< يوحنَّا 8 >
أَمَّا يَسُوعُ فَمَضَى إِلَى جَبَلِ ٱلزَّيْتُونِ. | ١ 1 |
यीशु अपणे चेल्यां कै गैल जैतून कै पहाड़ पै गया।
ثُمَّ حَضَرَ أَيْضًا إِلَى ٱلْهَيْكَلِ فِي ٱلصُّبْحِ، وَجَاءَ إِلَيْهِ جَمِيعُ ٱلشَّعْبِ فَجَلَسَ يُعَلِّمُهُمْ. | ٢ 2 |
तड़कैए आगले दिन यीशु फेर मन्दर म्ह आया। भोत सारे माणस उसकै धोरै आए अर वो बैठकै उननै उपदेश देण लाग्या।
وَقَدَّمَ إِلَيْهِ ٱلْكَتَبَةُ وَٱلْفَرِّيسِيُّونَ ٱمْرَأَةً أُمْسِكَتْ فِي زِنًا. وَلَمَّا أَقَامُوهَا فِي ٱلْوَسْطِ | ٣ 3 |
जिब वो बोलण लागरया था, तो जिब्बे शास्त्री अर फरीसी एक बिरबान्नी नै ल्याए, जो जारी करते होए रंगे हाथ पकड़ी गयी थी, अर उस ताहीं माणसां के स्याम्ही खड्या कर दिया, अर यीशु ताहीं कह्या,
قَالُوا لَهُ: «يَا مُعَلِّمُ، هَذِهِ ٱلْمَرْأَةُ أُمْسِكَتْ وَهِيَ تَزْنِي فِي ذَاتِ ٱلْفِعْلِ، | ٤ 4 |
“हे गुरु, या बिरबान्नी जारी कर दी रंगे हाथ पकड़ी गयी सै।
وَمُوسَى فِي ٱلنَّامُوسِ أَوْصَانَا أَنَّ مِثْلَ هَذِهِ تُرْجَمُ. فَمَاذَا تَقُولُ أَنْتَ؟». | ٥ 5 |
मूसा नबी के नियम-कायदा म्ह उसनै म्हारै ताहीं हुकम दिया सै, के इसी बिरबान्नी नै पत्थर बरसा कै मार द्यो। पर तू इस बिरबान्नी कै बारै म्ह के कहवै सै?”
قَالُوا هَذَا لِيُجَرِّبُوهُ، لِكَيْ يَكُونَ لَهُمْ مَا يَشْتَكُونَ بِهِ عَلَيْهِ. وَأَمَّا يَسُوعُ فَٱنْحَنَى إِلَى أَسْفَلُ وَكَانَ يَكْتُبُ بِإِصْبِعِهِ عَلَى ٱلْأَرْضِ. | ٦ 6 |
उननै यीशु ताहीं परखण खात्तर या बात कही, ताके उस म्ह खोट लिकाड़ण का कोए सुराग मिलै जावै। पर यीशु कोड्डा होकै आन्गळी तै धरती पै लिखण लाग्या।
وَلَمَّا ٱسْتَمَرُّوا يَسْأَلُونَهُ، ٱنْتَصَبَ وَقَالَ لَهُمْ: «مَنْ كَانَ مِنْكُمْ بِلَا خَطِيَّةٍ فَلْيَرْمِهَا أَوَّلًا بِحَجَرٍ!». | ٧ 7 |
जिब वे बार-बार उसतै सवाल करते रहे, तो फेर उसनै सीध्धा होकै उन ताहीं कह्या, “थारे म्ह जिसनै भी कोए पाप न्ही करया हो, वोए उसकै सबतै पैहला पत्थर मारै।”
ثُمَّ ٱنْحَنَى أَيْضًا إِلَى أَسْفَلُ وَكَانَ يَكْتُبُ عَلَى ٱلْأَرْضِ. | ٨ 8 |
फेर यीशु कोड्डा होकै आन्गळी तै धरती पै लिक्खण लाग्या।
