< यूहन्ना 19 >

1 इस पर पिलातुस ने यीशु को लेकर कोड़े लगवाए।
ᎿᎭᏉᏃ ᏆᎴᏗ ᎤᏂᏴᎲᎩ ᏥᏌ ᎠᎴ ᎤᎵᎥᏂᎸᎩ.
2 और सिपाहियों ने काँटों का मुकुट गूँथकर उसके सिर पर रखा, और उसे बैंगनी ऊपरी वस्त्र पहनाया,
ᎠᏂᏯᏫᏍᎩᏃ ᎤᏂᏍᏕᏲᎸ ᏧᏣᏲᏍᏗ ᎠᎵᏍᏚᎶ ᎤᏃᏢᏅᎩ ᎠᎴ ᎬᏩᏍᏚᎳᏅᎩ, ᎠᎴ ᎩᎦᎨ ᎠᏄᏬ ᎬᏩᏄᏬᎥᎩ,
3 और उसके पास आ आकर कहने लगे, “हे यहूदियों के राजा, प्रणाम!” और उसे थप्पड़ मारे।
ᎠᎴ ᎯᎠ ᏄᏂᏪᏒᎩ; ᎢᏨᏲᎵᎦ ᏣᎬᏫᏳᎯ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᎾᏤᎵᎦ. ᎠᎴ ᏕᎬᏩᏏᏛᏂᎸᎩ.
4 तब पिलातुस ने फिर बाहर निकलकर लोगों से कहा, “देखो, मैं उसे तुम्हारे पास फिर बाहर लाता हूँ; ताकि तुम जानो कि मैं उसमें कुछ भी दोष नहीं पाता।”
ᎿᎭᏉᏃ ᏆᎴᏗ ᏔᎵᏁ ᎤᏄᎪᏨᎩ, ᎯᎠ ᏫᏂᏚᏪᏎᎸᎩ; ᎬᏂᏳᏉ ᎢᏨᎾᏄᎪᏫᏏ, ᎢᏣᏙᎴᎰᎯᏍᏗᏱ ᎤᏍᎦᏅᏨ ᎾᎩᏩᏛᎲᎾ ᎨᏒᎢ.
5 तब यीशु काँटों का मुकुट और बैंगनी वस्त्र पहने हुए बाहर निकला और पिलातुस ने उनसे कहा, “देखो, यह पुरुष।”
ᏥᏌᏃ ᏓᏳᎾᏄᎪᏨᎩ, ᎤᎵᏍᏚᎸᎩ ᎠᎵᏍᏚᎶ ᏧᏣᏲᏍᏗ ᎪᏢᏔᏅᎯ, ᎠᎴ ᎤᏄᏮᎩ ᎩᎦᎨ ᎠᏄᏬ. ᏆᎴᏗᏃ ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎸᎩ; ᎬᏂᏳᏉ ᎯᎠ ᎾᏍᎩ ᎠᏍᎦᏯ.
6 जब प्रधान याजकों और प्यादों ने उसे देखा, तो चिल्लाकर कहा, “उसे क्रूस पर चढ़ा, क्रूस पर!” पिलातुस ने उनसे कहा, “तुम ही उसे लेकर क्रूस पर चढ़ाओ; क्योंकि मैं उसमें दोष नहीं पाता।”
ᎿᎭᏉᏃ ᏄᏂᎬᏫᏳᏒ ᎠᏥᎸ-ᎠᏁᎶᎯ ᎠᎴ ᏗᎾᏓᏂᏱᏍᎩ ᎬᏩᎪᎲ, ᎤᏁᎷᏅᎩ, ᎯᎠ ᏄᏂᏪᏒᎩ; ᎯᏯᏛᎥᎦ! ᎯᏯᏛᎥᎦ! ᏆᎴᏗ ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎸᎩ; ᏂᎯ ᎡᏣᏗᎿᎭᏫᏛ, ᎠᎴ ᎡᏣᏛᎥᎦ; ᎠᏴᏰᏃ ᎥᏝ ᏱᏥᏩᏘᎭ ᎤᏍᎦᏅᏨᎢ.
