< មថិះ 26 >
1 យីឝុរេតាន៑ ប្រស្តាវាន៑ សមាប្យ ឝិឞ្យានូចេ,
इस रहस्य के खुलने के बाद येशु ने शिष्यों को देखकर कहा,
2 យុឞ្មាភិ រ្ជ្ញាតំ ទិនទ្វយាត៑ បរំ និស្តារមហ ឧបស្ថាស្យតិ, តត្រ មនុជសុតះ ក្រុឝេន ហន្តុំ បរករេឞុ សមប៌ិឞ្យតេ។
“यह तो तुम्हें मालूम ही है कि दो दिन बाद फ़सह उत्सव है. इस समय मनुष्य के पुत्र को क्रूस पर चढ़ाए जाने के लिए सौंप दिया जाएगा.”
3 តតះ បរំ ប្រធានយាជកាធ្យាបកប្រាញ្ចះ កិយផានាម្នោ មហាយាជកស្យាដ្ដាលិកាយាំ មិលិត្វា
दूसरी ओर प्रधान पुरोहित और वरिष्ठ नागरिक कायाफ़स नामक महापुरोहित के घर के आंगन में इकट्ठा हुए.
4 កេនោបាយេន យីឝុំ ធ្ឫត្វា ហន្តុំ ឝក្នុយុរិតិ មន្ត្រយាញ្ចក្រុះ។
उन्होंने मिलकर येशु को छलपूर्वक पकड़कर उनकी हत्या कर देने का विचार किया.
5 កិន្តុ តៃរុក្តំ មហកាលេ ន ធត៌្តវ្យះ, ធ្ឫតេ ប្រជានាំ កលហេន ភវិតុំ ឝក្យតេ។
वे यह विचार भी कर रहे थे: “यह फ़सह उत्सव के अवसर पर न किया जाए—कहीं इससे लोगों में बलवा न भड़क उठे.”
6 តតោ ពៃថនិយាបុរេ ឝិមោនាខ្យស្យ កុឞ្ឋិនោ វេឝ្មនិ យីឝៅ តិឞ្ឋតិ
जब येशु बैथनियाह गांव में शिमओन के घर पर थे—वही शिमओन, जिसे पहले कोढ़ रोग हुआ था,
7 កាចន យោឞា ឝ្វេតោបលភាជនេន មហាគ៌្ហ្យំ សុគន្ធិ តៃលមានីយ ភោជនាយោបវិឝតស្តស្យ ឝិរោភ្យឞេចត៑។
एक स्त्री उनके पास संगमरमर के बर्तन में कीमती इत्र लेकर आई. उसे उसने भोजन के लिए बैठे येशु के सिर पर उंडेल दिया.
8 កិន្តុ តទាលោក្យ តច្ឆិឞ្យៃះ កុបិតៃរុក្តំ, កុត ឥត្ថមបវ្យយតេ?
यह देख शिष्य गुस्सा हो कहने लगे, “यह फिज़ूलखर्ची किस लिए?
9 ចេទិទំ វ្យក្រេឞ្យត, តហ៌ិ ភូរិមូល្យំ ប្រាប្យ ទរិទ្រេភ្យោ វ្យតារិឞ្យត។
यह इत्र तो ऊंचे दाम पर बिक सकता था और प्राप्त धनराशि गरीबों में बांटी जा सकती थी.”
10 យីឝុនា តទវគត្យ តេ សមុទិតាះ, យោឞាមេនាំ កុតោ ទុះខិនីំ កុរុថ, សា មាំ ប្រតិ សាធុ កម៌្មាកាឞ៌ីត៑។
इस विषय को जानकर येशु ने उन्हें झिड़कते हुए कहा, “क्यों सता रहे हो इस स्त्री को? इसने मेरे हित में एक सराहनीय काम किया है.
11 យុឞ្មាកមំ សមីបេ ទរិទ្រាះ សតតមេវាសតេ, កិន្តុ យុឞ្មាកមន្តិកេហំ នាសេ សតតំ។
निर्धन तुम्हारे साथ हमेशा रहेंगे किंतु मैं तुम्हारे साथ हमेशा नहीं रहूंगा.
12 សា មម កាយោបរិ សុគន្ធិតៃលំ សិក្ត្វា មម ឝ្មឝានទានកម៌្មាកាឞ៌ីត៑។
मुझे मेरे अंतिम संस्कार के लिए तैयार करने के लिए इसने यह इत्र मेरे शरीर पर उंडेला है.
