< प्रकाशित वाक्य 2 >

1 “इफिसुस की कलीसिया के स्वर्गदूत को यह लिख: “जो सातों तारे अपने दाहिने हाथ में लिए हुए है, और सोने की सातों दीवटों के बीच में फिरता है, वह यह कहता है:
“ଏପିସି ମଣ୍ଡ୍‌ଲିନି ଦୁତ୍‌ତି ଲାଗାଂ ଲେକିକିୟା: ଇନେର୍‌ ଜାର୍‌ ବୁଜ୍‌ଣି କେଇଦ ସାତ୍‍ଗଟା ହୁକାଂ ମାସ୍ତିକ୍‌ ଆରି ସାତ୍‌ଗଟା ହନା ବଇଟାଙ୍ଗ୍‌ ବିତ୍ରେ ବୁଲାଚାଲା କିନିକ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ଇଦାଂ ଇନାନ୍‌,
2 मैं तेरे काम, और तेरे परिश्रम, और तेरे धीरज को जानता हूँ; और यह भी कि तू बुरे लोगों को तो देख नहीं सकता; और जो अपने आपको प्रेरित कहते हैं, और हैं नहीं, उन्हें तूने परखकर झूठा पाया।
ଆପ୍‌ ମି କାମାୟ୍‌, କସ୍ଟ ଆରି ସାସ୍‌ ପୁନାପ୍‌; ଆରେ ଏପ୍‌ ଜେ ବାନିୟାର୍‌ତି କାମାୟ୍‌ ହୁନ୍‌ଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡୁଦେର୍‌, ଆରେ ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ତିଂ ପକ୍ୟାତାକାଂ ଇଞ୍ଜି ଇନାର୍‌, ମତର୍‌ ପକ୍ୟାତାକାନ୍‌ ଆକାୟ୍‌, ହେୱାରିଂ ପରିକ୍ୟା କିଜ଼ି ମିଚ୍‌ୱା ଇଞ୍ଜି ଚିନି କିତାଦେର୍ଣ୍ଣା,
3 और तू धीरज धरता है, और मेरे नाम के लिये दुःख उठाते-उठाते थका नहीं।
ଆରେ ସାସ୍‌ ଆସ୍ତି ନା ତର୍‌ କାଜିଂ କସ୍ଟ ହୁଞ୍ଜ୍‌ଚାଦେର୍ଣ୍ଣା ଆରି ୱାହ୍‌ୱାତାଦେର୍ଣ୍ଣା, ଇଦାଂ ପା ଆନ୍‌ ପୁନାଙ୍ଗ୍‌ ।
4 पर मुझे तेरे विरुद्ध यह कहना है कि तूने अपना पहला सा प्रेम छोड़ दिया है।
ମାତର୍‌ ମି ବିରୁତ୍‌ତ ନା ଇ ଦାବା ମାନାତ୍‌, ଏପ୍‌ ହିଗ୍‌ଦ ଇନେସ୍‌ ଜିଉନଜ଼ି ମାଚାଦେର୍‌, ହେ ଲାକେ ଆରେ କିଉଦେରା ।
5 इसलिएस्मरण कर, कि तू कहाँ से गिरा है, और मन फिरा और पहले के समान काम कर; और यदि तू मन न फिराएगा, तो मैं तेरे पास आकर तेरी दीवट को उसके स्थान से हटा दूँगा।
ଲାଗିଂ ଇମେତାଂ ମିଦାଂ ଆଦା ହାଚାତ୍‌ନ୍ନା, ହେଦାଂ ଚିନ୍ତା କିୟାଟ୍‌ । ହେଦାଂ ଏତୁ କିଜ଼ି ମାନ୍‌ବାଦ୍‌ଲାୟ୍‌ କିୟାଟ୍‌ ଆରି ଆଗେନି କାମାୟ୍‌ ସବୁ କିୟାଟ୍‌; ଆୱିତିସ୍‌ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ମାନ୍‌ବାଦ୍‌ଲାୟ୍‌ କିଉଦେର୍‌, ବାଟିଙ୍ଗ୍‌ ଆପ୍‌ ବେଗି ମି ଲାଗାଂ ୱାଜ଼ି ମି ବଇଟା ହେ ବାହାତାଂ ଗୁଚାୟ୍‌କିନାଙ୍ଗ୍‌ ।
6 पर हाँ, तुझ में यह बात तो है, कि तू नीकुलइयों के कामों से घृणा करता है, जिनसे मैं भी घृणा करता हूँ।
