< हिज़ि 16 >

1 फिर ख़ुदावन्द का कलाम मुझ पर नाज़िल हुआ:
পরে সদাপ্রভুর বাক্য আমার কাছে এল এবং বলল,
2 कि ऐ आदमज़ाद! येरूशलेम को उसके नफ़रती कामों से आगाह कर,
হে মানুষের সন্তান, যিরুশালেমকে তার জঘন্য কাজ সব জানাও,
3 और कह, ख़ुदावन्द ख़ुदा येरूशलेम से यूँ फ़रमाता है: तेरी विलादत और तेरी पैदाइश कनान की सरज़मीन की है; तेरा बाप अमूरी था और तेरी माँ हित्ती थी।
এবং ঘোষণা কর, প্রভু সদাপ্রভু যিরুশালেমকে এই কথা বলেন, “তোমার উৎপত্তি ও জন্মস্থান কনানীয়দের দেশ, তোমার বাবা ইমোরীয় ও মা হিত্তীয়া।
4 और तेरी पैदाइश का हाल यूँ है कि जिस दिन तू पैदा हुई तेरी नाफ़ काटी न गई, और न सफ़ाई के लिए तुझे पानी से गु़स्ल मिला, और न तुझ पर नमक मला गया, और तू कपड़ों में लपेटी न गई।
তোমার জন্মের দিনের, তোমার মা নাভি কাটেনি, তোমাকে জলে তোমাকে পরিষ্কার অথবা তোমাকে লবণ মাখান বা তোমাকে কাপড়ে জড়ায়নি।
5 किसी की आँख ने तुझ पर रहम न किया कि तेरे लिए यह काम करे और तुझ पर मेहरबानी दिखाए बल्कि तू अपनी विलादत के दिन बाहर मैदान में फेंकी गई, क्यूँकि तुझ से नफ़रत रखते थे।
তোমার প্রতি কোনো চোখ দয়া সহকারে এর কোনো কাজ করে নি, যে দিন তুমি জন্ম গ্রহণ করেছিলে, তুমি নিজের জন্য ঘৃণার সঙ্গে খোলা মাঠে নিক্ষিপ্তা হয়েছিলে।
6 तब मैंने तुझ पर गुज़र किया और तुझे तेरे ही ख़ून में लोटती देखा, और मैंने तुझे जब तू अपने खू़न में आग़िश्ता थी कहा, 'जीती रह! हाँ, मैंने तुझ खू़न आलूदा से कहा, 'जीती रह!
কিন্তু আমি তোমার কাছ দিয়ে গেলাম, আমি দেখলাম তুমি তোমার রক্তের মধ্যে মোচড় খাচ্ছ; তাই আমি তোমার রক্তে বললাম, ‘জীবিত!’
7 मैंने तुझे चमन के शगूफ़ों की तरह हज़ार चन्द बढ़ाया, इसलिए तू बढ़ीं, और कमाल और जमाल को पहुँची तेरी छातियाँ उठीं और तेरी ज़ुल्फें बढ़ीं लेकिन तू नंगी और बरहना थी।
আমি তোমাকে ক্ষেতের উদ্ভিদের মতো, অনেক বাড়ালাম, তাতে তুমি বৃদ্ধি পেয়ে বড় হয়ে উঠলে, অলংকার হলে, তোমার স্তনযুগল মজবুত ও চুল ঘন হল; কিন্তু তুমি বিবস্ত্রা ও উলঙ্গিনী ছিলে।
8 फिर मैंने तेरी तरफ़ गुज़र किया और तुझ पर नज़र की, और क्या देखता हूँ कि तू 'इश्क़ अंगेज़ उम्र को पहुँच गई है; फिर मैंने अपना दामन तुझ पर फैलाया और तेरी बरहनगी को छिपाया, और क़सम खाकर तुझ से 'अहद बाँधा ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है और तू मेरी हो गई।
