< आमाल 7 >

1 फिर सरदार काहिन ने कहा, “क्या ये बातें इसी तरह पर हैं?”
तेबे प्रदान पुरोईत पूछेया, “क्या ये आरोप सच ए?”
2 उस ने कहा, “ऐ भाइयों! और बुज़ुर्गों, सुनें। ख़ुदा ऐ' ज़ुल — जलाल हमारे बुज़ुर्ग अब्रहाम पर उस वक़्त ज़ाहिर हुआ जब वो हारान शहर में बसने से पहले मसोपोतामिया मुल्क में था।“
स्तिफनुसे उतर दित्तेया, “ओ पाईयो और पिताओं सुणो! आसा रा पिता अब्राहम हारान नगरो रे बसणे ते पईले, जेबे मेसोपोटामिया प्रदेशो रे था, तेबे सामर्थी परमेशरे तेसखे दर्शन दित्तेया
3 और उस से कहा कि 'अपने मुल्क और अपने कुन्बे से निकल कर उस मुल्क में चला जा'जिसे मैं तुझे दिखाऊँगा।
और तिने बोलेया, ‘तूँ आपणे देशो ते निकल़ी की और आपणे परिवारो ते निकल़ी की तेस देशो रे चली जा, जो मां ताखे दखाणा।’
4 इस पर वो कसदियों के मुल्क से निकल कर हारान में जा बसा; और वहाँ से उसके बाप के मरने के बाद ख़ुदा ने उसको इस मुल्क में लाकर बसा दिया, जिस में तुम अब बसते हो।
तेबे से कसदियो रे देशो ते निकल़ी की हारान नगरो रे जाई की बसी गा। तेसरे पिते रे मरने ते बाद परमेशरे से तेथा ते एस देशो रे ल्याई की बसाया, जेती एबे तुसे रओए।
5 और उसको कुछ मीरास बल्कि क़दम रखने की भी उस में जगह न दी मगर वा'दा किया कि में ये ज़मीन तेरे और तेरे बाद तेरी नस्ल के क़ब्ज़े में कर दूँगा, हालाँकि उसके औलाद न थी।
तेस बखते परमेशरे तेसखे कुछ बी जायदात, बल्कि पैर राखणे तक बी जगा नि दित्ती, बल्कि परमेशरे वादा कित्तेया कि मां ये देश ताखे और तांते बाद तेरे वंशो खे देई देणा। हालाँकि तेस बखते तेसरा कोई बी पाऊ नि था।
6 और ख़ुदा ने ये फ़रमाया, तेरी नस्ल ग़ैर मुल्क में परदेसी होगी, वो उसको ग़ुलामी में रख्खेंगे और चार सौ बरस तक उन से बदसुलूकी करेंगे।
परमेशरे एड़ा बोलेया, ‘तेरी ल्वादा रे लोक पराये देशो रे परदेशी ऊणे और तिना सेयो दास बनाणे और चार सौ साला तक तिना खे दु: ख देणा।’
7 फिर ख़ुदा ने कहा, जिस क़ौम की वो ग़ुलामी में रहेंगे उसको मैं सज़ा दूँगा; और उसके बाद वो निकलकर इसी जगह मेरी इबादत करेंगे।
तेबे परमेशरे बोलेया, ‘जेसा जातिया रे सेयो दास ऊणे, तेसा खे मां सजा देणी और तिजी ते बाद तिना तेस देशो ते निकल़ी की एस देशो रे आयी की मेरी सेवा करनी।’
8 और उसने उससे ख़तने का 'अहद बाँधा; और इसी हालत में अब्रहाम से इज़्हाक़ पैदा हुआ, और आठवें दिन उसका ख़तना किया गया; और इज़्हाक़ से या'क़ूब और याक़ूब से बारह क़बीलों के बुज़ुर्ग पैदा हुए।
