< 1 तवा 2 >
1 यह बनी इस्राईल हैं: रूबिन, शमौन, लावी, यहूदाह, इश्कार और ज़बूलून,
१इस्राएल के ये पुत्र हुए; रूबेन, शिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार, जबूलून,
2 दान, यूसुफ़, और बिनयमीन, नफ़्ताली, जद्द और आशर।
२दान, यूसुफ, बिन्यामीन, नप्ताली, गाद और आशेर।
3 'एर और ओनान और सीला, यह यहूदाह के बेटे हैं; यह तीनों उससे एक कना'नी 'औरत बतसू'अ के बत्न से पैदा हुए। और यहूदाह का पहलौठा 'एर ख़ुदावंद की नज़र में एक शरीर था, इसलिए उसने उसको मार डाला;
३यहूदा के ये पुत्र हुए एर, ओनान और शेला, उसके ये तीनों पुत्र, शूआ नामक एक कनानी स्त्री की बेटी से उत्पन्न हुए। और यहूदा का जेठा एर, यहोवा की दृष्टि में बुरा था, इस कारण उसने उसको मार डाला।
4 और उसकी बहू तमर के उससे फ़ारस और ज़ारह हुए। यहूदाह के कुल पांच बेटे थे।
४यहूदा की बहू तामार से पेरेस और जेरह उत्पन्न हुए। यहूदा के कुल पाँच पुत्र हुए।
5 और फ़ारस के बेटे हसरोन और हमूल थे।
५पेरेस के पुत्र: हेस्रोन और हामूल।
6 और ज़ारह के बेटे: ज़िमरी और ऐतान, हैमान और कलकूल और दारा', या'नी कुल पाँच थे।
६और जेरह के पुत्र: जिम्री, एतान, हेमान, कलकोल और दारा सब मिलकर पाँच पुत्र हुए।
7 और इस्राईल का दुख देने वाला 'अकर जिसने मख़्सूस की हुई चीज़ों में ख़यानत की, करमी का बेटा था;
७फिर कर्मी का पुत्र: आकार जो अर्पण की हुई वस्तु के विषय में विश्वासघात करके इस्राएलियों को कष्ट देनेवाला हुआ।
8 और ऐतान का बेटा 'अज़रियाह था।
८और एतान का पुत्र: अजर्याह।
9 और हसरोन के बेटे जो उससे पैदा हुए यह हैं: यरहमिएल और राम और कुलूबी।
९हेस्रोन के जो पुत्र उत्पन्न हुए यरहमेल, राम और कलूबै।
10 और राम से 'अम्मीनदाब पैदा हुआ और 'अम्मीनदाब से नहसोन पैदा हुआ, जो बनी यहूदाह का सरदार था।
१०और राम से अम्मीनादाब और अम्मीनादाब से नहशोन उत्पन्न हुआ जो यहूदा वंशियों का प्रधान बना।
11 और नहसोन से सलमा पैदा हुआ और सलमा से बो'अज़ पैदा हुआ।
११और नहशोन से सल्मा और सल्मा से बोअज;
12 और बो'अज़ से 'ओबेद पैदा हुआ और 'ओबेद से यस्सी पैदा हुआ।
१२और बोअज से ओबेद और ओबेद से यिशै उत्पन्न हुआ।
13 यस्सी से उसका पहलौठा 'इलियाब पैदा हुआ, और अबीनदाब दूसरा, और सिमआ तीसरा,
१३और यिशै से उसका जेठा एलीआब और दूसरा अबीनादाब तीसरा शिमा,
14 नतनिएल चौथा, रद्दी पाँचवाँ,
१४चौथा नतनेल और पाँचवाँ रद्दैं।
15 'ओज़म छठा, दाऊद सातवाँ,
१५छठा ओसेम और सातवाँ दाऊद उत्पन्न हुआ।
16 और उनकी बहनें ज़रोयाह और अबीजेल थीं। अबीशै और योआब और 'असाहेल, यह तीनों ज़रुयाह के बेटे हैं।
१६इनकी बहनें सरूयाह और अबीगैल थीं। और सरूयाह के पुत्र अबीशै, योआब और असाहेल ये तीन थे।
17 और अबीजेल से 'अमासा पैदा हुआ, और 'अमासा का बाप इस्माईली यतर था।
१७और अबीगैल से अमासा उत्पन्न हुआ, और अमासा का पिता इश्माएली येतेर था।
18 और हसरोन के बेटे कालिब से, उसकी बीवी 'अजूबाह और यरी'ओत के औलाद पैदा हुई। अजूबाह के बेटे यह हैं: यशर और सूबाब और अरदून।
१८हेस्रोन के पुत्र कालेब के अजूबा नामक एक स्त्री से, और यरीओत से बेटे उत्पन्न हुए; और इसके पुत्र ये हुए; अर्थात् येशेर, शोबाब और अर्दोन।
19 और 'अजूबाह मर गई, और कालिब ने इफ़रात को ब्याह लिया जिसके बत्न से हूर पैदा हुआ।
१९जब अजूबा मर गई, तब कालेब ने एप्राता को ब्याह लिया; और जिससे हूर उत्पन्न हुआ।
