< मरकुस 9 >

1 और उसने उनसे कहा' “मै तुम से सच कहता हूँ, जो यहाँ खड़े हैं उन में से कुछ ऐसे हैं जब तक ख़ुदा की बादशाही को क़ुदरत के साथ आया हुआ देख न लें मौत का मज़ा हरगिज़ न चखेंगे।”
ଆଡଃ ୟୀଶୁ ମେତାଦ୍‌କଆଏ, “ସାର୍‌ତିଗି କାଜିୟାପେ ତାନାଇଙ୍ଗ୍‌, ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ରାଇଜ୍‌ ପେଡ଼େଃଲଃ ହିଜୁଃତାନ୍‌ ଆଉରି ନେଲେ ଜାକେଦ୍, ନେତାଃରେ ତିଙ୍ଗୁଆକାନ୍‌ କଏତେ ଚିମିନ୍‌କ ଗନଏଃ କାକ ଚାଖାଅୟା ।”
2 छ: दिन के बाद ईसा ने पतरस और या'क़ूब यूहन्ना को अपने साथ लिया और उनको अलग एक ऊँचे पहाड़ पर तन्हाई में ले गया और उनके सामने उसकी सूरत बदल गई।
ତୁରୁଇ ମାଃ ତାୟମ୍‌ତେ ୟୀଶୁ ପାତ୍‌ରାସ୍‌, ଯାକୁବ୍‌ ଆଡଃ ଯୋହାନ୍‌କେ ମିଆଁଦ୍‌ ସାଲାଙ୍ଗି ବୁରୁ ଚେତାନ୍ ଇଦିକେଦ୍‌କଆଏ ଆଡଃ ଇନ୍‌କୁ ଏନ୍ତାଃରେ ଏସ୍‌କାର୍‌ଗି ତାଇକେନାକ, ଆଡଃ ଇନ୍‌କୁଆଃ ନେପେଲ୍‌ରେ ୟୀଶୁଆଃ ରୁପ୍‌ ବାଦ୍‌ଲାଅୟାନା ।
3 उसकी पोशाक ऐसी नूरानी और निहायत सफ़ेद हो गई, कि दुनिया में कोई धोबी वैसी सफ़ेद नहीं कर सकता।
ନେ ଅତେଦିଶୁମ୍‌ରେନ୍‌ ଜେତାଏ ଧୋବି କାଏ ପୁଣ୍ଡି ଦାଡ଼ିଲେକା, ଲିଜାଃକ ତାୟାଃଦ ଝାକ୍‌ ମାକ୍‌ ପୁଣ୍ଡିୟାନା ।
4 और एलियाह मूसा के साथ उनको दिखाई दिया, और वो ईसा से बातें करते थे।
ଏନ୍ତେ ମୁଶା ଆଡଃ ଏଲିୟକେ, ୟୀଶୁଲଃ ଜାଗାର୍‌ତାନ୍‌ ନେଲ୍‌କେଦ୍‌କିନାକ ।
5 पतरस ने ईसा से कहा “रब्बी हमारा यहाँ रहना अच्छा है पस हम तीन तम्बू बनाएँ एक तेरे लिए एक मूसा के लिए, और एक एलियाह के लिए।”
ପାତ୍‌ରାସ୍‌ଦ ୟୀଶୁକେ ମେତାଇୟାଏ, “ହେ ଗୁରୁ, ଆବୁ ନାଙ୍ଗ୍‌ ନେତାଃରେଗି ତାଇନଃ ପୁରାଃ ବୁଗିନାଃ, ଆପିୟା କୁମ୍ବାବୁ ବାଇୟାଃ, ମିଆଁଦ୍‌ ଆମାଃ ନାଗେନ୍ତେ, ମିଆଁଦ୍‌ ମୁଶା ନାଗେନ୍ତେ ଆଡଃ ମିଆଁଦ୍‌ ଏଲିୟ ନାଗେନ୍ତେ ।”
6 क्यूँकि वो जानता न था कि क्या कहे इसलिए कि वो बहुत डर गए थे।
ପାତ୍‌ରାସ୍‌ ଚିକ୍‌ନାଃଏ କାଜିରୁହାଡ଼େୟା ଏନା କାଏ ଉଡ଼ୁଃ ଦାଡ଼ିକେଦା, ଚିୟାଃଚି ଇନ୍‌କୁଦ ପୁରାଃଗି ବରକେଦାକ ।
7 फिर एक बादल ने उन पर साया कर लिया और उस बादल में से आवाज़ आई “ये मेरा प्यारा बेटा है; इसकी सुनो।”
