< मरकुस 5 >

1 और वो झील के पार गिरासीनियों के इलाक़े में पहुँचे।
ତାର୍‌ହଃଚେ ଜିସୁ ଆର୍‌ ତାର୍‌ ଚେଲାମଃନ୍ ଗାଲିଲି ସଃମ୍‌ନ୍ଦ୍ ସେହାଟି ରିଲା ଗରାସିୟମଃନାର୍‌ ଦେସେ ହଚ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
2 जब वो नाव से उतरा तो फ़ौरन एक आदमी जिस में बदरूह थी, क़ब्रों से निकल कर उससे मिला।
ଜିସୁ ଡଙ୍ଗାୟ୍‌ହୁଣି ଉତୁର୍ଲା ଦାହ୍ରେ ଗଟେକ୍‌ ବିଟାଳ୍‌ ବୁତ୍‌ ଦଃର୍ଲା ଲକ୍‌ ମଃସ୍‌ଣେ ହୁଣି ବାରାୟ୍‌ ଜିସୁର୍‌ ଲଃଗେ ଆୟ୍‌ଲା ।
3 वो क़ब्रों में रहा करता था और अब कोई उसे ज़ंजीरों से भी न बाँध सकता था।
ସେ ଲକ୍‌ ମଃସ୍‌ଣେ ରେତିରିଲା, ତାକ୍‌ କେ ହେଁ ସିକ୍ଳି ସଃଙ୍ଗ୍ ବାନ୍ଦି ସଃଙ୍ଗାଉଁକ୍‌ ନଃହାର୍ତି ରିଲାୟ୍‌ ।
4 क्यूँकि वो बार बार बेड़ियों और ज़ंजीरों से बाँधा गया था, लेकिन उसने ज़ंजीरों को तोड़ा और बेड़ियों के टुकड़े टुकड़े किया था, और कोई उसे क़ाबू में न ला सकता था।
କଃତିତର୍‌ ତାକ୍‌ ସିକ୍ଳି ସଃଙ୍ଗ୍ ଆତେ ଗଡେ ବାନ୍ଦ୍‌ତି ରିଲାୟ୍‌, ମଃତର୍‌ ସେ ସିକ୍ଳିକେ ଚିଡାୟ୍‌ ଗଃର୍ଣ୍ଡା ଗଃର୍ଣ୍ଡା କଃରି ହଃକାଉତି ରିଲା, ତାକ୍‌ ବାନ୍ଦିକଃରି ଆୟ୍‌ତ୍‌ କଃରୁକେ କାର୍‌ ସଃକ୍ତି ନଃରିଲି ।
5 वो हमेशा रात दिन क़ब्रों और पहाड़ों में चिल्लाता और अपने आपको पत्थरों से ज़ख़्मी करता था।
ସେ ଦିନ୍‌ରାତି ସଃବୁବଃଳ୍‌ ମଃସ୍‌ଣେ ଆର୍‌ ଡଙ୍ଗ୍ରେ ବୁଲି ବୁଲି ବେଲ୍‌କି ଅଃଉତି ରିଲା, ଆର୍‌ ନିଜାର୍‌ ଗିନେ ନିଜେ ଟେଳାୟ୍‌ ଚେଚି ଅୟ୍‌ ଗାଉ କଃର୍ତିରିଲା ।
6 वो ईसा को दूर से देखकर दौड़ा और उसे सज्दा किया।
ସେ ମାନାୟ୍‌ ଜିସୁକେ ଦୁରିକ୍‌ ହୁଣି ଦଃକ୍‌ଲା ଆର୍‌ ଦଃବ୍‌ଳି ଆୟ୍‌ଲା ଆର୍‌ ଜିସୁକେ ଜୁଆର୍‌ କଃଲା ।
7 और बड़ी आवाज़ से चिल्ला कर कहा “ऐ ईसा ख़ुदा ता'ला के फ़र्ज़न्द मुझे तुझ से क्या काम? तुझे ख़ुदा की क़सम देता हूँ, मुझे ऐज़ाब में न डाल।”
ଆର୍‌ ସେ ଆଉଲି ଅୟ୍‌କଃରି କୟ୍‌ଲା, “ଏ ସଃବ୍‌କେ ବଃଡ୍ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ହୟ୍‌ସି ଜିସୁ, ମର୍‌ତଃୟ୍‌ ତର୍‌ କାୟ୍‌ରି ଆଚେ? ମୁଁୟ୍‌ ତକେ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ନାଉଁଏ ଗଃଉଆରି କଃରୁଲେ, ମକ୍‌ ଡଃଣ୍ଡ୍‌ ଦେନାୟ୍‌ ।”
