< हिज़ि 16 >
1 फिर ख़ुदावन्द का कलाम मुझ पर नाज़िल हुआ:
La parole de Yahweh me fut adressée en ces termes:
2 कि ऐ आदमज़ाद! येरूशलेम को उसके नफ़रती कामों से आगाह कर,
« Fils de l’homme, fais connaître à Jérusalem ses abominations
3 और कह, ख़ुदावन्द ख़ुदा येरूशलेम से यूँ फ़रमाता है: तेरी विलादत और तेरी पैदाइश कनान की सरज़मीन की है; तेरा बाप अमूरी था और तेरी माँ हित्ती थी।
et dis: Ainsi parle le Seigneur Yahweh, à Jérusalem: Par ton origine et ta naissance, tu es de la terre du Chananéen; ton père était l’Amorrhéen et ta mère une Hittitene.
4 और तेरी पैदाइश का हाल यूँ है कि जिस दिन तू पैदा हुई तेरी नाफ़ काटी न गई, और न सफ़ाई के लिए तुझे पानी से गु़स्ल मिला, और न तुझ पर नमक मला गया, और तू कपड़ों में लपेटी न गई।
Quant à ta naissance, le jour où tu naquis, ton cordon n’a pas été coupé, et tu n’as pas été baignée dans l’eau pour être purifiée; tu n’as pas été frottée de sel, ni enveloppée de langes.
5 किसी की आँख ने तुझ पर रहम न किया कि तेरे लिए यह काम करे और तुझ पर मेहरबानी दिखाए बल्कि तू अपनी विलादत के दिन बाहर मैदान में फेंकी गई, क्यूँकि तुझ से नफ़रत रखते थे।
Aucun œil n’eut pitié de toi pour te rendre un seul de ces soins, par compassion pour toi; mais on te jeta, par dégoût de toi, sur la face des champs, le jour de ta naissance.
6 तब मैंने तुझ पर गुज़र किया और तुझे तेरे ही ख़ून में लोटती देखा, और मैंने तुझे जब तू अपने खू़न में आग़िश्ता थी कहा, 'जीती रह! हाँ, मैंने तुझ खू़न आलूदा से कहा, 'जीती रह!
Je passai près de toi et je te vis te débattant dans ton sang, et je te dis: Vis dans ton sang.
7 मैंने तुझे चमन के शगूफ़ों की तरह हज़ार चन्द बढ़ाया, इसलिए तू बढ़ीं, और कमाल और जमाल को पहुँची तेरी छातियाँ उठीं और तेरी ज़ुल्फें बढ़ीं लेकिन तू नंगी और बरहना थी।
Je te fis multiplier comme l’herbe des champs; tu te multiplias et tu grandis; tu acquis une beauté parfaite; tes seins se formèrent et tu arrivas à la puberté; mais tu étais nue, entièrement nue.
8 फिर मैंने तेरी तरफ़ गुज़र किया और तुझ पर नज़र की, और क्या देखता हूँ कि तू 'इश्क़ अंगेज़ उम्र को पहुँच गई है; फिर मैंने अपना दामन तुझ पर फैलाया और तेरी बरहनगी को छिपाया, और क़सम खाकर तुझ से 'अहद बाँधा ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है और तू मेरी हो गई।
Et je passai près de toi et je te vis; et voici que ton temps était venu, le temps des amours; j’étendis sur toi le pan de mon manteau et je couvris ta nudité; je te fis un serment et j’entrai en alliance avec toi, — oracle du Seigneur Yahweh, — et tu fus à moi.
9 फिर मैंने तुझे पानी से गु़स्ल दिया, और तेरा खू़न बिल्कुल धो डाला और तुझ पर 'इत्र मला।
Je te baignai dans l’eau, et je lavai ton sang de dessus toi, et je t’oignis d’huile.
10 और मैंने तुझे ज़र — दोज़ लिबास से मुलब्बस किया, और तुख़स की खाल की जूती पहनाई, नफ़ीस कतान से तेरा कमरबन्द बनाया और तुझे सरासर रेशम से मुलब्बस किया।
Je te vêtis de broderie, et je te chaussai de peau de veau marin; je ceignis ta tête d’un voile de lin, et je te couvris de soie.
