< गिन 31 >

1 फिर ख़ुदावन्द ने मूसा से कहा,
καὶ ἐλάλησεν κύριος πρὸς Μωυσῆν λέγων
2 “मिदियानियों से बनी — इस्राईल का इन्तक़ाम ले; इसके बाद तू अपने लोगों में जा मिलेगा।”
ἐκδίκει τὴν ἐκδίκησιν υἱῶν Ισραηλ ἐκ τῶν Μαδιανιτῶν καὶ ἔσχατον προστεθήσῃ πρὸς τὸν λαόν σου
3 तब मूसा ने लोगों से कहा, “अपने में से जंग के लिए आदमियों को हथियारबन्द करो, ताकि वह मिदियानियों पर हमला करें और मिदियानियों से ख़ुदावन्द का इन्तक़ाम लें।
καὶ ἐλάλησεν Μωυσῆς πρὸς τὸν λαὸν λέγων ἐξοπλίσατε ἐξ ὑμῶν ἄνδρας παρατάξασθαι ἔναντι κυρίου ἐπὶ Μαδιαν ἀποδοῦναι ἐκδίκησιν παρὰ τοῦ κυρίου τῇ Μαδιαν
4 और इस्राईल के सब क़बीलों में से हर क़बीला एक हज़ार आदमी लेकर जंग के लिए भेजना।”
χιλίους ἐκ φυλῆς χιλίους ἐκ φυλῆς ἐκ πασῶν φυλῶν Ισραηλ ἀποστείλατε παρατάξασθαι
5 फिर हज़ारों हज़ार बनी — इस्राईल में से हर क़बीला एक हज़ार के हिसाब से बारह हज़ार हथियारबन्द आदमी जंग के लिए चुने गए।
καὶ ἐξηρίθμησαν ἐκ τῶν χιλιάδων Ισραηλ χιλίους ἐκ φυλῆς δώδεκα χιλιάδες ἐνωπλισμένοι εἰς παράταξιν
6 यूँ मूसा ने हर क़बीले से एक हज़ार आदमियों को जंग के लिए भेजा और इली'एलियाज़र काहिन के बेटे फ़ीन्हास को भी जंग पर रवाना किया, और हैकल के बर्तन और बलन्द आवाज़ के नरसिंगे उसके साथ कर दिए।
καὶ ἀπέστειλεν αὐτοὺς Μωυσῆς χιλίους ἐκ φυλῆς χιλίους ἐκ φυλῆς σὺν δυνάμει αὐτῶν καὶ Φινεες υἱὸν Ελεαζαρ υἱοῦ Ααρων τοῦ ἱερέως καὶ τὰ σκεύη τὰ ἅγια καὶ αἱ σάλπιγγες τῶν σημασιῶν ἐν ταῖς χερσὶν αὐτῶν
7 और जैसा ख़ुदावन्द ने मूसा को हुक्म दिया था, उसके मुताबिक़ उन्होंने मिदियानियों से जंग की और सब मर्दों को क़त्ल किया।
καὶ παρετάξαντο ἐπὶ Μαδιαν καθὰ ἐνετείλατο κύριος τῷ Μωυσῇ καὶ ἀπέκτειναν πᾶν ἀρσενικόν
8 और उन्होंने उन मक्तूलों के अलावा ईव्वी और रक़म और सूर और होर और रबा' को भी, जो मिदियान के पाँच बादशाह थे, जान से मारा और ब'ओर के बेटे बल'आम को भी तलवार से क़त्ल किया।
καὶ τοὺς βασιλεῖς Μαδιαν ἀπέκτειναν ἅμα τοῖς τραυματίαις αὐτῶν καὶ τὸν Ευιν καὶ τὸν Σουρ καὶ τὸν Ροκομ καὶ τὸν Ουρ καὶ τὸν Ροβοκ πέντε βασιλεῖς Μαδιαν καὶ τὸν Βαλααμ υἱὸν Βεωρ ἀπέκτειναν ἐν ῥομφαίᾳ σὺν τοῖς τραυματίαις αὐτῶν
9 और बनी — इस्राईल ने मिदियान की 'औरतों और उनके बच्चों को ग़ुलाम किया, और उनके चौपाये और भेड़ बकरियाँ और माल — ओ — अस्बाब सब कुछ लूट लिया।
