< اِپھِشِنَح 5 >
اَتو یُویَں پْرِیَبالَکا اِویشْوَرَسْیانُکارِنو بھَوَتَ، | 1 |
परमेश्वर की प्रेम पात्र संतान होने के नाते, तुम परमेश्वर के पीछे चलनेवाले बनो.
کھْرِیشْٹَ اِوَ پْریماچارَں کُرُتَ چَ، یَتَح سوسْماسُ پْریمَ کرِتَوانْ اَسْماکَں وِنِمَیینَ چاتْمَنِویدَنَں کرِتْوا گْراہْیَسُگَنْدھارْتھَکَمْ اُپَہارَں بَلِنْچیشْوَراچَ دَتَّوانْ۔ | 2 |
तुम्हारा स्वभाव प्रेममय हो, जिस प्रकार मसीह ने तुमसे प्रेम किया है. वह हमारे लिए परमेश्वर के सामने स्वयं मनमोहक सुगंधित भेंट व बलि हो गए.
کِنْتُ ویشْیاگَمَنَں سَرْوَّوِدھاشَوچَکْرِیا لوبھَشْچَیتیشامْ اُچّارَنَمَپِ یُشْماکَں مَدھْیے نَ بھَوَتُ، ایتَدیوَ پَوِتْرَلوکانامْ اُچِتَں۔ | 3 |
जैसा कि पवित्र लोगों के लिए सही है, तुम्हारे बीच व्यभिचारिता, किसी भी प्रकार की मलिनता और किसी भी प्रकार के लोभ का वर्णन तक न हो.
اَپَرَں کُتْسِتالاپَح پْرَلاپَح شْلیشوکْتِشْچَ نَ بھَوَتُ یَتَ ایتانْیَنُچِتانِ کِنْتْوِیشْوَرَسْیَ دھَنْیَوادو بھَوَتُ۔ | 4 |
और न ही तुम्हारे बीच निर्लज्जता और मूर्खता भरी बातचीत या अश्लील मज़ाक हो, जो हमेशा ही व्यर्थ है परंतु तुम्हारे बीच धन्यवाद ही सुना जाए.
ویشْیاگامْیَشَوچاچارِی دیوَپُوجَکَ اِوَ گَنْیو لوبھِی چَیتیشاں کوشِ کھْرِیشْٹَسْیَ راجْیےرْتھَتَ اِیشْوَرَسْیَ راجْیے کَمَپْیَدھِکارَں نَ پْراپْسْیَتِیتِ یُشْمابھِح سَمْیَکْ جْنایَتاں۔ | 5 |
क्योंकि तुम यह अच्छी तरह से जानते हो कि किसी भी व्यभिचारी, मलिन तथा लोभी व्यक्ति का, जो मूर्तिपूजक ही है, मसीह और परमेश्वर के राज्य में मीरास नहीं है.
اَنَرْتھَکَواکْیینَ کوپِ یُشْمانْ نَ وَنْچَیَتُ یَتَسْتادرِگاچارَہیتورَناجْناگْراہِشُ لوکیشْوِیشْوَرَسْیَ کوپو وَرْتَّتے۔ | 6 |
कोई तुम्हें व्यर्थ की बातों के जाल में न फंसा पाए क्योंकि इन सबके कारण अनाज्ञाकारी व्यक्ति परमेश्वर के क्रोध के भागी होते हैं.
تَسْمادْ یُویَں تَیح سَہَبھاگِنو نَ بھَوَتَ۔ | 7 |
इसलिये उनके सहभागी न बनो.
پُورْوَّں یُویَمْ اَنْدھَکارَسْوَرُوپا آدھْوَں کِنْتْوِدانِیں پْرَبھُنا دِیپْتِسْوَرُوپا بھَوَتھَ تَسْمادْ دِیپْتیح سَنْتانا اِوَ سَماچَرَتَ۔ | 8 |
इसके पहले तुम अंधकार थे, मगर अब प्रभु में ज्योति हो. इसलिये ज्योति की संतान की तरह स्वभाव करो.
دِیپْتے رْیَتْ پھَلَں تَتْ سَرْوَّوِدھَہِتَیشِتایاں دھَرْمّے سَتْیالاپے چَ پْرَکاشَتے۔ | 9 |
(क्योंकि ज्योति का फल सब प्रकार की धार्मिकता, सदाचार और सच में है)
پْرَبھَوے یَدْ روچَتے تَتْ پَرِیکْشَدھْوَں۔ | 10 |
यह डूंढ़ो कि हमारे किन कामों से प्रभु संतुष्ट होते हैं.
