< गिन 26 >

1 और वबा के बाद ख़ुदावन्द ने मूसा और हारून काहिन के बोटे इली'एलियाज़र से कहा कि,
इस महामारी के बाद याहवेह ने मोशेह तथा पुरोहित अहरोन के पुत्र एलिएज़र को आज्ञा दी,
2 “बनी — इस्राईल की सारी जमा'अत में बीस बरस और उससे ऊपर — ऊपर की उम्र के जितने इस्राईली जंग करने के क़ाबिल हैं, उन सभों को उनके आबाई ख़ान्दानों के मुताबिक़ गिनो।”
“पितरों के अनुसार बीस वर्ष से अधिक आयु के हर एक इस्राएली की, जो युद्ध के लिए सक्षम हो, गिनती करो.”
3 चुनाँचे मूसा और इली'एलियाज़र काहिन ने मोआब के मैदानों में जो यरदन के किनारे किनारे यरीहू के सामने हैं, उन लोगों से कहा,
फिर मोशेह तथा पुरोहित एलिएज़र ने मोआब के मैदानों में उन्हें यरदन तट पर, जो येरीख़ो के निकट है, यह आज्ञा दी,
4 कि “बीस बरस और उससे ऊपर — ऊपर की उम्र के आदमियों को वैसे ही गिन लो जैसे ख़ुदावन्द ने मूसा और बनी — इस्राईल को, जब वह मुल्क — ए — मिस्र से निकल आए थे हुक्म किया था।”
“बीस वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों की गिनती की जाए, जैसा कि याहवेह द्वारा मोशेह को आदेश दिया गया है.” इस अवसर पर मिस्र देश से निकाले गए इस्राएल वंशज ये थे:
5 रूबिन जो इस्राईल का पहलौठा था उसके बेटे यह हैं, या'नी हनूक, जिससे हनूकियों का ख़ान्दान चला; और फ़ल्लू, जिससे फ़लवियों का ख़ान्दान चला;
इस्राएल का पहलौठा, रियूबेन, रियूबेन के पुत्र हनोख से हनोखी परिवार; पल्लू से पल्लुई परिवार;
6 और हसरोन, जिससे हसरोनियों का ख़ान्दान चला; और करमी, जिससे करमियों का ख़ान्दान चला।
हेज़रोन से हेज़रोनी परिवार; कारमी से कारमी परिवार;
7 ये बनी रूबिन के ख़ान्दान हैं, और इनमें से जो गिने गए वह तैन्तालीस हज़ार सात सौ तीस थे।
रियूबेन के परिवार में यह ही परिवार समूह थे, और इनसे जो गिने गये वे 43,730 थे.
8 और फ़ल्लू का बेटा इलियाब था,
पल्लू का पुत्र एलियाब था,
9 और इलियाब के बेटे नमूएल और दातन और अबीराम थे। यह वही दातन और अबीराम हैं जो जमा'अत के चुने हुए थे, और जब क़ोरह के फ़रीक़ ने ख़ुदावन्द से झगड़ा किया तो यह भी उस फ़रीक़ के साथ मिल कर मूसा और हारून से झगड़े;
एलियाब के तीन पुत्र थे—नमूएल, दाथान और अबीराम. याद रखो कि दाथान और अबीराम वे दो नेता थे, जो मोशेह और अहरोन के विरोधी हो गए थे. वे कोराह के अनुयायी थे और कोराह याहवेह का विरोधी हो गया था.
10 और जब उन ढाई सौ आदमियों के आग में भसम हो जाने से वह फ़रीक़ हलाक हो गया, उसी मौक़े' पर ज़मीन ने मुँह खोल कर क़ोरह के साथ उनको भी निगल लिया था; और वह सब 'इबरत का निशान ठहरे।
वही समय था जब भूमि विभाजित हो गई थी और कोराह एवं उसके सभी अनुयायियों को निगल गई थी. कुल दो सौ पचास पुरुष मर गये थे. यह इस्राएल के सभी लोगों के लिए एक संकेत और चेतावनी थी.
