< यूहन्ना 8 >

1 तब ईसा ज़ैतून के पहाड़ पर गया।
প্রত্যূষে যীশুঃ পনর্মন্দিরম্ আগচ্ছৎ
2 दूसरे दिन सुबह सवेरे ही वो फिर हैकल में आया, और सब लोग उसके पास आए और वो बैठकर उन्हें ता'लीम देने लगा।
ততঃ সর্ৱ্ৱেষু লোকেষু তস্য সমীপ আগতেষু স উপৱিশ্য তান্ উপদেষ্টুম্ আরভত|
3 और फ़क़ीह और फ़रीसी एक 'औरत को लाए जो ज़िना में पकड़ी गई थी, और उसे बीच में खड़ा करके ईसा से कहा,
তদা অধ্যাপকাঃ ফিরূশিনঞ্চ ৱ্যভিচারকর্ম্মণি ধৃতং স্ত্রিযমেকাম্ আনিয সর্ৱ্ৱেষাং মধ্যে স্থাপযিৎৱা ৱ্যাহরন্
4 “ऐ उस्ताद! ये 'औरत ज़िना के 'ऐन वक़्त पकड़ी गई है।
হে গুরো যোষিতম্ ইমাং ৱ্যভিচারকর্ম্ম কুর্ৱ্ৱাণাং লোকা ধৃতৱন্তঃ|
5 तौरेत में मूसा ने हम को हुक्म दिया है, कि ऐसी 'औरतों पर पथराव करें। पस तू इस 'औरत के बारे में क्या कहता है?”
এতাদৃশলোকাঃ পাষাণাঘাতেন হন্তৱ্যা ইতি ৱিধির্মূসাৱ্যৱস্থাগ্রন্থে লিখিতোস্তি কিন্তু ভৱান্ কিমাদিশতি?
6 उन्होंने उसे आज़माने के लिए ये कहा, ताकि उस पर इल्ज़ाम लगाने की कोई वजह निकालें। मगर ईसा झुक कर उंगली से ज़मीन पर लिखने लगा।
তে তমপৱদিতুং পরীক্ষাভিপ্রাযেণ ৱাক্যমিদম্ অপৃচ্ছন্ কিন্তু স প্রহ্ৱীভূয ভূমাৱঙ্গল্যা লেখিতুম্ আরভত|
7 जब वो उससे सवाल करते ही रहे, तो उसने सीधे होकर उनसे कहा, “जो तुम में बेगुनाह हो, वही पहले उसको पत्थर मारे।”
ততস্তৈঃ পুনঃ পুনঃ পৃষ্ট উত্থায কথিতৱান্ যুষ্মাকং মধ্যে যো জনো নিরপরাধী সএৱ প্রথমম্ এনাং পাষাণেনাহন্তু|
8 और फिर झुक कर ज़मीन पर उंगली से लिखने लगा।
পশ্চাৎ স পুনশ্চ প্রহ্ৱীভূয ভূমৌ লেখিতুম্ আরভত|
9 वो ये सुनकर बड़ों से लेकर छोटों तक एक — एक करके निकल गए, और ईसा अकेला रह गया और 'औरत वहीं बीच में रह गई।
তাং কথং শ্রুৎৱা তে স্ৱস্ৱমনসি প্রবোধং প্রাপ্য জ্যেষ্ঠানুক্রমং একৈকশঃ সর্ৱ্ৱে বহিরগচ্ছন্ ততো যীশুরেকাকী তযক্ত্তোভৱৎ মধ্যস্থানে দণ্ডাযমানা সা যোষা চ স্থিতা|
10 ईसा ने सीधे होकर उससे कहा, “ऐ 'औरत, ये लोग कहाँ गए? क्या किसी ने तुझ पर सज़ा का हुक्म नहीं लगाया?”
১০তৎপশ্চাদ্ যীশুরুত্থায তাং ৱনিতাং ৱিনা কমপ্যপরং ন ৱিলোক্য পৃষ্টৱান্ হে ৱামে তৱাপৱাদকাঃ কুত্র? কোপি ৎৱাং কিং ন দণ্ডযতি?