ଏନ୍ତେ ମିଆଁଦ୍‌ ରିମିଲ୍‌ ହିଜୁଃକେଦ୍‌ତେ ଇନ୍‌କୁକେ ଉମ୍ବୁଲ୍‌ କେଦ୍‌କଆଏ, ଆଡଃ ଏନ୍‌ ରିମିଲ୍ଏତେ ମିଆଁଦ୍‌ କାଜି ଆୟୁମ୍‌ୟାନା “ନିଃଗି ଆଇଁୟାଃ ଦୁଲାଡ଼୍‌ ହନ୍‌ତାନିଃ, ଅକଏକେଚି ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ଦୁଲାଡ଼ାଃଇଙ୍ଗ୍‌, ନିୟାଃ କାଜି ଆୟୁମେପେ ।”
8 और उन्हों ने यकायक जो चारों तरफ़ नज़र की तो ईसा के सिवा और किसी को अपने साथ न देखा।
ଇନ୍‌କୁ ଇମ୍‌ତାଗି ଆରିଦ୍‌ ବିୟୁର୍‌କେଦାକ, ଆଡଃ ଆକଲଃ ୟୀଶୁକେ ବାଗିକେଦ୍‌ତେ ଜେତାଏକେ କାକ ନେଲ୍‌କିୟାଃ ।
9 जब वो पहाड़ से उतर रहे थे तो उसने उनको हुक्म दिया कि “जब तक इबने आदम मुर्दों में से जी न उठे जो कुछ तुम ने देखा है किसी से न कहना।”
ବୁରୁଏତେକ ଆଡ଼୍‌ଗୁନ୍‌ତାନ୍‌ରେ ୟୀଶୁ ଇନ୍‌କୁକେ ଚେତାଅକେଦ୍‌କଆ, “ଆପେ ନେଲାକାଦ୍‌ତେଆଃ, ମାନୱାହନ୍‌ ଗଜାକାନ୍‌କଏତେ ଆଉରି ଜୀଉବିରିଦେନ୍ ଜାକେଦ୍‌, ଜେତାଏକେ ଆଲ୍‌ପେ ଉଦୁବାକଆ ।”
10 उन्होंने इस कलाम को याद रखा और वो आपस में बहस करते थे, कि मुर्दों में से जी उठने के क्या मतलब हैं।
୧୦ଇନ୍‌କୁଦ ଇନିୟାଃ କାଜିକ ଆୟୁମ୍‌କେଦ୍‌ତେ “ଗଏଃକାନ୍‌ କଏତେ ଜୀଉବିରିଦେନ୍ କାଜିରାଃ ମୁଣ୍ତି ଚିକ୍‌ନାଃ ତାନାଃ?” ମେନ୍ତେ ଆକ ଆକରେକ କୁଲିୟଃତାନ୍ ତାଇକେନା ।
11 फिर उन्हों ने उस से ये पूछा, “आलिम क्यूँ कहते हैं कि एलियाह का पहले आना ज़रूर है?”
୧୧ଆଡଃ ଇନ୍‌କୁ ୟୀଶୁକେ କୁଲିକିୟାଃକ, “ଚିନାଃ ମେନ୍ତେ ଆଇନ୍‌ ଇତୁକ ଏଲିୟକେ ସିଦାତେ ହିଜୁଃଲାଗାତିୟାଃଁ ମେନ୍ତେକ କାଜିୟାଃ?”
12 उसने उनसे कहा, “एलियाह अलबत्ता पहले आकर सब कुछ बहाल करेगा मगर क्या वजह है कि इबने आदम के हक़ में लिखा है कि वो बहुत से दु: ख उठाएगा और ज़लील किया जाएगा?
୧୨ଇନିଃ କାଜିରୁହାଡ଼ାଦ୍‌କଆଏ, “ନେଆଁଁ ସାର୍‌ତିଗି ତାନାଃ, ଏଲିୟ ଆୟୁର୍‌ତେ ହିଜୁଃଗିୟାଏ, ଆଡଃ ସବେନାଃ ଆଡଃମିସା ବାଇରୁହାଡ଼େୟାଏ । ମାନୱାହନ୍‌କେ ପୁରାଃ ଦୁକୁସାହାତିଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତିଙ୍ଗ୍‌ୟାଁଃ ଆଡଃ ହିଲାଙ୍ଗ୍‌ଇଆକ, ନେୟାଁ ଚିନାଃ ମେନ୍ତେତାମ୍‌ ଆୟାଃ ବିଷାଏରେ ଅଲାକାନା?