وَأَمَّا هُمْ فَلَمَّا سَمِعُوا وَكَانَتْ ضَمَائِرُهُمْ تُبَكِّتُهُمْ، خَرَجُوا وَاحِدًا فَوَاحِدًا، مُبْتَدِئِينَ مِنَ ٱلشُّيُوخِ إِلَى ٱلْآخِرِينَ. وَبَقِيَ يَسُوعُ وَحْدَهُ وَٱلْمَرْأَةُ وَاقِفَةٌ فِي ٱلْوَسْطِ. | ٩ 9 |
जिब माणसां नै यो सुण्या तो सबतै पैहले बूढ़े माणस अर फेर एक-एक करकै ओड़ै तै खिसकण लाग्गे, क्यूँके वे सब जाणै थे, के हम सब पापी सां, अर सिर्फ यीशु अर वा बिरबान्नी ओड़ै रहगे।
فَلَمَّا ٱنْتَصَبَ يَسُوعُ وَلَمْ يَنْظُرْ أَحَدًا سِوَى ٱلْمَرْأَةِ، قَالَ لَهَا: «يَا ٱمْرَأَةُ، أَيْنَ هُمْ أُولَئِكَ ٱلْمُشْتَكُونَ عَلَيْكِ؟ أَمَا دَانَكِ أَحَدٌ؟». | ١٠ 10 |
यीशु खड्या होया अर उस बिरबान्नी ताहीं कह्या, “हे नारी, वे कित्त गए? के किस्से नै तेरे ताहीं दण्ड न्ही दिया?”
فَقَالَتْ «لَا أَحَدَ، يَا سَيِّدُ!». فَقَالَ لَهَا يَسُوعُ: «وَلَا أَنَا أَدِينُكِ. ٱذْهَبِي وَلَا تُخْطِئِي أَيْضًا». | ١١ 11 |
वा बोल्ली, “हे प्रभु, किसे नै न्ही।” यीशु बोल्या, “मै भी तेरे ताहीं दण्ड न्ही देऊँगा, जा, अर दुबारा कदे पाप ना करिए।”
ثُمَّ كَلَّمَهُمْ يَسُوعُ أَيْضًا قَائِلًا: «أَنَا هُوَ نُورُ ٱلْعَالَمِ. مَنْ يَتْبَعْنِي فَلَا يَمْشِي فِي ٱلظُّلْمَةِ بَلْ يَكُونُ لَهُ نُورُ ٱلْحَيَاةِ». | ١٢ 12 |
मन्दर म्ह अपणे उपदेश नै दुबारै शरु करदे होए यीशु नै माणसां तै कह्या, “दुनिया का चाँदणा मै सूं, जो कोए मेरै पाच्छै चाल्लैगा, वो अन्धेरै म्ह कदे कोनी चाल्लैगा, पर वो चाँदणा पावैगा जो अनन्त जीवन देवै सै।”
فَقَالَ لَهُ ٱلْفَرِّيسِيُّونَ: «أَنْتَ تَشْهَدُ لِنَفْسِكَ. شَهَادَتُكَ لَيْسَتْ حَقًّا». | ١٣ 13 |
फरीसियाँ नै उस ताहीं कह्या, “तू अपणी गवाही खुद देवै सै, इस खात्तर तेरी गवाही साच्ची कोनी।”
أَجَابَ يَسُوعُ وَقَالَ لَهُمْ: «وَإِنْ كُنْتُ أَشْهَدُ لِنَفْسِي فَشَهَادَتِي حَقٌّ، لِأَنِّي أَعْلَمُ مِنْ أَيْنَ أَتَيْتُ وَإِلَى أَيْنَ أَذْهَبُ. وَأَمَّا أَنْتُمْ فَلَا تَعْلَمُونَ مِنْ أَيْنَ آتِي وَلَا إِلَى أَيْنَ أَذْهَبُ. | ١٤ 14 |
यीशु नै उन ताहीं जवाब दिया, “भलाए मै अपणी गवाही खुद देऊँ सूं, फेर भी मेरी गवाही मान्नी जावैगी, क्यूँके मै जाणु सूं, के मै कित्त तै आया सूं, अर कितोड़ जाऊँ सूं? पर थम कोनी जाणदे के मै कित्त तै आऊँ सूं, या कितोड़ जाऊँ सूं।
أَنْتُمْ حَسَبَ ٱلْجَسَدِ تَدِينُونَ، أَمَّا أَنَا فَلَسْتُ أَدِينُ أَحَدًا. | ١٥ 15 |