11 उसने कहा, “ऐ ख़ुदावन्द! किसी ने नहीं।” ईसा ने कहा, “मैं भी तुझ पर सज़ा का हुक्म नहीं लगाता; जा, फिर गुनाह न करना]”
১১সাৱদৎ হে মহেচ্ছ কোপি ন তদা যীশুরৱোচৎ নাহমপি দণ্ডযামি যাহি পুনঃ পাপং মাকার্ষীঃ|
12 ईसा ने फिर उनसे मुख़ातिब होकर कहा, “दुनियाँ का नूर मैं हूँ; जो मेरी पैरवी करेगा वो अन्धेरे में न चलेगा, बल्कि ज़िन्दगी का नूर पाएगा।”
১২ততো যীশুঃ পুনরপি লোকেভ্য ইত্থং কথযিতুম্ আরভত জগতোহং জ্যোতিঃস্ৱরূপো যঃ কশ্চিন্ মৎপশ্চাদ গচ্ছতি স তিমিরে ন ভ্রমিৎৱা জীৱনরূপাং দীপ্তিং প্রাপ্স্যতি|
13 फ़रीसियों ने उससे कहा, “तू अपनी गवाही आप देता है, तेरी गवाही सच्ची नहीं।”
১৩ততঃ ফিরূশিনোঽৱাদিষুস্ত্ৱং স্ৱার্থে স্ৱযং সাক্ষ্যং দদাসি তস্মাৎ তৱ সাক্ষ্যং গ্রাহ্যং ন ভৱতি|
14 ईसा ने जवाब में उनसे कहा, “अगरचे मैं अपनी गवाही आप देता हूँ, तो भी मेरी गवाही सच्ची है; क्यूँकि मुझे मा'लूम है कि मैं कहाँ से आता हूँ या कहाँ को जाता हूँ।
১৪তদা যীশুঃ প্রত্যুদিতৱান্ যদ্যপি স্ৱার্থেঽহং স্ৱযং সাক্ষ্যং দদামি তথাপি মৎ সাক্ষ্যং গ্রাহ্যং যস্মাদ্ অহং কুত আগতোস্মি ক্ৱ যামি চ তদহং জানামি কিন্তু কুত আগতোস্মি কুত্র গচ্ছামি চ তদ্ যূযং ন জানীথ|
15 तुम जिस्म के मुताबिक़ फ़ैसला करते हो, मैं किसी का फ़ैसला नहीं करता।
১৫যূযং লৌকিকং ৱিচারযথ নাহং কিমপি ৱিচারযামি|
16 और अगर मैं फ़ैसला करूँ भी तो मेरा फ़ैसला सच है; क्यूँकि मैं अकेला नहीं, बल्कि मैं हूँ और मेरा बाप है जिसने मुझे भेजा है।
১৬কিন্তু যদি ৱিচারযামি তর্হি মম ৱিচারো গ্রহীতৱ্যো যতোহম্ একাকী নাস্মি প্রেরযিতা পিতা মযা সহ ৱিদ্যতে|
17 और तुम्हारी तौरेत में भी लिखा है, कि दो आदमियों की गवाही मिलकर सच्ची होती है।
১৭দ্ৱযো র্জনযোঃ সাক্ষ্যং গ্রহণীযং ভৱতীতি যুষ্মাকং ৱ্যৱস্থাগ্রন্থে লিখিতমস্তি|
18 एक मैं ख़ुद अपनी गवाही देता हूँ, और एक बाप जिसने मुझे भेजा मेरी गवाही देता है।”
১৮অহং স্ৱার্থে স্ৱযং সাক্ষিৎৱং দদামি যশ্চ মম তাতো মাং প্রেরিতৱান্ সোপি মদর্থে সাক্ষ্যং দদাতি|