ମତର୍‌ ମି ପାକ୍ୟାତ ରଞ୍ଜାଙ୍ଗ୍‌ କାତା ମାନାତ୍‌ । ହେଦାଂ ଆନାତା, ନା ଲାକେ ଏପେଙ୍ଗ୍ ପା ନିକଲାତିୟର୍ତି ଇମ୍‌ଣି ସବୁ କାମାୟ୍‌ ଗିଣ୍‌ କିନାପା, ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପା ହେ ସବୁ ଗିଣ୍‌ କିନାଦେରା ।”
7 जिसके कान हों, वह सुन ले कि पवित्र आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है: जो जय पाए, मैं उसे उस जीवन के पेड़ में से जो परमेश्वर के स्वर्गलोक में है, फल खाने को दूँगा।
“ୱେଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ କିତୁଲ୍‌ ମାଚିସ୍‌, ମଣ୍ଡ୍‌ଲିକାଂ ପୁଇପୁୟା ଜିବୁନ୍‌ ଇନାକା ଇନାତା, ୱେନାଟ୍‌!” “ଇନେର୍‌ ଜିତା ଆନାର୍‌, ଆନ୍‌ ହେୱାରିଂ ଇସ୍ୱର୍ତି ସାର୍ଗେ ରାଜିନି ଆସ୍ତି ମାନି ଜିବୁନ୍‌ ମାର୍‌ନି ପାଡ଼୍‌ ଚିଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ଆଦିକାର୍‌ ହିନାଂ ।”
8 “स्मुरना की कलीसिया के स्वर्गदूत को यह लिख: “जो प्रथम और अन्तिम है; जो मर गया था और अब जीवित हो गया है, वह यह कहता है:
ସ୍ମୁର୍ଣ୍ଣା ମଣ୍ଡ୍‌ଲିନି ଦୁତ୍‌ ଲାଗାଂ ଲେକିକିୟା: “ଇନେର୍‌ ଆରମ୍‌ ଆରି ହାରିହାରା, ଇନେର୍‌ ହାଜ଼ି ଆରେ ଜିବୁନ୍‌ ଆତାନ୍‌, ହେୱାନ୍ତି ଲାଗାଂ ଇ କାବୁର୍‌ ।
9 “मैं तेरे क्लेश और दरिद्रता को जानता हूँ (परन्तु तू धनी है); और जो लोग अपने आपको यहूदी कहते हैं और हैं नहीं, पर शैतान का आराधनालय हैं, उनकी निन्दा को भी जानता हूँ।
ମି ଦୁକ୍‌ ସବୁ ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଜାଣା; ଆନ୍‌ ପା ପୁନାଙ୍ଗ୍‌ ଜେ, ଏପ୍‌ ଅର୍କିତ୍‌; ମାତର୍‌ ହାତ୍‌ପାନେ ଏପ୍‌ ମାଜାନ୍‌ । ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ଜାର୍‌ତିଂ ଜିହୁଦି କୁଟୁମ୍‌ ଇଞ୍ଜ ଇନାର୍‌, ମାତର୍‌ ହାତ୍‍ପାନେ ହେୱାର୍‌ ଜିହୁଦିର୍‌ ଆକାୟ୍‌ ଆରି ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ସୟ୍‌ତାନ୍‌ତି ପାଚେ ହାନାର୍‌, ହେୱାର୍‌ ଇନେସ୍‌ ମିଦାଂ ନିନ୍ଦା କିଜ଼ି କାତା ଇନାର୍‌, ହେଦାଂ ଆନ୍‌ ପୁନାଙ୍ଗ୍‌ ।
10 १० जो दुःख तुझको झेलने होंगे, उनसे मत डर: क्योंकि, शैतान तुम में से कुछ को जेलखाने में डालने पर है ताकि तुम परखे जाओ; और तुम्हें दस दिन तक क्लेश उठाना होगा। प्राण देने तक विश्वासयोग्य रह; तो मैं तुझे जीवन का मुकुट दूँगा।
