< यूहन्ना 11 >

1 उन दिनों में एक आदमी बीमार पड़ गया जिस का नाम लाज़र था। वह अपनी बहनों मरियम और मर्था के साथ बैत — अनियाह में रहता था।
ཨནནྟརཾ མརིཡམ྄ ཏསྱཱ བྷགིནཱི མརྠཱ ཙ ཡསྨིན྄ ཝཻཐནཱིཡཱགྲཱམེ ཝསཏསྟསྨིན྄ གྲཱམེ ཨིལིཡཱསར྄ ནཱམཱ པཱིཌིཏ ཨེཀ ཨཱསཱིཏ྄།
2 यह वही मरियम थी जिस ने बाद में ख़ुदावन्द पर ख़ुश्बू डाल कर उस के पैर अपने बालों से ख़ुश्क किए थे। उसी का भाई लाज़र बीमार था।
ཡཱ མརིཡམ྄ པྲབྷུཾ སུགནྡྷིཏེལཻན མརྡྡཡིཏྭཱ སྭཀེཤཻསྟསྱ ཙརཎཽ སམམཱརྫཏ྄ ཏསྱཱ བྷྲཱཏཱ ས ཨིལིཡཱསར྄ རོགཱི།
3 चुनाँचे बहनों ने ईसा को ख़बर दी, “ख़ुदावन्द, जिसे आप मुहब्बत करते हैं वह बीमार है।”
ཨཔརཉྩ ཧེ པྲབྷོ བྷཝཱན྄ ཡསྨིན྄ པྲཱིཡཏེ ས ཨེཝ པཱིཌིཏོསྟཱིཏི ཀཐཱཾ ཀཐཡིཏྭཱ ཏསྱ བྷགིནྱཽ པྲེཥིཏཝཏྱཽ།
4 जब ईसा को यह ख़बर मिली तो उस ने कहा, “इस बीमारी का अन्जाम मौत नहीं है, बल्कि यह ख़ुदा के जलाल के वास्ते हुआ है, ताकि इस से ख़ुदा के फ़र्ज़न्द को जलाल मिले।”
ཏདཱ ཡཱིཤུརིམཱཾ ཝཱརྟྟཱཾ ཤྲུཏྭཱཀཐཡཏ པཱིཌེཡཾ མརཎཱརྠཾ ན ཀིནྟྭཱིཤྭརསྱ མཧིམཱརྠམ྄ ཨཱིཤྭརཔུཏྲསྱ མཧིམཔྲཀཱཤཱརྠཉྩ ཛཱཏཱ།
5 ईसा मर्था, मरियम और लाज़र से मुहब्बत रखता था।
ཡཱིཤུ ཪྻདྱཔིམརྠཱཡཱཾ ཏདྦྷགིནྱཱམ྄ ཨིལིཡཱསརི ཙཱཔྲཱིཡཏ,
6 तो भी वह लाज़र के बारे में ख़बर मिलने के बाद दो दिन और वहीं ठहरा।
ཏཐཱཔི ཨིལིཡཱསརཿ པཱིཌཱཡཱཿ ཀཐཾ ཤྲུཏྭཱ ཡཏྲ ཨཱསཱིཏ྄ ཏཏྲཻཝ དིནདྭཡམཏིཥྛཏ྄།
7 फिर उस ने अपने शागिर्दों से बात की, “आओ, हम दुबारा यहूदिया चले जाएँ।”
ཏཏཿ པརམ྄ ས ཤིཥྱཱནཀཐཡད྄ ཝཡཾ པུན ཪྻིཧཱུདཱིཡཔྲདེཤཾ ཡཱམཿ།
8 शागिर्दों ने एतराज़ किया, “उस्ताद, अभी अभी वहाँ के यहूदी आप पर पथराव करने की कोशिश कर रहे थे, फिर भी आप वापस जाना चाहते हैं?”