পরে আমি তোমার পাশ দিয়ে গিয়ে তোমার দিকে তাকালাম, দেখ, প্রেমের দিন তোমার জন্যে এসেছে, এই জন্য আমি তোমার উপরে নিজের পোশাক বিস্তার করে তোমার উলঙ্গতা ঢেকে দিলাম এবং আমি শপথ করে তোমার সঙ্গে নিয়ম স্থির করলাম” এটা প্রভু সদাপ্রভু বলেন, “তাতে তুমি আমার হলে।
9 फिर मैंने तुझे पानी से गु़स्ल दिया, और तेरा खू़न बिल्कुल धो डाला और तुझ पर 'इत्र मला।
তাতে আমি তোমাকে জলে স্নান করালাম, তোমার গা থেকে সমস্ত রক্ত ধূলোম, আর তেল মাখালাম। আর
10 और मैंने तुझे ज़र — दोज़ लिबास से मुलब्बस किया, और तुख़स की खाल की जूती पहनाई, नफ़ीस कतान से तेरा कमरबन्द बनाया और तुझे सरासर रेशम से मुलब्बस किया।
১০আমি তোমাকে অলংকরা করা কাপড় পড়ালাম, চামড়ার চটি পরালাম এবং তোমাকে মসীনা পোশাকের জড়ালাম ও রেশমের পোশাকে ঢেকে দিলাম।
11 मैंने तुझे ज़ेवर से आरास्ता किया, तेरे हाथों में कंगन पहनाए और तेरे गले में तौक़ डाला।
১১পরে তোমাকে মণিরত্নে সুশোভিত করলাম, তোমার হাতে বালা ও গলায় হার দিলাম।
12 और मैंने तेरी नाक में नथ और तेरे कानों में बालियाँ पहनाई, और एक खू़बसूरत ताज तेरे सिर पर रख्खा।
১২আমি তোমার নাকে নথ, কানে দুল ও মাথায় সুন্দর মুকুট দিলাম।
13 और तू सोने — चाँदी से आरास्ता हुई, और तेरी पोशाक कतानी और रेशमी और चिकन — दोज़ी की थी; और तू मैदा और शहद और चिकनाई खाती थी, और तू बहुत खू़बसूरत और इक़बालमन्द मलिका हो गई।
১৩এই ভাবে তুমি সোনায় ও রূপায় সুশোভিত হলে; তোমার পোশাক মসীনা সুতো ও রেশম দ্বারা বানানো এবং অলংকরা হল, তুমি ভালো সূজী, মধু ও তেল খেতে এবং খুব সুন্দরী হয়ে অবশেষে রাণীর পদ পেলে।
14 और क़ौम — ए — 'आलम में तेरी खू़बसूरती की शोहरत फैल गई, क्यूँकि, ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, कि तू मेरे उस जलाल से जो मैंने तुझे बख़्शा कामिल हो गई थी।
১৪আর তোমার সৌন্দর্যের জন্য জাতিদের মধ্যে তোমার কীর্তি ছড়িয়ে পড়ল, কারণ আমি তোমাকে যে শোভা দিয়েছিলাম, তা দ্বারা তোমার সৌন্দর্য সম্পূর্ণ হয়েছিল,” এটা প্রভু সদাপ্রভু বলেন।
15 लेकिन तूने अपनी खू़बसूरती पर भरोसा किया और अपनी शोहरत के वसीले से बदकारी करने लगी, और हर एक के साथ जिसका तेरी तरफ़ गुज़र हुआ ख़ूब फ़ाहिशा बनी और उसी की हो गई।
১৫পরে তুমি নিজের সৌন্দর্যে নির্ভর করে নিজ কীর্তির অভিমানে ব্যভিচারিণী হলে; যে কেউ কাছ দিয়ে যেত, তার উপরে তোমার ব্যভিচার ঢেলে দিতে; তুমি তার সম্পত্তি হতে!