20 और हूर से ऊरी पैदा हुआ और ऊरी से बज़लिएल पैदा हुआ।
२०और हूर से ऊरी और ऊरी से बसलेल उत्पन्न हुआ।
21 उसके बाद हसरोन जिल'आद के बाप मकीर की बेटी के पास गया; जिससे उसने साठ बरस की उम्र में ब्याह किया था और उसके बत्न से शजूब पैदा हुआ।
२१इसके बाद हेस्रोन गिलाद के पिता माकीर की बेटी के पास गया, जिसे उसने तब ब्याह लिया, जब वह साठ वर्ष का था; और उससे सगूब उत्पन्न हुआ।
22 और शजूब से याईर पैदा हुआ। जो मुल्क — ए — जिल'आद में तेईस शहरों का मालिक था।
२२और सगूब से याईर जन्मा, जिसके गिलाद देश में तेईस नगर थे।
23 और जसूर और अराम ने याईर के शहरों को और क़नात को म'ए उसके क़स्बों के या'नी साठ शहरों को उन से ले लिया। यह सब जिल'आद के बाप मकीर के बेटे थे।
२३और गशूर और अराम ने याईर की बस्तियों को और गाँवों समेत कनात को, उनसे ले लिया; ये सब नगर मिलकर साठ थे। ये सब गिलाद के पिता माकीर के पुत्र थे।
24 और हसरोन के कालिब इफ़राता में मर जाने के बाद हसरोन की बीवी अबियाह के उससे अशूर पैदा हुआ जो तक़ू'अ का बाप था।
२४और जब हेस्रोन कालेब एप्राता में मर गया, तब उसकी अबिय्याह नामक स्त्री से अशहूर उत्पन्न हुआ जो तकोआ का पिता हुआ।
25 और हसरोन के पहलौठे, यरहमिएल के बेटे यह हैं: राम जो उसका पहलौठा था और बूना और ओरन और ओज़म और अखि़याह।
२५और हेस्रोन के जेठे यरहमेल के ये पुत्र हुए अर्थात् राम जो उसका जेठा था; और बूना, ओरेन, ओसेम और अहिय्याह।
26 और यरहमिएल की एक और बीवी थी जिसका नाम 'अतारा था। वह ओनाम की माँ थी।
२६और यरहमेल की एक और पत्नी थी, जिसका नाम अतारा था; वह ओनाम की माता थी।
27 और यरहमिएल के पहलौठे राम के बेटे मा'ज़ और यमीन 'एकर थे।
२७और यरहमेल के जेठे राम के ये पुत्र हुए, अर्थात् मास, यामीन और एकेर।
28 और ओनाम के बेटे: सम्मी और यदा'; और सम्मी के बेटे: नदब और अबीसूर थे।
२८और ओनाम के पुत्र शम्मै और यादा हुए। और शम्मै के पुत्र नादाब और अबीशूर हुए।
29 और अबीसूर की बीवी का नाम अबीख़ैल था। उसके बत्न से अख़बान और मोलिद पैदा हुए।
२९और अबीशूर की पत्नी का नाम अबीहैल था, और उससे अहबान और मोलीद उत्पन्न हुए।
30 और नदब के बेटे: सिलिद अफ़्फ़ाईम थे लेकिन सिलिद बे औलाद मर गया।
३०और नादाब के पुत्र सेलेद और अप्पैम हुए; सेलेद तो निःसन्तान मर गया और अप्पैम का पुत्र यिशी
31 और अफ़्फ़ाईम का बेटा यस'ई; और यस'ई का बेटा सीसान; और सीसान का बेटा अख़ली था।
३१और यिशी का पुत्र शेशान और शेशान का पुत्र: अहलै।
32 और सम्मी के भाई यदा' के बेटे: यतर और यूनतन थे; और यतर बे औलाद मर गया।
३२फिर शम्मै के भाई यादा के पुत्र: येतेर और योनातान हुए; येतेर तो निःसन्तान मर गया।
33 और यूनतन के बेटे: फ़लत और ज़ाज़ा; यह यरहमिएल के बेटे थे।
३३योनातान के पुत्र पेलेत और जाजा; यरहमेल के पुत्र ये हुए।
34 और सीसान के बेटे नहीं सिर्फ़ बेटियाँ थीं और सीसान का एक मिस्री नौकर यरख़ा' नामी था।
३४शेशान के तो बेटा न हुआ, केवल बेटियाँ हुईं। शेशान के पास यर्हा नामक एक मिस्री दास था।
35 इसलिए सीसान ने अपनी बेटी को अपने नौकर यरख़ा' से ब्याह दिया, और उसके उससे 'अत्ती पैदा हुआ।
३५और शेशान ने उसको अपनी बेटी ब्याह दी, और उससे अत्तै उत्पन्न हुआ।
36 और अत्ती से नातन पैदा हुआ, और नातन से ज़ाबा'द पैदा हुआ,
३६और अत्तै से नातान, नातान से जाबाद,
