< ମଥିଃ 5 >

1 ଅନନ୍ତରଂ ସ ଜନନିୱହଂ ନିରୀକ୍ଷ୍ୟ ଭୂଧରୋପରି ୱ୍ରଜିତ୍ୱା ସମୁପୱିୱେଶ|
यीशु तेसा पीड़ा खे देखी की पाह्ड़ो पाँदे चढ़ी गे, जेबे सेयो उपदेश देणे बैठे, तेबे तिना रे चेले तिना गे आए।
2 ତଦାନୀଂ ଶିଷ୍ୟେଷୁ ତସ୍ୟ ସମୀପମାଗତେଷୁ ତେନ ତେଭ୍ୟ ଏଷା କଥା କଥ୍ୟାଞ୍ଚକ୍ରେ|
तेबे यीशु ये उपदेश देणे लगे:
3 ଅଭିମାନହୀନା ଜନା ଧନ୍ୟାଃ, ଯତସ୍ତେ ସ୍ୱର୍ଗୀଯରାଜ୍ୟମ୍ ଅଧିକରିଷ୍ୟନ୍ତି|
“धन्य ए सेयो, जो मनो रे सल़ीन ए, कऊँकि स्वर्गो रा राज्य तिना रा ईए।
4 ଖିଦ୍ୟମାନା ମନୁଜା ଧନ୍ୟାଃ, ଯସ୍ମାତ୍ ତେ ସାନ୍ତ୍ୱନାଂ ପ୍ରାପ୍ସନ୍ତି|
धन्य ए सेयो, जो शोग करोए, कऊँकि परमेशरो तिना खे शान्ति देणी।
5 ନମ୍ରା ମାନୱାଶ୍ଚ ଧନ୍ୟାଃ, ଯସ୍ମାତ୍ ତେ ମେଦିନୀମ୍ ଅଧିକରିଷ୍ୟନ୍ତି|
धन्य ए सेयो, जो नम्र ए, कऊँकि सेयो तरतिया रे अक्कदार ऊणे।
6 ଧର୍ମ୍ମାଯ ବୁଭୁକ୍ଷିତାଃ ତୃଷାର୍ତ୍ତାଶ୍ଚ ମନୁଜା ଧନ୍ୟାଃ, ଯସ୍ମାତ୍ ତେ ପରିତର୍ପ୍ସ୍ୟନ୍ତି|
धन्य ए सेयो, जो धार्मिकता री जिन्दगी जिऊणे खे पूखे ए और त्याय ए, कऊँकि सेयो रजाए जाणे।
7 କୃପାଲୱୋ ମାନୱା ଧନ୍ୟାଃ, ଯସ୍ମାତ୍ ତେ କୃପାଂ ପ୍ରାପ୍ସ୍ୟନ୍ତି|
धन्य ए सेयो, जो दयालु ए, कऊँकि परमेशरो तिना पाँदे दया करनी।
8 ନିର୍ମ୍ମଲହୃଦଯା ମନୁଜାଶ୍ଚ ଧନ୍ୟାଃ, ଯସ୍ମାତ୍ ତ ଈଶ୍ଚରଂ ଦ୍ରକ୍ଷ୍ୟନ୍ତି|
धन्य ए सेयो, जिना रे मन साफ ए, कऊँकि तिना परमेशर देखणा।
9 ମେଲଯିତାରୋ ମାନୱା ଧନ୍ୟାଃ, ଯସ୍ମାତ୍ ତ ଈଶ୍ଚରସ୍ୟ ସନ୍ତାନତ୍ୱେନ ୱିଖ୍ୟାସ୍ୟନ୍ତି|
धन्य ए सेयो, जो मेल-जोल कराओए, कऊँकि तिना खे परमेशरो रे बच्चे बोलेया जाणा,
10 ଧର୍ମ୍ମକାରଣାତ୍ ତାଡିତା ମନୁଜା ଧନ୍ୟା, ଯସ୍ମାତ୍ ସ୍ୱର୍ଗୀଯରାଜ୍ୟେ ତେଷାମଧିକରୋ ୱିଦ୍ୟତେ|
धन्य ए सेयो, जो धार्मिकता री जिन्दगी जिऊणे री तंईं सताए जाओए, कऊँकि स्वर्गो रा राज्य तिना रा ईए।
11 ଯଦା ମନୁଜା ମମ ନାମକୃତେ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ନିନ୍ଦନ୍ତି ତାଡଯନ୍ତି ମୃଷା ନାନାଦୁର୍ୱ୍ୱାକ୍ୟାନି ୱଦନ୍ତି ଚ, ତଦା ଯୁଯଂ ଧନ୍ୟାଃ|
