< लूका 2 >

1 यह उस समय की घटना है जब सम्राट कयसर औगुस्तॉस की ओर से यह राज आज्ञा घोषित की गई कि सभी रोम शासित राष्ट्रों में जनगणना की जाए.
ସଃଡେବଃଳ୍‌ ରମିୟ ଦେସ୍‌ ବିତ୍ରାର୍‌ ଚଃକର୍‌ବତି ଅଗସ୍ଟ କାଇସର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଦେସାର୍‌ ସଃବୁ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ନାଉଁ ଲେକାଉଁକ୍‌ ଆଦେସ୍‌ ଆୟ୍‌ଲି ।
2 यह सीरिया राज्य पर राज्यपाल क्वीरिनियुस के शासनकाल में पहली जनगणना थी.
ସୁରିଆର୍‌ ଗର୍ନର୍‌ କୁରିଣିୟର୍‌ ବଃଳ୍‌ ହଃର୍ତୁମ୍‌ ତର୍‌ ଇ ଲକ୍‌ ଗଃଣ୍‌ତି ଆରୁମ୍‌ ଅୟ୍‌ରିଲି ।
3 सभी नागरिक अपने नाम लिखवाने के लिए अपने-अपने जन्मस्थान को जाने लगे.
ସେତାର୍‌ ଗିନେ ସଃବୁ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ନାଉଁ ଲେକାଉଁକ୍‌ ଅଃହ୍‌ଣା ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ ଗଃଳେ ଜାତିରିଲାୟ୍‌ ।
4 योसेफ़, दावीद के वंशज थे, इसलिये वह गलील प्रदेश के नाज़रेथ नगर से यहूदिया प्रदेश के बेथलेहेम अर्थात् दावीद के नगर गए
ସେତାର୍‌ ଗିନେ ଜସେପ୍ ହେଁ ନାଉଁ ଲେକାଉଁକ୍‌ ମରିୟମ୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ଗାଲିଲି ରାଜିର୍‌ ନାଜରିତ୍‌ ଗଃଳେହୁଣି ଜିଉଦା ରାଜିର୍‌ ବେତ୍‌ଲିହିମ୍‌ ନାଉଁଆର୍‌ ଦାଉଦାର୍‌ ଗଃଳେ ଗଃଳାୟ୍‌, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ସେ ଦାଉଦାର୍‌ ବଃଉଁସାର୍‌ ଲକ୍‌ ରିଲା ।
5 कि वह भी अपनी मंगेतर मरियम के साथ, जो गर्भवती थी, नाम लिखवाएं.
ତାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ମରିୟମ୍‌କ୍ ବିବା ଅଃଉଁକେ ମାଗ୍‌ଣି ଅୟ୍‌ରିଲି ଆର୍‌ ମରିୟମ୍‌ ଆଙ୍ଗେ ରିଲି । ସେତାର୍‌ ଗିନେ ସେ ମରିୟମ୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ନାଉଁ ଲେକାଉଁକ୍‌ ଗଃଲା ।
6 वहीं मरियम का प्रसवकाल पूरा हुआ
ସେମଃନ୍ ବେତ୍‌ଲିହିମ୍‌ ଗଃଳେ ରିଲା ବଃଳ୍‌ ମରିୟମାର୍‌ ହିଲା ଜଃଲମ୍‌ ଅଃଉତା ବେଳ୍‌ ଅୟ୍‌ଲି ।
7 और उन्होंने अपने पहलौठे पुत्र को जन्म दिया. उन्होंने उसे कपड़ों में लपेट कर चरनी में लिटा दिया क्योंकि यात्री निवास में उनके ठहरने के लिए कोई स्थान उपलब्ध न था.
ଆରେକ୍‌ ମରିୟମ୍‌ ହଃର୍ତୁ ହିଲା ଜଃଲମ୍‌ କଃଲି ଆର୍‌ ତାକ୍‌ ହଃଚ୍ୟାୟ୍‌ ଗୁଳ୍ୟାୟ୍‌ ଗାଇ ସାଳାର୍‌ ଡଙ୍ଗାୟ୍‌ ସଳାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ । କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ବାସାଗଃରେ ସେମଃନାର୍‌ ଗିନେ ଟାଣ୍ ନଃରିଲି ।
8 उसी क्षेत्र में कुछ चरवाहे रात के समय मैदानों में अपनी भेड़ों की चौकसी कर रहे थे.
