< इस्त 3 >
1 “फिर हमने मुड़ कर बसन का रास्ता लिया और बसन का बादशाह 'ओज अदराई में अपने सब आदमियों को लेकर हमारे मुक़ाबले में जंग करने को आया।
“Then we turned [north] and went toward the Bashan region. Og, the king [of that area], and all his soldiers marched [south] to fight against us at Edrei [town].
2 और ख़ुदावन्द ने मुझसे कहा, 'उससे मत डर, क्यूँकि मैंने उसको और उसके सब आदमियों और मुल्क को तेरे क़ब्ज़े में कर दिया है; जैसा तूने अमोरियों के बादशाह सीहोन से जो हस्बोन में रहता था किया, वैसा ही तू इससे भी करेगा।
Yahweh said to me, ‘Do not be afraid of him, because I will enable your [army] to defeat [MTY] him and all his army and to capture all their land. Do to him what you did to Sihon, the king of the Amor people-group, who ruled in Heshbon [city].’
3 चुनाँचे ख़ुदावन्द हमारे ख़ुदा ने बसन के बादशाह 'ओज को भी उसके सब आदमियों समेत हमारे क़ाबू में कर दिया, और हमने उनको यहाँ तक मारा के उनमें से कोई बाक़ी न रहा।
“So Yahweh enabled us to defeat [IDM] King Og and all his army. We killed them all; we did not allow any of them to remain alive.
4 और हमने उसी वक़्त उसके सब शहर ले लिए, और एक शहर भी ऐसा न रहा जो हमने उनसे ले न लिया हो। यूँ अरजूब का सारा मुल्क जो बसन में 'ओज की सल्तनत में शामिल था और उसमें साठ शहर थे, हमारे क़ब्ज़े में आया।
There were 60 cities in that region near Argob, in King Og’s kingdom of Bashan. But we captured all of them
5 यह सब शहर फ़सीलदार थे और इनकी ऊँची — ऊँची दीवारें और फाटक और बेंडे थे। इनके 'अलावा बहुत से ऐसे क़स्बे भी हमने ले लिए जो फ़सीलदार न थे।
All those cities had high walls [around them] with gates and bars. We also captured many villages that did not have walls [around them].
6 और जैसा हमने हस्बोन के बादशाह सीहोन के यहाँ किया वैसा ही इन सब आबाद शहरों को म'ए 'औरतों और बच्चों के बिल्कुल नाबूद कर डाला।
We completely destroyed everything, just as we had done [in the area that] King Sihon ruled. We killed all the men, women, and children.
7 लेकिन सब चौपायों और शहरों के माल को लूट कर हमने अपने लिए रख लिया।
But from those cities we took for ourselves all the livestock and other valuable things.
8 यूँ हमने उस वक़्त अमोरियों के दोनों बादशाहों के हाथ से, जो यरदन पार रहते थे उनका मुल्क वादी — ए — अरनोन से कोह — ए — हरमून तक ले लिया।
“So at that time we took from those two kings of the Amor people-group all the land east of the Jordan [River], from the Arnon [River] gorge [in the south] to Hermon Mountain [in the north].”
9 इस हरमून को सैदानी सिरयून, और अमोरी सनीर कहते हैं
(That mountain is called Sirion by the people of Sidon [city] and is called Senir by the Amor people-group.)
10 और सलका और अदराई तक मैदान के सब शहर और सारा जिल'आद और सारा बसन या'नी 'ओज की सल्तनत के सब शहर जो बसन में शामिल थे हमने ले लिए।
“We captured all the towns on the (plateau/high level land), and all the Gilead [region], and all the Bashan [region] as far east as Edrei and Salecah towns, which also belonged to Og’s kingdom.”
11 क्यूँकि रिफ़ाईम की नसल में से सिर्फ़ बसन का बादशाह 'ओज बाक़ी रहा था। उसका पलंग लोहे का बना हुआ था और वह बनी अम्मोन के शहर रब्बा में मौजूद है, और आदमी के हाथ के नाप के मुताबिक़ नौ हाथ लम्बा और चार हाथ चौड़ा है।
(Og was the last king who was a descendant of the Repha giants. His bed was made of iron. It was almost (14 feet/4 meters) long and (6 feet/2 meters) wide. It is still [RHQ] in Rabbah [city] in the Ammon area.)
