< תהילים 119 >

אשרי תמימי-דרך-- ההלכים בתורת יהוה 1
आलेफ क्या ही धन्य हैं वे जो चाल के खरे हैं, और यहोवा की व्यवस्था पर चलते हैं!
אשרי נצרי עדתיו בכל-לב ידרשוהו 2
क्या ही धन्य हैं वे जो उसकी चितौनियों को मानते हैं, और पूर्ण मन से उसके पास आते हैं!
אף לא-פעלו עולה בדרכיו הלכו 3
फिर वे कुटिलता का काम नहीं करते, वे उसके मार्गों में चलते हैं।
אתה צויתה פקדיך-- לשמר מאד 4
तूने अपने उपदेश इसलिए दिए हैं, कि हम उसे यत्न से माने।
אחלי יכנו דרכי-- לשמר חקיך 5
भला होता कि तेरी विधियों को मानने के लिये मेरी चाल चलन दृढ़ हो जाए!
אז לא-אבוש-- בהביטי אל-כל-מצותיך 6
तब मैं तेरी सब आज्ञाओं की ओर चित्त लगाए रहूँगा, और मैं लज्जित न होऊँगा।
אודך בישר לבב-- בלמדי משפטי צדקך 7
जब मैं तेरे धर्ममय नियमों को सीखूँगा, तब तेरा धन्यवाद सीधे मन से करूँगा।
את-חקיך אשמר אל-תעזבני עד-מאד 8
मैं तेरी विधियों को मानूँगा: मुझे पूरी रीति से न तज! बेथ
במה יזכה-נער את-ארחו-- לשמר כדברך 9
जवान अपनी चाल को किस उपाय से शुद्ध रखे? तेरे वचन का पालन करने से।
בכל-לבי דרשתיך אל-תשגני ממצותיך 10
१०मैं पूरे मन से तेरी खोज में लगा हूँ; मुझे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटकने न दे!
בלבי צפנתי אמרתך-- למען לא אחטא-לך 11
११मैंने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूँ।
ברוך אתה יהוה-- למדני חקיך 12
१२हे यहोवा, तू धन्य है; मुझे अपनी विधियाँ सिखा!
בשפתי ספרתי-- כל משפטי-פיך 13
१३तेरे सब कहे हुए नियमों का वर्णन, मैंने अपने मुँह से किया है।
בדרך עדותיך ששתי-- כעל כל-הון 14
१४मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से, मानो सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूँ।
בפקודיך אשיחה ואביטה ארחתיך 15
१५मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूँगा, और तेरे मार्गों की ओर दृष्टि रखूँगा।
בחקתיך אשתעשע לא אשכח דברך 16
१६मैं तेरी विधियों से सुख पाऊँगा; और तेरे वचन को न भूलूँगा। गिमेल
גמל על-עבדך אחיה ואשמרה דברך 17
१७अपने दास का उपकार कर कि मैं जीवित रहूँ, और तेरे वचन पर चलता रहूँ।
גל-עיני ואביטה-- נפלאות מתורתך 18
१८मेरी आँखें खोल दे, कि मैं तेरी व्यवस्था की अद्भुत बातें देख सकूँ।
גר אנכי בארץ אל-תסתר ממני מצותיך 19
१९मैं तो पृथ्वी पर परदेशी हूँ; अपनी आज्ञाओं को मुझसे छिपाए न रख!
גרסה נפשי לתאבה-- אל-משפטיך בכל-עת 20
२०मेरा मन तेरे नियमों की अभिलाषा के कारण हर समय खेदित रहता है।
גערת זדים ארורים-- השגים ממצותיך 21
२१तूने अभिमानियों को, जो श्रापित हैं, घुड़का है, वे तेरी आज्ञाओं से भटके हुए हैं।
גל מעלי חרפה ובוז כי עדתיך נצרתי 22
२२मेरी नामधराई और अपमान दूर कर, क्योंकि मैं तेरी चितौनियों को पकड़े हूँ।
גם ישבו שרים בי נדברו-- עבדך ישיח בחקיך 23
२३हाकिम भी बैठे हुए आपस में मेरे विरुद्ध बातें करते थे, परन्तु तेरा दास तेरी विधियों पर ध्यान करता रहा।
גם-עדתיך שעשעי-- אנשי עצתי 24
२४तेरी चितौनियाँ मेरा सुखमूल और मेरे मंत्री हैं। दाल्थ
דבקה לעפר נפשי חיני כדברך 25
२५मैं धूल में पड़ा हूँ; तू अपने वचन के अनुसार मुझ को जिला!