13 អតោហំ យុឞ្មាន៑ តថ្យំ វទាមិ សវ៌្វស្មិន៑ ជគតិ យត្រ យត្រៃឞ សុសមាចារះ ប្រចារិឞ្យតេ, តត្រ តត្រៃតស្យា នាយ៌្យាះ ស្មរណាត៌្ហម៑ កម៌្មេទំ ប្រចារិឞ្យតេ។
सच तो यह है कि सारे जगत में जहां कहीं यह सुसमाचार प्रचार किया जाएगा, इस स्त्री के इस कार्य का वर्णन भी इसकी याद में किया जाएगा.”
14 តតោ ទ្វាទឝឝិឞ្យាណាម៑ ឦឞ្ករិយោតីយយិហូទានាមក ឯកះ ឝិឞ្យះ ប្រធានយាជកានាមន្តិកំ គត្វា កថិតវាន៑,
तब कारियोतवासी यहूदाह, जो बारह शिष्यों में से एक था, प्रधान पुरोहितों के पास गया
15 យទិ យុឞ្មាកំ ករេឞុ យីឝុំ សមប៌យាមិ, តហ៌ិ កិំ ទាស្យថ? តទានីំ តេ តស្មៃ ត្រិំឝន្មុទ្រា ទាតុំ ស្ថិរីក្ឫតវន្តះ។
और उनसे विचार-विमर्श करने लगा, “यदि मैं येशु को पकड़वा दूं तो आप मुझे क्या देंगे?” उन्होंने उसे गिन कर चांदी के तीस सिक्के दे दिए.
16 ស តទារភ្យ តំ បរករេឞុ សមប៌យិតុំ សុយោគំ ចេឞ្ដិតវាន៑។
उस समय से वह येशु को पकड़वाने के लिए सही अवसर की ताक में रहने लगा.
17 អនន្តរំ កិណ្វឝូន្យបូបបវ៌្វណះ ប្រថមេហ្និ ឝិឞ្យា យីឝុម៑ ឧបគត្យ បប្រច្ឆុះ ភវត្ក្ឫតេ កុត្រ វយំ និស្តារមហភោជ្យម៑ អាយោជយិឞ្យាមះ? ភវតះ កេច្ឆា?
अखमीरी रोटी के उत्सव के पहले दिन शिष्यों ने येशु के पास आकर पूछा, “हम आपके लिए फ़सह भोज की तैयारी कहां करें? आप क्या चाहते हैं?”
18 តទា ស គទិតវាន៑, មធ្យេនគរមមុកបុំសះ សមីបំ វ្រជិត្វា វទត, គុរុ រ្គទិតវាន៑, មត្កាលះ សវិធះ, សហ ឝិឞ្យៃស្ត្វទាលយេ និស្តារមហភោជ្យំ ភោក្ឞ្យេ។
येशु ने उन्हें निर्देश दिया, “नगर में एक व्यक्ति विशेष के पास जाना और उससे कहना, ‘गुरुवर ने कहा है, मेरा समय पास है. मुझे अपने शिष्यों के साथ आपके घर में फ़सह उत्सव मनाना है.’”
19 តទា ឝិឞ្យា យីឝោស្តាទ្ឫឝនិទេឝានុរូបកម៌្ម វិធាយ តត្រ និស្តារមហភោជ្យមាសាទយាមាសុះ។
शिष्यों ने वैसा ही किया, जैसा येशु ने निर्देश दिया था और उन्होंने फ़सह भोज तैयार किया.
20 តតះ សន្ធ្យាយាំ សត្យាំ ទ្វាទឝភិះ ឝិឞ្យៃះ សាកំ ស ន្យវិឝត៑។
संध्या समय येशु अपने बारह शिष्यों के साथ बैठे हुए थे.
21 អបរំ ភុញ្ជាន ឧក្តវាន៑ យុឞ្មាន៑ តថ្យំ វទាមិ, យុឞ្មាកមេកោ មាំ បរករេឞុ សមប៌យិឞ្យតិ។
जब वे भोजन कर रहे थे येशु ने उनसे कहा, “मैं तुम पर एक सच प्रकट कर रहा हूं: तुम्हीं में एक है, जो मेरे साथ धोखा करेगा.”
22 តទា តេៜតីវ ទុះខិតា ឯកៃកឝោ វក្តុមារេភិរេ, ហេ ប្រភោ, ស កិមហំ?
बहुत उदास मन से हर एक शिष्य येशु से पूछने लगा, “प्रभु, वह मैं तो नहीं हूं?”