ཏཏསྟེ པྲཏྱཝདན྄, ཧེ གུརོ སྭལྤདིནཱནི གཏཱནི ཡིཧཱུདཱིཡཱསྟྭཱཾ པཱཥཱཎཻ རྷནྟུམ྄ ཨུདྱཏཱསྟཐཱཔི ཀིཾ པུནསྟཏྲ ཡཱསྱསི?
9 ईसा ने जवाब दिया, “क्या दिन में रोशनी के बारह घंटे नहीं होते? जो शख़्स दिन के वक़्त चलता फिरता है वह किसी भी चीज़ से नहीं टकराएगा, क्यूँकि वह इस दुनियाँ की रोशनी के ज़रिए देख सकता है।
ཡཱིཤུཿ པྲཏྱཝདཏ྄, ཨེཀསྨིན྄ དིནེ ཀིཾ དྭཱདཤགྷཊིཀཱ ན བྷཝནྟི? ཀོཔི དིཝཱ གཙྪན྄ ན སྑལཏི ཡཏཿ ས ཨེཏཛྫགཏོ དཱིཔྟིཾ པྲཱཔྣོཏི།
10 लेकिन जो रात के वक़्त चलता है वह चीज़ों से टकरा जाता है, क्यूँकि उस के पास रोशनी नहीं है।”
ཀིནྟུ རཱཏྲཽ གཙྪན྄ སྑལཏི ཡཏོ ཧེཏོསྟཏྲ དཱིཔྟི རྣཱསྟི།
11 फिर उस ने कहा, “हमारा दोस्त लाज़र सो गया है। लेकिन मैं जा कर उसे जगा दूँगा।”
ཨིམཱཾ ཀཐཱཾ ཀཐཡིཏྭཱ ས ཏཱནཝདད྄, ཨསྨཱཀཾ བནྡྷུཿ ཨིལིཡཱསར྄ ནིདྲིཏོབྷཱུད྄ ཨིདཱནཱིཾ ཏཾ ནིདྲཱཏོ ཛཱགརཡིཏུཾ གཙྪཱམི།
12 शागिर्दों ने कहा, “ख़ुदावन्द, अगर वह सो रहा है तो वह बच जाएगा।”
ཡཱིཤུ རྨྲྀཏཽ ཀཐཱམིམཱཾ ཀཐིཏཝཱན྄ ཀིནྟུ ཝིཤྲཱམཱརྠཾ ནིདྲཱཡཱཾ ཀཐིཏཝཱན྄ ཨིཏི ཛྙཱཏྭཱ ཤིཥྱཱ ཨཀཐཡན྄,
13 उन का ख़याल था कि ईसा लाज़र की दुनियावी नींद का ज़िक्र कर रहा है जबकि हक़ीक़त में वह उस की मौत की तरफ़ इशारा कर रहा था।
ཧེ གུརོ ས ཡདི ནིདྲཱཏི ཏརྷི བྷདྲམེཝ།
14 इस लिए उस ने उन्हें साफ़ बता दिया, “लाज़र की मौत हो गई है
ཏདཱ ཡཱིཤུཿ སྤཥྚཾ ཏཱན྄ ཝྱཱཧརཏ྄, ཨིལིཡཱསར྄ ཨམྲིཡཏ;
15 और तुम्हारी ख़ातिर मैं ख़ुश हूँ कि मैं उस के मरते वक़्त वहाँ नहीं था, क्यूँकि अब तुम ईमान लाओगे। आओ, हम उस के पास जाएँ।”
ཀིནྟུ ཡཱུཡཾ ཡཐཱ པྲཏཱིཐ ཏདརྠམཧཾ ཏཏྲ ན སྠིཏཝཱན྄ ཨིཏྱསྨཱད྄ ཡུཥྨནྣིམིཏྟམ྄ ཨཱཧླཱདིཏོཧཾ, ཏཐཱཔི ཏསྱ སམཱིཔེ ཡཱམ།