8 क्यूँकि उस ने उससे कहा था, “ऐ बदरूह! इस आदमी में से निकल आ।”
କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ଜିସୁ ତାକ୍‌ କଃଉଁକେ ଜାତିରିଲା, “ଏ ବିଟାଳ୍‌ ବୁତ୍‌ ଇ ଲକ୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ବାରାୟ୍‌ ଜାଆ ।”
9 फिर उसने उससे पूछा “तेरा नाम क्या है?” उस ने उससे कहा “मेरा नाम लश्कर, है क्यूँकि हम बहुत हैं।”
ଜିସୁ ତାକ୍‌ ହଃଚାର୍ଲା, “ତର୍‌ ନାଉଁ କାୟ୍‌ ନାଉଁ?” ସେ କୟ୍‌ଲା, “ମର୍‌ ନାଉଁ ବାହିନି, ବଃଲେକ୍‌ ଅଃମି ଗାଦେକ୍‌ ।”
10 फिर उसने उसकी बहुत मिन्नत की, कि हमें इस इलाक़े से बाहर न भेज।
ଆର୍‌ ସେ କାନିକଃର୍ମ୍‌ ଅୟ୍‌ ଗଃଉଆରି କଃରି କଃଉଁକ୍‌ ଦଃର୍ଲା, “ଇତିହୁଣି ସଃନ୍ଦି ଜିଣ୍‌ତେ ଦୁରିକ୍‌ ଅଃମିକ୍‌ ହଃଟାଉ ନାୟ୍‌ ।”
11 और वहाँ पहाड़ पर ख़िन्जीरों यनी [सूवरों] का एक बड़ा ग़ोल चर रहा था।
ସେତିର୍‌ ଡଙ୍ଗୁର୍‌ କଃଳ୍‌କାୟ୍‌ ଗଟ୍‌ ଗୁସ୍ରା ମଃନ୍ଦା ଚଃର୍ତି ରିଲାୟ୍‌ ।
12 पस उन्होंने उसकी मिन्नत करके कहा, “हम को उन ख़िन्जीरों यनी [सूवरों] में भेज दे, ताकि हम इन में दाख़िल हों।”
ସେ ବିଟାଳ୍‌ ଦୁତ୍‌ମଃନ୍ ଜିସୁକେ କାନିକଃର୍ମ୍‌ ଅୟ୍‌ ଗଃଉଆରି କଃଲାୟ୍‌, “ହୟ୍‌ ଗୁସ୍ରାମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ ହୁରୁକ୍‌ ଅଃମିକ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ ହଃଟାଉ ।”
13 पस उसने उनको इजाज़त दी और बदरूहें निकल कर ख़िन्जीरों यनी [सूवरों] में दाख़िल हो गईं, और वो ग़ोल जो कोई दो हज़ार का था किनारे पर से झपट कर झील में जा पड़ा और झील में डूब मरा।
ଜିସୁ ସେମଃନ୍‌କେ ଜଃଉଁକେ ଆଦେସ୍‌ ଦିଲାକ୍‌, ବିଟାଳ୍‌ ଦୁତ୍‌ମଃନ୍ ସେ ଲକାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ବାରାୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ ସେତି ରିଲା ଗୁସ୍ରାମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ ହୁର୍ଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ ସେ ଗୁସ୍ରା ମଃନ୍ଦା ଦଃବ୍‌ଳି ଜାୟ୍‌ ସଃମ୍‌ନ୍ଦ୍ କଃଣ୍ଡାୟ୍‌ ହୁଣି ଅଦ୍ରି ବୁଡି ମଃଲାୟ୍‌ ।
14 और उनके चराने वालों ने भागकर शहर और देहात में ख़बर पहुँचाई।