23 តតះ ស ជគាទ, មយា សាកំ យោ ជនោ ភោជនបាត្រេ ករំ សំក្ឞិបតិ, ស ឯវ មាំ បរករេឞុ សមប៌យិឞ្យតិ។
येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “जिसने मेरे साथ कटोरे में अपना कौर डुबोया था, वही है, जो मेरे साथ धोखा करेगा.
24 មនុជសុតមធិ យាទ្ឫឝំ លិខិតមាស្តេ, តទនុរូបា តទ្គតិ រ្ភវិឞ្យតិ; កិន្តុ យេន បុំសា ស បរករេឞុ សមប៌យិឞ្យតេ, ហា ហា ចេត៑ ស នាជនិឞ្យត, តទា តស្យ ក្ឞេមមភវិឞ្យត៑។
मनुष्य के पुत्र को तो जैसा कि उसके विषय में पवित्र शास्त्र में लिखा है, जाना ही है; किंतु धिक्कार है उस व्यक्ति पर, जो मनुष्य के पुत्र के साथ धोखा करेगा. उस व्यक्ति के लिए अच्छा तो यही होता कि उसका जन्म ही न होता.”
25 តទា យិហូទានាមា យោ ជនស្តំ បរករេឞុ សមប៌យិឞ្យតិ, ស ឧក្តវាន៑, ហេ គុរោ, ស កិមហំ? តតះ ស ប្រត្យុក្តវាន៑, ត្វយា សត្យំ គទិតម៑។
यहूदाह ने, जो येशु के साथ धोखा कर रहा था, उनसे प्रश्न किया, “रब्बी, वह मैं तो नहीं हूं न?” येशु ने उसे उत्तर दिया, “यह तुमने स्वयं ही कह दिया है.”
26 អនន្តរំ តេឞាមឝនកាលេ យីឝុះ បូបមាទាយេឝ្វរីយគុណាននូទ្យ ភំក្ត្វា ឝិឞ្យេភ្យះ ប្រទាយ ជគាទ, មទ្វបុះស្វរូបមិមំ គ្ឫហីត្វា ខាទត។
जब वे भोजन के लिए बैठे, येशु ने रोटी ली, उसके लिए आशीष विनती की, उसे तोड़ी और शिष्यों को देते हुए कहा, “यह लो, खाओ; यह मेरा शरीर है.”
27 បឝ្ចាត៑ ស កំសំ គ្ឫហ្លន៑ ឦឝ្វរីយគុណាននូទ្យ តេភ្យះ ប្រទាយ កថិតវាន៑, សវ៌្វៃ រ្យុឞ្មាភិរនេន បាតវ្យំ,
तब येशु ने प्याला लिया, उसके लिए धन्यवाद दिया तथा शिष्यों को देते हुए कहा, “तुम सब इसमें से पियो.
28 យស្មាទនេកេឞាំ បាបមឞ៌ណាយ បាតិតំ យន្មន្នូត្ននិយមរូបឝោណិតំ តទេតត៑។
यह वाचा का मेरा लहू है जो अनेकों की पाप क्षमा के लिए उंडेला जा रहा है.
29 អបរមហំ នូត្នគោស្តនីរសំ ន បាស្យាមិ, តាវត៑ គោស្តនីផលរសំ បុនះ កទាបិ ន បាស្យាមិ។
मैं यह बताना चाहता हूं कि मैं दाख का रस उस दिन तक नहीं पिऊंगा जब तक मैं अपने पिता के राज्य में तुम्हारे साथ दाखरस दोबारा नहीं पिऊं.”
30 បឝ្ចាត៑ តេ គីតមេកំ សំគីយ ជៃតុនាខ្យគិរិំ គតវន្តះ។
एक भक्ति गीत गाने के बाद वे ज़ैतून पर्वत पर चले गए.
31 តទានីំ យីឝុស្តានវោចត៑, អស្យាំ រជន្យាមហំ យុឞ្មាកំ សវ៌្វេឞាំ វិឃ្នរូបោ ភវិឞ្យាមិ, យតោ លិខិតមាស្តេ, "មេឞាណាំ រក្ឞកោ យស្តំ ប្រហរិឞ្យាម្យហំ តតះ។ មេឞាណាំ និវហោ នូនំ ប្រវិកីណ៌ោ ភវិឞ្យតិ"៕
येशु ने शिष्यों से कहा, “आज रात तुम सभी मेरा साथ छोड़कर चले जाओगे, जैसा कि इस संबंध में पवित्र शास्त्र का लेख है: “‘मैं चरवाहे का संहार करूंगा और, झुंड की सभी भेड़ें तितर-बितर हो जाएंगी.’