דרכי ספרתי ותענני למדני חקיך 26
२६मैंने अपनी चाल चलन का तुझ से वर्णन किया है और तूने मेरी बात मान ली है; तू मुझ को अपनी विधियाँ सिखा!
דרך-פקודיך הבינני ואשיחה בנפלאותיך 27
२७अपने उपदेशों का मार्ग मुझे समझा, तब मैं तेरे आश्चर्यकर्मों पर ध्यान करूँगा।
דלפה נפשי מתוגה קימני כדברך 28
२८मेरा जीव उदासी के मारे गल चला है; तू अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल!
דרך-שקר הסר ממני ותורתך חנני 29
२९मुझ को झूठ के मार्ग से दूर कर; और कृपा करके अपनी व्यवस्था मुझे दे।
דרך-אמונה בחרתי משפטיך שויתי 30
३०मैंने सच्चाई का मार्ग चुन लिया है, तेरे नियमों की ओर मैं चित्त लगाए रहता हूँ।
דבקתי בעדותיך יהוה אל-תבישני 31
३१मैं तेरी चितौनियों में लौलीन हूँ, हे यहोवा, मुझे लज्जित न होने दे!
דרך-מצותיך ארוץ כי תרחיב לבי 32
३२जब तू मेरा हियाव बढ़ाएगा, तब मैं तेरी आज्ञाओं के मार्ग में दौड़ूँगा। हे
הורני יהוה דרך חקיך ואצרנה עקב 33
३३हे यहोवा, मुझे अपनी विधियों का मार्ग सिखा दे; तब मैं उसे अन्त तक पकड़े रहूँगा।
הבינני ואצרה תורתך ואשמרנה בכל-לב 34
३४मुझे समझ दे, तब मैं तेरी व्यवस्था को पकड़े रहूँगा और पूर्ण मन से उस पर चलूँगा।
הדריכני בנתיב מצותיך כי-בו חפצתי 35
३५अपनी आज्ञाओं के पथ में मुझ को चला, क्योंकि मैं उसी से प्रसन्न हूँ।
הט-לבי אל-עדותיך ואל אל-בצע 36
३६मेरे मन को लोभ की ओर नहीं, अपनी चितौनियों ही की ओर फेर दे।
העבר עיני מראות שוא בדרכך חיני 37
३७मेरी आँखों को व्यर्थ वस्तुओं की ओर से फेर दे; तू अपने मार्ग में मुझे जिला।
הקם לעבדך אמרתך-- אשר ליראתך 38
३८तेरा वादा जो तेरे भय माननेवालों के लिये है, उसको अपने दास के निमित्त भी पूरा कर।
העבר חרפתי אשר יגרתי כי משפטיך טובים 39
३९जिस नामधराई से मैं डरता हूँ, उसे दूर कर; क्योंकि तेरे नियम उत्तम हैं।
הנה תאבתי לפקדיך בצדקתך חיני 40
४०देख, मैं तेरे उपदेशों का अभिलाषी हूँ; अपने धर्म के कारण मुझ को जिला। वाव
ויבאני חסדך יהוה תשועתך כאמרתך 41
४१हे यहोवा, तेरी करुणा और तेरा किया हुआ उद्धार, तेरे वादे के अनुसार, मुझ को भी मिले;
ואענה חרפי דבר כי-בטחתי בדברך 42
४२तब मैं अपनी नामधराई करनेवालों को कुछ उत्तर दे सकूँगा, क्योंकि मेरा भरोसा, तेरे वचन पर है।
ואל-תצל מפי דבר-אמת עד-מאד כי למשפטך יחלתי 43
४३मुझे अपने सत्य वचन कहने से न रोक क्योंकि मेरी आशा तेरे नियमों पर है।
ואשמרה תורתך תמיד-- לעולם ועד 44
४४तब मैं तेरी व्यवस्था पर लगातार, सदा सर्वदा चलता रहूँगा;
ואתהלכה ברחבה כי פקדיך דרשתי 45
४५और मैं चौड़े स्थान में चला फिरा करूँगा, क्योंकि मैंने तेरे उपदेशों की सुधि रखी है।
ואדברה בעדתיך נגד מלכים ולא אבוש 46
४६और मैं तेरी चितौनियों की चर्चा राजाओं के सामने भी करूँगा, और लज्जित न होऊँगा;
ואשתעשע במצותיך אשר אהבתי 47
