< आमाल 7 >

1 फिर सरदार काहिन ने कहा, “क्या ये बातें इसी तरह पर हैं?”
तालू महायाजके स्तिफनुसे ला पूछया, “क्या ऐ इलजाम सच्च न?”
2 उस ने कहा, “ऐ भाइयों! और बुज़ुर्गों, सुनें। ख़ुदा ऐ' ज़ुल — जलाल हमारे बुज़ुर्ग अब्रहाम पर उस वक़्त ज़ाहिर हुआ जब वो हारान शहर में बसने से पहले मसोपोतामिया मुल्क में था।“
उनी बोलया, “हे भाईयों कने पितरो सुंणा, साड़े पूर्वज अब्राहम जो हारान ग्रां च आई करी बसणे ला पेहले जालू सै मेसोपोटामिया प्रदेश च था; कने तेजोमय परमेश्वरे उसयो दर्शण दिते।
3 और उस से कहा कि 'अपने मुल्क और अपने कुन्बे से निकल कर उस मुल्क में चला जा'जिसे मैं तुझे दिखाऊँगा।
कने उसयो बोलया, ‘तू अपणे देशे कने अपणे रिश्तेदारां ला निकली करी उसी देशे जो चली जा, जिसयो मैं तिजो दसगा।’
4 इस पर वो कसदियों के मुल्क से निकल कर हारान में जा बसा; और वहाँ से उसके बाप के मरने के बाद ख़ुदा ने उसको इस मुल्क में लाकर बसा दिया, जिस में तुम अब बसते हो।
तालू सै कसदियों दे देशे ला निकली करी हारान ग्रांऐ च जाई बसया; कने उदे पिता दिया मौता दे बाद परमेश्वरे उसयो ओथु ला आंणी करी इस देशे च बसाया जिदे च हुण तुसां बसदे न,
5 और उसको कुछ मीरास बल्कि क़दम रखने की भी उस में जगह न दी मगर वा'दा किया कि में ये ज़मीन तेरे और तेरे बाद तेरी नस्ल के क़ब्ज़े में कर दूँगा, हालाँकि उसके औलाद न थी।
पर परमेश्वरे उसयो ऐथू विरासत च कुछ नी दिता, ऐथू दीकर की इक फुट जगा भी नी दिती, कने उस बेले उदी कोई ओलाद भी नी थी। फिर भी परमेश्वरे बायदा किता, की मैं ऐ देश तेरे कने तेरे बाद तेरे बंशे दे हथे दिंगा।”
6 और ख़ुदा ने ये फ़रमाया, तेरी नस्ल ग़ैर मुल्क में परदेसी होगी, वो उसको ग़ुलामी में रख्खेंगे और चार सौ बरस तक उन से बदसुलूकी करेंगे।
कने परमेश्वरे ऐ भी बोलया, तेरे बंशे दे लोक पराये देशे च परदेशी होणे, कने उना लोकां उना जो गुलाम बणाई लेणा, कने चारसो सालां दीकर उना सोगी बुरा बर्ताब करणा।
7 फिर ख़ुदा ने कहा, जिस क़ौम की वो ग़ुलामी में रहेंगे उसको मैं सज़ा दूँगा; और उसके बाद वो निकलकर इसी जगह मेरी इबादत करेंगे।
फिरी परमेश्वरे बोलया, “जिसा जातियां दे उना गुलाम होणा है, उना जो मैं सजा देणी, कने उना उस देशे ला निकली करी इसी इस्राएल च मेरी भक्ति करणी।”
8 और उसने उससे ख़तने का 'अहद बाँधा; और इसी हालत में अब्रहाम से इज़्हाक़ पैदा हुआ, और आठवें दिन उसका ख़तना किया गया; और इज़्हाक़ से या'क़ूब और याक़ूब से बारह क़बीलों के बुज़ुर्ग पैदा हुए।
कने परमेश्वरे अब्राहम सोगी इक बायदा किता कने उसने बोलया की सै अपणे घरे दे सारे मर्दां दा खतना बायदे दे चिन्ह दे तौर पर करबाऐ; कने बादे च जालू इसहाक पैदा होया, तां अठमे रोजे उदा खतना किता, कने इसला बाद ऐ परमपरा चलदी रेई कने इसहाक ला याकूब कने याकूब ला साड़े बारा पूर्वज पैदा होऐ।