7 यहूदियों ने उसको उत्तर दिया, “हमारी भी व्यवस्था है और उस व्यवस्था के अनुसार वह मारे जाने के योग्य है क्योंकि उसने अपने आपको परमेश्वर का पुत्र बताया।”
ᎠᏂᏧᏏ ᎯᎠ ᏫᏅᎬᏩᏪᏎᎸᎩ; ᏗᎧᎿᎭᏩᏛᏍᏗ ᎣᎩᎭ, ᏦᎩᎧᎿᎭᏩᏛᏍᏗᏃ ᏂᎬᏅ ᏰᎵᏉ ᎬᏩᏲᎱᎯᏍᏗ, ᎤᏁᎳᏅᎯᏰᏃ ᎤᏪᏥ ᎤᏤᎸᏅᎩ.
8 जब पिलातुस ने यह बात सुनी तो और भी डर गया।
ᎿᎭᏉᏃ ᏆᎴᏗ ᎾᏍᎩ ᎤᏛᎦᏅ ᎤᏟ ᎢᎦᎢ ᎤᏍᎦᎸᎩ;
9 और फिर किले के भीतर गया और यीशु से कहा, “तू कहाँ का है?” परन्तु यीशु ने उसे कुछ भी उत्तर न दिया।
ᎠᎴ ᏔᎵᏁ ᎤᏴᎸᎩ ᏗᎫᎪᏙᏗᏱ, ᎯᎠ ᏫᏄᏪᏎᎸᎩ ᏥᏌ; ᎭᏢ ᏅᏓᏣᏓᎴᏅᎯ? ᎠᏎᏃ ᏥᏌ ᎥᏝ ᏳᏁᏤᎴᎢ.
10 १० पिलातुस ने उससे कहा, “मुझसे क्यों नहीं बोलता? क्या तू नहीं जानता कि तुझे छोड़ देने का अधिकार मुझे है और तुझे क्रूस पर चढ़ाने का भी मुझे अधिकार है।”
ᎿᎭᏉᏃ ᏆᎴᏗ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎸᎩ; ᏝᏍᎪ ᏱᏍᎩᏁᏤᎭ? ᏝᏍᎪ ᏱᎦᏔᎭ ᏰᎵᏉ ᎦᎬᏯᏛᏗ ᎨᏒᎢ, ᎠᎴ ᏰᎵᏉ ᏗᎦᎬᏲᎯᏍᏗ ᎨᏒᎢ?
11 ११ यीशु ने उत्तर दिया, “यदि तुझे ऊपर से न दिया जाता, तो तेरा मुझ पर कुछ अधिकार न होता; इसलिए जिसने मुझे तेरे हाथ पकड़वाया है, उसका पाप अधिक है।”
ᏥᏌ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎸᎩ; ᎥᏝ ᏱᎨᏣᎭ ᏰᎵ ᎠᏴ ᎪᎱᏍᏗ ᏍᏋᏁᏗᏱ, ᎦᎸᎳᏗ ᏅᏓᏰᏣᎵᏍᎪᎸᏓᏁᎸᎯ ᏂᎨᏒᎾ ᏱᎩ. ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ, ᎠᏴ ᏗᎩᏲᏒᎯ ᏂᎯ ᏗᏣᏲᎯᏎᎸᎯ ᎤᏟ ᎡᏉᎯᏳ ᎤᏍᎦᏅᏨ.