καὶ ἐπρονόμευσαν τὰς γυναῖκας Μαδιαν καὶ τὴν ἀποσκευὴν αὐτῶν καὶ τὰ κτήνη αὐτῶν καὶ πάντα τὰ ἔγκτητα αὐτῶν καὶ τὴν δύναμιν αὐτῶν ἐπρονόμευσαν
10 और उनकी सुकुनतगाहों के सब शहरों को जिनमें वह रहते थे, और उनकी सब छावनियों को आग से फूँक दिया।
καὶ πάσας τὰς πόλεις αὐτῶν τὰς ἐν ταῖς οἰκίαις αὐτῶν καὶ τὰς ἐπαύλεις αὐτῶν ἐνέπρησαν ἐν πυρί
11 और उन्होंने सारा माल — ए — ग़नीमत और सब ग़ुलाम, क्या इंसान और क्या हैवान साथ लिए,
καὶ ἔλαβον πᾶσαν τὴν προνομὴν καὶ πάντα τὰ σκῦλα αὐτῶν ἀπὸ ἀνθρώπου ἕως κτήνους
12 और उन ग़ुलामों और माल — ए — ग़नीमत को मूसा और इली'एलियाज़र काहिन और बनी इस्राईल की सारी जमा'अत के पास उस लश्करगाह में ले आए जो यरीहू के सामने यरदन के किनारे किनारे मोआब के मैदानों में थी।
καὶ ἤγαγον πρὸς Μωυσῆν καὶ πρὸς Ελεαζαρ τὸν ἱερέα καὶ πρὸς πάντας υἱοὺς Ισραηλ τὴν αἰχμαλωσίαν καὶ τὰ σκῦλα καὶ τὴν προνομὴν εἰς τὴν παρεμβολὴν εἰς Αραβωθ Μωαβ ἥ ἐστιν ἐπὶ τοῦ Ιορδάνου κατὰ Ιεριχω
13 तब मूसा और इली'एलियाज़र काहिन और जमा'अत के सब सरदार उनके इस्तक़बाल के लिए लश्करगाह के बाहर गए।
καὶ ἐξῆλθεν Μωυσῆς καὶ Ελεαζαρ ὁ ἱερεὺς καὶ πάντες οἱ ἄρχοντες τῆς συναγωγῆς εἰς συνάντησιν αὐτοῖς ἔξω τῆς παρεμβολῆς
14 और मूसा उन फ़ौजी सरदारों पर जो हज़ारों और सैकड़ों के सरदार थे और जंग से लौटे थे झल्लाया,
καὶ ὠργίσθη Μωυσῆς ἐπὶ τοῖς ἐπισκόποις τῆς δυνάμεως χιλιάρχοις καὶ ἑκατοντάρχοις τοῖς ἐρχομένοις ἐκ τῆς παρατάξεως τοῦ πολέμου
15 और उनसे कहने लगा, “क्या तुम ने सब 'औरतें जीती बचा रख्खी हैं?
καὶ εἶπεν αὐτοῖς Μωυσῆς ἵνα τί ἐζωγρήσατε πᾶν θῆλυ
16 देखो, इन ही ने बल'आम की सलाह से फ़गूर के मु'आमिले में बनी — इस्राईल से ख़ुदावन्द की हुक्म उदूली कराई, और यूँ ख़ुदावन्द की जमा'अत में वबा फैली।
αὗται γὰρ ἦσαν τοῖς υἱοῖς Ισραηλ κατὰ τὸ ῥῆμα Βαλααμ τοῦ ἀποστῆσαι καὶ ὑπεριδεῖν τὸ ῥῆμα κυρίου ἕνεκεν Φογωρ καὶ ἐγένετο ἡ πληγὴ ἐν τῇ συναγωγῇ κυρίου
17 इसलिए इन बच्चों में जितने लड़के हैं सब को मार डालो, और जितनी 'औरतें मर्द का मुँह देख चुकी हैं उनको क़त्ल कर डालो।
καὶ νῦν ἀποκτείνατε πᾶν ἀρσενικὸν ἐν πάσῃ τῇ ἀπαρτίᾳ καὶ πᾶσαν γυναῖκα ἥτις ἔγνωκεν κοίτην ἄρσενος ἀποκτείνατε