ସେ ବେତ୍‌ଲିହିମ୍‌ ହଲିଲଃଗେ କଃତିଗଟ୍‌ ମେଣ୍ଡା ଗଃଉଳିଆମଃନ୍‌ ହଃଦାୟ୍‌ ରଃୟ୍‌ ରାତିଆ ସେମଃନାର୍‌ ମେଣ୍ଡାମଃନ୍ଦାକେ ଜାଗ୍‌ତି ରିଲାୟ୍‌ ।
9 सहसा प्रभु का एक दूत उनके सामने प्रकट हुआ और प्रभु का तेज उनके चारों ओर फैल गया और चरवाहे अत्यंत डर गए.
ମାପ୍ରୁର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଦୁତ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ଲଃଗେ ଆୟ୍‌ଲା, ଆରେକ୍‌ ମାପ୍ରୁର୍‌ ଜଃଜ୍‌ମାନାର୍‌ ଉଜାଳ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ଚାରିବେଳ୍‌ତ୍ ଅୟ୍‌ଲି, ଆର୍‌ ସେମଃନ୍ ଅଃନାୟ୍‌ ଡିରି ଗଃଲାୟ୍‌ ।
10 इस पर स्वर्गदूत ने उन्हें धीरज देते हुए कहा, “डरो मत! क्योंकि मैं अत्यंत आनंद का एक शुभ संदेश लाया हूं, जो सभी के लिए है:
ସେତାକ୍‌ ଦୁତ୍‌ ସେମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “ଡିରି ଜାହାନାୟ୍‌; ଦଃକା, ମୁଁୟ୍‌ ସଃବୁଲକାର୍‌ ବଃଡେ ସଃର୍ଦାର୍‌ ନିକ କବୁର୍‌ ତୁମିମଃନ୍‌କେ ପର୍ଚାର୍‌ କଃରୁଲେ,
11 तुम्हारे उद्धारकर्ता ने आज दावीद के नगर में जन्म लिया है. प्रभु मसीह वही हैं.
କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ଆଜି ଦାଉଦାର୍‌ ଗଃଳେ ତୁମାର୍‌ ଗିନେ ରଃକ୍ୟାକାରି ଲକ୍‌ ଜଃଲମ୍‌ ଅୟ୍‌ଲା ଆଚେ, ସେ କ୍ରିସ୍ଟ ମାପ୍ରୁ ।
12 उनकी पहचान के चिह्न ये हैं: तुम कपड़ों में लिपटा और चरनी में लेटा हुआ एक शिशु पाओगे.”
ଆର୍‌ ତୁମାର୍‌ ଗିନେ ଇରି ଚିନ୍ ହର୍‌ ଅୟ୍‌ଦ୍‌, ତୁମିମଃନ୍ ଗଟେକ୍‌ ହିଲାକ୍‌ ହଚ୍ୟାୟ୍‌ ଗୁଳ୍ୟାୟ୍‌ କଃରି ଗାଇ ଡଙ୍ଗାୟ୍‌ ସଇରିଲାର୍‌ ଦଃକାସ୍‌ ।”
13 सहसा उस स्वर्गदूत के साथ स्वर्गदूतों का एक विशाल समूह प्रकट हुआ, जो परमेश्वर की स्तुति इस गान के द्वारा कर रहा था:
ଆରେକ୍‌ ଉଲୁସ୍ତେ ସେ ଦୁତାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ସଃର୍ଗାର୍‌ ଦୁତ୍‌ମଃନ୍ଦା ଆସିକଃରି ଇସ୍ୱରାର୍‌ ନାଉଁଏ ସଃର୍ଦାର୍‌ ଗିତ୍‌ କଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌,
14 “सबसे ऊंचे स्वर्ग में परमेश्वर की स्तुति; तथा पृथ्वी पर उनमें, जिन पर उनकी कृपादृष्टि है, शांति स्थापित हो.”
“ସଃର୍ଗ୍‌ ଉହ୍ରାର୍‌ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଜଃଜ୍‌ମାନ୍ ଅଃଉଅ, ଆରେକ୍‌ ହୁର୍ତିବି ବିତ୍ରେ ତାର୍‌ ସଃନ୍‌ମତ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ଉହ୍ରେ ସୁସ୍ତା ଅଃଉଅ ।”
15 जब स्वर्गदूत स्वर्ग लौट गए तब चरवाहों ने आपस में विचार किया, “आओ हम बेथलेहेम जाकर वह सब देखें, जिसका प्रभु ने हम पर प्रकाशन किया है.”