12 १२ इससे पिलातुस ने उसे छोड़ देना चाहा, परन्तु यहूदियों ने चिल्ला चिल्लाकर कहा, “यदि तू इसको छोड़ देगा तो तू कैसर का मित्र नहीं; जो कोई अपने आपको राजा बनाता है वह कैसर का सामना करता है।”
ᎾᎯᏳᏃ ᎢᏳᏓᎴᏅᏛ ᏆᎴᏗ ᎤᏲᎸᎩ ᎥᎤᏪᎪᏗᏱ. ᎠᏎᏃ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᏁᎷᏅᎩ, ᎯᎠ ᏄᏂᏪᏒᎩ; ᎢᏳᏃ ᎯᎠ ᎠᏍᎦᏯ ᎢᎯᏯᎧᏅᎭ ᎥᏝ ᏏᏌ ᎢᏍᏓᎵᎢ ᏱᎦᎨᏎᏍᏗ. ᎩᎶ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎠᏤᎸᏍᎩ, ᎧᏁᎬ ᏏᏌ ᎠᏡᏗᏍᎪᎢ.
13 १३ ये बातें सुनकर पिलातुस यीशु को बाहर लाया और उस जगह एक चबूतरा था, जो इब्रानी में ‘गब्बता’ कहलाता है, और वहाँ न्याय आसन पर बैठा।
ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ ᏆᎴᏗ ᎾᏍᎩ ᎤᏛᎦᏅ ᎤᏄᎪᏫᏒᎩ ᏥᏌ, ᎠᎴ ᎤᏪᏅᎩ ᏗᎫᎪᏙᏗᏱ ᎦᏍᎩᎸᎢ, ᏅᏯ-ᎠᏰᏍᏓᎥ ᏕᎤᏙᎥᎢ, ᎠᏂᏧᏏᏍᎩᏂ ᎤᏂᏬᏂᎯᏍᏗ ᎨᏒ ᎨᏆᏓ ᏕᎤᏙᎥ.
14 १४ यह फसह की तैयारी का दिन था और छठे घंटे के लगभग था: तब उसने यहूदियों से कहा, “देखो, यही है, तुम्हारा राजा!”
ᎧᏃᎯᏰᎩᏃ ᏗᎵᏍᏓᏴᏗᏱ ᎠᏛᏅᎢᏍᏙᏗᏱ ᎢᎦ ᎨᏒᎩ, ᎠᎴ ᏔᎳᏚ ᎢᏳᏟᎶᏛ ᎢᏴᏛ ᎧᎳᏩᏗᏒ ᎨᏒᎩ, ᏆᎴᏗᏃ ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎸᎩ ᎠᏂᏧᏏ; ᎬᏂᏳᏉ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎢᏣᏤᎵᎦ!
15 १५ परन्तु वे चिल्लाए, “ले जा! ले जा! उसे क्रूस पर चढ़ा!” पिलातुस ने उनसे कहा, “क्या मैं तुम्हारे राजा को क्रूस पर चढ़ाऊँ?” प्रधान याजकों ने उत्तर दिया, “कैसर को छोड़ हमारा और कोई राजा नहीं।”
ᎠᏎᏃ ᎤᏁᎷᏅᏉ ᎯᎠ ᏄᏂᏪᏒᎩ; ᎯᎷᎦ! ᎯᎷᎦ! ᎯᏯᏛᎥᎦ! ᏆᎴᏗ ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎸᎩ; ᏓᏥᏯᏛᏂᏍᎪ ᎢᏣᏤᎵᎦ ᎤᎬᏫᏳᎯ? ᏄᏂᎬᏫᏳᏒ ᎠᏥᎸ-ᎠᏁᎶᎯ ᎯᎠ ᏄᏂᏪᏎᎸᎩ; ᎥᏝ ᏲᎩᎧᎭ ᎤᎬᏫᏳᎯ, ᏏᏌ ᎤᏩᏒ!
16 १६ तब उसने उसे उनके हाथ सौंप दिया ताकि वह क्रूस पर चढ़ाया जाए।
ᎿᎭᏉᏃ ᏚᏲᎯᏎᎸᎩ ᎤᎾᏛᏗᏱ. ᎤᏂᏂᏴᏛᎩᏃ ᏥᏌ ᎠᎴ ᎤᎾᏘᎾᏫᏛᎲᎩ.