37 और ज़ाबा'द से इफ़लाल पैदा हुआ और इफ़लाल से 'ओबेद पैदा हुआ।
३७जाबाद से एपलाल, एपलाल से ओबेद,
38 और 'ओबेद से याहू पैदा हुआ और याहू से 'अज़रयाह पैदा हुआ
३८ओबेद से येहू, येहू से अजर्याह,
39 और अज़रयाह से ख़लस पैदा हुआ, और ख़लस से इलि, आसा पैदा हुआ,
३९अजर्याह से हेलेस, हेलेस से एलासा,
40 और इलि'आसा से सिसमी पैदा हुआ, और सिसमी से सलूम पैदा हुआ।
४०एलासा से सिस्मै, सिस्मै से शल्लूम,
41 और सलूम से यक़मियाह पैदा हुआ और यक़मियाह से इलीसमा' पैदा हुआ।
४१शल्लूम से यकम्याह और यकम्याह से एलीशामा उत्पन्न हुए।
42 यरहमिएल के भाई कालिब के बेटे यह हैं: मीसा उसका पहलौठा जो ज़ीफ़ का बाप है, और हबरून के बाप मरीसा के बेटे।
४२फिर यरहमेल के भाई कालेब के ये पुत्र हुए अर्थात् उसका जेठा मेशा जो जीप का पिता हुआ। और मारेशा का पुत्र हेब्रोन भी उसी के वंश में हुआ।
43 और बनी हबरून: क़ोरह और तफ़्फ़ूह और रक़म और समा' थे।
४३और हेब्रोन के पुत्र कोरह, तप्पूह, रेकेम और शेमा।
44 और समा' से युरक़'आम का बाप रख़म पैदा हुआ, और रख़म से सम्मी पैदा हुआ।
४४और शेमा से योर्काम का पिता रहम और रेकेम से शम्मै उत्पन्न हुआ था।
45 और सम्मी का बेटा: म'ऊन था और म'ऊन बैतसूर का बाप था।
४५और शम्मै का पुत्र माओन हुआ; और माओन बेतसूर का पिता हुआ।
46 और कालिब की हरम ऐफ़ा से हरान और मौज़ा और जाज़िज़ पैदा हुए और हारान से जाज़िज़ पैदा हुआ।
४६फिर एपा जो कालेब की रखैल थी, उससे हारान, मोसा और गाजेज उत्पन्न हुए; और हारान से गाजेज उत्पन्न हुआ।
47 और बनी यहदी: रजम और यूताम और जसाम और फ़लत और 'ऐफ़ा और शा'फ़ थे।
४७फिर याहदै के पुत्र रेगेम, योताम, गेशान, पेलेत, एपा और शाप।
48 और कालिब की हरम मा'का से शिब्बर और तिरहनाह पैदा हुए।
४८और माका जो कालेब की रखैल थी, उससे शेबेर और तिर्हाना उत्पन्न हुए।
49 उसी के बत्न से मदमन्नाह का बाप शा'फ़ और मकबीना का बाप सिवा और रहज और रिजबा' का बाप भी पैदा हुए; और कालिब की बेटी 'अकसा थी।
४९फिर उससे मदमन्ना का पिता शाप और मकबेना और गिबा का पिता शवा उत्पन्न हुए। और कालेब की बेटी अकसा थी।
50 कालिब के बेटे यह थे। इफ़राता के पहलौठे हूर का बेटा क़रयत — या'रीम का बाप सोबल,
५०कालेब के वंश में ये हुए। एप्राता के जेठे हूर का पुत्र: किर्यत्यारीम का पिता शोबाल,
51 बैतलहम का बाप सलमा, और बैतजादिर का बाप ख़ारीफ़।
५१बैतलहम का पिता सल्मा और बेतगादेर का पिता हारेप।
52 और क़रयत — यारीम के बाप सोबल के बेटे ही बेटे थे; हराई और मनोख़ोत के आधे लोग।
५२और किर्यत्यारीम के पिता शोबाल के वंश में हारोए आधे मनुहोतवासी,
53 और क़रयत या'रीम के घराने यह थे: इतरी और फ़ूती और सुमाती और मिस्रा'ई इन्हीं से सुर'अती और इश्तावली निकले हैं।
५३और किर्यत्यारीम के कुल अर्थात् येतेरी, पूती, शूमाती और मिश्राई और इनसे सोराई और एश्ताओली निकले।
54 बनी सलमा यह थे: बैतलहम और नतूफ़ाती और 'अतरात — बैतयुआब और मनूख़तियों के आधे लोग और सुर'ई,
५४फिर सल्मा के वंश में बैतलहम और नतोपाई, अत्रोतबेत्योआब और आधे मानहती, सोरी।
55 और या'बीज़ के रहने वाले मुन्शियों के घराने, तिर'आती और सम'आती और सौकाती; यह वह क़ीनी हैं जो रैकाब के घराने के बाप हमात की नसल से थे।
५५याबेस में रहनेवाले लेखकों के कुल अर्थात् तिराती, शिमाती और सूकाती हुए। ये रेकाब के घराने के मूलपुरुष हम्मत के वंशवाले केनी हैं।