< हिज़ि 16 >
1 फिर ख़ुदावन्द का कलाम मुझ पर नाज़िल हुआ:
Und es geschah an mich das Wort Jehovahs, sprechend:
2 कि ऐ आदमज़ाद! येरूशलेम को उसके नफ़रती कामों से आगाह कर,
Menschensohn, tue Jerusalem ihre Greuel zu wissen,
3 और कह, ख़ुदावन्द ख़ुदा येरूशलेम से यूँ फ़रमाता है: तेरी विलादत और तेरी पैदाइश कनान की सरज़मीन की है; तेरा बाप अमूरी था और तेरी माँ हित्ती थी।
Und sprich: So spricht der Herr Jehovah zu Jerusalem: Dein Handel und deine Geburt ist aus dem Land des Kanaaniters; dein Vater ist der Amoriter und deine Mutter eine Chethiterin.
4 और तेरी पैदाइश का हाल यूँ है कि जिस दिन तू पैदा हुई तेरी नाफ़ काटी न गई, और न सफ़ाई के लिए तुझे पानी से गु़स्ल मिला, और न तुझ पर नमक मला गया, और तू कपड़ों में लपेटी न गई।
Und bei deiner Geburt, am Tag, da du geboren wardst, wurde dein Nabel nicht abgeschnitten, und du wurdest im Wasser nicht gebadet für Mein Anschauen, nicht mit Salz gesalzen und in Windeln nicht gewickelt.
5 किसी की आँख ने तुझ पर रहम न किया कि तेरे लिए यह काम करे और तुझ पर मेहरबानी दिखाए बल्कि तू अपनी विलादत के दिन बाहर मैदान में फेंकी गई, क्यूँकि तुझ से नफ़रत रखते थे।
Kein Auge schonte dein, dir eins von diesen zu tun, dich zu bemitleiden, und du wurdest auf des Feldes Fläche hingeworfen, aus Ekel vor deiner Seele am Tag, da du geboren wardst.
6 तब मैंने तुझ पर गुज़र किया और तुझे तेरे ही ख़ून में लोटती देखा, और मैंने तुझे जब तू अपने खू़न में आग़िश्ता थी कहा, 'जीती रह! हाँ, मैंने तुझ खू़न आलूदा से कहा, 'जीती रह!
Und Ich ging an dir vorüber und sah dich zertreten in deinem Blut, und sprach zu dir in deinem Blut: Lebe! Und Ich sprach zu dir in deinem Blute: Lebe!
7 मैंने तुझे चमन के शगूफ़ों की तरह हज़ार चन्द बढ़ाया, इसलिए तू बढ़ीं, और कमाल और जमाल को पहुँची तेरी छातियाँ उठीं और तेरी ज़ुल्फें बढ़ीं लेकिन तू नंगी और बरहना थी।
Zur Mehrung, wie den Sproß des Feldes gab Ich dich, und du wuchsest und wurdest groß, und kamst in dem Schmuck deines Schmuckes, die Brüste wurden fest, und dein Haar sproßte; du aber warst nackt und bloß.
8 फिर मैंने तेरी तरफ़ गुज़र किया और तुझ पर नज़र की, और क्या देखता हूँ कि तू 'इश्क़ अंगेज़ उम्र को पहुँच गई है; फिर मैंने अपना दामन तुझ पर फैलाया और तेरी बरहनगी को छिपाया, और क़सम खाकर तुझ से 'अहद बाँधा ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है और तू मेरी हो गई।
Und Ich ging an dir vorüber und sah dich, und siehe, es war deine Zeit, die Zeit der Liebkosungen, und Ich breitete Meinen Fittich über dich und deckte deine Blöße und schwor dir und ging einen Bund ein mit dir, spricht der Herr Jehovah, und du wardst Mein.
9 फिर मैंने तुझे पानी से गु़स्ल दिया, और तेरा खू़न बिल्कुल धो डाला और तुझ पर 'इत्र मला।
Und Ich badete dich mit Wasser und spülte ab dein Blut von dir und salbte dich mit Öl.
10 और मैंने तुझे ज़र — दोज़ लिबास से मुलब्बस किया, और तुख़स की खाल की जूती पहनाई, नफ़ीस कतान से तेरा कमरबन्द बनाया और तुझे सरासर रेशम से मुलब्बस किया।
Und Ich zog dir Gewirktes an, und beschuhte dich mit Tachaschfell, umwand dich mit Byssus und bedeckte dich mit Seide.