9 और बुज़ुर्गों ने हसद में आकर युसूफ़ को बेचा कि मिस्र में पहुँच जाए; मगर ख़ुदा उसके साथ था।
जलन दिया बजा ने यूसुफे दे भाईयां उसयो मिस्र देशे जाणे बालयां जो इक गुलाम दे रुपे च बेची दिता, पर परमेश्वर उदे सोगी था।
10 और उसकी सब मुसीबतों से उसने उसको छुड़ाया; और मिस्र के बादशाह फिर'औन के नज़दीक उसको मक़बूलियत और हिक्मत बख़्शी, और उसने उसे मिस्र और अपने सारे घर का सरदार कर दिया।
कने परमेश्वरे यूसुफे जो उदे सारियां मुसीबतां ला छुड़ाई करी मिसरे दे राजा फिरौन दे अग्गे अनुग्रह कने अकल दिती, कने फिरौन राजे उसयो मिस्र देशे पर कने अपणे सारे घरे दा अधिकारी बणाया।
11 फिर मिस्र के सारे मुल्क और कनान में काल पड़ा, और बड़ी मुसीबत आई; और हमारे बाप दादा को खाना न मिलता था।
जालू युसूफ मिस्र देशे दा गवर्नर था तालू सारे मिस्र कने कनान देशे च अकाल पिया; जिसने बड़ा भरी क्लेश होया, कने साड़े पूर्वजां जो खाणे जो नी मिलदा था।
12 लेकिन याक़ूब ने ये सुनकर कि, मिस्र में अनाज है; हमारे बाप दादा को पहली बार भेजा।
पर याकूबे ऐ सुणाया, की मिस्र देशे च अनाज है, उना साड़े पूर्वजां जो अनाज लेणे तांई भेजया कने सै यूसुफे ने मिल्ले कने अनाज खरीदया पर उना यूसुफे जो नी पछेणया।
13 और दूसरी बार यूसुफ़ अपने भाइयों पर ज़ाहिर हो गया और यूसुफ़ की क़ौमियत फिर'औन को मा'लूम हो गई।
कने दुई बरी जालू सै अनाज लेणा गे, तां यूसुफ अपणे भाईयां जो दसया की मैं तुहाड़ा भाई यूसुफ है, कने यूसुफे दे परिबार दे बारे च फिरौन जो पता लग्गी गिया।
14 फिर यूसुफ़ ने अपने बाप याक़ूब और सारे कुन्बे को जो पछहत्तर जाने थीं; बुला भेजा।
तालू यूसुफे अपणे पिता याकूब कने अपणे सारे रिश्तेदारां जो, जड़े पचतर माणु थे, उना जो मिस्र देश च ओणे तांई बुलाबा भेजया।
15 और याक़ूब मिस्र में गया वहाँ वो और हमारे बाप दादा मर गए।
तालू याकूब मिस्र देश गिया; कने ओथु कुछ बकते बाद सै कने साड़े बाप दादे मरी गे।
16 और वो शहर ऐ सिकम में पहुँचाए गए और उस मक़्बरे में दफ़्न किए गए' जिसको अब्रहाम ने सिक्म में रुपऐ देकर बनी हमूर से मोल लिया था।
कने उदे बंशज याकूब कने उदे पुत्रां दियां लाशां जो साड़े देश कनान च लेई गे, कने याकूब दिया लाशा जो उसा कबरा च दफनाया, जिसा जो अब्राहमे इक सही कीमता च खरीदया था, कने उना याकूब दे पुत्रां जो शकेम शेहरे दिया उसा जमिना च दफनाया, जिसयो याकूबे हामौर दे पुत्रां ला खरीदया था।
17 लेकिन जब उस वादे की मी'आद पुरी होने को थी, जो ख़ुदा ने अब्रहाम से फ़रमाया था तो मिस्र में वो उम्मत बढ़ गई; और उनका शुमार ज़्यादा होता गया।
