< अह 12 >
1 और ख़ुदावन्द ने मूसा से कहा,
And YHWH speaks to Moses, saying,
2 “बनी — इस्राईल से कह कि अगर कोई 'औरत हामिला हो, और उसके लड़का हो तो वह सात दिन तक नापाक रहेगी; जैसे हैज़ के दिनों में रहती है।
“Speak to the sons of Israel, saying, A woman when she gives seed, and has borne a male, then she has been unclean [for] seven days; she is unclean according to the days of separation for her sickness;
3 और आठवें दिन लड़के का ख़तना किया जाए।
and in the eighth day the flesh of his foreskin is circumcised;
4 इसके बाद तैतीस दिन तक वह तहारत के ख़ून में रहे, और जब तक उसकी तहारत के दिन पूरे न हों तब तक न तो किसी पाक चीज़ को छुए और न हैकल में दाख़िल हो।
and she abides in the blood of her cleansing [for] thirty-three days; she does not come against any holy thing, and she does not go into the sanctuary, until the fullness of the days of her cleansing.
5 और अगर उसके लड़की हो तो वह दो हफ़्ते नापाक रहेगी, जैसे हैज़ के दिनों में रहती है। इसके बाद वह छियासठ दिन तक तहारत के ख़ून में रहे।
And if she bears a female, then she has been unclean [for] two weeks, as in her separation; and she abides by the blood of her cleansing [for] sixty-six days.
6 'और जब उसकी तहारत के दिन पूरे हो जाएँ, तो चाहे उसके बेटा हुआ हो या बेटी, वह सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक यक — साला बर्रा, और ख़ता की क़ुर्बानी के लिए कबूतर का एक बच्चा या एक कुमरी ख़ेमा — ए — इजितमा'अ के दरवाज़े पर काहिन के पास लाए;
And in the fullness of the days of her cleansing for son or for daughter she brings in a lamb, a son of a year, for a burnt-offering, and a young pigeon or a turtle-dove for a sin-offering, to the opening of the Tent of Meeting, to the priest;
7 और काहिन उसे ख़ुदावन्द के सामने पेश करे और उसके लिए कफ़्फ़ारा दे। तब वह अपने जिरयान — ए — ख़ून से पाक ठहरेगी। जिस 'औरत के लड़का या लड़की हो उसके बारे में शरा' यह है।
and he has brought it near before YHWH, and has made atonement for her, and she has been cleansed from the fountain of her blood; this [is] the law of her who is bearing, in regard to a male or to a female.
8 और अगर उस को बर्रा लाने का मक़दूर न हो तो वह दो कुमरियाँ या कबूतर के दो बच्चे, एक सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए और दूसरा ख़ता की क़ुर्बानी के लिए लाए। यूँ काहिन उसके लिए कफ़्फ़ारा दे तो वह पाक ठहरेगी।”
And if her hand does not find the sufficiency of a sheep, then she has taken two turtle-doves or two young pigeons, one for a burnt-offering and one for a sin-offering, and the priest has made atonement for her, and she has been cleansed.”