16 तोमा ने जिस का लक़ब जुड़वाँ था अपने साथी शागिर्दों से कहा, “चलो, हम भी वहाँ जा कर उस के साथ मर जाएँ।”
ཏདཱ ཐོམཱ ཡཾ དིདུམཾ ཝདནྟི ས སངྒིནཿ ཤིཥྱཱན྄ ཨཝདད྄ ཝཡམཔི གཏྭཱ ཏེན སཱརྡྡྷཾ མྲིཡཱམཧཻ།
17 वहाँ पहुँच कर ईसा को मालूम हुआ कि लाज़र को क़ब्र में रखे चार दिन हो गए हैं।
ཡཱིཤུསྟཏྲོཔསྠཱཡ ཨིལིཡཱསརཿ ཤྨཤཱནེ སྠཱཔནཱཏ྄ ཙཏྭཱརི དིནཱནི གཏཱནཱིཏི ཝཱརྟྟཱཾ ཤྲུཏཝཱན྄།
18 बैत — अनियाह का येरूशलेम से फ़ासिला तीन क़िलोमीटर से कम था,
ཝཻཐནཱིཡཱ ཡིརཱུཤཱལམཿ སམཱིཔསྠཱ ཀྲོཤཻཀམཱཏྲཱནྟརིཏཱ;
19 और बहुत से यहूदी मर्था और मरियम को उन के भाई के बारे में तसल्ली देने के लिए आए हुए थे।
ཏསྨཱད྄ བཧཝོ ཡིཧཱུདཱིཡཱ མརྠཱཾ མརིཡམཉྩ བྷྱཱཏྲྀཤོཀཱཔནྣཱཾ སཱནྟྭཡིཏུཾ ཏཡོཿ སམཱིཔམ྄ ཨཱགཙྪན྄།
20 यह सुन कर कि ईसा आ रहा है मर्था उसे मिलने गई। लेकिन मरियम घर में बैठी रही।
མརྠཱ ཡཱིཤོརཱགམནཝཱརྟཱཾ ཤྲུཏྭཻཝ ཏཾ སཱཀྵཱད྄ ཨཀརོཏ྄ ཀིནྟུ མརིཡམ྄ གེཧ ཨུཔཝིཤྱ སྠིཏཱ།
21 मर्था ने कहा, “ख़ुदावन्द, अगर आप यहाँ होते तो मेरा भाई न मरता।
ཏདཱ མརྠཱ ཡཱིཤུམཝཱདཏ྄, ཧེ པྲབྷོ ཡདི བྷཝཱན྄ ཨཏྲཱསྠཱསྱཏ྄ ཏརྷི མམ བྷྲཱཏཱ ནཱམརིཥྱཏ྄།
22 लेकिन मैं जानती हूँ कि अब भी ख़ुदा आप को जो भी माँगोगे देगा।”
ཀིནྟྭིདཱནཱིམཔི ཡད྄ ཨཱིཤྭརེ པྲཱརྠཡིཥྱཏེ ཨཱིཤྭརསྟད྄ དཱསྱཏཱིཏི ཛཱནེ྅ཧཾ།
23 ईसा ने उसे बताया, “तेरा भाई जी उठेगा।”
ཡཱིཤུརཝཱདཱིཏ྄ ཏཝ བྷྲཱཏཱ སམུཏྠཱསྱཏི།
24 मर्था ने जवाब दिया, जी, “मुझे मालूम है कि वह क़यामत के दिन जी उठेगा, जब सब जी उठेंगे।”
མརྠཱ ཝྱཱཧརཏ྄ ཤེཥདིཝསེ ས ཨུཏྠཱནསམཡེ པྲོཏྠཱསྱཏཱིཏི ཛཱནེ྅ཧཾ།
25 ईसा ने उसे बताया, “क़यामत और ज़िन्दगी तो मैं हूँ। जो मुझ पर ईमान रखे वह ज़िन्दा रहेगा, चाहे वह मर भी जाए।