18 लेकिन उन लड़कियों को जो मर्द से वाक़िफ़ नहीं और अछूती हैं, अपने लिए ज़िन्दा रख्खो।
πᾶσαν τὴν ἀπαρτίαν τῶν γυναικῶν ἥτις οὐκ οἶδεν κοίτην ἄρσενος ζωγρήσατε αὐτάς
19 और तुम सात दिन तक लश्करगाह के बाहर ही ख़ेमे डाले पड़े रहो, और तुम में से जितनों ने किसी आदमी की जान से मारा हो और जितनों ने किसी मक़्तूल को छुआ हो, वह सब अपने आप को और अपने कैदियों को तीसरे दिन और सातवें दिन पाक करें।
καὶ ὑμεῖς παρεμβάλετε ἔξω τῆς παρεμβολῆς ἑπτὰ ἡμέρας πᾶς ὁ ἀνελὼν καὶ ὁ ἁπτόμενος τοῦ τετρωμένου ἁγνισθήσεται τῇ ἡμέρᾳ τῇ τρίτῃ καὶ τῇ ἡμέρᾳ τῇ ἑβδόμῃ ὑμεῖς καὶ ἡ αἰχμαλωσία ὑμῶν
20 तुम अपने सब कपड़ों और चमड़े की सब चीज़ों को और बकरी के बालों की बुनी हुई चीज़ों को और लकड़ी के सब बर्तनों को पाक करना।”
καὶ πᾶν περίβλημα καὶ πᾶν σκεῦος δερμάτινον καὶ πᾶσαν ἐργασίαν ἐξ αἰγείας καὶ πᾶν σκεῦος ξύλινον ἀφαγνιεῖτε
21 और इली'एलियाज़र काहिन ने उन सिपाहियों से जो जंग पर गए थे कहा, शरी'अत का वह क़ानून जिसका हुक्म ख़ुदावन्द ने मूसा को दिया यही है, कि
καὶ εἶπεν Ελεαζαρ ὁ ἱερεὺς πρὸς τοὺς ἄνδρας τῆς δυνάμεως τοὺς ἐρχομένους ἐκ τῆς παρατάξεως τοῦ πολέμου τοῦτο τὸ δικαίωμα τοῦ νόμου ὃ συνέταξεν κύριος τῷ Μωυσῇ
22 सोना और चाँदी और पीतल और लोहा और रांगा और सीसा;
πλὴν τοῦ χρυσίου καὶ τοῦ ἀργυρίου καὶ χαλκοῦ καὶ σιδήρου καὶ μολίβου καὶ κασσιτέρου
23 ग़रज़ जो कुछ आग में ठहर सके वह सब तुम आग में डालना तब वह साफ़ होगा, तो भी नापाकी दूर करने के पानी से उसे पाक करना पड़ेगा; और जो कुछ आग में न ठहर सके उसे तुम पानी में डालना।
πᾶν πρᾶγμα ὃ διελεύσεται ἐν πυρί καὶ καθαρισθήσεται ἀλλ’ ἢ τῷ ὕδατι τοῦ ἁγνισμοῦ ἁγνισθήσεται καὶ πάντα ὅσα ἐὰν μὴ διαπορεύηται διὰ πυρός διελεύσεται δῑ ὕδατος
24 और तुम सातवें दिन अपने कपड़े धोना तब तुम पाक ठहरोगे, इसके बाद लश्करगाह में दाख़िल होना।
καὶ πλυνεῖσθε τὰ ἱμάτια τῇ ἡμέρᾳ τῇ ἑβδόμῃ καὶ καθαρισθήσεσθε καὶ μετὰ ταῦτα εἰσελεύσεσθε εἰς τὴν παρεμβολήν
25 और ख़ुदावन्द ने मूसा से कहा कि,
καὶ ἐλάλησεν κύριος πρὸς Μωυσῆν λέγων
26 “इली'एलियाज़र काहिन और जमा'अत के आबाई ख़ान्दानों के सरदारों को साथ लेकर, तू उन आदमियों और जानवरों को शुमार कर जो लूट में आए हैं।