ତାର୍‌ହଃଚେ ଗୁସ୍ରା ଚଃରାଉତା ଲକ୍‌ମଃନ୍‌ ହଃଳାୟ୍‌ ଜାୟ୍‌ ସଃବୁ ଗଃଳେ ଆର୍‌ ଗାଉଁଏ ଜିସୁ କଃରିରିଲା ଗଃଟ୍‍ଣା ସଃବୁ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ତଃବାର୍‌ଗିନେ ଲକ୍‌ମଃନ୍ କାୟ୍‌ରି ଅୟ୍‌ଆଚେ ବଃଲି ଦଃକୁକ୍‌ ଆୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
15 पस लोग ये माजरा देखने को निकलकर ईसा के पास आए, और जिस में बदरूहें या'नी बदरूहों का लश्कर था, उसको बैठे और कपड़े पहने और होश में देख कर डर गए।
ଆର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଜିସୁର୍‌ ଲଃଗେ ଆୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ ହଃର୍ତୁ ଜୁୟ୍‌ ଲକ୍‌କେ ବିଟାଳ୍‌ ବୁତ୍‌ ଡଃସିରିଲି, ସେମାନାୟ୍‌ ନିକ ଅୟ୍‌କଃରି ହଃଚ୍ୟା ହିନ୍ଦି ସୁସ୍ତାମଃନେ ବଃସିରିଲାର୍‌ ଦଃକିକଃରି ସେମଃନ୍ ଡିରି ଗଃଲାୟ୍‌ ।
16 देखने वालों ने उसका हाल जिस में बदरूहें थीं और ख़िन्जीरों यनी [सूवरों] का माजरा उनसे बयान किया।
ଜୁୟ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ବୁତ୍‌ ଡଃସ୍‌ଲାର୍‌ ଲକ୍‌କେ ନିକ କଃଲାର୍‌ ଆର୍‌ ଗୁସ୍ରାମଃନ୍‌ ବୁଡି ମଃଲାର୍‌ ଦଃକି ରିଲାୟ୍‌, ସେମଃନ୍ ନଃଜାଣ୍‌ତା ଲକ୍‌କେ ସଃବୁ କଃତା କୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
17 वो उसकी मिन्नत करने लगे कि हमारी सरहद से चला जा।
ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଇ କଃତା ସୁଣିକଃରି, ଜିସୁକେ ତାକାର୍‌ ସଃନ୍ଦି ଚାଡି ଜାଆ ବଃଲି ଗଃଉଆରି କଃଲାୟ୍‌ ।
18 जब वो नाव में दाख़िल होने लगा तो जिस में बदरूहें थीं उसने उसकी मिन्नत की “मै तेरे साथ रहूँ।”
ଜିସୁ ଡଙ୍ଗାୟ୍‌ ଚଃଗ୍‌ତିରିଲା ବଃଳ୍‌, ଜୁୟ୍‌ ମାନାୟ୍‌କେ ବୁତ୍‌ ଡଃସିରିଲି, ସେମାନାୟ୍‌ ଜିସୁକେ “ମୁଁୟ୍‌ ହେଁ ତର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ଆସିନ୍ଦ୍‌,” ବଃଲି ତର୍‌କେ ତର୍‌ କାନିକଃର୍ମ୍‌ ଅୟ୍‌ ଗଃଉଆରି କଃଲା ।
19 लेकिन उसने उसे इजाज़त न दी बल्कि उस से कहा “अपने लोगों के पास अपने घर जा और उनको ख़बर दे कि ख़ुदावन्द ने तेरे लिए कैसे बड़े काम किए, और तुझ पर रहम किया।”