32 កិន្តុ ឝ្មឝានាត៑ សមុត្ថាយ យុឞ្មាកមគ្រេៜហំ គាលីលំ គមិឞ្យាមិ។
हां, पुनर्जीवित किए जाने के बाद मैं तुमसे पहले गलील प्रदेश पहुंच जाऊंगा.”
33 បិតរស្តំ ប្រោវាច, ភវាំឝ្ចេត៑ សវ៌្វេឞាំ វិឃ្នរូបោ ភវតិ, តថាបិ មម ន ភវិឞ្យតិ។
किंतु पेतरॉस ने येशु से कहा, “सभी शिष्य आपका साथ छोड़कर जाएं तो जाएं किंतु मैं आपका साथ कभी न छोड़ूंगा.”
34 តតោ យីឝុនា ស ឧក្តះ, តុភ្យមហំ តថ្យំ កថយាមិ, យាមិន្យាមស្យាំ ចរណាយុធស្យ រវាត៑ បូវ៌្វំ ត្វំ មាំ ត្រិ រ្នាង្គីករិឞ្យសិ។
येशु ने उनसे कहा, “सच्चाई तो यह है कि आज ही रात में, इसके पहले कि मुर्ग बांग दे, तुम मुझे तीन बार नकार चुके होंगे.”
35 តតះ បិតរ ឧទិតវាន៑, យទ្យបិ ត្វយា សមំ មត៌្តវ្យំ, តថាបិ កទាបិ ត្វាំ ន នាង្គីករិឞ្យាមិ; តថៃវ សវ៌្វេ ឝិឞ្យាឝ្ចោចុះ។
पेतरॉस ने दोबारा उनसे कहा, “मुझे आपके साथ यदि मृत्यु को भी गले लगाना पड़े तो भी मैं आपको नहीं नकारूंगा.” अन्य सभी शिष्यों ने यही दोहराया.
36 អនន្តរំ យីឝុះ ឝិឞ្យៃះ សាកំ គេត្ឝិមានីនាមកំ ស្ថានំ ប្រស្ថាយ តេភ្យះ កថិតវាន៑, អទះ ស្ថានំ គត្វា យាវទហំ ប្រាត៌្ហយិឞ្យេ តាវទ៑ យូយមត្រោបវិឝត។
तब येशु उनके साथ गेतसेमनी नामक स्थान पर पहुंचे. उन्होंने अपने शिष्यों से कहा, “तुम यहीं बैठो जब तक मैं वहां जाकर प्रार्थना करता हूं.”
37 បឝ្ចាត៑ ស បិតរំ សិវទិយសុតៅ ច សង្គិនះ ក្ឫត្វា គតវាន៑, ឝោកាកុលោៜតីវ វ្យថិតឝ្ច ពភូវ។
फिर वह पेतरॉस और ज़ेबेदियॉस के दोनों पुत्रों को अपने साथ ले आगे चले गए. वहां येशु अत्यंत उदास और व्याकुल होने लगे.
38 តានវាទីច្ច ម្ឫតិយាតនេវ មត្ប្រាណានាំ យាតនា ជាយតេ, យូយមត្រ មយា សាទ៌្ធំ ជាគ្ឫត។
उन्होंने शिष्यों से कहा, “मेरे प्राण इतने अधिक उदास हैं, मानो मेरी मृत्यु हो रही हो. मेरे साथ तुम भी जागते रहो.”
39 តតះ ស កិញ្ចិទ្ទូរំ គត្វាធោមុខះ បតន៑ ប្រាត៌្ហយាញ្ចក្រេ, ហេ មត្បិតយ៌ទិ ភវិតុំ ឝក្នោតិ, តហ៌ិ កំសោៜយំ មត្តោ ទូរំ យាតុ; កិន្តុ មទិច្ឆាវត៑ ន ភវតុ, ត្វទិច្ឆាវទ៑ ភវតុ។
तब येशु उनसे थोड़ी ही दूर जा मुख के बल गिरकर प्रार्थना करने लगे. उन्होंने परमेश्वर से निवेदन किया, “मेरे पिता, यदि संभव हो तो यह प्याला मुझसे टल जाए; फिर भी मेरी नहीं परंतु आपकी इच्छा के अनुरूप हो.”