थम मानवीय सोच तै, न्याय करो सो, मै किसे का न्याय कोनी करदा।
وَإِنْ كُنْتُ أَنَا أَدِينُ فَدَيْنُونَتِي حَقٌّ، لِأَنِّي لَسْتُ وَحْدِي، بَلْ أَنَا وَٱلْآبُ ٱلَّذِي أَرْسَلَنِي. | ١٦ 16 |
जै मै न्याय करुँ भी तो वो सही ए होगा, क्यूँके मै एक्ला कोनी, पर परम पिता, जिसनै मेरै ताहीं भेज्या सै, वो अर मै दोन्नु मिलकै न्याय करा सां।
وَأَيْضًا فِي نَامُوسِكُمْ مَكْتُوبٌ أَنَّ شَهَادَةَ رَجُلَيْنِ حَقٌّ: | ١٧ 17 |
थारे मूसा नबी के नियम-कायदा म्ह भी लिख्या सै, के दो जण्यां की गवाही सच के रूप म्ह मान्नी जा सकै सै।
أَنَا هُوَ ٱلشَّاهِدُ لِنَفْسِي، وَيَشْهَدُ لِي ٱلْآبُ ٱلَّذِي أَرْسَلَنِي». | ١٨ 18 |
एक तो मै खुद अपणी गवाही दियुँ सूं, अर दुसरा मेरा पिता मेरी गवाही देवै सै, जिसनै मेरैताहीं भेज्या।”
فَقَالُوا لَهُ: «أَيْنَ هُوَ أَبُوكَ؟». أَجَابَ يَسُوعُ: «لَسْتُمْ تَعْرِفُونَنِي أَنَا وَلَا أَبِي. لَوْ عَرَفْتُمُونِي لَعَرَفْتُمْ أَبِي أَيْضًا». | ١٩ 19 |
उननै उस ताहीं कह्या, “तेरा पिता कित्त सै?” यीशु नै जवाब दिया, “ना थम मन्नै जाणो सो, ना मेरै पिता नै, जै मन्नै जाणदे तै मेरै पिता नै भी जाणदे।”
هَذَا ٱلْكَلَامُ قَالَهُ يَسُوعُ فِي ٱلْخِزَانَةِ وَهُوَ يُعَلِّمُ فِي ٱلْهَيْكَلِ. وَلَمْ يُمْسِكْهُ أَحَدٌ، لِأَنَّ سَاعَتَهُ لَمْ تَكُنْ قَدْ جَاءَتْ بَعْدُ. | ٢٠ 20 |
यीशु नै ये वचन मन्दर म्ह उपदेश देन्दे होए भण्डार घर म्ह बोल्ली, अर किसे नै उस ताहीं कोनी पकड्या, क्यूँके उसके दुख ठाण का अर मरण का बखत इब ताहीं कोनी आया था।
قَالَ لَهُمْ يَسُوعُ أَيْضًا: «أَنَا أَمْضِي وَسَتَطْلُبُونَنِي، وَتَمُوتُونَ فِي خَطِيَّتِكُمْ. حَيْثُ أَمْضِي أَنَا لَا تَقْدِرُونَ أَنْتُمْ أَنْ تَأْتُوا». | ٢١ 21 |
यीशु नै फेर उन ताहीं कह्या, “मै जाऊँ सूं, अर थम मन्नै टोहओगे, अर अपणे पाप म्ह मरोगे। जड़ै मै जाऊँ सूं, ओड़ै थम न्ही आ सकदे।”
فَقَالَ ٱلْيَهُودُ: «أَلَعَلَّهُ يَقْتُلُ نَفْسَهُ حَتَّى يَقُولُ: حَيْثُ أَمْضِي أَنَا لَا تَقْدِرُونَ أَنْتُمْ أَنْ تَأْتُوا؟». | ٢٢ 22 |
इसपै यहूदी अगुवां नै कह्या, “के वो खुद नै मार देवैगा, जो कहवै सै, ‘जड़ै मै जाऊँ सूं, ओड़ै थम न्ही आ सकदे?’”