19 उन्होंने उससे कहा, “तेरा बाप कहाँ है?” ईसा ने जवाब दिया, “न तुम मुझे जानते हो न मेरे बाप को, अगर मुझे जानते तो मेरे बाप को भी जानते।”
১৯তদা তেঽপৃচ্ছন্ তৱ তাতঃ কুত্র? ততো যীশুঃ প্রত্যৱাদীদ্ যূযং মাং ন জানীথ মৎপিতরঞ্চ ন জানীথ যদি মাম্ অক্ষাস্যত তর্হি মম তাতমপ্যক্ষাস্যত|
20 उसने हैकल में ता'लीम देते वक़्त ये बातें बैत — उल — माल में कहीं; और किसी ने इसको न पकड़ा, क्यूँकि अभी तक उसका वक़्त न आया था।
২০যীশু র্মন্দির উপদিশ্য ভণ্ডাগারে কথা এতা অকথযৎ তথাপি তং প্রতি কোপি করং নোদতোলযৎ|
21 उसने फिर उनसे कहा, “मैं जाता हूँ, और तुम मुझे ढूँडोगे और अपने गुनाह में मरोगे।”
২১ততঃ পরং যীশুঃ পুনরুদিতৱান্ অধুনাহং গচ্ছামি যূযং মাং গৱেষযিষ্যথ কিন্তু নিজৈঃ পাপৈ র্মরিষ্যথ যৎ স্থানম্ অহং যাস্যামি তৎ স্থানম্ যূযং যাতুং ন শক্ষ্যথ|
22 पस यहूदियों ने कहा, क्या वो अपने आपको मार डालेगा, जो कहता है, “जहाँ मैं जाता हूँ, तुम नहीं आ सकते'?”
২২তদা যিহূদীযাঃ প্রাৱোচন্ কিমযম্ আত্মঘাতং করিষ্যতি? যতো যৎ স্থানম্ অহং যাস্যামি তৎ স্থানম্ যূযং যাতুং ন শক্ষ্যথ ইতি ৱাক্যং ব্রৱীতি|
23 उसने उनसे कहा, “तुम नीचे के हो मैं ऊपर का हूँ, तुम दुनियाँ के हो मैं दुनियाँ का नहीं हूँ।
২৩ততো যীশুস্তেভ্যঃ কথিতৱান্ যূযম্ অধঃস্থানীযা লোকা অহম্ ঊর্দ্ৱ্ৱস্থানীযঃ যূযম্ এতজ্জগৎসম্বন্ধীযা অহম্ এতজ্জগৎসম্বন্ধীযো ন|
24 इसलिए मैंने तुम से ये कहा, कि अपने गुनाहों में मरोगे; क्यूँकि अगर तुम ईमान न लाओगे कि मैं वही हूँ, तो अपने गुनाहों में मरोगे।”
২৪তস্মাৎ কথিতৱান্ যূযং নিজৈঃ পাপৈ র্মরিষ্যথ যতোহং স পুমান্ ইতি যদি ন ৱিশ্ৱসিথ তর্হি নিজৈঃ পাপৈ র্মরিষ্যথ|
25 उन्होंने उस से कहा, तू कौन है? ईसा ने उनसे कहा, “वही हूँ जो शुरू' से तुम से कहता आया हूँ।
২৫তদা তে ঽপৃচ্ছন্ কস্ত্ৱং? ততো যীশুঃ কথিতৱান্ যুষ্মাকং সন্নিধৌ যস্য প্রস্তাৱম্ আ প্রথমাৎ করোমি সএৱ পুরুষোহং|