40 តតះ ស ឝិឞ្យានុបេត្យ តាន៑ និទ្រតោ និរីក្ឞ្យ បិតរាយ កថយាមាស, យូយំ មយា សាកំ ទណ្ឌមេកមបិ ជាគរិតុំ នាឝន្កុត?
जब वह अपने शिष्यों के पास लौटे तो उन्हें सोया हुआ देख उन्होंने पेतरॉस से कहा, “अच्छा, तुम मेरे साथ एक घंटा भी सजग न रह सके!
41 បរីក្ឞាយាំ ន បតិតុំ ជាគ្ឫត ប្រាត៌្ហយធ្វញ្ច; អាត្មា សមុទ្យតោស្តិ, កិន្តុ វបុ រ្ទុព៌្ពលំ។
सजग रहो, प्रार्थना करते रहो, ऐसा न हो कि तुम परीक्षा में पड़ जाओ. हां, निःसंदेह आत्मा तो तैयार है किंतु शरीर दुर्बल.”
42 ស ទ្វិតីយវារំ ប្រាត៌្ហយាញ្ចក្រេ, ហេ មត្តាត, ន បីតេ យទិ កំសមិទំ មត្តោ ទូរំ យាតុំ ន ឝក្នោតិ, តហ៌ិ ត្វទិច្ឆាវទ៑ ភវតុ។
तब येशु ने दूसरी बार जाकर प्रार्थना की, “मेरे पिता, यदि यह प्याला मेरे पिए बिना मुझसे टल नहीं सकता तो आप ही की इच्छा पूरी हो.”
43 ស បុនរេត្យ តាន៑ និទ្រតោ ទទឝ៌, យតស្តេឞាំ នេត្រាណិ និទ្រយា បូណ៌ាន្យាសន៑។
वह दोबारा लौटकर आए तो देखा कि शिष्य सोए हुए हैं—क्योंकि उनकी पलकें बोझिल थी.
44 បឝ្ចាត៑ ស តាន៑ វិហាយ វ្រជិត្វា ត្ឫតីយវារំ បូវ៌្វវត៑ កថយន៑ ប្រាត៌្ហិតវាន៑។
एक बार फिर वह उन्हें छोड़ आगे चले गए और तीसरी बार प्रार्थना की और उन्होंने प्रार्थना में वही सब दोहराया.
45 តតះ ឝិឞ្យានុបាគត្យ គទិតវាន៑, សាម្ប្រតំ ឝយានាះ កិំ វិឝ្រាម្យថ? បឝ្យត, សមយ ឧបាស្ថាត៑, មនុជសុតះ បាបិនាំ ករេឞុ សមប៌្យតេ។
तब वह शिष्यों के पास लौटे और उनसे कहा, “क्या तुम अभी भी सो रहे और आराम कर रहे हो? बहुत हो गया! देखो! आ गया है वह क्षण! मनुष्य का पुत्र पापियों के हाथों पकड़वाया जा रहा है.
46 ឧត្តិឞ្ឋត, វយំ យាមះ, យោ មាំ បរករេឞុ មសប៌យិឞ្យតិ, បឝ្យត, ស សមីបមាយាតិ។
उठो! यहां से चलें. देखो, जो मुझे पकड़वाने पर है, वह आ गया!”
47 ឯតត្កថាកថនកាលេ ទ្វាទឝឝិឞ្យាណាមេកោ យិហូទានាមកោ មុខ្យយាជកលោកប្រាចីនៃះ ប្រហិតាន៑ អសិធារិយឞ្ដិធារិណោ មនុជាន៑ គ្ឫហីត្វា តត្សមីបមុបតស្ថៅ។
येशु अपना कथन समाप्त भी न कर पाए थे कि यहूदाह, जो बारह शिष्यों में से एक था, वहां आ पहुंचा. उसके साथ एक बड़ी भीड़ थी, जो तलवारें और लाठियां लिए हुए थी. ये सब प्रधान पुरोहितों और पुरनियों की ओर से भेजे गए थे.
48 អសៅ បរករេឞ្វប៌យិតា បូវ៌្វំ តាន៑ ឥត្ថំ សង្កេតយាមាស, យមហំ ចុម្ពិឞ្យេ, សោៜសៅ មនុជះ, សឯវ យុឞ្មាភិ រ្ធាយ៌្យតាំ។
येशु के विश्वासघाती ने उन्हें यह संकेत दिया था: “मैं जिसे चूमूं, वही होगा वह. उसे ही पकड़ लेना.”