ମଃତର୍‌ ଜିସୁ ସେମାନାୟ୍‌କେ ତାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ଜଃଉଁକେ ମଃନାକଃରି ତାକ୍‌ କୟ୍‌ଲା, “ତୁୟ୍‌ ତର୍‌ ଗଃରେ, ତର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ଟାଣେ ବାଉଳି ଜାଆ, ଆର୍‌ ମାପ୍ରୁ ତର୍‌ ଗିନେ ଜାୟ୍‌ ଜାୟ୍‌ରି କଃରି ଆଚେ, ଆର୍‌ ତକେ ଦଃୟା କଃରି ଆଚେ, ସେ କଃତା ସେମଃନ୍‌କେ କଃଉ ।”
20 वो गया और दिकपुलिस में इस बात की चर्चा करने लगा, कि ईसा ने उसके लिए कैसे बड़े काम किए, और सब लोग ताअ'ज्जुब करते थे।
ସେମାନାୟ୍‌ ଜିସୁର୍‌ କଃତାମାନି ସେତିହୁଣି ଗଃଲା, ଆର୍‌ ଜିସୁ ତାକ୍‌ ଜାୟ୍‌ ଜାୟ୍‌ରି କଃରିରିଲା, ସେ କଃତା ଦେକାପଲି, ବଃଲେକ୍‌ ଦଃସ୍‌ଗଟ୍‌ ଗାଉଁଆର୍‌ ସଃବୁ ହାକ୍‌ ପର୍ଚାର୍‌ କଃରି ବୁଲ୍‌ଲା; ଆର୍‌ ଜଃତେକ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଇ କଃତା ସୁଣ୍‌ଲାୟ୍‌, ସେମଃନ୍ କାବା ଅୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
21 जब ईसा फिर नाव में पार आया तो बड़ी भीड़ उसके पास जमा हुई और वो झील के किनारे था।
ଜିସୁ ଆରେକ୍‌ ଗଟ୍‌ତର୍‌ ଡଙ୍ଗାୟ୍‌ ବଃସି ଇହାଟି ବାଉଳି ଆୟ୍‌ଲା । ସେଲଃଗେ ଗାଦେକ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ଦା ରୁଣ୍ଡ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ ଜିସୁ ସେ ସଃମ୍‌ନ୍ଦ୍ କଃଣ୍ଡାୟ୍‌ ରିଲା ।
22 और इबादतख़ाने के सरदारों में से एक शख़्स याईर नाम का आया और उसे देख कर उसके क़दमों में गिरा।
ସଃଡେବଃଳ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଜାଇରସ୍‌ ନାଉଁଆର୍‌ ଲକ୍‌ ପାର୍ତ୍‌ନା ଗଃରାର୍‌ ମୁଳିକା ସେ ଲଃଗେ ଆୟ୍‌ଲା, ଆର୍‌ ଜିସୁକେ ଦଃକିକଃରି ତାର୍‌ ହାଦେ ଡୁଳି ଜୁଆର୍‌ କଃଲା ।
23 और ये कह कर मिन्नत की, “मेरी छोटी बेटी मरने को है तू आकर अपना हाथ उस पर रख ताकि वो अच्छी हो जाए और ज़िन्दा रहे।”
ଆର୍‌ ବଃଡେ କାନିକଃର୍ମ୍‌ ଅୟ୍‌ ଗଃଉଆରି କଃଲା, “ମର୍‌ ବାର ବଃର୍ସାର୍‌ ସାନ୍ ଜିଇ ମଃର୍ତା ଉହ୍ରେ ଆଚେ, ସେ ଜଃନ୍‌କଃରି ମଃର୍ନ୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ବଚେଦ୍‌, ଇତାର୍‌ ଗିନେ ତୁୟ୍‌ ଆଉ ଆର୍‌ ତାର୍‌ ଉହ୍ରେ ଆତ୍‌ ସଃଙ୍ଗାଉ ।”