“धन्य ए तुसे, जेबे लोक मेरी बजअ ते तुसा री निन्दा करोए, तुसा खे सताओए और चूठ बोली-बोली की तुसा रे खलाफ बुरी-बुरी गल्ला बोलोए।
12 ତଦା ଆନନ୍ଦତ, ତଥା ଭୃଶଂ ହ୍ଲାଦଧ୍ୱଞ୍ଚ, ଯତଃ ସ୍ୱର୍ଗେ ଭୂଯାଂସି ଫଲାନି ଲପ୍ସ୍ୟଧ୍ୱେ; ତେ ଯୁଷ୍ମାକଂ ପୁରାତନାନ୍ ଭୱିଷ୍ୟଦ୍ୱାଦିନୋଽପି ତାଦୃଗ୍ ଅତାଡଯନ୍|
तेबे खुश और मगन ऊणा, कऊँकि तुसा खे स्वर्गो रे बऊत बड़ा ईनाम मिलणा, कऊँकि तिने, जो तुसा ते बऊत पईले भविष्यबक्ता थे, सेयो बी ईंयां ई सताए थे।
13 ଯୁଯଂ ମେଦିନ୍ୟାଂ ଲୱଣରୂପାଃ, କିନ୍ତୁ ଯଦି ଲୱଣସ୍ୟ ଲୱଣତ୍ୱମ୍ ଅପଯାତି, ତର୍ହି ତତ୍ କେନ ପ୍ରକାରେଣ ସ୍ୱାଦୁଯୁକ୍ତଂ ଭୱିଷ୍ୟତି? ତତ୍ କସ୍ୟାପି କାର୍ୟ୍ୟସ୍ୟାଯୋଗ୍ୟତ୍ୱାତ୍ କେୱଲଂ ବହିଃ ପ୍ରକ୍ଷେପ୍ତୁଂ ନରାଣାଂ ପଦତଲେନ ଦଲଯିତୁଞ୍ଚ ଯୋଗ୍ୟଂ ଭୱତି|
“तुसे तरतिया रे रणे वाल़े लोका खे लूणो जेड़े ए। पर जे लूणो रा स्वाद बिगड़ी जाओ, तेबे कुण जी एड़ी चीज ए जेते की लूणका ऊई जाओ। तेबे से किजी कामो रा नि रंदा सिवाए एतेरे कि तेसखे बारे सेटी देयो और लोक तिजी खे पैरा निठे केसदे रओ।
14 ଯୂଯଂ ଜଗତି ଦୀପ୍ତିରୂପାଃ, ଭୂଧରୋପରି ସ୍ଥିତଂ ନଗରଂ ଗୁପ୍ତଂ ଭୱିତୁଂ ନହି ଶକ୍ଷ୍ୟତି|
तुसे दुनिया री जोति ए, जो नगर पाह्ड़ो पाँदे बसी रा, से लूकी नि सकदा।
15 ଅପରଂ ମନୁଜାଃ ପ୍ରଦୀପାନ୍ ପ୍ରଜ୍ୱାଲ୍ୟ ଦ୍ରୋଣାଧୋ ନ ସ୍ଥାପଯନ୍ତି, କିନ୍ତୁ ଦୀପାଧାରୋପର୍ୟ୍ୟେୱ ସ୍ଥାପଯନ୍ତି, ତେନ ତେ ଦୀପା ଗେହସ୍ଥିତାନ୍ ସକଲାନ୍ ପ୍ରକାଶଯନ୍ତି|
लोक दिऊआ बाल़ी की टोकरूए निठे नि राखदे, पर फटिया पाँदे राखोए, तेबे तिजी साथे कअरो रे सारे मांणूआ खे प्रयासा ओआ।
16 ଯେନ ମାନୱା ଯୁଷ୍ମାକଂ ସତ୍କର୍ମ୍ମାଣି ୱିଲୋକ୍ୟ ଯୁଷ୍ମାକଂ ସ୍ୱର୍ଗସ୍ଥଂ ପିତରଂ ଧନ୍ୟଂ ୱଦନ୍ତି, ତେଷାଂ ସମକ୍ଷଂ ଯୁଷ୍ମାକଂ ଦୀପ୍ତିସ୍ତାଦୃକ୍ ପ୍ରକାଶତାମ୍|
तिंयाँ ई तुसा रा प्रयासा बी लोका सामणे चमको, ताकि तुसा रे खरे काम देखी की सेयो तुसा रे पिते री, जो स्वर्गो रे ए, तिना री तारीफ करो।