λαβὲ τὸ κεφάλαιον τῶν σκύλων τῆς αἰχμαλωσίας ἀπὸ ἀνθρώπου ἕως κτήνους σὺ καὶ Ελεαζαρ ὁ ἱερεὺς καὶ οἱ ἄρχοντες τῶν πατριῶν τῆς συναγωγῆς
27 और लूट के इस माल को दो हिस्सों में तक़्सीम कर कि, एक हिस्सा उन जंगी मर्दों को दे जो लड़ाई में गए थे और दूसरा हिस्सा जमा'अत को दे।
καὶ διελεῖτε τὰ σκῦλα ἀνὰ μέσον τῶν πολεμιστῶν τῶν ἐκπορευομένων εἰς τὴν παράταξιν καὶ ἀνὰ μέσον πάσης συναγωγῆς
28 और उन जंगी मर्दों से जो लड़ाई में गए थे, ख़ुदावन्द के लिए चाहे आदमी हों या गाय — बैल या गधे या भेड़ बकरियाँ, हर पाँच सौ पीछे एक को हिस्से के तौर पर ले;
καὶ ἀφελεῖτε τέλος κυρίῳ παρὰ τῶν ἀνθρώπων τῶν πολεμιστῶν τῶν ἐκπεπορευμένων εἰς τὴν παράταξιν μίαν ψυχὴν ἀπὸ πεντακοσίων ἀπὸ τῶν ἀνθρώπων καὶ ἀπὸ τῶν κτηνῶν καὶ ἀπὸ τῶν βοῶν καὶ ἀπὸ τῶν προβάτων καὶ ἀπὸ τῶν αἰγῶν
29 इनही के आधे में से इस हिस्से को लेकर इली'एलियाज़र काहिन को देना, ताकि यह ख़ुदावन्द के सामने उठाने की क़ुर्बानी ठहरे।
καὶ ἀπὸ τοῦ ἡμίσους αὐτῶν λήμψεσθε καὶ δώσεις Ελεαζαρ τῷ ἱερεῖ τὰς ἀπαρχὰς κυρίου
30 और बनी — इस्राईल के आधे में से चाहे आदमी हों या गाय — बैल या गधे या भेड़ — बकरियाँ, या'नी सब क़िस्म के चौपायों में से पचास — पचास पीछे एक — एक को लेकर लावियों को देना जो ख़ुदावन्द के घर की मुहाफ़िज़त करते हैं।”
καὶ ἀπὸ τοῦ ἡμίσους τοῦ τῶν υἱῶν Ισραηλ λήμψῃ ἕνα ἀπὸ τῶν πεντήκοντα ἀπὸ τῶν ἀνθρώπων καὶ ἀπὸ τῶν βοῶν καὶ ἀπὸ τῶν προβάτων καὶ ἀπὸ τῶν ὄνων καὶ ἀπὸ πάντων τῶν κτηνῶν καὶ δώσεις αὐτὰ τοῖς Λευίταις τοῖς φυλάσσουσιν τὰς φυλακὰς ἐν τῇ σκηνῇ κυρίου
31 चुनाँचे मूसा और इली'एलियाज़र काहिन ने जैसा ख़ुदावन्द ने मूसा से कहा था वैसा ही किया।
καὶ ἐποίησεν Μωυσῆς καὶ Ελεαζαρ ὁ ἱερεὺς καθὰ συνέταξεν κύριος τῷ Μωυσῇ
32 और जो कुछ माल — ए — ग़नीमत जंगी मदों के हाथ आया था उसे छोड़कर लूट के माल में छः लाख पिछतर हज़ार भेड़ — बकरियाँ थीं;
καὶ ἐγενήθη τὸ πλεόνασμα τῆς προνομῆς ὃ ἐπρονόμευσαν οἱ ἄνδρες οἱ πολεμισταί ἀπὸ τῶν προβάτων ἑξακόσιαι χιλιάδες καὶ ἑβδομήκοντα καὶ πέντε χιλιάδες
33 और बहतर हज़ार गाय — बैल,
καὶ βόες δύο καὶ ἑβδομήκοντα χιλιάδες
34 और इकसठ हज़ार गधे,
καὶ ὄνοι μία καὶ ἑξήκοντα χιλιάδες
35 और नुफूस — ए — इंसानी में से बतीस हज़ार ऐसी 'औरतें जो मर्द से नावाक़िफ़ और अछूती थीं।