परमेशरे अब्राहमो साथे खतने री वाचा कित्ती। जेबे अब्राहमो रे पाऊ इसहाको रा जन्म ऊआ तो आठुए दिने तेसरा खतना कित्तेया। इसहाको ते याकूब और याकूबो ते बारा कुलपति जम्मे।
9 और बुज़ुर्गों ने हसद में आकर युसूफ़ को बेचा कि मिस्र में पहुँच जाए; मगर ख़ुदा उसके साथ था।
“कुलपतिये यूसुफो साथे दुश्मणी राखी की से मिस्र देशो खे जाणे वाल़ेया रे आथे बेची ता, पर परमेशर तेस साथे था
10 और उसकी सब मुसीबतों से उसने उसको छुड़ाया; और मिस्र के बादशाह फिर'औन के नज़दीक उसको मक़बूलियत और हिक्मत बख़्शी, और उसने उसे मिस्र और अपने सारे घर का सरदार कर दिया।
और परमेशरे यूसुफो खे सारे क्ल़ेशो ते छुड़ाई की मिस्रो रे राजा फिरौनो री नजरा रे कृपा और बुद्धि दित्ती। फिरौन राजे यूसुफो खे मिस्र देशो और आपणे सारे कअरो पाँदे हाकिम बणाया।
11 फिर मिस्र के सारे मुल्क और कनान में काल पड़ा, और बड़ी मुसीबत आई; और हमारे बाप दादा को खाना न मिलता था।
जेबे यूसुफ राज्यपाल था तेबे सारे मिस्र और कनानो देशो रे अकाल़ पड़ी गा, जेतेरी बजअ ते पारी क्ल़ेश ऊईगा और आसा रे बाप-दादेया खे अन्न नि मिलो था।
12 लेकिन याक़ूब ने ये सुनकर कि, मिस्र में अनाज है; हमारे बाप दादा को पहली बार भेजा।
पर याकूबे ये सुणी की कि मिस्र देशो रे अन्न आए, आसा रे बाप-दादेया खे पईली बार तेथा ते अन्न खरीदणे खे पेजेया।
13 और दूसरी बार यूसुफ़ अपने भाइयों पर ज़ाहिर हो गया और यूसुफ़ की क़ौमियत फिर'औन को मा'लूम हो गई।
दूजी बार यूसुफ आपणे पाईया सामणे आया और यूसुफो री जाति फिरौनो खे पता लगी गी।
14 फिर यूसुफ़ ने अपने बाप याक़ूब और सारे कुन्बे को जो पछहत्तर जाने थीं; बुला भेजा।
तेबे यूसुफे आपणे पिते याकूबो खे संदेशा पेजेया और आपणे सारे टब्बरो रे, जो पचयात्तर मांणू थे, मिस्र देशो खे बुलाए।
15 और याक़ूब मिस्र में गया वहाँ वो और हमारे बाप दादा मर गए।
तेबे याकूब मिस्रो रे आया और तेती से और आसा रे बाप-दादे मरी गे।
16 और वो शहर ऐ सिकम में पहुँचाए गए और उस मक़्बरे में दफ़्न किए गए' जिसको अब्रहाम ने सिक्म में रुपऐ देकर बनी हमूर से मोल लिया था।
तिना री लोथा शाकेमो रे पऊँछाई की तेसा कब्रा रे राखिया, जो अब्राहमे चाँदी देई की शाकेमो रे हमोरो री ल्वादा ते खरीदी थी।
17 लेकिन जब उस वादे की मी'आद पुरी होने को थी, जो ख़ुदा ने अब्रहाम से फ़रमाया था तो मिस्र में वो उम्मत बढ़ गई; और उनका शुमार ज़्यादा होता गया।
“पर जेबे तेसा कसमा रा पूरा ऊणे रा बखत नेड़े आया, तेबे जो वादा परमेशरे अब्राहमो साथे कित्तेया था, तेबे मिस्रो रे सेयो लोक बड़ी गे और बऊत ऊईगे।