11 मैंने तुझे ज़ेवर से आरास्ता किया, तेरे हाथों में कंगन पहनाए और तेरे गले में तौक़ डाला।
Je t’ornai d’une parure: je mis des bracelets à tes mains, et un collier à ton cou;
12 और मैंने तेरी नाक में नथ और तेरे कानों में बालियाँ पहनाई, और एक खू़बसूरत ताज तेरे सिर पर रख्खा।
je mis à ton nez un anneau, des boucles à tes oreilles, et sur ta tête un magnifique diadème.
13 और तू सोने — चाँदी से आरास्ता हुई, और तेरी पोशाक कतानी और रेशमी और चिकन — दोज़ी की थी; और तू मैदा और शहद और चिकनाई खाती थी, और तू बहुत खू़बसूरत और इक़बालमन्द मलिका हो गई।
Tu t’ornas d’or et d’argent, et tu fus vêtue de lin, de soie et de broderie; la fleur de froment, le miel et l’huile étaient ta nourriture; tu devins extraordinairement belle, et tu arrivas à la dignité royale.
14 और क़ौम — ए — 'आलम में तेरी खू़बसूरती की शोहरत फैल गई, क्यूँकि, ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, कि तू मेरे उस जलाल से जो मैंने तुझे बख़्शा कामिल हो गई थी।
Ton nom se répandit parmi les nations à cause de ta beauté; car elle était parfaite, grâce à ma splendeur que j’avais répandue sur toi, — oracle du Seigneur Yahweh.
15 लेकिन तूने अपनी खू़बसूरती पर भरोसा किया और अपनी शोहरत के वसीले से बदकारी करने लगी, और हर एक के साथ जिसका तेरी तरफ़ गुज़र हुआ ख़ूब फ़ाहिशा बनी और उसी की हो गई।
Mais tu mis ta confiance en ta beauté, et tu te prostituas à la faveur de ton nom; tu prodiguas tes amours à tout passant, te livrant à lui.
16 तूने अपनी पोशाक से अपने ऊँचे मक़ाम मुनक़्क़श और आरास्ता किए, और उन पर ऐसी बदकारी की, कि न कभी हुई और न होगी।
Et tu as pris de tes vêtements, et tu t’en es fait des hauts lieux aux couleurs variées, et tu t’es prostituée dessus: ce qui ne s’était jamais fait et ne se fera jamais.
17 और तूने अपने सोने — चाँदी के नफ़ीस ज़ेवरों से जो मैंने तुझे दिए थे, अपने लिए मर्दों की मूरतें बनाई और उनसे बदकारी की।
Tu as pris tes bijoux, faits de mon or et de mon argent que je t’avais donnés, et tu t’en es fait des images d’hommes, auxquelles tu t’es prostituée.
18 और अपनी ज़र — दोज़ पोशाकों से उनको मुलब्बस किया, और मेरा 'इत्र और ख़ुशबू उनके सामने रख्खा।
Tu as pris tes vêtements brodés et tu les en as couvertes, et tu as mis devant elles mon huile et mon encens.
19 और मेरा खाना जो मैंने तुझे दिया, या'नी मैदा और चिकनाई और शहद जो मैं तुझे खिलाता था, तूने उनके सामने ख़ुशबू के लिए रख्खा: ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है कि यूँ ही हुआ।
Mon pain que je t’avais donné, la fleur de froment, l’huile et le miel dont je te nourrissais, tu les as mis devant elles en offrande d’agréable odeur. Voilà ce qui s’est fait, — oracle du Seigneur Yahweh.
20 और तूने अपने बेटों और अपनी बेटियों को, जिनको तूने मेरे लिए पैदा किया लेकर उनके आगे कु़र्बान किया, ताकि वह उनको खा जाएँ, क्या तेरी बदकारी कोई छोटी बात थी,
Tu as pris tes fils et tes filles que tu m’avais enfantés; tu les leur a offerts en sacrifice pour qu’ils les dévorassent. Etait-ce trop peu de tes prostitutions,
21 कि तूने मेरे बच्चों को भी ज़बह किया और उनको बुतों के लिए आग के हवाले किया?
que tu aies égorgé mes fils, et que tu les leur aies livrés, en les faisant passer par le feu en leur honneur?