یُویَں تِمِرَسْیَ وِپھَلَکَرْمَّنامْ اَںشِنو نَ بھُوتْوا تیشاں دوشِتْوَں پْرَکاشَیَتَ۔ | 11 |
अंधकार के निष्फल कामों में शामिल न हो परंतु उन्हें संकोच प्रकाश में लाओ.
یَتَسْتے لوکا رَہَمِ یَدْ یَدْ آچَرَنْتِ تَدُچّارَنَمْ اَپِ لَجّاجَنَکَں۔ | 12 |
उन कामों की तो चर्चा करना भी लज्जास्पद है, जो अनाज्ञाकारियों द्वारा गुप्त में किए जाते हैं.
یَتو دِیپْتْیا یَدْ یَتْ پْرَکاشْیَتے تَتْ تَیا چَکاسْیَتے یَچَّ چَکاسْتِ تَدْ دِیپْتِسْوَرُوپَں بھَوَتِ۔ | 13 |
ज्योति में आने पर सब कुछ प्रकट हो जाता है क्योंकि ज्योति ही है, जो सब कुछ प्रकट करती है.
ایتَتْکارَنادْ اُکْتَمْ آسْتے، "ہے نِدْرِتَ پْرَبُدھْیَسْوَ مرِتیبھْیَشْچوتّھِتِں کُرُ۔ تَتْکرِتے سُورْیَّوَتْ کھْرِیشْٹَح سْوَیَں تْواں دْیوتَیِشْیَتِ۔ " | 14 |
इस पर कहा गया है: “सोए हुए, जागो, मरे हुओं में से जी उठो, मसीह तुम पर ज्योति चमकाएंगे.”
اَتَح ساوَدھانا بھَوَتَ، اَجْنانا اِوَ ماچَرَتَ کِنْتُ جْنانِنَ اِوَ سَتَرْکَمْ آچَرَتَ۔ | 15 |
अपने स्वभाव के विषय में विशेष रूप से सावधान रहो. तुम्हारा स्वभाव मूर्खों सा न हो परंतु बुद्धिमानों सा हो,
سَمَیَں بَہُمُولْیَں گَنَیَدھْوَں یَتَح کالا اَبھَدْراح۔ | 16 |
समय का सदुपयोग करो, क्योंकि यह बुरे दिनों का समय है.
تَسْمادْ یُویَمْ اَجْنانا نَ بھَوَتَ کِنْتُ پْرَبھورَبھِمَتَں کِں تَدَوَگَتا بھَوَتَ۔ | 17 |
इसलिये निर्बुद्धि नहीं परंतु प्रभु की इच्छा के ज्ञान के लिए विवेक प्राप्त करो.
سَرْوَّناشَجَنَکینَ سُراپانینَ مَتّا ما بھَوَتَ کِنْتْواتْمَنا پُورْیَّدھْوَں۔ | 18 |
दाखरस से मतवाले न हो क्योंकि इससे भ्रष्टाचार पैदा होती है. परंतु, पवित्र आत्मा से भर जाओ,
اَپَرَں گِیتَے رْگانَیح پارَمارْتھِکَکِیرْتَّنَیشْچَ پَرَسْپَرَمْ آلَپَنْتو مَنَسا سارْدّھَں پْرَبھُمْ اُدِّشْیَ گایَتَ وادَیَتَ چَ۔ | 19 |
तब प्रभु के लिए आपस में सारे हृदय से तुम भजन, स्तुति गान व आत्मिक गीत गाते रहो,
سَرْوَّدا سَرْوَّوِشَیےسْمَتْپْرَبھو یِیشوح کھْرِیشْٹَسْیَ نامْنا تاتَمْ اِیشْوَرَں دھَنْیَں وَدَتَ۔ | 20 |
हर एक विषय के लिए हमेशा हमारे प्रभु येशु मसीह के नाम में पिता परमेश्वर के प्रति धन्यवाद देते रहो.
یُویَمْ اِیشْوَرادْ بھِیتاح سَنْتَ اَنْیےپَریشاں وَشِیبھُوتا بھَوَتَ۔ | 21 |
मसीह में आदर के कारण एक दूसरे के प्रति समर्पित रहो.
ہے یوشِتَح، یُویَں یَتھا پْرَبھوسْتَتھا سْوَسْوَسْوامِنو وَشَنْگَتا بھَوَتَ۔ | 22 |
पत्नी, अपने पति के अधीन उसी प्रकार रहे, जैसे प्रभु के.