18 उस वक़्त तक कि दूसरा बादशाह मिस्र पर हुक्मरान हुआ; जो यूसुफ़ को न जानता था।
तेबे मिस्रो रे दूजा राजा ऊआ, जो यूसुफो खे नि जाणो था।
19 उसने हमारी क़ौम से चालाकी करके हमारे बाप दादा के साथ यहाँ तक बदसुलूकी की कि उन्हें अपने बच्चे फेंकने पड़े ताकि ज़िन्दा न रहें।
तिने आसा री जातिया साथे चलाकी करी की आसा रे बाप-दादेया साथे गल़त बर्ताव कित्तेया, एथो तक की तिना खे आपणे नये जम्मे रे बाल़क सेटणे पड़े, ताकि सेयो जिऊँदे नि रओ।
20 इस मौक़े पर मूसा पैदा हुआ; जो निहायत ख़ूबसूरत था, वो तीन महीने तक अपने बाप के घर में पाला गया।
तेस बखते मूसे रा जन्म ऊआ। से परमेशरो री नजरा रे बऊत ई सुन्दर था और से तीन मीन्ने तक आपणे पिते रे कअरे लकोई की पाल़ेया।
21 मगर जब फेंक दिया गया, तो फिर'औन की बेटी ने उसे उठा लिया और अपना बेटा करके पाला।
जेबे तेसखे लकोई की राखणा मुश्किल ऊईगा तेबे तिने से टोकरिया दे पाई की नदिया रे हड़ाईता, तेबे फिरौनो री बेटिये से चकी ला और आपणा पाऊ समजी की पाल़ेया।
22 और मूसा ने मिस्रियों के, तमाम इल्मो की ता'लीम पाई, और वो कलाम और काम में ताक़त वाला था।
मूसे खे मिस्रिया री सारी विधा पढ़ाई और से वचन और कामो रे सामर्थी था।
23 और जब वो तक़रीबन चालीस बरस का हुआ, तो उसके जी में आया कि मैं अपने भाइयों बनी इस्राईल का हाल देखूँ।
“जेबे मूसा चाल़िया साला रा ऊआ तेबे तेसरे मनो रे आया कि आऊँ आपणे इस्राएली पाईया खे मिलूँ।
24 चुनाँचे उन में से एक को ज़ुल्म उठाते देखकर उसकी हिमायत की, और मिस्री को मार कर मज़्लूम का बदला लिया।
तेती तिने एक इस्राएली मांणूए पाँदे अन्याय ऊँदे ऊए देखेया और से बचाया और मिस्रिए खे काई की जो सताई राखे थे, बदला लया।
25 उसने तो ख़याल किया कि मेरे भाई समझ लेंगे, कि ख़ुदा मेरे हाथों उन्हें छुटकारा देगा, मगर वो न समझे।
तिने सोचेया कि मेरे पाईया समजणा कि परमेशरे मेरे आथो साथे तिना खे गुलामिया ते आजाद करना, पर सेयो नि समजे।
26 फिर दूसरे दिन वो उन में से दो लड़ते हुओं के पास आ निकला और ये कहकर उन्हें सुलह करने की तरग़ीब दी कि ‘ऐ जवानों तुम तो भाई भाई हो, क्यूँ एक दूसरे पर ज़ुल्म करते हो?’
दूजे दिने जेबे सेयो आपू बीचे लड़ने लगी रे थे, तेबे से तेती आईगा और ये बोली की तिना खे मलाप करने खे बोलेया कि ओ मर्दो! तुसे तो पाई-पाई ए, एकी-दूजे पाँदे अन्याय कऊँ करोए?
27 लेकिन जो अपने पड़ोसी पर ज़ुल्म कर रहा था, उसने ये कह कर उसे हटा दिया तुझे किसने हम पर हाकिम और क़ाज़ी मुक़र्रर किया?