22 और तूने अपनी तमाम मकरूहात और बदकारी में अपने बचपन के दिनों को, जब कि तू नंगी और बरहना अपने खू़न में लोटती थी, कभी याद न किया।
Et au milieu de toutes tes abominations et de tes prostitutions, tu ne t’es pas souvenue des jours de ta jeunesse, quand tu étais nue, complètement nue, te débattant dans ton sang.
23 'और ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है कि अपनी इस सारी बदकारी के 'अलावा अफ़सोस! तुझ पर अफ़सोस!
Après toutes tes méchantes actions, — malheur, malheur à toi! oracle du Seigneur Yahweh —
24 तूने अपने लिए गुम्बद बनाया और हर एक बाज़ार में ऊँचा मक़ाम तैयार किया।
tu t’es construit une voûte et tu t’es fait un tertre sur toutes les places.
25 तूने रास्ते के हर कोने पर अपना ऊँचा मक़ाम ता'मीर किया, और अपनी खू़बसूरती को नफ़रत अंगेज़ किया, और हर एक राह गुज़र के लिए अपने पाँव पसारे और बदकारी में तरक़्क़ी की।
A chaque carrefour tu as élevé ton tertre; tu as souillé ta beauté; tu t’es livrée à tout passant, tu as multiplié tes prostitutions.
26 तूने अहल — ए — मिस्र और अपने पड़ोसियों से जो बड़े क़दआवर हैं बदकारी की और अपनी बदकारी की ज़्यादती से मुझे ग़ज़बनाक किया।
Tu t’es prostituée aux fils de l’Égypte, tes voisins, aux membres vigoureux, et tu as multiplié tes prostitutions pour m’irriter.
27 फिर देख, मैंने अपना हाथ तुझ पर चलाया और तेरे वज़ीफ़े को कम कर दिया, और तुझे तेरी बदख़्वाह फ़िलिस्तियों की बेटियों के क़ाबू में कर दिया जो तेरी ख़राब चाल चलन से शर्मिन्दा होती थीं।
Et voici que j’ai étendu ma main sur toi; j’ai diminué ta portion; je t’ai livrée au bon plaisir de tes ennemies, les filles des Philistins, qui ont rougi de ta conduite criminelle.
28 फिर तूने अहल — ए — असूर से बदकारी की, क्यूँकि तू सेर न हो सकती थी; हाँ, तूने उन से भी बदकारी की लेकिन तोभी तू आसूदा न हुई।
Et tu t’es prostituée aux fils d’Assur, parce que tu n’étais pas rassasiée; et, après t’être prostituée à eux, tu n’as pas encore été rassasiée.
29 और तूने मुल्क — ए — कन'आन से कसदियों के मुल्क तक अपनी बदकारी को फैलाया, लेकिन इस से भी सेर न हुई।
Et tu as multiplié tes prostitutions dans le pays de Canaan jusqu’en Chaldée, et avec cela tu n’as pas encore été rassasiée.
30 ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, तेरा दिल कैसा बे — इख़्तियार है कि तू यह सब कुछ करती है, जो बेलगाम फ़ाहिशा 'औरत का काम है,
Oh! que ton cœur est faible, — oracle du Seigneur Yahweh, — pour que tu aies fait toutes ces choses, ce que fait la prostituée la plus dévergondée!
31 इसलिए कि तू हर एक सड़क के सिरे पर अपना गुम्बद बनाती है, और हर एक बाज़ार में अपना ऊँचा मक़ाम तैयार करती है, और तू कस्बी की तरह नहीं क्यूँकि तू उजरत लेना बेकार जानती है।
Quand tu construisais ta voûte à chaque carrefour et que tu faisais ton tertre à chaque place, tu n’étais pas comme la prostituée, car tu dédaignais le salaire;
32 बल्कि बदकार बीवी की तरह है, जो अपने शौहर के बदले गै़रों को कु़बूल करती है।
tu étais la femme adultère, qui prend des étrangers à la place de son mari.
33 लोग सब कस्बियों को हदिए देते हैं; लेकिन तू अपने यारों को हदिए और तोहफ़े देती है, ताकि वह चारों तरफ़ से तेरे पास आएँ और तेरे साथ बदकारी करें।
A toutes les prostituées on donne des présents; mais toi, tu as donné tes présents à tous tes amants, tu les as payés, pour qu’ils viennent vers toi, de toutes parts, pour tes prostitutions.