४७क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं के कारण सुखी हूँ, और मैं उनसे प्रीति रखता हूँ।
ואשא-כפי--אל-מצותיך אשר אהבתי ואשיחה בחקיך 48
४८मैं तेरी आज्ञाओं की ओर जिनमें मैं प्रीति रखता हूँ, हाथ फैलाऊँगा और तेरी विधियों पर ध्यान करूँगा। ज़ैन
זכר-דבר לעבדך-- על אשר יחלתני 49
४९जो वादा तूने अपने दास को दिया है, उसे स्मरण कर, क्योंकि तूने मुझे आशा दी है।
זאת נחמתי בעניי כי אמרתך חיתני 50
५०मेरे दुःख में मुझे शान्ति उसी से हुई है, क्योंकि तेरे वचन के द्वारा मैंने जीवन पाया है।
זדים הליצני עד-מאד מתורתך לא נטיתי 51
५१अहंकारियों ने मुझे अत्यन्त ठट्ठे में उड़ाया है, तो भी मैं तेरी व्यवस्था से नहीं हटा।
זכרתי משפטיך מעולם יהוה ואתנחם 52
५२हे यहोवा, मैंने तेरे प्राचीन नियमों को स्मरण करके शान्ति पाई है।
זלעפה אחזתני מרשעים-- עזבי תורתך 53
५३जो दुष्ट तेरी व्यवस्था को छोड़े हुए हैं, उनके कारण मैं क्रोध से जलता हूँ।
זמרות היו-לי חקיך-- בבית מגורי 54
५४जहाँ मैं परदेशी होकर रहता हूँ, वहाँ तेरी विधियाँ, मेरे गीत गाने का विषय बनी हैं।
זכרתי בלילה שמך יהוה ואשמרה תורתך 55
५५हे यहोवा, मैंने रात को तेरा नाम स्मरण किया, और तेरी व्यवस्था पर चला हूँ।
זאת היתה-לי כי פקדיך נצרתי 56
५६यह मुझसे इस कारण हुआ, कि मैं तेरे उपदेशों को पकड़े हुए था। हेथ
חלקי יהוה אמרתי-- לשמר דבריך 57
५७यहोवा मेरा भाग है; मैंने तेरे वचनों के अनुसार चलने का निश्चय किया है।
חליתי פניך בכל-לב חנני כאמרתך 58
५८मैंने पूरे मन से तुझे मनाया है; इसलिए अपने वादे के अनुसार मुझ पर दया कर।
חשבתי דרכי ואשיבה רגלי אל-עדתיך 59
५९मैंने अपनी चाल चलन को सोचा, और तेरी चितौनियों का मार्ग लिया।
חשתי ולא התמהמהתי-- לשמר מצותיך 60
६०मैंने तेरी आज्ञाओं के मानने में विलम्ब नहीं, फुर्ती की है।
חבלי רשעים עודני תורתך לא שכחתי 61
६१मैं दुष्टों की रस्सियों से बन्ध गया हूँ, तो भी मैं तेरी व्यवस्था को नहीं भूला।
חצות-לילה--אקום להודות לך על משפטי צדקך 62
६२तेरे धर्ममय नियमों के कारण मैं आधी रात को तेरा धन्यवाद करने को उठूँगा।
חבר אני לכל-אשר יראוך ולשמרי פקודיך 63
६३जितने तेरा भय मानते और तेरे उपदेशों पर चलते हैं, उनका मैं संगी हूँ।
חסדך יהוה מלאה הארץ חקיך למדני 64
६४हे यहोवा, तेरी करुणा पृथ्वी में भरी हुई है; तू मुझे अपनी विधियाँ सिखा! टेथ
טוב עשית עם-עבדך-- יהוה כדברך 65
६५हे यहोवा, तूने अपने वचन के अनुसार अपने दास के संग भलाई की है।
טוב טעם ודעת למדני כי במצותיך האמנתי 66
६६मुझे भली विवेक-शक्ति और समझ दे, क्योंकि मैंने तेरी आज्ञाओं का विश्वास किया है।
טרם אענה אני שגג ועתה אמרתך שמרתי 67
६७उससे पहले कि मैं दुःखित हुआ, मैं भटकता था; परन्तु अब मैं तेरे वचन को मानता हूँ।
טוב-אתה ומטיב למדני חקיך 68
