली ही नवी शिकवण काय हे आम्हास समजून सांगाल काय? कारण तुम्ही आम्हास अपरिचित गोष्टी ऐकवत आहा; ह्याचा अर्थ काय हे समजून घ्यावे अशी आमची इच्छा आहे.
ପାଚେ ହେୱାର୍ ପାଉଲ୍ତିଂ ଆରିୟପାଗତ ଗାଜା ସବାତ ଅସି ହାଲ୍ଜି ଇଚାର୍, ଇଦାଂ ଜେ ପୁନି ହିକ୍ୟା “ଏନ୍ ହିନାୟା, ହେଦାଂ ଇନାକା ଇଞ୍ଜି ଆପେଂ ପୁଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ ଆଡ୍ନାପ୍ କି?
20 २० कारण तुम्ही आम्हास अपरिचित गोष्टी ऐकवित आहा; त्याचा अर्थ काय हे समजून घ्यावे अशी आमची इच्छा आहे.”
ଇନାକିଦେଂକି ଏନ୍ କେତେକ୍ କାବା ବିସ୍ରେ ମାଂ କିତୁଲ୍ତ ପୁନି କିତ୍ତାୟ୍ନା, ଲାଗିଂ, ଇ ୱିଜ଼ୁ କାତାନି ଅରତ୍ ଇନାକା, ଆପେଂ ହେଦାଂ ପୁଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ ଇଚା କିନାପା!”
21 २१ काहीतरी नवलविशेष सांगितल्या ऐकल्याशिवाय सर्व अथेनैकर व तेथे राहणारे परके लोक ह्यांचा वेळ जात नसे.
ଆତିନିୟ ଲକୁ ୱିଜ଼ାର୍ ଆରି ହେବେ ବାହାକିନି ବିଦେସିର୍ କେବଲ୍ ଇମ୍ଣାକା ପୁନି କାତା ଇନାକା ଆରି ୱେନାକା ପିସ୍ତି ଆରେ ଇନାକାତ ବେସି ସମୁ ବିତାୟ୍ କିୱାଦାଂ ମାଚାର୍ ।
22 २२ तेव्हा पौल अरियपगाच्या मध्यभागी उभा राहून म्हणाला अहो अथेनैकरांनो, तुम्ही सर्वबाबतीत देवदेवतांना फार मान देणारे आहात असे मला दिसते.
ଇବେଣ୍ଡାଂ ପାଉଲ୍ ଆରିୟପାଗନି ମାଦ୍ଣି ବାହାତ ନିଲ୍ଚି ଇଚାନ୍, “ଆତିନିୟ ଲଗୁ, ଏପେଙ୍ଗ୍ ଜେ ୱିଜ଼ୁ ବିସ୍ରେ ଗାଜା ଦେବି ଲବାୟ୍ କିନାଦେରା, ଇଦାଂ ଆନ୍ ହୁଡ଼୍ନାଙ୍ଗା ।”
23 २३ कारण मी फिरता फिरता तुमच्या उपासनेच्या वस्तू पाहतांना, अज्ञात देवाला ही अक्षरे लिहिलेली वेदी मला आढळली ज्याचे तुम्ही अज्ञानाने भजन करता ते मी तुम्हास जाहीर करतो.
ଇନାକିଦେଂକି ଆନ୍ ବୁଲାନି ସମୁତ ମି ପୁଜାକିତି ୱିଜ଼ୁ ଦିନିସ୍ ହୁଡ଼ୁ ହୁଡ଼ୁ ର ଗାର୍ଣି ପା ହୁଡ଼୍ତାଂ, ଇମ୍ଣି ଜପି ଇ କାତା ଲେକା ଆତାତ୍ନ୍ନା, “ପୁନ୍ୱିତି ଇସ୍ୱର୍ତି ଉଦେସ୍ତ ପେନ୍କୁତି କାଜିଂ! ଲାଗିଂ, ଏପେଙ୍ଗ୍ ପୁନ୍ୱାଦାଂ ଇନେରିଙ୍ଗ୍ ପୁଜା କିନାଦେରା, ଆନ୍ ତାଙ୍ଗ୍ ମି ଲାଗାୟ୍ ପର୍ଚାର୍ କିନାଙ୍ଗା ।”
24 २४ ज्या देवाने जग व त्यातले अवघे निर्माण केले तो स्वर्गाचा व पृथ्वीचा प्रभू असून हातांनी बांधलेल्या इमारतीत राहत नाही.