11 मैंने तुझे ज़ेवर से आरास्ता किया, तेरे हाथों में कंगन पहनाए और तेरे गले में तौक़ डाला।
Und ich schmückte dich mit Geschmeide und gab Armbänder an deine Hände und ein Kettchen um deinen Nacken.
12 और मैंने तेरी नाक में नथ और तेरे कानों में बालियाँ पहनाई, और एक खू़बसूरत ताज तेरे सिर पर रख्खा।
Und gab einen Reif an deine Nase und Ohrringe an deine Ohren und eine Krone der Zierde auf dein Haupt.
13 और तू सोने — चाँदी से आरास्ता हुई, और तेरी पोशाक कतानी और रेशमी और चिकन — दोज़ी की थी; और तू मैदा और शहद और चिकनाई खाती थी, और तू बहुत खू़बसूरत और इक़बालमन्द मलिका हो गई।
Und du warst geschmückt mit Gold und Silber, und dein Anzug war Byssus und Seide und Gewirktes. Semmelmehl und Honig und Öl aßest du, und wardst gar sehr schön, und gelangtest zum Königtum.
14 और क़ौम — ए — 'आलम में तेरी खू़बसूरती की शोहरत फैल गई, क्यूँकि, ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, कि तू मेरे उस जलाल से जो मैंने तुझे बख़्शा कामिल हो गई थी।
Und dein Name ging aus ob deiner Schönheit, denn sie war vollkommen durch Mein Geschmeide, das Ich dir angelegt hatte, spricht der Herr Jehovah.
15 लेकिन तूने अपनी खू़बसूरती पर भरोसा किया और अपनी शोहरत के वसीले से बदकारी करने लगी, और हर एक के साथ जिसका तेरी तरफ़ गुज़र हुआ ख़ूब फ़ाहिशा बनी और उसी की हो गई।
Du aber vertrautest auf deine Schönheit und buhltest auf deinen Namen und gossest deine Buhlereien aus auf jeden, der vorüberging, sein war sie.
16 तूने अपनी पोशाक से अपने ऊँचे मक़ाम मुनक़्क़श और आरास्ता किए, और उन पर ऐसी बदकारी की, कि न कभी हुई और न होगी।
Und nahmst von deinen Kleidern und machtest dir bunte Opferhöhen und buhltest auf ihnen, was nicht gekommen ist noch geschehen wird.
17 और तूने अपने सोने — चाँदी के नफ़ीस ज़ेवरों से जो मैंने तुझे दिए थे, अपने लिए मर्दों की मूरतें बनाई और उनसे बदकारी की।
Und du hast Geräte deines Schmuckes von Meinem Gold und Meinem Silber, das Ich dir gegeben hatte, genommen und männliche Bilder dir gemacht und mit ihnen gebuhlt.
18 और अपनी ज़र — दोज़ पोशाकों से उनको मुलब्बस किया, और मेरा 'इत्र और ख़ुशबू उनके सामने रख्खा।
Und hast deine gewirkten Kleider genommen und sie bedeckt und Mein Öl und Mein Räucherwerk gabst du vor sie;
19 और मेरा खाना जो मैंने तुझे दिया, या'नी मैदा और चिकनाई और शहद जो मैं तुझे खिलाता था, तूने उनके सामने ख़ुशबू के लिए रख्खा: ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है कि यूँ ही हुआ।
Und Mein Brot, das Ich dir hatte gegeben, Semmelmehl und Öl und Honig, so Ich dich essen ließ, hast du vor sie gegeben zum Geruch der Ruhe, und es geschah, spricht der Herr Jehovah.
20 और तूने अपने बेटों और अपनी बेटियों को, जिनको तूने मेरे लिए पैदा किया लेकर उनके आगे कु़र्बान किया, ताकि वह उनको खा जाएँ, क्या तेरी बदकारी कोई छोटी बात थी,
Und du nahmst deine Söhne und Töchter, die du Mir geboren, und opfertest sie ihnen zum Fraß. War es zu wenig für deine Buhlereien?
21 कि तूने मेरे बच्चों को भी ज़बह किया और उनको बुतों के लिए आग के हवाले किया?
Und Meine Söhne hast du geschlachtet und sie gegeben, daß sie für sie durch das Feuer hindurchgingen.
22 और तूने अपनी तमाम मकरूहात और बदकारी में अपने बचपन के दिनों को, जब कि तू नंगी और बरहना अपने खू़न में लोटती थी, कभी याद न किया।
Und bei all deinen Greueln und Buhlereien gedenkst du nicht der Tage deiner Jugend, wie du nackt und bloß warst, zertreten in deinem Blut.