26 मुझे तुम्हारे बारे में बहुत कुछ कहना है और फ़ैसला करना है; लेकिन जिसने मुझे भेजा वो सच्चा है, और जो मैंने उससे सुना वही दुनियाँ से कहता हूँ।”
২৬যুষ্মাসু মযা বহুৱাক্যং ৱক্ত্তৱ্যং ৱিচারযিতৱ্যঞ্চ কিন্তু মৎপ্রেরযিতা সত্যৱাদী তস্য সমীপে যদহং শ্রুতৱান্ তদেৱ জগতে কথযামি|
27 वो न समझे कि हम से बाप के बारे में कहता है।
২৭কিন্তু স জনকে ৱাক্যমিদং প্রোক্ত্তৱান্ ইতি তে নাবুধ্যন্ত|
28 पस ईसा ने कहा, “जब तुम इब्न — ए — आदम को ऊँचे पर चढ़ाओगे तो जानोगे कि मैं वही हूँ, और अपनी तरफ़ से कुछ नहीं करता, बल्कि जिस तरह बाप ने मुझे सिखाया उसी तरह ये बातें कहता हूँ।
২৮ততো যীশুরকথযদ্ যদা মনুষ্যপুত্রম্ ঊর্দ্ৱ্ৱ উত্থাপযিষ্যথ তদাহং স পুমান্ কেৱলঃ স্ৱযং কিমপি কর্ম্ম ন করোমি কিন্তু তাতো যথা শিক্ষযতি তদনুসারেণ ৱাক্যমিদং ৱদামীতি চ যূযং জ্ঞাতুং শক্ষ্যথ|
29 और जिसने मुझे भेजा वो मेरे साथ है; उसने मुझे अकेला नहीं छोड़ा, क्यूँकि मैं हमेशा वही काम करता हूँ जो उसे पसन्द आते हैं।”
২৯মৎপ্রেরযিতা পিতা মাম্ একাকিনং ন ত্যজতি স মযা সার্দ্ধং তিষ্ঠতি যতোহং তদভিমতং কর্ম্ম সদা করোমি|
30 जब ईसा ये बातें कह रहा था तो बहुत से लोग उस पर ईमान लाए।
৩০তদা তস্যৈতানি ৱাক্যানি শ্রুৎৱা বহুৱস্তাস্মিন্ ৱ্যশ্ৱসন্|
31 पस ईसा ने उन यहूदियों से कहा, जिन्होंने उसका यक़ीन किया था, “अगर तुम कलाम पर क़ाईम रहोगे, तो हक़ीक़त में मेरे शागिर्द ठहरोगे।
৩১যে যিহূদীযা ৱ্যশ্ৱসন্ যীশুস্তেভ্যোঽকথযৎ
32 और सच्चाई को जानोगे और सच्चाई तुम्हें आज़ाद करेगी।”
৩২মম ৱাক্যে যদি যূযম্ আস্থাং কুরুথ তর্হি মম শিষ্যা ভূৎৱা সত্যৎৱং জ্ঞাস্যথ ততঃ সত্যতযা যুষ্মাকং মোক্ষো ভৱিষ্যতি|
33 उन्होंने उसे जवाब दिया, “हम तो अब्रहाम की नस्ल से हैं, और कभी किसी की ग़ुलामी में नहीं रहे। तू क्यूँकर कहता है कि तुम आज़ाद किए जाओगे?”
৩৩তদা তে প্রত্যৱাদিষুঃ ৱযম্ ইব্রাহীমো ৱংশঃ কদাপি কস্যাপি দাসা ন জাতাস্তর্হি যুষ্মাকং মুক্ত্তি র্ভৱিষ্যতীতি ৱাক্যং কথং ব্রৱীষি?