ཏདཱ ཡཱིཤུཿ ཀཐིཏཝཱན྄ ཨཧམེཝ ཨུཏྠཱཔཡིཏཱ ཛཱིཝཡིཏཱ ཙ ཡཿ ཀཤྩན མཡི ཝིཤྭསིཏི ས མྲྀཏྭཱཔི ཛཱིཝིཥྱཏི;
26 और जो ज़िन्दा है और मुझ पर ईमान रखता है वह कभी नहीं मरेगा। मर्था, क्या तुझे इस बात का यक़ीन है?” (aiōn g165)
ཡཿ ཀཤྩན ཙ ཛཱིཝན྄ མཡི ཝིཤྭསིཏི ས ཀདཱཔི ན མརིཥྱཏི, ཨསྱཱཾ ཀཐཱཡཱཾ ཀིཾ ཝིཤྭསིཥི? (aiōn g165)
27 मर्था ने जवाब दिया, “जी ख़ुदावन्द, मैं ईमान रखती हूँ कि आप ख़ुदा के फ़र्ज़न्द मसीह हैं, जिसे दुनियाँ में आना था।”
སཱཝདཏ྄ པྲབྷོ ཡསྱཱཝཏརཎཱཔེཀྵཱསྟི བྷཝཱན྄ སཨེཝཱབྷིཥིཀྟྟ ཨཱིཤྭརཔུཏྲ ཨིཏི ཝིཤྭསིམི།
28 यह कह कर मर्था वापस चली गई और चुपके से मरियम को बुलाया, “उस्ताद आ गए हैं, वह तुझे बुला रहे हैं।”
ཨིཏི ཀཐཱཾ ཀཐཡིཏྭཱ སཱ གཏྭཱ སྭཱཾ བྷགིནཱིཾ མརིཡམཾ གུཔྟམཱཧཱུཡ ཝྱཱཧརཏ྄ གུརུརུཔཏིཥྛཏི ཏྭཱམཱཧཱུཡཏི ཙ།
29 यह सुनते ही मरियम उठ कर ईसा के पास गई।
ཀཐཱམིམཱཾ ཤྲུཏྭཱ སཱ ཏཱུརྞམ྄ ཨུཏྠཱཡ ཏསྱ སམཱིཔམ྄ ཨགཙྪཏ྄།
30 वह अभी गाँव के बाहर उसी जगह ठहरा था जहाँ उस की मुलाक़ात मर्था से हुई थी।
ཡཱིཤུ རྒྲཱམམདྷྱཾ ན པྲཝིཤྱ ཡཏྲ མརྠཱ ཏཾ སཱཀྵཱད྄ ཨཀརོཏ྄ ཏཏྲ སྠིཏཝཱན྄།
31 जो यहूदी घर में मरियम के साथ बैठे उसे तसल्ली दे रहे थे, जब उन्हों ने देखा कि वह जल्दी से उठ कर निकल गई है तो वह उस के पीछे हो लिए। क्यूँकि वह समझ रहे थे कि वह मातम करने के लिए अपने भाई की क़ब्र पर जा रही है।
ཡེ ཡིཧཱུདཱིཡཱ མརིཡམཱ སཱཀཾ གྲྀཧེ ཏིཥྛནྟསྟཱམ྄ ཨསཱནྟྭཡན ཏེ ཏཱཾ ཀྵིཔྲམ྄ ཨུཏྠཱཡ གཙྪནྟིཾ ཝིལོཀྱ ཝྱཱཧརན྄, ས ཤྨཤཱནེ རོདིཏུཾ ཡཱཏི, ཨིཏྱུཀྟྭཱ ཏེ ཏསྱཱཿ པཤྩཱད྄ ཨགཙྪན྄།
32 मरियम ईसा के पास पहुँच गई। उसे देखते ही वह उस के पैरों में गिर गई और कहने लगी, “ख़ुदावन्द, अगर आप यहाँ होते तो मेरा भाई न मरता।”