11 लेकिन क़ोरह के बेटे नहीं मरे थे।
किंतु कोराह के सारे वंशज नहीं मरे.
12 और शमौन के बेटे जिनसे उनके ख़ान्दान चले यह हैं, या'नी नमूएल, जिससे नमूएलियों का ख़ान्दान चला; और यमीन, जिससे यमीनियों का ख़ान्दान चला; और यकीन, जिससे यकीनियों का ख़ान्दान चला;
शिमओन के गोत्र के ये परिवार थे: नमूएल से नमूएल के परिवार; यामिन से यामिन परिवार; याकिन से याकिन परिवार;
13 और ज़ारह, जिससे ज़ारहियों का ख़ान्दान चला; और साऊल, जिससे साऊलियों का ख़ान्दान चला।
ज़ेराह से जेराही परिवार; शाऊल से शाऊल परिवार.
14 तब बनी शमौन के ख़ान्दानों में से बाईस हज़ार दो सौ आदमी गिने गए।
शिमओन के परिवार समूह में वे परिवार थे; इसमें कुल 22,200 पुरुष थे.
15 और जद्द के बेटे जिनसे उनके ख़ान्दान चले यह हैं, या'नी सफ़ोन, जिससे सफ़ोनियों का ख़ान्दान चला; और हज्जी, जिससे हज्जियों का ख़ान्दान चला; और सूनी, जिससे सूनियों का ख़ान्दान चला;
गाद के परिवार समूह के ये परिवार हैं: ज़ेफोन से ज़ेफोन परिवार; हग्गी से हग्गी परिवार; शूनी से शूनी परिवार;
16 और उज़नी जिससे उज़नियों का ख़ान्दान चला; और 'एरी, जिससे 'एरियों का ख़ान्दान चला;
ओजनी से ओजनी परिवार; एरी से एरी परिवार;
17 और अरूद, जिससे अरूदियों का ख़ान्दान चला; और अरेली, जिससे अरेलियों का ख़ान्दान चला।
अरोद से अरोद परिवार; अरेली से अरेली परिवार;
18 बनी जद्द के यही घराने हैं, जो इनमें से गिने गए वह चालीस हज़ार पाँच सौ थे।
गाद के परिवार समहू के वे परिवार थे; इनमें कुल 40,500 पुरुष थे.
19 यहूदाह के बेटों में से 'एर और ओनान तो मुल्क — ए — कना'न ही में मर गए।
यहूदाह के दो पुत्र एर और ओनान, कनान में मर गए थे.
20 और यहूदाह के और बेटे जिनसे उनके ख़ान्दान चले यह हैं, या'नी सीला, जिससे सीलानियों का ख़ान्दान चला; और फ़ारस, जिससे फ़ारसियों का ख़ान्दान चला; और ज़ारह, जिससे ज़ारहियों का ख़ान्दान चला।
यहूदाह के परिवार समूह के ये परिवार हैं: शेलाह से शेलाह परिवार; पेरेज़ से पेरेज़ परिवार; ज़ेराह से ज़ेराह परिवार;
21 फ़ारस के बेटे यह हैं, या'नी हसरोन, जिससे हसरोनियों का ख़ान्दान चला; और हमूल, जिससे हमूलियों का ख़ान्दान चला।
पेरेज़ के ये परिवार हैं: हेज़रोन से हेज़रोनी परिवार; हामुल से हामूली परिवार.
22 ये बनी यहूदाह के घराने हैं। इनमें से छिहत्तर हज़ार पाँच सौ आदमी गिने गए।
यहूदाह के परिवार समूह के वे परिवार थे. इनके कुल पुरुषों की संख्या 76,500 थी.