فَقَالَ لَهُمْ: «أَنْتُمْ مِنْ أَسْفَلُ، أَمَّا أَنَا فَمِنْ فَوْقُ. أَنْتُمْ مِنْ هَذَا ٱلْعَالَمِ، أَمَّا أَنَا فَلَسْتُ مِنْ هَذَا ٱلْعَالَمِ. | ٢٣ 23 |
यीशु नै उन ताहीं कह्या, “थम इस दुनिया म्ह पैदा होए सों, अर मै सुर्ग तै आया सूं। थम इस दुनिया के सो, मै इस दुनिया का कोनी।
فَقُلْتُ لَكُمْ: إِنَّكُمْ تَمُوتُونَ فِي خَطَايَاكُمْ، لِأَنَّكُمْ إِنْ لَمْ تُؤْمِنُوا أَنِّي أَنَا هُوَ تَمُوتُونَ فِي خَطَايَاكُمْ». | ٢٤ 24 |
ज्यांतै मन्नै थारे ताहीं कह्या के थम अपणे पापां म्ह मरोगे, जै थारा मेरे म्ह बिश्वास कोनी के मै कौण सूं, तो थम मरोगे, अर थारे पाप माफ कोनी होंगे।”
فَقَالُوا لَهُ: «مَنْ أَنْتَ؟». فَقَالَ لَهُمْ يَسُوعُ: «أَنَا مِنَ ٱلْبَدْءِ مَا أُكَلِّمُكُمْ أَيْضًا بِهِ. | ٢٥ 25 |
यहूदी अगुवां नै यीशु ताहीं कह्या, “के तू कौण सै?” वो उनतै बोल्या, जिब तै मन्नै प्रचार करणा शरु करया सै, तब तै मै थमनै कहन्दा आया सूं, “के मै कौण सूं?”
إِنَّ لِي أَشْيَاءَ كَثِيرَةً أَتَكَلَّمُ وَأَحْكُمُ بِهَا مِنْ نَحْوِكُمْ، لَكِنَّ ٱلَّذِي أَرْسَلَنِي هُوَ حَقٌّ. وَأَنَا مَا سَمِعْتُهُ مِنْهُ، فَهَذَا أَقُولُهُ لِلْعَالَمِ». | ٢٦ 26 |
“थारे बारै म्ह कहण खात्तर अर फैसला करण खात्तर मेरे धोरै भोत कुछ सै, पर सच्चाई याए सै के जिसनै मेरे ताहीं भेज्या सै, मै वोए कहूँ सूं, जो मन्नै उसतै सुण्या सै, वोए दुनिया के माणसां तै कहूँ सूं।”
وَلَمْ يَفْهَمُوا أَنَّهُ كَانَ يَقُولُ لَهُمْ عَنِ ٱلْآبِ. | ٢٧ 27 |
वे न्यू न्ही समझै के म्हारै तै, पिता कै बारै म्ह कहवै सै।
فَقَالَ لَهُمْ يَسُوعُ: «مَتَى رَفَعْتُمُ ٱبْنَ ٱلْإِنْسَانِ، فَحِينَئِذٍ تَفْهَمُونَ أَنِّي أَنَا هُوَ، وَلَسْتُ أَفْعَلُ شَيْئًا مِنْ نَفْسِي، بَلْ أَتَكَلَّمُ بِهَذَا كَمَا عَلَّمَنِي أَبِي. | ٢٨ 28 |
फेर यीशु बोल्या, “जिब थम मुझ माणस कै बेट्टै नै ऊँच्चे पै चढ़ाओगे, जिब जाणोगे के मै वोए सूं। मै खुद तै किमे कोनी करदा, पर जिस तरियां मेरै पिता नै, मेरै ताहीं सिखाया सै, उस्से ढाळ ये बात कहूँ सूं।
وَٱلَّذِي أَرْسَلَنِي هُوَ مَعِي، وَلَمْ يَتْرُكْنِي ٱلْآبُ وَحْدِي، لِأَنِّي فِي كُلِّ حِينٍ أَفْعَلُ مَا يُرْضِيهِ». | ٢٩ 29 |
मेरा भेजण आळा मेरै गेल्या सै, उसनै मेरैताहीं एक्ला कोनी छोड्या क्यूँके मै सारी हाण वैए काम करुँ सूं, जिसतै वो राज्जी होवै सै।”
وَبَيْنَمَا هُوَ يَتَكَلَّمُ بِهَذَا آمَنَ بِهِ كَثِيرُونَ. | ٣٠ 30 |