16 तूने अपनी पोशाक से अपने ऊँचे मक़ाम मुनक़्क़श और आरास्ता किए, और उन पर ऐसी बदकारी की, कि न कभी हुई और न होगी।
১৬তারপর তুমি নিজের কোনো কোনো পোশাক নিয়ে নিজের জন্য বিভিন্ন রঙের ঘর তৈরী করতে এবং তার ওপরে বেশ্যাক্রিয়া করতে; এরকম হবেও না, হবারও নয়।
17 और तूने अपने सोने — चाँदी के नफ़ीस ज़ेवरों से जो मैंने तुझे दिए थे, अपने लिए मर्दों की मूरतें बनाई और उनसे बदकारी की।
১৭আর আমার সোনা ও আমার রূপা দ্বারা বানানো যে সব সুন্দর অলংকার আমি তোমাকে দিয়েছিলাম, তুমি তা নিয়ে পুরুষাকৃতি প্রতিমা তৈরী করে তাদের সঙ্গে ব্যভিচার করতে।
18 और अपनी ज़र — दोज़ पोशाकों से उनको मुलब्बस किया, और मेरा 'इत्र और ख़ुशबू उनके सामने रख्खा।
১৮তুমি নিজের অলংকরা পোশাক সকল নিয়ে তাদেরকে পরাতে এবং আমার তেল ও আমার ধূপ তাদের সামনে রাখতে।
19 और मेरा खाना जो मैंने तुझे दिया, या'नी मैदा और चिकनाई और शहद जो मैं तुझे खिलाता था, तूने उनके सामने ख़ुशबू के लिए रख्खा: ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है कि यूँ ही हुआ।
১৯আর আমি তোমাকে আমার যে খাবার দিয়েছিলাম, যে ভালো সূজী, তেল ও মধু তোমাকে খেতে দিয়েছিলাম, তা তুমি সুগন্ধের জন্য তাদের সামনে রাখতে; এটাই করা হত, এটা প্রভু সদাপ্রভু বলেন।
20 और तूने अपने बेटों और अपनी बेटियों को, जिनको तूने मेरे लिए पैदा किया लेकर उनके आगे कु़र्बान किया, ताकि वह उनको खा जाएँ, क्या तेरी बदकारी कोई छोटी बात थी,
২০“আর তুমি, আমার জন্য জন্ম দেওয়া তোমার যে ছেলে মেয়েরা, তাদেরকে নিয়ে খাবার হিসাবে ওদের কাছে উৎসর্গ করেছ।
21 कि तूने मेरे बच्चों को भी ज़बह किया और उनको बुतों के लिए आग के हवाले किया?
২১তোমার ব্যভিচার কি ছোট বিষয় যে, তুমি আমার সন্তানদেরকেও হত্যা করে উৎসর্গ করেছ এবং বলিদান করেছ প্রতিমার কাছে
22 और तूने अपनी तमाम मकरूहात और बदकारी में अपने बचपन के दिनों को, जब कि तू नंगी और बरहना अपने खू़न में लोटती थी, कभी याद न किया।
২২নিজের সমস্ত জঘন্য কাজে ও ব্যভিচারে মগ্ন হওয়াতে তুমি নিজের যৌবনাবস্থার সেই দিন মনে করনি, যখন তুমি বিবস্ত্রা ও উলঙ্গিনী ছিলে, নিজ রক্তে আছাড় খাচ্ছিলে।
23 'और ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है कि अपनी इस सारी बदकारी के 'अलावा अफ़सोस! तुझ पर अफ़सोस!
২৩আর তোমার এই সকল খারাপ কাজের পরে ধিক, ধিক তোমাকে।” এটা প্রভু সদাপ্রভু বলেন।
24 तूने अपने लिए गुम्बद बनाया और हर एक बाज़ार में ऊँचा मक़ाम तैयार किया।
২৪তুমি নিজের জন্য ধর্মীয় স্থান তৈরী করেছ এবং প্রত্যেক সার্বজনীন স্থানে উচ্চস্থান তৈরী করেছ।
25 तूने रास्ते के हर कोने पर अपना ऊँचा मक़ाम ता'मीर किया, और अपनी खू़बसूरती को नफ़रत अंगेज़ किया, और हर एक राह गुज़र के लिए अपने पाँव पसारे और बदकारी में तरक़्क़ी की।
২৫প্রত্যেক রাস্তার মাথায় তুমি নিজের উচ্চস্থান তৈরী করেছ, নিজের সৌন্দর্য্যকে ঘৃণার জিনিস করেছ, প্রত্যেক পথিকের জন্য নিজের পা খুলে দিয়েছ এবং নিজের বেশ্যা-ক্রিয়া বাড়িয়েছ।