17 ଅହଂ ୱ୍ୟୱସ୍ଥାଂ ଭୱିଷ୍ୟଦ୍ୱାକ୍ୟଞ୍ଚ ଲୋପ୍ତୁମ୍ ଆଗତୱାନ୍, ଇତ୍ଥଂ ମାନୁଭୱତ, ତେ ଦ୍ୱେ ଲୋପ୍ତୁଂ ନାଗତୱାନ୍, କିନ୍ତୁ ସଫଲେ କର୍ତ୍ତୁମ୍ ଆଗତୋସ୍ମି|
“एड़ा नि समजो कि आऊँ मूसे रा बिधान या भविष्यबक्ता री कताबा खे रचाणे आयी रा, आँऊ रचाणे नि, पर पूरा करने आयी रा।
18 ଅପରଂ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ଅହଂ ତଥ୍ୟଂ ୱଦାମି ଯାୱତ୍ ୱ୍ୟୋମମେଦିନ୍ୟୋ ର୍ଧ୍ୱଂସୋ ନ ଭୱିଷ୍ୟତି, ତାୱତ୍ ସର୍ୱ୍ୱସ୍ମିନ୍ ସଫଲେ ନ ଜାତେ ୱ୍ୟୱସ୍ଥାଯା ଏକା ମାତ୍ରା ବିନ୍ଦୁରେକୋପି ୱା ନ ଲୋପ୍ସ୍ୟତେ|
कऊँकि आऊँ तुसा खे सच लगी रा बोलणे कि जदुओ तक सर्ग और तरती नि टल़ी जाओगी, तदुओ तक बिधानो ते एक बी मात्रा या एक बी बिन्दु बिना पूरा ऊए नि टल़ना।
19 ତସ୍ମାତ୍ ଯୋ ଜନ ଏତାସାମ୍ ଆଜ୍ଞାନାମ୍ ଅତିକ୍ଷୁଦ୍ରାମ୍ ଏକାଜ୍ଞାମପୀ ଲଂଘତେ ମନୁଜାଂଞ୍ଚ ତଥୈୱ ଶିକ୍ଷଯତି, ସ ସ୍ୱର୍ଗୀଯରାଜ୍ୟେ ସର୍ୱ୍ୱେଭ୍ୟଃ କ୍ଷୁଦ୍ରତ୍ୱେନ ୱିଖ୍ୟାସ୍ୟତେ, କିନ୍ତୁ ଯୋ ଜନସ୍ତାଂ ପାଲଯତି, ତଥୈୱ ଶିକ୍ଷଯତି ଚ, ସ ସ୍ୱର୍ଗୀଯରାଜ୍ୟେ ପ୍ରଧାନତ୍ୱେନ ୱିଖ୍ୟାସ୍ୟତେ|
तेबेई तो जो कोई इना छोटिया ते छोटी आज्ञा बीचा ते केसी एकी खे पनि मानोगा और तेड़ा ई लोका खे सिखाओगा, से स्वर्गो रे राज्य रे सबी ते छोटा ऊणा, पर जो कोई तिना आज्ञा खे मानोगा और तिना खे बी सिखाओगा, सेई स्वर्गो रे राज्य रे बड़ा ऊणा।
20 ଅପରଂ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ଅହଂ ୱଦାମି, ଅଧ୍ୟାପକଫିରୂଶିମାନୱାନାଂ ଧର୍ମ୍ମାନୁଷ୍ଠାନାତ୍ ଯୁଷ୍ମାକଂ ଧର୍ମ୍ମାନୁଷ୍ଠାନେ ନୋତ୍ତମେ ଜାତେ ଯୂଯମ୍ ଈଶ୍ୱରୀଯରାଜ୍ୟଂ ପ୍ରୱେଷ୍ଟୁଂ ନ ଶକ୍ଷ୍ୟଥ|
कऊँकि आऊँ तुसा खे बोलूँआ कि जे तुसे परमेशरो री आज्ञा खे शास्त्री और फरीसिया री आज्ञा ते बड़ी की नि मानो, तो तुसे कदी बी स्वर्गो रे राज्य रे नि जाई सकदे।
21 ଅପରଞ୍ଚ ତ୍ୱଂ ନରଂ ମା ୱଧୀଃ, ଯସ୍ମାତ୍ ଯୋ ନରଂ ହନ୍ତି, ସ ୱିଚାରସଭାଯାଂ ଦଣ୍ଡାର୍ହୋ ଭୱିଷ୍ୟତି, ପୂର୍ୱ୍ୱକାଲୀନଜନେଭ୍ୟ ଇତି କଥିତମାସୀତ୍, ଯୁଷ୍ମାଭିରଶ୍ରାୱି|
