< आमाल 22 >

1 ऐ भाइयों और बुज़ुर्गो, मेरी बात सुनो, जो अब तुम से बयान करता हूँ।
ଟଣ୍ଡାର୍‌ ଆରି ଆବାକାଦେର୍, “ଆନ୍‌ ନଙ୍ଗ୍‌ ମି ଲାଗେ ଇମ୍‌ଣି ନା ପାକ୍ୟାତାଂ ସାକି କାତା ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା, ହେଦାଂ ୱେନାଟ୍‌ ।”
2 जब उन्होंने सुना कि हम से इब्रानी ज़बान में बोलता है तो और भी चुप चाप हो गए। पस उस ने कहा।
ହେୱାନ୍‌ ହେୱାର୍‌ ଲାଗେ ଏବ୍ରି ବେରଣ୍‌ତ କାତା ଇନାକା ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ହେୱାର୍‌ ଆଦିକ୍‌ ଚିମ୍‌ରା ଆଜ଼ି ମାଚାର୍‌ । ହେବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାନ୍‌ ଇଚାନ୍‌,
3 मैं यहूदी हूँ, और किलकिया के शहर तरसुस में पैदा हुआ हूँ, मगर मेरी तरबियत इस शहर में गमलीएल के क़दमों में हुई, और मैंने बा'प दादा की शरी'अत की ख़ास पाबन्दी की ता'लीम पाई, और ख़ुदा की राह में ऐसा सरगर्म रहा था, जैसे तुम सब आज के दिन हो।
“ଆନ୍‌ ରକାଂ ଜିହୁଦି, କିଲିକିୟାନି ତାର୍ସତ ନାଦାଂ ଜଲମ୍‌, ମତର୍‌ ଆନ୍‌ ଇ ଗାଡ଼୍‌ଦ ପହାପାଲି ଆତାଙ୍ଗ୍‌ନା, ମା ଆବାଲାତ୍ରାତି ହାରୁ ବିଦି ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ଗମଲିୟେଲ୍‌ତି ମୁମ୍‌ଦ ତାରେନ୍‌ କୁଚ୍‌ଚି ହିକ୍ୟା ପାୟାତାଂନା, ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ୱିଜ଼ାକାଦେର୍‌ ନେଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଇନେସ୍‌ ୱାରି କାଦେର୍, ଇସ୍ୱର୍‌ତି ପାକ୍ୟାତ ଆନ୍‌ ପା ହେ ଲାକେ ଆଗେ ମାଚାଙ୍ଗ୍;
4 चुनाँचे मैंने मर्दों और औरतों को बाँध बाँधकर और क़ैदख़ाने में डाल डालकर मसीही तरीक़े वालों को यहाँ तक सताया है कि मरवा भी डाला।
ଆନ୍‌ ଇ ମାପ୍ରୁତି ହାଜ଼ିତ । ଆଣ୍ଡ୍ରେନ୍‌ ଆରି କଗ୍‍ଲେ ୱିଜ଼ାରିଂ ଗାଚ୍‌ଚି ଜଇଲ୍‌ତ ତୁହିଜି ହାନି ପାତେକ୍‌ କସ୍ଟ ହିଜ଼ି ମାଚାଙ୍ଗ୍ ।
5 चुनाँचे सरदार काहिन और सब बुज़ुर्ग मेरे गवाह हैं, कि उन से मैं भाइयों के नाम ख़त ले कर दमिश्क़ को रवाना हुआ, ताकि जितने वहाँ हों उन्हें भी बाँध कर येरूशलेम में सज़ा दिलाने को लाऊँ।