23 'और ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है कि अपनी इस सारी बदकारी के 'अलावा अफ़सोस! तुझ पर अफ़सोस!
Und es geschah nach all deiner Bosheit - wehe, wehe dir, spricht der Herr Jehovah-
24 तूने अपने लिए गुम्बद बनाया और हर एक बाज़ार में ऊँचा मक़ाम तैयार किया।
Daß du dir bautest eine Hochwarte und dir eine Höhe machtest in jeder Straße.
25 तूने रास्ते के हर कोने पर अपना ऊँचा मक़ाम ता'मीर किया, और अपनी खू़बसूरती को नफ़रत अंगेज़ किया, और हर एक राह गुज़र के लिए अपने पाँव पसारे और बदकारी में तरक़्क़ी की।
Am Anfang jedes Weges bautest du deine Höhe, und machtest zum Greuel deine Schönheit, und spreiztest dein Füße jedem, der vorüberging, und mehrtest deine Buhlerei.
26 तूने अहल — ए — मिस्र और अपने पड़ोसियों से जो बड़े क़दआवर हैं बदकारी की और अपनी बदकारी की ज़्यादती से मुझे ग़ज़बनाक किया।
Und buhltest mit Ägyptens Söhnen, deinen Nachbarn groß an Fleisch, und mehrtest deine Buhlerei, Mich zu reizen.
27 फिर देख, मैंने अपना हाथ तुझ पर चलाया और तेरे वज़ीफ़े को कम कर दिया, और तुझे तेरी बदख़्वाह फ़िलिस्तियों की बेटियों के क़ाबू में कर दिया जो तेरी ख़राब चाल चलन से शर्मिन्दा होती थीं।
Und siehe, Ich habe Meine Hand ausgestreckt über dich und verringerte dein Bestimmtes, und gebe dich in den Willen derer, die dich hassen der Töchter der Philister, die Schande fühlten ob deiner Unzucht Weg.
28 फिर तूने अहल — ए — असूर से बदकारी की, क्यूँकि तू सेर न हो सकती थी; हाँ, तूने उन से भी बदकारी की लेकिन तोभी तू आसूदा न हुई।
Und du buhltest mit Aschurs Söhnen, weil du nicht satt kannst werden. Und mit ihnen hast du gebuhlt und wurdest auch nicht satt.
29 और तूने मुल्क — ए — कन'आन से कसदियों के मुल्क तक अपनी बदकारी को फैलाया, लेकिन इस से भी सेर न हुई।
Und du mehrtest deine Buhlerei bis in das Land des Handels Chaldäa, und auch da bist du nicht satt geworden.
30 ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, तेरा दिल कैसा बे — इख़्तियार है कि तू यह सब कुछ करती है, जो बेलगाम फ़ाहिशा 'औरत का काम है,
Wie verschmachtet dein Herz, spricht der Herr Jehovah, weil du all dies tust, das Werk eines buhlerischen, herrischen Weibes.
31 इसलिए कि तू हर एक सड़क के सिरे पर अपना गुम्बद बनाती है, और हर एक बाज़ार में अपना ऊँचा मक़ाम तैयार करती है, और तू कस्बी की तरह नहीं क्यूँकि तू उजरत लेना बेकार जानती है।
Indem du deine Hochwarte bautest am Anfang jedes Weges und deine Höhe machtest in jeder Straße, warst du nicht wie die Buhlerin, die ihrer Buhlgabe sich brüstet?
32 बल्कि बदकार बीवी की तरह है, जो अपने शौहर के बदले गै़रों को कु़बूल करती है।
Das ehebrecherische Weib nimmt anstatt ihres Mannes Fremde an.
33 लोग सब कस्बियों को हदिए देते हैं; लेकिन तू अपने यारों को हदिए और तोहफ़े देती है, ताकि वह चारों तरफ़ से तेरे पास आएँ और तेरे साथ बदकारी करें।
Man gibt jeglicher Buhlerin ein Buhlgeschenk, aber du gibst allen deinen Liebhabern deine Buhlgeschenke, und beschenkst sie, daß sie von ringsumher zu deiner Buhlschaft zu dir kommen.