23 और इश्कार के बेटे जिनसे उनके ख़ान्दान चले यह हैं, या'नी तोला', जिससे तोल'इयों का ख़ान्दान चला; और फ़ुव्वा, जिससे फ़ुवियों का ख़ान्दान चला:
इस्साखार के परिवार समूह के परिवार ये थे: तोला से तोला परिवार; पुव्वाह से पुव्वा परिवार;
24 यसूब, जिससे यसूबियों का ख़ान्दान चला; सिमरोन, जिससे सिमरोनियों का ख़ान्दान चला।
याशूब से याशूब परिवार; शिम्रोन से शिम्रोन परिवार;
25 यह बनी इश्कार के घराने हैं। इनमें से जो गिने गए वह चौंसठ हज़ार तीन सौ थे।
इस्साखार के परिवार समूह के वे परिवार थे; इनमें कुल पुरुषों की संख्या 64,300 थी.
26 और ज़बूलून के बेटे जिनसे उनके ख़ान्दान चले यह हैं, या'नी सरद, जिससे सरदियों का ख़ान्दान चला; एलोन, जिससे एलोनियों का ख़ान्दान चला; यहलीएल, जिससे यहलीएलियों का ख़ान्दान चला।
ज़ेबुलून के परिवार समूह के परिवार ये थे: सेरेद से सेरेद परिवार; एलोन से एलोन परिवार; याहलील से याहलील परिवार;
27 यह बनी ज़बूलून के घराने हैं। इनमें से साठ हज़ार पाँच सौ आदमी गिने गए।
ज़ेबुलून के परिवार समूह के वे परिवार थे; इनमें कुल पुरुषों की संख्या 60,500 थी.
28 और यूसुफ़ के बेटे जिनसे उनके ख़ान्दान चले यह हैं, या'नी मनस्सी और इफ़्राईम।
योसेफ़ के दो पुत्र मनश्शेह और एफ्राईम थे. हर एक पुत्र अपने परिवारों के साथ परिवार समूह बन गया था.
29 और मनस्सी का बेटा मकीर था, जिससे मकीरियों का ख़ान्दान चला; और मकीर से जिल'आद पैदा हुआ, जिससे जिल'आदियों का ख़ान्दान चला।
मनश्शेह के परिवार में ये थे: माखीर से माखीर परिवार (माखीर गिलआद का पिता था); गिलआद से गिलआद परिवार;
30 और जिल'आद के बेटे यह हैं, या'नी ई'एलियाज़र, जिससे ई'अज़रियों का ख़ान्दान चला; और ख़लक़, जिससे ख़लक़ियों का ख़ान्दान चला;
गिलआद के परिवार ये थे: ईएजेर से ईएजेर परिवार; हेलेक से हेलेकी परिवार;
31 और असरीएल, जिससे असरिएलियों का ख़ान्दान चला; और सिकम, जिससे सिकमियों का ख़ान्दान चला;
अस्रीएल से अस्रीएल परिवार; शेकेम से शेकेमी परिवार;
32 और समीदा', जिससे समीदा'इयों का ख़ान्दान चला; और हिफ़्र, जिससे हिफ़्रियों का ख़ान्दान चला।
शेमीदा से शेमीदा परिवार; हेफेर से हेफेर परिवार;
33 और हिफ़्र के बेटे सिलाफ़िहाद के यहाँ कोई बेटा नहीं बल्कि बेटियाँ ही हुई, और सिलाफ़िहाद की बेटियों के नाम यह हैं: महलाह, और नू'आह, और हुजलाह, और मिल्काह, और तिरज़ाह।
(हेफेर का पुत्र ज़लोफेहाद था. किंतु उसका कोई पुत्र न था; केवल पुत्री थी. उसकी पुत्रियों के नाम महलाह, नोआ, होगलाह, मिलकाह, और तिरज़ाह थे.)