पर जालू उस बायदे जो पूरा होणे दा बकत नेड़े आया जड़ा परमेश्वरे अब्राहम ने कितया था, तां मिस्र देश च लोक बदी गे, कने मते सारे होई गे।
18 उस वक़्त तक कि दूसरा बादशाह मिस्र पर हुक्मरान हुआ; जो यूसुफ़ को न जानता था।
तालू मिस्र देश च दुआ राजा राज करणा लग्गा जड़ा यूसुफे जो नी जाणदा था।
19 उसने हमारी क़ौम से चालाकी करके हमारे बाप दादा के साथ यहाँ तक बदसुलूकी की कि उन्हें अपने बच्चे फेंकने पड़े ताकि ज़िन्दा न रहें।
उनी साड़िया जातियां सोगी चलाकी करिरी साड़े पूर्वजां ला इसा हदा दीकर बुरा व्यवहार कितया की, उना दे माता पिता जो अपणे बचयां जो फेंकणा पेई गिया ताकि सै मरी जान।
20 इस मौक़े पर मूसा पैदा हुआ; जो निहायत ख़ूबसूरत था, वो तीन महीने तक अपने बाप के घर में पाला गया।
कने उस बेले मूसा पैदा होया, कने सै परमेश्वरे दिया नजरा च बडा ही छेल था; कने उसयो उना तिन मिहनयां दीकर उसयो उदे माता-पिता लुकाई करी पालया।
21 मगर जब फेंक दिया गया, तो फिर'औन की बेटी ने उसे उठा लिया और अपना बेटा करके पाला।
पर जालू सै उसयो होर जादा लुकाई नी सके, तां उना उसयो घरे बाहर रखी दिता कने तालू फिरौने दीया कुड़िया उसयो गोद लेई लिया, कने उसयो अपणे पुत्रे सांई पालया।
22 और मूसा ने मिस्रियों के, तमाम इल्मो की ता'लीम पाई, और वो कलाम और काम में ताक़त वाला था।
कने मूसा जो मिस्रियां दी सारी बिद्या पड़ाई, कने सै बड़ा ही प्रभाबशाली तरीके ने गल्लां कने कम्म करदा था।
23 और जब वो तक़रीबन चालीस बरस का हुआ, तो उसके जी में आया कि मैं अपने भाइयों बनी इस्राईल का हाल देखूँ।
जालू मूसा चालियां सालां दा होया, तां उदे मने च आया की अपणे इस्राएली रिशतेदारां ने मिल्ले।
24 चुनाँचे उन में से एक को ज़ुल्म उठाते देखकर उसकी हिमायत की, और मिस्री को मार कर मज़्लूम का बदला लिया।
कने उनी ओथु इक मिस्री माणुऐ जो इक इस्राएली माणुऐ सोगी बदसलूकी करदे दिखया, कने उसयो बचाया, कने मिस्री माणुऐ जो मारी करी उदा बदला लिया।
25 उसने तो ख़याल किया कि मेरे भाई समझ लेंगे, कि ख़ुदा मेरे हाथों उन्हें छुटकारा देगा, मगर वो न समझे।
उनी सोचया, की मेरे भाईयां समझणा की परमेश्वरे मेरे हथे ने उना जो गुलामी ला अजाद करदा, पर उना नी समझया।
26 फिर दूसरे दिन वो उन में से दो लड़ते हुओं के पास आ निकला और ये कहकर उन्हें सुलह करने की तरग़ीब दी कि ‘ऐ जवानों तुम तो भाई भाई हो, क्यूँ एक दूसरे पर ज़ुल्म करते हो?’
दुऐ रोजे मूसा दो इस्राएलियां बाल आया जड़े अपु चे लड़ा दे थे, कने उना बिच सुला कराणे तांई ऐ बोलया, की हे मर्दों, तुसां तां भाई-भाई न, तुसां कजो इकी दुऐ जो मारा दे न?