ଇମ୍ଣି ଇସ୍ୱର୍ ପୁର୍ତିତ ଆରି ତାରେନ୍ନିକା ୱିଜ଼ୁ ଆଡ଼୍ମାଡ଼୍ ଉବ୍ଜାଣ୍ କିତାନ୍ନ୍ନା, ହେୱାନ୍ ବାଦାଡ଼୍ତ ଆରି ପୁର୍ତିନି ମାପ୍ରୁ ଆତିଲେ କେଇରଚ୍ଚି ମନ୍ଦିର୍ତ ବାହା କିଉନ୍,
25 २५ आणि त्यास काही उणे आहे, म्हणून मनुष्यांच्या हातून त्याची सेवा घडावी असेही नाही; कारण जीवन प्राण व सर्वकाही तो स्वतः सर्वांना देतो.
କି ହେୱାର୍ତି ଇମ୍ଣାକା ଅବାବ୍ ମାଚିଲେ ମାନାୟ୍ କେଇ ହୁଦାଂ ଉଜ୍ କିଜ଼ି ହେୱାନ୍ ହେବା କିୟା ଆଉନ୍, ଲାଗିଂ ହେୱାନ୍ ନିଜେ ୱିଜ଼ାରିଂ ଜିବୁନ୍ନି, ନେନ୍ଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ ଆରି ୱିଜ଼ୁ ଆଡ଼୍ମାଡ଼୍ ଦାନ୍ କିଦ୍ନାନ୍ ।
26 २६ आणि त्याने एकापासुन मनुष्यांची सर्व राष्ट्रे निर्माण करून त्यांनी पृथ्वीच्या संबध पाठीवर रहावे असे केले आहे; आणि त्याचे नेमलेले समय व त्यांच्या वस्तीच्या सीमा त्याने ठरविल्या आहेत.
ରୱାନ୍ ମାନାୟ୍ତାଂ ହେୱାନ୍ ନାର୍ ଜାତିତିଂ ଉବ୍ଜାୟ୍ କିତାନ୍ନା ଆରି ତା କାତାଂ ହେୱାର୍ ପୁର୍ତିନି ବିନ୍ ବିନ୍ ବାହାତ ବାହା କିନାରା ଆଗେ ଇସ୍ୱର୍ ବାଚି କିତାନ୍ନ୍ନା ।
27 २७ यासाठी की, त्यांनी देवाचा शोध या आशेने करावा आणि त्यास कसे तरी प्राप्त करून घ्यावे, तो आपल्यापैकी कोणापासूनही दूर नाही.
ହେୱାର୍ତି ଉଦେସ୍ ମାଚାତ୍, ୱିଜ଼ାର୍ ଇନେସ୍ ହେୱାର୍ତି ଦାସ୍ଜ଼ି ପାୟାନାର୍ । ମାତର୍ ହାତ୍ପା ଇସ୍ୱର୍ ଇନେର୍ତାଂ ଦେହା ଆକାୟ୍ ।
28 २८ कारण आपण त्याच्याठायी जगतो, वागतो व आहोत तसेच तुमच्या कवीपैकीही कित्येकांनी म्हणले आहे की, आपण वास्तविक त्याचा वंश आहोत.
ଇନାକିଦେଂକି “ହେୱାନ୍ତି ତାକେ ମା ପ୍ଡେନ୍, ହାନାକା ଆରି ଜିଜ଼ି ମାନାକା ।” ଇନେସ୍ ମା ଜାର୍ କେର୍ଣ୍ଣାକାର୍ତି ବିତ୍ରେ ପା କେତେକ୍ ଜାଣ୍ ଇଚାର୍ଣ୍ଣା, “ଇନାକିଦେଂକି ଆପେଂ ପା ହେୱାନ୍ତି ଲାତ୍ରା ।”
29 २९ तर मग आपण देवाचे वंशज असतांना मनुष्याच्या चातुर्याने व कल्पनेने कोरलेले सोने, रुपे किंवा पाषाण, ह्यांच्या आकृतीसारखा देव आहे असे आपल्याला वाटता कामा नये.