34 यह बनी मनस्सी के घराने हैं। इनमें से जो गिने गए वह बावन हज़ार सात सौ थे।
मनश्शेह परिवार समूह के ये परिवार हैं; इनमें कुल पुरुष 52,700 थे.
35 और इफ़्राईम के बेटे जिनसे उनके ख़ान्दान चले यह हैं, या'नी सुतलह, जिससे सुतलहियों का ख़ान्दान चला; और बकर, जिससे बकरियों का ख़ान्दान चला; और तहन जिससे तहनियों का ख़ान्दान चला।
एफ्राईम के परिवार समूह के ये परिवार थे: शूतेलाह से शूतेलाही परिवार; बेकेर से बेकेरी परिवार; तहान से तहानी परिवार;
36 और सुतलह का बेटा 'ईरान था, जिससे 'ईरानियों का ख़ान्दान चला।
एरान शूतेलाह परिवार का था: उसका परिवार एरनी था.
37 यह बनी इफ़्राईम के घराने हैं। इनमें से जो गिने गए वह बत्तीस हज़ार पाँच सौ थे। यूसुफ़ के बेटों के ख़ान्दान यही हैं।
एफ्राईम के परिवार समूह में ये परिवार थे; कुल पुरुषों की संख्या इसमें 32,500 थी. वे ऐसे सभी लोग हैं जो योसेफ़ के परिवार समूहों के हैं.
38 और बिनयमीन के बेटे जिनसे उनके ख़ान्दान चले यह हैं, या'नी बला', जिससे बला'इयों का ख़ान्दान चला; और अशबील, जिससे अशबीलियों का ख़ान्दान चला; और अख़ीराम, जिससे अख़ीरामियों का ख़ान्दान चला;
बिन्यामिन के परिवार समूह के परिवार ये थे: बेला से बेला परिवार; अशबेल से अशबेली परिवार; अहीराम से अहीरामी परिवार;
39 और सूफ़ाम, जिससे सूफ़ामियों का ख़ान्दान चला; और हूफ़ाम, जिससे हूफ़ामियों का ख़ान्दान चला।
शपूआमि से शपूआमि परिवार; हूपाम से हूपामी परिवार.
40 बाला' के दो बेटे थे एक अर्द, जिससे अर्दियों का ख़ान्दान चला; दूसरा ना'मान, जिससे ना'मानियों का ख़ानदान चला।
बेला के परिवार में अर्द और नामान थे: अर्द से अर्दी परिवार; नामान से नामानी परिवार;
41 यह बनी बिनयमीन के घराने हैं। इनमें से जो गिने गए वह पैंतालस हजार छ: सौ थे।
बिन्यामिन के परिवार समूह के ये सभी परिवार थे; इसमें पुरुषों की कुल संख्या 45,600 थी.
42 और दान का बेटा जिससे उसका ख़ान्दान चला सुहाम था, उससे सूहामियों ख़ान्दान चला। दानियों का ख़ान्दान यही था।
दान के परिवार समूह में ये परिवार थे: शूहाम से शूहाम परिवार समूह. दान के परिवार समूह से वह परिवार समूह था:
43 सूहामियों के ख़ान्दान के जो आदमी गिने गए वह चौंसठ हज़ार चार सौ थे।
शूहाम परिवार समूह में बहुत से परिवार थे. इनमें पुरुषों की कुल संख्या 64,400 थी.
44 और आशर के बेटे जिनसे उनके ख़ान्दान चले यह हैं, या'नी यिमना, जिससे यिमनियों का ख़ान्दान चला; और इसवी, जिससे इसवियों का ख़ान्दान चला; और बरी'अह, जिससे बरी'अहियों का ख़ान्दान चला।
आशेर के परिवार समूह के ये परिवार हैं: इमनाह से इम्नी परिवार; इशवी से इशवी परिवार; बेरियाह से बेरिय परिवार;
45 बनी बरी'आह यह हैं, या'नी हिब्र, जिससे हिब्रियों का ख़ान्दान चला; और मलकीएल, जिससे मलकीएलियों का ख़ान्दान चला।
बेरियाह के ये परिवार हैं: हेबेर से हेबेरी परिवार; मालखिएल से मालखिएल परिवार.