24 पस वो उसके साथ चला और बहुत से लोग उसके पीछे हो लिए और उस पर गिरे पड़ते थे।
ଜିସୁ ତାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ଗଃଲା, ଆର୍‌ ସେତି ରିଲା ଲକ୍‌ମଃନ୍ଦା ତାର୍‌ ହଃଚେ ହଃଚେ ଗଃଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ସେମଃନ୍ ଜିସୁର୍‌ ଉହ୍ରେ ମାଡାଚଃଗା ଅଃଉତିରିଲାୟ୍‌ ।
25 फिर एक औरत जिसके बारह बरस से ख़ून जारी था।
ସଃଡେବଃଳ୍‌ ବାର ବଃର୍ସ୍‌ ହଃତେକ୍‌ ଗଃଗାଳ୍‌ଜାତା ରଗେ ହଃଳ୍‌ଲା ଗଟେକ୍‌ ମାୟ୍‌ଜିରିଲି ।
26 और कई हकीमो से बड़ी तकलीफ़ उठा चुकी थी, और अपना सब माल ख़र्च करके भी उसे कुछ फ़ाइदा न हुआ था, बल्कि ज़्यादा बीमार हो गई थी।
ସେ ରଗ୍ ଚାଡାୟ୍‌ ଅଃଉଁକେ କଃତେକ୍‌ ବୟ୍‌ଦ୍‌କାରି ହାକ୍‌ ଜାୟ୍‌କଃରି ସଃବୁଦଃନ୍‌ ସଃରାୟ୍‌ରିଲି, ମଃତର୍‌ ନିକ ଅଃଉତା ବାଦୁଲେ ଆରେକ୍‌ ଅଃଦିକ୍‌ ରଗି ଅୟ୍‌ ରିଲି ।
27 ईसा का हाल सुन कर भीड़ में उसके पीछे से आई और उसकी पोशाक को छुआ।
ସେ ମାୟ୍‌ଜି ଜିସୁର୍‌ କଃତା ସୁଣ୍‌ଲି, ଆର୍‌ ସେ ଲକ୍‌ମଃନ୍ଦା ବିତ୍ରେ ଜିସୁର୍‌ ହଃଚ୍‌ବାଟ୍ୟା ଆସି ଜିସୁର୍‌ ହଃଚ୍ୟା ଆଚଳ୍‌ ଚୁୟ୍‌ଲି । କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ସେ ବାବ୍‌ତି ରିଲି,
28 क्यूँकि वो कहती थी, “अगर में सिर्फ़ उसकी पोशाक ही छू लूँगी तो अच्छी होजाऊँगी”
“ଜିସୁର୍‌ ହଃଚ୍ୟାର୍‌ ଆଚଳ୍‌ ଚୁୟ୍‌ଲେକ୍‌ ମୁଁୟ୍‌ ଉଜ୍‌ ଅୟ୍‌ଦ୍‌ ।”
29 और फ़ौरन उसका ख़ून बहना बन्द हो गया और उसने अपने बदन में मा'लूम किया कि मैंने इस बीमारी से शिफ़ा पाई।
ସେ ଜିସୁର୍‌ ହଃଚ୍ୟା ଆଚଳ୍‌ ଚୁୟ୍‌ଲା ଦାହ୍ରେ ସେ ଗଃଗାଳ୍‌ ଜାତା ରଗେ ହୁଣି ଉଜ୍‌ ଅୟ୍‌ଲେ ବଃଲି ତାର୍‌ ଗଃଗାଳେ ଜାଣ୍‌ଲି ।
30 ईसा' को फ़ौरन अपने में मा'लूम हुआ कि मुझ में से क़ुव्वत निकली, उस भीड़ में पीछे मुड़ कर कहा, “किसने मेरी पोशाक छुई?”
ସେଦାହ୍ରେ ଜିସୁ ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ସଃକ୍ତି ବାରାୟ୍‌ଲାର୍‌ ମଃନ୍ ବିତ୍ରେ ଜାଣ୍‌ଲା ଆର୍‌ ଲକ୍‌ ମଃନ୍ଦା ହାକ୍‌ ଲେଉଟି କଃରି କୟ୍‌ଲା, “କେ ମର୍‌ ବଃସ୍ତରାର୍‌ ଆଚଳ୍‌ ଚୁୟ୍‌ଲା?”
31 उसके शागिर्दो ने उससे कहा, तू देखता है कि भीड़ तुझ पर गिरी पड़ती है फिर तू कहता है, “मुझे किसने छुआ?”