६८तू भला है, और भला करता भी है; मुझे अपनी विधियाँ सिखा।
טפלו עלי שקר זדים אני בכל-לב אצר פקודיך 69
६९अभिमानियों ने तो मेरे विरुद्ध झूठ बात गढ़ी है, परन्तु मैं तेरे उपदेशों को पूरे मन से पकड़े रहूँगा।
טפש כחלב לבם אני תורתך שעשעתי 70
७०उनका मन मोटा हो गया है, परन्तु मैं तेरी व्यवस्था के कारण सुखी हूँ।
טוב-לי כי-עניתי-- למען אלמד חקיך 71
७१मुझे जो दुःख हुआ वह मेरे लिये भला ही हुआ है, जिससे मैं तेरी विधियों को सीख सकूँ।
טוב-לי תורת-פיך-- מאלפי זהב וכסף 72
७२तेरी दी हुई व्यवस्था मेरे लिये हजारों रुपयों और मुहरों से भी उत्तम है। योध
ידיך עשוני ויכוננוני הבינני ואלמדה מצותיך 73
७३तेरे हाथों से मैं बनाया और रचा गया हूँ; मुझे समझ दे कि मैं तेरी आज्ञाओं को सीखूँ।
יראיך יראוני וישמחו כי לדברך יחלתי 74
७४तेरे डरवैये मुझे देखकर आनन्दित होंगे, क्योंकि मैंने तेरे वचन पर आशा लगाई है।
ידעתי יהוה כי-צדק משפטיך ואמונה עניתני 75
७५हे यहोवा, मैं जान गया कि तेरे नियम धर्ममय हैं, और तूने अपने सच्चाई के अनुसार मुझे दुःख दिया है।
יהי-נא חסדך לנחמני-- כאמרתך לעבדך 76
७६मुझे अपनी करुणा से शान्ति दे, क्योंकि तूने अपने दास को ऐसा ही वादा दिया है।
יבאוני רחמיך ואחיה כי-תורתך שעשעי 77
७७तेरी दया मुझ पर हो, तब मैं जीवित रहूँगा; क्योंकि मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूँ।
יבשו זדים כי-שקר עותוני אני אשיח בפקודיך 78
७८अहंकारी लज्जित किए जाए, क्योंकि उन्होंने मुझे झूठ के द्वारा गिरा दिया है; परन्तु मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूँगा।
ישובו לי יראיך וידעו (וידעי) עדתיך 79
७९जो तेरा भय मानते हैं, वह मेरी ओर फिरें, तब वे तेरी चितौनियों को समझ लेंगे।
יהי-לבי תמים בחקיך-- למען לא אבוש 80
८०मेरा मन तेरी विधियों के मानने में सिद्ध हो, ऐसा न हो कि मुझे लज्जित होना पड़े। क़ाफ
כלתה לתשועתך נפשי לדברך יחלתי 81
८१मेरा प्राण तेरे उद्धार के लिये बैचेन है; परन्तु मुझे तेरे वचन पर आशा रहती है।
כלו עיני לאמרתך-- לאמר מתי תנחמני 82
८२मेरी आँखें तेरे वादे के पूरे होने की बाट जोहते-जोहते धुंधली पड़ गईं है; और मैं कहता हूँ कि तू मुझे कब शान्ति देगा?
כי-הייתי כנאד בקיטור-- חקיך לא שכחתי 83
८३क्योंकि मैं धुएँ में की कुप्पी के समान हो गया हूँ, तो भी तेरी विधियों को नहीं भूला।
כמה ימי-עבדך מתי תעשה ברדפי משפט 84
८४तेरे दास के कितने दिन रह गए हैं? तू मेरे पीछे पड़े हुओं को दण्ड कब देगा?
כרו-לי זדים שיחות-- אשר לא כתורתך 85
८५अहंकारी जो तेरी व्यवस्था के अनुसार नहीं चलते, उन्होंने मेरे लिये गड्ढे खोदे हैं।
כל-מצותיך אמונה שקר רדפוני עזרני 86
८६तेरी सब आज्ञाएँ विश्वासयोग्य हैं; वे लोग झूठ बोलते हुए मेरे पीछे पड़े हैं; तू मेरी सहायता कर!