26 तूने अहल — ए — मिस्र और अपने पड़ोसियों से जो बड़े क़दआवर हैं बदकारी की और अपनी बदकारी की ज़्यादती से मुझे ग़ज़बनाक किया।
২৬তুমি মিশরীয়দের সঙ্গে বেশ্যাদের মতো কাজ করেছ, তোমার প্রতিবেশী যযাদের লালসাপূর্ণ ইচ্ছা এবং তুমি আরো অনেক বেশ্যাবৃত্তির কাজের প্রতিজ্ঞা করেছ সেইজন্য তুমি আমাকে রাগিয়ে দিয়েছ।
27 फिर देख, मैंने अपना हाथ तुझ पर चलाया और तेरे वज़ीफ़े को कम कर दिया, और तुझे तेरी बदख़्वाह फ़िलिस्तियों की बेटियों के क़ाबू में कर दिया जो तेरी ख़राब चाल चलन से शर्मिन्दा होती थीं।
২৭সুতরাং দেখ! আমি আমার হাতের দ্বারা তোমাকে আঘাত করব এবং তোমার খাবার উচ্ছিন্ন করব। যে পলেষ্টীয়দের মেয়েরা তোমার লালসাপূর্ণ আচরণে লজ্জিতা হয়েছে, তাদের ইচ্ছায় তোমাকে সমর্পণ করলাম।
28 फिर तूने अहल — ए — असूर से बदकारी की, क्यूँकि तू सेर न हो सकती थी; हाँ, तूने उन से भी बदकारी की लेकिन तोभी तू आसूदा न हुई।
২৮তুমি সন্তুষ্ট না হওয়াতে অশূরীয়দের সঙ্গে বেশ্যাক্রিয়া করেছ; তুমি তাদের সঙ্গে ব্যাভিচার করলেও সন্তুষ্ট হওনি।
29 और तूने मुल्क — ए — कन'आन से कसदियों के मुल्क तक अपनी बदकारी को फैलाया, लेकिन इस से भी सेर न हुई।
২৯এবং তুমি কলদীয়দের বাণিজ্যের দেশে আরো অনেক ব্যাভিচার করেছ এবং এতেও সন্তুষ্ট হলে না।
30 ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, तेरा दिल कैसा बे — इख़्तियार है कि तू यह सब कुछ करती है, जो बेलगाम फ़ाहिशा 'औरत का काम है,
৩০তোমার হৃদয় কেন দুর্বল? প্রভু সদাপ্রভু বলেন, যে তুমি তো এই সব করেছ, এটা বিশৃঙ্খল এবং লজ্জাহীন মহিলার কাজ?
31 इसलिए कि तू हर एक सड़क के सिरे पर अपना गुम्बद बनाती है, और हर एक बाज़ार में अपना ऊँचा मक़ाम तैयार करती है, और तू कस्बी की तरह नहीं क्यूँकि तू उजरत लेना बेकार जानती है।
৩১তুমি প্রত্যেক রাস্তার মাথায় তোমার ধর্মীয় স্থান তৈরী করেছ, প্রত্যেক সার্বজনীন জায়গায় তোমার উচ্চস্থান তৈরী করেছ; এতে তুমি বেশ্যার মতো হওনি; তুমি তো পণ অবজ্ঞা করেছ।
32 बल्कि बदकार बीवी की तरह है, जो अपने शौहर के बदले गै़रों को कु़बूल करती है।
৩২ব্যভিচারী নারী। তুমি নিজের স্বামীর পরিবর্তে অপরিচিত লোকদেরকে গ্রহণ করে থাক!
33 लोग सब कस्बियों को हदिए देते हैं; लेकिन तू अपने यारों को हदिए और तोहफ़े देती है, ताकि वह चारों तरफ़ से तेरे पास आएँ और तेरे साथ बदकारी करें।
৩৩লোকে প্রত্যেক বেশ্যাকেই পারিশ্রমিক দেয়, কিন্তু তুমি তোমার সব প্রেমিককেই উপহার দিয়েছ এবং তোমার বেশ্যাবৃত্তিক্রমে তারা যেন সব দিক থেকে তোমার কাছে আসে, এই জন্য তাদেরকে ঘুষ দিয়েছ।
34 और तू बदकारी में और 'औरतों की तरह नहीं, क्यूँकि बदकारी के लिए तेरे पीछे कोई नहीं आता। तू उजरत नहीं लेती बल्कि ख़ुद उजरत देती है, इसलिए तू अनोखी है।
৩৪এতে অন্যান্য স্ত্রী থেকে তোমার বিপরীত; কারণ কোনো লোক তোমার সঙ্গে শোয়ার জন্য জিজ্ঞাসা করে না। পরিবর্তে, তুমি তাদের বেতন দাও! কেউ তোমাকে বেতন দাও।
35 इसलिए ऐ बदकार, तू ख़ुदावन्द का कलाम सुन,
৩৫অতএব, হে বেশ্যা, সদাপ্রভুর বাক্য শোনো!
