< اعداد 4 >

سپس خداوند به موسی و هارون فرمود: 1
इसके बाद याहवेह ने मोशेह तथा अहरोन को यह आज्ञा दी:
«نسل قهات را که طایفه‌ای از قبیلهٔ لاوی می‌باشند، بشمار. 2
“लेवी के घराने में से, परिवारों के अनुसार कोहाथ के घराने की गिनती उनके कुल और परिवारों के अनुसार करो.
این سرشماری از تمام مردان سی ساله تا پنجاه ساله که می‌توانند در خیمهٔ ملاقات خدمت کنند به عمل آید. 3
तीस से पचास वर्ष की आयु के सभी पुरुषों की गणना करोगे. ये वे सभी होंगे, जो मिलनवाले तंबू में सेवा करने के लिए चुने जाते हैं.
«وظایف نسل قهات در خیمۀ ملاقات در خصوص اسبابِ بسیار مقدّس خواهد بود. 4
“कोहाथ के घराने के लिए मिलनवाले तंबू में परम पवित्र वस्तुओं के उपयोग से संबंधित कार्य यह होगा.
وقتی که اردو بخواهد حرکت کند، ابتدا هارون و پسرانش باید به خیمهٔ عبادت داخل شوند و پردهٔ داخلی را پایین آورده، صندوق عهد را با آن بپوشانند. 5
जब यात्रा के लिए छावनी कूच करने पर हो, तब अहरोन एवं उसके पुत्र भीतर जाकर ढंकने वाले पर्दे को उतारेंगे और साक्षी पत्र के संदूक को इससे ढांक देंगे.
سپس پرده را با پوست بز پوشانیده، یک پارچهٔ آبی رنگ روی پوست بز بکشند و چوبهای حامل صندوق عهد را در حلقه‌های خود قرار دهند. 6
इसके बाद वे इस पर सूंस की खाल फैला देंगे तथा इस पर वे संपूर्ण नीले रंग के वस्त्र को फैलाकर संदूक के दोनों डंड़े उनके स्थानों में पिरो देंगे.
«بعد ایشان باید یک پارچهٔ آبی روی میزی که نان حضور بر آن گذاشته می‌شود کشیده، بشقابها، قاشقها، کاسه‌ها، پیاله‌ها و نان حضور را روی آن پارچه بگذارند. 7
“उपस्थिति रोटी की मेज़ पर भी वे एक संपूर्ण नीले रंग का वस्त्र फैला देंगे और इस पर वे बर्तन, बलि के कटोरे तथा पेय बलि की सुराहियां रख देंगे. उस पर वहां सदैव रखी जाने के लिए नियत रोटी भी रखी जाना ज़रूरी है.
سپس یک پارچهٔ ارغوانی روی آن کشیده، آنگاه پارچهٔ ارغوانی را با پوست بز بپوشانند و چوبهای حامل میز را در حلقه‌ها جای دهند. 8
इन सबके ऊपर वे एक लाल रंग का वस्त्र फैला देंगे तथा इसके भी ऊपर होगी सूंस की खाल. इसके बाद वे इसके डंड़े उनके स्थान पर पिरो देंगे.
«پس از آن باید چراغدان، چراغها، انبرها، سینی‌ها و ظرف روغن زیتون را با پارچهٔ آبی رنگ بپوشانند. 9
“फिर वे एक नीले रंग के वस्त्र से दीवट को इसके दीपों एवं इन्हें बुझाने के उपकरण के साथ ही ढांक देंगे, इसके अलावा इसके साथ उपयोग होनेवाले बर्तन, तेल के बर्तन, जो इसके साथ ही इस्तेमाल किए जाते हैं.
سپس تمام این اشیاء را در پوست بز پیچیده، بسته را روی یک چهار چوب حامل قرار دهند. 10
इन सभी बर्तनों को वे सूंस की खाल से ढांक देंगे तथा इसे वे उठानेवाले डंडों पर रख देंगे.
«آنگاه یک پارچهٔ آبی روی مذبح طلایی بکشند و آن را با پوست بز پوشانیده، چوبهای حامل را در حلقه‌های مذبح بگذارند. 11
“सोने की वेदी पर वे एक नीले रंग का वस्त्र फैला देंगे इसके बाद वे इसे सूंस की खाल से ढांक कर और फिर डंडों को इसमें पिरो देंगे.
