< ज़बूर 141 >

1 ऐ ख़ुदावन्द! मैने तेरी दुहाई दी मेरी तरफ़ जल्द आ! जब मैं तुझ से दुआ करूँ, तो मेरी आवाज़ पर कान लगा!
Gospode, vièem k tebi, pohiti k meni, èuj glas moljenja mojega, kad vièem k tebi.
2 मेरी दुआ तेरे सामने ख़ुशबू की तरह हो, और मेरा हाथ उठाना शाम की कु़र्बानी की तरह!
Nek izaðe molitva moja kao kad pred lice tvoje, dizanje ruku mojih kao prinos veèernji.
3 ऐ ख़ुदावन्द! मेरे मुँह पर पहरा बिठा; मेरे लबों के दरवाजे़ की निगहबानी कर।
Postavi, Gospode, stražu kod jezika mojega, èuvaj vrata usta mojih.
4 मेरे दिल को किसी बुरी बात की तरफ़ माइल न होने दे; कि बदकारों के साथ मिलकर, शरारत के कामों में मसरूफ़ हो जाए, और मुझे उनके नफ़ीस खाने से दूर रख।
Ne daj srcu mojemu da zastrani na zle pomisli, da èini djela bezbožna s ljudima koji postupaju nepravedno; i da ne okusim sladosti njihovijeh.
5 सादिक़ मुझे मारे तो मेहरबानी होगी, वह मुझे तम्बीह करे तो जैसे सिर पर रौग़न होगा। मेरा सिर इससे इंकार न करे, क्यूँकि उनकी शरारत में भी मैं दुआ करता रहूँगा।
Neka me bije pravednik, to je milost; neka me kara, to je ulje za glavu moju; glava moja neæe odbaciti, ako æe i više; nego je molitva moja protiv zloæe njihove.
6 उनके हाकिम चट्टान के किनारों पर से गिरा दिए गए हैं, और वह मेरी बातें सुनेंगे, क्यूँकि यह शीरीन हैं।
Rasuše se po kamenijem vrletima sudije njihove, i èuše rijeèi moje kako su blage.
7 जैसे कोई हल चलाकर ज़मीन को तोड़ता है, वैसे ही हमारी हड्डियाँ पाताल के मुँह पर बिखरी पड़ी हैं। (Sheol h7585)
Kao kad ko sijeèe i teše, tako se razletješe kosti naše do èeljusti paklenijeh. (Sheol h7585)
8 क्यूँकि ऐ मालिक ख़ुदावन्द! मेरी आँखें तेरी तरफ़ हैं; मेरा भरोसा तुझ पर है, मेरी जान को बेकस न छोड़!
Ali su k tebi, Gospode, Gospode, upravljene oèi moje, u tebe se uzdam, nemoj odbaciti duše moje.
9 मुझे उस फंदे से जो उन्होंने मेरे लिए लगाया है, और बदकिरदारों के दाम से बचा।
Saèuvaj me od zamke, koju mi metnuše, od lukavstva onijeh, koji èine bezakonje.
10 शरीर आप अपने जाल में फंसें, और मैं सलामत बच निकलूँ।
Pašæe u mreže svoje bezbožnici, a ja æu jedan proæi.

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