13 लेकिन मै तुम से कहता हूँ, कि एलियाह तो आ चुका और जैसा उसके हक़ में लिखा है उन्होंने जो कुछ चाहा उसके साथ किया।”
୧୩ଆଇଙ୍ଗ୍‌ଦଇଙ୍ଗ୍‌ କାଜିପେତାନା, ଏଲିୟ ହିଜୁଃୟାନାଏ, ଆଡଃ ପାବିତାର୍‌ ଅନଲ୍‌କ ଇନିୟାଃ ବିଷାଏରେ ଅଲାକାଦ୍‌ ଲେକା, ହଡ଼କ ଆକଆଃ ସାନାଙ୍ଗ୍‌ ଲେକା ଇନିଃକେ ରିକାକିୟାଃକ ।”
14 जब वो शागिर्दों के पास आए तो देखा कि उनके चारों तरफ़ बड़ी भीड़ है, और आलिम लोग उनसे बहस कर रहे हैं।
୧୪ଆଡଃ ଇନ୍‌କୁ ଏଟାଃ ଚେଲାକତାଃକ ରୁହାଡ଼୍‌ୟାନ୍‌ଚି, ଗାଦେଲ୍‌ ହଡ଼କ ଇନ୍‌କୁଆଃ ବିୟୁର୍‌ତେ ହୁଣ୍ଡିଆକାନ୍‌ ଆଡଃ ଆଇନ୍‌ ଇତୁକଲଃ କାପାଜିତାନ୍‌କ ନେଲ୍‌କେଦ୍‌କଆ ।
15 और फ़ौरन सारी भीड़ उसे देख कर निहायत हैरान हुई और उसकी तरफ़ दौड़ कर उसे सलाम करने लगे।
୧୫ୟୀଶୁକେ ନେଲ୍‌ତାଇଲଃଗି ହଡ଼କ ଆକ୍‌ଦାନ୍ଦାଅୟାନା ଆଡଃ ନିର୍‌ ଦାରମ୍‌କେଦ୍‌ତେକ ଜହାର୍‌କିୟାଃ ।
16 उसने उनसे पूछा, “तुम उन से क्या बहस करते हो?”
୧୬ୟୀଶୁ, ଆୟାଃ ଚେଲାକକେ କୁଲିକେଦ୍‌କଆଏ, “ଆଇନ୍‌ ଇତୁକଲଃ ଚିନାଃପେ କାପାଜିତାନା?”
17 और भीड़ में से एक ने उसे जवाब दिया, ऐ उस्ताद! मै अपने बेटे को जिसमें गूँगी रूह है तेरे पास लाया था।
୧୭ଗାଦେଲ୍‌ ହଡ଼କଏତେ ମିଆଁଦ୍‌ନିଃ ମେତାଇୟାଏ, “ଏ ଇତୁନିଃ, ହନିଙ୍ଗ୍‌କଡ଼ାକେ ଆମାଃତାଃ ଆଉକିୟାଇଙ୍ଗ୍‌, ଚିୟାଃଚି ଇନିଃରେ ମିଆଁଦ୍‌ ବଙ୍ଗା ବଲକାନାଏ ମେନ୍ତେ ଇନିଃ କାଏ ବାଖାଁଣ୍‌ ଦାଡ଼ିତାନା ।
18 वो जहाँ उसे पकड़ती है, पटक देती है; और वो क़फ़ भर लाता और दाँत पीसता और सूखता जाता है। मैने तेरे शागिर्दों से कहा था, “वो उसे निकाल दें मगर वो न निकाल सके।”
୧୮ଜେତାଏ ଠାୟାଦ୍‌ରେ ସାବ୍‌କିଦ୍‌ତେ ଇନିଃକେ ଥାୱାଃବାଟିୟାଏ, ଆଡଃ ଇନିୟାଃ ମଚା ପୁତୁରିଦଃଆ, ଇନିଃ ଡାଟାଏ ତାଗଏଃରିଦେୟା ଆଡଃ ଗଜାକାନ୍‌ ଲେକାଏ ରିକାଅଃଆ । ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ଆମାଃ ଚେଲାକକେ ଅଡଙ୍ଗ୍‌ହାର୍‌ତାଇପେ ମେନ୍‌କେଦ୍‌କଆଇଙ୍ଗ୍‌, ମେନ୍‌ଦ ଇନ୍‌କୁ କାକ ଦାଡ଼ିକେନା ।”
19 उसने जवाब में उनसे कहा, “ऐ बेऐ'तिक़ाद क़ौम! मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूँगा? कब तक तुम्हारी बर्दाश्त करूँगा उसे मेरे पास लाओ।”
୧୯ୟୀଶୁ ମେତାଦ୍‌କଆଏ, “ଏ କା ବିଶ୍ୱାସ୍‌ତାନ୍‌ ହଡ଼କ, ଚିମିନ୍‌ ଜାକେଦ୍‌ ଆପେଲଃ ତାଇନାଇଙ୍ଗ୍‌? ଚିମିନ୍‌ ଜାକେଦ୍‌ ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ସାହାତିଙ୍ଗ୍‌ପେଆ? ମାର୍‌ ଏନ୍‌ ସିଟିଆକେ ଆଇଙ୍ଗ୍‌ତାଃତେ ଆଉୱିପେ ।”