کلیهٔ وسایل باقیماندهٔ خیمهٔ عبادت را در یک پارچهٔ آبی پیچیده، آن را با پوست بز بپوشانند و روی چهار چوب حامل بگذارند. 12
“इसके बाद वे पवित्र स्थान में प्रयोग के लिए ठहराए गए सभी बर्तन लेकर उन्हें एक नीले रंग के वस्त्र में रख देंगे, इसे सूंस की खाल से ढांक देंगे, और तब उठाने के डंड़े इसमें पिरो देंगे.
«خاکستر مذبح را باید دور بریزند و خود مذبح را با یک پارچهٔ ارغوانی بپوشانند. 13
“वे वेदी की राख को हटाकर उसे एक बैंगनी वस्त्र से ढांक देंगे.
تمام وسایل مذبح از قبیل آتشدانها، چنگکها، خاک‌اندازها، کاسه‌ها و ظروف دیگر را باید روی پارچه بگذارند و پوششی از پوست بز روی آنها بکشند. آنگاه چوبهای حامل را در جاهای خود قرار دهند. 14
वे इसके साथ ही इससे संबंधित सारे बर्तन उस पर रख देंगे: अग्नि पात्र, अंगीठियां, कांटे, फावड़े, चिलमचियां तथा वेदी से संबंधित पात्र तथा इन सब पर वे सूंस की खाल फैला देंगे और तब उठाने के डंड़े उसके स्थान पर पिरो देंगे.
وقتی که هارون و پسرانش، کار جمع کردن اسباب قدس و کلیهٔ وسایل آن را تمام کردند، نسل قهات آمده، آنها را بردارند و به هر جایی که اردو کوچ می‌کند ببرند. ولی ایشان نباید به این اشیاء مقدّس دست بزنند مبادا بمیرند، پس وظیفهٔ مقدّس پسران قهات، حمل اشیاء خیمهٔ ملاقات است. 15
“जब अहरोन एवं उसके पुत्र पवित्र वस्तुओं तथा पवित्र स्थान के वस्त्रों को ढांक चुकें, और छावनी कूच के लिए तैयार हो, कोहाथ के पुत्र उनको उठाने जाएं, वे यह ध्यान रखें कि किसी भी पवित्र वस्तु से वे छू न जाएं; नहीं तो उनकी मृत्यु तय है. कोहाथ के घराने की यह ज़िम्मेदारी है कि वे मिलनवाले तंबू की इन वस्तुओं को उठाया करें.
«العازار پسر هارون، مسئول روغن برای روشنایی، بخور خوشبو، هدیهٔ آردی روزانه و روغن تدهین باشد. در واقع، نظارت بر تمامی خیمهٔ عبادت و هر چه که در آن است به عهدهٔ او خواهد بود.» 16
“अहरोन के पुत्र पुरोहित एलिएज़र को, दीपों के लिए उपयोग में लाए जानेवाले तेल, सुगंधधूप, नित्य अन्‍नबलि, अभिषेक के तेल; अर्थात् पूरे साक्षी के तंबू तथा उसमें रखी वस्तुओं, पवित्र स्थान तथा संबंधित वस्तुओं की पूरी ज़िम्मेदारी होगी.”
سپس خداوند به موسی و هارون فرمود: 17
इसके बाद याहवेह ने मोशेह तथा अहरोन को यह आज्ञा दी,
«مواظب باشید طایفۀ قهاتیان از میان لاویان منقطع نشوند. 18
“यह ध्यान रखना कि लेवियों में से कोहाथियों के परिवार नष्ट न हो जाएं.
آنچه باید بکنید تا ایشان به هنگام حمل مقدّسترین اشیاء خیمۀ عبادت نمیرند، این است: هارون و پسرانش با ایشان داخل خیمۀ عبادت شده، آنچه را که هر یک از آنان باید حمل کنند به ایشان نشان دهند. 19
किंतु जब वे पवित्र वस्तुओं के निकट जाएं, तो उनके जीवन की सुरक्षा की दृष्टि से यह अवश्य किया जाए: अहरोन तथा उसके पुत्र उनके साथ भीतर जाकर हर एक को उसके लिए ठहराया हुआ कार्य सौंप दें;
در غیر این صورت، ایشان نباید هرگز حتی برای یک لحظه داخل قدس بشوند، مبادا به اشیاء مقدّس آنجا نگاه کرده بمیرند.» 20
किंतु किसी भी परिस्थिति में, कोहाथियों भीतर जाकर एक क्षण के लिए भी पवित्र वस्तुओं पर दृष्टि करना उनके लिए घातक सिद्ध होगा.”
خداوند به موسی فرمود: 21
फिर याहवेह ने मोशेह को यह आज्ञा दी,
«افراد خاندانها و طایفه‌های جرشون از قبیلۀ لاوی را سرشماری کن. 22
“अब गेरशोन के घराने की गिनती उनके परिवारों एवं कुल के अनुसार करो.