ଏପ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ସବୁ ଦୁକ୍‌ବଗ୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ହାନାଦେରା, ହେ ସବୁତିଂ ପାଣ୍ଡ୍ରା ଆମାଟ୍‌; ହୁଡ଼ାଟ୍‌, ମି ପରିକ୍ୟା କାଜିଂ ସୟ୍‌ତାନ୍‌ ମି ବିତ୍ରେତାଂ ଇନେର୍‌ ଇନେରିଂ ଜଇଲ୍‌ ଇଞ୍ଜ ବାର୍ତି କିଦ୍‌ନାତ୍‌, ଆରେ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଅଲପ୍‍ ଦିନ୍‌ କାଜିଂ ଦୁକ୍‌ବଗ୍‌ ଆଦ୍‌ନାତ୍‌ । ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ହାନି ପାତେକ୍‌ ପାର୍ତିତ ମାନାଟ୍‌, ହେବେ ଆପ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଜିବୁନ୍‌ବାର୍‌ତି ମୁକୁଟ୍‌ ହିଦ୍‌ନାପ୍‌ ।”
11 ११ जिसके कान हों, वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है: जो जय पाए, उसको दूसरी मृत्यु से हानि न पहुँचेगी।
ମଣ୍ଡ୍‌ଲିକାଂ ଜିବୁନ୍‌ ଇନାକା ଇନାତା, “ଇନେରିଂ କିତୁଲିଙ୍ଗ୍‌ ମାନିକ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ହେଦାଂ ୱେନେନ୍‌ । ଇନେନ୍‌ ଜିତା ଆନାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ରିହା ହାକି ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ଇନେସ୍‌କିତିସ୍‌ପା ନସ୍ଟ ଆଉତ୍‌ ।”
12 १२ “पिरगमुन की कलीसिया के स्वर्गदूत को यह लिख: “जिसके पास तेज दोधारी तलवार है, वह यह कहता है:
“ପର୍ଗମ୍‌ ମଣ୍ଡ୍‌ଲିନି ଦୁତ୍‌ ଲାଗାଂ ଲେକିକିୟା ।” “ଇନେର୍‌ତି ତିପ୍‌ତିପା ରିଦାରା କାଣ୍ଡା ମାନାତ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ଇଦାଂ ଇନାନ୍‌, ହେୱାନ୍ତି ଇ କାବୁର୍‌ ।
13 १३ “मैं यह तो जानता हूँ, कि तू वहाँ रहता है जहाँ शैतान का सिंहासन है, और मेरे नाम पर स्थिर रहता है; और मुझ पर विश्वास करने से उन दिनों में भी पीछे नहीं हटा जिनमें मेरा विश्वासयोग्य साक्षी अन्तिपास, तुम्हारे बीच उस स्थान पर मारा गया जहाँ शैतान रहता है।
ଆନ୍‌ ପୁଚାଙ୍ଗ୍‌ନା, ସୟ୍‌ତାନ୍‌ତି ଗାଦି ହେବେ ଜେ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ବାହାକିତାଦେର୍ଣ୍ଣା, ଇଦାଂ ଆପ୍‌ ପୁନାପ୍‌; ଆତିସ୍‌ପା ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ମା ତର୍‌ ଆଟ୍‌ୱା ଲାକେ ଆସ୍ତାଦେର୍ଣ୍ଣା, ଆରେ ମା ପାର୍ତିତ ସାକି ଆନ୍ତିପା ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ମି ବିତ୍ରେନି ସୟ୍‌ତାନ୍‌ତି ହେ କୁଚ୍‌ଚି ବାହାତ ହାଜ଼ି ମାଚାଦେର୍‌, ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ମାତାକେ ପାର୍ତି କିନାଦେରା ଇଞ୍ଜି ହେ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ପା ପାର୍ତି କିୱାଦାଂ ମାଚାଦେର୍‌ ।”