καὶ ψυχαὶ ἀνθρώπων ἀπὸ τῶν γυναικῶν αἳ οὐκ ἔγνωσαν κοίτην ἀνδρός πᾶσαι ψυχαὶ δύο καὶ τριάκοντα χιλιάδες
36 और लूट के माल के उस आधे में जो जंगी मदों का हिस्सा था, तीन लाख सैंतीस हज़ार पाँच सौ भेड़ — बकरियाँ थीं,
καὶ ἐγενήθη τὸ ἡμίσευμα ἡ μερὶς τῶν ἐκπεπορευμένων εἰς τὸν πόλεμον ἐκ τοῦ ἀριθμοῦ τῶν προβάτων τριακόσιαι καὶ τριάκοντα χιλιάδες καὶ ἑπτακισχίλια καὶ πεντακόσια
37 जिनमें से छ: सौ पिछतर भेड़ — बकरियाँ ख़ुदावन्द के हिस्से के लिए थीं।
καὶ ἐγένετο τὸ τέλος κυρίῳ ἀπὸ τῶν προβάτων ἑξακόσια ἑβδομήκοντα πέντε
38 और छत्तीस हज़ार गाय — बैल थे, जिनमें से बहत्तर ख़ुदावन्द के हिस्से के थे।
καὶ βόες ἓξ καὶ τριάκοντα χιλιάδες καὶ τὸ τέλος κυρίῳ δύο καὶ ἑβδομήκοντα
39 और तीस हज़ार पाँच सौ गधे थे, जिनमें से इकसठ गधे ख़ुदावन्द के हिस्से के थे।
καὶ ὄνοι τριάκοντα χιλιάδες καὶ πεντακόσιοι καὶ τὸ τέλος κυρίῳ εἷς καὶ ἑξήκοντα
40 और नुफूस — ए — इंसानी का शुमार सोलह हज़ार था, जिनमें से बतीस जानें ख़ुदावन्द के हिस्से की थीं।
καὶ ψυχαὶ ἀνθρώπων ἑκκαίδεκα χιλιάδες καὶ τὸ τέλος αὐτῶν κυρίῳ δύο καὶ τριάκοντα ψυχαί
41 तब मूसा ने ख़ुदावन्द के हुक्म के मुवाफ़िक उस हिस्से को जो ख़ुदावन्द के उठाने की क़ुर्बानी थी, इली'एलियाज़र काहिन को दिया।
καὶ ἔδωκεν Μωυσῆς τὸ τέλος κυρίῳ τὸ ἀφαίρεμα τοῦ θεοῦ Ελεαζαρ τῷ ἱερεῖ καθὰ συνέταξεν κύριος τῷ Μωυσῇ
42 अब रहा बनी — इस्राईल का आधा हिस्सा, जिसे मूसा ने जंगी मर्दों के हिस्से से अलग रख्खा था;
ἀπὸ τοῦ ἡμισεύματος τῶν υἱῶν Ισραηλ οὓς διεῖλεν Μωυσῆς ἀπὸ τῶν ἀνδρῶν τῶν πολεμιστῶν
43 फिर इस आधे में भी जो जमा'अत को दिया गया तीन लाख सैंतीस हज़ार पाँच सौ भेड़ — बकरियाँ थीं,
καὶ ἐγένετο τὸ ἡμίσευμα τὸ τῆς συναγωγῆς ἀπὸ τῶν προβάτων τριακόσιαι χιλιάδες καὶ τριάκοντα χιλιάδες καὶ ἑπτακισχίλια καὶ πεντακόσια
44 और छत्तीस हज़ार गाय — बैल
καὶ βόες ἓξ καὶ τριάκοντα χιλιάδες
45 और तीस हज़ार पाँच सौ गधे,
ὄνοι τριάκοντα χιλιάδες καὶ πεντακόσιοι
46 और सोलह हज़ार नुफूस — ए — इंसान ी।
καὶ ψυχαὶ ἀνθρώπων ἓξ καὶ δέκα χιλιάδες
47 और बनी — इस्राईल के इस आधे में से मूसा ने ख़ुदावन्द के हुक्म के मुवाफ़िक, क्या इंसान और क्या हैवान हर पचास पीछे एक को लेकर लावियों को दिया जो ख़ुदावन्द के घर की मुहाफ़िज़त करते थे।