12 इसलिए इस मुल्क पर हमने उस वक़्त क़ब्ज़ा कर लिया, और 'अरो'ईर जो वादी — ए — अरनोन के किनारे है और जिल'आद के पहाड़ी मुल्क का आधा हिस्सा और उसके शहर मैंने रूबीनियों और जद्दियों को दिए।
“From the land that we captured at that time, I allotted to the tribes of Reuben and Gad the land [north] of Aroer [town] near the Arnon [River], and some of the hilly area of the Gilead [region], along with the nearby towns.
13 और जिल'आद का बाक़ी हिस्सा और सारा बसन या'नी अरजूब का सारा मुल्क जो 'ओज की क़लमरौ में था, मैंने मनस्सी के आधे क़बीले को दिया। बसन रिफ़ाईम का मुल्क कहलाता था।
The other part of the Gilead [region] and all of the Bashan [region], which was the Argob [region] that King Og had ruled, I allotted to half of the tribe of Manasseh.” (The entire Bashan [region] is called the land of the Repha giants.)
14 और मनस्सी के बेटे याईर ने जसूरियों और मा'कातियों की सरहद तक अरजूब के सारे मुल्क को ले लिया और अपने नाम पर बसन के शहरों को हव्वत याईर का नाम दिया, जो आज तक चला आता है
“Jair, from the tribe of Manasseh, conquered all the Bashan area as far [north] as the border of the Geshur and Maacah territories. He gave his own name to the villages there, and they are still called the villages of Jair.
15 और जिल'आद मैंने मकीर को दिया,
The [northern part of the] Gilead [region] I allotted to the Machir [clan, who are descendants of the tribe of Manasseh].
16 और रूबीनियों और जद्दियों को मैंने जिल'आद से वादी — ए — अरनोन तक का मुल्क, या'नी उस वादी के बीच के हिस्से को उनकी एक हद ठहरा कर दरिया — ए — यबोक़ तक, जो 'अम्मोनियों की सरहद है उनको दिया।
I allotted to the tribes of Reuben and Gad the southern part of the Gilead [region, extending south] to the Arnon [River]. The middle of the river is the [southern] boundary. The [northern] boundary is the Jabbok River, which is part of the border of the Ammon area.
17 और मैदान को और किन्नरत से लेकर मैदान के दरिया या'नी दरिया — ए — शोर तक, जो पूरब में पिसगा के ढाल तक फैला हुआ है और यरदन और उसका सारा इलाके को भी मैंने इन ही को दे दिया।
[To the west their territory extended] to the Jordan [River] Valley, from Galilee Lake [in the north] to the Dead Sea [in the south] and to the slopes of Pisgah [Mountain] to the east.
18 “और मैंने उस वक़्त तुमको हुक्म दिया, कि ख़ुदावन्द तुम्हारे ख़ुदा ने तुमको यह मुल्क दिया है कि तुम उस पर क़ब्ज़ा करो। इसलिए तुम सब जंगी मर्द हथियारबंद होकर अपने भाइयों बनी — इस्राईल के आगे — आगे पार चलो;
At that time, I told you three tribes, ‘Yahweh our God is giving you this land [east of the Jordan River], for you to occupy/capture. So now, give your soldiers weapons, and send them [across the Jordan River] ahead of the men from the other Israeli tribes [to help them to conquer/capture the land that has been allotted to them].
19 मगर तुम्हारी बीवियाँ और तुम्हारे बाल बच्चे और चौपाये क्यूँकि मुझे मा'लूम है कि तुम्हारे पास चौपाये बहुत हैं, इसलिए यह सब तुम्हारे उन ही शहरों में रह जाएँ जो मैंने तुमको दिए हैं;
But your wives and children and your very numerous cattle must stay in the towns that I have allotted to you.
