< Псалтирь 24 >
1 Господня земля, и исполнение ея, вселенная и вси живущии на ней.
ज़मीन और उसकी मा'मुरी ख़ुदावन्द ही की है, जहान और उसके बाशिन्दे भी।
2 Той на морях основал ю есть и на реках уготовал ю есть.
क्यूँकि उसने समन्दरों पर उसकी बुनियाद रख्खी और सैलाबों पर उसे क़ाईम किया।
3 Кто взыдет на гору Господню? Или кто станет на месте святем Его?
ख़ुदावन्द के पहाड़ पर कौन चढ़ेगा? और उसके पाक मक़ाम पर कौन खड़ा होगा?
4 Неповинен рукама и чист сердцем, иже не прият всуе душу свою и не клятся лестию искреннему своему:
वही जिसके हाथ साफ़ हैं और जिसका दिल पाक है, जिसने बकवास पर दिल नहीं लगाया, और मक्र से क़सम नहीं खाई।
5 сей приимет благословение от Господа и милостыню от Бога Спаса своего.
वह ख़ुदावन्द की तरफ़ से बरकत पाएगा, हाँ अपने नजात देने वाले ख़ुदा की तरफ़ से सदाक़त।
6 Сей род ищущих Господа, ищущих лице Бога Иаковля.
यही उसके तालिबों की नसल है, यही तेरे दीदार के तलबगार हैं या'नी या'क़ूब। (सिलाह)
7 Возмите врата князи ваша, и возмитеся врата вечная: и внидет Царь славы.
ऐ फाटको, अपने सिर बुलन्द करो। ऐ अबदी दरवाज़ो, ऊँचे हो जाओ! और जलाल का बादशाह दाख़िल होगा।
8 Кто есть сей Царь славы? Господь крепок и силен, Господь силен в брани.
यह जलाल का बादशाह कौन है? ख़ुदावन्द जो क़वी और क़ादिर है, ख़ुदावन्द जो जंग में ताक़तवर है!
9 Возмите врата князи ваша, и возмитеся врата вечная: и внидет Царь славы.
ऐ फाटको, अपने सिर बुलन्द करो! ऐ अबदी दरवाज़ो, उनको बुलन्द करो! और जलाल का बादशाह दाख़िल होगा।
10 Кто есть сей Царь славы? Господь сил, Той есть царь славы.
यह जलाल का बादशाह कौन है? लश्करों का ख़ुदावन्द, वही जलाल का बादशाह है। (सिलाह)