17 १७ तब वे यीशु को ले गए। और वह अपना क्रूस उठाए हुए उस स्थान तक बाहर गया, जो ‘खोपड़ी का स्थान’ कहलाता है और इब्रानी में ‘गुलगुता’।
ᏥᏌᏃ ᏧᏓᎿᎭᏩᏛ ᎦᏁᎲᎩ ᎤᏄᎪᏨᎩ, ᎤᏍᏆᎷᎪ ᏚᏙᎥ ᎤᎷᏨᎩ, ᎾᏍᎩ ᎪᎵᎦᏓ ᏚᏙᎥ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᏂᏬᏂᎯᏍᏗ ᎨᏒ ᎠᏅᏗᏍᎬᎢ;
18 १८ वहाँ उन्होंने उसे और उसके साथ और दो मनुष्यों को क्रूस पर चढ़ाया, एक को इधर और एक को उधर, और बीच में यीशु को।
ᎾᎿᎭᏂ ᎬᏩᏛᏅᎩ, ᎠᎴ ᎠᏂᏔᎵ ᏅᏩᎾᏓᎴ ᎢᏧᎳᎭ ᏕᎨᎦᏛᏅᎩ ᎢᏧᎳ ᎢᏗᏢ ᏥᏌᏃ ᎠᏰᎵ.
19 १९ और पिलातुस ने एक दोष-पत्र लिखकर क्रूस पर लगा दिया और उसमें यह लिखा हुआ था, “यीशु नासरी यहूदियों का राजा।”
ᏆᎴᏗᏃ ᎤᏬᏪᎳᏅᎩ ᎠᎪᎵᏰᏗ, ᎠᎴ ᏓᏓᎿᎭᏩᏍᏛ ᎤᏪᏯᎸᏅᎩ; ᎯᎠ ᏂᎬᏅ ᎪᏪᎸᎩ; ᏥᏌ ᎾᏎᎵᏗ ᎡᎯ, ᎤᎬᏫᏩᎯ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᎾᏤᎵᎦ.
20 २० यह दोष-पत्र बहुत यहूदियों ने पढ़ा क्योंकि वह स्थान जहाँ यीशु क्रूस पर चढ़ाया गया था नगर के पास था और पत्र इब्रानी और लतीनी और यूनानी में लिखा हुआ था।
ᎯᎠ ᎾᏍᎩ ᎠᎪᎵᏰᏗ ᎤᏂᏣᏛ ᎠᏂᏧᏏ ᎠᏂᎪᎵᏰᏍᎬᎩ, ᏥᏌᏰᏃ ᎠᎦᏛᏅ ᎦᏚᎲ ᎾᎥ ᎨᏒᎩ, ᎠᏂᏧᏏᏃ, ᎠᎴ ᎠᏂᎪᎢ, ᎠᎴ ᎠᏂᎶᎻ ᏧᏂᏬᏂᎯᏍᏗ ᎨᏒ ᎪᏪᎸᎩ.
21 २१ तब यहूदियों के प्रधान याजकों ने पिलातुस से कहा, “‘यहूदियों का राजा’ मत लिख परन्तु यह कि ‘उसने कहा, मैं यहूदियों का राजा हूँ।’”
ᎿᎭᏉᏃ ᏄᏂᎬᏫᏳᏒ ᎠᏥᎸ-ᎠᏁᎶᎯ ᎠᏂᏧᏏ ᏧᎾᏤᎵᎦ ᎯᎠ ᏄᏂᏪᏎᎸᎩ ᏆᎴᏗ; ᏞᏍᏗ ᎯᎠ ᎢᏨᏁᎸ ᏦᏪᎳᏅᎩ; ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᎾᏤᎵᎦ; ᎯᎠᏍᎩᏂ; ᎠᎩᎬᏫᏳᎯ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᎾᏤᎵᎦ ᎠᏗᏍᎬᎩ.