27 लेकिन जो अपने पड़ोसी पर ज़ुल्म कर रहा था, उसने ये कह कर उसे हटा दिया तुझे किसने हम पर हाकिम और क़ाज़ी मुक़र्रर किया?
पर जड़ा अपणे पड़ोसीऐ जो मारा दा था, उनी मूसा जो धक्का दिता कने बोलया, तिजो कुनी सांझो पर राजा कने न्याय करणे बाला बणाया है?
28 क्या तू मुझे भी क़त्ल करना चहता है? जिस तरह कल उस मिस्री को क़त्ल किया था।
क्या जियां कल तू मिस्र देशे दे माणुऐ जो मारी दिता क्या मिंजो भी मारणा चांदा है?
29 मूसा ये बात सुन कर भाग गया, और मिदियान के मुल्क में परदेसी रहा, और वहाँ उसके दो बेटे पैदा हुए।
ऐ गल्ल सुणीकरी, मूसा मिस्र देश ला नठया कने मिद्यान देशे च परदेसी बणी करी रेणा लग्गा: कने ओथु उदे दो पुत्र पैदा होए।
30 और जब पूरे चालीस बरस हो गए, तो कोह-ए-सीना के वीराने में जलती हुई झाड़ी के शो'ले में उसको एक फ़रिश्ता दिखाई दिया।
मिद्यान देशे च पुरे चाली साल रेहणे बाद, मूसा जो परमेश्वरे इक स्वर्गदूते दे रुपे च सीनै पहाड़े दिया सुनसान जगा च जलदिया झाड़िया दिया अग्गी बिच दर्शण दिते।
31 जब मूसा ने उस पर नज़र की तो उस नज़ारे से ताज़्जुब किया, और जब देखने को नज़दीक गया तौ ख़ुदावन्द की आवाज़ आई कि
जालू मूसा उसा अग्ग लगियो झाड़िया जो दिखया जड़ी भस्म नी होआ दी थी, तां सै हेरान होया, कने जालू दिखणे तांई बखे गिया, तां प्रभु दी ऐ अबाज सुणोई,
32 मैं तेरे बाप दादा का ख़ुदा या'नी अब्रहाम इज़्हाक़ और याक़ूब का ख़ुदा हूँ तब मूसा काँप गया और उसको देखने की हिम्मत न रही।
“मैं तेरे पूर्वज, अब्राहम, इसहाक कने याकूब दा परमेश्वर है, जिदी सै अराधना करदे थे।” तालू तां मूसा डरे ने कमी पिया, ऐथू दीकर की उसयो दिखणे दी हिम्मत नी रेई।
33 ख़ुदावन्द ने उससे कहा कि अपने पाँव से जूती उतार ले, क्यूँकि जिस जगह तू खड़ा है, वो पाक ज़मीन है।
तालू प्रभुऐ उसयो बोलया, अपणे पैरां ला जुतयां उतारी दे, क्योंकि जिसा जगा तू खड़ोतया है, सै पबित्र जगा है।
34 मैंने वाक़'ई अपनी उस उम्मत की मुसीबत देखी जो मिस्र में है। और उनका आह — व नाला सुना पस उन्हें छुड़ाने उतरा हूँ, अब आ मैं तुझे मिस्र में भेजूँगा।
मैं सची अपणे लोकां दी दुर्दशा जो दिखया है, जड़ी मिस्र देश च है, कने उना दी तकलीफ कने उना दे रोणे जो सुणया है, इस तांई उना जो छुड़ाणे तांई उतरया है। हुण आ, मैं तिजो मिस्र देश च भेजणा।
35 जिस मूसा का उन्होंने ये कह कर इन्कार किया था, तुझे किसने हाकिम और क़ाज़ी मुक़र्रर किया 'उसी को ख़ुदा ने हाकिम और छुड़ाने वाला ठहरा कर, उस फ़रिश्ते के ज़रिए से भेजा जो उस झाड़ी में नज़र आया था।
ऐ सै ही मूसा है जिसयो इस्राएलियां नकारी दितया था कने जिना बोलया, तिजो कुनी सांझो पर राजा कने न्याय करणे बाला बणाया है? उसयो ही परमेश्वरे राजा कने छुड़ाणे बाला बणाई करी, उस स्वर्गदूते दे जरिये भेजया जिनी उसयो झाड़िया च दर्शण दिते थे।