49 តទា ស សបទិ យីឝុមុបាគត្យ ហេ គុរោ, ប្រណមាមីត្យុក្ត្វា តំ ចុចុម្ពេ។
वहां पहुंचते ही यहूदाह सीधे मसीह येशु के पास गया और उनसे कहा, “प्रणाम, रब्बी!” और उन्हें चूम लिया.
50 តទា យីឝុស្តមុវាច, ហេ មិត្រំ កិមត៌្ហមាគតោសិ? តទា តៃរាគត្យ យីឝុរាក្រម្យ ទឃ្រេ។
येशु ने यहूदाह से कहा, “मेरे मित्र, जिस काम के लिए आए हो, उसे पूरा कर लो.” उन्होंने आकर येशु को पकड़ लिया.
51 តតោ យីឝោះ សង្គិនាមេកះ ករំ ប្រសាយ៌្យ កោឞាទសិំ ពហិឞ្ក្ឫត្យ មហាយាជកស្យ ទាសមេកមាហត្យ តស្យ កណ៌ំ ចិច្ឆេទ។
येशु के शिष्यों में से एक ने तलवार खींची और महापुरोहित के दास पर चला दी जिससे उसका कान कट गया.
52 តតោ យីឝុស្តំ ជគាទ, ខឌ្គំ ស្វស្ថានេ និធេហិ យតោ យេ យេ ជនា អសិំ ធារយន្តិ, តឯវាសិនា វិនឝ្យន្តិ។
येशु ने उस शिष्य से कहा, “अपनी तलवार को म्यान में रखो! जो तलवार उठाते हैं, वे तलवार से ही नाश किए जाएंगे.
53 អបរំ បិតា យថា មទន្តិកំ ស្វគ៌ីយទូតានាំ ទ្វាទឝវាហិនីតោៜធិកំ ប្រហិណុយាត៑ មយា តមុទ្ទិឝ្យេទានីមេវ តថា ប្រាត៌្ហយិតុំ ន ឝក្យតេ, ត្វយា កិមិត្ថំ ជ្ញាយតេ?
क्या तुम यह तो सोच रहे कि मैं अपने पिता से विनती नहीं कर सकता और वह मेरे लिए स्वर्गदूतों के बारह या उससे अधिक लेगिओन (बड़ी सेना) नहीं भेज सकते?
54 តថា សតីត្ថំ ឃដិឞ្យតេ ធម៌្មបុស្តកស្យ យទិទំ វាក្យំ តត៑ កថំ សិធ្យេត៑?
फिर भला पवित्र शास्त्र के लेख कैसे पूरे होंगे, जिनमें लिखा है कि यह सब इसी प्रकार होना अवश्य है?”
55 តទានីំ យីឝុ រ្ជននិវហំ ជគាទ, យូយំ ខឌ្គយឞ្ដីន៑ អាទាយ មាំ កិំ ចៅរំ ធត៌្តុមាយាតាះ? អហំ ប្រត្យហំ យុឞ្មាភិះ សាកមុបវិឝ្យ សមុបាទិឝំ, តទា មាំ នាធរត;
तब येशु ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, “क्या तुम्हें मुझे पकड़ने के लिए तलवारें और लाठियां लेकर आने की ज़रूरत थी, जैसे किसी डाकू को पकड़ने के लिए होती है? मैं तो प्रतिदिन मंदिर में बैठकर शिक्षा दिया करता था! तब तुमने मुझे नहीं पकड़ा!
56 កិន្តុ ភវិឞ្យទ្វាទិនាំ វាក្យានាំ សំសិទ្ធយេ សវ៌្វមេតទភូត៑។ តទា សវ៌្វេ ឝិឞ្យាស្តំ វិហាយ បលាយន្ត។
यह सब इसलिये हुआ है कि भविष्यद्वक्ताओं के लेख पूरे हों.” इस समय सभी शिष्य उन्हें छोड़कर भाग चुके थे.
57 អនន្តរំ តេ មនុជា យីឝុំ ធ្ឫត្វា យត្រាធ្យាបកប្រាញ្ចះ បរិឞទំ កុវ៌្វន្ត ឧបាវិឝន៑ តត្រ កិយផានាមកមហាយាជកស្យាន្តិកំ និន្យុះ។
जिन्होंने येशु को पकड़ा था वे उन्हें महापुरोहित कायाफ़स के यहां ले गए, जहां शास्त्री तथा पुरनिये इकट्ठा थे.