“तुसे सुणी चुकी रे कि पुराणे बखतो रे मांणूआ खे बोलेया था कि ‘अत्या नि करनी’, और जो कोई बी अत्या करोगा तेसखे कचैरिया रे सजा मिलणी।
22 କିନ୍ତ୍ୱହଂ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ୱଦାମି, ଯଃ କଶ୍ଚିତ୍ କାରଣଂ ୱିନା ନିଜଭ୍ରାତ୍ରେ କୁପ୍ୟତି, ସ ୱିଚାରସଭାଯାଂ ଦଣ୍ଡାର୍ହୋ ଭୱିଷ୍ୟତି; ଯଃ କଶ୍ଚିଚ୍ଚ ସ୍ୱୀଯସହଜଂ ନିର୍ବ୍ବୋଧଂ ୱଦତି, ସ ମହାସଭାଯାଂ ଦଣ୍ଡାର୍ହୋ ଭୱିଷ୍ୟତି; ପୁନଶ୍ଚ ତ୍ୱଂ ମୂଢ ଇତି ୱାକ୍ୟଂ ଯଦି କଶ୍ଚିତ୍ ସ୍ୱୀଯଭ୍ରାତରଂ ୱକ୍ତି, ତର୍ହି ନରକାଗ୍ନୌ ସ ଦଣ୍ଡାର୍ହୋ ଭୱିଷ୍ୟତି| (Geenna g1067)
पर आऊँ तुसा खे ये बोलूँआ कि जो बी आपणे पाईए पाँदे रोष करोगा, तेसखे कचैरिया रे सजा मिल़णी और जो कोई आपणे पाईए खे नकम्मा बोलोगा, तेसखे बडिया सभा रे सजा मिलणी और जो कोई दूजे खे ‘अरे मूर्ख’ बोलोगा से नरको री आगी री सजा जोगा ऊणा। (Geenna g1067)
23 ଅତୋ ୱେଦ୍ୟାଃ ସମୀପଂ ନିଜନୈୱେଦ୍ୟେ ସମାନୀତେଽପି ନିଜଭ୍ରାତରଂ ପ୍ରତି କସ୍ମାଚ୍ଚିତ୍ କାରଣାତ୍ ତ୍ୱଂ ଯଦି ଦୋଷୀ ୱିଦ୍ୟସେ, ତଦାନୀଂ ତୱ ତସ୍ୟ ସ୍ମୃତି ର୍ଜାଯତେ ଚ,
इजी री खातर जेबे तूँ आपणी पेंट बेदिया पाँदे ल्याओ और तेती तूँ याद करे कि तेरे पाईए रे मनो रे तेरिया तंईं खोट ए,
24 ତର୍ହି ତସ୍ୟା ୱେଦ୍ୟାଃ ସମୀପେ ନିଜନୈୱୈଦ୍ୟଂ ନିଧାଯ ତଦୈୱ ଗତ୍ୱା ପୂର୍ୱ୍ୱଂ ତେନ ସାର୍ଦ୍ଧଂ ମିଲ, ପଶ୍ଚାତ୍ ଆଗତ୍ୟ ନିଜନୈୱେଦ୍ୟଂ ନିୱେଦଯ|
तो आपणी पेंट तेथी बेदिया रे सामणे छाडी दे और पईले जाई की आपणे पाईए साथे मेल-जोल कर, तेबे आयी की आपणी पेंट चढ़ा।
25 ଅନ୍ୟଞ୍ଚ ଯାୱତ୍ ୱିୱାଦିନା ସାର୍ଦ୍ଧଂ ୱର୍ତ୍ମନି ତିଷ୍ଠସି, ତାୱତ୍ ତେନ ସାର୍ଦ୍ଧଂ ମେଲନଂ କୁରୁ; ନୋ ଚେତ୍ ୱିୱାଦୀ ୱିଚାରଯିତୁଃ ସମୀପେ ତ୍ୱାଂ ସମର୍ପଯତି ୱିଚାରଯିତା ଚ ରକ୍ଷିଣଃ ସନ୍ନିଧୌ ସମର୍ପଯତି ତଦା ତ୍ୱଂ କାରାଯାଂ ବଧ୍ୟେଥାଃ|
