< Salmos 16 >

1 Guárdame, o! Dios: porque en ti he confiado.
ऐ ख़ुदा मेरी हिफ़ाज़त कर, क्यूँकि मैं तुझ ही में पनाह लेता हूँ।
2 Dijiste, o! alma mía, a Jehová: Tú eres, Señor; mi bien no viene a ti:
मैंने ख़ुदावन्द से कहा “तू ही रब है तेरे अलावा मेरी भलाई नहीं।”
3 A los santos que están en la tierra, y a los fuertes, toda mi voluntad en ellos.
ज़मीन के पाक लोग वह बरगुज़ीदा हैं, जिनमें मेरी पूरी ख़ुशनूदी है।
4 Multiplicarán sus dolores de los que se apresuraren tras otro dios; no derramaré sus derramaduras de sangre, ni tomaré sus nombres en mis labios.
गै़र मा'बूदों के पीछे दौड़ने वालों का ग़म बढ़ जाएगा; मैं उनके से खू़न वाले तपावन नहीं तपाऊँगा और अपने होटों से उनके नाम नहीं लूँगा।
5 Jehová la porción de mi parte, y de mi vaso: tú sustentarás mi suerte.
ख़ुदावन्द ही मेरी मीरास और मेरे प्याले का हिस्सा है; तू मेरे बख़रे का मुहाफ़िज़ है।
6 Las cuerdas me cayeron en lugares deleitosos: asimismo la heredad se hermoseó sobre mí.
जरीब मेरे लिए दिलपसंद जगहों में पड़ी, बल्कि मेरी मीरास खू़ब है।
7 Bendeciré a Jehová, que me aconseja; aun en las noches me enseñan mis riñones.
मैं ख़ुदावन्द की हम्द करूँगा, जिसने, मुझे नसीहत दी है; बल्कि मेरा दिल रात को मेरी तरबियत करता है
8 A Jehová he puesto delante de mí siempre: porque estando él a mi diestra, no seré conmovido.
मैंने ख़ुदावन्द को हमेशा अपने सामने रख्खा है; चूँकि वह मेरे दहने हाथ है, इसलिए मुझे जुम्बिश न होगी।
9 Por tanto se alegró mi corazón, y se gozó mi gloria: también mi carne reposará segura.
इसी वजह से मेरा दिल खु़श और मेरी रूह शादमान है; मेरा जिस्म भी अम्न — ओ — अमान में रहेगा।
10 Porque no dejarás mi alma en el sepulcro: ni darás tu Santo para que vea corrupción. (Sheol h7585)
क्यूँकि तू न मेरी जान को पाताल में रहने देगा, न अपने मुक़द्दस को सड़ने देगा। (Sheol h7585)
11 Hacerme has saber la senda de la vida, hartura de alegrías hay con tu rostro: deleites en tu diestra para siempre.
तू मुझे ज़िन्दगी की राह दिखाएगा; तेरे हुज़ूरमें कामिल शादमानी है। तेरे दहने हाथ में हमेशा की खु़शी है।

< Salmos 16 >