< मरकुस 7 >

1 येरूशलेम नगर से फ़रीसियों तथा कुछ शास्त्रियों ने आकर मसीह येशु को घेर लिया.
ତିକ୍କି ପାରୁସିଞ୍ଜି ଡ ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆଜିର୍ରାଞଞ୍ଜି ଲାଙ୍‌ଲେଡ୍‌ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ରୁକ୍କୁନେଜି ।
2 उन्होंने देखा कि मसीह येशु के कुछ शिष्य सांस्कारिक रूप से अशुद्ध हाथों से (बिना धोए हुए हाथों से) भोजन कर रहे हैं.
ଜିସୁନ୍‌ ଆ ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ଜି ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌, କେନ୍‌ ଆ ଗରାମ୍‌ଗାମନ୍‌ ଏର୍‌ନାସିନେନ୍‌ ଆଗ୍ରାଗାଲଞ୍ଜି ଆନିଞ୍ଜି ଗିଜେଞ୍ଜି ।
3 फ़रीसी और सभी यहूदी हाथों को भली-भांति धोए बिना भोजन नहीं करते. ऐसा करते हुए वे पूर्वजों से चली आ रही प्रथाओं का पालन करते थे.
ପାରୁସିଞ୍ଜି ଡ ଅଡ଼୍‌କୋ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ପାପୁର୍‌ମରଞ୍ଜି ଆ ଓକ୍କା ଅନଗଡ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ଡାଲନ୍‌ ମନଙ୍‌ ଏର୍‌ନାସିନେନ୍‌ ଅଃଗାଗାନେଜି ।
4 बाजार से लौटने पर वे स्वयं को पारम्परिक रीति से शुद्ध किए बिना भोजन नहीं करते थे. वे चली आ रही अन्य अनेक प्रथाओं का पालन करते चले आए थे जैसे, कटोरों, घड़ों तथा पकाने के तांबे के बर्तनों का धोना.
ଆରି ସୟ୍‌ତାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ୟର୍ରନ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ଆ ଡଅଙ୍‌ଲୋଙଞ୍ଜି ଅଃସିନ୍‌ସିଡାଲଞ୍ଜି ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଅଃଗାଗାନେଜି, ଆରି ଗିନାନ୍‌, ଲୋତ୍ତାନ୍‌, ଡ ପିତ୍ତଡ଼ ସିମ୍ମାଞ୍ଜି ଡାଆଲୋଙନ୍‌ ପିଡ୍‌ଲେ ଗନିୟ୍‌ଡାନ୍‌, କଟଲୋଙନ୍‌ ସିନ୍‌ସିଡାନ୍‌, କେନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଏର୍ଜାଡ଼ିକାନ୍‌ ଜବ୍ରଡମ୍‌ ଅନଗଡଞ୍ଜି ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆବାଁୟ୍‌ବାଁୟ୍‌ଜି ।
5 फ़रीसियों तथा शास्त्रियों ने मसीह येशु से प्रश्न किया, “तुम्हारे शिष्य पूर्वजों से चली आ रही प्रथाओं का पालन क्यों नहीं करते? वे अशुद्ध हाथों से भोजन करते हैं.”
ତିଆସନ୍‌ ପାରୁସିଞ୍ଜି ଡ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ନମ୍‌ଜି ପାପୁର୍‌ମରଞ୍ଜି ଆ ଓକ୍କା ଅନଗଡ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଏର୍‌ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେନ୍‌ ଇନିବା ଏର୍‌ନାସିନେନ୍‌ ଗାଗାତଞ୍ଜି?”
6 मसीह येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “तुम पाखंडियों के लिए भविष्यवक्ता यशायाह की यह भविष्यवाणी ठीक ही है: “‘ये लोग मात्र अपने होंठों से मेरा सम्मान करते हैं, किंतु उनके हृदय मुझसे बहुत दूर हैं.
ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଏ ଇସ୍କତ୍ତାମର୍‌ଜି, ଜିସାୟନ୍‌ ବର୍ନେଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ମନଙ୍‌ଡମ୍‌ ପୁର୍ବାଃତେବରନ୍‌ ବର୍ରନେ, ଅନିଡଲନ୍‌ ଡକୋ, ‘କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆତଅଡଞ୍ଜି ବାତ୍ତେ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ମାନ୍ନେତିଁୟ୍‌ଜି, ବନ୍‌ଡ ଆ ଉଗରଞ୍ଜି ଞେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ସଙାୟ୍‌ଡମ୍‌ ଡକୋ ।
7 मेरे प्रति उनकी उपासना व्यर्थ है. उनकी शिक्षाएं मात्र मनुष्य के मस्तिष्क की उपज हैं.’