36 यही शख़्स उन्हें निकाल लाया और मिस्र और बहर — ए — क़ुलज़ूम और वीराने में चालीस बरस तक अजीब काम और निशान दिखाए।
सै उना जो मिस्र देशे ला बाहर लेई आया कने उनी मिस्र देशे च कने लाल समुंद्रे पर कने सुनसान जगा च चालियां सालां दीकर अदभुत कम्म कने चिन्ह दस्से।
37 ये वही मूसा है, जिसने बनी इस्राईल से कहा, ख़ुदा तुम्हारे भाइयों में से तुम्हारे लिए मुझ सा एक नबी पैदा करेगा।
ऐ सेई मूसा हे, जिनी इस्राएली लोकां जो बोलया, परमेश्वरे तुहाड़े भाईयां चे तुहाड़े तांई मिंजो सांई इक परमेश्वरे दा संदेश देणेबाला बणाणा है।
38 ये वही है, जो वीराने की कलीसिया में उस फ़रिश्ते के साथ जो कोह-ए-सीना पर उससे हम कलाम हुआ, और हमारे बाप दादा के साथ था उसी को ज़िन्दा कलाम मिला कि हम तक पहुँचा दे।
मूसा इक अगुवे दे रुपे च साड़े पूर्वजां दे सोगी था जालू सै सुनसान जगा च गिठे थे, तालू स्वर्गदूते सीनै पहाड़े पर मूसा ने गल्लां कितियां, कने ओथु मूसा जो जिन्दगी देणेबाले बचन मिल्ले कने उनी सै बचन सांझो दीकर पूजाऐ।
39 मगर हमारे बाप दादा ने उसके फ़रमाँबरदार होना न चाहा, बल्कि उसको हटा दिया और उनके दिल मिस्र की तरफ़ माइल हुए।
पर साड़े पूर्वज उदी मनणा नी चांदे थे; सै मने-मने च ही मिस्र देशे जो बापस जाणा चांदे थे,
40 और उन्होंने हारून से कहा, हमारे लिए ऐसे मा'बूद बना जो हमारे आगे आगे चलें, क्यूँकि ये मूसा जो हमें मुल्क — ए मिस्र से निकाल लाया, हम नहीं जानते कि वो क्या हुआ।
कने उना मूसा दे भाई हारून ने बोलया, साड़े तांई ऐसा देवता बणा, जड़ा मिस्र देशे जो बापस जाणे तांई साड़े अग्गे-अग्गे चले; क्योंकि ऐ मूसा जड़ा सांझो मिस्र देशे ला कडी लेई आया है, असां नी जाणदे उसयो क्या होया है।
41 और उन दिनों में उन्होंने एक बछड़ा बनाया, और उस बुत को क़ुर्बानी चढ़ाई, और अपने हाथों के कामों की ख़ुशी मनाई।
उना रोजां च उना इक बछड़े दी मूर्ति बणाई करी, उदिया मूर्तियां अग्गे बलि चढ़ाई, कने अपणे हथां दे कम्मा पर खुश होणा लग्गे।
42 पस ख़ुदा ने मुँह मोड़कर उन्हें छोड़ दिया कि आसमानी फ़ौज को पूजें चुनाँचे नबियों की किताबों में लिखा है ऐ इस्राईल के घराने क्या तुम ने वीराने में चालीस बरस मुझको ज़बीहे और क़ुर्बानियाँ गुज़रानी?
फिरी परमेश्वरे उना जो अम्बरे दे तारे, चन्द्रमा, सूरजे जो अपणे देवतयां दे रुपे च पूजणे तांई छडी दिता, जियां परमेश्वरे दे संदेश देणेबालयां दीया कताबा च परमेश्वरे बोलया है, हे इस्राएल दे लोको, क्या तुसां सिर्फ मेरे तांई ही चालियां सालां दीकर सुनसान जगा च पशु बलि कने अन्नबली चड़ादें रे?