ତାର୍‌ ଚେଲାମଃନ୍ ଜିସୁକେ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ତୁୟ୍‌ ତ ଦଃକୁଲିସ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ କଃନ୍‌କଃରି ତର୍‌ ଉହ୍ରେ ମାଡା ଚଃଗା ଅଃଉଁଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ ତୁୟ୍‌ କଃଉଁଲିସ୍‌, ‘କେ ମକ୍‌ ଚୁୟ୍‌ଲା?’”
32 उसने चारों तरफ़ निगाह की ताकि जिसने ये काम किया; उसे देखे।
ଜେ ତାକ୍‌ ଚୁୟ୍‌ରିଲି ତାକ୍‌ ଦଃକିନ୍ଦ୍ ବଃଲି ଜିସୁ ଚାରିହାକ୍‌ ଦଃକୁକ୍‌ ଦଃର୍ଲା ।
33 वो औरत जो कुछ उससे हुआ था, महसूल करके डरती और काँपती हुई आई और उसके आगे गिर पड़ी और सारा हाल सच सच उससे कह दिया।
ସେତାକ୍‌ ସେ ମାୟ୍‌ଜି ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ ଉହ୍ରେ ଜୁୟ୍‌ ଗଃଟ୍‍ଣା ଗଃଟି ଆଚେ ବଃଲି ଜାଣ୍‌ଲି ଆର୍‌ ଡିରାର୍‌ ମାଡେ ତଃର୍‌ତଃରି କଃରି ଆୟ୍‌ଲି, ଆର୍‌ ଜିସୁର୍‌ ହାଦ୍‌ ତଃଳେ ଡୁଳି ସଃବୁ ସଃତ୍‌ କଃତା ତାକ୍‌ କୟ୍‌ଲି ।
34 उसने उससे कहा, “बेटी तेरे ईमान से तुझे शिफ़ा मिली; सलामती से जा और अपनी इस बीमारी से बची रह।”
ଜିସୁ ତାକ୍‌ କୟ୍‌ଲା, “ଏ ମର୍‌ ଜିଇ ତର୍‌ ବିସ୍ୱାସ୍‌ ତକେ ଉଜ୍‌ କଃରିଆଚେ, ସୁସ୍ତାୟ୍‌ ଜାଆ ଆର୍‌ ତର୍‌ ରଗେ ହୁଣି ଉଜ୍‌ ଅୟ୍‌ରେ ।”
35 वो ये कह ही रहा था कि इबादतख़ाने के सरदार के यहाँ से लोगों ने आकर कहा, “तेरी बेटी मर गई अब उस्ताद को क्यूँ तकलीफ़ देता है?”
ଜିସୁ ଇ କଃତା କଃଉତା ବଃଳ୍‌, ସେ ପାର୍ତ୍‌ନା ଗଃରାର୍‌ ମୁଳିକା ଜାଇରସାର୍‌ ଗଃରେହୁଣି କଃତି ଲକ୍‌ ଆୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ତର୍‌ ଜିଦି ମଃଲିନି, ଗୁରୁକ୍‌ ଆର୍‌ କାୟ୍‌ତାକ୍‌ କଃସ୍ଟ୍‌ ଦେଉଁଲିସ୍‌?”
