< Salmos 29 >

1 ¡Tributen a Yavé, oh hijos de los poderosos! ¡Tributen a Yavé la gloria y el poder!
ऐ फ़रिश्तों की जमा'त ख़ुदावन्द की, ख़ुदावन्द ही की तम्जीद — ओ — ता'ज़ीम करो।
2 ¡Tributen a Yavé la gloria debida a su Nombre! ¡Póstrense ante Yavé en el esplendor de la santidad!
ख़ुदावन्द की ऐसी तम्जीद करो, जो उसके नाम के शायाँ है। पाक आराइश के साथ ख़ुदावन्द को सिज्दा करो।
3 Voz de Yavé sobre las aguas: ¡El ʼElohim de gloria truena! ¡Yavé está sobre muchas aguas!
ख़ुदावन्द की आवाज़ बादलों पर है; ख़ुदा — ए — जुलजलाल गरजता है, ख़ुदावन्द पानी से भरे बादलों पर है।
4 Voz de Yavé es poderosa, Voz de Yavé es majestuosa.
ख़ुदावन्द की आवाज़ में क़ुदरत है; ख़ुदावन्द की आवाज़ में जलाल है।
5 Voz de Yavé que quiebra los cedros, Yavé destroza los cedros del Líbano.
ख़ुदावन्द की आवाज़ देवदारों को तोड़ डालती है; बल्कि ख़ुदावन्द लुबनान के देवदारों को टुकड़े टुकड़े कर देता है।
6 Él hace saltar al Líbano como un becerro.
वह उनको बछड़े की तरह, लुबनान और सिरयून को जंगली बछड़े की तरह कुदाता है।
7 Voz de Yavé que enciende llamaradas.
ख़ुदावन्द की आवाज़ आग के शो'लों को चीरती है।
8 Voz de Yavé que estremece el desierto. Yavé sacude al desierto de Cades.
ख़ुदावन्द की आवाज़ वीरान को हिला देती है; ख़ुदावन्द क़ादिस के वीरान को हिला डालता है।
9 Voz de Yavé que estremece los robles y desnuda los bosques. En su Templo todos proclaman su gloria.
ख़ुदावन्द की आवाज़ से हिरनीयों के हमल गिर जाते हैं; और वह जंगलों को बेबर्ग कर देती है; उसकी हैकल में हर एक जलाल ही जलाल पुकारता है।
10 Yavé preside en el diluvio. Yavé se sienta como Rey para siempre.
ख़ुदावन्द तूफ़ान के वक़्त तख़्तनशीन था; बल्कि ख़ुदावन्द हमेशा तक तख़्तनशीन है।
11 Yavé dará fortaleza a su pueblo. Yavé bendecirá a su pueblo con paz.
ख़ुदावन्द अपनी उम्मत को ज़ोर बख़्शेगा; ख़ुदावन्द अपनी उम्मत को सलामती की बरकत देगा।

< Salmos 29 >