34 ईसा ने उन्हें जवाब दिया, “मैं तुम से सच कहता हूँ, कि जो कोई गुनाह करता है गुनाह का ग़ुलाम है।
৩৪তদা যীশুঃ প্রত্যৱদদ্ যুষ্মানহং যথার্থতরং ৱদামি যঃ পাপং করোতি স পাপস্য দাসঃ|
35 और ग़ुलाम हमेशा तक घर में नहीं रहता, बेटा हमेशा रहता है। (aiōn g165)
৩৫দাসশ্চ নিরন্তরং নিৱেশনে ন তিষ্ঠতি কিন্তু পুত্রো নিরন্তরং তিষ্ঠতি| (aiōn g165)
36 पस अगर बेटा तुम्हें आज़ाद करेगा, तो तुम वाक़'ई आज़ाद होगे।
৩৬অতঃ পুত্রো যদি যুষ্মান্ মোচযতি তর্হি নিতান্তমেৱ মুক্ত্তা ভৱিষ্যথ|
37 मैं जानता हूँ तुम अब्रहाम की नस्ल से हो, तभी मेरे क़त्ल की कोशिश में हो क्यूँकि मेरा कलाम तुम्हारे दिल में जगह नहीं पाता।
৩৭যুযম্ ইব্রাহীমো ৱংশ ইত্যহং জানামি কিন্তু মম কথা যুষ্মাকম্ অন্তঃকরণেষু স্থানং ন প্রাপ্নুৱন্তি তস্মাদ্ধেতো র্মাং হন্তুম্ ঈহধ্ৱে|
38 मैंने जो अपने बाप के यहाँ देखा है वो कहता हूँ, और तुम ने जो अपने बाप से सुना वो करते हो।”
৩৮অহং স্ৱপিতুঃ সমীপে যদপশ্যং তদেৱ কথযামি তথা যূযমপি স্ৱপিতুঃ সমীপে যদপশ্যত তদেৱ কুরুধ্ৱে|
39 उन्होंने जवाब में उससे कहा, हमारा बाप तो अब्रहाम है। ईसा ने उनसे कहा, “अगर तुम अब्रहाम के फ़र्ज़न्द होते तो अब्रहाम के से काम करते।
৩৯তদা তে প্রত্যৱোচন্ ইব্রাহীম্ অস্মাকং পিতা ততো যীশুরকথযদ্ যদি যূযম্ ইব্রাহীমঃ সন্তানা অভৱিষ্যত তর্হি ইব্রাহীম আচারণৱদ্ আচরিষ্যত|
40 लेकिन अब तुम मुझ जैसे शख़्स को क़त्ल की कोशिश में हो, जिसने तुम्हें वही हक़ बात बताई जो ख़ुदा से सुनी; अब्रहाम ने तो ये नहीं किया था।
৪০ঈশ্ৱরস্য মুখাৎ সত্যং ৱাক্যং শ্রুৎৱা যুষ্মান্ জ্ঞাপযামি যোহং তং মাং হন্তুং চেষ্টধ্ৱে ইব্রাহীম্ এতাদৃশং কর্ম্ম ন চকার|
41 तुम अपने बाप के से काम करते हो।” उन्होंने उससे कहा, “हम हराम से पैदा नहीं हुए। हमारा एक बाप है या'नी ख़ुदा।”
৪১যূযং স্ৱস্ৱপিতুঃ কর্ম্মাণি কুরুথ তদা তৈরুক্ত্তং ন ৱযং জারজাতা অস্মাকম্ একএৱ পিতাস্তি স এৱেশ্ৱরঃ
42 ईसा ने उनसे कहा, “अगर ख़ुदा तुम्हारा होता, तो तुम मुझ से मुहब्बत रखते; इसलिए कि मैं ख़ुदा में से निकला और आया हूँ, क्यूँकि मैं आप से नहीं आया बल्कि उसी ने मुझे भेजा।
৪২ততো যীশুনা কথিতম্ ঈশ্ৱরো যদি যুষ্মাকং তাতোভৱিষ্যৎ তর্হি যূযং মযি প্রেমাকরিষ্যত যতোহম্ ঈশ্ৱরান্নির্গত্যাগতোস্মি স্ৱতো নাগতোহং স মাং প্রাহিণোৎ|
43 तुम मेरी बातें क्यूँ नहीं समझते? इसलिए कि मेरा कलाम सुन नहीं सकते।
৪৩যূযং মম ৱাক্যমিদং ন বুধ্যধ্ৱে কুতঃ? যতো যূযং মমোপদেশং সোঢুং ন শক্নুথ|
44 तुम अपने बाप इब्लीस से हो और अपने बाप की ख़्वाहिशों को पूरा करना चाहते हो। वो शुरू' ही से ख़ूनी है और सच्चाई पर क़ाइम नहीं रहा, क्यूँकि उस में सच्चाई नहीं है। जब वो झूठ बोलता है तो अपनी ही सी कहता है, क्यूँकि वो झूठा है बल्कि झूठ का बाप है।
৪৪যূযং শৈতান্ পিতুঃ সন্তানা এতস্মাদ্ যুষ্মাকং পিতুরভিলাষং পূরযথ স আ প্রথমাৎ নরঘাতী তদন্তঃ সত্যৎৱস্য লেশোপি নাস্তি কারণাদতঃ স সত্যতাযাং নাতিষ্ঠৎ স যদা মৃষা কথযতি তদা নিজস্ৱভাৱানুসারেণৈৱ কথযতি যতো স মৃষাভাষী মৃষোৎপাদকশ্চ|
45 लेकिन मैं जो सच बोलता हूँ, इसी लिए तुम मेरा यक़ीन नहीं करते।
৪৫অহং তথ্যৱাক্যং ৱদামি কারণাদস্মাদ্ যূযং মাং ন প্রতীথ|
46 तुम में से कौन मुझ पर गुनाह साबित करता है? अगर मैं सच बोलता हूँ, तो मेरा यक़ीन क्यूँ नहीं करते?