34 और तू बदकारी में और 'औरतों की तरह नहीं, क्यूँकि बदकारी के लिए तेरे पीछे कोई नहीं आता। तू उजरत नहीं लेती बल्कि ख़ुद उजरत देती है, इसलिए तू अनोखी है।
Und ist bei dir das Umgekehrte gegen die Weiber bei deinen Buhlereien, daß dir nicht nachgebuhlt wird, und damit, daß du die Buhlgabe gibst und dir keine Buhlgabe gegeben wird. Und du warst zum Umgekehrten.
35 इसलिए ऐ बदकार, तू ख़ुदावन्द का कलाम सुन,
Darum, Buhlerin, höre das Wort Jehovahs!
36 ख़ुदावन्द ख़ुदा यूँ फ़रमाता है: कि चूँकि तेरी नापाकी बह निकली और तेरी बरहनगी तेरी बदकारी के ज़रिए' जो तूने अपने यारों से की, और तेरे सब नफ़रती बुतों की वजह से और तेरे बच्चों के खू़न की वजह से जो तूने उनके आगे पेश किया, ज़ाहिर हो गई।
So spricht der Herr Jehovah: Weil dein Erz ausgeschüttet ist und deine Blöße aufgedeckt in deinen Buhlereien mit deinen Liebhabern und mit allen Götzen deiner Greuel und ob dem Blute deiner Söhne, die du ihnen hast gegeben;
37 इसलिए देख, मैं तेरे सब यारों को तू लज़ीज़ थी, और उन सब को जिनको तू चाहती थी और उन सबको जिनसे तू कीना रखती है जमा' करूँगा; मैं उनको चारों तरफ़ से तेरी मुख़ालिफ़त पर जमा' करूँगा और उनके आगे तेरी बरहनगी खोल दूँगा ताकि वह तेरी तमाम बरहनगी देखें।
Darum, siehe, will Ich zusammenbringen alle deine Liebhaber, denen du angenehm gewesen und alle, die du geliebt hast, mit allen, die du gehaßt hast, und Ich will sie zusammenbringen wider dich von ringsumher, und will deine Blöße vor ihnen aufdecken, daß sie alle deine Blöße sehen,
38 और मैं तेरी ऐसी 'अदालत करूँगा जैसी बेवफ़ा और ख़ूनी बीवी की और मैं ग़ज़ब और ग़ैरत की मौत तुझ पर लाऊँगा।
Und Ich will richten über dich Gerichte der Ehebrecherinnen und derer, die Blut vergießen, und gebe dich zum Blut des Grimmes und des Eifers.
39 और मैं तुझे उनके हवाले कर दूँगा, और वह तेरे गुम्बद और ऊँचे मक़ामों को मिस्मार करेंगे और तेरे कपड़े उतारेंगे और तेरे ख़ुशनुमा ज़ेवर छीन लेंगे, और तुझे नंगी और बरहना छोड़ जाएँगे।
Und Ich gebe dich in ihre Hand, daß sie deine Hochwarten umreißen, und abbrechen deine Höhen und dir deine Kleider ausziehen, und sie nehmen die Geräte deines Schmuckes, und dich nackt und bloß lassen;
40 वह तुझ पर एक हुजूम चढ़ा लाएँगे, और तुझे संगसार करेंगे और अपनी तलवारों से तुझे छेद डालेंगे।
Und sie bringen eine Versammlung wider dich herauf, die mit dem Stein dich sollen steinigen und mit ihren Schwertern zerstücken.
41 और वह तेरे घर आग से जलाएँगे और बहुत सी 'औरतों के सामने तुझे सज़ा देंगे, और मैं तुझे बदकारी से रोक दूँगा और तू फिर उजरत न देगी।
Und deine Häuser verbrennen sie mit Feuer und tun an dir Gerichte vor vieler Weiber Augen. Und ich mache deiner Buhlerei ein Ende und du sollst keine Buhlgabe mehr geben.
42 तब मेरा क़हर तुझ पर धीमा हो जाएगा, और मेरी गै़रत तुझ से जाती रहेगी; और मैं तस्कीन पाऊँगा और फिर ग़ज़बनाक न हूँगा।
Und Ich lasse ruhen Meinen Grimm wider dich, und Mein Eifer weicht von dir, und Ich raste und bin nicht mehr gereizt.
43 चूँकि तूने अपने बचपन के दिनों को याद न किया, और इन सब बातों से मुझ को फ़रोख़्त किया, इसलिए ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, देख, मैं तेरी बदराही का नतीजा तेरे सिर पर लाऊँगा और तू आगे को अपने सब घिनौने कामों के 'अलावा ऐसी बदज़ाती नहीं कर सकेगी।
Weil du der Tage deiner Jugend nicht gedacht und Mich mit alledem hast aufgebracht, siehe, so gebe auch Ich deinen Weg dir auf dein Haupt, spricht der Herr Jehovah, auf daß du nicht tust zu allen deinen Greueln noch Unzucht.