जदुओ तक तूँ आपणे दुश्मणो साथे बाटा रेईए, तेस साथे फटाफट मेल-जोल करी लो, केथी एड़ा नि ओ कि तेरा दुश्मण ताखे हाकिमो रे आथो रे देई देओ और हाकिम ताखे सिपाईया रे आथो रे देई देओ और ताखे जेला रे पाई देओ।
26 ତର୍ହି ତ୍ୱାମହଂ ତଥ୍ଥଂ ବ୍ରୱୀମି, ଶେଷକପର୍ଦକେଽପି ନ ପରିଶୋଧିତେ ତସ୍ମାତ୍ ସ୍ଥାନାତ୍ କଦାପି ବହିରାଗନ୍ତୁଂ ନ ଶକ୍ଷ୍ୟସି|
आऊँ ताखे सच बोलूँआ कि जदुओ तक तूँ पाई-पाई नि देई देओगा, तदुओ तक तेथा ते छुटणा नि।
27 ଅପରଂ ତ୍ୱଂ ମା ୱ୍ୟଭିଚର, ଯଦେତଦ୍ ୱଚନଂ ପୂର୍ୱ୍ୱକାଲୀନଲୋକେଭ୍ୟଃ କଥିତମାସୀତ୍, ତଦ୍ ଯୂଯଂ ଶ୍ରୁତୱନ୍ତଃ;
“तुसे सुणी चुकी रे कि बोलेया था, ‘व्याभिचार नि करना।’
28 କିନ୍ତ୍ୱହଂ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ୱଦାମି, ଯଦି କଶ୍ଚିତ୍ କାମତଃ କାଞ୍ଚନ ଯୋଷିତଂ ପଶ୍ୟତି, ତର୍ହି ସ ମନସା ତଦୈୱ ୱ୍ୟଭିଚରିତୱାନ୍|
पर आऊँ तुसा खे ये बोलूँआ कि जो कोई बी केसी जवाणसा खे बुरी नजरा ते देखोआ, तो तिने आपणे मनो रेई तेसा साथे व्याभिचार करी ला।
29 ତସ୍ମାତ୍ ତୱ ଦକ୍ଷିଣଂ ନେତ୍ରଂ ଯଦି ତ୍ୱାଂ ବାଧତେ, ତର୍ହି ତନ୍ନେତ୍ରମ୍ ଉତ୍ପାଟ୍ୟ ଦୂରେ ନିକ୍ଷିପ, ଯସ୍ମାତ୍ ତୱ ସର୍ୱ୍ୱୱପୁଷୋ ନରକେ ନିକ୍ଷେପାତ୍ ତୱୈକାଙ୍ଗସ୍ୟ ନାଶୋ ୱରଂ| (Geenna g1067)
जे तेरी दाँणी आख ताखे ठोकरा री बजअ बणो ई, तो तूँ तेसा खे काडी की सेटी दे; कऊँकि ताखे येई ठीक ए कि तेरे अंगा बीचा ते एक नाश बी ऊई जाओ, तो सारा शरीर नरको रे नि सेटेया जाओ (Geenna g1067)
30 ଯଦ୍ୱା ତୱ ଦକ୍ଷିଣଃ କରୋ ଯଦି ତ୍ୱାଂ ବାଧତେ, ତର୍ହି ତଂ କରଂ ଛିତ୍ତ୍ୱା ଦୂରେ ନିକ୍ଷିପ, ଯତଃ ସର୍ୱ୍ୱୱପୁଷୋ ନରକେ ନିକ୍ଷେପାତ୍ ଏକାଙ୍ଗସ୍ୟ ନାଶୋ ୱରଂ| (Geenna g1067)
जे तेरा दाँणा आथ ताखे ठोकरा री बजअ बणोआ, तो तेस बाडी की सेटी दे, कऊँकि ताखे येई ठीक ए कि तेरे अंगा बीचा ते एक नाश बी ऊई जाओ तो सारा शरीर नरको रे नि पड़ना। (एतेरा मतलब ये नियाँ कि आसा आपणी आख काडी की सेटी देणी या आपणा आथ बाडी देणा पर ये कि जो काम तुसा खे परमेशरो रे राज्य रे आगे बड़ने ते रोको ए या जो मांणू तुसा खे गल़त करने खे उकसाओ ए तो तुसा से मांणू या चीज छाडी देणी चाईयो।) (Geenna g1067)