22 २२ पिलातुस ने उत्तर दिया, “मैंने जो लिख दिया, वह लिख दिया।”
ᏆᎴᏗ ᎯᎠ ᏄᏪᏒᎩ; ᏥᎾᏋᏁᎸ ᏣᏉᏪᎳᏅ, ᎿᎭᏉ ᎠᏎ ᎠᏉᏪᎳᏅ.
23 २३ जब सिपाही यीशु को क्रूस पर चढ़ा चुके, तो उसके कपड़े लेकर चार भाग किए, हर सिपाही के लिये एक भाग और कुर्ता भी लिया, परन्तु कुर्ता बिन सीअन ऊपर से नीचे तक बुना हुआ था;
ᎿᎭᏉᏃ ᎠᏂᏯᏫᏍᎩ, ᏥᏌ ᎬᏩᏛᏅ, ᏚᏂᏁᏒᎩ ᏧᏄᏬ, ᏅᎩ ᏂᏚᏂᏛᎩ, ᏌᏉ ᎢᎦᏛᎯ ᎠᏏᏴᏫ ᎠᏯᏫᏍᎩ ᎤᏤᎵᎦ ᏄᏅᏁᎸᎩ; ᎠᎴ ᎾᏍᏉ ᎭᏫᏂ ᎤᏄᏬᎥᎯ. ᎾᏍᎩ ᎭᏫᏂ ᎠᏄᏬ ᎥᏝ ᎦᏰᏫᏛ ᏱᎨᏎᎢ, ᏂᎬ ᎬᏅᎯ ᎨᏒᎩ.
24 २४ इसलिए उन्होंने आपस में कहा, “हम इसको न फाड़ें, परन्तु इस पर चिट्ठी डालें कि वह किसका होगा।” यह इसलिए हुआ, कि पवित्रशास्त्र की बात पूरी हो, “उन्होंने मेरे कपड़े आपस में बाँट लिए और मेरे वस्त्र पर चिट्ठी डाली।”
ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ ᎯᎠ ᏂᏚᎾᏓᏪᏎᎸᎩ; ᏞᏍᏗ ᎢᎩᏣᎦᎸᎢᏒᎩ, ᎢᏓᏎᎯᏉᏍᎩᏂ ᎢᏓᏙᎴᎰᎯ ᎤᏤᎵᎦ ᎢᏳᎵᏍᏙᏗ ᎨᏒᎢ; ᎤᏙᎯᏳᏗᏱ ᎪᏪᎸ ᎯᎠ ᏥᏂᎬᏅ; ᏚᏂᏯᏙᎸᎩ ᏗᏆᏄᏬ, ᎠᎴ ᎠᏆᏄᏬᏍᏗ ᎤᎾᏌᏍᏔᏅᎩ. ᎯᎠ ᎾᏍᎩ ᎠᏂᏯᏫᏍᎩ ᏄᎾᏛᏁᎸᎩ.
25 २५ अतः सिपाहियों ने ऐसा ही किया। परन्तु यीशु के क्रूस के पास उसकी माता और उसकी माता की बहन मरियम, क्लोपास की पत्नी और मरियम मगदलीनी खड़ी थी।
ᎾᎥᏃ ᏓᏓᎿᎭᏩᏍᏛ ᏥᏌ ᎦᏛᎢ ᎠᏂᏙᎾᎥᎩ ᎤᏥ, ᎤᏂᏃ ᎤᎸᎢ ᎺᎵ ᏟᎣᏆ ᎤᏓᎵᎢ, ᎺᎵᏃ ᎹᎩᏕᎵ ᎡᎯ.
26 २६ यीशु ने अपनी माता और उस चेले को जिससे वह प्रेम रखता था पास खड़े देखकर अपनी माता से कहा, “हे नारी, देख, यह तेरा पुत्र है।”
ᏥᏌᏃ ᎤᎪᎲ ᎤᏥ, ᎠᎴ ᎤᎪᎲ ᎾᎥ ᎦᏙᎬ ᎤᏍᏓᏩᏗᏙᎯ ᎤᎨᏳᎯ, ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎸᎩ ᎤᏥ; ᎯᎨᏴ, ᎬᏂᏳᏉ ᏤᏥ.