20 पस वो उसे उसके पास लाए, और जब उसने उसे देखा तो फ़ौरन रूह ने उसे मरोड़ा और वो ज़मीन पर गिरा और क़फ़ भर लाकर लोटने लगा।
୨୦ଏନ୍ତେ ଇନ୍‌କୁ ସିଟିଆକେ ଆୟାଃତାଃକ ଆଉକିୟା । ଏତ୍‌କାନ୍‌ ଆତ୍ମାଦ ୟୀଶୁକେ ନେଲ୍‌ତାଇଚି ଇମ୍‌ତାଙ୍ଗ୍‌ଗି ଏନ୍‌ ହନ୍‌କେ ଆଇଁଠାଅକିୟାଏ ଆଡଃ ହନ୍‌ ଅତେରେ ଉୟୁଃକେଦ୍‌ତେ ବାଟିବାଡ଼ାୟାନାଏ ଆଡଃ ଇନିୟାଃ ମଚା ପୁତିରିଦଃ ତାଇକେନା ।
21 उसने उसके बाप से पूछा “ये इस को कितनी मुद्दत से है?” उसने कहा “बचपन ही से।
୨୧ୟୀଶୁ ଏନ୍‌ ହନ୍‌ରାଃ ଆପୁତେକେ କୁଲିକିୟାଏ, “ଚିମିନ୍‌ ମାହାଁଏତେ ନେକାଅଃତାନାଏ?” ଆପୁତେ କାଜିରୁହାଡ଼୍‌କିୟାଏ, “ମିଦ୍‌ ସିଟିଆଏତେଗି ।”
22 और उसने उसे अक्सर आग और पानी में डाला ताकि उसे हलाक करे लेकिन अगर तू कुछ कर सकता है तो हम पर तरस खाकर हमारी मदद कर।”
୨୨“ଗଜି ନାଗେନ୍ତେ ଏତ୍‌କାନ୍‌ ଆତ୍ମା ଇନିଃକେ ପୁରାଃସା ଦାଆଃରେ ଆଡଃ ସେଙ୍ଗେଲ୍‌ରେ ଇଲିଙ୍ଗ୍‌ଉୟୁଃକାଇ ତାଇକେନା । ଏନାମେନ୍ତେ ଜେତ୍‌ନାଃମ୍‌ ରିକାଦାଡ଼ିରେଦ ଦାୟାକେଦ୍‌ତେ ଆମ୍‌ ଦେଙ୍ଗାଲେମ୍ ।”
23 ईसा ने उस से कहा “क्या जो तू कर सकता है जो ऐ'तिक़ाद रखता है? उस के लिए सब कुछ हो सकता है।”
୨୩ୟୀଶୁଦ “ହେ” ମେନ୍‌ତାନ୍‌ଲଃ, କାଜିକେଦାଏ, “ଚିନାଃମେନ୍ତେ ରିକାଦାଡ଼ିରେଦ ମେନେତାନାମ୍‌, ବିଶ୍ୱାସ୍‌ତାନ୍‌ନିଃ ନାଗେନ୍ତେ ସବେନାଃ ରିକାଦାଡ଼ିୟଆଃ ।”
24 उस लड़के के बाप ने फ़ौरन चिल्लाकर कहा. “मैं ऐ'तिक़ाद रखता हूँ, मेरी बे ऐ'तिक़ादी का इलाज कर।”
୨୪ଏନ୍‌ ତର୍‌ସାଗି ଏନ୍‌ ହନ୍‌ରାଃ ଆପୁତେ ରାଆଃତାନ୍‌ଲଃ କାଜିକେଦାଏ, “ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ବିଶ୍ୱାସ୍‌ ତାନାଇଙ୍ଗ୍‌, ଆଇଁୟାଃ କା ବିଶ୍ୱାସ୍‌ରେ ଦେଙ୍ଗାଇଙ୍ଗ୍‌ମେଁ ।”
25 जब ईसा ने देखा कि लोग दौड़ दौड़ कर जमा हो रहे हैं, तो उस बद रूह को झिड़क कर कहा, “मै तुझ से कहता हूँ, इस में से बाहर आ और इस में फिर दाख़िल न होना।”
୨୫ହଡ଼କକେ ଜୁରୁ ହୁଣ୍ଡିନ୍‌ତାନ୍ ୟୀଶୁ ନେଲ୍‌କେଦ୍‌କଚି, ସତ୍‌ରା ଆତ୍ମାକେ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ମଚାକିୟାଏ ଆଡଃ ମେତାଇୟାଏ, “ଏ ଭାଏଁରା ଆଡଃ କା ବାଖାଁଣ୍‌ ଦାଡ଼ିତାନ୍‌ ଆତ୍ମା, ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ହୁକୁମ୍ ଏମାମ୍‌ତାନାଇଙ୍ଗ୍‌, ନିଃଏତେ ଅଡଙ୍ଗ୍‌ଅଃମେ, ଆଡଃ ନିଃଇରେ ଚିଉଲାଅ ଆଲମ୍‌ ବଲ ରୁହାଡ଼ାଃ ।”