یَتَح کھْرِیشْٹو یَدْوَتْ سَمِتے رْمُورْدّھا شَرِیرَسْیَ تْراتا چَ بھَوَتِ تَدْوَتْ سْوامِی یوشِتو مُورْدّھا۔ | 23 |
क्योंकि पति उसी प्रकार अपनी पत्नी का सिर है, जिस प्रकार मसीह अपनी देह कलीसिया के सिर हैं, जिसके वह उद्धारकर्ता भी हैं.
اَتَح سَمِتِ رْیَدْوَتْ کھْرِیشْٹَسْیَ وَشِیبھُوتا تَدْوَدْ یوشِدْبھِرَپِ سْوَسْوَسْوامِنو وَشَتا سْوِیکَرْتَّوْیا۔ | 24 |
जिस प्रकार कलीसिया मसीह के अधीन है, उसी प्रकार पत्नी हर एक विषय में पति के अधीन रहे.
اَپَرَنْچَ ہے پُرُشاح، یُویَں کھْرِیشْٹَ اِوَ سْوَسْوَیوشِتْسُ پْرِییَدھْوَں۔ | 25 |
पति, अपनी पत्नी से, उसी प्रकार प्रेम करे जिस प्रकार मसीह ने कलीसिया से प्रेम किया और स्वयं को उसके लिए बलिदान कर दिया
سَ کھْرِیشْٹوپِ سَمِتَو پْرِیتَوانْ تَسْیاح کرِتے چَ سْوَپْرانانْ تْیَکْتَوانْ یَتَح سَ واکْیے جَلَمَجَّنینَ تاں پَرِشْکرِتْیَ پاوَیِتُمْ | 26 |
कि वह उसे वचन के स्नान के द्वारा पाप से शुद्ध कर अपने लिए अलग करे,
اَپَرَں تِلَکَوَلْیادِوِہِیناں پَوِتْراں نِشْکَلَنْکانْچَ تاں سَمِتِں تیجَسْوِنِیں کرِتْوا سْوَہَسْتے سَمَرْپَیِتُنْچابھِلَشِتَوانْ۔ | 27 |
कि उसे अपने लिए ऐसी तेजस्वी कलीसिया बनाकर पेश करें जिसमें न कोई कलंक, न कोई झुर्री, न ही इनके जैसा कोई दोष हो परंतु वह पवित्र व निष्कलंक हो.
تَسْماتْ سْوَتَنُوَتْ سْوَیوشِتِ پْریمَکَرَنَں پُرُشَسْیوچِتَں، یینَ سْوَیوشِتِ پْریمَ کْرِیَتے تیناتْمَپْریمَ کْرِیَتے۔ | 28 |
इसी प्रकार, पति के लिए उचित है कि वह अपनी पत्नी से वैसे ही प्रेम करे जैसे अपने शरीर से करता है. वह, जो अपनी पत्नी से प्रेम करता है, स्वयं से प्रेम करता. है
کوپِ کَداپِ نَ سْوَکِییاں تَنُمْ رِتِییِتَوانْ کِنْتُ سَرْوّے تاں وِبھْرَتِ پُشْنَنْتِ چَ۔ کھْرِیشْٹوپِ سَمِتِں پْرَتِ تَدیوَ کَروتِ، | 29 |
क्योंकि कोई भी अपने शरीर से घृणा नहीं करता परंतु स्नेहपूर्वक उसका पोषण करता है, जिस प्रकार मसीह कलीसिया का करते हैं,
یَتو وَیَں تَسْیَ شَرِیرَسْیانْگانِ ماںساسْتھِینِ چَ بھَوامَح۔ | 30 |
“क्योंकि हम उनके शरीर के अंग हैं.
ایتَدَرْتھَں مانَوَح سْوَماتاپِتَرو پَرِتْیَجْیَ سْوَبھارْیّایامْ آسَںکْشْیَتِ تَو دْوَو جَناویکانْگَو بھَوِشْیَتَح۔ | 31 |
इस कारण पुरुष अपने माता-पिता को छोड़कर अपनी पत्नी से मिला रहेगा तथा वे दोनों एक देह होंगे”
ایتَنِّگُوڈھَواکْیَں گُرُتَرَں مَیا چَ کھْرِیشْٹَسَمِتِی اَدھِ تَدْ اُچْیَتے۔ | 32 |
यह एक गहरा भेद है और मैं यह मसीह और कलीसिया के संदर्भ में उपयोग कर रहा हूं.
اَتَایوَ یُشْماکَمْ ایکَیکو جَنَ آتْمَوَتْ سْوَیوشِتِ پْرِییَتاں بھارْیّاپِ سْوامِنَں سَمادَرْتُّں یَتَتاں۔ | 33 |
फिर भी, तुममें से हर एक अपनी पत्नी से अपने समान प्रेम करें और पत्नी अपने पति का सम्मान करे.