36 ख़ुदावन्द ख़ुदा यूँ फ़रमाता है: कि चूँकि तेरी नापाकी बह निकली और तेरी बरहनगी तेरी बदकारी के ज़रिए' जो तूने अपने यारों से की, और तेरे सब नफ़रती बुतों की वजह से और तेरे बच्चों के खू़न की वजह से जो तूने उनके आगे पेश किया, ज़ाहिर हो गई।
৩৬প্রভু সদাপ্রভু এই কথা বলেন, “তোমার লালসা ঢেলে দেওয়া হয়েছে এবং তোমার প্রেমিকদের সঙ্গে তোমার ব্যাভিচারের জন্য তোমার উলঙ্গতা প্রকাশিত হয়েছে এবং তোমার সব ঘৃণ্য মূর্তির জন্য, কারণ তোমার সন্তানদের রক্ত যা তুমি তোমার মূর্তিদেরকে দিয়েছ;
37 इसलिए देख, मैं तेरे सब यारों को तू लज़ीज़ थी, और उन सब को जिनको तू चाहती थी और उन सबको जिनसे तू कीना रखती है जमा' करूँगा; मैं उनको चारों तरफ़ से तेरी मुख़ालिफ़त पर जमा' करूँगा और उनके आगे तेरी बरहनगी खोल दूँगा ताकि वह तेरी तमाम बरहनगी देखें।
৩৭অতএব দেখ! আমি তোমার সেই সব প্রেমিকদেরকে জড়ো করব, যাদের সঙ্গে তুমি মিলিত হয়েছ এবং যাদেরকে তুমি ভালোবেসেছো ও যাদেরকে ঘৃণা করেছ; তোমার বিরুদ্ধে বিভিন্ন দিক থেকে তাদেরকে জড়ো করব, পরে তাদের সামনে তোমার উলঙ্গতা প্রকাশ করব, তাতে তারা তোমার সমস্ত উলঙ্গতা দেখবে।
38 और मैं तेरी ऐसी 'अदालत करूँगा जैसी बेवफ़ा और ख़ूनी बीवी की और मैं ग़ज़ब और ग़ैरत की मौत तुझ पर लाऊँगा।
৩৮কারণ আমি তোমার ব্যাভিচারের ও রক্তপাতের জন্য বিচার করব এবং আমি তোমার ওপরে আমার রাগের রক্তপাত এবং ক্রোধ আনব।
39 और मैं तुझे उनके हवाले कर दूँगा, और वह तेरे गुम्बद और ऊँचे मक़ामों को मिस्मार करेंगे और तेरे कपड़े उतारेंगे और तेरे ख़ुशनुमा ज़ेवर छीन लेंगे, और तुझे नंगी और बरहना छोड़ जाएँगे।
৩৯আমি তাদের হাতে তোমাকে দেব, তাতে তারা তোমার মন্দির ভেঙে ফেলবে, তোমার উচ্চস্থান সব ধ্বংস করবে, তোমাকে নগ্ন করবে এবং তোমার সব ধরনের অলংকার নিয়ে নেবে; তারা তোমাকে নগ্ন ও উলঙ্গিনী করে রাখবে।
40 वह तुझ पर एक हुजूम चढ़ा लाएँगे, और तुझे संगसार करेंगे और अपनी तलवारों से तुझे छेद डालेंगे।
৪০তারা তোমার বিরুদ্ধে জনসাধারণকে আনবে, তোমাকে পাথর মারবে ও তারা তাদের তরোয়ালের দ্বারা তোমাকে বিচ্ছিন্ন করবে।
41 और वह तेरे घर आग से जलाएँगे और बहुत सी 'औरतों के सामने तुझे सज़ा देंगे, और मैं तुझे बदकारी से रोक दूँगा और तू फिर उजरत न देगी।
৪১এবং তোমার বাড়ি সব আগুনে পুড়িয়ে দেবে ও অনেক স্ত্রীলোকের সামনে তোমার ওপরে শাস্তির অনেক আইন সঞ্চালিত হবে; কারণ আমি তোমার ব্যাভিচার থামাব, তুমি আর তাদেরকে পণ দেবে না!