पर जो आपणे पड़ोसिया पाँदे अन्याय करने लगी रा था तिने से ये बोली की कनारे टाई ता, ‘तूँ किने आसा पाँदे हाकिम और न्यायी बणाई राखेया?
28 क्या तू मुझे भी क़त्ल करना चहता है? जिस तरह कल उस मिस्री को क़त्ल किया था।
क्या जिंयाँ तैं काल मिस्री काया, माखे बी काणा चाएया?’
29 मूसा ये बात सुन कर भाग गया, और मिदियान के मुल्क में परदेसी रहा, और वहाँ उसके दो बेटे पैदा हुए।
ये गल्ल सुणी की मूसा नठी गा और मिद्यान देशो रे जाई की परदेशी ऊई की रणे लगेया और तेती तेसरे दो पाऊ ऊए।
30 और जब पूरे चालीस बरस हो गए, तो कोह-ए-सीना के वीराने में जलती हुई झाड़ी के शो'ले में उसको एक फ़रिश्ता दिखाई दिया।
“जेबे पूरे चाल़ी साल मिद्यान देशो रे बीती गे, तेबे एक स्वर्गदूते सीनै पाह्ड़ो रे जंगल़ो रे तेसखे फुखदे ऊए जाड़ो री लूपिया रे दर्शन दित्ते।
31 जब मूसा ने उस पर नज़र की तो उस नज़ारे से ताज़्जुब किया, और जब देखने को नज़दीक गया तौ ख़ुदावन्द की आवाज़ आई कि
मूसा ये दर्शन देखी की हैरान ऊईगा और जेबे देखणे खे ओर नेड़े गया, तेबे प्रभुए री आवाज ऊई,
32 मैं तेरे बाप दादा का ख़ुदा या'नी अब्रहाम इज़्हाक़ और याक़ूब का ख़ुदा हूँ तब मूसा काँप गया और उसको देखने की हिम्मत न रही।
‘आऊँ तेरे बाप-दादे, अब्राहम, इसहाक और याकूबो रा परमेशर ए।’ तेबे मूसे खे डरो रे मारे थुरनी छूटी गी, एथो तक कि तेसखे देखणे री इम्मत नि रई।
33 ख़ुदावन्द ने उससे कहा कि अपने पाँव से जूती उतार ले, क्यूँकि जिस जगह तू खड़ा है, वो पाक ज़मीन है।
तेबे प्रभुए तेसखे बोलेया, ‘आपणे पैरो ते जोड़े खोली दे, कऊँकि जेते जगा रे तूँ खड़ी रा, से पवित्र जगा ए।
34 मैंने वाक़'ई अपनी उस उम्मत की मुसीबत देखी जो मिस्र में है। और उनका आह — व नाला सुना पस उन्हें छुड़ाने उतरा हूँ, अब आ मैं तुझे मिस्र में भेजूँगा।
मैं सच्ची आपणे लोका री जो मिस्र देशो रे बुरी दशा देखी राखी और तिना रा कणना और तिना रा रोणा सुणी राखेया, तेबेई तो आऊँ तिना खे छुड़ाणे खे उतरी रा, एबे आओ और मां तूँ मिस्र देशो रे पेजणा।’
35 जिस मूसा का उन्होंने ये कह कर इन्कार किया था, तुझे किसने हाकिम और क़ाज़ी मुक़र्रर किया 'उसी को ख़ुदा ने हाकिम और छुड़ाने वाला ठहरा कर, उस फ़रिश्ते के ज़रिए से भेजा जो उस झाड़ी में नज़र आया था।
“ये सेई मूसा ए जो इस्राएलिए ये बोली की नकारिता था कि तूँ किने आसा पाँदे हाकिम और न्यायी ठईराई राखेया? सेई परमेशरे हाकिम और छुड़ाणे वाल़ा बणाया। तेस स्वर्गदूतो रे जरिए, जिने तेसखे जाड़ो रे दर्शन दित्तेया था, पेजेया।