ନା ଇ କାତା ଜେ ହାତ୍‌ପା, ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନ୍‌ ଆରି ଗାଜା ସବାନି ବୁଡ଼ାଲୁର୍‌ ଇଦାଂ ନି ସାକି । ଇ ମାନାୟାରିଂ ବନ୍ଦି କିଜ଼ି ଆରି ହିକ୍‌ଡ଼ିଂତାଂ ଗାଚ୍‌ଚି ଦାଣ୍ଡ୍‌ କିନି କାଜିଂ ଜିରୁସାଲମ୍‌ତ ତାସି ୱାନି କାଜିଂ ଆନ୍‌ ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନ୍‌ତାଂ ଜିନାଜାଣା ଆକି ଅଜ଼ି ଦମ୍ମେସକ୍‌ତ ମାନି ଜିହୁଦି ଟଣ୍ଡାର୍‌ ଲାଗାଂ ହାଚାଙ୍ଗ୍‌ ।”
6 जब में सफ़र करता करता दमिश्क़ शहर के नज़दीक पहुँचा तो ऐसा हुआ कि दोपहर के क़रीब यकायक एक बड़ा नूर आसमान से मेरे आस — पास आ चमका।
ମତର୍‌ “ଆନ୍‌ ହାଲୁ ହାଲୁ ଦମ୍ମେସକ୍‌ନି ଲାଗେ ଆତିଲେ, ଆତିସ୍‌ ମୁଣ୍ଡାମେଦାନ୍‌ତ ହାଚାଟ୍ରେ ନା ଚାରିବେଣ୍‌ତାଂ ବାଦାଡ଼୍‌ତାଂ ଗାଜା ଅଜଡ଼୍‌ ଆତାତ୍‌ ।
7 और में ज़मीन पर गिर पड़ा, और ये आवाज़ सुनी कि “ऐ साऊल, ऐ साऊल। तू मुझे क्यूँ सताता है?”
ହେବେ ଆନ୍‌ ମେଦ୍ନିତ ଗୁର୍ତାଙ୍ଗ୍, ଆରେ ନା କାଜିଂ ଇ ବଚନ୍‌ ୱେଚାଙ୍ଗ୍‌, ସାଉଲ୍‌, ସାଉଲ୍‌, ଇନାକିଦେଂ ନାଙ୍ଗ୍‌ ଇଣ୍‌ କିଦ୍‌ନାୟା?”
8 मैं ने जवाब दिया कि ‘ऐ ख़ुदावन्द, तू कौन हैं?’ उस ने मुझ से कहा “मैं ईसा नासरी हूँ जिसे तू सताता है।”
ଆନ୍‌ ଉତର୍‌ ହିତାଂ, “ମାପ୍ରୁ, ଏନ୍‌ ଇମ୍‌ଣାକାୟ୍‌?” ଲାଗିଂ ହେୱାନ୍‌ ଇନ୍‍ଞ୍ଚାନ୍, “ଏନ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ନାଜରିତିୟ ଜିସୁତିଂ ନିନ୍ଦା କିନାୟା, ଆନ୍‌ ହେୱାଙ୍ଗ୍‌ ।”
9 और मेरे साथियों ने नूर तो देखा लेकिन जो मुझ से बोलता था, उस की आवाज़ न समझ सके।
ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ନା ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ମାଚାର୍‌, ହେୱାର୍‌ ହେ ଅଜଡ଼୍‌ ହୁଡ଼୍‌ତାର୍‌ ହାତ୍‌ପା, ମତର୍‌ ଇନେର୍‌ ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ କାତା ଇଞ୍ଚାର୍, ହେୱାନ୍ତି କାଟ୍‌ ୱେନ୍‍ୱାତାର୍ ।
10 मैं ने कहा, 'ऐ ख़ुदावन्द, मैं क्या करूँ? ख़ुदावन्द ने मुझ से कहा, “उठ कर दमिश्क़ में जा। और जो कुछ तेरे करने के लिए मुक़र्रर हुआ है, वहाँ तुझ से सब कहा जाए गा।”