26 वो चिल्लाकर और उसे बहुत मरोड़ कर निकल आई और वो मुर्दा सा हो गया “ऐसा कि अक्सरों ने कहा कि वो मर गया।”
୨୬ଏତ୍‌କାନ୍‌ ଆତ୍ମା କାଉରିକେଦ୍‌ତେ ଏନ୍‌ ହନ୍‌କେ ସିଦୁବ୍‌କିୟା ଆଡଃ ଅଡଙ୍ଗ୍‌ ବାଗିତାଇୟାଏ । ସିଟିଆ କଡ଼ାଦ ଗଜାକାନ୍‌ନିଃ ଲେକାଏ ରିକାୟାନା; ହଡ଼କ ମେନ୍‌କେଦାଃ, “ଗଏଃୟାନାଏ ।”
27 मगर ईसा ने उसका हाथ पकड़कर उसे उठाया और वो उठ खड़ा हुआ।
୨୭ମେନ୍‌ଦ ୟୀଶୁ ତିଃଇ ସାବ୍‌କିତେ ବିରିଦ୍‌କିୟାଏ, ଆଡଃ ଇନିଃ ତିଙ୍ଗୁକେଟେଦ୍‌ୟାନାଏ ।
28 जब वो घर में आया तो उसके शागिर्दों ने तन्हाई में उस से पूछा “हम उसे क्यूँ न निकाल सके?”
୨୮ଏନ୍ତେ ୟୀଶୁ ଅଡ଼ାଃତେ ସେନଃୟାନାଏ, ଆଡଃ ଏସ୍‌କାର୍‌ରେ ଚେଲାକତାୟାଃ ଇନିଃକେ କୁଲିକିୟାଃକ, “ଆଲେଦ ଚିନାଃମେନ୍ତେ ଏନ୍‌ ବଙ୍ଗାକେ କାଲେ ଅଡଙ୍ଗ୍‌ ଦାଡ଼ିକେନା?”
29 उसने उनसे कहा, “ये सिर्फ़ दुआ के सिवा और किसी तरह नहीं निकल सकती।”
୨୯ୟୀଶୁ ମେତାଦ୍‌କଆଏ “ନେ ଲେକାନ୍ ଏତ୍‌କାନ୍‌ ଆତ୍ମାକ ବିନ୍ତିତେ ଏସ୍‌କାର୍‌କ ଅଡଙ୍ଗ୍‌ ଦାଡ଼ିୟଃଆ, ଆଡଃ ଜେତାଲେକାତେଦ କାହାଗି ।”
30 फिर वहाँ से रवाना हुए और गलील से हो कर गुज़रे और वो न चाहता था कि कोई जाने।
୩୦ୟୀଶୁ ଆଡଃ ଚେଲାକତାୟାଃ ଏନ୍ତାଃଏତେ ସେନଃୟାନ୍‌ଚି ଗାଲିଲ୍‌ ଦିଶୁମ୍‌ ଥାଲା ଥାଲାତେକ ସେନଃୟାନା । ଜେତାଏ ଏନା ଆଲକାକ ସାରିନାମେକା ମେନ୍ତେ ଇନିଃ ସାନାଙ୍ଗ୍‌ତାଇକେନାଏ,
31 इसलिए कि वो अपने शागिर्दों को ता'लीम देता और उनसे कहता था, “इब्न — ए आदम आदमियों के हवाले किया जाएगा और वो उसे क़त्ल करेंगे और वो क़त्ल होने के तीन दिन बाद जी उठेगा।”
୩୧ଚିୟାଃଚି ଇନିଃଦ ଆୟାଃ ଚେଲାକକେ ଇତୁକ ତାଇକେନାଏ । ଇନିଃ କାଜିୟାଦ୍‌କଆଏ, “ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ମାନୱାହନ୍‌ ତାନିଙ୍ଗ୍‌, ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ହଡ଼କଆଃ ତିଃଇରେ ଏମ୍‌ଏଣ୍ଡାଗଃଆଇଙ୍ଗ୍‌, ଆଡଃ ହଡ଼କ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ ଗଜିୟାଁକ, ଗନଏଃରାଃ ଆପିମା ତାୟମ୍‌ତେ ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ଜୀଉ ବିରିଦାଃଇଙ୍ଗ୍‌ ।”
32 लेकिन वो इस बात को समझते न थे, और उस से पूछते हुए डरते थे।
୩୨ମେନ୍‌ଦ ଇନ୍‌କୁ ନେ କାଜି କାକ ଆଟ୍‌କାର୍‌ ଉରୁମ୍‌ ଦାଡ଼ିକେଦା, ଆଡଃ ଇନ୍‌କୁଦ ଇନିଃକେ କୁଲି ନାଗେନ୍ତେ ବରକେଦାଃକ ।
33 फिर वो कफ़रनहूम में आए और जब वो घर में था तो उसने उनसे पूछा, “तुम रास्ते में क्या बहस करते थे?”