36 यही शख़्स उन्हें निकाल लाया और मिस्र और बहर — ए — क़ुलज़ूम और वीराने में चालीस बरस तक अजीब काम और निशान दिखाए।
येई मांणू मिस्र देश और लाल समुद्र और जंगल़ो रे चाल़िया साला तक अचम्बे रे काम और चिह्न् दखाई-दखाई की तिना खे निकयाल़ी की ली आया।
37 ये वही मूसा है, जिसने बनी इस्राईल से कहा, ख़ुदा तुम्हारे भाइयों में से तुम्हारे लिए मुझ सा एक नबी पैदा करेगा।
ये सेई मूसा ए, जिने इस्राएली लोका खे बोलेया, ‘परमेशरे तुसा रे पाईया बीचा ते तुसा रिया तंईं मां जेड़ा एक भविष्यबक्ता चकणा।’
38 ये वही है, जो वीराने की कलीसिया में उस फ़रिश्ते के साथ जो कोह-ए-सीना पर उससे हम कलाम हुआ, और हमारे बाप दादा के साथ था उसी को ज़िन्दा कलाम मिला कि हम तक पहुँचा दे।
ये सेई मूसा ए जिने जंगल़ो रे मण्डल़िया रे बीचे, तेस स्वर्गदूतो साथे सीनै पाह्ड़ो पाँदे तेस साथे गल्ला कित्तिया और आसा रे बाप-दादेया साथे था, तेसखे ई जिऊँदे वचन मिले ताकि आसा तक पऊँछाओ।
39 मगर हमारे बाप दादा ने उसके फ़रमाँबरदार होना न चाहा, बल्कि उसको हटा दिया और उनके दिल मिस्र की तरफ़ माइल हुए।
पर आसा रे बाप-दादेया मूसा री गल्ल मानणी नि चायी। तिने से ठुकराईता और सेयो मिस्र देशो खे वापस जाणा चाओ थे।
40 और उन्होंने हारून से कहा, हमारे लिए ऐसे मा'बूद बना जो हमारे आगे आगे चलें, क्यूँकि ये मूसा जो हमें मुल्क — ए मिस्र से निकाल लाया, हम नहीं जानते कि वो क्या हुआ।
“और लोके मूसा रे पाई हारूणो खे बोलेया, ‘आसा खे एड़ा देवता बणा, जो आसा ते आगे-आगे रओ और आसा खे वापस मिस्र देशो खे लयी चलो, कऊँकि ये मूसा जो आसा खे मिस्र देशो ते निकयाल़ी की ल्याया, आसे नि जाणदे कि एसखे क्या ऊआ?’
41 और उन दिनों में उन्होंने एक बछड़ा बनाया, और उस बुत को क़ुर्बानी चढ़ाई, और अपने हाथों के कामों की ख़ुशी मनाई।
तिना दिना रे तिने एक बाछु बणाई की तेसरी मूर्तिया ते आगे बलि चढ़ाई और आपणे आथो रे कामो रे मग्न ऊणे लगे।
42 पस ख़ुदा ने मुँह मोड़कर उन्हें छोड़ दिया कि आसमानी फ़ौज को पूजें चुनाँचे नबियों की किताबों में लिखा है ऐ इस्राईल के घराने क्या तुम ने वीराने में चालीस बरस मुझको ज़बीहे और क़ुर्बानियाँ गुज़रानी?
तेबे परमेशरे तिना ते आपणा मूँ मोड़ी ला और सेयो छाडी ते, ताकि सर्गो रिया चीजा खे पूजो, जेड़ा भविष्यबक्तेया री कताबा रे परमेशरे बोली राखेया, “ओ इस्राएलो रे लोको! क्या तुसे सुनसाण जगा रे चाल़ी साल रई की पशु बलि और अन्नबलि माखे ई चढ़ांदे नि रये?