ཡཏྲ ཡཱིཤུརཏིཥྛཏ྄ ཏཏྲ མརིཡམ྄ ཨུཔསྠཱཡ ཏཾ དྲྀཥྚྭཱ ཏསྱ ཙརཎཡོཿ པཏིཏྭཱ ཝྱཱཧརཏ྄ ཧེ པྲབྷོ ཡདི བྷཝཱན྄ ཨཏྲཱསྠཱསྱཏ྄ ཏརྷི མམ བྷྲཱཏཱ ནཱམརིཥྱཏ྄།
33 जब ईसा ने मरियम और उस के लोगों को रोते देखा तो उसे दुःख हुआ। और उसने ताअ'ज्जुब होकर
ཡཱིཤུསྟཱཾ ཏསྱཱཿ སངྒིནོ ཡིཧཱུདཱིཡཱཾཤྩ རུདཏོ ཝིལོཀྱ ཤོཀཱརྟྟཿ སན྄ དཱིརྒྷཾ ནིཤྭསྱ ཀཐིཏཝཱན྄ ཏཾ ཀུཏྲཱསྠཱཔཡཏ?
34 उस ने पूछा, “तुम ने उसे कहाँ रखा है?” उन्हों ने जवाब दिया, “आएँ ख़ुदावन्द, और देख लें।”
ཏེ ཝྱཱཧརན྄, ཧེ པྲབྷོ བྷཝཱན྄ ཨཱགཏྱ པཤྱཏུ།
35 ईसा “रो पड़ा।
ཡཱིཤུནཱ ཀྲནྡིཏཾ།
36 यहूदियों ने कहा, देखो, वह उसे कितना प्यारा था।”
ཨཏཨེཝ ཡིཧཱུདཱིཡཱ ཨཝདན྄, པཤྱཏཱཡཾ ཏསྨིན྄ ཀིདྲྀག྄ ཨཔྲིཡཏ།
37 लेकिन उन में से कुछ ने कहा, इस आदमी ने अंधे को सही किया। “क्या यह लाज़र को मरने से नहीं बचा सकता था?”
ཏེཥཱཾ ཀེཙིད྄ ཨཝདན྄ ཡོནྡྷཱཡ ཙཀྵུཥཱི དཏྟཝཱན྄ ས ཀིམ྄ ཨསྱ མྲྀཏྱུཾ ནིཝཱརཡིཏུཾ ནཱཤཀྣོཏ྄?
38 फिर ईसा दुबारा बहुत ही मायूस हो कर क़ब्र पर आया। क़ब्र एक ग़ार थी जिस के मुँह पर पत्थर रखा गया था।
ཏཏོ ཡཱིཤུཿ པུནརནྟརྡཱིརྒྷཾ ནིཤྭསྱ ཤྨཤཱནཱནྟིཀམ྄ ཨགཙྪཏ྄། ཏཏ྄ ཤྨཤཱནམ྄ ཨེཀཾ གཧྭརཾ ཏནྨུཁེ པཱཥཱཎ ཨེཀ ཨཱསཱིཏ྄།
39 ईसा ने कहा, “पत्थर को हटा दो।” लेकिन मर्हूम की बहन मर्था ने एतराज़ किया, “ख़ुदावन्द, बदबू आएगी, क्यूँकि उसे यहाँ पड़े चार दिन हो गए हैं।”
ཏདཱ ཡཱིཤུརཝདད྄ ཨེནཾ པཱཥཱཎམ྄ ཨཔསཱརཡཏ, ཏཏཿ པྲམཱིཏསྱ བྷགིནཱི མརྠཱཝདཏ྄ པྲབྷོ, ཨདྷུནཱ ཏཏྲ དུརྒནྡྷོ ཛཱཏཿ, ཡཏོདྱ ཙཏྭཱརི དིནཱནི ཤྨཤཱནེ ས ཏིཥྛཏི།
40 ईसा ने उस से कहा, “क्या मैंने तुझे नहीं बताया कि अगर तू ईमान रखे तो ख़ुदा का जलाल देखेगी?”