42 तब मेरा क़हर तुझ पर धीमा हो जाएगा, और मेरी गै़रत तुझ से जाती रहेगी; और मैं तस्कीन पाऊँगा और फिर ग़ज़बनाक न हूँगा।
৪২তারপর আমি আপনার বিরুদ্ধে আমার রাগ শান্ত করব, তাতে তোমার ওপর থেকে আমার রাগ যাবে, কারণ আমি সন্তুষ্ট হব এবং রাগ করব না।
43 चूँकि तूने अपने बचपन के दिनों को याद न किया, और इन सब बातों से मुझ को फ़रोख़्त किया, इसलिए ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, देख, मैं तेरी बदराही का नतीजा तेरे सिर पर लाऊँगा और तू आगे को अपने सब घिनौने कामों के 'अलावा ऐसी बदज़ाती नहीं कर सकेगी।
৪৩তুমি নিজের যৌবনাবস্থা মনে করনি, যখন তুমি আমাকে এই সব বিষয়ে আমাকে রাগিয়েছ; দেখ, আমিও তোমার ব্যবহারের জন্য তোমাকে মাথায় শাস্তি দেব,” এটা প্রভু সদাপ্রভু বলেন; “ঐ সব অন্যায় আচরণের পরে তুমি আর ঘৃণ্য পদ্ধতিতে চলবে না!
44 देख, सब मिसाल कहने वाले तेरे बारे में यह मिसाल कहेंगे, कि 'जैसी माँ, वैसी बेटी।
৪৪দেখ, যে কেউ প্রবাদ বলে, সে তোমার বিরুদ্ধে এই প্রবাদ বলবে, ‘যেমন মা তেমনি মেয়ে’।
45 तू अपनी उस माँ की बेटी है जो अपने शौहर और अपने बच्चों से घिन खाती थी, और तू अपनी उन बहनों की बहन है जो अपने शौहरों और अपने बच्चों से नफ़रत रखती थीं; तेरी माँ हित्ती और तेरा बाप अमूरी था।
৪৫তুমি তোমার মায়ের মেয়ে, যে নিজের স্বামীকে ও সন্তানদের ঘৃণা করত এবং তুমি তোমার বোনদের বোন, যারা নিজেদের স্বামী ও সন্তানদের ঘৃণা করত; তোমাদের মা হিত্তীয়া ও তোমাদের বাবা ইমোরীয় ছিল।
46 और तेरी बड़ी बहन सामरिया है जो तेरी बाईं तरफ़ रहती है, वह और उसकी बेटियाँ, और तेरी छोटी बहन जो तेरी दहनी तरफ़ रहती हैं, सदूम और उसकी बेटियाँ हैं।
৪৬তোমার বড় বোন শমরিয়া, সে নিজের মেয়েদের সঙ্গে তোমার উত্তর দিকে বাস করে এবং তোমার ছোট বোন সদোম, সে নিজের মেয়েদের সঙ্গে তোমার দক্ষিণ দিকে বাস করে।
47 लेकिन तू सिर्फ उनकी राह पर नहीं चली और सिर्फ़ उन ही के जैसे घिनौने काम नहीं किए, क्यूँकि यह तो अगरचे छोटी बात थी, बल्कि तू अपनी तमाम चाल चलन में उनसे बदतर हो गई।
৪৭এখন তুমি যে তাদের পথে গিয়েছ ও তাদের ঘৃণার কাজ অনুসারে কাজ করেছ, তা নয়, বরং ওটা ছোট বিষয় বলে নিজের সব ব্যবহারে তাদের থেকেও খারাপ হয়েছ।
48 ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, मुझे अपनी हयात की क़सम कि तेरी बहन सदूम ने ऐसा नहीं किया, न उसने न उसकी बेटियों ने जैसा तूने और तेरी बेटियों ने किया है।
৪৮যেমন আমি জীবন্ত” এটা প্রভু সদাপ্রভু বলেন “তোমার বোন সদোম ও তার মেয়েরা তোমার মত ও তোমার মেয়েদের মত খারাপ কাজ করে নি!