43 बल्कि तुम मोलक के ख़ेमे और रिफ़ान देवता के तारे को लिए फिरते थे, या'नी उन मूरतों को जिन्हें तुम ने सज्दा करने के लिए बनाया था। पस में तुम्हें बाबुल के परे ले जाकर बसाऊँगा।
नही, तुसां उस तम्बूऐ जो डोता जिदे च तुहाड़े देवता मोलेक दी मूर्ति थी; कने तुसां अपणे देवता रिफान दे तारे जो चुकया, मतलब की उना मूर्तियाँ जो जिना जो तुसां भक्ति करणे तांई बणाया था। इस तांई मैं तुहांजो बाबेल देश च गुलाम बनाणा।
44 शहादत का ख़ेमा वीराने में हमारे बाप दादा के पास था, जैसा कि मूसा से कलाम करने वाले ने हुक्म दिया था, जो नमूना तूने देखा है, उसी के मुवाफ़िक़ इसे बना।
गबाई दा तम्बू रेगिस्तान च साड़े पूर्वजां बिच था; जियां की परमेश्वरे मूसा जो बोलया, जड़ा अकार तू दिखया है, उदे सांई इसयो बणा।
45 उसी ख़ेमे को हमारे बाप दादा अगले बुज़ुर्गों से हासिल करके ईसा के साथ लाए जिस वक़्त उन क़ौमों की मिल्कियत पर क़ब्ज़ा किया जिनको ख़ुदा ने हमारे बाप दादा के सामने निकाल दिया, और वो दाऊद के ज़माने तक रहा।
बड़े सालां बाद उसी तम्बूऐ जो साड़े पूर्वज यहोशुऐ सोगी ऐथू लेई आये। उस बकत ऐ देश होरनी जातियां दे हथे च था, पर परमेश्वरे उना जो साड़े पूर्वजां दे सामणे ला कडी दिता, कने सै तम्बू राजा दाऊदे दे बकते दीकर रिया।
46 उस पर ख़ुदा की तरफ़ से फ़ज़ल हुआ, और उस ने दरख़्वास्त की, कि में याक़ूब के ख़ुदा के वास्ते घर तैयार करूँ।
दाऊद पर परमेश्वरे अनुग्रह किता; दाऊदे याकूब दे परमेश्वरे जो रेहणे तांई मंदर बणाने दी बीनती किती।
47 मगर सुलैमान ने उस के लिए घर बनाया।
पर जिनी परमेश्वरे दे मंदरे जो बणाया सै दाऊदे दा पुत्र सुलैमान था।
48 लेकिन ख़ुदा हाथ के बनाए हुए घरों में नहीं रहता चुनाँचे नबी कहता है कि
पर परमेश्वर हथा ने बणायो मंदरा च नी रेंदा है, जियां की यशायाह परमेश्वरे दे संदेश देणेबाले बोलया की,
49 ख़ुदावन्द फ़रमाता है, आसमान मेरा तख़्त और ज़मीन मेरे पाँव तले की चौकी है, तुम मेरे लिए कैसा घर बनाओगे, या मेरी आरामगाह कौन सी है?
परमेश्वर बोलदा है, स्वर्ग मेरा सिहांसन है कने धरती मेरे पैरां थल्ले दी चौंकी है, मेरे तांई तुसां कदिया मंदर बणांगे? कने मिंजो अराम करणे दी कुण देई जगा होणी?