ହେବେ ଆନ୍‌ ଇଚାଙ୍ଗ୍‌, “ମାପ୍ରୁ ଇନାକା କିନାଙ୍ଗ୍‌?” ଲାଗିଂ ମାପ୍ରୁ ନାଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଚାନ୍, “ନିଙ୍ଗା, ଦମ୍ମେସକ୍‌ତ ହାଲା, ଇସ୍ୱର୍‌ ଇମ୍‌ଣି ୱିଜ଼ୁ କାମାୟ୍‌ କିନି କାଜିଂ ନିଂ କିଆତାତ୍‍ନ୍ନା, ହେ ସବୁ ନିଂ ହେବେ ଇନ୍ୟାନାତ୍ ।”
11 जब मुझे उस नूर के जलाल की वजह से कुछ दिखाई न दिया तो मेरे साथी मेरा हाथ पकड़ कर मुझे दमिश्क़ में ले गए।
ହେ ଅଜଡ଼୍‌ନି ଜାଜ୍‌ମାଲ୍‌ କାଜିଂ ଆନ୍‌ ହୁଡ଼୍‌ଦେଂ ଆଡ୍‌ୱିତିଲେ, ନା ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ମାନି ଲକୁ ହୁଦାଂ ତାଂଜି ଦମ୍ମେସକ୍‌ତ ତାଇୱାତାର୍‌ ।
12 और हननियाह नाम एक शख़्स जो शरी'अत के मुवाफ़िक़ दीनदार और वहाँ के सब रहने वाले यहूदियों के नज़दीक नेक नाम था
“ହେ ଗାଡ଼୍‌ଦ ହନନିୟ ତର୍‌ ନି ସାକି ମାନାୟ୍‌ ମାଚାନ୍‌ । ହେୱାନ୍‌ ମା ବିଦି ପାଲି କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌ ଆରି ହେବେ ବାହା କିଜ଼ିମାନି ଜିହୁଦିର୍‌ ୱିଜ଼ାକାର୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ମାନି କିଜ଼ି ମାଚାର୍‌ ।
13 मेरे पास आया और खड़े होकर मुझ से कहा, 'भाई साऊल फिर बीना हो, उसी वक़्त बीना हो कर मैंने उस को देखा।
ନା ଲାଗେ ୱାଜ଼ି ଲାଗେ ନିଲ୍‌ଚି ନାଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଚାନ୍, ସାଉଲ୍‌ ‘ଟଣ୍ଡେନ୍‌, ହୁଡ଼୍‌ନି ସାକ୍ତି ଗାଟା ଆ ।’ ହେ ପାଦ୍‌ନା ଆନ୍‌ ହେୱାନିଂ ହୁଡ଼୍‌ତାଂ ।”
14 उस ने कहा, 'हमारे बाप दादा के ख़ुदा ने तुझ को इसलिए मुक़र्रर किया है कि तू उस की मर्ज़ी को जाने और उस रास्तबाज़ को देखे और उस के मुँह की आवाज़ सुने।
ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ଇଞ୍ଚାନ୍, “ମା ଆବାଲାତ୍ରାତି ଇସ୍ୱର୍‌ ହେୱାନ୍ତି ଇଚା ପୁଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ଆରି ହେ ଦାର୍ମି ଲଗାଂ ହୁଡ଼୍‌ଦେଂ କାଜିଂ, ଆରେ ହେୱାନ୍ତି ୱେଇଦାଂ କାତା ୱେଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ନିଂ ବାଚି କିତ୍‌ତାନ୍‌ନା,
15 क्यूँकि तू उस की तरफ़ से सब आदमियों के सामने उन बातों का गवाह होगा, जो तूने देखी और सुनी हैं।