27 २७ तब उस चेले से कहा, “देख, यह तेरी माता है।” और उसी समय से वह चेला, उसे अपने घर ले गया।
ᎿᎭᏉᏃ ᎯᎠ ᏅᎤᏪᏎᎸᎩ ᎤᏍᏓᏩᏗᏙᎯ; ᎬᏂᏳᏉ ᏣᏥᎢ. ᎾᎯᏳᏉᏃ ᎾᏍᎩ ᎤᏍᏓᏩᏗᏙᎯ ᏧᏪᏅᏒ ᏭᏘᏅᏍᏔᏅᎩ.
28 २८ इसके बाद यीशु ने यह जानकर कि अब सब कुछ हो चुका; इसलिए कि पवित्रशास्त्र की बात पूरी हो कहा, “मैं प्यासा हूँ।”
ᎿᎭᏉᏃ ᏥᏌ ᎠᎦᏔᎯᏳ ᎨᏒ ᏂᎦᎥ ᎿᎭᏉ ᎤᎵᏍᏆᏛᎢ, ᎪᏪᎸ ᎤᏙᎯᏳᏗᏱ, ᎠᎩᏔᏕᎩᎭ, ᎤᏛᏅᎩ.
29 २९ वहाँ एक सिरके से भरा हुआ बर्तन धरा था, इसलिए उन्होंने सिरके के भिगाए हुए पनसोख्‍ता को जूफे पर रखकर उसके मुँह से लगाया।
ᎾᎿᎭᏃ ᎥᎦᎧᎲᎩ ᎠᏖᎵᏙ ᏧᏂᏦᏯᏍᏗ ᎠᎧᎵᏬᎯ; ᏚᏬᎢᎵᏃ ᏧᏂᏦᏯᏍᏗ ᎤᏂᎧᎵᎢᏍᏔᏅᎩ, ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᎯᏏᏈ ᎤᏂᏆᏙᏔᏅᎩ, ᎠᎰᎵ ᎾᎥ ᎤᏂᏩᏌᏔᏅᎩ.
30 ३० जब यीशु ने वह सिरका लिया, तो कहा, “पूरा हुआ”; और सिर झुकाकर प्राण त्याग दिए।
ᏥᏌᏃ ᏧᏂᏦᏯᏍᏗ ᎤᏁᎩᏒ ᎯᎠ ᏄᏪᏒᎩ; ᎿᎭᏉ ᎠᎵᏍᏆᏓ; ᎤᎵᏍᎫᏫᏒᏃ ᏕᎤᏲᏒᎩ ᎤᏓᏅᏙ.
31 ३१ और इसलिए कि वह तैयारी का दिन था, यहूदियों ने पिलातुस से विनती की, कि उनकी टाँगें तोड़ दी जाएँ और वे उतारे जाएँ ताकि सब्त के दिन वे क्रूसों पर न रहें, क्योंकि वह सब्त का दिन बड़ा दिन था।
ᎠᏂᏧᏏᏃ ᎤᏂᏔᏲᏎᎸᎩ ᏆᎴᏗ ᏗᏂᏅᏍᎨᏂ ᏗᎨᏥᏍᏆᎵᏎᏗᏱ ᎠᎴ ᏗᎨᏥᏁᏍᏗᏱ, ᏅᏓᏳᎵᏍᏙᏔᏅᎩ ᎠᏛᏅᎢᏍᏙᏗᏱ ᎢᎦ ᎨᏒᎢ, ᏞᏍᏗ ᎤᎾᏙᏓᏆᏍᎬ ᏱᏗᎦᏕᏍᏗ ᎠᏁᎵᏍᎬᎩ, ᎾᏍᎩᏰᏃ ᎤᎾᏙᏓᏆᏍᎬ ᎢᎦ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎨᏒᎩ.