31 ଉକ୍ତମାସ୍ତେ, ଯଦି କଶ୍ଚିନ୍ ନିଜଜାଯାଂ ପରିତ୍ୟକ୍ତ୍ତୁମ୍ ଇଚ୍ଛତି, ତର୍ହି ସ ତସ୍ୟୈ ତ୍ୟାଗପତ୍ରଂ ଦଦାତୁ|
“ये बी बोलेया रा था, ‘जो कोई आपणी लाड़िया खे तलाक देणा चाओ, तो से तेसा खे त्यागपत्र देयो।’
32 କିନ୍ତ୍ୱହଂ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ୱ୍ୟାହରାମି, ୱ୍ୟଭିଚାରଦୋଷେ ନ ଜାତେ ଯଦି କଶ୍ଚିନ୍ ନିଜଜାଯାଂ ପରିତ୍ୟଜତି, ତର୍ହି ସ ତାଂ ୱ୍ୟଭିଚାରଯତି; ଯଶ୍ଚ ତାଂ ତ୍ୟକ୍ତାଂ ସ୍ତ୍ରିଯଂ ୱିୱହତି, ସୋପି ୱ୍ୟଭିଚରତି|
पर आऊँ तुसा खे ये बोलूँआ कि जो कोई आपणी लाड़िया खे व्याभिचारो ते अलावा किजी ओरी बजअ ते छाडोगा, तो से तेसा ते व्याभिचार करवाओआ और जो कोई तेसा छाडी रिया जवाणसा साथे ब्या करोआ, से बी व्याभिचार करोआ।
33 ପୁନଶ୍ଚ ତ୍ୱଂ ମୃଷା ଶପଥମ୍ ନ କୁର୍ୱ୍ୱନ୍ ଈଶ୍ଚରାଯ ନିଜଶପଥଂ ପାଲଯ, ପୂର୍ୱ୍ୱକାଲୀନଲୋକେଭ୍ୟୋ ଯୈଷା କଥା କଥିତା, ତାମପି ଯୂଯଂ ଶ୍ରୁତୱନ୍ତଃ|
“फेर तुसे सुणी चुकी रे कि पुराणे जमाने रे लोका खे बोलेया रा था, ‘चूठी कसम नि खाणी, पर प्रभुए री खातर आपणी कसम पूरी करनी।’
34 କିନ୍ତ୍ୱହଂ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ୱଦାମି, କମପି ଶପଥଂ ମା କାର୍ଷ୍ଟ, ଅର୍ଥତଃ ସ୍ୱର୍ଗନାମ୍ନା ନ, ଯତଃ ସ ଈଶ୍ୱରସ୍ୟ ସିଂହାସନଂ;
पर आऊँ तुसा खे ये बोलूँआ, कि कदी कसम नि खाणी, ना तो स्वर्गो री, कऊँकि से परमेशरो रा सिंहासन ए।
35 ପୃଥିୱ୍ୟା ନାମ୍ନାପି ନ, ଯତଃ ସା ତସ୍ୟ ପାଦପୀଠଂ; ଯିରୂଶାଲମୋ ନାମ୍ନାପି ନ, ଯତଃ ସା ମହାରାଜସ୍ୟ ପୁରୀ;
ना तरतिया री, कऊँकि से तिना रे पैरो री चौकी ए, ना यरूशलेमो री, कऊँकि से महाराजे रा नगर ए।
36 ନିଜଶିରୋନାମ୍ନାପି ନ, ଯସ୍ମାତ୍ ତସ୍ୟୈକଂ କଚମପି ସିତମ୍ ଅସିତଂ ୱା କର୍ତ୍ତୁଂ ତ୍ୱଯା ନ ଶକ୍ୟତେ|