43 बल्कि तुम मोलक के ख़ेमे और रिफ़ान देवता के तारे को लिए फिरते थे, या'नी उन मूरतों को जिन्हें तुम ने सज्दा करने के लिए बनाया था। पस में तुम्हें बाबुल के परे ले जाकर बसाऊँगा।
और तुसे मोलेक देवता री बेदी बणाई और रिफान देवता रे तारे खे लयी की फिरदे रओ थे, मतलब-तिना मूर्तिया खे जो तुसे माथा टेकणे खे बणाए थे, तो मां तुसे बेबीलोनो ते पोरे लयी जाई की बसाई देणे।
44 शहादत का ख़ेमा वीराने में हमारे बाप दादा के पास था, जैसा कि मूसा से कलाम करने वाले ने हुक्म दिया था, जो नमूना तूने देखा है, उसी के मुवाफ़िक़ इसे बना।
“साक्षिया रा तम्बू सुनसाण जगा रे आसा रे बाप-दादेया बीचे था, जेड़ा परमेशरे ठईराया, जिने मूसे खे बोलेया, ‘जेड़ा तैं आयी की देखी राखेया, तिजी रेई मुताबिक इजी खे बणा।’
45 उसी ख़ेमे को हमारे बाप दादा अगले बुज़ुर्गों से हासिल करके ईसा के साथ लाए जिस वक़्त उन क़ौमों की मिल्कियत पर क़ब्ज़ा किया जिनको ख़ुदा ने हमारे बाप दादा के सामने निकाल दिया, और वो दाऊद के ज़माने तक रहा।
तेसी तम्बूओ खे आसा रे बाप-दादे पुराणे जमाने ते पाई की यहोशूओ साथे एती ल्याए, जेस बखते तिने अन्य जातिया रा अक्क पाया, जो परमेशरे आसा रे बाप-दादेया रे सामणे ते निकयाल़ी ता और से तम्बू राजा दाऊदो रे बखतो तक रया।
46 उस पर ख़ुदा की तरफ़ से फ़ज़ल हुआ, और उस ने दरख़्वास्त की, कि में याक़ूब के ख़ुदा के वास्ते घर तैयार करूँ।
दाऊदो पाँदे परमेशरे कृपा कित्ती, तेबे तिने बिनती कित्ती कि मां याकूबो रे परमेशरो खे मन्दर बनाणा।
47 मगर सुलैमान ने उस के लिए घर बनाया।
पर तेसरे पाऊ सुलेमाने परमेशरो खे मन्दर बणाया।
48 लेकिन ख़ुदा हाथ के बनाए हुए घरों में नहीं रहता चुनाँचे नबी कहता है कि
पर परमप्रदान आथो रे बणाए रे मन्दरो रे नि रंदा, जेड़ा कि भविष्यबक्ते री कताबा रे परमेशरे बोलेया,
49 ख़ुदावन्द फ़रमाता है, आसमान मेरा तख़्त और ज़मीन मेरे पाँव तले की चौकी है, तुम मेरे लिए कैसा घर बनाओगे, या मेरी आरामगाह कौन सी है?
“परमेशर बोलोआ कि स्वर्ग मेरा सिंहासन और तरती मेरे पैरो री चौकी ए, माखे तुसा केड़ा मन्दर बनाणा? मेरे आराम करने री कुण जी जगा ऊणी?
50 क्या ये सब चीज़ें मेरे हाथ से नहीं बनी
क्या यो सब चीजा मेरे आथो की निए बणाई रिया?