46 और आशर की बेटी का नाम सारा था।
आशेर की एक पुत्री सेराह नाम की थी.
47 यह बनी आशर के घराने हैं, और जो इनमें से गिने गए वह तिरपन हज़ार चार सौ थे।
आशेर के परिवार समूह में वे परिवार थे; इसमें पुरुषों की संख्या 53,400 थी.
48 और नफ़्ताली के बेटे जिनसे उनके ख़ान्दान चले यह हैं, या'नी यहसीएल, जिससे यहसीएलियों का ख़ान्दान चला; और जूनी, जिससे जूनियों का ख़ान्दान चला;
नफताली के परिवार समूह के ये परिवार थे: यहसेल, जिससे यहसेली परिवार; गूनी, जिससे गूनी परिवार;
49 और यिस्र, जिससे यिस्रियों का ख़ान्दान चला; और सलीम, जिससे सलीमियों का ख़ान्दान चला।
येसेर, जिससे येसेरी परिवार; शिल्लेम, जिससे शिल्लेमी परिवार.
50 यह बनी नफ़्ताली के घराने हैं, और जितने इनमें से गिने गए वह पैंतालीस हज़ार चार सौ थे।
नफताली के परिवार समूह के ये परिवार थे. इसमें पुरुषों की कुल संख्या 45,400 थी.
51 फिर बनी — इस्राईल में से जितने गिने गए वह सब मिला कर छः लाख एक हज़ार सात सौ तीस थे।
इस प्रकार इस्राएल के पुरुषों की कुल संख्या 6,01,730 थी.
52 और ख़ुदावन्द ने मूसा से कहा,
याहवेह ने मोशेह से कहा,
53 “इन ही को, इनके नामों के शुमार के मुवाफ़िक़ वह ज़मीन मीरास के तौर पर बाँट दी जाए।
“हर एक परिवार समूह के लिये, जिन्हें गिना गया है, मीरास में पर्याप्‍त भूमि दी जाएगी.
54 जिस क़बीले में ज़्यादा आदमी हों उसे ज़्यादा हिस्सा मिले, और जिसमें कम हों उसे कम हिस्सा मिले। हर क़बीले की मीरास उसके गिने हुए आदमियों के शुमार पर ख़त्म हो।
बड़ा परिवार समूह अधिक भूमि पाएगा, और छोटा परिवार समूह कम भूमि पाएगा. किंतु हर एक परिवार समूह को भूमि मिलेगी जिसके लिए मैंने वचन दिया है, और जो भूमि वे पाएंगे वह उनकी गिनी गई संख्या के बराबर होगी.
55 लेकिन ज़मीन पर्ची से तक़्सीम की जाए। वह अपने आबाई क़बीलों के नामों के मुताबिक़ मीरास पाएँ।
हर एक परिवार समूह को लाटरी के आधार पर निश्चय करके धरती दी जाएगी और उस प्रदेश का वही नाम होगा जो उस परिवार समूह का होगा.
56 और चाहे ज़्यादा आदमियों का क़बीला हो या थोड़ों का, पर्चीसे उनकी मीरास तक़्सीम की जाए।”
वह प्रदेश बड़े और छोटे परिवार समूहों को पासे फेंककर मीरास बांट दिया जाएगा.”
57 और जो लावियों में से अपने — अपने ख़ान्दान के मुताबिक़ गिने गए वह यह हैं, या'नी जैरसोन से जैरसोनियों का घराना, क़िहात से क़िहातियों का घराना, मिरारी से मिरारियों का घराना।
लेवी का परिवार समूह भी गिना गया. लेवी के परिवार समूह के ये परिवार हैं: गेरशोन से गेरशोनी परिवार; कोहाथ से कोहाथ परिवार; मेरारी से मेरारी परिवार.