आपणे सिरो री कसम पनि खाणा, कऊँकि तूँ एक बी बाल़ो खे न तो सफेद करी सकदा, ना ई काल़ा।
37 ଅପରଂ ଯୂଯଂ ସଂଲାପସମଯେ କେୱଲଂ ଭୱତୀତି ନ ଭୱତୀତି ଚ ୱଦତ ଯତ ଇତୋଽଧିକଂ ଯତ୍ ତତ୍ ପାପାତ୍ମନୋ ଜାଯତେ|
पर तुसा री गल्ल ‘आ री आ’ और ‘ना री ना’ ऊणी चाईयो; कऊँकि जो गल्ल इजी ते जादा ओई, से शैतानो री तरफा तेई ओई।
38 ଅପରଂ ଲୋଚନସ୍ୟ ୱିନିମଯେନ ଲୋଚନଂ ଦନ୍ତସ୍ୟ ୱିନିମଯେନ ଦନ୍ତଃ ପୂର୍ୱ୍ୱକ୍ତମିଦଂ ୱଚନଞ୍ଚ ଯୁଷ୍ମାଭିରଶ୍ରୂଯତ|
“तुसे सुणी चुकी रे कि बिधानो रे बोलेया रा था, ‘आखी रे बदले आख, और दाँदो रे बदले दाँद।’
39 କିନ୍ତ୍ୱହଂ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ୱଦାମି ଯୂଯଂ ହିଂସକଂ ନରଂ ମା ୱ୍ୟାଘାତଯତ| କିନ୍ତୁ କେନଚିତ୍ ତୱ ଦକ୍ଷିଣକପୋଲେ ଚପେଟାଘାତେ କୃତେ ତଂ ପ୍ରତି ୱାମଂ କପୋଲଞ୍ଚ ୱ୍ୟାଘୋଟଯ|
पर आऊँ तुसा खे ये बोलूँआ कि जो कोई तां साथे बुरा करो तेतेरा बदला नि लणा, पर जो कोई तुसा री दाँणी खाखा रे थप्पड़ बाओआ, तो तेस कनारो खे दूजी खाख बी करी देओ।
40 ଅପରଂ କେନଚିତ୍ ତ୍ୱଯା ସାର୍ଧ୍ଦଂ ୱିୱାଦଂ କୃତ୍ୱା ତୱ ପରିଧେଯୱସନେ ଜିଘୃତିତେ ତସ୍ମାଯୁତ୍ତରୀଯୱସନମପି ଦେହି|
जे कोई तां पाँदे दोष लगाई की तांते तेरा कुरता लणा चाओआ, तो तेसखे तोती बी लणे देओ।
41 ଯଦି କଶ୍ଚିତ୍ ତ୍ୱାଂ କ୍ରୋଶମେକଂ ନଯନାର୍ଥଂ ଅନ୍ୟାଯତୋ ଧରତି, ତଦା ତେନ ସାର୍ଧ୍ଦଂ କ୍ରୋଶଦ୍ୱଯଂ ଯାହି|
जे कोई जबरदस्ती ताखे एक मील लई चलोआ, तो तूँ दो मील तेस साथे चल।
42 ଯଶ୍ଚ ମାନୱସ୍ତ୍ୱାଂ ଯାଚତେ, ତସ୍ମୈ ଦେହି, ଯଦି କଶ୍ଚିତ୍ ତୁଭ୍ୟଂ ଧାରଯିତୁମ୍ ଇଚ୍ଛତି, ତର୍ହି ତଂ ପ୍ରତି ପରାଂମୁଖୋ ମା ଭୂଃ|
जो कोई तांते माँगो, तेसखे दे और जो कोई तांते त्वार लणा चाओआ, तो तूँ तेसते मूँ नि फेर।
43 ନିଜସମୀପୱସିନି ପ୍ରେମ କୁରୁ, କିନ୍ତୁ ଶତ୍ରୁଂ ପ୍ରତି ଦ୍ୱେଷଂ କୁରୁ, ଯଦେତତ୍ ପୁରୋକ୍ତଂ ୱଚନଂ ଏତଦପି ଯୂଯଂ ଶ୍ରୁତୱନ୍ତଃ|
“तुसे सुणी चुकी रे कि बिधानो रे बोलेया रा था, ‘आपणे पड़ोसिये साथे प्यार राखो और आपणे बैरिया साथे बैर।’