καὶ ἔλαβεν Μωυσῆς ἀπὸ τοῦ ἡμισεύματος τῶν υἱῶν Ισραηλ τὸ ἓν ἀπὸ τῶν πεντήκοντα ἀπὸ τῶν ἀνθρώπων καὶ ἀπὸ τῶν κτηνῶν καὶ ἔδωκεν αὐτὰ τοῖς Λευίταις τοῖς φυλάσσουσιν τὰς φυλακὰς τῆς σκηνῆς κυρίου ὃν τρόπον συνέταξεν κύριος τῷ Μωυσῇ
48 तब वह फ़ौजी सरदार जो हज़ारों और सैकड़ों सिपाहियों के सरदार थे, मूसा के पास आकर
καὶ προσῆλθον πρὸς Μωυσῆν πάντες οἱ καθεσταμένοι εἰς τὰς χιλιαρχίας τῆς δυνάμεως χιλίαρχοι καὶ ἑκατόνταρχοι
49 उससे कहने लगे, “तेरे ख़ादिमों ने उन सब जंगी मदों को जो हमारे मातहत हैं गिना, और उनमें से एक जवान भी कम न हुआ।
καὶ εἶπαν πρὸς Μωυσῆν οἱ παῖδές σου εἰλήφασιν τὸ κεφάλαιον τῶν ἀνδρῶν τῶν πολεμιστῶν τῶν παρ’ ἡμῶν καὶ οὐ διαπεφώνηκεν ἀπ’ αὐτῶν οὐδὲ εἷς
50 इसलिए हम में से जो कुछ जिसके हाथ लगा, या'नी सोने के ज़ेवर और पाज़ेब और कंगन और अंगूठियाँ और मुन्दरें और बाज़ूबन्द यह सब हम ख़ुदावन्द के हदिये के तौर पर ले आए हैं ताकि हमारी जानों के लिए ख़ुदावन्द के सामने कफ़्फ़ारा दिया जाए।”
καὶ προσενηνόχαμεν τὸ δῶρον κυρίῳ ἀνὴρ ὃ εὗρεν σκεῦος χρυσοῦν χλιδῶνα καὶ ψέλιον καὶ δακτύλιον καὶ περιδέξιον καὶ ἐμπλόκιον ἐξιλάσασθαι περὶ ἡμῶν ἔναντι κυρίου
51 चुनाँचे मूसा और इली'एलियाज़र काहिन ने उनसे यह सब सोने के घड़े हुए ज़ेवर ले लिए।
καὶ ἔλαβεν Μωυσῆς καὶ Ελεαζαρ ὁ ἱερεὺς τὸ χρυσίον παρ’ αὐτῶν πᾶν σκεῦος εἰργασμένον
52 और उस हदिये का सारा सोना जो हज़ारों और सैकड़ों के सरदारों ने ख़ुदावन्द के सामने पेश कर, वह या'नी, तकरीबन 190 कि. ग्रा. या'नीसोलह हज़ार सात सौ पचास मिस्काल था।
καὶ ἐγένετο πᾶν τὸ χρυσίον τὸ ἀφαίρεμα ὃ ἀφεῖλον κυρίῳ ἓξ καὶ δέκα χιλιάδες καὶ ἑπτακόσιοι καὶ πεντήκοντα σίκλοι παρὰ τῶν χιλιάρχων καὶ παρὰ τῶν ἑκατοντάρχων
53 क्यूँकि जंगी मर्दों में से हर एक कुछ न कुछ लूट कर ले आया था।
καὶ οἱ ἄνδρες οἱ πολεμισταὶ ἐπρονόμευσαν ἕκαστος ἑαυτῷ
54 तब मूसा और इली'एलियाज़र काहिन उस सोने को जो उन्होंने हज़ारों और सैकड़ों के सरदारों से लिया था, ख़ेमा — ए — इजितमा'अ में लाए ताकि वह ख़ुदावन्द के सामने बनी — इस्राईल की यादगार ठहरे।
καὶ ἔλαβεν Μωυσῆς καὶ Ελεαζαρ ὁ ἱερεὺς τὸ χρυσίον παρὰ τῶν χιλιάρχων καὶ παρὰ τῶν ἑκατοντάρχων καὶ εἰσήνεγκεν αὐτὰ εἰς τὴν σκηνὴν τοῦ μαρτυρίου μνημόσυνον τῶν υἱῶν Ισραηλ ἔναντι κυρίου

< गिन 31 >