< ज़बूर 63 >
1 ऐ ख़ुदा, तू मेरा ख़ुदा है, मै दिल से तेरा तालिब हूँगा; ख़ुश्क और प्यासी ज़मीन में जहाँ पानी नहीं, मेरी जान तेरी प्यासी और मेरा जिस्म तेरा मुशताक़ है
O Dieu, tu es mon Dieu, je te cherche au point du jour; mon âme a soif de toi, ma chair te souhaite, dans cette terre aride, desséchée, sans eau,
2 इस तरह मैंने मक़दिस में तुझ पर निगाह की ताकि तेरी कु़दरत और हश्मत को देखूँ।
Pour voir ta force et ta gloire, comme je t'ai contemplé dans le sanctuaire.
3 क्यूँकि तेरी शफ़क़त ज़िन्दगी से बेहतर है मेरे होंट तेरी ता'रीफ़ करेंगे।
Car ta bonté est meilleure que la vie; mes lèvres chanteront ta louange.
4 इसी तरह मैं उम्र भर तुझे मुबारक कहूँगा; और तेरा नाम लेकर अपने हाथ उठाया करूँगा;
Ainsi je te bénirai pendant ma vie; j'élèverai mes mains en ton nom.
5 मेरी जान जैसे गूदे और चर्बी से सेर होगी, और मेरा मुँह मसरूर लबों से तेरी ता'रीफ़ करेगा।
Mon âme est rassasiée comme de mœlle et de graisse; ma bouche te loue avec des cris de réjouissance;
6 जब मैं बिस्तर पर तुझे याद करूँगा, और रात के एक एक पहर में तुझ पर ध्यान करूँगा;
Quand je me souviens de toi sur mon lit, et que je médite sur toi pendant les veilles de la nuit.
7 इसलिए कि तू मेरा मददगार रहा है, और मैं तेरे परों के साये में ख़ुशी मनाऊँगा।
Car tu as été mon secours; aussi je me réjouirai sous l'ombre de tes ailes.
8 मेरी जान को तेरी ही धुन है; तेरा दहना हाथ मुझे संभालता है।
Mon âme s'est attachée à toi pour te suivre, et ta droite me soutient.
9 लेकिन जो मेरी जान की हलाकत के दर पै हैं, वह ज़मीन के तह में चले जाएँगे।
Mais ceux qui cherchent ma vie pour la détruire, descendront dans les profondeurs de la terre.
10 वह तलवार के हवाले होंगे, वह गीदड़ों का लुक्मा बनेंगे।
Ils seront livrés au tranchant de l'épée; ils seront la proie des renards.
11 लेकिन बादशाह खु़दा में ख़ुश होगा; जो उसकी क़सम खाता है वह फ़ख़्र करेगा; क्यूँकि झूट बोलने वालों का मुँह बन्द कर दिया जाएगा
Mais le roi se réjouira en Dieu, et quiconque jure par lui, s'en glorifiera; car la bouche de ceux qui parlent faussement sera fermée.