49 देख, तेरी बहन सदूम की तक़्सीर यह थी, गु़रूर और रोटी की सेरी और राहत की कसरत उसमें और उसकी बेटियों में थी; उसने ग़रीब और मोहताज की दस्तगीरी न की।
৪৯দেখ! তোমার বোন সদোমের এই অপরাধ ছিল; তার ও তার মেয়েদের অহঙ্কার, যে কোনো বিষয়ে অমনোযোগী ও উদাসীন ছিল; গরিব ও অভাবগ্রস্তদের হাত তার এবং তার মেয়েদের কাছে যেত, কিন্তু সে তাদের সাহায্য করত না।
50 वह मग़रूर थीं और उन्होंने मेरे सामने घिनौने काम किए, इसलिए जब मैंने देखा तो उनको उखाड़ फेंका।
৫০সে অহঙ্কারিনী ছিল ও আমার সামনে ঘৃণার কাজ করত, অতএব আমি তা দেখে তাদেরকে দূর করলাম।
51 और सामरिया ने तेरे गुनाहों के आधे भी नहीं किए, तूने उनके बदले अपनी मकरूहात को फ़िरावान किया है, और तूने अपनी इन मकरूहात से अपनी बहनों को बेक़ुसूर ठहराया है।
৫১শমরিয়া তোমার পাপের অর্ধেক পাপও করে নি, পরিবর্তে, তুমি ঘৃণার কাজ তাদের থেকেও বেশি করেছ এবং নিজের করা সব ঘৃণার কাজের দ্বারা নিজের বোনদেরকে ধার্মিক দেখিয়েছ।
52 फिर तू ख़ुद जो अपनी बहनों को मुजरिम ठहराती है, इन गुनाहों की वजह से जो तूने किए जो उनके गुनाहों से ज़्यादा नफ़रतअंगेज़ हैं, मलामत उठा; वह तुझ से ज़्यादा बेकु़सूर हैं। इसलिए तू भी रूस्वा हो और शर्म खा, क्यूँकि तूने अपनी बहनों को बेकु़सूर ठहराया है।
৫২বিশেষভাবে তুমি, তুমিও নিজের লজ্জা দেখাও, এই ভাবে তুমি দেখাও যে তোমার বোনেরা তোমার থেকে ভালো, কারণ সেই সব মন্দ অভ্যাসের মধ্যে তুমি পাপ করেছিলে। তোমার বোনেরা এখন তোমার চেয়ে ভাল বলে মনে হয়। বিশেষভাবে তুমি, নিজের লজ্জা দেখাও, কারণ এই ভাবে তুমি দেখো যে তোমার বোনেরা তোমার থেকে ভালো।
53 'और मैं उनकी ग़ुलामी को बदल दूँगा, या'नी सदूम और उसकी बेटियों की ग़ुलामी को और सामरिया और उसकी बेटियों की ग़ुलामी की, और उनके बीच तेरे ग़ुलामों की ग़ुलामी को,
৫৩কারণ আমি তাদের বন্দিত্ব, সদোম ও তার মেয়েদের বন্দিত্ব এবং শমরিয়া ও তার মেয়েদের বন্দিত্ব ফেরাব এবং তাদের মধ্যে তোমার বন্দিদের ফেরাব;
54 ताकि तू अपनी रूस्वाई उठाए और अपने सब कामों से शर्मिंदा हो, क्यूँकि तू उनके लिए तसल्ली के ज़रिए' है।
৫৪এইগুলির জন্য তুমি লজ্জিতবোধ করবে; তুমি অপদস্থ হবে কারণ যা কিছু করেছ তার জন্য এবং এই ভাবে তুমি তাদেরকে সান্ত্বনা দেবে।
55 तेरी बहनें सदूम और सामरिया, अपनी अपनी बेटियों के साथ अपनी पहली हालत पर बहाल हो जाएँगी, और तू और तेरी बेटियाँ अपनी पहली हालत पर बहाल हो जाओगी।