ଦୁତ୍‌ମଃନ୍ ସେମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ସଃର୍ଗେ ବାଉଳି ଗଃଲା ହଃଚେ, ମେଣ୍ଡା ଗଃଉଳିଆମଃନ୍‌ ତାକାର୍‌ ତାକାର୍‌ ବିତ୍ରେ କଃତା ଅଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌, “ଆସା, ଅଃମିମଃନ୍‌ ବେତ୍‌ଲିହିମ୍‌ ହଃତେକ୍‌ ଜାୟ୍‌କଃରି ମାପ୍ରୁ ଅଃମିମଃନ୍‌କ୍‌ ଇ ଜୁୟ୍‌ ଗଃଟ୍‍ଣା ଜାଣାୟ୍‌ଲା, ସେରି ଦଃକୁଆଁ ।”
16 इसलिये वे तुरंत चल पड़े और बेथलेहेम नगर पहुंचकर मरियम, योसेफ़ तथा उस शिशु को देखा, जो चरनी में लेटा हुआ था.
ଆର୍‌ ହଃଚେ ସେମଃନ୍ ବେଗି ଜାୟ୍‌ ଲଳିକଃରି ମରିୟମ୍‌ ଆର୍‌ ଜସେପ୍, ଆରେକ୍‌ ଗାଇଡଙ୍ଗାୟ୍‌ ହିଲାକ୍‌ ସଇରିଲାର୍‌ ଦଃକ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
17 उस शिशु का दर्शन कर वे उससे संबंधित सभी बातों को, जो उन पर प्रकाशित की गयी थी, सभी जगह बताने लगे.
ସେମଃନ୍ ତାକ୍‌ ଦଃକିକଃରି ସେ ହିଲାର୍‌ କଃତା ଦୁତ୍‌ ଜାୟ୍‌ବଃଲି କୟ୍‌ରିଲା, ସେ ସଃବୁ ହୁଟାୟ୍‌କଃରି କୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
18 सभी सुननेवालों के लिए चरवाहों का समाचार आश्चर्य का विषय था.
ଆରେକ୍‌ ଜଃତେକ୍‌ ଲକ୍‌ ମେଣ୍ଡା ଗଃଉଳିଆମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ସେ ସଃବୁ କଃତା ସୁଣ୍‌ଲାୟ୍‌, ସେସଃବୁ ଲକ୍‌ମଃନ୍ କାବା ଅୟ୍‌ ଗଃଳାୟ୍‌ ।
19 मरियम इन बातों को अपने हृदय में संजोकर उनके बारे में सोच-विचार करती रहीं.
ମଃତର୍‌ ମରିୟମ୍‌ ଇ ସଃବୁ କଃତା ମଃନ୍‌ ବିତ୍ରେ ଦଃରି ବାବୁକ୍‌ ଦଃର୍ଲି ।
20 चरवाहे परमेश्वर की स्तुति तथा गुणगान करते हुए लौट गए क्योंकि जो कुछ उन्होंने सुना था और देखा था, वह ठीक वैसा ही था, जैसा उन पर प्रकाशित किया गया था.
ଆର୍‌ ମେଣ୍ଡା ଗଃଉଳିଆମଃନ୍‌କେ ଦୁତ୍‌ ଜଃନ୍‌କଃରି କୟ୍‌ରିଲା, ସେବାନ୍ୟା ସେମଃନ୍ ଜାୟ୍‌ ଜାୟ୍‌ରି ସୁଣିରିଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ଦଃକିରିଲାୟ୍‌, ସେ ସଃବୁର୍‌ ଗିନେ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଜଃଜ୍‌ମାନ୍ ଆର୍‌ ଗୁଣାର୍‌ ଗିତ୍‌ କୟ୍‌ କୟ୍‌ କଃରି ବାଉଳି ଗଃଳାୟ୍‌ ।
21 जन्म के आठवें दिन, ख़तना के समय, उस शिशु का नाम येशु रखा गया—वही नाम, जो उनके गर्भ में आने के पूर्व स्वर्गदूत द्वारा बताया गया था.