همۀ مردان سی ساله و بالاتر تا پنجاه ساله را که می‌توانند در خیمهٔ ملاقات خدمت کنند، بشمار. 23
तीस से पचास वर्ष की आयु के सभी पुरुषों की गिनती करनी है. ये सभी वे होंगे, जो मिलनवाले तंबू में सेवा के लिए चुने जाते हैं.
وظایف ایشان از این قرار است: 24
“गेरशोनियों के परिवारों के लिए ठहराई हुई सेवा इस प्रकार है: सेवा करना तथा भार उठाना.
«حمل پرده‌های خیمهٔ ملاقات، خود خیمه با پوششهای آن، پوشش پوست بز بالای آن، پردهٔ مدخل خیمه، 25
वे साक्षी तंबू, अर्थात् मिलनवाले तंबू के पर्दे एवं ढकने वाले वस्त्र, सूंस के चमड़े का पर्दा, मिलनवाले तंबू के द्वार के लिए पर्दा,
حمل پرده‌های دیوار حیاط و پردهٔ مدخل حیاطی که در اطراف مذبح و خیمهٔ عبادت است، به اضافهٔ حمل طنابها و تمام لوازم دیگر. ایشان مسئول حمل و نقل این اشیاء هستند. 26
उस आंगन के पर्दे जो साक्षी तंबू और वेदी के चारों ओर है, उसके द्वार का पर्दा, पर्दों की डोरें तथा काम में आनेवाले सभी सामान तथा वह सब जो सामान्यतः किया जाता है, वे करते रहेंगे.
هارون و پسران او، این خدمتها را برای جرشونی‌ها تعیین خواهند نمود. 27
गेरशोनियों के लिए जो भी सेवाएं, तथा सामग्री सामान उठाने से संबंधित जवाबदारी ठहराई गई है, उनको वे सिर्फ अहरोन एवं उसके पुत्र के आदेश पर ही किया करेंगे, तथा तुम भार उठाने से संबंधित जवाबदारी उन्हें सौंप दोगे.
این است خدمت جرشونی‌ها در خیمۀ ملاقات؛ و ایتامار پسر هارون بر کار آنها نظارت خواهد کرد.» 28
गेरशोनियों का उनके परिवारों के अनुसार मिलनवाले तंबू में किए जाने के कार्यों का विवरण यही है, तथा उनकी सेवाओं के विषय में निर्देश पुरोहित अहरोन के पुत्र इथामार द्वारा प्रदान किए जाएंगे.
«حال افراد طایفه‌ها و خاندانهای مِراری از قبیلۀ لاوی را سرشماری کن. 29
“मेरारी के पुत्रों की गिनती उनके परिवारों के अनुसार उनके पितरों के घराने में करोगे.
همۀ مردان سی ساله و بالاتر تا پنجاه ساله را که می‌توانند در خیمهٔ ملاقات خدمت کنند، بشمار. 30
तीस से पचास वर्ष की आयु के सभी पुरुषों की गिनती करनी है. ये वे होंगे, जिन्हें मिलनवाले तंबू में सेवा के लिए भर्ती किया जाता है.
هنگام حمل و نقل خیمهٔ ملاقات، ایشان باید چوب‌بست خیمه، پشت‌بندها، ستونها، پایه‌ها، 31
उनके द्वारा मिलनवाले तंबू की सेवा में उठाने का कार्य इस प्रकार किया जाएगा: साक्षी तंबू के पल्ले, छड़ें, खंभे, तथा आधार,
ستونهای اطراف حیاط با پایه‌ها، میخها، طنابها و هر چیز دیگری را که مربوط به استفاده و تعمیر آنها باشد، حمل کنند. «وظیفهٔ هر کس را با ذکر اسم، به او گوشزد نما. 32
आंगन के चारों ओर के खंभे, उनके आधार, उनकी खूंटियां, उनकी डोरियां तथा उनके उपकरण, उनके उपयोग से जुड़ी हर चीज़. तुम हर एक व्यक्ति को उसका नाम लेकर वे वस्तुएं सौंपोगे, जिनका भार वह उठाया करेगा.
مردان مراری نیز باید تحت نظر ایتامار پسر هارون در خیمۀ ملاقات انجام وظیفه کنند.» 33
मिलनवाले तंबू में पुरोहित अहरोन के पुत्र इथामार के निर्देश में मेरारी के वंशजों के परिवारों द्वारा की जाने के लिए निर्धारित सेवा यही होगी.”