34 और तू बदकारी में और 'औरतों की तरह नहीं, क्यूँकि बदकारी के लिए तेरे पीछे कोई नहीं आता। तू उजरत नहीं लेती बल्कि ख़ुद उजरत देती है, इसलिए तू अनोखी है।
Il t’est arrivé, dans tes prostitutions, le contraire de ce qui arrive aux autres femmes: personne ne te recherchait. En donnant des présents alors qu’on ne t’en faisait pas, tu as été au rebours des autres.
35 इसलिए ऐ बदकार, तू ख़ुदावन्द का कलाम सुन,
C’est pourquoi, prostituée, écoute la parole de Yahweh:
36 ख़ुदावन्द ख़ुदा यूँ फ़रमाता है: कि चूँकि तेरी नापाकी बह निकली और तेरी बरहनगी तेरी बदकारी के ज़रिए' जो तूने अपने यारों से की, और तेरे सब नफ़रती बुतों की वजह से और तेरे बच्चों के खू़न की वजह से जो तूने उनके आगे पेश किया, ज़ाहिर हो गई।
Ainsi parle le Seigneur Yahweh: Parce que ton airain a été répandu et que ta nudité a été découverte, dans tes prostitutions avec tes amants et avec toutes tes abominables idoles, et à cause du sang de tes enfants que tu leur as donnés,
37 इसलिए देख, मैं तेरे सब यारों को तू लज़ीज़ थी, और उन सब को जिनको तू चाहती थी और उन सबको जिनसे तू कीना रखती है जमा' करूँगा; मैं उनको चारों तरफ़ से तेरी मुख़ालिफ़त पर जमा' करूँगा और उनके आगे तेरी बरहनगी खोल दूँगा ताकि वह तेरी तमाम बरहनगी देखें।
à cause de cela voici que je rassemblerai tous tes amants avec lesquels tu as eu commerce, tous ceux que tu as aimés, avec tous ceux que tu as haïs; je vais les rassembler contre toi de toutes parts; je découvrirai ta nudité devant eux, et ils verront toute ta nudité.
38 और मैं तेरी ऐसी 'अदालत करूँगा जैसी बेवफ़ा और ख़ूनी बीवी की और मैं ग़ज़ब और ग़ैरत की मौत तुझ पर लाऊँगा।
Je te jugerai selon le droit des femmes adultères et de celles qui répandent le sang; et je ferai de toi une victime sanglante de fureur et de jalousie.
39 और मैं तुझे उनके हवाले कर दूँगा, और वह तेरे गुम्बद और ऊँचे मक़ामों को मिस्मार करेंगे और तेरे कपड़े उतारेंगे और तेरे ख़ुशनुमा ज़ेवर छीन लेंगे, और तुझे नंगी और बरहना छोड़ जाएँगे।
Je te livrerai entre leurs mains; ils abattront ta voûte et démoliront tes hauts lieux; ils te dépouilleront de tes vêtements, prendront tes bijoux et te laisseront nue, complètement nue.
40 वह तुझ पर एक हुजूम चढ़ा लाएँगे, और तुझे संगसार करेंगे और अपनी तलवारों से तुझे छेद डालेंगे।
Ils feront monter contre toi une assemblée; ils te lapideront et te perceront de leurs épées.
41 और वह तेरे घर आग से जलाएँगे और बहुत सी 'औरतों के सामने तुझे सज़ा देंगे, और मैं तुझे बदकारी से रोक दूँगा और तू फिर उजरत न देगी।
Ils brûleront tes maisons par le feu et ils exécuteront contre toi des jugements, sous les yeux de beaucoup de femmes; je ferai cesser tes prostitutions, et tu ne feras plus de présents.
42 तब मेरा क़हर तुझ पर धीमा हो जाएगा, और मेरी गै़रत तुझ से जाती रहेगी; और मैं तस्कीन पाऊँगा और फिर ग़ज़बनाक न हूँगा।
J’assouvirai sur toi mon courroux, et ma jalousie s’éloignera de toi; je m’apaiserai et ne serai plus irrité.
43 चूँकि तूने अपने बचपन के दिनों को याद न किया, और इन सब बातों से मुझ को फ़रोख़्त किया, इसलिए ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, देख, मैं तेरी बदराही का नतीजा तेरे सिर पर लाऊँगा और तू आगे को अपने सब घिनौने कामों के 'अलावा ऐसी बदज़ाती नहीं कर सकेगी।
Parce que tu ne t’es pas souvenue des jours de ta jeunesse et que tu m’as irrité par tous ces excès, voici que moi, à mon tour, je ferai retomber ta conduite sur ta tête, — oracle du Seigneur Yahweh; et tu ne commettras plus l’impudicité avec toutes tes abominations.