৫৫আর তোমার বোন সদোম ও তার মেয়েরা, আগের অবস্থা পাবে এবং শমরিয়া ও তার মেয়েরা আগের অবস্থা পাবে এবং তুমি ও তোমার মেয়েরা আগের অবস্থা পাবে।
56 तू अपने ग़ुरूर के दिनों में, अपनी बहन सदूम का नाम तक ज़बान पर न लाती थी।
৫৬তোমার অহঙ্কারের দিনের তুমি নিজের বোন সদোমের নাম মুখে আনতে না;
57 उससे पहले कि तेरी शरारत फ़ाश हुई, जब अराम की बेटियों ने और उन सब ने जो उनके आस — पास थीं तुझे मलामत की, और फ़िलिस्तियों की बेटियों ने चारों तरफ़ से तेरी हिकारत की।
৫৭তখন তোমার দুষ্টতা প্রকাশ পায়নি; যেমন এই দিনের অরামের মেয়েরা ও তার চারিদিকের নিবাসিনী সবাই, পলেষ্টীয়দের মেয়েরা, তোমাকে অবজ্ঞা করছে এরা চারিদিকে তোমাকে তুচ্ছ করে।
58 ख़ुदावन्द फ़रमाता है, तूने अपनी बदज़ाती और घिनौने कामों की सज़ा पाई।
৫৮তুমি নিজের লজ্জা এবং নিজের ঘৃণ্য কাজ দেখাবে!” এটা সদাপ্রভু বলেন!
59 “क्यूँकि ख़ुदावन्द ख़ुदा यूँ फ़रमाता है: कि मैं तुझ से जैसा तूने किया वैसा ही सुलूक करूँगा, इसलिए कि तूने क़सम को बेकार जाना और 'अहद शिकनी की।
৫৯প্রভু সদাপ্রভু এই কথা বলেন, “তুমি যেমন কাজ করেছ, আমি তোমার প্রতি সেরকম কাজ করব; তুমি তো শপথ অবজ্ঞা করে নিয়ম ভেঙ্গেছ।
60 लेकिन मैं अपने उस 'अहद को जो मैंने तेरी जवानी के दिनों में तेरे साथ बाँधा, याद रख्खूँगा और हमेशा का 'अहद तेरे साथ क़ायम करूँगा।
৬০কিন্তু তোমার যৌবনকালে তোমার সঙ্গে আমার যে নিয়ম ছিল, তা আমি মনে করব এবং তোমার পক্ষে চিরস্থায়ী এক নিয়ম স্থাপিত করব।
61 और जब तू अपनी बड़ी और छोटी बहनों को कु़बूल करेगी, तब तू अपनी राहों को याद करके शर्मिंदा होगी और मैं उनको तुझे दूँगा कि तेरी बेटियाँ हों, लेकिन यह तेरे 'अहद के मुताबिक़ नहीं।
৬১তখন তুমি নিজের আচার ব্যবহার মনে করে লজ্জিতা হবে, যখন নিজের বোনদেরকে, নিজের বড় ও ছোট বোনদেরকে গ্রহণ করবে; আর আমি তাদেরকে মেয়েদের মতো তোমাকে দেব, কিন্তু তোমার নিয়মের কারণে নয়।
62 और मैं अपना 'अहद तेरे साथ क़ायम करूँगा, और तू जानेगी कि ख़ुदावन्द मैं हूँ।
৬২আমি নিজেই তোমার সঙ্গে নিজের নিয়ম স্থির করব; তাতে তুমি জানবে যে, আমিই সদাপ্রভু;
63 ताकि तू याद करे और शर्मिंदा हो और शर्म के मारे फिर कभी मुँह न खोले, जब कि मैं सब कुछ जो तूने किया मु'आफ़ कर दूँ, ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है।”
৬৩কারণ এই বিষয়, আমি যখন তোমার কাজ সব ক্ষমা করব, তখন তুমি যেন তা মনে করে লজ্জিতা হও ও নিজের অপমানের জন্য আর কখনও মুখ না খোলো।” এটা প্রভু সদাপ্রভু বলেন।

< हिज़ि 16 >