୩୩ୟୀଶୁ ଆଡଃ ଆୟାଃ ଚେଲାକ କପର୍‌ନାହୁମ୍‌ ତେବାଃକେଦ୍‌ଚି ଅଡ଼ାଃରେକ ବଲୟାନା, ଆଡଃ ଇନିଃ ଚେଲାକକେ କୁଲିକେଦ୍‌କଆଏ, “ହରାରେ ଚିନାଃପେ ଜାଗାର୍‌ତାନ୍‌ ତାଇକେନା?”
34 वो चुप रहे क्यूँकि उन्होंने रास्ते में एक दूसरे से ये बहस की थी कि बड़ा कौन है?
୩୪ମେନ୍‌ଦ ଇନ୍‌କୁ ହାପାୟାନାକ, ଚିୟାଃଚି ଇନ୍‌କୁ ଅକଏ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ଆଁ ମେନ୍ତେ ହରାରେକ କାପାଜିତାନ୍ ତାଇକେନା ।
35 फिर उसने बैठ कर उन बारह को बुलाया और उनसे कहा “अगर कोई अव्वल होना चाहे तो वो सब से पिछला और सब का ख़ादिम बने।”
୩୫ୟୀଶୁ ଦୁବ୍‌ୟାନ୍‌ଚି ବାରାଝାନ୍‌କକେ ହାକାଅକେଦ୍‌କଆଏ ଆଡଃ ମେତାଦ୍‌କଆଏ, “ଅକନ୍‌ ହଡ଼ ସବେନ୍‌କଏତେ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ୟେଁନ୍‌ ସାନାଙ୍ଗ୍‌ରେଦ, ସବେନ୍‌କଏତେ ଲାତାରେନ୍‌କାଏ ଆଡଃ ସବେନ୍‌କଆଃ ଦାସିନ୍ କାଏ ।”
36 और एक बच्चे को लेकर उन के बीच में खड़ा किया फिर उसे गोद में लेकर उनसे कहा।
୩୬ଏନ୍ତେ ମିଆଁଦ୍‌ ହୁଡିଙ୍ଗ୍‌ ହନ୍‌କେ ହାକାଅକିଃତେ ଇନ୍‌କୁଆଃ ଥାଲାରେ ତିଙ୍ଗୁକିୟାଏ ଆଡଃ କୟଙ୍ଗ୍‌କିଃତେ ମେତାଦ୍‌କଆଏ,
37 “जो कोई मेरे नाम पर ऐसे बच्चों में से एक को क़बूल करता है वो मुझे क़बूल करता है और जो कोई मुझे क़बूल करता है वो मुझे नहीं बल्कि उसे जिस ने मुझे भेजा है क़बूल करता है।”
୩୭ନେ ଲେକାନ୍ ମିଆଁଦ୍‌ ହୁଡିଙ୍ଗ୍‌ ହନ୍‌କେ ଅକନ୍‌ ହଡ଼ “ଆଇଁୟାଃ ନୁତୁମ୍‌ତେ ସୁକୁଆଇୟାଏ ଇନିଃଦ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ ସୁକୁଆୟାଁଏ, ଆଡଃ ଅକନ୍‌ ହଡ଼ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ ସୁକୁଆୟାଁଏ, ଇନିଃ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ ଏସ୍‌କାର୍‌ କା ମେନ୍‌ଦ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ କୁଲ୍‌ନିଃ ଆଇଁୟାଃ ଆବାକେୟଗି ସୁକୁଆଇୟାଏ ।”
38 यूहन्ना ने उस से कहा “ऐ उस्ताद हम ने एक शख़्स को तेरे नाम से बदरूहों को निकालते देखा और हम उसे मनह करने लगे क्यूँकि वो हमारी पैरवी नहीं करता था।”