वो ये बात कहणे लागरया था, के घणखरयां नै उसपै बिश्वास करया।
فَقَالَ يَسُوعُ لِلْيَهُودِ ٱلَّذِينَ آمَنُوا بِهِ: «إِنَّكُمْ إِنْ ثَبَتُّمْ فِي كَلَامِي فَبِالْحَقِيقَةِ تَكُونُونَ تَلَامِيذِي، | ٣١ 31 |
फेर यीशु नै उन यहूदियाँ तै जिन नै उसपै बिश्वास करया था, बोल्या, “जै थम मेरै वचन म्ह बणे रहोगे, तो साच-ए मेरे चेल्लें ठहरोगे।”
وَتَعْرِفُونَ ٱلْحَقَّ، وَٱلْحَقُّ يُحَرِّرُكُمْ». | ٣٢ 32 |
थम सच नै जाणोगे अर सच थमनै आजाद करैगा।
أَجَابُوهُ: «إِنَّنَا ذُرِّيَّةُ إِبْرَاهِيمَ، وَلَمْ نُسْتَعْبَدْ لِأَحَدٍ قَطُّ! كَيْفَ تَقُولُ أَنْتَ: إِنَّكُمْ تَصِيرُونَ أَحْرَارًا؟». | ٣٣ 33 |
उननै उस ताहीं जवाब दिया, “हम तो अब्राहम के वंशज सा, कदे किसे के गुलाम कोनी बणे। फेर तू किस तरियां कहवै सै, के थम आजाद हो जाओगे?”
أَجَابَهُمْ يَسُوعُ: «ٱلْحَقَّ ٱلْحَقَّ أَقُولُ لَكُمْ: إِنَّ كُلَّ مَنْ يَعْمَلُ ٱلْخَطِيَّةَ هُوَ عَبْدٌ لِلْخَطِيَّةِ. | ٣٤ 34 |
यीशु नै उन ताहीं जवाब दिया, “मै थारैतै साच्ची-साच कहूँ सूं, के जो कोए पाप करै सै, वो पाप का गुलाम सै।
وَٱلْعَبْدُ لَا يَبْقَى فِي ٱلْبَيْتِ إِلَى ٱلْأَبَدِ، أَمَّا ٱلِٱبْنُ فَيَبْقَى إِلَى ٱلْأَبَدِ. (aiōn ) | ٣٥ 35 |
गुलाम सारी हाण घर म्ह कोनी रहन्दा, बेट्टा सारी हाण घरां रहवै सै। (aiōn )
فَإِنْ حَرَّرَكُمْ ٱلِٱبْنُ فَبِالْحَقِيقَةِ تَكُونُونَ أَحْرَارًا. | ٣٦ 36 |
ज्यांतै जै बेट्टा थमनै आजाद करैगा, तो साच्ये थम आजाद हो जाओगे।
أَنَا عَالِمٌ أَنَّكُمْ ذُرِّيَّةُ إِبْرَاهِيمَ. لَكِنَّكُمْ تَطْلُبُونَ أَنْ تَقْتُلُونِي لِأَنَّ كَلَامِي لَا مَوْضِعَ لَهُ فِيكُمْ. | ٣٧ 37 |
मै जाणु सूं, के थम अब्राहम के वंश के सो, फेर भी थम मेरे वचनां नै कोनी मानते, ज्यांतै थम मन्नै मारणा चाहो सो।
أَنَا أَتَكَلَّمُ بِمَا رَأَيْتُ عِنْدَ أَبِي، وَأَنْتُمْ تَعْمَلُونَ مَا رَأَيْتُمْ عِنْدَ أَبِيكُمْ». | ٣٨ 38 |
मै वोए कहूँ सूं, जो मेरे पिता नै मेरे ताहीं दिखाया सै, अर थम वोए करो सों, जो थमनै अपणे पिता तै सुण्या सै।”
أَجَابُوا وَقَالُوا لَهُ: «أَبُونَا هُوَ إِبْرَاهِيمُ». قَالَ لَهُمْ يَسُوعُ: «لَوْ كُنْتُمْ أَوْلَادَ إِبْرَاهِيمَ، لَكُنْتُمْ تَعْمَلُونَ أَعْمَالَ إِبْرَاهِيمَ! | ٣٩ 39 |
उननै उस ताहीं जवाब दिया, “म्हारा पूर्वज तो अब्राहम सै।” यीशु उनतै बोल्या, “जै थम अब्राहम के वंशज होन्दे, तो अब्राहम जिसे काम करदे।