58 កិន្តុ ឝេឞេ កិំ ភវិឞ្យតីតិ វេត្តុំ បិតរោ ទូរេ តត្បឝ្ចាទ៑ វ្រជិត្វា មហាយាជកស្យាដ្ដាលិកាំ ប្រវិឝ្យ ទាសៃះ សហិត ឧបាវិឝត៑។
पेतरॉस कुछ दूरी पर येशु के पीछे-पीछे चलते हुए महापुरोहित के आंगन में आ पहुंचे और वहां वह प्रहरियों के साथ बैठ गए कि देखें आगे क्या-क्या होता है.
59 តទានីំ ប្រធានយាជកប្រាចីនមន្ត្រិណះ សវ៌្វេ យីឝុំ ហន្តុំ ម្ឫឞាសាក្ឞ្យម៑ អលិប្សន្ត,
मसीह येशु को मृत्यु दंड देने की इच्छा लिए हुए प्रधान पुरोहित तथा पूरी महासभा मसीह येशु के विरुद्ध झूठे गवाह खोजने का यत्न कर रही थी,
60 កិន្តុ ន លេភិរេ។ អនេកេឞុ ម្ឫឞាសាក្ឞិឞ្វាគតេឞ្វបិ តន្ន ប្រាបុះ។
किंतु इसमें वे विफल ही रहे. यद्यपि अनेक झूठे गवाह सामने आए, किंतु मृत्यु दंड के लिए आवश्यक दो सहमत गवाह उन्हें फिर भी न मिले. आखिर दो गवाह सामने आए
61 ឝេឞេ ទ្វៅ ម្ឫឞាសាក្ឞិណាវាគត្យ ជគទតុះ, បុមានយមកថយត៑, អហមីឝ្វរមន្ទិរំ ភំក្ត្វា ទិនត្រយមធ្យេ តន្និម៌្មាតុំ ឝក្នោមិ។
जिन्होंने कहा, “यह व्यक्ति कहता था, ‘मैं परमेश्वर के मंदिर को नाश करके उसे तीन दिन में दोबारा खड़ा करने में समर्थ हूं.’”
62 តទា មហាយាជក ឧត្ថាយ យីឝុម៑ អវាទីត៑។ ត្វំ កិមបិ ន ប្រតិវទសិ? ត្វាមធិ កិមេតេ សាក្ឞ្យំ វទន្តិ?
तब महापुरोहित खड़े हुए तथा मसीह येशु से पूछा, “क्या तुम्हें अपने बचाव में कुछ नहीं कहना है? ये सब तुम्हारे विरुद्ध क्या-क्या गवाही दे रहे हैं!”
63 កិន្តុ យីឝុ រ្មៅនីភូយ តស្យៅ។ តតោ មហាយាជក ឧក្តវាន៑, ត្វាម៑ អមរេឝ្វរនាម្នា ឝបយាមិ, ត្វមីឝ្វរស្យ បុត្រោៜភិឞិក្តោ ភវសិ នវេតិ វទ។
येशु मौन ही रहे. तब महापुरोहित ने येशु से कहा, “मैं तुम्हें जीवित परमेश्वर की शपथ देता हूं कि तुम हमें बताओ, क्या तुम ही मसीह, परमेश्वर के पुत्र हो?”
64 យីឝុះ ប្រត្យវទត៑, ត្វំ សត្យមុក្តវាន៑; អហំ យុឞ្មាន៑ តថ្យំ វទាមិ, ឥតះបរំ មនុជសុតំ សវ៌្វឝក្តិមតោ ទក្ឞិណបាឝ៌្វេ ស្ថាតុំ គគណស្ថំ ជលធរានារុហ្យាយាន្តំ វីក្ឞធ្វេ។
येशु ने उसे उत्तर दिया, “आपने यह स्वयं कह दिया है, फिर भी, मैं आपको यह बताना चाहता हूं कि इसके बाद आप मनुष्य के पुत्र को सर्वशक्तिमान की दायीं ओर बैठे तथा आकाश के बादलों पर आता हुआ देखेंगे.”
65 តទា មហាយាជកោ និជវសនំ ឆិត្ត្វា ជគាទ, ឯឞ ឦឝ្វរំ និន្ទិតវាន៑, អស្មាកមបរសាក្ឞ្យេណ កិំ ប្រយោជនំ? បឝ្យត, យូយមេវាស្យាស្យាទ៑ ឦឝ្វរនិន្ទាំ ឝ្រុតវន្តះ,
यह सुनना था कि महापुरोहित ने अपने वस्त्र फाड़ डाले और कहा, “परमेश्वर-निंदा की है इसने! क्या अब भी गवाहों की ज़रूरत है? आप सभी ने स्वयं यह परमेश्वर-निंदा सुनी है.