14 १४ पर मुझे तेरे विरुद्ध कुछ बातें कहनी हैं, क्योंकि तेरे यहाँ कुछ तो ऐसे हैं, जोबिलाम की शिक्षाको मानते हैं, जिसने बालाक को इस्राएलियों के आगे ठोकर का कारण रखना सिखाया, कि वे मूर्तियों पर चढ़ाई गई वस्तुएँ खाएँ, और व्यभिचार करें।
“ମାତର୍‌ ମି ବିରୁତ୍‌ତ ନାଦାଂ ଏଚେଗଟା ବେରଣ୍‌ ଇନାକା ମାନାତ୍‌ । ହେବେ ମି ଲାହାଂ ମାନି ଏଚେକ୍‌, ବିଲିୟାମ୍‌ ହିକ୍ୟାତ ଚିନାଜାଣା ଆନାରା ବାଲାକ୍‌ ଆକାତ୍‌ ତିନାକା ଆରି ଦାରିୟାଲାକେ କିନି କାଜିଂ ଇସ୍ରାଏଲ୍‌ ନିକାରିଂ ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ବାଲାକ୍‌ତିଂ ହିକ୍ୟା ହିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌ ।
15 १५ वैसे ही तेरे यहाँ कुछ तो ऐसे हैं, जो नीकुलइयों की शिक्षा को मानते हैं।
ସମାନ୍‌ ହେ ଲାକେ ନିକଲାତିୟରିଂ ଇନ୍‌ବାନାକାରିଂ ହୁଡ଼୍‌ନି ମାନାୟାର୍‌ ମି ବିତ୍ରେ ମାନାର୍‌ ।
16 १६ अतः मन फिरा, नहीं तो मैं तेरे पास शीघ्र ही आकर, अपने मुख की तलवार से उनके साथ लड़ूँगा।
ଲାଗିଂ ମାନ୍‌ବାଦ୍‌ଲାୟ୍‌ କିୟାଟ୍‌; ଆୱିତିସ୍‌ ଆପ୍‌ ଦାପ୍ରେ ମି ଲାଗାଂ ୱାଜ଼ି ନିଜ୍‌ ୱେଇଦାଂ ହତ୍‌ନି କାଣ୍ଡା ହୁକେ ହେୱାର୍‌ ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ଜୁଜ୍‌ କିନାପ୍‌ ।”
17 १७ जिसके कान हों, वह सुन ले कि पवित्र आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है; जो जय पाए, उसको मैं गुप्त मन्ना में से दूँगा, और उसे एक श्वेत पत्थर भी दूँगा; और उस पत्थर पर एक नाम लिखा हुआ होगा, जिसे उसके पानेवाले के सिवाय और कोई न जानेगा।
ମଣ୍ଡ୍‌ଲିକାଂ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ଜିବୁନ୍‌ ଇନାକା ଇନାତା । “ଇନେରିଂ କିତୁଲ୍‌ ମାନାତ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ହେଦାଂ ୱେନେନ୍‌ ।” ଇନେନ୍‌ ଜିତା ଆନାନ୍‌, ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଆନ୍‌ ଡ଼ୁଗ୍‌ତି ମାନ୍ନା ହିନାଙ୍ଗ୍‌, ଆରେ ଇମ୍‌ଣି ତର୍‌ ଇଟ୍‌ନାକାନ୍‌ ପିସ୍ତି ବିନେନିକାନ୍‌ ଇନେନ୍‌ ପୁନୁନ୍, “ଏଲେଙ୍ଗ୍‌ ପୁନି ତର୍‌ ଲେକାତି ରଞ୍ଜି ଡ଼ିଞ୍ଜିନି କାଲ୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ହିନାଙ୍ଗ୍‌ ।”
18 १८ “थुआतीरा की कलीसिया के स्वर्गदूत को यह लिख: “परमेश्वर का पुत्र जिसकी आँखें आग की ज्वाला के समान, और जिसके पाँव उत्तम पीतल के समान हैं, वह यह कहता है:
“ତୁୟାତିରା ମଣ୍ଡ୍‌ଲିନି ଦୁତ୍‌ ଲାଗାଂ ଲେକିକିୟା, ଇସ୍ୱର୍ତି ଇମ୍‌ଣି ମାଜ଼ିତି କାଣ୍‌କୁ ଆହ୍‌ନି ନାଣି ଲାକେ ଆରି ପାନା ଅଜଡ଼୍‌ ପିତାଡ଼୍‌ ଲାକେ, ହେୱାନ୍‌ ଇଦାଂ ଇନାନ୍‌,