ཏདཱ ཡཱིཤུརཝཱདཱིཏ྄, ཡདི ཝིཤྭསིཥི ཏརྷཱིཤྭརསྱ མཧིམཔྲཀཱཤཾ དྲཀྵྱསི ཀཐཱམིམཱཾ ཀིཾ ཏུབྷྱཾ ནཱཀཐཡཾ?
41 चुनाँचे उन्हों ने पत्थर को हटा दिया। फिर ईसा ने अपनी नज़र उठा कर कहा, “ऐ बाप, मैं तेरा शुक्र करता हूँ कि तू ने मेरी सुन ली है।
ཏདཱ མྲྀཏསྱ ཤྨཤཱནཱཏ྄ པཱཥཱཎོ྅པསཱརིཏེ ཡཱིཤུརཱུརྡྭྭཾ པཤྱན྄ ཨཀཐཡཏ྄, ཧེ པིཏ རྨམ ནེཝེསནམ྄ ཨཤྲྀཎོཿ ཀཱརཎཱདསྨཱཏ྄ ཏྭཱཾ དྷནྱཾ ཝདཱམི།
42 मैं तो जानता हूँ कि तू हमेशा मेरी सुनता है। लेकिन मैं ने यह बात पास खड़े लोगों की ख़ातिर की, ताकि वह ईमान लाएँ कि तू ने मुझे भेजा है।”
ཏྭཾ སཏཏཾ ཤྲྀཎོཥི ཏདཔྱཧཾ ཛཱནཱམི, ཀིནྟུ ཏྭཾ མཱཾ ཡཏ྄ པྲཻརཡསྟད྄ ཡཐཱསྨིན྄ སྠཱནེ སྠིཏཱ ལོཀཱ ཝིཤྭསནྟི ཏདརྠམ྄ ཨིདཾ ཝཱཀྱཾ ཝདཱམི།
43 फिर ईसा ज़ोर से पुकार उठा, “लाज़र, निकल आ!”
ཨིམཱཾ ཀཐཱཾ ཀཐཡིཏྭཱ ས པྲོཙྩཻརཱཧྭཡཏ྄, ཧེ ཨིལིཡཱསར྄ བཧིརཱགཙྪ།
44 और मुर्दा निकल आया। अभी तक उस के हाथ और पाँओ पट्टियों से बँधे हुए थे जबकि उस का चेहरा कपड़े में लिपटा हुआ था। ईसा ने उन से कहा, “इस के कफ़न को खोल कर इसे जाने दो।”
ཏཏཿ ས པྲམཱིཏཿ ཤྨཤཱནཝསྟྲཻ རྦདྡྷཧསྟཔཱདོ གཱཏྲམཱརྫནཝཱསསཱ བདྡྷམུཁཤྩ བཧིརཱགཙྪཏ྄། ཡཱིཤུརུདིཏཝཱན྄ བནྡྷནཱནི མོཙཡིཏྭཱ ཏྱཛཏཻནཾ།
45 उन यहूदियों में से जो मरियम के पास आए थे बहुत से ईसा पर ईमान लाए जब उन्हों ने वह देखा जो उस ने किया।
མརིཡམཿ སམཱིཔམ྄ ཨཱགཏཱ ཡེ ཡིཧཱུདཱིཡལོཀཱསྟདཱ ཡཱིཤོརེཏཏ྄ ཀརྨྨཱཔཤྱན྄ ཏེཥཱཾ བཧཝོ ཝྱཤྭསན྄,
46 लेकिन कुछ फ़रीसियों के पास गए और उन्हें बताया कि ईसा ने क्या किया है।
ཀིནྟུ ཀེཙིདནྱེ ཕིརཱུཤིནཱཾ སམཱིཔཾ གཏྭཱ ཡཱིཤོརེཏསྱ ཀརྨྨཎོ ཝཱརྟྟཱམ྄ ཨཝདན྄།