66 យុឞ្មាភិះ កិំ វិវិច្យតេ? តេ ប្រត្យូចុះ, វធាហ៌ោៜយំ។
अब क्या विचार है आपका?” सभी परिषद ने उत्तर दिया, “यह मृत्यु दंड के योग्य है.”
67 តតោ លោកៃស្តទាស្យេ និឞ្ឋីវិតំ កេចិត៑ ប្រតលមាហត្យ កេចិច្ច ចបេដមាហត្យ ពភាឞិរេ,
तब उन्होंने येशु के मुख पर थूका, उन पर घूंसों से प्रहार किया, कुछ ने उन्हें थप्पड़ भी मारे और फिर उनसे प्रश्न किया,
68 ហេ ខ្រីឞ្ដ ត្វាំ កឝ្ចបេដមាហតវាន៑? ឥតិ គណយិត្វា វទាស្មាន៑។
“मसीह! भविष्यवाणी कीजिए, कि आपको किसने मारा है?”
69 បិតរោ ពហិរង្គន ឧបវិឝតិ, តទានីមេកា ទាសី តមុបាគត្យ ពភាឞេ, ត្វំ គាលីលីយយីឝោះ សហចរឯកះ។
पेतरॉस आंगन में बैठे हुए थे. एक दासी वहां से निकली और पेतरॉस से पूछने लगी, “तुम भी तो उस गलीलवासी येशु के साथ थे न?”
70 កិន្តុ ស សវ៌្វេឞាំ សមក្ឞម៑ អនង្គីក្ឫត្យាវាទីត៑, ត្វយា យទុច្យតេ, តទត៌្ហមហំ ន វេទ្មិ។
किंतु पेतरॉस ने सबके सामने यह कहते हुए इस सच को नकार दिया: “क्या कह रही हो? मैं समझा नहीं!”
71 តទា តស្មិន៑ ពហិទ៌្វារំ គតេ ៜន្យា ទាសី តំ និរីក្ឞ្យ តត្រត្យជនានវទត៑, អយមបិ នាសរតីយយីឝុនា សាទ៌្ធម៑ អាសីត៑។
जब पेतरॉस द्वार से बाहर निकले, एक दूसरी दासी ने पेतरॉस को देख वहां उपस्थित लोगों से कहा, “यह व्यक्ति नाज़रेथ के येशु के साथ था.”
72 តតះ ស ឝបថេន បុនរនង្គីក្ឫត្យ កថិតវាន៑, តំ នរំ ន បរិចិនោមិ។
एक बार फिर पेतरॉस ने शपथ खाकर नकारते हुए कहा, “मैं उस व्यक्ति को नहीं जानता.”
73 ក្ឞណាត៑ បរំ តិឞ្ឋន្តោ ជនា ឯត្យ បិតរម៑ អវទន៑, ត្វមវឝ្យំ តេឞាមេក ឥតិ ត្វទុច្ចារណមេវ ទ្យោតយតិ។
कुछ समय बाद एक व्यक्ति ने पेतरॉस के पास आकर कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं कि तुम भी उनमें से एक हो. तुम्हारी भाषा-शैली से यह स्पष्ट हो रहा है.”
74 កិន្តុ សោៜភិឝប្យ កថិតវាន៑, តំ ជនំ នាហំ បរិចិនោមិ, តទា សបទិ កុក្កុដោ រុរាវ។
पेतरॉस अपशब्द कहते हुए शपथ खाकर कहने लगे, “मैं उस व्यक्ति को नहीं जानता!” उनका यह कहना था कि मुर्ग ने बांग दी.
75 កុក្កុដរវាត៑ ប្រាក៑ ត្វំ មាំ ត្រិរបាហ្នោឞ្យសេ, យៃឞា វាគ៑ យីឝុនាវាទិ តាំ បិតរះ សំស្ម្ឫត្យ ពហិរិត្វា ខេទាទ៑ ភ្ឫឝំ ចក្រន្ទ។
पेतरॉस को येशु की वह कही हुई बात याद आई, “इसके पूर्व कि मुर्ग बांग दे तुम मुझे तीन बार नकार चुके होगे.” पेतरॉस बाहर गए और फूट-फूटकर रोने लगे.