ଆଟ୍‌ଦିନ୍ ଅୟ୍‌ଲା ହଃଚେ, ମସାର୍‌ ରିତିବିଦି ହଃର୍କାରେ ହିଲାକ୍‌ ସୁନତ୍‌ କଃରୁକେ ମନ୍ଦିରେ ନଃୟ୍‌, ସେ ହିଲାର୍‌ ନାଉଁ ଜିସୁ ଦିଲାୟ୍‌; ମରିୟମ୍‌ ଆଙ୍ଗେ ନଃଉତ୍‌ ସଃର୍ଗ୍‌ ଦୁତ୍‌ ସେମଃନ୍‌କେ ଇ ନାଉଁ ସଃଙ୍ଗାଉଁକ୍‌ କୟ୍‌ରିଲା ।
22 जब मोशेह की व्यवस्था के अनुरूप मरियम और योसेफ़ के शुद्ध होने के दिन पूरे हुए, वे शिशु को येरूशलेम लाए कि उसे प्रभु को भेंट किया जाए.
ହଃଚେ ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ମସାର୍‌ ବିଦିବିଦାନ୍ ହଃର୍କାରେ ସେମଃନାର୍‌ ନିର୍ମୁଳ୍‌ ଅଃଉତା ଦିନ୍ ଆୟ୍‌ଲି, ତଃବେ ସେମଃନ୍ ହିଲାକ୍‌ ମାପ୍ରୁତଃୟ୍‌ ସଃହ୍ରି ଦେଉଁକେ ଜିରୁସାଲମ୍‌ ମନ୍ଦିରେ ନିଲାୟ୍‌ ।
23 जैसा कि व्यवस्था का आदेश है: हर एक पहलौठा पुत्र प्रभु को भेंट किया जाए
ଜଃନ୍‌କଃରି ମାପ୍ରୁର୍‌ ବିଦିବିଦାନ୍ ସାସ୍ତରେ ଲେକା ଅୟ୍‌ଲା ହଃର୍କାରେ, ସଃଡେବଃଳ୍‌, “ସଃବୁ ହଃର୍ତୁମ୍‌ ଜଃଲମ୍‌ ଅୟ୍‌ଲା ଅଃଣ୍ଡ୍ରାହିଲା ମାପ୍ରୁର୍‌ ନାଉଁଏ ପବିତ୍ର ବଃଲି ଗଃଣ୍‌ତି ଅଃଉତି ।”
24 तथा प्रभु के व्यवस्था की आज्ञा के अनुसार एक जोड़ा पंडुकी या कबूतर के दो बच्चों की बलि चढ़ाई जाए.
ଆରେକ୍‌, ସେମଃନ୍ ତାକ୍‌ ମାପ୍ରୁକ୍‌ ଦେତା ହାୟ୍‌ ଆର୍‌ ମାପ୍ରୁର୍‌ ବିଦିବିଦାନ୍ ସାସ୍ତରେ ଲେକା ଅୟ୍‌ଲା ଲେକା ହଃର୍କାରେ ଜଳେକ୍‌ ହାଣ୍ଡ୍‌କା, ନୟ୍‌ଲେକ୍‌ ଜଳେକ୍‌ ହାରୁଆ ହୁଜା ଦେଉଁକ୍‌ ତାକ୍‌ ଜିରୁସାଲମେ ନିଲାୟ୍‌ ।
25 येरूशलेम में शिमओन नामक एक व्यक्ति थे. वह धर्मी तथा श्रद्धालु थे. वह इस्राएल की शांति की प्रतीक्षा कर रहे थे. उन पर पवित्र आत्मा का आच्छादन था.
ଆର୍‌ ଦଃକା, ଜିରୁସାଲମେ ସିମିଅନ୍‌ ନାଉଁଆର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଦଃର୍ମି ଆର୍‌ ମାପ୍ରୁର୍‌ ଦିଆନ୍‌ କାରିଆ ରିଲା; ସେ ଇସ୍ରାଏଲ୍‌କେ ମୁକ୍ଳାଉତା ଲକ୍‌ କଃବେ ଆସେଦ୍‌ ବଃଲି ଜାଗି ରିଲା, ଆରେକ୍‌ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମା ତାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍‌ରଃୟ୍‌ ସାସ୍‌ ଦେତିରିଲି ରିଲି,
26 पवित्र आत्मा के द्वारा उन पर यह स्पष्ट कर दिया गया था कि प्रभु के मसीह को देखे बिना उनकी मृत्यु नहीं होगी.