36 जो बात वो कह रहे थे, उस पर ईसा' ने ग़ौर न करके 'इबादतख़ाने के सरदार से कहा, “ख़ौफ़ न कर, सिर्फ़ ऐ'तिक़ाद रख।”
ମଃତର୍‌ ଜିସୁ ସେମଃନାର୍‌ କଃତା ସୁଣ୍‌ଲା ନଃସୁଣ୍‌ଲା ହର୍‌ ଅୟ୍‌ ପାର୍ତ୍‌ନା ଗଃରାର୍‌ ମୁଳିକାକେ କୟ୍‌ଲା, “ଡିରା ନାୟ୍‌, ମଃତର୍‌ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃର୍‌ ।”
37 फिर उसने पतरस और या'क़ूब और या'क़ूब के भाई यूहन्ना के सिवा और किसी को अपने साथ चलने की इजाज़त न दी।
ତାର୍‌ହଃଚେ ଜିସୁ ପିତର୍‌, ଜାକୁବ ଆର୍‌ ତାର୍‌ ବାୟ୍‌ସି ଜହନ୍‌କେ ଚାଡି କାକେ ହେଁ ତାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ନଃନିଲା ।
38 और वो इबादतख़ाने के सरदार के घर में आए, और उसने देखा कि शोर हो रहा है और लोग बहुत रो पीट रहे हैं
ଆର୍‌ ସେମଃନ୍ ମୁଳିକା ଜାଇରସାର୍‌ ଗଃରେ ହଚ୍‌ଲାୟ୍‌, ସେତି ଜିସୁ ଲକ୍‌ମଃନ୍ କାଲାହୁଲି ଆର୍‌ କାନ୍ଦାବାଳା ଅଃଉତି ରିଲାର୍‌ ଦଃକ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
39 और अन्दर जाकर उसने कहा, “तुम क्यूँ शोर मचाते और रोते हो, लड़की मरी नहीं बल्कि सोती है।”
ଜିସୁ ବିତ୍ରେ ଗଃଲା ଆର୍‌ କୟ୍‌ଲା, “କାୟ୍‌ତାକ୍‌ କାଲାହୁଲି ଆର୍‌ କାନ୍ଦାବାଳା ଅଃଉଁଲାସ୍‌ । ଇ ଟକି ନଃମେରେ, ମଃତର୍‌ ସଇଆଚେ ।” ଇ କଃତା ସୁଣି ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଟାହ୍ରା କଃରୁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌ ।
40 वो उस पर हँसने लगे, लेकिन वो सब को निकाल कर लड़की के माँ बाप को और अपने साथियों को लेकर जहाँ लड़की पड़ी थी अन्दर गया।
ମଃତର୍‌ ଜିସୁ ସଃବ୍‌କେ ହଃଦାୟ୍‌ ବାର୍‌କଃରି, ସେ ହିଲାର୍‌ ଉବାସି, ଆୟ୍‌ସି ଆର୍‌ ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ସେ ଟକିହିଲା ଜୁୟ୍‌ତି ସୟ୍‌ରିଲି, ସେତି ଗଃଳାୟ୍‌ ।
41 और लड़की का हाथ पकड़ कर उससे कहा, “तलीता क़ुमी” जिसका तर्जुमा, “ऐ लड़की! मैं तुझ से कहता हूँ उठ।”
ତାର୍‌ହଃଚେ ଜିସୁ ସେ ଟକିହିଲାର୍‌ ଆତେ ଦଃରି ତାକ୍‌ କୟ୍‌ଲା, “ଟଲିତାକୁମ୍‌!” ବଃଲେକ୍‌, “ଏ ନୁନି, ମୁଁୟ୍‌ ତକେ କଃଉଁଲେ, ଉଟ୍‌ ।”
42 वो लड़की फ़ौरन उठ कर चलने फिरने लगी, क्यूँकि वो बारह बरस की थी इस पर लोग बहुत ही हैरान हुए।
ସେଦାହ୍ରେ ସେ ଟକିହିଲା ଉଟ୍‌ଲି ଆର୍‌ ଚାଲାବୁଲା କଃରୁକେ ଦଃର୍ଲି, ବଃଲେକ୍‌ ତାକ୍‌ ବାର ବଃର୍ସ୍‌ ଅୟ୍‌ରିଲି । ଇରି ଦଃକି କଃରି ସେମଃନ୍ କାବା ଅୟ୍‌ ଗଃଳାୟ୍‌ ।
43 फिर उसने उनको ताकीद करके हुक्म दिया कि ये कोई न जाने और फ़रमाया; लड़की को कुछ खाने को दिया जाए।
ମଃତର୍‌ କେ ହେଁ ଜଃନ୍‌କଃରି ଇ କଃତା ନଃଜାଣତ୍‌, ଇତାର୍‌ ଗିନେ ଜିସୁ ସେମଃନ୍‌କେ କାକେହେଁ କଃଉଆ ନାୟ୍‌ ବଃଲି କୟ୍‌ଲା, ଆର୍‌ ସେ କୟ୍‌ଲା, “ଇ ଟକି ହିଲାକ୍‌ କାୟ୍‌ରି ଅଲେ କାଉଁକେ ଦିଆସ୍‌ ।”

< मरकुस 5 >