כמעט כלוני בארץ ואני לא-עזבתי פקדיך 87
८७वे मुझ को पृथ्वी पर से मिटा डालने ही पर थे, परन्तु मैंने तेरे उपदेशों को नहीं छोड़ा।
כחסדך חיני ואשמרה עדות פיך 88
८८अपनी करुणा के अनुसार मुझ को जिला, तब मैं तेरी दी हुई चितौनी को मानूँगा। लामेध
לעולם יהוה-- דברך נצב בשמים 89
८९हे यहोवा, तेरा वचन, आकाश में सदा तक स्थिर रहता है।
לדר ודר אמונתך כוננת ארץ ותעמד 90
९०तेरी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है; तूने पृथ्वी को स्थिर किया, इसलिए वह बनी है।
למשפטיך עמדו היום כי הכל עבדיך 91
९१वे आज के दिन तक तेरे नियमों के अनुसार ठहरे हैं; क्योंकि सारी सृष्टि तेरे अधीन है।
לולי תורתך שעשעי-- אז אבדתי בעניי 92
९२यदि मैं तेरी व्यवस्था से सुखी न होता, तो मैं दुःख के समय नाश हो जाता।
לעולם לא-אשכח פקודיך כי בם חייתני 93
९३मैं तेरे उपदेशों को कभी न भूलूँगा; क्योंकि उन्हीं के द्वारा तूने मुझे जिलाया है।
לך-אני הושיעני כי פקודיך דרשתי 94
९४मैं तेरा ही हूँ, तू मेरा उद्धार कर; क्योंकि मैं तेरे उपदेशों की सुधि रखता हूँ।
לי קוו רשעים לאבדני עדתיך אתבונן 95
९५दुष्ट मेरा नाश करने के लिये मेरी घात में लगे हैं; परन्तु मैं तेरी चितौनियों पर ध्यान करता हूँ।
לכל-תכלה ראיתי קץ רחבה מצותך מאד 96
९६मैंने देखा है कि प्रत्येक पूर्णता की सीमा होती है, परन्तु तेरी आज्ञा का विस्तार बड़ा और सीमा से परे है। मीम
מה-אהבתי תורתך כל-היום היא שיחתי 97
९७आहा! मैं तेरी व्यवस्था में कैसी प्रीति रखता हूँ! दिन भर मेरा ध्यान उसी पर लगा रहता है।
מאיבי תחכמני מצותך כי לעולם היא-לי 98
९८तू अपनी आज्ञाओं के द्वारा मुझे अपने शत्रुओं से अधिक बुद्धिमान करता है, क्योंकि वे सदा मेरे मन में रहती हैं।
מכל-מלמדי השכלתי כי עדותיך שיחה לי 99
९९मैं अपने सब शिक्षकों से भी अधिक समझ रखता हूँ, क्योंकि मेरा ध्यान तेरी चितौनियों पर लगा है।
מזקנים אתבונן כי פקודיך נצרתי 100
१००मैं पुरनियों से भी समझदार हूँ, क्योंकि मैं तेरे उपदेशों को पकड़े हुए हूँ।
מכל-ארח רע כלאתי רגלי-- למען אשמר דברך 101
१०१मैंने अपने पाँवों को हर एक बुरे रास्ते से रोक रखा है, जिससे मैं तेरे वचन के अनुसार चलूँ।
ממשפטיך לא-סרתי כי-אתה הורתני 102
१०२मैं तेरे नियमों से नहीं हटा, क्योंकि तू ही ने मुझे शिक्षा दी है।
מה-נמלצו לחכי אמרתך-- מדבש לפי 103
१०३तेरे वचन मुझ को कैसे मीठे लगते हैं, वे मेरे मुँह में मधु से भी मीठे हैं!
מפקודיך אתבונן על כן שנאתי כל-ארח שקר 104
१०४तेरे उपदेशों के कारण मैं समझदार हो जाता हूँ, इसलिए मैं सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूँ। नून
נר-לרגלי דברך ואור לנתיבתי 105
१०५तेरा वचन मेरे पाँव के लिये दीपक, और मेरे मार्ग के लिये उजियाला है।
נשבעתי ואקימה-- לשמר משפטי צדקך 106
१०६मैंने शपथ खाई, और ठान लिया है कि मैं तेरे धर्ममय नियमों के अनुसार चलूँगा।
נעניתי עד-מאד יהוה חיני כדברך 107
१०७मैं अत्यन्त दुःख में पड़ा हूँ; हे यहोवा, अपने वादे के अनुसार मुझे जिला।
נדבות פי רצה-נא יהוה ומשפטיך למדני 108
१०८हे यहोवा, मेरे वचनों को स्वेच्छाबलि जानकर ग्रहण कर, और अपने नियमों को मुझे सिखा।
נפשי בכפי תמיד ותורתך לא שכחתי 109
१०९मेरा प्राण निरन्तर मेरी हथेली पर रहता है, तो भी मैं तेरी व्यवस्था को भूल नहीं गया।
נתנו רשעים פח לי ומפקודיך לא תעיתי 110
११०दुष्टों ने मेरे लिये फंदा लगाया है, परन्तु मैं तेरे उपदेशों के मार्ग से नहीं भटका।
נחלתי עדותיך לעולם כי-ששון לבי המה 111
१११मैंने तेरी चितौनियों को सदा के लिये अपना निज भागकर लिया है, क्योंकि वे मेरे हृदय के हर्ष का कारण है।
נטיתי לבי לעשות חקיך-- לעולם עקב 112
११२मैंने अपने मन को इस बात पर लगाया है, कि अन्त तक तेरी विधियों पर सदा चलता रहूँ। सामेख
סעפים שנאתי ותורתך אהבתי 113
११३मैं दुचित्तों से तो बैर रखता हूँ, परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूँ।
סתרי ומגני אתה לדברך יחלתי 114
११४तू मेरी आड़ और ढाल है; मेरी आशा तेरे वचन पर है।
סורו-ממני מרעים ואצרה מצות אלהי 115
११५हे कुकर्मियों, मुझसे दूर हो जाओ, कि मैं अपने परमेश्वर की आज्ञाओं को पकड़े रहूँ!