وَلَكِنَّكُمُ ٱلْآنَ تَطْلُبُونَ أَنْ تَقْتُلُونِي، وَأَنَا إِنْسَانٌ قَدْ كَلَّمَكُمْ بِٱلْحَقِّ ٱلَّذِي سَمِعَهُ مِنَ ٱللهِ. هَذَا لَمْ يَعْمَلْهُ إِبْرَاهِيمُ. | ٤٠ 40 |
पर इब थम मेरै ताहीं मारणा चाहो सो, जिसनै थारे ताहीं वो साच्चा वचन बताया जो परमेसवर तै सुण्या, इस तरियां तो अब्राहम नै कोनी करया था।
أَنْتُمْ تَعْمَلُونَ أَعْمَالَ أَبِيكُمْ». فَقَالُوا لَهُ: «إِنَّنَا لَمْ نُولَدْ مِنْ زِنًا. لَنَا أَبٌ وَاحِدٌ وَهُوَ ٱللهُ». | ٤١ 41 |
थम अपणे पिता कै जिसे काम करो सो।” उननै यीशु ताहीं कह्या, “हम जारी तै कोनी जणे, म्हारा एक ए पिता सै यानिके परमेसवर।”
فَقَالَ لَهُمْ يَسُوعُ: «لَوْ كَانَ ٱللهُ أَبَاكُمْ لَكُنْتُمْ تُحِبُّونَنِي، لِأَنِّي خَرَجْتُ مِنْ قِبَلِ ٱللهِ وَأَتَيْتُ. لِأَنِّي لَمْ آتِ مِنْ نَفْسِي، بَلْ ذَاكَ أَرْسَلَنِي. | ٤٢ 42 |
यीशु उनतै बोल्या, “जै परमेसवर थारा पिता होन्दा, तो थम मेरै तै प्यार करदे, क्यूँके मै परमेसवर की ओड़ तै आया सूं। मै खुद कोनी आया, पर उस्से नै मेरै ताहीं भेज्या।
لِمَاذَا لَا تَفْهَمُونَ كَلَامِي؟ لِأَنَّكُمْ لَا تَقْدِرُونَ أَنْ تَسْمَعُوا قَوْلِي. | ٤٣ 43 |
थम मेरी बात क्यांतै न्ही समझदे? ज्यांतै के थम मेरे वचनां नै अपणादे कोनी।
أَنْتُمْ مِنْ أَبٍ هُوَ إِبْلِيسُ، وَشَهَوَاتِ أَبِيكُمْ تُرِيدُونَ أَنْ تَعْمَلُوا. ذَاكَ كَانَ قَتَّالًا لِلنَّاسِ مِنَ ٱلْبَدْءِ، وَلَمْ يَثْبُتْ فِي ٱلْحَقِّ لِأَنَّهُ لَيْسَ فِيهِ حَقٌّ. مَتَى تَكَلَّمَ بِٱلْكَذِبِ فَإِنَّمَا يَتَكَلَّمُ مِمَّا لَهُ، لِأَنَّهُ كَذَّابٌ وَأَبُو ٱلْكَذَّابِ. | ٤٤ 44 |
थम अपणे पिता शैतान की ओड़ तै सो, अर अपणे पिता की मर्जी पूरी करणा चाहो सो। वो तो शरु तै ए खून्नी सै, अर सच पै टिक्या ए कोनी रहया, क्यूँके सच उस म्ह सै ए कोनी। जिब वो झूठ बोल्लै सै, तो अपणे सुभाव तै ए बोल्लै सै, क्यूँके वो झूठ्ठा सै बल्के झूठ का बाप सै।
وَأَمَّا أَنَا فَلِأَنِّي أَقُولُ ٱلْحَقَّ لَسْتُمْ تُؤْمِنُونَ بِي. | ٤٥ 45 |
पर मै जो सच बोल्लू सूं, इस्से करकै थम मेरा बिश्वास कोनी करदे।
مَنْ مِنْكُمْ يُبَكِّتُنِي عَلَى خَطِيَّةٍ؟ فَإِنْ كُنْتُ أَقُولُ ٱلْحَقَّ، فَلِمَاذَا لَسْتُمْ تُؤْمِنُونَ بِي؟ | ٤٦ 46 |
थारे म्ह तै कौण मन्नै पापी ठैहरावै सै? जै मै सच बोल्लू सूं, तो थम मेरा बिश्वास क्यांतै न्ही करदे?