ଇନାକିଦେଂକି ଏନ୍‌ ଇନା ଇନାକା ହୁଡ଼୍‍ତାୟ୍‍ନା ଆରି ୱେଚାୟ୍‍ନା, ହେ ସବୁ ବିସ୍ରେ ୱିଜ଼ୁ ଲକୁ ଲାଗେ ହେୱାନ୍ତି ସାକି ଆତାୟ୍‌ ।
16 अब क्यूँ देर करता है? उठ बपतिस्मा ले, और उस का नाम ले कर अपने गुनाहों को धो डाल।
ଆରେ, ନଙ୍ଗ୍‌ ଏନ୍‌ ଇନାକିଦେଂ ମାଲା ଆନାୟା? ନିଙ୍ଗା, ବାପ୍ତିସିମ୍‌ ଆ, ଆରେ ହେୱାନ୍ତି ତର୍‌ଦ ପାର୍ତାନା କିଜ଼ି ଜାର୍‌ ପାପ୍‌ ସବୁ ନୁଜ଼ିତୁହିୟା ।”
17 जब मैं फिर येरूशलेम में आकर हैकल में दुआ कर रहा था, तो ऐसा हुआ कि मैं बेख़ुद हो गया।
“ଇଦାଂ ପାଚେ ଆନ୍‌ ଜିରୁସାଲମ୍‌ତ ମାସ୍‍ଦି ୱାଜ଼ି ମନ୍ଦିର୍‌ତ ପାର୍ତାନା କିନି ୱେଡ଼ାଲିଂ କେଚ୍‌କଣ୍‌ତ ହୁଡ଼୍‌ତାଂ ।
18 और उस को देखा कि मुझ से कहता है, “जल्दी कर और फ़ौरन येरूशलेम से निकल जा, क्यूँकि वो मेरे हक़ में तेरी गवाही क़ुबूल न करेंगे।”
ମାପ୍ରୁଙ୍ଗ୍‌ କେଚ୍‌କଣ୍‌ତ ହୁଡ଼୍‌ତାଂ, ହେୱାନ୍‌ ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଇଞ୍ଚାନ୍, ମାଲା ଆୱାଦାଂ ବେଗି ଜିରୁସାଲମ୍‌ତାଂ ହସିହାଲା, ଇନାକିଦେଂକି ହେୱାର୍‌ ନା ବିସ୍ରେନି ସାକି ଇଡ୍‍ଡୁର୍ ।”
19 मैंने कहा, 'ऐ ख़ुदावन्द! वो ख़ुद जानते हैं, कि जो तुझ पर ईमान लाए हैं, उन को क़ैद कराता और जा'बजा इबादतख़ानों में पिटवाता था।
ହେବେଣ୍ଡାଂ ଆନ୍‌ ଇଚାଙ୍ଗ୍‌, “ମାପ୍ରୁ ଆନ୍‌ ଜେ ନି ତାକେ ପାର୍ତି କିନାକାରିଂ ପାର୍ତାନା ଇଲ୍‌ ଆସ୍ତି ବନ୍ଦିତ ତୁହିଜି ମାଚାଙ୍ଗ୍ ଆରି ଟ୍ରାକ୍‌ଚି ମାଚାଙ୍ଗ୍, ଇଦାଂ ହେୱାର୍‌ ନିଜେ ପୁନାର୍‌,
20 और जब तेरे शहीद स्तिफ़नुस का ख़ून बहाया जाता था, तो मैं भी वहाँ खड़ा था। और उसके क़त्ल पर राज़ी था, और उसके क़ातिलों के कपड़ों की हिफ़ाज़त करता था।
ଆରେ, ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ନି ସାକି ସ୍ତିପାନ୍‌ତିଂ ନେତେର୍‌ ହପ୍‌ୟା ଆଜ଼ି ମାଚାତ୍‌, ହେ ପାଦ୍‌ନା ଆନ୍‌ ପା ଲାଗେ ନିଲ୍‌ଚି ହେଦାଂ ରାଜି ମାଚାଙ୍ଗ୍, ଆରେ ଅସ୍ତାକାର୍ ହେନ୍ଦ୍ରା ଇଡ଼୍‌ଜି କାସି ମାଚାଙ୍ଗ୍ ।”
21 उस ने मुझ से कहा, “जा मैं तुझे ग़ैर क़ौमों के पास दूर दूर भेजूँगा।”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ମାପ୍ରୁ ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଇଞ୍ଚାନ୍, “ହାଲା ଇନାକିଦେଂକି ଆପ୍‌ ନିଂ ଦେହା ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ ଲାଗେ ପକ୍ତାନାପ୍ ।”