44 देख, सब मिसाल कहने वाले तेरे बारे में यह मिसाल कहेंगे, कि 'जैसी माँ, वैसी बेटी।
Siehe, jeder, der Sprichworte redet, wird über dich das Sprichwort reden und sagen: Wie die Mutter, so ihre Tochter.
45 तू अपनी उस माँ की बेटी है जो अपने शौहर और अपने बच्चों से घिन खाती थी, और तू अपनी उन बहनों की बहन है जो अपने शौहरों और अपने बच्चों से नफ़रत रखती थीं; तेरी माँ हित्ती और तेरा बाप अमूरी था।
Die Tochter deiner Mutter bist du, die ihres Mannes und ihrer Söhne überdrüssig ward; und die Schwester deiner Schwestern bist du, die ihrer Männer und ihrer Söhne überdrüssig wurden; eure Mutter ist eine Chethiterin und euer Vater ein Amoriter.
46 और तेरी बड़ी बहन सामरिया है जो तेरी बाईं तरफ़ रहती है, वह और उसकी बेटियाँ, और तेरी छोटी बहन जो तेरी दहनी तरफ़ रहती हैं, सदूम और उसकी बेटियाँ हैं।
Und deine große Schwester ist Schomron, sie und ihre Töchter, die dir zu Linken wohnt; und deine kleine Schwester, die zu deiner Rechten wohnt, ist Sodom und ihre Töchter.
47 लेकिन तू सिर्फ उनकी राह पर नहीं चली और सिर्फ़ उन ही के जैसे घिनौने काम नहीं किए, क्यूँकि यह तो अगरचे छोटी बात थी, बल्कि तू अपनी तमाम चाल चलन में उनसे बदतर हो गई।
Nicht bist du in ihren Wegen gewandelt und hast nach ihren Greueln getan. Um ein wenig verdroß es dich, und du hast in allen deinen Wegen Verderblicheres denn sie getan.
48 ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, मुझे अपनी हयात की क़सम कि तेरी बहन सदूम ने ऐसा नहीं किया, न उसने न उसकी बेटियों ने जैसा तूने और तेरी बेटियों ने किया है।
Bei Meinem Leben, spricht der Herr Jehovah, deine Schwester Sodom, sie und ihre Töchter haben nicht getan, wie du und deine Töchter getan habt.
49 देख, तेरी बहन सदूम की तक़्सीर यह थी, गु़रूर और रोटी की सेरी और राहत की कसरत उसमें और उसकी बेटियों में थी; उसने ग़रीब और मोहताज की दस्तगीरी न की।
Siehe, das war deiner Schwester Sodom Missetat: Stolz, Sättigung an Brot und sorgloses Rasten bei ihr und ihren Töchtern, und die Hand des Elenden und Dürftigen hat sie nicht gestärkt.
50 वह मग़रूर थीं और उन्होंने मेरे सामने घिनौने काम किए, इसलिए जब मैंने देखा तो उनको उखाड़ फेंका।
Sie wurden aber hoffärtig und taten Greuel vor Mir, und Ich tat sie hinweg, wie Ich es sah.
51 और सामरिया ने तेरे गुनाहों के आधे भी नहीं किए, तूने उनके बदले अपनी मकरूहात को फ़िरावान किया है, और तूने अपनी इन मकरूहात से अपनी बहनों को बेक़ुसूर ठहराया है।
Schomron hatte nicht die Hälfte deiner Sünden gesündigt, und du mehrtest deine Greuel mehr denn sie und hast deine Schwester gerechtfertigt durch alle deine Greuel, die du getan.
52 फिर तू ख़ुद जो अपनी बहनों को मुजरिम ठहराती है, इन गुनाहों की वजह से जो तूने किए जो उनके गुनाहों से ज़्यादा नफ़रतअंगेज़ हैं, मलामत उठा; वह तुझ से ज़्यादा बेकु़सूर हैं। इसलिए तू भी रूस्वा हो और शर्म खा, क्यूँकि तूने अपनी बहनों को बेकु़सूर ठहराया है।
So trage auch du denn deine Schande, wozu du deine Schwester verurteiltest; durch deine Sünden, durch die du dich greulicher denn sie gemacht, machst du sie gerechter denn du, und auch du schäme dich und trage deine Schande, daß deine Schwestern du gerechtfertigt hast.