ଆନିଞ୍ଜି ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆନଗଡ୍‌ଜି ଡରମ୍ମନ୍‌ ଆ ଞନଙ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଞନଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲେ, କାଜ୍ଜାନ୍‌ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସେଙ୍କେତିଁୟ୍‌ଜି ।’”
8 आप लोग मनुष्यों की परंपराओं का तो पालन करते जाते हैं किंतु परमेश्वर की आज्ञा को टालते जाते हैं.”
“ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅମ୍‌ରେଙ୍‌ଡାଲେ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆ ଓକ୍କା ଅନଗଡନ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ଏଡକୋତନେ ।”
9 मसीह येशु ने उनसे यह भी कहा, “आप लोग कितनी सुविधापूर्वक परंपराओं का पालन करने के लिए परमेश्वर की आज्ञा को टाल देते हैं!
ଆରି, ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ଆ ଓକ୍କା ଅନଗଡଞ୍ଜି ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇସ୍କତ୍ତାନ୍‌ ବୟନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ବନାଁୟ୍‌ ଏଅମ୍‌ରେଙ୍‌ତେ!
10 मोशेह की आज्ञा है, ‘अपने माता-पिता का सम्मान करो और वह, जो माता या पिता के प्रति बुरे शब्द बोले, उसे मृत्यु दंड दिया जाए.’
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ମୋସାନ୍‌ ବନାଁୟ୍‌ବରନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲବେନ୍‌, ‘ଆପେୟ୍‌ବେନ୍‌ ଅୟୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ମାନ୍ନେବାଜି, ଆରି ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଆପେୟନ୍‌ ଡେଏତୋ କି ଆୟୋଙନ୍‌ ଡେଏତୋ ସୟ୍‌ପତେ, ଆନିନ୍‌ ରନବୁ ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତେ ।’
11 किंतु आपका कहना है, ‘यदि कोई व्यक्ति अपने पिता या माता से इस प्रकार कहे, मेरी संपत्ति में से जो कुछ आपकी सहायता के लिए उपलब्ध हो सकता था, वह कोरबान है अर्थात् परमेश्वर को समर्पित,’
ବନ୍‌ଡ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏଗାମ୍‌ତେ, ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଡେନ୍‌ ଆପେୟନ୍‌ କି ଆୟୋଙନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗାମ୍‌ତେ, ଞେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅଙ୍ଗାତେ ବୟନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସନାକ୍କେନ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ ବନ୍‌, ତିଆତେ ‘କର୍ବାନ୍‌’ କେନ୍‌ ଆ ଗରାମ୍‌ଗାମନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଡେଲୋ,
12 इसके द्वारा आप उसे अपने पिता और अपनी माता के लिए कुछ भी करने नहीं देते.
ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ତି ମନ୍‌ରାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆପେୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ କି ଆୟୋଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଆରି ମନଙ୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଏଃନ୍ନବ୍‌ଲୁମ୍‌ଲୁମେ,
13 अपनी इस प्रथा के द्वारा, जो पूर्वजों से चली आई है, आप परमेश्वर के वचन को टाल देते हैं. आप ऐसे ही अनेक काम किया करते हैं.”
କେନ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି, ଆ ଓକ୍କା ଅନଗଡ୍‌ବେଞ୍ଜି ଲୁମ୍‌ଲୁମନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଏପାଃଜଙ୍‌ତେ ଆରି ତିଅନ୍ତମ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ଡମ୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାଞ୍ଜି ଏଲୁମ୍‌ତେ ।”
14 इसके बाद मसीह येशु ने भीड़ को दोबारा अपने पास बुलाकर उसे संबोधित करते हुए कहा, “तुम सब मेरी सुनो और समझो:
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଓଡ୍ଡେଡାଲେ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ବେନ୍‌ ବର୍ନେଞେନ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ବା ଆରି ଗନ୍‌ଲୁଡ୍‌ବେନ୍‌ତୋ ।
15 ऐसी कोई वस्तु नहीं, जो मनुष्य में बाहर से प्रवेश कर उसे अशुद्ध कर सके. मनुष्य को अशुद्ध तो वह करता है, जो उसके भीतर से बाहर निकल आता है. [
ଅଙ୍ଗାତେ କି ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ ଡଅଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଅମ୍ମନ୍‌ ଗନ୍‌ଲେ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ ଏମ୍ମେତେ, ଡୁଆରାନ୍‌ କେନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ତଡ୍‌ । ବନ୍‌ଡ ଅଙ୍ଗାତେ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ ଡଅଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡୁଙ୍‌ତନାୟ୍‌, ତି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ ଏମ୍ମେତେ ।”
16 जिसके सुनने के कान हों, वह सुन ले.]”