20 आखीर तक कि ख़ुदावन्द तुम्हारे भाइयों को चैन न बख़्शे जैसे तुमको बख़्शा, और वह भी उस मुल्क पर जो ख़ुदावन्द तुम्हारा ख़ुदा यरदन के उस पार तुमको देता है क़ब्ज़ा न कर लें। तब तुम सब अपनी मिल्कियत में जो मैंने तुमको दी है लौट कर आने पाओगे।
[Your men must help your fellow Israelis] until Yahweh enables them to live there peacefully after they capture all the land that Yahweh our God is giving to them on the west side of the Jordan [River], just like he did for you [here on the east side of the river]. After that, you all may return to this land that I have allotted to you.’
21 और उसी मौक़े' पर मैंने यशू'अ को हुक्म दिया, कि जो कुछ ख़ुदावन्द तुम्हारे ख़ुदा ने इन दो बादशाहों से किया वह सब तूने अपनी आँखों से देखा; ख़ुदावन्द ऐसा ही उस पार उन सब सल्तनतों का हाल करेगा जहाँ तू जा रहा है।
And I told Joshua, ‘You [SYN] have seen everything that Yahweh our God did to those two kings, [Sihon and Og]. He will do the same thing to the people [who are now] in the land that you will be entering.
22 तुम उनसे न डरना, क्यूँकि ख़ुदावन्द तुम्हारा ख़ुदा तुम्हारी तरफ़ से आप जंग कर रहा है।
Do not be afraid of those people, because Yahweh our God is the one who will fight for you all.’”
23 उस वक़्त मैंने ख़ुदावन्द से 'आजिज़ी के साथ दरख़्वास्त की कि,
“At that time, I earnestly prayed, saying
24 ऐ ख़ुदावन्द ख़ुदा तूने अपने बन्दे को अपनी 'अज़मत और अपना ताक़तवर हाथ दिखाना शुरू' किया है क्यूँकि आसमान में या ज़मीन पर ऐसा कौन मा'बूद है जो तेरे से काम या करामात कर सके।
‘Yahweh our Lord, you have merely begun to show me that you are very great and to show me the powerful things that you can do [MTY]. There is certainly no [RHQ] god in heaven or on earth who can do the powerful things/deeds that you [have done].
25 इसलिए मैं तेरी मिन्नत करता हूँ कि मुझे पार जाने दे कि मैं भी अच्छे मुल्क को जो यरदन के पार है और उस ख़ुशनुमा पहाड़ और लुबनान को देखूँ।
So please allow me to cross the Jordan [River] and to see the good/fertile land on the west side, the beautiful hilly area and [the mountains in] Lebanon.’
26 लेकिन ख़ुदावन्द तुम्हारी वजह से मुझसे नाराज़ था और उसने मेरी न सुनी; बल्कि ख़ुदावन्द ने मुझसे कहा, कि बस कर इस मज़मून पर मुझसे फिर कभी कुछ न कहना।
But Yahweh was angry with me because of [what] your ancestors [had made me do], so he would not pay attention to me. Instead, he said, ‘That is enough [talk from you]! Do not talk to me about that again!
27 तू कोह — ए — पिसगा की चोटी पर चढ़ जा और पश्चिम और उत्तर और दख्खिन और पूरब की तरफ़ नज़र दौड़ा कर उसे अपनी आँखों से देख ले, क्यूँकि तू इस यरदन के पार नहीं जाने पाएगा।
Climb up to the top of Pisgah [Mountain] and look toward the west and to the east, toward the north and to the south. Look at [MTY] it all carefully, because you will not cross the Jordan [River to see the land from there].
28 पर यशू'अ को वसीयत कर और उसकी हौसला अफ़्ज़ाई करके उसे मज़बूत कर क्यूँकि वह इन लोगों के आगे पार जाएगा; और वही इनको उस मुल्क का, जिसे तू देख लेगा मालिक बनाएगा।
But tell Joshua what he must do and encourage him to be strong, because he is the one who will lead the people [across the river in order that they can] occupy/capture the land that you will see [from the top of the mountain].’
29 चुनाँचे हम उस वादी में जो बैत फ़ग़ूर है ठहरे रहे।
So we remained in the [Jordan River] Valley close to Beth-Peor [town].”