44 देख, सब मिसाल कहने वाले तेरे बारे में यह मिसाल कहेंगे, कि 'जैसी माँ, वैसी बेटी।
Voici que tous ceux qui disent des proverbes en feront à ton sujet en disant:
45 तू अपनी उस माँ की बेटी है जो अपने शौहर और अपने बच्चों से घिन खाती थी, और तू अपनी उन बहनों की बहन है जो अपने शौहरों और अपने बच्चों से नफ़रत रखती थीं; तेरी माँ हित्ती और तेरा बाप अमूरी था।
Telle mère, telle fille! Tu es bien la fille de ta mère qui a rejeté son mari et ses enfants, et tu es la sœur de tes sœurs qui ont rejeté leurs maris et leurs enfants; votre mère est une Hittitene, et votre père un Amorrhéen.
46 और तेरी बड़ी बहन सामरिया है जो तेरी बाईं तरफ़ रहती है, वह और उसकी बेटियाँ, और तेरी छोटी बहन जो तेरी दहनी तरफ़ रहती हैं, सदूम और उसकी बेटियाँ हैं।
Ta grande sœur, qui demeure à ta gauche, c’est Samarie avec ses filles; et ta petite sœur, qui demeure à ta droite, c’est Sodome avec ses filles.
47 लेकिन तू सिर्फ उनकी राह पर नहीं चली और सिर्फ़ उन ही के जैसे घिनौने काम नहीं किए, क्यूँकि यह तो अगरचे छोटी बात थी, बल्कि तू अपनी तमाम चाल चलन में उनसे बदतर हो गई।
Tu n’as pas seulement marché dans leurs voies et agi selon leurs abominations: c’était trop peu; tu t’es corrompue plus qu’elles dans toutes tes voies.
48 ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, मुझे अपनी हयात की क़सम कि तेरी बहन सदूम ने ऐसा नहीं किया, न उसने न उसकी बेटियों ने जैसा तूने और तेरी बेटियों ने किया है।
Je suis vivant, — oracle du Seigneur Yahweh: Sodome, ta sœur, elle et ses filles, n’ont pas fait ce que tu as fait, toi, et tes filles.
49 देख, तेरी बहन सदूम की तक़्सीर यह थी, गु़रूर और रोटी की सेरी और राहत की कसरत उसमें और उसकी बेटियों में थी; उसने ग़रीब और मोहताज की दस्तगीरी न की।
Voici quel fut le crime de Sodome, ta sœur: l’orgueil, l’abondance et l’insouciant repos où elle vivait avec ses filles, et elle ne soutenait pas la main du malheureux et de l’indigent.
50 वह मग़रूर थीं और उन्होंने मेरे सामने घिनौने काम किए, इसलिए जब मैंने देखा तो उनको उखाड़ फेंका।
Elles sont devenues orgueilleuses, et elles ont commis l’abomination devant moi, et je les ai fait disparaître quand j’ai vu cela.
51 और सामरिया ने तेरे गुनाहों के आधे भी नहीं किए, तूने उनके बदले अपनी मकरूहात को फ़िरावान किया है, और तूने अपनी इन मकरूहात से अपनी बहनों को बेक़ुसूर ठहराया है।
Samarie n’a pas commis la moitié de tes péchés; tu as multiplié tes abominations plus qu’elles ne l’avaient fait, et tu as justifié tes sœurs par toutes tes abominations que tu as commises.
52 फिर तू ख़ुद जो अपनी बहनों को मुजरिम ठहराती है, इन गुनाहों की वजह से जो तूने किए जो उनके गुनाहों से ज़्यादा नफ़रतअंगेज़ हैं, मलामत उठा; वह तुझ से ज़्यादा बेकु़सूर हैं। इसलिए तू भी रूस्वा हो और शर्म खा, क्यूँकि तूने अपनी बहनों को बेकु़सूर ठहराया है।
Porte donc, toi aussi, ton opprobre, que tu rejetais sur tes sœurs, à cause de tes péchés par lesquels tu t’es rendue plus abominable qu’elles; elles sont plus justes que toi. Toi aussi, sois couverte de confusion et porte ton opprobre, puisque tu as justifié tes sœurs.