৪৬মযি পাপমস্তীতি প্রমাণং যুষ্মাকং কো দাতুং শক্নোতি? যদ্যহং তথ্যৱাক্যং ৱদামি তর্হি কুতো মাং ন প্রতিথ?
47 जो ख़ुदा से होता है वो ख़ुदा की बातें सुनता है; तुम इसलिए नहीं सुनते कि ख़ुदा से नहीं हो।”
৪৭যঃ কশ্চন ঈশ্ৱরীযো লোকঃ স ঈশ্ৱরীযকথাযাং মনো নিধত্তে যূযম্ ঈশ্ৱরীযলোকা ন ভৱথ তন্নিদানাৎ তত্র ন মনাংসি নিধদ্ৱে|
48 यहूदियों ने जवाब में उससे कहा, “क्या हम सच नहीं कहते, कि तू सामरी है और तुझ में बदरूह है।”
৪৮তদা যিহূদীযাঃ প্রত্যৱাদিষুঃ ৎৱমেকঃ শোমিরোণীযো ভূতগ্রস্তশ্চ ৱযং কিমিদং ভদ্রং নাৱাদিষ্ম?
49 ईसा ने जवाब दिया, “मुझ में बदरूह नहीं; मगर मैं अपने बाप की इज़्ज़त करता हूँ, और तुम मेरी बे'इज़्ज़ती करते हो।
৪৯ততো যীশুঃ প্রত্যৱাদীৎ নাহং ভূতগ্রস্তঃ কিন্তু নিজতাতং সম্মন্যে তস্মাদ্ যূযং মাম্ অপমন্যধ্ৱে|
50 लेकिन मैं अपनी तारीफ़ नहीं चाहता; हाँ, एक है जो उसे चाहता और फ़ैसला करता है।
৫০অহং স্ৱসুখ্যাতিং ন চেষ্টে কিন্তু চেষ্টিতা ৱিচারযিতা চাপর এক আস্তে|
51 मैं तुम से सच कहता हूँ कि अगर कोई इंसान मेरे कलाम पर 'अमल करेगा, तो हमेशा तक कभी मौत को न देखेगा।” (aiōn g165)
৫১অহং যুষ্মভ্যম্ অতীৱ যথার্থং কথযামি যো নরো মদীযং ৱাচং মন্যতে স কদাচন নিধনং ন দ্রক্ষ্যতি| (aiōn g165)
52 यहूदियों ने उससे कहा, “अब हम ने जान लिया कि तुझ में बदरूह है! अब्रहाम मर गया और नबी मर गए, मगर तू कहता है, 'अगर कोई मेरे कलाम पर 'अमल करेगा, तो हमेशा तक कभी मौत का मज़ा न चखेगा। (aiōn g165)
৫২যিহূদীযাস্তমৱদন্ ৎৱং ভূতগ্রস্ত ইতীদানীম্ অৱৈষ্ম| ইব্রাহীম্ ভৱিষ্যদ্ৱাদিনঞ্চ সর্ৱ্ৱে মৃতাঃ কিন্তু ৎৱং ভাষসে যো নরো মম ভারতীং গৃহ্লাতি স জাতু নিধানাস্ৱাদং ন লপ্স্যতে| (aiōn g165)
53 हमारे बुज़ुर्ग अब्रहाम जो मर गए, क्या तू उससे बड़ा है? और नबी भी मर गए। तू अपने आपको क्या ठहराता है?”