32 ३२ इसलिए सिपाहियों ने आकर पहले की टाँगें तोड़ीं तब दूसरे की भी, जो उसके साथ क्रूसों पर चढ़ाए गए थे।
ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ ᎠᏂᏯᏫᏍᎩ ᎤᏂᎷᏨᎩ, ᏚᏂᏍᏆᎵᏒᎩ ᏗᎦᏅᏍᎨᏂ ᎢᎬᏱᏱ ᎦᏗ ᎠᎴ ᏐᎢ ᎢᏧᎳᎭ ᏥᏌ ᏗᎨᎦᏛᏅᎯ.
33 ३३ परन्तु जब यीशु के पास आकर देखा कि वह मर चुका है, तो उसकी टाँगें न तोड़ीं।
ᏥᏌᏍᎩᏂ ᎦᏛ ᏭᏂᎷᏨ, ᎠᎴ ᎤᎾᏙᎴᎰᏒ ᎦᏳᎳ ᎤᏲᎱᏒᎯ ᎨᏒᎢ, ᎥᏝ ᏱᏚᏂᏍᏆᎵᏎ ᏗᎦᏅᏍᎨᏂ;
34 ३४ परन्तु सिपाहियों में से एक ने बरछे से उसका पंजर बेधा और उसमें से तुरन्त लहू और पानी निकला।
ᎠᏏᏴᏫᏍᎩᏂ ᎠᏯᏫᏍᎩ, ᏗᏓᏘᏍᏗ ᎤᏪᏘᏍᏔᏅᎩ ᎠᏍᏉᎨᏂ, ᎩᎳᏉᏃ ᎢᏴᏛ ᎾᎿᎭᏓᏳᏨᏨᎩ ᎩᎬ ᎠᎴ ᎠᎹ.
35 ३५ जिसने यह देखा, उसी ने गवाही दी है, और उसकी गवाही सच्ची है; और वह जानता है, कि सच कहता है कि तुम भी विश्वास करो।
ᎾᏍᎩᏃ Ꮎ ᎤᎪᎲᎯ ᎤᏃᎮᎸᎩ, ᎧᏃᎮᏍᎬᏃ ᎤᏙᎯᏳᎭ, ᎠᎴ ᎠᎦᏔᎭ ᎤᏙᎯᏳᎯ ᎧᏃᎮᏍᎬᎢ, ᎾᏍᎩ ᎨᏦᎯᏳᏗ ᎢᏳᎵᏍᏙᏗᏱ.
36 ३६ ये बातें इसलिए हुईं कि पवित्रशास्त्र की यह बात पूरी हो, “उसकी कोई हड्डी तोड़ी न जाएगी।”
ᎾᏍᎩᏰᏃ ᎯᎠ ᏄᎵᏍᏔᏅᎩ ᎤᏙᎯᏳᏗᏱ ᎪᏪᎸ ᎯᎠ ᏥᏂᎬᏅ; “ᎥᏝ ᏌᏉ ᎤᎪᎳ ᏧᎵᏍᏆᎵᏍᏗ ᏱᎨᏎᏍᏗ.”
37 ३७ फिर एक और स्थान पर यह लिखा है, “जिसे उन्होंने बेधा है, उस पर दृष्टि करेंगे।”
ᎠᎴᏬ ᏅᏩᏓᎴ ᎪᏪᎸ ᎯᎠ ᏂᎦᏩᎭ; “ᏙᏓᎬᏩᎧᎾᏂ ᏗᎬᏪᏘᎸᎯ.”