اَلَّذِي مِنَ ٱللهِ يَسْمَعُ كَلَامَ ٱللهِ. لِذَلِكَ أَنْتُمْ لَسْتُمْ تَسْمَعُونَ، لِأَنَّكُمْ لَسْتُمْ مِنَ ٱللهِ». | ٤٧ 47 |
जो परमेसवर कान्ही तै होवै सै, वो परमेसवर की बात सुणै सै, अर थम ज्यांतै कोनी सुणदे के परमेसवर की ओड़ तै कोनी सो।”
فَأَجَاب ٱلْيَهُودُ وَقَالُوا لَهُ: «أَلَسْنَا نَقُولُ حَسَنًا: إِنَّكَ سَامِرِيٌّ وَبِكَ شَيْطَانٌ؟». | ٤٨ 48 |
न्यू सुण यहूदियाँ नै उस ताहीं कह्या, “के हम ठीक कोनी कहन्दे के तू सामरी सै, अर तेरे म्ह भुन्ड़ी ओपरी आत्मा सै?”
أَجَابَ يَسُوعُ: «أَنَا لَيْسَ بِي شَيْطَانٌ، لَكِنِّي أُكْرِمُ أَبِي وَأَنْتُمْ تُهِينُونَنِي. | ٤٩ 49 |
यीशु नै जवाब दिया, “मेरै म्ह भुन्ड़ी ओपरी आत्मा कोनी,” पर मै अपणे बाप की इज्जत करुँ सूं, अर थम मेरी बेजती करो सो।
أَنَا لَسْتُ أَطْلُبُ مَجْدِي. يُوجَدُ مَنْ يَطْلُبُ وَيَدِينُ. | ٥٠ 50 |
पर मै अपणा मान-सम्मान कोनी चाहन्दा, हाँ, एक सै जो चाहवै सै, अर न्याय करण आळा सै।
اَلْحَقَّ ٱلْحَقَّ أَقُولُ لَكُمْ: إِنْ كَانَ أَحَدٌ يَحْفَظُ كَلَامِي فَلَنْ يَرَى ٱلْمَوْتَ إِلَى ٱلْأَبَدِ». (aiōn ) | ٥١ 51 |
मै थमनै साच्ची-साच कहूँ सूं, “के जै कोए माणस मेरे वचनां नै मान्नैगा, तो वो अनन्त काल ताहीं कोनी मरै।” (aiōn )
فَقَالَ لَهُ ٱلْيَهُودُ: ٱلْآنَ عَلِمْنَا أَنَّ بِكَ شَيْطَانًا. قَدْ مَاتَ إِبْرَاهِيمُ وَٱلْأَنْبِيَاءُ، وَأَنْتَ تَقُولُ: إِنْ كَانَ أَحَدٌ يَحْفَظُ كَلَامِي فَلَنْ يَذُوقَ ٱلْمَوْتَ إِلَى ٱلْأَبَدِ. (aiōn ) | ٥٢ 52 |
यहूदियाँ नै उस ताहीं कह्या, “इब हम जाणगे के तेरे म्ह भुन्ड़ी ओपरी आत्मा सै। अब्राहम मरग्या अर नबी भी मरग्ये सै, अर तू कहवै सै, ‘जै कोए मेरे वचनां नै मान्नैगा, तो वो अनन्त काल ताहीं कोनी मरै।’ (aiōn )
أَلَعَلَّكَ أَعْظَمُ مِنْ أَبِينَا إِبْرَاهِيمَ ٱلَّذِي مَاتَ؟ وَٱلْأَنْبِيَاءُ مَاتُوا. مَنْ تَجْعَلُ نَفْسَكَ؟». | ٥٣ 53 |
म्हारा पूर्वज अब्राहम तो मरग्या। के तू उसतै भी बड्ड़ा सै? अर नबी भी मरग्ये। तू अपणे-आपनै के मान्नै सै?”