סמכני כאמרתך ואחיה ואל-תבישני משברי 116
११६हे यहोवा, अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल, कि मैं जीवित रहूँ, और मेरी आशा को न तोड़!
סעדני ואושעה ואשעה בחקיך תמיד 117
११७मुझे थामे रख, तब मैं बचा रहूँगा, और निरन्तर तेरी विधियों की ओर चित्त लगाए रहूँगा!
סלית כל-שוגים מחקיך כי-שקר תרמיתם 118
११८जितने तेरी विधियों के मार्ग से भटक जाते हैं, उन सब को तू तुच्छ जानता है, क्योंकि उनकी चतुराई झूठ है।
סגים--השבת כל-רשעי-ארץ לכן אהבתי עדתיך 119
११९तूने पृथ्वी के सब दुष्टों को धातु के मैल के समान दूर किया है; इस कारण मैं तेरी चितौनियों से प्रीति रखता हूँ।
סמר מפחדך בשרי וממשפטיך יראתי 120
१२०तेरे भय से मेरा शरीर काँप उठता है, और मैं तेरे नियमों से डरता हूँ। ऐन
עשיתי משפט וצדק בל-תניחני לעשקי 121
१२१मैंने तो न्याय और धर्म का काम किया है; तू मुझे अत्याचार करनेवालों के हाथ में न छोड़।
ערב עבדך לטוב אל-יעשקני זדים 122
१२२अपने दास की भलाई के लिये जामिन हो, ताकि अहंकारी मुझ पर अत्याचार न करने पाएँ।
עיני כלו לישועתך ולאמרת צדקך 123
१२३मेरी आँखें तुझ से उद्धार पाने, और तेरे धर्ममय वचन के पूरे होने की बाट जोहते-जोहते धुँधली पड़ गई हैं।
עשה עם-עבדך כחסדך וחקיך למדני 124
१२४अपने दास के संग अपनी करुणा के अनुसार बर्ताव कर, और अपनी विधियाँ मुझे सिखा।
עבדך-אני הבינני ואדעה עדתיך 125
१२५मैं तेरा दास हूँ, तू मुझे समझ दे कि मैं तेरी चितौनियों को समझूँ।
עת לעשות ליהוה-- הפרו תורתך 126
१२६वह समय आया है, कि यहोवा काम करे, क्योंकि लोगों ने तेरी व्यवस्था को तोड़ दिया है।
על-כן אהבתי מצותיך-- מזהב ומפז 127
१२७इस कारण मैं तेरी आज्ञाओं को सोने से वरन् कुन्दन से भी अधिक प्रिय मानता हूँ।
על-כן כל-פקודי כל ישרתי כל-ארח שקר שנאתי 128
१२८इसी कारण मैं तेरे सब उपदेशों को सब विषयों में ठीक जानता हूँ; और सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूँ। पे
פלאות עדותיך על-כן נצרתם נפשי 129
१२९तेरी चितौनियाँ अद्भुत हैं, इस कारण मैं उन्हें अपने जी से पकड़े हुए हूँ।
פתח דבריך יאיר מבין פתיים 130
१३०तेरी बातों के खुलने से प्रकाश होता है; उससे निर्बुद्धि लोग समझ प्राप्त करते हैं।
פי-פערתי ואשאפה כי למצותיך יאבתי 131
१३१मैं मुँह खोलकर हाँफने लगा, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं का प्यासा था।
פנה-אלי וחנני-- כמשפט לאהבי שמך 132
१३२जैसी तेरी रीति अपने नाम के प्रीति रखनेवालों से है, वैसे ही मेरी ओर भी फिरकर मुझ पर दया कर।
פעמי הכן באמרתך ואל-תשלט-בי כל-און 133
१३३मेरे पैरों को अपने वचन के मार्ग पर स्थिर कर, और किसी अनर्थ बात को मुझ पर प्रभुता न करने दे।
פדני מעשק אדם ואשמרה פקודיך 134
१३४मुझे मनुष्यों के अत्याचार से छुड़ा ले, तब मैं तेरे उपदेशों को मानूँगा।
פניך האר בעבדך ולמדני את-חקיך 135