19 १९ मैं तेरे कामों, और प्रेम, और विश्वास, और सेवा, और धीरज को जानता हूँ, और यह भी कि तेरे पिछले काम पहले से बढ़कर हैं।
ଆପ୍‌ ମି କାମାୟ୍‌, ଜିଉନନାକା, ପାର୍ତି, ହେବା ଆରି ସାସ୍‌ ପୁନାପ୍‌, ଆରେ ମିଦାଂ ନଙ୍ଗ୍‌ୟ୍‌ କାମାୟ୍‌ ମି ଆଗେନି କାମାଇଙ୍ଗ୍‌ ବାଟା ଜେ ଆଦିକ୍‌, ଇଦାଂ ପା ପୁନାପ୍‌ ।
20 २० पर मुझे तेरे विरुद्ध यह कहना है, कि तू उस स्त्री ईजेबेल को रहने देता है जो अपने आपको भविष्यद्वक्तिन कहती है, और मेरे दासों को व्यभिचार करने, और मूर्तियों के आगे चढ़ाई गई वस्तुएँ खाना सिखाकर भरमाती है।
ଆତିସ୍‌ପା ମି ବିରୁତ୍‌ତ ମାଦାଂ ଇ ବେରଣ୍‌ ମାନାତ୍‌, ଜିଜେବଲ୍‌ ତର୍‌ଦି ଇମ୍‌ଣି କଗ୍‌ଲେ ଜାର୍‌ତିଂ ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକାଂ ଇଞ୍ଜି ଇଞ୍ଜି ନା ଆଡ଼ିୟାରିଂ ଦାରିହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଆରି ଆକାତ୍‌ ଚିଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ହିକ୍ୟା ହିଜ଼ି ବୁଲାୟ୍‌କିନାତା, ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ତା ବାନ୍ୟା କାମାୟ୍‌ ହୁଞ୍ଜ୍‌ନାଦେରା ।
21 २१ मैंने उसको मन फिराने के लिये अवसर दिया, पर वह अपने व्यभिचार से मन फिराना नहीं चाहती।
ଆପ୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ମାନ୍‌ବାଦ୍‌ଲାୟ୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ସମୁ ହିତ୍‌ତିସ୍‌ପା ହେଦେଲ୍‌ ଜାର୍‌ ଦାରିତାଂ ମାନ୍‌ବାଦ୍‌ଲାୟ୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚା କିଉତା ।
22 २२ देख, मैं उसे रोगशैय्या पर डालता हूँ; और जो उसके साथ व्यभिचार करते हैं यदि वे भी उसके से कामों से मन न फिराएँगे तो उन्हें बड़े क्लेश में डालूँगा।
ଲାଗିଂ ଆନ୍‌ ହେଦେଲିଂ ଆରି ତା ଲାହାଂ ଦାରି କାମାୟ୍‌ତ ମେହାତାକାର୍‌ ୱିଜ଼ାରିଂ ରଗ୍‌ ଟାଟିତ ତୁହିନାଂ ଆରି ହେୱାର୍‌ ବୟଙ୍କାର୍‌ ନନିତ ବଗ୍‌ କିତାର୍‌ । ଜଦି ହେୱାର୍‌ ହେଦେଲ୍‌ ଲାହାଂ କିଜ଼ି ମାନି ବାନ୍ୟାକାମାୟ୍‌ କାଜିଂ ମାନ୍‌ବାଦ୍‌ଲାୟ୍‌ କିୱିତିସ୍‌, ୱାଟିଂ ଆନ୍‌ ଇଦାଂ ହାତ୍‌ପାନେ କିନାଙ୍ଗ୍‌ ।
23 २३ मैं उसके बच्चों को मार डालूँगा; और तब सब कलीसियाएँ जान लेंगी कि हृदय और मन का परखनेवाला मैं ही हूँ, और मैं तुम में से हर एक को उसके कामों के अनुसार बदला दूँगा।