أَجَابَ يَسُوعُ: «إِنْ كُنْتُ أُمَجِّدُ نَفْسِي فَلَيْسَ مَجْدِي شَيْئًا. أَبِي هُوَ ٱلَّذِي يُمَجِّدُنِي، ٱلَّذِي تَقُولُونَ أَنْتُمْ إِنَّهُ إِلَهُكُمْ، | ٥٤ 54 |
यीशु नै जवाब दिया, “जै मै खुद अपणी महिमा करुँ, तो मेरी महिमा किमे कोनी। पर मेरी महिमा करण आळा मेरा पिता सै, जिसनै थम कहो सो के वो थारा परमेसवर सै।
وَلَسْتُمْ تَعْرِفُونَهُ. وَأَمَّا أَنَا فَأَعْرِفُهُ. وَإِنْ قُلْتُ إِنِّي لَسْتُ أَعْرِفُهُ أَكُونُ مِثْلَكُمْ كَاذِبًا، لَكِنِّي أَعْرِفُهُ وَأَحْفَظُ قَوْلَهُ. | ٥٥ 55 |
थमनै तो उस ताहीं कोनी जाण्या, पर मै उस ताहीं जाणु सूं। जै मै कहूँ के मै उस ताहीं कोनी जाण्दा, तो मै थारी ढाळ झूठ्ठा ठहरूँगा, पर मै उस ताहीं जाणु अर उसके वचनां नै मान्नु सूं।
أَبُوكُمْ إِبْرَاهِيمُ تَهَلَّلَ بِأَنْ يَرَى يَوْمِي فَرَأَى وَفَرِحَ». | ٥٦ 56 |
थारा पूर्वज अब्राहम मेरा दिन देक्खण की आस म्ह घणा मगन था, अर उसनै देख्या अर आनन्द करया।”
فَقَالَ لَهُ ٱلْيَهُودُ: «لَيْسَ لَكَ خَمْسُونَ سَنَةً بَعْدُ، أَفَرَأَيْتَ إِبْرَاهِيمَ؟». | ٥٧ 57 |
यहूदियाँ नै उस ताहीं कह्या, “इब ताहीं तू पचास साल का कोनी, फेरभी तन्नै अब्राहम ताहीं देख्या सै?”
قَالَ لَهُمْ يَسُوعُ: «ٱلْحَقَّ ٱلْحَقَّ أَقُولُ لَكُمْ: قَبْلَ أَنْ يَكُونَ إِبْرَاهِيمُ أَنَا كَائِنٌ». | ٥٨ 58 |
यीशु उनतै बोल्या, “मै थमनै साच्ची-साच कहूँ सूं, के पैहल्या इसकै के अब्राहम पैदा होया, मै सूं।”
فَرَفَعُوا حِجَارَةً لِيَرْجُمُوهُ. أَمَّا يَسُوعُ فَٱخْتَفَى وَخَرَجَ مِنَ ٱلْهَيْكَلِ مُجْتَازًا فِي وَسْطِهِمْ وَمَضَى هَكَذَا. | ٥٩ 59 |
या बात सुणकै माणसां नै यीशु ताहीं मारण खात्तर पत्थर ठाए, पर यीशु लुह्ककै मन्दर तै लिकड़ ग्या।