< ज़बूर 63 >

1 ऐ ख़ुदा, तू मेरा ख़ुदा है, मै दिल से तेरा तालिब हूँगा; ख़ुश्क और प्यासी ज़मीन में जहाँ पानी नहीं, मेरी जान तेरी प्यासी और मेरा जिस्म तेरा मुशताक़ है
Ó Deus, tu és o meu Deus, de madrugada te buscarei: a minha alma tem sede de ti; a minha carne te deseja muito em uma terra seca e cançada, onde não há água
2 इस तरह मैंने मक़दिस में तुझ पर निगाह की ताकि तेरी कु़दरत और हश्मत को देखूँ।
Para ver a tua fortaleza e a tua glória, como te vi no santuário.
3 क्यूँकि तेरी शफ़क़त ज़िन्दगी से बेहतर है मेरे होंट तेरी ता'रीफ़ करेंगे।
Porque a tua benignidade é melhor do que a vida; os meus lábios te louvarão.
4 इसी तरह मैं उम्र भर तुझे मुबारक कहूँगा; और तेरा नाम लेकर अपने हाथ उठाया करूँगा;
Assim eu te bendirei enquanto viver: em teu nome levantarei as minhas mãos.
5 मेरी जान जैसे गूदे और चर्बी से सेर होगी, और मेरा मुँह मसरूर लबों से तेरी ता'रीफ़ करेगा।
A minha alma se fartará, como de tutano e de gordura; e a minha boca te louvará com alegres lábios,
6 जब मैं बिस्तर पर तुझे याद करूँगा, और रात के एक एक पहर में तुझ पर ध्यान करूँगा;
Quando me lembrar de ti na minha cama, e meditar em ti nas vigílias da noite.
7 इसलिए कि तू मेरा मददगार रहा है, और मैं तेरे परों के साये में ख़ुशी मनाऊँगा।
Porque tu tens sido o meu auxílio; portanto na sombra das tuas asas me regozijarei.
8 मेरी जान को तेरी ही धुन है; तेरा दहना हाथ मुझे संभालता है।
A minha alma te segue de perto: a tua dextra me sustenta.
9 लेकिन जो मेरी जान की हलाकत के दर पै हैं, वह ज़मीन के तह में चले जाएँगे।
Mas aqueles que procuram a minha alma para a destruir, irão para as profundezas da terra.
10 वह तलवार के हवाले होंगे, वह गीदड़ों का लुक्मा बनेंगे।
Cairão à espada, serão uma ração para as raposas.
11 लेकिन बादशाह खु़दा में ख़ुश होगा; जो उसकी क़सम खाता है वह फ़ख़्र करेगा; क्यूँकि झूट बोलने वालों का मुँह बन्द कर दिया जाएगा
Mas o rei se regozijará em Deus; qualquer que por ele jurar se glóriará; porque se taparão as bocas dos que falam a mentira.

< ज़बूर 63 >