51 ऐ गर्दन कशो, दिल और कान के नामख़्तूनों, तुम हर वक़्त रूह — उल — क़ुद्दूस की मुख़ालिफ़त करते हो; जैसे तुम्हारे बाप दादा करते थे, वैसे ही तुम भी करते हो।
“ओ टीठ और परमेशरो री गल्ल ना मानणे और ना सुणने वाल़े लोको! तुसे सदा पवित्र आत्मा रा बरोद करोए। जेड़ा तुसा रे बाप-दादे करो थे, तेड़ा ई तुसे बी करोए।
52 नबियों में से किसको तुम्हारे बाप दादा ने नहीं सताया? उन्हों ने तो उस रास्तबाज़ के आने की पेश — ख़बरी देनेवालों को क़त्ल किया, और अब तुम उसके पकड़वाने वाले और क़ातिल हुए।
भविष्यबक्तेया बीचा ते कुण नि तुसा रे बाप-दादेया नि सताए और तिने से तर्मी, जेसरे आऊणे रे बारे रे पुराणे बखतो ते सन्देश देणे वाल़ा ई काई ता और एबे तुसे बी तेसरे पकड़वाणे वाल़े और काणे वाल़े ऊए।
53 तुम ने फ़रिश्तों के ज़रिए से शरी'अत तो पाई, पर अमल नहीं किया।
तुसा खे स्वर्गदूता रे जरिए बणाया रा बिधान तो मिलेया, पर तुसे से बिधान मानेया नि।”
54 जब उन्होंने ये बातें सुनीं तो जी में जल गए, और उस पर दाँत पीसने लगे।
इना गल्ला खे सुणी की यहूदी अगुवेया खे इतणा गुस्सा आईगा और स्तिफनुसो पाँदे आपणे दाँद किरड़ने लगे।
55 मगर उस ने रूह — उल — क़ुद्दूस से भरपूर होकर आसमान की तरफ़ ग़ौर से नज़र की, और ख़ुदा का जलाल और ईसा को ख़ुदा की दहनी तरफ़ खड़ा देख कर कहा।
पर तिने पवित्र आत्मा ते परिपूर्ण ऊई की स्वर्गो खे देखेया और परमेशरो री महिमा कित्ती और प्रभु यीशुए खे परमेशरो रे दाँणे कनारे खड़ा देखी की बोलेया,
56 “देखो मैं आसमान को खुला, और इबने — आदम को ख़ुदा की दहनी तरफ़ खड़ा देखता हूँ”
“देखो, आऊँ स्वर्गो खे खुले रा और माणूं रे पुत्रो खे परमेशरो रे दाणे कनारे खड़े रा देखूँआ।”
57 मगर उन्होंने बड़े ज़ोर से चिल्लाकर अपने कान बन्द कर लिए, और एक दिल होकर उस पर झपटे।
तेबे तिने जोरे की चींगी की आपणे कान बंद करी ते और एक चित्त ऊई की तेस पाँदे झपटे।
58 और शहर से बाहर निकाल कर उस पर पथराव करने लगे, और गवाहों ने अपने कपड़े साऊल नाम एक जवान के पाँव के पास रख दिए।
तेबे तेसखे यरूशलेम नगरो ते बारे लयी जाई की पात्थर बाणे लगे और तिना री अत्या करी ती। जो गवा थे तिने आपणे टाले शाऊल नाओं रे एक जवानो रे पैरो पाँदे खोली की रखवाल़ी करने खे राखी ते।
59 पस स्तिफ़नुस पर पथराव करते रहे, और वो ये कह कर दुआ करता रहा “ऐ ख़ुदावन्द ईसा मेरी रूह को क़ुबूल कर।”
सेयो स्तिफुनुसो खे पात्थर बांदे रये और से ये बोली की प्रार्थना करदा रया, “ओ प्रभु यीशु मेरी आत्मा खे ग्रहण कर।”
60 फिर उस ने घुटने टेक कर बड़ी आवाज़ से पुकारा, “ऐ ख़ुदावन्द ये गुनाह इन के ज़िम्मे न लगा।” और ये कह कर सो गया।
तेबे तिने कुटणे टेकी की जोरे की बोलेया, “ओ प्रभु! एस पापो रा दोष तिना पाँदे नि लगा।” ये बोली की से मरी गा। शाऊल बी तेसरी मौता रे शामिल था।

< आमाल 7 >