58 और यह भी लावियों के घराने हैं, या'नी लिबनी का घराना, हबरून का घराना, महली का घराना, और मूशी का घराना, और कोरह का घराना। और क क़िहात से अमराम पैदा हुआ।
लेवी के परिवार समूह से ये परिवार भी थे: लिबनी परिवार, हेब्रोनी परिवार, माहली परिवार, मूशी परिवार, कोहाथ परिवार, (अमराम कहात के परिवार समूह का था;
59 और अमराम की बीवी का नाम यूकबिद था, जो लावी की बेटी थी और मिस्र में लावी के यहाँ पैदा हुई; इसी के हारून और मूसा और उनकी बहन मरियम अमराम से पैदा हुए।
अमराम की पत्नी का नाम योकेबेद था. वह भी लेवी के परिवार समूह की थी. उसका जन्म मिस्र में हुआ था. अमराम और योकेबेद के दो पुत्र अहरोन और मोशेह थे. उनकी एक पुत्री मिरियम भी थी.
60 और हारून के बेटे यह थे: नदब और अबीहू और इली'एलियाज़र और ऐतामर।
नादाब, अबीहू, एलिएज़र तथा इथामार का पिता था अहरोन.
61 और नदब और अबीहू तो उसी वक़्त मर गए जब उन्होंने ख़ुदावन्द के सामने ऊपरी आग पेश कीं थी।
किंतु नादाब और अबीहू मर गए; क्योंकि उन्होंने याहवेह को उस आग से भेंट चढ़ाई जो उनके लिए स्वीकृत नहीं थी.)
62 फिर उनमें से जितने एक महीने और उससे ऊपर — ऊपर के नरीना फ़र्ज़न्द गिने गए वह तेईस हज़ार थे। यह बनी — इस्राईल के साथ नहीं गिने गए क्यूँकि इनको बनी — इस्राईल के साथ मीरास नहीं मिली।
लेवी परिवार समूह के सभी पुरुषों की संख्या 23,000 थी. किंतु ये लोग इस्राएल के अन्य लोगों के साथ नहीं गिने गए थे. वे भूमि नहीं पा सके, जिसे अन्य लोगों को देने का वचन याहवेह ने दिया था.
63 तब मूसा और इली'एलियाज़र काहिन ने जिन बनी — इस्राईल को मोआब के मैदानों में जो यरदन के किनारे किनारे यरीहू के सामने हैं शुमार किया वह यही हैं।
मोशेह और पुरोहित एलिएज़र ने इन सभी लोगों को गिना. उन्होंने इस्राएल के लोगों को मोआब के मैदान में गिना. यह येरीख़ो से यरदन नदी के पार था.
64 लेकिन जिन इस्राईलियों को मूसा और हारून काहिन ने सीना के जंगल में गिना था, उनमें से एक शख़्स भी इनमें न था।
बहुत समय पहले, मोशेह और पुरोहित अहरोन ने इस्राएल के लोगों को सीनायी मरुभूमि में गिना था. किंतु वे सभी लोग मर चुके थे. मोआब के मैदान में मोशेह ने जिन लोगों को गिना, वे पहले गिने गए लोगों से भिन्‍न थे.
65 क्यूँकि ख़ुदावन्द ने उनके हक़ में कह दिया था कि वह यक़ीनन वीरान में मर जाएँगे, चुनाँचे उनमें से अलावा युफ़न्ना के बेटे कालिब और नून के बेटे यशू'अ के एक भी बाक़ी नहीं बचा था।
यह इसलिये हुआ कि याहवेह ने इस्राएल के लोगों से यह कहा था कि वे सभी मरुभूमि में मरेंगे. जो केवल दो जीवित बचे थे; येफुन्‍नेह का पुत्र कालेब और नून का पुत्र यहोशू!

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