ଆର୍‌, ମାପ୍ରୁ କ୍ରିସ୍ଟକେ ନଃଦେକ୍‌ତା ହଃତେକ୍‌ ତାର୍‌ ମଃର୍ନ୍‌ ନୟ୍‌, ଇ କଃତା ପବିତ୍ର ଆତ୍ମା ତାକ୍‌ ଜାଣାୟ୍‌ରିଲି ।
27 पवित्र आत्मा के सिखाने पर शिमओन मंदिर के आंगन में आए. उसी समय मरियम और योसेफ़ ने व्यवस्था द्वारा निर्धारित विधियों को पूरा करने के उद्देश्य से शिशु येशु को लेकर वहां प्रवेश किया.
ସେ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମା କାଡାୟ୍‌ ଆଣ୍‌ଲାକ୍‌ ମନ୍ଦିରେ ଆୟ୍‌ଲା, ଆରେକ୍‌ ଜିସୁ ହିଲାର୍‌ ଆୟ୍‌ସି ଉବାସି ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ତାକାର୍‌ ବିଦିବିଦାନ୍ ହଃର୍କାରେ କାମ୍‌ କଃରୁକେ ଜିସୁକେ ମନ୍ଦିର୍‌ ବିତ୍ରେ ଆଣ୍‌ଲାୟ୍‌,
28 शिशु येशु को देखकर शिमओन ने उन्हें गोद में लेकर परमेश्वर की स्तुति करते हुए कहा.
ସଃଡେବଃଳ୍‌ ସିମିଅନ୍ ହିଲାକ୍‌ କଳେ ଦଃରି ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଗୁଣ୍ ଗିତ୍‌ କୟ୍‌ କଃରି କୟ୍‌ଲା-
29 “परम प्रधान प्रभु, अब अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार अपने सेवक को शांति में विदा कीजिए,
“ଏ ମାପ୍ରୁ, ଅଃବେ ତୁୟ୍‌ ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ କଃତା ହଃର୍କାରେ, ତର୍‌ ଗତିଦଃଙ୍ଗ୍‌ଳାକ୍‌ ସୁସ୍ତାୟ୍‌ ଜଃଉଁକେ ଦେଉଁଲିସ୍‌,
30 क्योंकि मैंने अपनी आंखों से आपके उद्धार को देख लिया है,
କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ମର୍‌ ଆକି ତର୍‌ ମୁକ୍ତି ଦଃକିଆଚେ,
31 जिसे आपने सभी के लिए तैयार किया है.
ଜୁୟ୍‌ରି ତୁୟ୍‌ ସଃବୁ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ମୁଏଁ ତିଆର୍‌ କଃରି ଆଚ୍‌ସି ।
32 यह आपकी प्रजा इस्राएल का गौरव, तथा सब राष्ट्रों की ज्ञान की ज्योति है.”
ଆର୍‌, ଅଜିଉଦିମଃନ୍‌କେ ସଃତ୍‌ ଜାଣାଉତା ଉଜାଳ୍‌ ଆରେକ୍‌ ତର୍‌ ଲକ୍‌ ଇସ୍ରାଏଲାର୍‌ ଜଃଜ୍‌ମାନ୍ କଃରିଆଚ୍‌ସି ।”
33 मरियम और योसेफ़ अपने पुत्र के विषय में इन बातों को सुन चकित रह गए.
ସାନ୍ ହିଲାର୍‌ ବିସୟେ କଃଉଆ ଅୟ୍‌ରିଲାର୍‌ ସଃବୁ କଃତା ସୁଣି, ତାର୍‌ ଆୟ୍‌ସି ଉବାସି କାବା ଅୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
34 शिमओन ने मरियम को संबोधित करते हुए ये आशीर्वचन कहे: “यह पहले से ठहराया हुआ है कि यह शिशु इस्राएल में अनेकों के पतन और उत्थान के लिए चुना गया है. यह एक ऐसा चिन्ह होगा लोकमत जिसके विरुद्ध ही होगा.
ଆର୍‌ ସିମିଅନ୍‌ ସେମଃନ୍‌କେ ଆସିର୍ବାଦ୍‌ କଃରି ଜିସୁର୍‌ ଆୟ୍‌ସି ମରିୟମ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “ଇ ହିଲା ଇସ୍ରାଏଲାର୍‌ ବେସି ଲକାର୍‌ ନଃସ୍ଟ୍‌ ଆର୍‌ ରଃକ୍ୟା କଃରୁକେ ଆଚେ ସେ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ହୁଣି ଚିନ୍‌ ଅୟ୍‌ଦ୍‌ ଅଃନେକ୍‌ ଲକ୍‌ ତାର୍‌ ବିରଦେ ଉଟ୍‌ତି ।
35 यह तलवार तुम्हारे ही प्राण को आर-पार बेध देगी—कि अनेकों के हृदयों के विचार प्रकट हो जाएं.”