53 'और मैं उनकी ग़ुलामी को बदल दूँगा, या'नी सदूम और उसकी बेटियों की ग़ुलामी को और सामरिया और उसकी बेटियों की ग़ुलामी की, और उनके बीच तेरे ग़ुलामों की ग़ुलामी को,
Ich aber bringe zurück ihre Gefangenschaft, Sodoms und seiner Töchter Gefangenschaft und Schomrons und seiner Töchter Gefangenschaft und die Gefangenen deiner Gefangenschaft in ihrer Mitte.
54 ताकि तू अपनी रूस्वाई उठाए और अपने सब कामों से शर्मिंदा हो, क्यूँकि तू उनके लिए तसल्ली के ज़रिए' है।
Auf daß du tragest deine Schande und bist zuschanden worden ob allem, das du tatest, indem du ihnen zum Troste wirst.
55 तेरी बहनें सदूम और सामरिया, अपनी अपनी बेटियों के साथ अपनी पहली हालत पर बहाल हो जाएँगी, और तू और तेरी बेटियाँ अपनी पहली हालत पर बहाल हो जाओगी।
Und deine Schwestern Sodom und ihre Töchter sollen zurückkehren in ihren früheren Stand und Schomron und seine Töchter werden zurückkehren in ihren früheren Stand, und du und deine Töchter sollet zurückkehren in euren früheren Stand.
56 तू अपने ग़ुरूर के दिनों में, अपनी बहन सदूम का नाम तक ज़बान पर न लाती थी।
Und war nicht deine Schwester Sodom am Tage deines Stolzes zum Gerücht in deinem Mund,
57 उससे पहले कि तेरी शरारत फ़ाश हुई, जब अराम की बेटियों ने और उन सब ने जो उनके आस — पास थीं तुझे मलामत की, और फ़िलिस्तियों की बेटियों ने चारों तरफ़ से तेरी हिकारत की।
Ehe deine Bosheit aufgedeckt war, wie zur Zeit der Schmähung von Arams Töchtern und allen seinen Umgebungen, den Töchtern der Philister, die ringsumher dich verhöhnen.
58 ख़ुदावन्द फ़रमाता है, तूने अपनी बदज़ाती और घिनौने कामों की सज़ा पाई।
Deine Unzucht und deine Greuel hast du getragen, spricht Jehovah.
59 “क्यूँकि ख़ुदावन्द ख़ुदा यूँ फ़रमाता है: कि मैं तुझ से जैसा तूने किया वैसा ही सुलूक करूँगा, इसलिए कि तूने क़सम को बेकार जाना और 'अहद शिकनी की।
Denn also spricht der Herr Jehovah: Und Ich tue dir, wie du hast getan, weil du den Eid hast verachtet und den Bund zunichte gemacht.
60 लेकिन मैं अपने उस 'अहद को जो मैंने तेरी जवानी के दिनों में तेरे साथ बाँधा, याद रख्खूँगा और हमेशा का 'अहद तेरे साथ क़ायम करूँगा।
Ich will aber Meines Bundes mit dir in den Tagen deiner Jugend gedenken und einen Bund mit dir aufrichten der Ewigkeit.
61 और जब तू अपनी बड़ी और छोटी बहनों को कु़बूल करेगी, तब तू अपनी राहों को याद करके शर्मिंदा होगी और मैं उनको तुझे दूँगा कि तेरी बेटियाँ हों, लेकिन यह तेरे 'अहद के मुताबिक़ नहीं।
Du aber sollst gedenken deiner Wege, und Schande fühlen, wenn du deine Schwestern nimmst, die größer sind denn du, zusamt den kleineren als du, und Ich sie dir zu Töchtern gebe, aber nicht wegen deines Bundes.
62 और मैं अपना 'अहद तेरे साथ क़ायम करूँगा, और तू जानेगी कि ख़ुदावन्द मैं हूँ।
Aber Ich will Meinen Bund mit dir aufrichten, auf daß du wissest, daß Ich Jehovah bin.
63 ताकि तू याद करे और शर्मिंदा हो और शर्म के मारे फिर कभी मुँह न खोले, जब कि मैं सब कुछ जो तूने किया मु'आफ़ कर दूँ, ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है।”
Auf daß du dessen gedenkst und dich schämst und deinen Mund nicht auftun dürfest vor Schanden, wenn Ich Mich versöhne mit dir, ob allem, das du getan, spricht der Herr Jehovah.