୩୮ଯୋହାନ୍‌ ୟୀଶୁକେ କାଜିକିୟାଏ, “ହେ ଗମ୍‌କେ, ମିଆଁଦ୍‌ ହଡ଼ ଆମାଃ ନୁତୁମ୍‌ତେ ବଙ୍ଗାକକେ ଅଡଙ୍ଗ୍‌କତାନ୍‌ଲେ ନେଲ୍‌କିୟା ଆଡଃ ଇନିଃ ଆବୁଆଃ ଜାମାରେନ୍ କାଏ ତାଇକେନା, ଏନାମେନ୍ତେ ଇନିଃକେ ମାନାକିୟାଲେ ।”
39 लेकिन ईसा ने कहा “उसे मनह न करना क्यूँकि ऐसा कोई नहीं जो मेरे नाम से मोजिज़े दिखाए और मुझे जल्द बुरा कह सके।
୩୯“ୟୀଶୁ ମେତାଦ୍‌କଆଏ, ଆଲ୍‌ପେ ମାନାଇୟା, ଆଇଁୟାଃ ନୁତୁମ୍‌ତେ ଆକ୍‌ଦାନ୍ଦାଅ କାମି କାମିତାନ୍‌ ଜେତାଏନିଃ ଆଇଁୟାଃ ନୁତୁମ୍‌ତେ ଏତ୍‌କାନ୍‌ କାଜି କାମି କାଏ ଦାଡ଼ିୟା ।
40 क्यूँकि जो हमारे ख़िलाफ़ नहीं वो हमारी तरफ़ है।
୪୦ଚିୟାଃଚି ଅକଏ ଆବୁକେ ଦାରମ୍‌ବୁତାନାଏ, ଇନିଃଦ ଆବୁଲଃରିୟା ।
41 जो कोई एक प्याला पानी तुम को इसलिए पिलाए कि तुम मसीह के हो मैं तुम से सच कहता हूँ कि वो अपना अज्र हरगिज़ न खोएगा।”
୪୧ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ଆପେକେ ସାର୍‌ତିଗିଇଙ୍ଗ୍‌ କାଜିୟାପେତାନା, ଆପେ ଖ୍ରୀଷ୍ଟ୍‌ଆଃ ତାନ୍‌ପେ ମେନ୍ତେ ଅକ ହଡ଼ ଆପେକେ ମିଦ୍‌ ଗିଲାସ୍‌ ରେହାଡ଼୍‌ ଦାଆଃ ନୁଁଏ ନାଗେନ୍ତେ ଏମାପେରେଦ, ଏନ୍‌ ହଡ଼ ଆୟାଃ ନାଲା ନାମେଗିୟାଏ ।
42 “और जो कोई इन छोटों में से जो मुझ पर ईमान लाए हैं किसी को ठोकर खिलाए, उसके लिए ये बेहतर है कि एक बड़ी चक्की का पाट उसके गले में लटकाया जाए और वो समुन्दर में फेंक दिया जाए।
୪୨“ଆଡଃଗି ୟୀଶୁ କାଜିକେଦାଃଏ, ଜେତାଏ ଆଇଁୟାଃରେ ବିଶ୍ୱାସ୍‌ତାନ୍‌ ନେ ହୁପ୍‌ଡିଙ୍ଗ୍‌କଏତେ ମିଆଁଦ୍‌ନିଃକେ ଆୟାଃ ବିଶ୍ୱାସ୍‌ରେ ତହଦ୍‍ରିକାଇରେଦ ଇନିୟାଃ ହଟଃରେ ଜାନ୍ତାଦିରି ହାକାକେଦ୍‌ତେ ଇନିଃକେ ଇକିର୍‌ ଦରେୟାରେ ହୁଦ୍‌ମାତେୟାଃ ଇନିଃ ନାଗେନ୍ତେ ବୁଗିଅଃତେଆଃ ।
43 अगर तेरा हाथ तुझे ठोकर खिलाए तो उसे काट डाल टुंडा हो कर ज़िन्दगी में दाख़िल होना तेरे लिए इससे बेहतर है कि दो हाथ होते जहन्नुम के बीच उस आग में जाए जो कभी बुझने की नहीं। (Geenna g1067)
୪୩ଆଡଃ ଆମାଃ ତିଃଇ ବିଶ୍ୱାସ୍‌ରେ ତହଦ୍‍ ରିକାମ୍‌ତାନ୍‌ରେଦ, ଏନାକେ ଛପାଏଣ୍ଡାଃଏମେ । ବାରିଆଃ ତିଃଇ ତାଇକେଦ୍‌ତେ ନାରାକ୍‌ତେ, ଚିଉଲାଅ କା ଇଣିଁଜଃ ସେଙ୍ଗେଲ୍‌ତେ ସେନଃଏତେଦ ଟୁଣ୍ଟାୟାନ୍ତେ ଜୀଦାନ୍‌ରେ ବଲଃ ଆମାଃ ନାଗେନ୍ତେ ବୁଗିନାଃ । (Geenna g1067)