50 क्या ये सब चीज़ें मेरे हाथ से नहीं बनी
मैं खुद स्वर्ग कने धरती दोनों जगा पर सब कुछ बणाया है।
51 ऐ गर्दन कशो, दिल और कान के नामख़्तूनों, तुम हर वक़्त रूह — उल — क़ुद्दूस की मुख़ालिफ़त करते हो; जैसे तुम्हारे बाप दादा करते थे, वैसे ही तुम भी करते हो।
“हे जिदी लोको, तुसां परमेश्वरे दियां गल्लां मनणे कने सुणने ला मना करदे न, तुसां हमेशा पबित्र आत्मा दा बिरोध करदे न। जियां तुहाड़े पूर्वज करदे थे, तियां ही तुसां भी करदे न।
52 नबियों में से किसको तुम्हारे बाप दादा ने नहीं सताया? उन्हों ने तो उस रास्तबाज़ के आने की पेश — ख़बरी देनेवालों को क़त्ल किया, और अब तुम उसके पकड़वाने वाले और क़ातिल हुए।
तुहाड़े पूर्वजां परमेश्वरे दे संदेश देणेबालयां चे हर कुसी जो सताया कने जिना ऐ भविष्यबांणी किती की मसीह जड़ा धर्मी है ओंणा है, उना जो भी मारी दिता, पर जालू मसीह आया, तां तुसां उसयो धोखा दिता कने उदी हत्या करी दिती।
53 तुम ने फ़रिश्तों के ज़रिए से शरी'अत तो पाई, पर अमल नहीं किया।
तुहांजो स्वर्गदूते दी बणाईयो व्यवस्था तां मिली, पर उदा तुसां पालन नी किता।”
54 जब उन्होंने ये बातें सुनीं तो जी में जल गए, और उस पर दाँत पीसने लगे।
ऐ गल्लां सुणीकरी यहूदी अगुवे स्तिफनुसे पर बड़े जादा गुस्सा होए कने स्तिफनुसे पर ददां जो पिणा लग्गे।
55 मगर उस ने रूह — उल — क़ुद्दूस से भरपूर होकर आसमान की तरफ़ ग़ौर से नज़र की, और ख़ुदा का जलाल और ईसा को ख़ुदा की दहनी तरफ़ खड़ा देख कर कहा।
पर स्तिफनुसे पबित्र आत्मा ने भरुई करी स्वर्गे पासे दिखया कने परमेश्वरे दिया महिमा जो कने यीशुऐ जो परमेश्वरे दे सजे पासे खड़ोतया दिखीकरी,
56 “देखो मैं आसमान को खुला, और इबने — आदम को ख़ुदा की दहनी तरफ़ खड़ा देखता हूँ”
बोलया, “दिखा, मैं स्वर्गे जो खुलया कने माणुऐ दे पुत्रे जो परमेश्वरे दे सजे पासे खड़ोतया दिखा दा है।”
57 मगर उन्होंने बड़े ज़ोर से चिल्लाकर अपने कान बन्द कर लिए, और एक दिल होकर उस पर झपटे।
जालू उना ऐ सब सुणया तालू उना जोरे ला चिलाया कने अपणे कना पर हथ रखी ले, ताकि सै स्तिफनुसे दी नी सुणन कने गिठे होईकरी स्तिफनुसे पर टूटी पे।
58 और शहर से बाहर निकाल कर उस पर पथराव करने लगे, और गवाहों ने अपने कपड़े साऊल नाम एक जवान के पाँव के पास रख दिए।
कने उसयो यरूशलेम शेहरे दे बाहर कडी करी पथर मारणा लग्गे, कने स्तिफनुसे पर इल्जाम लगाणे बाले लोकां अपणे बाहरे बाले कपड़े खोली करी शाऊले नाऐ दे जवान आदमिये बाल रखी दिते।
59 पस स्तिफ़नुस पर पथराव करते रहे, और वो ये कह कर दुआ करता रहा “ऐ ख़ुदावन्द ईसा मेरी रूह को क़ुबूल कर।”
कने सै स्तिफनुसे जो पथर मारदे रे, कने सै ऐ बोली करी प्राथना करदा रिया, “प्रभु यीशु, मेरिया आत्मा जो लेई ले।”
60 फिर उस ने घुटने टेक कर बड़ी आवाज़ से पुकारा, “ऐ ख़ुदावन्द ये गुनाह इन के ज़िम्मे न लगा।” और ये कह कर सो गया।
फिरी गोडे भार बेईकरी जोरे ने पुकारया, “प्रभु जी, इस पापे तांई इना जो सजा मत दिन्दे।” कने ऐ बोली करी मरी गिया।

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