53 'और मैं उनकी ग़ुलामी को बदल दूँगा, या'नी सदूम और उसकी बेटियों की ग़ुलामी को और सामरिया और उसकी बेटियों की ग़ुलामी की, और उनके बीच तेरे ग़ुलामों की ग़ुलामी को,
Je ramènerai leurs captifs, les captifs de Sodome et de ses filles, les captifs de Samarie et de ses filles, et tes captifs parmi les leurs,
54 ताकि तू अपनी रूस्वाई उठाए और अपने सब कामों से शर्मिंदा हो, क्यूँकि तू उनके लिए तसल्ली के ज़रिए' है।
afin que tu portes ton opprobre et que tu sois confuse de tout ce que tu as fait pour les consoler.
55 तेरी बहनें सदूम और सामरिया, अपनी अपनी बेटियों के साथ अपनी पहली हालत पर बहाल हो जाएँगी, और तू और तेरी बेटियाँ अपनी पहली हालत पर बहाल हो जाओगी।
Ta sœur Sodome et ses filles reviendront à leur premier état, Samarie et ses filles reviendront à leur premier état; et toi et tes filles, vous reviendrez à votre premier état.
56 तू अपने ग़ुरूर के दिनों में, अपनी बहन सदूम का नाम तक ज़बान पर न लाती थी।
Ta sœur Sodome n’était pas nommée par ta bouche aux jours de ton orgueil,
57 उससे पहले कि तेरी शरारत फ़ाश हुई, जब अराम की बेटियों ने और उन सब ने जो उनके आस — पास थीं तुझे मलामत की, और फ़िलिस्तियों की बेटियों ने चारों तरफ़ से तेरी हिकारत की।
avant que ta perversité fut mise à nu, comme au temps où tu fus outragée par les filles de la Syrie et de tous ses alentours, par les filles des Philistins qui t’insultaient autour de toi.
58 ख़ुदावन्द फ़रमाता है, तूने अपनी बदज़ाती और घिनौने कामों की सज़ा पाई।
Ton crime et tes abominations, tu en as porté la peine, — oracle de Yahweh.
59 “क्यूँकि ख़ुदावन्द ख़ुदा यूँ फ़रमाता है: कि मैं तुझ से जैसा तूने किया वैसा ही सुलूक करूँगा, इसलिए कि तूने क़सम को बेकार जाना और 'अहद शिकनी की।
Car ainsi parle le Seigneur Yahweh: J’agirai avec toi comme tu as agi, toi qui as méprisé ton serment en rompant l’alliance.
60 लेकिन मैं अपने उस 'अहद को जो मैंने तेरी जवानी के दिनों में तेरे साथ बाँधा, याद रख्खूँगा और हमेशा का 'अहद तेरे साथ क़ायम करूँगा।
Mais moi, je me souviendrai de mon alliance que j’ai contractée avec toi aux jours de ta jeunesse, et j’établirai avec toi une alliance éternelle.
61 और जब तू अपनी बड़ी और छोटी बहनों को कु़बूल करेगी, तब तू अपनी राहों को याद करके शर्मिंदा होगी और मैं उनको तुझे दूँगा कि तेरी बेटियाँ हों, लेकिन यह तेरे 'अहद के मुताबिक़ नहीं।
Tu te souviendras de ta conduite et tu en auras honte, quand tu recevras tes sœurs, celles qui sont plus grandes que toi avec celles qui sont plus petites que toi, et que je te les donnerai pour filles, mais non en vertu de ton alliance.
62 और मैं अपना 'अहद तेरे साथ क़ायम करूँगा, और तू जानेगी कि ख़ुदावन्द मैं हूँ।
J’établirai mon alliance avec toi, et tu sauras que je suis Yahweh,
63 ताकि तू याद करे और शर्मिंदा हो और शर्म के मारे फिर कभी मुँह न खोले, जब कि मैं सब कुछ जो तूने किया मु'आफ़ कर दूँ, ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है।”
afin que tu te souviennes et que tu rougisses, afin que tu n’ouvres plus la bouche à cause de ta confusion, quand je ferai l’expiation pour toi, pour tout ce que tu as fait, — oracle du Seigneur Yahweh. »