38 ३८ इन बातों के बाद अरिमतियाह के यूसुफ ने, जो यीशु का चेला था, (परन्तु यहूदियों के डर से इस बात को छिपाए रखता था), पिलातुस से विनती की, कि मैं यीशु के शव को ले जाऊँ, और पिलातुस ने उसकी विनती सुनी, और वह आकर उसका शव ले गया।
ᎾᏍᎩᏃ ᏄᎵᏍᏔᏂᏙᎸ ᎣᏂ ᏦᏩ ᎠᎵᎹᏗᏱ ᎡᎯ, ᏥᏌ ᎠᏍᏓᏩᏗᏙᎯ ᎨᏒᎩ, ᎠᏎᏃ ᎤᏕᎵᏛᏉ ᎠᏂᏧᏏ ᏓᏍᎦᎢᎲᎢ ᏅᏓᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎬᎩ, ᎾᏍᎩ ᏦᏩ ᎤᏔᏲᏎᎸᎩ ᏆᎴᏗ ᎤᏁᏍᏗᏱ ᏥᏌ ᎠᏰᎸᎢ. ᏆᎴᏗᏃ ᎤᎵᏍᎪᎸᏓᏁᎸᎩ. ᎰᏩᏃ ᎤᎷᏨᎩ ᎤᏁᏒᎩ ᏥᏌ ᎠᏰᎸᎢ.
39 ३९ नीकुदेमुस भी जो पहले यीशु के पास रात को गया था पचास सेर के लगभग मिला हुआ गन्धरस और एलवा ले आया।
ᎾᏍᏉᏃ ᎥᎤᎷᏨᎩ ᏂᎦᏗᎹᏏ, ᎾᏍᎩ ᎢᎬᏱᏱ ᏥᏌ ᎡᏃᏱ ᎤᎷᏤᎸᎯ, ᎤᏲᎸᎩ ᏗᏜᏓᏍᏔᏅᎯ ᎻᎳ ᎡᎳᏫᏃ, ᎠᏍᎪᎯᏧᏈ ᎢᏴᏛ ᎢᏳᏓᎨᏛ.
40 ४० तब उन्होंने यीशु के शव को लिया और यहूदियों के गाड़ने की रीति के अनुसार उसे सुगन्ध-द्रव्य के साथ कफन में लपेटा।
ᎿᎭᏉᏃ ᎤᏂᏁᏒᎩ ᏥᏌ ᎠᏰᎸᎢ ᎠᎴ ᏙᎴᏛ ᎠᏄᏬ ᎤᏂᏣᏄᎶᏔᏅᎩ, ᎠᎴ ᎾᏍᏉ ᏗᎦᏩᏒᎩ ᏚᏂᏣᏄᎳᏅᎩ, ᎾᏍᎩᏯ ᎢᏳᎾᏛᏁᏗ ᎨᏒ ᎠᏂᏧᏏ ᏓᎾᏓᏂᏌ.
41 ४१ उस स्थान पर जहाँ यीशु क्रूस पर चढ़ाया गया था, एक बारी थी; और उस बारी में एक नई कब्र थी; जिसमें कभी कोई न रखा गया था।
ᎾᎿᎭᏃ ᎠᎦᏛᏅ ᎠᏫᎡᏗᏱ ᎪᏢᏒᎩ; ᎾᎿᎭᏃ ᎠᏫᏒᏗᏱ ᎢᏤ ᏗᏓᏂᏐᏗᏱ ᎪᏢᏒᎩ ᎩᎶ ᎠᏥᏂᏌᏅ ᎠᏏ ᏂᎨᏒᎾ.
42 ४२ अतः यहूदियों की तैयारी के दिन के कारण, उन्होंने यीशु को उसी में रखा, क्योंकि वह कब्र निकट थी।
ᎾᎿᎭᏃ ᎤᏂᏅᏅᎩ ᏥᏌ ᏅᏓᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎬᎩ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᎾᏤᎵᎦ ᎠᏛᏅᎢᏍᏙᏗᏱ ᎢᎦ ᎨᏒᎢ; ᏗᏓᏂᏐᏗᏱᏰᏃ ᎾᎥᏉ ᎨᏒᎩ.

< यूहन्ना 19 >