१३५अपने दास पर अपने मुख का प्रकाश चमका दे, और अपनी विधियाँ मुझे सिखा।
פלגי-מים ירדו עיני-- על לא-שמרו תורתך 136
१३६मेरी आँखों से आँसुओं की धारा बहती रहती है, क्योंकि लोग तेरी व्यवस्था को नहीं मानते। सांदे
צדיק אתה יהוה וישר משפטיך 137
१३७हे यहोवा तू धर्मी है, और तेरे नियम सीधे हैं।
צוית צדק עדתיך ואמונה מאד 138
१३८तूने अपनी चितौनियों को धर्म और पूरी सत्यता से कहा है।
צמתתני קנאתי כי-שכחו דבריך צרי 139
१३९मैं तेरी धुन में भस्म हो रहा हूँ, क्योंकि मेरे सतानेवाले तेरे वचनों को भूल गए हैं।
צרופה אמרתך מאד ועבדך אהבה 140
१४०तेरा वचन पूरी रीति से ताया हुआ है, इसलिए तेरा दास उसमें प्रीति रखता है।
צעיר אנכי ונבזה פקדיך לא שכחתי 141
१४१मैं छोटा और तुच्छ हूँ, तो भी मैं तेरे उपदेशों को नहीं भूलता।
צדקתך צדק לעולם ותורתך אמת 142
१४२तेरा धर्म सदा का धर्म है, और तेरी व्यवस्था सत्य है।
צר-ומצוק מצאוני מצותיך שעשעי 143
१४३मैं संकट और सकेती में फँसा हूँ, परन्तु मैं तेरी आज्ञाओं से सुखी हूँ।
צדק עדותיך לעולם הבינני ואחיה 144
१४४तेरी चितौनियाँ सदा धर्ममय हैं; तू मुझ को समझ दे कि मैं जीवित रहूँ। क़ाफ़
קראתי בכל-לב ענני יהוה חקיך אצרה 145
१४५मैंने सारे मन से प्रार्थना की है, हे यहोवा मेरी सुन! मैं तेरी विधियों को पकड़े रहूँगा।
קראתיך הושיעני ואשמרה עדתיך 146
१४६मैंने तुझ से प्रार्थना की है, तू मेरा उद्धार कर, और मैं तेरी चितौनियों को माना करूँगा।
קדמתי בנשף ואשועה לדבריך (לדברך) יחלתי 147
१४७मैंने पौ फटने से पहले दुहाई दी; मेरी आशा तेरे वचनों पर थी।
קדמו עיני אשמרות-- לשיח באמרתך 148
१४८मेरी आँखें रात के एक-एक पहर से पहले खुल गईं, कि मैं तेरे वचन पर ध्यान करूँ।
קולי שמעה כחסדך יהוה כמשפטך חיני 149
१४९अपनी करुणा के अनुसार मेरी सुन ले; हे यहोवा, अपनी नियमों के रीति अनुसार मुझे जीवित कर।
קרבו רדפי זמה מתורתך רחקו 150
१५०जो दुष्टता की धुन में हैं, वे निकट आ गए हैं; वे तेरी व्यवस्था से दूर हैं।
קרוב אתה יהוה וכל-מצותיך אמת 151
१५१हे यहोवा, तू निकट है, और तेरी सब आज्ञाएँ सत्य हैं।
קדם ידעתי מעדתיך כי לעולם יסדתם 152
१५२बहुत काल से मैं तेरी चितौनियों को जानता हूँ, कि तूने उनकी नींव सदा के लिये डाली है। रेश
ראה-עניי וחלצני כי-תורתך לא שכחתי 153
१५३मेरे दुःख को देखकर मुझे छुड़ा ले, क्योंकि मैं तेरी व्यवस्था को भूल नहीं गया।
ריבה ריבי וגאלני לאמרתך חיני 154
१५४मेरा मुकद्दमा लड़, और मुझे छुड़ा ले; अपने वादे के अनुसार मुझ को जिला।
רחוק מרשעים ישועה כי חקיך לא דרשו 155
१५५दुष्टों को उद्धार मिलना कठिन है, क्योंकि वे तेरी विधियों की सुधि नहीं रखते।
רחמיך רבים יהוה כמשפטיך חיני 156
१५६हे यहोवा, तेरी दया तो बड़ी है; इसलिए अपने नियमों के अनुसार मुझे जिला।
רבים רדפי וצרי מעדותיך לא נטיתי 157