47 तब राहनुमा इमामों और फ़रीसियों ने यहूदियों ने सदरे अदालत का जलसा बुलाया। उन्हों ने एक दूसरे से पूछा, “हम क्या कर रहे हैं? यह आदमी बहुत से ख़ुदाई करिश्मे दिखा रहा है।
ཏཏཿ པརཾ པྲདྷཱནཡཱཛཀཱཿ ཕིརཱུཤིནཱཤྩ སབྷཱཾ ཀྲྀཏྭཱ ཝྱཱཧརན྄ ཝཡཾ ཀིཾ ཀུརྨྨཿ? ཨེཥ མཱནཝོ བཧཱུནྱཱཤྩཪྻྱཀརྨྨཱཎི ཀརོཏི།
48 अगर हम उसे यूँही छोड़ें तो आख़िरकार सब उस पर ईमान ले आएँगे। फिर रोमी हाकिम आ कर हमारे बैत — उल — मुक़द्दस और हमारे मुल्क को तबाह कर देंगे।”
ཡདཱིདྲྀཤཾ ཀརྨྨ ཀརྟྟུཾ ན ཝཱརཡཱམསྟརྷི སཪྻྭེ ལོཀཱསྟསྨིན྄ ཝིཤྭསིཥྱནྟི རོམིལོཀཱཤྩཱགཏྱཱསྨཱཀམ྄ ཨནཡཱ རཱཛདྷཱནྱཱ སཱརྡྡྷཾ རཱཛྱམ྄ ཨཱཚེཏྶྱནྟི།
49 उन में से एक काइफ़ा था जो उस साल इमाम — ए — आज़म था। उस ने कहा, “आप कुछ नहीं समझते
ཏདཱ ཏེཥཱཾ ཀིཡཕཱནཱམཱ ཡསྟསྨིན྄ ཝཏྶརེ མཧཱཡཱཛཀཔདེ ནྱཡུཛྱཏ ས པྲཏྱཝདད྄ ཡཱུཡཾ ཀིམཔི ན ཛཱནཱིཐ;
50 और इस का ख़याल भी नहीं करते कि इस से पहले कि पूरी क़ौम हलाक हो जाए बेहतर यह है कि एक आदमी उम्मत के लिए मर जाए।”
སམགྲདེཤསྱ ཝིནཱཤཏོཔི སཪྻྭལོཀཱརྠམ྄ ཨེཀསྱ ཛནསྱ མརཎམ྄ ཨསྨཱཀཾ མངྒལཧེཏུཀམ྄ ཨེཏསྱ ཝིཝེཙནཱམཔི ན ཀུརུཐ།
51 उस ने यह बात अपनी तरफ़ से नहीं की थी। उस साल के इमाम — ए — आज़म की हैसियत से ही उस ने यह पेशीनगोई की कि ईसा यहूदी क़ौम के लिए मरेगा।
ཨེཏཱཾ ཀཐཱཾ ས ནིཛབུདྡྷྱཱ ཝྱཱཧརད྄ ཨིཏི ན,
52 और न सिर्फ़ इस के लिए बल्कि ख़ुदा के बिखरे हुए फ़र्ज़न्दों को जमा करके एक करने के लिए भी।
ཀིནྟུ ཡཱིཤཱུསྟདྡེཤཱིཡཱནཱཾ ཀཱརཎཱཏ྄ པྲཱཎཱན྄ ཏྱཀྵྱཏི, དིཤི དིཤི ཝིཀཱིརྞཱན྄ ཨཱིཤྭརསྱ སནྟཱནཱན྄ སཾགྲྀཧྱཻཀཛཱཏིཾ ཀརིཥྱཏི ཙ, ཏསྨིན྄ ཝཏྶརེ ཀིཡཕཱ མཧཱཡཱཛཀཏྭཔདེ ནིཡུཀྟཿ སན྄ ཨིདཾ བྷཝིཥྱདྭཱཀྱཾ ཀཐིཏཝཱན྄།