22 वो इस बात तक तो उसकी सुनते रहे फिर बुलन्द आवाज़ से चिल्लाए कि ऐसे शख़्स को ज़मीन पर से ख़त्म कर दे! उस का ज़िन्दा रहना मुनासिब नहीं,
ମାନାୟାର୍‌ ଇ ପାତେକ୍‌ ହେୱାନ୍ତି କାତା ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ଗାଜା ୱେଇଦାଂ ଇଚାର୍‌, “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ପୁର୍ତିତାଂ ଦେହା କିୟାଟ୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ତାଦାଂ ଜିଜ଼ି ମାନି ଲଡ଼ା ଆକାୟ୍‌ ।”
23 जब वो चिल्लाते और अपने कपड़े फ़ेंकते और ख़ाक उड़ाते थे।
ଆରେ, ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ହେୱାର୍‌ କିକିରାଡିଂ କିଜ଼ି ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ହେନ୍ଦ୍ରା ତୁହିଜି ବାଦାଡ଼୍‌ ନିପ ଦୁଡ଼ି ତୁହିଦେଂ ଲାଗାତାର୍‌,
24 तो पलटन के सरदार ने हुक्म दे कर कहा, कि उसे क़िले में ले जाओ, और कोड़े मार कर उस का इज़हार लो ताकि मुझे मा'लूम हो कि वो किस वजह से उसकी मुख़ालिफ़त में यूँ चिल्लाते हैं।
ହେ ଏଚେୱେଡ଼ାଲିଂ ହାଜାର୍‌ ମେଲ୍ୟାର୍‌ ହେୱାନିଂ ଗାଡ଼୍‌ ବିତ୍ରେ ଅଦେଂ ବଲ୍‌ ହିତାନ୍‌, ଆରେ, ଲକୁ ଇନାକିଦେଂ ତା ବିରୁଦ୍‌ତ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ କିକିରାଡିଂ କିନାରା, ଇଦାଂ ପୁଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ କର୍‌ଡା ଇଡ଼୍‌ନି ହୁଦାଂ ତା ପରିକ୍ୟା କିନି କାଜିଂ ବଲ୍‌ ହିତାନ୍‌ ।
25 जब उन्होंने उसे रस्सियों से बाँध लिया तो, पौलुस ने उस सिपाही से जो पास खड़ा था कहा, “ख़ुदावन्द क्या तुम्हें जायज़ है कि एक रोमी आदमी को कोड़े मारो और वो भी क़ुसूर साबित किए बग़ैर?”
ମାତର୍‌ ହେୱାର୍‌ ହେୱାନିଂ ଡରି ଗାଚ୍‌ନି ସମୁତ ପାଉଲ୍‌ ହେବେ ମାନି ରୱାନ୍‌ ମୁସ୍ତିଦାର୍‍ତିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଇମ୍‌ଣି ପାପ୍‌ତ ଇ ପାତେକ୍‌ ବିଚାର୍‌ କିୟାୱାଦାଂ ମାନି ରୱାନ୍‌ ରମିୟ ଦାଙ୍ଗ୍‌ଣେନ୍‌ତିଂ କର୍‌ଡା ଇଡ଼୍‌ନାକା ଇନାକା ବିଦି?”