৫৩তর্হি ৎৱং কিম্ অস্মাকং পূর্ৱ্ৱপুরুষাদ্ ইব্রাহীমোপি মহান্? যস্মাৎ সোপি মৃতঃ ভৱিষ্যদ্ৱাদিনোপি মৃতাঃ ৎৱং স্ৱং কং পুমাংসং মনুষে?
54 ईसा ने जवाब दिया, “अगर मैं आप अपनी बड़ाई करूँ, तो मेरी बड़ाई कुछ नहीं; लेकिन मेरी बड़ाई मेरा बाप करता है, जिसे तुम कहते हो कि हमारा ख़ुदा है।
৫৪যীশুঃ প্রত্যৱোচদ্ যদ্যহং স্ৱং স্ৱযং সম্মন্যে তর্হি মম তৎ সম্মননং কিমপি ন কিন্তু মম তাতো যং যূযং স্ৱীযম্ ঈশ্ৱরং ভাষধ্ৱে সএৱ মাং সম্মনুতে|
55 तुम ने उसे नहीं जाना, लेकिन मैं उसे जानता हूँ; और अगर कहूँ कि उसे नहीं जानता, तो तुम्हारी तरह झूठा बनूँगा। मगर मैं उसे जानता और उसके कलाम पर 'अमल करता हूँ।
৫৫যূযং তং নাৱগচ্ছথ কিন্ত্ৱহং তমৱগচ্ছামি তং নাৱগচ্ছামীতি ৱাক্যং যদি ৱদামি তর্হি যূযমিৱ মৃষাভাষী ভৱামি কিন্ত্ৱহং তমৱগচ্ছামি তদাক্ষামপি গৃহ্লামি|
56 तुम्हारा बाप अब्रहाम मेरा दिन देखने की उम्मीद पर बहुत ख़ुश था, चुनाँचे उसने देखा और ख़ुश हुआ।”
৫৬যুষ্মাকং পূর্ৱ্ৱপুরুষ ইব্রাহীম্ মম সমযং দ্রষ্টুম্ অতীৱাৱাঞ্ছৎ তন্নিরীক্ষ্যানন্দচ্চ|
57 यहूदियों ने उससे कहा, “तेरी उम्र तो अभी पचास बरस की नहीं, फिर क्या तूने अब्रहाम को देखा है?”
৫৭তদা যিহূদীযা অপৃচ্ছন্ তৱ ৱযঃ পঞ্চাশদ্ৱৎসরা ন ৎৱং কিম্ ইব্রাহীমম্ অদ্রাক্ষীঃ?
58 ईसा ने उनसे कहा, “मैं तुम से सच सच कहता हूँ, कि पहले उससे कि अब्रहाम पैदा हुआ मैं हूँ।”
৫৮যীশুঃ প্রত্যৱাদীদ্ যুষ্মানহং যথার্থতরং ৱদামি ইব্রাহীমো জন্মনঃ পূর্ৱ্ৱকালমারভ্যাহং ৱিদ্যে|
59 पस उन्होंने उसे मारने को पत्थर उठाए, मगर ईसा छिपकर हैकल से निकल गया।
৫৯তদা তে পাষাণান্ উত্তোল্য তমাহন্তুম্ উদযচ্ছন্ কিন্তু যীশু র্গুপ্তো মন্তিরাদ্ বহির্গত্য তেষাং মধ্যেন প্রস্থিতৱান্|

< यूहन्ना 8 >