ୱାଟିଙ୍ଗ୍, ଆପେଂ ଇସ୍ୱର୍ତି ଲାତ୍ରା ଆତିଲେ ଇସ୍ୱର୍ତି ଚିନ୍ ଲାକେ ମାନାୟ୍ ରଚ୍ନାକାନ୍ ଆରି ହାନ୍ଦାୟ୍ କିନାକାନ୍ ଇସାପ୍ରେ ବଲତ୍କାର୍ କିଜ଼ି ହନା କି ରୁପା କି କାଲ୍ ଲାକେ ବାବିକିନାକା ମା ଲଡ଼ା ଆକାୟ୍ ।
30 ३० अज्ञानाच्या काळांकडे देवाने डोळेझाक केली, परंतु आता सर्वांनी सर्वत्र पश्चात्ताप करावा अशी तो मनुष्यांना आज्ञा करतो.
ମାନାୟାର୍ ଇସ୍ୱର୍ତିଂ ପୁନ୍ୱି ୱେଡ଼ାଲିଂ ହେୱାନ୍ ଦସ୍ ଆହ୍ୱାଦାଂ ମାଚାନ୍, ମାତର୍ ନଙ୍ଗ୍ ହେୱାନ୍ ସବୁତିଂ ୱିଜ଼ାକାରିଂ ହେୱାରିଂ ପାପ୍ ହାଜ଼ିତାଂ ମାନ୍ବାଦ୍ଲାୟ୍ କିଦେଙ୍ଗ୍ ବଲ୍ ହିନାଙ୍ଗା ।
31 ३१ त्याने असा एक दिवस नेमला आहे की, ज्या दिवशी तो आपण नेमलेला मनुष्य येशू याच्याद्वारे जगाचा न्यायनिवाडा नीतिमत्त्वाने करणार आहे; त्याने त्यास मरण पावलेल्यातून उठवून ह्याविषयीचे प्रमाण सर्वास पटवले आहे.
ଇନାକିଦେଂକି ଇମ୍ଣି ନାଜିଂ ହେୱାନ୍ ଜାର୍ କିତି ମୁଣିକାର୍ ହୁଦାଂ ଦାର୍ମିନି ପୁର୍ତିନି ବିଚାର୍ କାମାୟ୍ କିନାନ୍, ଏପେଙ୍ଗ୍ ର ନାଜିଂ ତିର୍ କିତାନ୍ନ୍ନା, ଆରେ ହେଦେଲିଂ ହାକିତାକେଣ୍ତାଙ୍ଗ୍ ବିତ୍ରେ ନିକ୍ତାନ୍ନା ଇ ବିସ୍ରେ ୱିଜ଼ାର୍ତି ଲାଗେ ଜାଣାୟ୍ କିତାନ୍ନା ।
32 ३२ तेव्हा मृतांच्या पुनरुत्थानाविषयी ऐकून कित्येक थट्टा करू लागले, कित्येक म्हणाले, “ह्याविषयी आम्ही तुमचे पुन्हा आणखी ऐकू.”
ହାତାକାର୍ ଆରେ ନିଂନାକା କାତା ୱେନ୍ଞ୍ଜି ଇନେର୍ ଇନେର୍ ଗ୍ଡାଇଦେଂ ଲାଗାତାର୍ ଆରେ ଇନେର୍ ଇନେର୍ ଇଚାର୍, ଆପେଂ ଆରେ ରଗ “ମିତାଙ୍ଗ୍ ଇ ବିସ୍ରେ ୱେନାସ୍ ।”
33 ३३ इतके झाल्यावर पौल त्यांच्यामधून निघून गेला.
ଇ ବାନି ପାଉଲ୍ ହେୱାର୍ ବିତ୍ରେତାଂ ହସି ହାଚାନ୍ ।
34 ३४ तरी काही मनुष्यांनी त्यास चिटकून राहून विश्वास ठेवला; त्यामध्ये दिओनुस्य अरिय-पगकर, दामारी नावांची कोणी स्त्री व त्यांच्याबरोबर इतर कित्येक होते.
ମାତର୍ ଇନେର୍ ଇନେର୍ ଲକୁ ତା ପାକ୍ୟା ଆଜ଼ି ପାର୍ତି କିତାର୍; ହେୱାର୍ତି ବିତ୍ରେ ଏରିୟପାଗିୟ ଦିୟନୁସିୟ, ସବାନି ରୱାନ୍ ଦାମାରି ତର୍ନି ରଞ୍ଜେଲ୍ ତାଡ଼ି ଆରି ହେୱାର୍ ହୁଦାଂ ଆରେ କେତେକ୍ ଲକୁ ମାଚାର୍ ।