53 उस दिन से उन्हों ने ईसा को क़त्ल करने का इरादा कर लिया।
ཏདྡིནམཱརབྷྱ ཏེ ཀཐཾ ཏཾ ཧནྟུཾ ཤཀྣུཝནྟཱིཏི མནྟྲཎཱཾ ཀརྟྟུཾ པྲཱརེབྷིརེ།
54 इस लिए उस ने अब से एलानिया यहूदियों के दरमियान वक़्त न गुज़ारा, बल्कि उस जगह को छोड़ कर रेगिस्तान के क़रीब एक इलाक़े में गया। वहाँ वह अपने शागिर्दों समेत एक गाँव बनाम इफ़्राईम में रहने लगा।
ཨཏཨེཝ ཡིཧཱུདཱིཡཱནཱཾ མདྷྱེ ཡཱིཤུཿ སཔྲཀཱཤཾ གམནཱགམནེ ཨཀྲྀཏྭཱ ཏསྨཱད྄ གཏྭཱ པྲཱནྟརསྱ སམཱིཔསྠཱཡིཔྲདེཤསྱེཕྲཱཡིམ྄ ནཱམྣི ནགརེ ཤིཥྱཻཿ སཱཀཾ ཀཱལཾ ཡཱཔཡིཏུཾ པྲཱརེབྷེ།
55 फिर यहूदियों की ईद — ए — फ़सह क़रीब आ गई। देहात से बहुत से लोग अपने आप को पाक करवाने के लिए ईद से पहले पहले येरूशलेम पहुँचे।
ཨནནྟརཾ ཡིཧཱུདཱིཡཱནཱཾ ནིསྟཱརོཏྶཝེ ནིཀཊཝརྟྟིནི སཏི ཏདུཏྶཝཱཏ྄ པཱུཪྻྭཾ སྭཱན྄ ཤུཙཱིན྄ ཀརྟྟུཾ བཧཝོ ཛནཱ གྲཱམེབྷྱོ ཡིརཱུཤཱལམ྄ ནགརམ྄ ཨཱགཙྪན྄,
56 वहाँ वह ईसा का पता करते और हैकल में खड़े आपस में बात करते रहे, “क्या ख़याल है? क्या वह ईद पर नहीं आएगा?”
ཡཱིཤོརནྭེཥཎཾ ཀྲྀཏྭཱ མནྡིརེ དཎྜཱཡམཱནཱཿ སནྟཿ པརསྤརཾ ཝྱཱཧརན྄, ཡུཥྨཱཀཾ ཀཱིདྲྀཤོ བོདྷོ ཛཱཡཏེ? ས ཀིམ྄ ཨུཏྶཝེ྅སྨིན྄ ཨཏྲཱགམིཥྱཏི?
57 लेकिन राहनुमा इमामों और फ़रीसियों ने हुक्म दिया था, अगर किसी को मालूम हो जाए कि ईसा कहाँ है तो वह ख़बर दे ताकि हम उसे गिरफ़्तार कर लें।
ས ཙ ཀུཏྲཱསྟི ཡདྱེཏཏ྄ ཀཤྩིད྄ ཝེཏྟི ཏརྷི དརྴཡཏུ པྲདྷཱནཡཱཛཀཱཿ ཕིརཱུཤིནཤྩ ཏཾ དྷརྟྟུཾ པཱུཪྻྭམ྄ ཨིམཱམ྄ ཨཱཛྙཱཾ པྲཱཙཱརཡན྄།

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