ସେତାକ୍‌ ଇ ହିଲା କଃତେକ୍‌ ଲକାର୍‌ ବୁଡ୍‌ତାର୍‌ ଆର୍‌ ଉଟ୍‌ତାର୍‌, ଆର୍‌ ଜାର୍‌ ବିରଦେ କଃତା କଃଉଆ ଅୟ୍‌ଦ୍‌, ଇବାନ୍ୟା ଗଟେକ୍‌ ଚିନ୍ ହର୍‌ ଅଃଉଁକେ ବାଚା ଅୟ୍‌ଆଚେ; ଆରେକ୍‌ ତର୍‌ ଜିବନ୍‌ ବିତ୍ରେ ହେଁ କଃଣ୍ଡା ବୁସି ଅୟ୍‌ଦ୍‌ ।”
36 हन्‍ना नामक एक भविष्यवक्तिन थी, जो आशेर वंश के फ़नुएल नामक व्यक्ति की पुत्री थी. वह अत्यंत वृद्ध थी तथा विवाह के बाद पति के साथ मात्र सात वर्ष रहकर विधवा हो गई थी.
ଆର୍‌ ହାନା ନାଉଁଆର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ବାବ୍‌ବାଦିଣି ରିଲି; ସେ ଆସେର୍‌ ବଃଉଁସାର୍‌ ପିନୁଏଲାର୍‌ ଜିସି । ତାର୍‌ ବୁତେକ୍‌ ବଃର୍ସ୍‌ ଅୟ୍‌ରିଲି; ସେ ବାଳତ୍‌ ଦଃଙ୍ଗ୍‌ଳି ରିଲା ହଃଚେ ବିବା ଅୟ୍‌କଃରି ସାତ୍‌ ବଃର୍ସ୍‌ ତାର୍‌ ଡକ୍ରାସି ସଃଙ୍ଗ୍ ରିଲି ଆର୍‌ ଡକ୍ରାସି ମଃଲାକ୍‌ ରାଣ୍ଡି ଅୟ୍‌ରିଲି, ତାକ୍‌ ଚାରିକଳି ଚାରି ବଃର୍ସ୍‌ ଜିବନ୍‌ କାଟ୍‌ଲି ।
37 इस समय उनकी आयु चौरासी वर्ष थी. उन्होंने मंदिर कभी नहीं छोड़ा और वह दिन-रात उपवास तथा प्रार्थना करते हुए परमेश्वर की उपासना में तल्लीन रहती थी.
ସେ ସଃବୁବଃଳ୍‌ ମନ୍ଦିର୍‌ ବିତ୍ରେ ରେତିରିଲି, ଆର୍‌ ଦିନ୍‌ରାତି ଉହାସ୍‌ ଆର୍‌ ପାର୍ତନା ସଃଙ୍ଗ୍ ମାପ୍ରୁର୍‌ ସେବା କଃର୍ତିରିଲି ।
38 उसी समय वह वहां आई और परमेश्वर के प्रति धन्यवाद व्यक्त करने लगीं. उन्होंने उन सभी को इस शिशु के विषय में सूचित किया, जो येरूशलेम के छुटकारे की प्रतीक्षा में थे.
ହିଲା ଜିସୁକେ ମନ୍ଦିରେ ଟେକି ଦିଲା ହଃଚେ, ହାନା ସେତି ହଚି ଇସ୍ୱର୍‌କେ ଦନ୍ୟବାଦ୍‌ ଦିଲି ଆର୍‌ ଜିରୁସାଲମାର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ ମୁକ୍ତି ଦଃୟ୍‌ଦ୍‌ ବଃଲି ଜୁୟ୍‌ମଃନ୍‌ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃରି ଜାଗି ରିଲାୟ୍‌ ସେ ସଃବ୍‌କେ ଜିସୁର୍‌ କଃତା ଜାଣାୟ୍‌ଲି ।
39 जब योसेफ़ तथा मरियम प्रभु के व्यवस्था में निर्धारित विधियां पूरी कर चुके, वे गलील प्रदेश में अपने नगर नाज़रेथ लौट गए.