26 सिपाही ये सुन कर पलटन के सरदार के पास गया और उसे ख़बर दे कर कहा, तू क्या करता है? ये तो रोमी आदमी है।
ହେ ପାଞ୍ଚ୍‌କଡ଼ି ମୁସ୍ତିଦାର୍ ଇଦାଂ ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ହାଜାର୍‌ ମୁସ୍ତିଦାର୍‍ତ ଲାଗେ ହାଲ୍‌ଜି ତାଙ୍ଗ୍‌ ହେ କାତା ୱେଚ୍‌ଚି ଇଚାନ୍‌, “ଏନ୍‌ ଇନାକା କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ହାନାୟା? ଇୱାନ୍ତ ରୱାନ୍‌ ରମିୟ ।”
27 पलटन के सरदार ने उस के पास आकर कहा, मुझे बता तो क्या तू रोमी है? उस ने कहा, हाँ।
ହେବେଣ୍ଡାଂ ହାଜାର୍‌ ମୁସ୍ତିଦାର୍ ୱାଜ଼ି ତାଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, ନାଙ୍ଗ୍‌ ୱେଚ୍‌ଚା, “ଏନ୍‌ କି ରକାୟ୍‌ ରମିୟ? ପାଉଲ୍‌ ଇଚାନ୍‌ ଆଁ ।”
28 पलटन के सरदार ने जवाब दिया कि मैं ने बड़ी रक़म दे कर रोमी होने का रुत्बा हासिल किया पौलुस ने कहा, “मैं तो पैदाइशी हूँ।”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ହାଜାର୍‌ ମୁସ୍ତିଦାର୍ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “ବେସି ଡାବୁଙ୍ଗ୍‌ ହିିଜ଼ି ଇ ପାଦ୍‌ ପାୟାତାଂନା । ପାଉଲ୍‌ ଇଚାନ୍‌, ମତର୍‌ ଆନ୍‌ ଜଲମ୍‌ତାଂ ରମିୟ ଦାଂଣାର୍‌ ।”
29 पस, जो उस का इज़हार लेने को थे, फ़ौरन उस से अलग हो गए। और पलटन का सरदार भी ये मा'लूम करके डर गया, कि जिसको मैंने बाँधा है, वो रोमी है।
ୱାଟିଙ୍ଗ୍‌ ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ପରିକ୍ୟା କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ସେସ୍ଟା କିଜ଼ି ମାଚାର୍, ହେୱାର୍‌ ହେ ଦାପ୍ରେ ହେବେତାଂ ଚିମ୍ରା ଆତାର୍‌, ଆରେ ହାଜାର୍‌ ମୁସ୍ତିଦାର୍ ପା ହେୱାନ୍‌ ଜେ ରୱାନ୍‌ ରମିୟ, ଇଦାଂ ବୁଜାତିଲେ ଆରି ତାଙ୍ଗ୍‌ ଗାଚ୍‍ଚେଂ ପାଣ୍ଡ୍ରା ଆତାର୍‌ ।
30 सुबह को ये हक़ीक़त मा'लूम करने के इरादे से कि यहूदी उस पर क्या इल्ज़ाम लगाते हैं। उस ने उस को खोल दिया। और सरदार काहिन और सब सद्र — ए — आदालत वालों को जमा होने का हुक्म दिया, और पौलुस को नीचे ले जाकर उनके सामने खड़ा कर दिया।
ମତର୍‌ ଇନାକିଦେଂ ହେୱାନ୍‌ ଜିହୁଦିର୍‌ତି ହୁଦାଂ ଦାବା ଆତାନ୍ନା, ହେଦାଂ ହାତ୍‌ପା ରଚେ ପୁଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାତ ହେୱାନ୍‌ ତା ଆର୍କାତ୍‌ ନାଜିଂ ହେୱାନ୍ତି ଗାଟି ରିକ୍‌ଚି ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନ୍‌ ଆରି ସବୁ ଗାଜା ସବାତିଂ ରବେ ୱାନି କାଜିଂ ବଲ୍‌ ହିତାନ୍‌, ଆରେ ପାଉଲ୍‌ତିଂ ଅସି ହେୱାର୍‌ ମୁମ୍‌ଦ ନିଲି କିତାର୍‌ ।

< आमाल 22 >