< مزامیر 94 >
ای خداوند، ای خدای انتقام گیرنده، قدرتت را نشان بده. | 1 |
याहवेह, बदला लेनेवाले परमेश्वर, बदला लेनेवाले परमेश्वर, अपने तेज को प्रकट कीजिए.
ای داور جهان، برخیز و متکبران را به سزای اعمالشان برسان. | 2 |
पृथ्वी का न्यायाध्यक्ष, उठ जाइए; अहंकारियों को वही प्रतिफल दीजिए, जिसके वे योग्य हैं.
گناهکاران تا به کی پیروز و سرافراز خواهند بود؟ | 3 |
दुष्ट कब तक, याहवेह, कब तक आनंद मनाते रहेंगे?
همهٔ بدکاران، گستاخ و ستمگر هستند و حرفهای ناروا میزنند. | 4 |
वे डींग मारते चले जा रहे हैं; समस्त दुष्ट अहंकार में फूले जा रहे हैं.
قوم تو را از بین میبرند و بر بندگانت ظلم میکنند. | 5 |
वे आपकी प्रजा को कुचल रहे हैं, याहवेह; वे आपकी निज भाग को दुःखित कर रहे हैं.
بیوهزنان و غریبان و یتیمان را میکشند. | 6 |
वे विधवा और प्रवासी की हत्या कर रहे हैं; वे अनाथों की हत्या कर रहे हैं.
این ستمکاران میگویند: «خداوند ما را نمیبیند و خدای یقعوب متوجهٔ کارهای ما نمیشود.» | 7 |
वे कहे जा रहे हैं, “कुछ नहीं देखता याहवेह; याकोब के परमेश्वर ने इसकी ओर ध्यान नहीं देते है.”
ای قوم من، چرا اینقدر نادان هستید؟ کِی عاقل خواهید شد؟ | 8 |
मन्दमतियो, थोड़ा विचार तो करो; निर्बुद्धियो, तुममें बुद्धिमत्ता कब जागेगी?
آیا خدا که به ما گوش داده است، خودش نمیشنود؟ او که به ما چشم داده است، آیا نمیبیند؟ | 9 |
जिन्होंने कान लगाए हैं, क्या वे सुनते नहीं? क्या वे, जिन्होंने आंखों को आकार दिया है, देखते नहीं?
او که همهٔ قومها را مجازات میکند، آیا شما را مجازات نخواهد کرد؟ او که همه چیز را به انسان میآموزد، آیا نمیداند که شما چه میکنید؟ | 10 |
क्या वे, जो राष्ट्रों को ताड़ना देते हैं, वे दंड नहीं देंगे? क्या वे, जो मनुष्यों को शिक्षा देते हैं, उनके पास ज्ञान की कमी है?
خداوند از افکار انسان آگاه است و میداند که آنها پوچ و بیارزشاند. | 11 |
याहवेह मनुष्य के विचारों को जानते हैं; कि वे विचार मात्र श्वास ही हैं.
خوشا به حال کسی که تو، ای خداوند، او را تأدیب میکنی و قوانین خود را به او میآموزی. | 12 |
याहवेह, धन्य होता है वह पुरुष, जो आपके द्वारा प्रताड़ित किया जाता है, जिसे आप अपनी व्यवस्था से शिक्षा देते हैं;
چنین شخصی، در روزهایی که تو گناهکاران را گرفتار میسازی و نابود میکنی، آسودهخاطر و در امان خواهد بود. | 13 |
विपत्ति के अवसर पर आप उसे चैन प्रदान करते हैं, दुष्ट के लिए गड्ढा खोदे जाने तक.
خداوند قوم برگزیدهٔ خود را ترک نخواهد کرد و ایشان را از یاد نخواهد برد. | 14 |
कारण यह है कि याहवेह अपनी प्रजा का परित्याग नहीं करेंगे; वह कभी भी अपनी निज भाग को भूलते नहीं.
بار دیگر داوری از روی عدل و انصاف اجرا خواهد شد و همهٔ درستکاران از آن پشتیبانی خواهند کرد. | 15 |
धर्मियों को न्याय अवश्य प्राप्त होगा और सभी सीधे हृदय इसका अनुसरण करेंगे.
کیست که به طرفداری از من برخیزد و در مقابل گناهکاران ایستادگی کند؟ چه کسی حاضر است با من علیه بدکاران بجنگد؟ | 16 |
मेरी ओर से बुराई करनेवाले के विरुद्ध कौन खड़ा होगा? कुकर्मियों के विरुद्ध मेरा साथ कौन देगा?
اگر خداوند مددکار من نمیبود بهزودی از بین میرفتم. | 17 |
यदि स्वयं याहवेह ने मेरी सहायता न की होती, शीघ्र ही मृत्यु की चिर-निद्रा मेरा आवास हो गई होती.
وقتی فریاد زدم که پاهایم میلغزند! تو، ای خداوند پر محبت، به فریادم رسیدی و دست مرا گرفتی. | 18 |
यदि मैंने कहा, “मेरा पांव फिसल गया है,” याहवेह, आपका करुणा-प्रेम मुझे थाम लेगा.
هنگامی که فکرم ناراحت و دلم بیقرار است، ای خداوند، تو مرا دلداری میدهی و به من آسودگی خاطر میبخشی. | 19 |
जब मेरा हृदय अत्यंत व्याकुल हो गया था, आपकी ही सांत्वना ने मुझे हर्षित किया है.
آیا حکمرانان شرور از حمایت تو برخوردار خواهند بود که به نام قانون هر نوع ظلمی را مرتکب میشوند؟ | 20 |
क्या दुष्ट शासक के आपके साथ संबंध हो सकते हैं, जो राजाज्ञा की आड़ में प्रजा पर अन्याय करते हैं?
آنها علیه درستکاران توطئه میچینند و بیگناهان را به مرگ محکوم میکنند. | 21 |
वे सभी धर्मी के विरुद्ध एकजुट हो गए हैं और उन्होंने निर्दोष को मृत्यु दंड दे दिया है.
اما خداوند صخره و پناهگاه من است و مرا از هر گزندی حفظ میکند. | 22 |
किंतु स्थिति यह है कि अब याहवेह मेरा गढ़ बन गए हैं, तथा परमेश्वर अब मेरे आश्रय की चट्टान हैं.
خداوند، شریران و بدکاران را به سزای اعمالشان خواهد رسانید و آنها را از بین خواهد برد. آری، خداوند، خدای ما، ایشان را نابود خواهد کرد. | 23 |
वही उनकी दुष्टता का बदला लेंगे, वही उनकी दुष्टता के कारण उनका विनाश कर देंगे; याहवेह हमारे परमेश्वर निश्चयतः उन्हें नष्ट कर देंगे.