“ଅନମ୍‌ଡଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନା ଅଲୁଡନ୍‌ ଡକୋ, ଆନିନ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙେତୋ ।”
17 जब भीड़ से विदा ले वह घर में आ गए, उनके शिष्यों ने उनसे इस दृष्टांत के विषय में प्रश्न किया.
ଆରି, ଜିସୁନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅମ୍ମସିଙନ୍‌ ଆଜିର୍ରାଞନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ଜଙ୍‌ବରନ୍‌ ଆ ଗରାମ୍‌ଗାମ୍‌ ଇନି ଗାମ୍‌ଲେ ବରେଞ୍ଜି ।
18 इसके उत्तर में मसीह येशु ने कहा, “क्या तुममें भी बुद्धि का इतना अभाव है? क्या तुम्हें समझ नहीं आया कि जो कुछ मनुष्य में बाहर से प्रवेश करता है, उसे अशुद्ध नहीं कर सकता
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଇନି ଆନିଞ୍ଜି ଅନ୍ତମ୍‌ ଆ ଉଲ୍ଲୁଜି ପଙ୍‌? ଅଙ୍ଗାତେ ଡୁଆରାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ ଡଅଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଗନ୍‌ତେ, ତିଆତେ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ ଅଃନ୍ନମ୍ମେଏ ।
19 क्योंकि वह उसके हृदय में नहीं, परंतु उसके पेट में जाता है और बाहर निकल जाता है!” इस प्रकार मसीह येशु ने सभी प्रकार के भोजन को स्वच्छ घोषित कर दिया.
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ତିଆତେ ଆ ଉଗର୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଅଃଗନେ, ବନ୍‌ଡ ଆ କିମ୍ପୋଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଗନ୍‌ଲେ ଡରୁଙ୍‌ନେଗଡ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଲନ୍‌ ଜିର୍ତେ ।” ଏନ୍ନେଲେ ବର୍ରନ୍‌, କେନ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ, ଅଡ଼୍‌କୋ ଜନୋମ୍‌ଜୋମନ୍‌ ମଡ଼ିର୍‌ ଡେତେ ଗାମ୍‌ଲେ ଜିସୁନ୍‌ ବର୍ରନେ ।
20 “जो मनुष्य में से बाहर आता है, वही मनुष्य को अशुद्ध करता है.
ଜିସୁନ୍‌ ଆରି ବର୍ରନେ, “ଅଙ୍ଗାତେ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ ଡଅଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡୁଙ୍‌ତନାୟ୍‌, ତିଆତେ ମା ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ ଏମ୍ମେତେ ।
21 मनुष्य के भीतर से—मनुष्य के हृदय ही से—बुरे विचार बाहर आते हैं, जो उसे चोरी, हत्या, व्यभिचार,
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଅମ୍ମନ୍‌ ସିଲଡ୍‌, ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ ଉଗର୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌, ପରାନ୍‌ସାତ୍ତିନ୍‌ ଆନିଃୟମ୍‌ ଡୁଙ୍‌ତନାୟ୍‌, ଜୋଣ୍ଡଡ଼ାନ୍‌, ରାଉନେନ୍‌, ସମ୍ବବ୍‌ମରନ୍‌,
22 लोभ, दुराचारिता, छल-कपट, कामुकता, जलन, निंदा, अहंकार तथा मूर्खता की ओर लगा देते हैं.
ଡାରିନେନ୍‌, ଗନିୟ୍‌ମଡନ୍‌, ବୁର୍ଡଜୋମନ୍‌, କଣ୍ଡାୟ୍‌ବରନ୍‌, ଆଡ଼ସାନ୍‌, ଏଡ଼ୁର୍‌ମଡନ୍‌, ନିଣ୍ଡୟ୍‌ବରନ୍‌, କଙ୍କ୍ରିନ୍‌, ଉଲ୍ଲୁନ୍‌,
23 ये सभी अवगुण मनुष्य के अंदर से बाहर आते तथा उसे अशुद्ध करते हैं.”
କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ପରାନ୍‌ସାତ୍ତିଞ୍ଜି ଅମ୍ମନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଲନ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ ଏମ୍ମେତେ ।”
24 मसीह येशु वहां से निकलकर सोर प्रदेश में चले गए, जहां वह एक घर में ठहरे हुए थे और नहीं चाहते थे कि भीड़ को उनके विषय में कुछ मालूम हो किंतु उनका वहां आना छिप न सका.