ହଃଚେ ଜସେପ୍ ଆର୍‌ ମରିୟମ୍‌ ମାପ୍ରୁର୍‌ ବିଦିବିଦାନ୍ ହଃର୍କାରେ ସଃବୁ କାମ୍‌ ସଃରାୟ୍‌କଃରି ସେମଃନ୍ ନିଜାର୍‌ ଗାଲିଲିର୍‌ ନାଜରିତ୍‌ ଗଃଳେ ବାଉଳି ଗଃଳାୟ୍‌ ।
40 बालक येशु बड़े होते हुए बलवंत होते गए तथा उनकी बुद्धि का विकास होता गया. परमेश्वर उनसे प्रसन्‍न थे तथा वह उनकी कृपादृष्टि के पात्र थे.
ଆର୍‌ ସେ ହିଲା ବାଡୁକେ ଦଃର୍ଲା ଆର୍‌ ବୁଦି ଗ୍ୟାନେ ହୁର୍ନ୍‌ ଅଃଉଁ ଅଃଉଁ ବଃଳ୍‌ସଃକାତ୍‌ ଅୟ୍‌ଲା, ଆର୍‌ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଦଃୟା ତାର୍‌ ଉହ୍ରେ ରିଲି ।
41 प्रभु येशु के माता-पिता प्रति वर्ष फ़सह उत्सव के उपलक्ष्य में येरूशलेम जाया करते थे.
ହଃତିବଃର୍ସ୍‌ ମୁକ୍ଳାଉଁଣି ହଃର୍ବ୍‌ ମାନୁକ୍‌ ଜିସୁର୍‌ ଆୟ୍‌ସି ଉବାସି ଜିରୁସାଲମେ ଜାତିରିଲାୟ୍‌ ।
42 जब प्रभु येशु की अवस्था बारह वर्ष की हुई, तब प्रथा के अनुसार वह भी अपने माता-पिता के साथ उत्सव के लिए येरूशलेम गए.
ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ଜିସୁକେ ବାର ବଃର୍ସ୍‌ ଅୟ୍‌ଲି, ରିତିବିଦି ହଃର୍କାରେ ସେମଃନ୍ ହଃର୍ବ୍‌ ମାନୁକ୍‌ ଜିରୁସାଲମେ ଗଃଳାୟ୍‌ ।
43 उत्सव की समाप्‍ति पर जब उनके माता-पिता घर लौट रहे थे, बालक येशु येरूशलेम में ही ठहर गए. उनके माता-पिता इससे अनजान थे.
ତାକାର୍‌ ହଃର୍ବ୍‌ ମାନ୍‌ତା ଦିନ୍ ସଃର୍ଲାକ୍‌, ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ସେମଃନ୍ ବାଉଳି ଆସ୍ତି ରିଲାୟ୍‌, ସଃଡେବଃଳ୍‌ ଜିସୁ ହିଲା ଜିରୁସାଲମେ ତେବ୍‌ଲା, ଇ କଃତା ତାର୍‌ ଆୟ୍‌ସି ଉବାସି ଜାଣି ନଃରିଲାୟ୍‌ ।
44 यह सोचकर कि बालक यात्री-समूह में ही कहीं होगा, वे उस दिन की यात्रा में आगे बढ़ते गए. जब उन्होंने परिजनों-मित्रों में प्रभु येशु को खोजना प्रारंभ किया,
ମଃତର୍‌ ଜିସୁ ସେମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗାର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ଆଚେ ବଃଲି ମଃନେ ବାବି, ସେମଃନ୍ ଗଟେକ୍‌ ଦିନାର୍‌ ବାଟ ଗଃଲା ହଃଚେ, ସେମଃନ୍ ତାକାର୍‌ ନିଜାର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଜିସୁକେ ଲଳୁକ୍‌ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌,
45 प्रभु येशु उन्हें उनके मध्य नहीं मिले इसलिये वे उन्हें खोजने येरूशलेम लौट गए.
ଆରେକ୍‌ ଜିସୁକେ ନଃମିଳାୟ୍‌, ଲଳି ଲଳି ଜିରୁସାଲମେ ଲେଉଟି ଗଃଳାୟ୍‌ ।
46 तीन दिन बाद उन्होंने प्रभु येशु को मंदिर परिसर में शिक्षकों के साथ बैठा हुआ पाया. वहां बैठे हुए वह उनकी सुन रहे थे तथा उनसे प्रश्न भी कर रहे थे.