44 କିନ୍ତ୍ୱହଂ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ୱଦାମି, ଯୂଯଂ ରିପୁୱ୍ୱପି ପ୍ରେମ କୁରୁତ, ଯେ ଚ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ଶପନ୍ତେ, ତାନ, ଆଶିଷଂ ୱଦତ, ଯେ ଚ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ଋତୀଯନ୍ତେ, ତେଷାଂ ମଙ୍ଗଲଂ କୁରୁତ, ଯେ ଚ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ନିନ୍ଦନ୍ତି, ତାଡଯନ୍ତି ଚ, ତେଷାଂ କୃତେ ପ୍ରାର୍ଥଯଧ୍ୱଂ|
पर आऊँ तुसा खे बोलूँआ कि आपणे दुश्मणा साथे प्यार राखो और जो तुसा खे सताओआ, तो तेसखे प्रार्थना करेया करो।
45 ତତ୍ର ଯଃ ସତାମସତାଞ୍ଚୋପରି ପ୍ରଭାକରମ୍ ଉଦାଯଯତି, ତଥା ଧାର୍ମ୍ମିକାନାମଧାର୍ମ୍ମିକାନାଞ୍ଚୋପରି ନୀରଂ ୱର୍ଷଯତି ତାଦୃଶୋ ଯୋ ଯୁଷ୍ମାକଂ ସ୍ୱର୍ଗସ୍ଥଃ ପିତା, ଯୂଯଂ ତସ୍ୟୈୱ ସନ୍ତାନା ଭୱିଷ୍ୟଥ|
ताकि तुसे आपणे स्वर्गो रे पिते रे बच्चे ठईरो, कऊँकि से खरे लोका और बुरे लोका दूँईं पाँदे आपणा सूरज निकयाल़ोआ और तर्मी लोका और पापी लोका दूँईं पाँदे बरखा करोआ।
46 ଯେ ଯୁଷ୍ମାସୁ ପ୍ରେମ କୁର୍ୱ୍ୱନ୍ତି, ଯୂଯଂ ଯଦି କେୱଲଂ ତେୱ୍ୱେୱ ପ୍ରେମ କୁରୁଥ, ତର୍ହି ଯୁଷ୍ମାକଂ କିଂ ଫଲଂ ଭୱିଷ୍ୟତି? ଚଣ୍ଡାଲା ଅପି ତାଦୃଶଂ କିଂ ନ କୁର୍ୱ୍ୱନ୍ତି?
कऊँकि जे तुसे आपू साथे प्यार राखणे वाल़ेया साथे ई प्यार राखोगे, तो तुसा खे क्या फाईदा ऊणा? क्या कर लणे वाल़े बी एड़ा ई नि करदे?
47 ଅପରଂ ଯୂଯଂ ଯଦି କେୱଲଂ ସ୍ୱୀଯଭ୍ରାତୃତ୍ୱେନ ନମତ, ତର୍ହି କିଂ ମହତ୍ କର୍ମ୍ମ କୁରୁଥ? ଚଣ୍ଡାଲା ଅପି ତାଦୃଶଂ କିଂ ନ କୁର୍ୱ୍ୱନ୍ତି?
“जे तुसे आपणे पाईए खेई नमस्कार करोए, तो कुण जा बड़ा काम करोए? क्या दूजी जातिया रे बी एड़ा ई नि करदे?
48 ତସ୍ମାତ୍ ଯୁଷ୍ମାକଂ ସ୍ୱର୍ଗସ୍ଥଃ ପିତା ଯଥା ପୂର୍ଣୋ ଭୱତି, ଯୂଯମପି ତାଦୃଶା ଭୱତ|
इजी री तंईं तुसे सिद्ध बणो, जेड़ा तुसा रा स्वर्गिय पिता सिद्ध ए।

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