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ତେତ୍ତେ ସିଲଡ୍‌ ଡୋଲନ୍‌ ସୋର ଡେସାନ୍‌ ଆ ତୁୟାୟ୍‌ରେଙ୍‌ ଜିରେନ୍‌, ଆରି ଅବୟ୍‌ ଅସିଙନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଗନେ, ଆନିନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଡକୋ ଗାମ୍‌ଲେ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଜନାଡଙେଜି ତଡ୍‌ ଗାମେନ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଆନିନ୍‌ ସଲନ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ଅଃର୍ରପ୍ତିଲୋ ।
25 उनके विषय में सुनकर एक स्त्री उनसे भेंट करने वहां आई जिसकी पुत्री दुष्टात्मा से पीड़ित थी. वहां प्रवेश करते ही वह मसीह येशु के चरणों पर जा गिरी.
ସିଲତ୍ତେମା ଅବୟ୍‌ ଆଇମରନ୍‌ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ିଅନ୍‌ ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ ପୁରାଡ଼ାନ୍‌ ଆସୁମ୍‌ସୁମ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌, ଆରି ତି ଆଇମରନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଡାଲେ, ଆମଙନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ କି ଆ ତାଲ୍‌ଜଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ଅବ୍‌ସେଡ୍‌ନେ ।
26 वह स्त्री यूनानी थी—सुरोफ़ॉयनिकी जाति की. वह मसीह येशु से विनती करती रही कि वह उसकी पुत्री में से दुष्टात्मा को निकाल दें.
ତି ଆଇମରନ୍‌ ସୁରିଆ ଡେସାନ୍‌ ପୈନିକିୟାନ୍‌ ଆ ନଗରିବୟ୍‌, ଆରି ଆନିନ୍‌ ଗ୍ରିକ୍‌ବୟ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌ । ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ିଅନନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ବୁତନ୍‌ ଗଙ୍ଗଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ କାକୁର୍ତିନେ ।
27 मसीह येशु ने उससे कहा, “पहले बालकों को तो तृप्‍त हो जाने दो! बालकों को परोसा भोजन उनसे लेकर कुत्तों को देना सही नहीं!”
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଅଅନଞ୍ଜି ରୟ୍‌ ରୋଜୋମ୍‌ବାଜି, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଅଅନଞ୍ଜି ଆ ଜନୋମ୍‌ଜୋମ୍‌ ପାଙ୍‌ଲେ କିନ୍‌ସଡଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ସନେଡନ୍‌ ଅଃଡ୍ଡେଏ ।”
28 किंतु इसके उत्तर में उस स्त्री ने कहा, “सच है प्रभु, किंतु कुत्ते भी तो बालकों की मेज़ पर से गिरे टुकड़ों से अपना पेट भर लेते हैं.”
ବନ୍‌ଡ ତି ଆଇମରନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେନ୍‌, “ଓଓ, ପ୍ରବୁ, ପସିଜଞ୍ଜି ଆ ସଙ୍କୁରା ମେଜନ୍‌ ଆ ଜାୟ୍‌ତା ଆରସେଡ୍‌ତେନ୍‌ଆତେ କିନ୍‌ସଡଞ୍ଜି ଜୋମ୍‌ତଜି ।”
29 मसीह येशु ने उससे कहा, “तुम्हारे इस उत्तर का परिणाम यह है कि दुष्टात्मा तुम्हारी पुत्री को छोड़कर जा चुकी है. घर लौट जाओ.”
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ଆଇମରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଆମନ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ଆବର୍ରନେନ୍‌, ଜିରା, ଡାଙ୍ଗଡ଼ିଅନ୍‌ନମ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ବୁତନ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଲନ୍‌ ଜିରେନ୍ନି ।”
30 घर पहुंचकर उसने अपनी पुत्री को बिछौने पर लेटा हुआ पाया. दुष्टात्मा उसे छोड़कर जा चुकी थी.
ଆରି, ଆନିନ୍‌ ଅସିଙନ୍‌ ୟର୍ରନ୍‌ ପସିଜନ୍‌ କଟଲୋଙନ୍‌ ଆଲୁଡ୍‌ଲୁଡନ୍‌ ଆରି ବୁତନ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଲନ୍‌ ଆଜିର୍ଜିରନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଗିଜେ ।
31 तब वह सोर के क्षेत्र से निकलकर सीदोन क्षेत्र से होते हुए गलील झील के पास आए, जो देकापोलिस अंचल में था.