ତିନି ଦିନାର୍‌ ହଃଚେ ସେମଃନ୍ ଜିସୁକେ ମନ୍ଦିରେ ବେଟ୍‌ ହାୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ସେ ହଃଣ୍ଡିତ୍‌ ମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ବଃସି କଃରି ସେମଃନାର୍‌ କଃତା ସୁଣ୍‌ତି ରିଲା ଆର୍‌ ସେମଃନ୍‌କେ କଃତେକ୍‌ କଃତା ହଃଚାର୍ତି ରିଲା,
47 जिस किसी ने भी उनको सुना, वह उनकी समझ और उनके उत्तरों से चकित थे.
ଆର୍‌ ଜଃତେକ୍‌ ଲକ୍‌ ତାର୍‌ କଃତା ସୁଣ୍‌ତି ରିଲାୟ୍‌, ସେ ସଃବୁ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ତାର୍‌ ବୁଦିକ୍‌ ଆର୍‌ ସେ ଦେତିରିଲା ଉତୁର୍‌କେ ସୁଣି କାବା ଅୟ୍‌ ଜାତିରିଲାୟ୍‌ ।
48 उनके माता-पिता उन्हें वहां देख चकित रह गए. उनकी माता ने उनसे प्रश्न किया, “पुत्र! तुमने हमारे साथ ऐसा क्यों किया? तुम्हारे पिता और मैं तुम्हें कितनी बेचैनी से खोज रहे थे!”
ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ଜିସୁର୍‌ ଆୟ୍‌ସି ଉବାସି ତାକ୍‌ ଦଃକ୍‌ଲାୟ୍‌, ସେମଃନ୍ କାବା ଅୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ ତାର୍‌ ଆୟ୍‌ସି ତାକ୍‌ କୟ୍‌ଲି, “ଏ ହିଲା, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ତୁୟ୍‌ ଅଃମାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ଇବାନ୍ୟା କଃଲିସ୍‌? ଦଃକ୍‌, ତର୍‌ ଉବାଦି ଆର୍‌ ମୁଁୟ୍‌ କଃତେକ୍‌ କାକୁଲ୍‌ତି ଅୟ୍‌ ତକେ ଲଳୁଲୁ ।”
49 “क्यों खोज रहे थे आप मुझे?” प्रभु येशु ने उनसे पूछा, “क्या आपको यह मालूम न था कि मेरा मेरे पिता के घर में ही होना उचित है?”
ଜିସୁ ସେମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ତୁମିମଃନ୍ ମକ୍‌ ଲଳ୍‌ତି ରିଲାସ୍‌? ମର୍‌ ଉବାର୍‌ ଗଃରେ ରେତାର୍‌ ମର୍‌ ବିଦି, ଇ କଃତା କାୟ୍‌ ତୁମି ଜାଣି ନଃରିଲାସ୍‌?”
50 मरियम और योसेफ़ को प्रभु येशु की इस बात का अर्थ समझ नहीं आया.
ମଃତର୍‌ ସେ ସେମଃନ୍‌କେ ଜୁୟ୍‌ କଃତା କୟ୍‌ଲା, ସେରି ସେମଃନ୍ ବୁଜୁ ନଃହାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
51 प्रभु येशु अपने माता-पिता के साथ नाज़रेथ लौट गए और उनके आज्ञाकारी रहे. उनकी माता ने ये सब विषय हृदय में संजोए रखे.
ହଃଚେ ଜିସୁ ସେମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ମିସି ନାଜରିତ୍‌ ବାଉଳି ଆୟ୍‌ଲା ଆର୍‌ ସେମଃନାର୍‌ କଃତା ମାନିକଃରି ରିଲା, ଆରେକ୍‌, ତାର୍‌ ଆୟ୍‌ସି ଇ ସଃବୁ କଃତା ଗଟେକ୍‌ ଗଟେକ୍‌ କଃରି ତାର୍‌ ମଃନ୍‌ବିତ୍ରେ ଦଃର୍ଲି ।
52 प्रभु येशु बुद्धि डीलडौल तथा परमेश्वर और मनुष्यों की कृपादृष्टि में बढ़ते चले गए.
ଆର୍‌ ଜିସୁ ଗ୍ୟାନେ ଆର୍‌ ଗଃଗାଳେ, ଆରେକ୍‌ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଆର୍‌ ନଃର୍‌ମଃନାର୍‌ ଦଃୟାୟ୍‌ ବାଡୁକେ ଦଃର୍ଲା ।

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