44 जहाँ उनका कीड़ा नहीं मरता और आग नहीं बुझती।
୪୪ନାରାକ୍‌ରେ ଇନ୍‌କୁକେ ଜମ୍‌ତାନ୍ ତିଜୁ କାକ ଗଜଃଆ ଆଡଃ ସେଙ୍ଗେଲ୍ କା ଇଣିଁଜଃଆ
45 और अगर तेरा पाँव तुझे ठोकर खिलाए तो उसे काट डाल लंगड़ा हो कर ज़िन्दगी में दाख़िल होना तेरे लिए इससे बेहतर है कि दो पाँव होते जहन्नुम में डाला जाए। (Geenna g1067)
୪୫ଆଡଃ ଆମାଃ କାଟା ତହଦ୍‍ ରିକାମ୍‌ତାନ୍‌ ରେଦ, ଏନାକେ ଛପା ଏଣ୍ଡାଃତାମ୍ । ବାରିଆ କାଟାତେ, ସେଙ୍ଗେଲ୍ ନାରାକ୍‌ରେମ୍‌ ହୁରାଙ୍ଗ୍‌ ହାଁଣବଃଏତେଦ, ଲାଙ୍ଗ୍‌ଡ଼ାକାନ୍ ଜୀଦାନ୍‌ରେ ବଲଃତେୟାଃ ଆମ୍‌ ନାଗେନ୍ତେ ବୁଗିନାଃ । (Geenna g1067)
46 जहाँ उनका कीड़ा नहीं मरता और आग नहीं बुझती।
୪୬ନାରାକ୍‌ରେ ଇନ୍‌କୁଆଃ ତିଜୁ କାଏ ଗଜଃଆ ଆଡଃ ସେଙ୍ଗେଲ୍ କା ଇଣିଁଜଃଆ ।
47 और अगर तेरी आँख तुझे ठोकर खिलाए तो उसे निकाल डाल काना हो कर ज़िन्दगी में दाख़िल होना तेरे लिए इससे बेहतर है कि दो आँखें होते जहन्नुम में डाला जाए। (Geenna g1067)
୪୭ଆଡଃ ଆମାଃ ମିଆଁଦ୍‌ ମେଦ୍‌ ପାପ୍‌ଇଚିମେରେଦ, ଏନାକେ ଅଡଙ୍ଗ୍‌କେଦ୍‌ତେ ହୁଦ୍‌ମାଏଣ୍ଡାଃଏମେ । ଆମାଃ ବାରିଆ ମେଦ୍‌ ତାଇକେଦ୍‌ତେ ସେଙ୍ଗେଲ୍ ନାରାକ୍‌ରେ ହୁଦ୍‌ମାଅଃଏତେ ମିଆଁଦ୍‌ ମେଦ୍‌ ତାଇକେଦ୍‌ତେ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ରାଇଜ୍‌ରେ ବଲଃ ଆମାଃ ନାଗେନ୍ତେ ବୁଗିନାଃ । (Geenna g1067)
48 जहाँ उनका कीड़ा नहीं मरता और आग नहीं बुझती।
୪୮ଏନ୍ତାଃରେଦ ଇନ୍‌କୁକେ ଜମ୍‌ତାନ୍ ତିଜୁକ କାକ ଗଜଃଆ ଆଡଃ ଏନ୍ତାଃରାଃ ସେଙ୍ଗେଲ୍ ଚିଉଲାଅ କା ଇଣିଁଜଃଆ ।
49 क्यूँकि हर शख़्स आग से नमकीन किया जाएगा [और हर एक क़ुर्बानी नमक से नमकीन की जाएगी]।
୪୯“ଦାଣେଁ ବୁଲୁଙ୍ଗ୍‌ତେ ଫାର୍‌ଚିଅଃ ଲେକା ସବେନ୍‌ ହଡ଼କହ ସେଙ୍ଗେଲ୍‌ତେକ ଫାର୍‌ଚିଅଃଆ ।
50 नमक अच्छा है लेकिन अगर नमक की नमकीनी जाती रहे तो उसको किस चीज़ से मज़ेदार करोगे? अपने में नमक रख्खो और एक दूसरे के साथ मेल मिलाप से रहो।”
୫୦“ବୁଲୁଙ୍ଗ୍‌ ବୁଗିନାଃ, ମେନ୍‌ଦ ଏନା ସାବାଗଃରେଦ, ଏନା ଚିଲ୍‌କାତେ ଆଡଃମିସା ସିବିଲ୍‌ରୁହାଡ଼ଃଆ? ଆପେରେ ଦୁପୁଲାଡ଼୍‌ରାଃ ବୁଲୁଙ୍ଗ୍‌ ତାଇନଃକା, ଆଡଃ ଆପେ ମିହୁଡ଼୍‌ ଆଡଃମିହୁଡ଼୍‌ଲଃ ସୁକୁରେ ତାଇନ୍‌ପେ ।”

< मरकुस 9 >