१५७मेरा पीछा करनेवाले और मेरे सतानेवाले बहुत हैं, परन्तु मैं तेरी चितौनियों से नहीं हटता।
ראיתי בגדים ואתקוטטה-- אשר אמרתך לא שמרו 158
१५८मैं विश्वासघातियों को देखकर घृणा करता हूँ; क्योंकि वे तेरे वचन को नहीं मानते।
ראה כי-פקודיך אהבתי יהוה כחסדך חיני 159
१५९देख, मैं तेरे उपदेशों से कैसी प्रीति रखता हूँ! हे यहोवा, अपनी करुणा के अनुसार मुझ को जिला।
ראש-דברך אמת ולעולם כל-משפט צדקך 160
१६०तेरा सारा वचन सत्य ही है; और तेरा एक-एक धर्ममय नियम सदाकाल तक अटल है। शीन
שרים רדפוני חנם ומדבריך (ומדברך) פחד לבי 161
१६१हाकिम व्यर्थ मेरे पीछे पड़े हैं, परन्तु मेरा हृदय तेरे वचनों का भय मानता है।
שש אנכי על-אמרתך-- כמוצא שלל רב 162
१६२जैसे कोई बड़ी लूट पाकर हर्षित होता है, वैसे ही मैं तेरे वचन के कारण हर्षित हूँ।
שקר שנאתי ואתעבה תורתך אהבתי 163
१६३झूठ से तो मैं बैर और घृणा रखता हूँ, परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूँ।
שבע ביום הללתיך-- על משפטי צדקך 164
१६४तेरे धर्ममय नियमों के कारण मैं प्रतिदिन सात बार तेरी स्तुति करता हूँ।
שלום רב לאהבי תורתך ואין-למו מכשול 165
१६५तेरी व्यवस्था से प्रीति रखनेवालों को बड़ी शान्ति होती है; और उनको कुछ ठोकर नहीं लगती।
שברתי לישועתך יהוה ומצותיך עשיתי 166
१६६हे यहोवा, मैं तुझ से उद्धार पाने की आशा रखता हूँ; और तेरी आज्ञाओं पर चलता आया हूँ।
שמרה נפשי עדתיך ואהבם מאד 167
१६७मैं तेरी चितौनियों को जी से मानता हूँ, और उनसे बहुत प्रीति रखता आया हूँ।
שמרתי פקודיך ועדתיך כי כל-דרכי נגדך 168
१६८मैं तेरे उपदेशों और चितौनियों को मानता आया हूँ, क्योंकि मेरी सारी चाल चलन तेरे सम्मुख प्रगट है। ताव
תקרב רנתי לפניך יהוה כדברך הבינני 169
१६९हे यहोवा, मेरी दुहाई तुझ तक पहुँचे; तू अपने वचन के अनुसार मुझे समझ दे!
תבוא תחנתי לפניך כאמרתך הצילני 170
१७०मेरा गिड़गिड़ाना तुझ तक पहुँचे; तू अपने वचन के अनुसार मुझे छुड़ा ले।
תבענה שפתי תהלה כי תלמדני חקיך 171
१७१मेरे मुँह से स्तुति निकला करे, क्योंकि तू मुझे अपनी विधियाँ सिखाता है।
תען לשוני אמרתך כי כל-מצותיך צדק 172
१७२मैं तेरे वचन का गीत गाऊँगा, क्योंकि तेरी सब आज्ञाएँ धर्ममय हैं।
תהי-ידך לעזרני כי פקודיך בחרתי 173
१७३तेरा हाथ मेरी सहायता करने को तैयार रहता है, क्योंकि मैंने तेरे उपदेशों को अपनाया है।
תאבתי לישועתך יהוה ותורתך שעשעי 174
१७४हे यहोवा, मैं तुझ से उद्धार पाने की अभिलाषा करता हूँ, मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूँ।
תחי-נפשי ותהללך ומשפטך יעזרני 175
१७५मुझे जिला, और मैं तेरी स्तुति करूँगा, तेरे नियमों से मेरी सहायता हो।
תעיתי-- כשה אבד בקש עבדך כי מצותיך לא שכחתי 176
१७६मैं खोई हुई भेड़ के समान भटका हूँ; तू अपने दास को ढूँढ़ ले, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं को भूल नहीं गया।

< תהילים 119 >