ଜିସୁନ୍‌ ଆରି ସୋର ଡେସାନ୍‌ ଆ ତୁୟାୟ୍‌ରେଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଜିର୍ରେ ସିଦୋନନ୍‌ ଡ ଦେକାପଲିନ୍‌ ଆ ସଣ୍ଡିଗଡ୍‌ ଗାଲିଲି ସମେଁୟ୍‌ଣ୍ଡ୍ରାନ୍‌ ଆ ତୁୟାୟ୍‌ ଜିର୍ରାୟ୍‌ ।
32 लोग उनके पास एक ऐसे व्यक्ति को लाए जो बहिरा था तथा बड़ी कठिनाई से बोल पाता था. लोगों ने मसीह येशु से उस व्यक्ति पर हाथ रखने की विनती की.
ଆରି ଲାଙ୍‌ଲେଡ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଅବୟ୍‌ ଆ କାଲା ଆରି ଆ ଜାଡ୍ଡାମରନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଓରୋଙ୍‌ଡାଲେ ଆ ଡଅଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆସିନ୍‌ ଡନକ୍କୋନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆମଙନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ କାକୁର୍ତିନେଜି ।
33 मसीह येशु उस व्यक्ति को भीड़ से दूर एकांत में ले गए. वहां उन्होंने उसके कानों में अपनी उंगलियां डालीं. इसके बाद अपनी लार उसकी जीभ पर लगाई.
ଜିସୁନ୍‌ ତି ଆ ମନ୍‌ରାଆଡଙ୍‌ ଆରୁକ୍କୁମରନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆନ୍ନାଲେ ଆତିନ୍‌ସଜନ୍‌ ଓରୋଙ୍‌ଡାଲେ ବାଗୁନ୍‌ ଆଲୁଡ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆ ଅଣ୍ଡେର୍‌ସିନ୍‌ ଡକ୍କୋଏନ୍‌ କି ବିଜଲ୍‌ଡାଲେ ଆଲାଙନ୍‌ ସୁଙେଏନ୍‌ ।
34 तब एक गहरी आह भरते हुए स्वर्ग की ओर दृष्टि उठाकर उन्होंने उस व्यक्ति को संबोधित कर कहा, “एफ़्फ़ाथा!” (अर्थात् खुल जा!)
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ରୁଆଙ୍‌ଗଡ୍‌ ତୋଣ୍ଡୋନ୍‌ ଆଙାଙ୍‌ଡାଲେ ଆକ୍ରାନ୍‌ ଆରୁୟମ୍‌ଡାଲନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଇପ୍‌ପତଃ,” କେନ୍‌ ଆ ଗରାମ୍‌ଗାମନ୍‌ “ରୋନା ।”
35 उस व्यक्ति के कान खुल गए, उसकी जीभ की रुकावट भी जाती रही और वह सामान्य रूप से बातें करने लगा.
ସିଲତ୍ତେମା ଆଲୁଡନ୍‌ ରୋଲନେ ଆରି ଆଲାଙନ୍‌ ଆ ଜନିବାଡ୍‌ ଉୟ୍‌ଲନେ, ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ତି ମନ୍‌ରାନ୍‌ ରେୟ୍‌ଲଙ୍‌ କଡାଡ଼ିଲନ୍‌ ।
36 मसीह येशु ने लोगों को आज्ञा दी कि वे इसके विषय में किसी से न कहें किंतु मसीह येशु जितना रोकते थे, वे उतना ही अधिक प्रचार करते जाते थे.
ଆରି ଜିସୁନ୍‌, କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଏବର୍‌ଡଙ୍‌ନେ ଗାମ୍‌ଲେ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆକ୍ରାନ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, ବନ୍‌ଡ ଆନିନ୍‌, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡିଅଙ୍ଗା ଏବର୍‌ଡଙ୍‌ନେ ଗାମ୍‌ଲେ ବରେଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ଡିୟ୍‌ତେ ତିଆତେ ବର୍ବର୍ରେ ପାଙେଞ୍ଜି ।
37 लोग आश्चर्य से भरकर कहा करते थे, “वह जो कुछ करते हैं, भला ही करते हैं—यहां तक कि वह बहिरे को सुनने की तथा गूंगे को बोलने की शक्ति प्रदान करते हैं.”
ଆରି, ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆକ୍ରାନ୍‌ ସାନ୍ନିଡାଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “ଆନିନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ମନଙ୍‌ଡମ୍‌ ଲୁମେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଆ କାଲାମରଞ୍ଜି ଅନମ୍‌ଡଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆରି ଆଜାଡ୍ଡାମରଞ୍ଜି ରପ୍ତି କଡାଡ଼ିନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ନିୟ୍‌ ବୋର୍ସାନ୍‌ ତିୟେଞ୍ଜି ।”

< मरकुस 7 >