ହେଦେଲ୍‌ ପାଚେହାନାକାରିଂ ପା ଟୁଣାଙ୍ଗ୍‌ । ତା ଆତିସ୍‌, ମଣ୍ଡ୍‌ଲିଂ ୱିଜ଼ାର୍‌ ପୁଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡ୍‌ନାର୍‌ ଜେ; ଆନ୍‌ ୱାସ୍କିପୁନାକାଂ, ମାନାୟ୍‌ନି ୱିଜ଼ୁ ଚିନ୍ତା ଆରି ଦାରି ପୁଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡ୍‌ନାଙ୍ଗ୍‌ । ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଜାଣ୍‌କେ ଇନା ଇନାକା କିତାଦେର୍ଣ୍ଣା, ହେ ଇସାବ୍‌ରେ ଆନ୍‌ ମିଂ ପାତିପାଡ଼୍‌ ହିଦ୍‌ନାଙ୍ଗ୍‌ ।”
24 २४ पर तुम थुआतीरा के बाकी लोगों से, जितने इस शिक्षा को नहीं मानते, और उन बातों को जिन्हेंशैतान की गहरी बातें कहते हैंनहीं जानते, यह कहता हूँ, कि मैं तुम पर और बोझ न डालूँगा।
“ମାତର୍‌ ତୁୟାତିରା ମି ବିତ୍ରେତାଂ ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ଇ ବାନ୍ୟାହିକ୍ୟାତିଂ ଇଡ୍‌ୱାତାର୍ଣ୍ଣା, ଆରି ସୟ୍‌ତାନ୍‌ତି ଡ଼ୁକ୍ତି ଇଚି ବେରଣିକାଂ ହିକ୍ୟା କିୱାତାନ୍ନା, ଆନ୍‌ ହେୱାର୍‌ ଜପି ଆରେ ଇମ୍‌ଣାକା ପା ବଜ୍‌ ଲାଦି କିଉଙ୍ଗ୍‌ ।
25 २५ पर हाँ, जो तुम्हारे पास है उसको मेरे आने तक थामे रहो।
ମତର୍‌ ମି ତାକେ ଇନାକା ମାନାତ୍‌, ହେଦାଂ ଆନ୍‌ ୱାନି ପାତେକ୍‌ ଆଟ୍‌ୱା କିଜ଼ି ଆସ୍ତି ମାନାଟ୍‌
26 २६ जो जय पाए, और मेरे कामों के अनुसार अन्त तक करता रहे, ‘मैं उसे जाति-जाति के लोगों पर अधिकार दूँगा।
ଇନେନ୍‌ ଜିତା ଆନାନ୍‌ ଆରି ହାରିହାରା ପାତେକ୍‌ ନା କାମାୟ୍‌ କିନାନ୍‌, ଆନ୍‌ ଇନେସ୍‌ ଆବାଂତାଂ ଆଦିକାର୍‌ ପାୟାତାଂନା, ହେଦାଂ ପା ହେ ଲାକେ ସବୁ ଜାତି ଜପି ଆଦିକାର୍‌ ହିନାଙ୍ଗ୍‌ ।
27 २७ और वह लोहे का राजदण्ड लिये हुए उन पर राज्य करेगा, जिस प्रकार कुम्हार के मिट्टी के बर्तन चकनाचूर हो जाते हैं: मैंने भी ऐसा ही अधिकार अपने पिता से पाया है।
ହେୱାନ୍‌ ହେୱାରିଂ ଲୱା ବାଡ୍‌ଗା ହୁକେ ରାଜ୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌, ଆରେ ହେୱାର୍‌ ଚିକ୍‌ଲା ଟାଣ୍ଡି ଲାକେ ଗନ୍ଦା ଗନ୍ଦା କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ହେୱାରିଂ କେମ୍‌ତା ହିନାଙ୍ଗ୍‌ ।”
28 २८ और मैं उसे भोर का तारा दूँगा।
ଆରେ ଆନ୍‌ ହେୱାରିଂ ଅଜଡ଼୍‌ ହୁକା ପା ହିନାଙ୍ଗ୍‌ ।
29 २९ जिसके कान हों, वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है।
ୱେଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ସାକ୍ତି ମାଚିସ୍‌, ମଣ୍ଡ୍‌ଲିକାଂ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ଜିବୁନ୍‌ ଇନାକା ଇନାତା, ୱେନାଟ୍‌ ।

< प्रकाशित वाक्य 2 >