پس موسی و هارون و رهبران دیگر، طایفهٔ قهات را برحسب طایفه‌ها و خاندانهایشان سرشماری کردند. 34
फिर मोशेह अहरोन, तथा सारी सभा के प्रधानों ने कोहाथ के घराने के परिवारों के अंतर्गत उनके पितरों और कुलों के अनुसार उनकी गिनती की.
مردان سی ساله تا پنجاه ساله که می‌توانستند در خیمۀ ملاقات خدمت کنند 35
वे सभी, जो आयु में तीस से पचास वर्ष के पुरुष हैं, जिनकी नियुक्ति मिलनवाले तंबू की सेवा के लिए की गई थी, इसमें गिने गए.
۲٬۷۵۰ نفر بودند. 36
परिवारों के अनुसार इनकी कुल संख्या 2,750 थी.
این بود کل افراد طایفه‌های قهاتی که در خیمۀ ملاقات خدمت می‌کردند. آنها بر اساس دستوری که خداوند به موسی داده بود، به دست موسی و هارون شمارش شدند. 37
ये सभी कोहाथियों के परिवारों से गिने गए लोग थे; हर एक, जो मिलनवाले तंबू में सेवारत था, जिनकी गिनती मोशेह एवं अहरोन ने मोशेह को याहवेह द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार की थी.
تعداد مردان طایفهٔ جرشون که می‌توانستند در خیمۀ ملاقات خدمت کنند ۲٬۶۳۰ نفر بود. 38
गेरशोन के परिवारों के अंतर्गत पितरों और कुलों के अनुसार सभी व्यक्तियों की गिनती की गई.
39
वे व्यक्ति, जिनकी आयु तीस वर्ष से ऊपर तथा तीस से पचास वर्ष है, हर एक पुरुष, जिसे मिलनवाले तंबू में सेवा के लिए चुना गया,
40
परिवारों के अंतर्गत, पितरों और कुलों के अनुसार गिने गए व्यक्तियों की संख्या 2,630 थी.
این سرشماری نیز بر اساس دستوری که خداوند به موسی داده بود، به دست موسی و هارون انجام شد. 41
ये गेरशोन के घराने के परिवारों के गिने गए समस्त व्यक्ति थे; हर एक, जो मिलनवाले तंबू में सेवा करता था. जिनकी गिनती याहवेह के आदेश के अंतर्गत मोशेह तथा अहरोन ने की.
تعداد مردان طایفهٔ مراری که می‌توانستند در خیمۀ ملاقات خدمت کنند ۳٬۲۰۰ نفر بود. 42
मेरारी के घराने की उनके परिवारों के अंतर्गत उनके पितरों और कुलों के अनुसार गिने गए.
43
हर एक पुरुष, जिसकी आयु तीस वर्ष से अधिक तथा तीस से पचास वर्ष है, जिसे मिलनवाले तंबू की सेवा के लिए चुना गया था,
44
परिवारों के अनुसार उनकी संख्या थी 3,200.
این سرشماری نیز بر اساس دستوری که خداوند به موسی داده بود، به دست موسی و هارون انجام شد. 45
ये मेरारी के घराने के परिवारों के अनुसार गिने गए समस्त व्यक्ति हैं, जिनकी गिनती मोशेह तथा अहरोन ने याहवेह के मोशेह को दिए आदेश के अंतर्गत की थी.
به این طریق موسی و هارون و رهبران قوم اسرائیل، تمام لاویان سی ساله تا پنجاه ساله را که قادر به خدمت و حمل و نقل خیمهٔ ملاقات بودند، شمردند. جمع کل آنها ۸٬۵۸۰ نفر بود. 46
मोशेह, अहरोन तथा इस्राएल के प्रधानों द्वारा सभी लेवी पुरुषों की,
47
हर एक पुरुष जिनकी आयु तीस से पचास वर्ष है, जो मिलनवाले तंबू में सेवा के लिए उनके परिवारों तथा पितरों और कुलों के अनुसार गिनती की गई.
48
उनकी संख्या 8,580 थी.
این سرشماری بر اساس دستوری که خداوند به موسی داده بود، صورت گرفت. 49
यह गिनती मोशेह को याहवेह द्वारा दी गई आज्ञा के अंतर्गत की गई. हर एक व्यक्ति की गिनती की गई, जो सेवा करता था, अथवा भार उठानेवाला था. इस प्रकार ये सभी गिने गए व्यक्ति थे; मोशेह को याहवेह द्वारा दी गई आज्ञा यही है.

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