< لاویان 13 >

خداوند این قوانین را به موسی و هارون داد: 1
याहवेह ने मोशेह और अहरोन को यह आदेश दिया,
«اگر روی پوست بدن شخصی دمل، جوش یا لکهٔ براقی مشاهده شود، باید وی را نزد هارون یا یکی از کاهنان نسل او بیاورند، چون احتمال دارد آن شخص مبتلا به جذام باشد. 2
“यदि किसी व्यक्ति की त्वचा पर सूजन, चकत्ते अथवा कोई चमकीला धब्बा हो, और यदि यह उसकी त्वचा पर कोढ़ का संक्रमण बन जाए, तब उस व्यक्ति को पुरोहित अहरोन अथवा उनके किसी पुरोहित पुत्र के सामने लाया जाए.
کاهن لکه را معاینه خواهد کرد. اگر موهایی که در لکه است سفید شده باشد و اگر آن لکه از پوست گودتر باشد، پس مرض جذام است و کاهن باید او را نجس اعلام کند. 3
पुरोहित उस व्यक्ति की त्वचा पर के धब्बे का निरीक्षण करेगा और यदि उस संक्रमित स्थान के रोएं सफेद हो गए हों, और संक्रमण त्वचा से गहरा ज्ञात होता हो, तो यह निश्चित ही कोढ़ का संक्रमण है. फिर जब पुरोहित उस व्यक्ति का निरीक्षण पूरा कर ले, तब उसे अशुद्ध घोषित कर दे.
اگر لکهٔ روی پوست سفید باشد اما گودتر از پوست نباشد و موهایی که در لکه است سفید نشده باشد، کاهن باید او را تا هفت روز جدا از دیگران نگه دارد. 4
यदि त्वचा पर का धब्बा सफेद तो है, किंतु संक्रमण त्वचा से गहरा मालूम नहीं होता है, और इस स्थान के रोएं भी सफेद नहीं हुए हैं, तो पुरोहित उस संक्रमित व्यक्ति को सात दिन के लिए अलग रखे.
در روز هفتم، کاهن دوباره او را معاینه کند. اگر آن لکه تغییر نکرده باشد و بزرگ نیز نشده باشد، آنگاه کاهن باید هفت روز دیگر هم او را از مردم جدا نگه دارد. 5
सातवें दिन पुरोहित उस व्यक्ति का निरीक्षण करे और यदि उसे प्रतीत हो कि संक्रमण तो ज्यों का त्यों है, किंतु वह त्वचा में फैला नहीं है, तो पुरोहित उस व्यक्ति को और सात दिन के लिए अलग रखे.
روز هفتم، کاهن دوباره او را معاینه کند. اگر نشانه‌های مرض کمتر شده و لکه بزرگ نشده باشد، کاهن او را طاهر اعلام کند، چون یک زخم معمولی بوده است. کافی است آن شخص لباسهایش را بشوید تا طاهر شود. 6
सातवें दिन पुरोहित दोबारा उस व्यक्ति का निरीक्षण करे; यदि संक्रमित स्थान का सुधार होने के कारण उसका रंग हल्का हो गया है, और वह त्वचा पर नहीं फैला है; तो पुरोहित उसे शुद्ध घोषित कर दे; यह एक चकत्ते मात्र है. वह व्यक्ति अपने वस्त्र धो ले और शुद्ध हो जाए.
ولی اگر پس از آنکه کاهن او را طاهر اعلام کرد، آن لکه بزرگ شود، باید دوباره نزد کاهن بیاید. 7
किंतु यदि पुरोहित के सामने शुद्ध प्रमाणित होने के बाद वह धब्बा त्वचा पर फैलने लगे, तो वह व्यक्ति स्वयं को दोबारा पुरोहित के सामने प्रस्तुत करे.
کاهن باز به آن نگاه کند، اگر لکه بزرگ شده باشد آنگاه او را نجس اعلام کند، زیرا این جذام است. 8
पुरोहित इसका निरीक्षण करे और यदि उसे यह जान पड़े कि त्वचा पर धब्बा फैल रहा है, तो पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; यह कोढ़ का रोग है.
«شخصی را که گمان می‌رود بیماری جذام دارد باید نزد کاهن بیاورند 9
“यदि कोढ़ का संक्रमण किसी पुरुष पर है, तो उसे पुरोहित के सामने लाया जाए.
و کاهن او را معاینه کند. اگر آماس چرکی سفیدی در پوست باشد و موهای روی آن نیز سفید شده باشد، 10
पुरोहित उसका निरीक्षण करे. यदि उसकी त्वचा में सफेद रंग की सूजन है और उसके उस स्थान के रोएं भी सफेद हो गए हैं तथा सूजन में खुला घाव है,
این جذام مزمن است و کاهن باید او را نجس اعلام کند. دیگر نباید او را برای معاینات بیشتر نگه داشت، چون مرض وی قطعی است. 11
तो यह उस व्यक्ति की त्वचा पर पुराना कोढ़ का रोग है, पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे, किंतु वह उस व्यक्ति को इसलिये दूसरे लोगों से अलग न करे, कि वह अशुद्ध है.
ولی اگر جذام در پوست پخش شده باشد، به‌گونه‌ای که تا آنجا که کاهن می‌تواند ببیند، بدنش را از سر تا پا پوشانیده باشد، 12
“यदि कोढ़ त्वचा में और अधिक फूट जाए और कोढ़ उस व्यक्ति के सिर से लेकर पांव तक पूरी देह में फैल जाए, जहां तक पुरोहित इसको देख सके,
آنگاه کاهن باید او را معاینه کند، و اگر تمام بدن او که جذام آن را پوشانده سفید شده باشد، کاهن او را طاهر اعلام کند؛ او طاهر است. 13
जब पुरोहित इसको बारीकी से देख ले कि कोढ़ उस व्यक्ति के पूरे शरीर में फैल गया है, तो वह उस व्यक्ति को इस रोग से शुद्ध घोषित कर दे; क्योंकि यह पूरी तरह से सफेद रंग का हो गया है, इसलिये वह व्यक्ति शुद्ध होगा.
ولی اگر در جایی از بدنش گوشت تازه نمایان شود، او نجس است. 14
किंतु यदि उसे त्वचा पर घाव दिखाई दें, तो वह व्यक्ति अशुद्ध होगा.
وقتی کاهن گوشت تازه را ببیند، او را نجس اعلام خواهد کرد. گوشت تازه نجس است، زیرا نشانۀ جذام است. 15
पुरोहित त्वचा के उस घाव को ध्यान से देखे और उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; बिना चमड़ी का मांस अशुद्ध है और यह कोढ़ का रोग है.
اگر گوشت تازه تغییر کند و سفید شود، او باید نزد کاهن بازگردد. 16
किंतु यदि त्वचा का घाव दोबारा सफेद रंग का हो जाए, तो वह व्यक्ति पुरोहित के सामने आए,
کاهن او را معاینه کند و اگر زخم سفید شده باشد، آنگاه او را طاهر اعلام کند؛ او طاهر است. 17
पुरोहित इसको ध्यान से देखे और यदि वह धब्बा सफेद रंग का हो गया है, तो पुरोहित उस संक्रमित व्यक्ति को शुद्ध घोषित कर दे; वह शुद्ध है.
«اگر در پوست بدن کسی دملی به وجود بیاید و پس از مدتی خوب بشود، 18
“जब किसी व्यक्ति की त्वचा पर फोड़ा हो गया है और वह फोड़ा स्वस्थ हो जाए,
ولی در جای آن، آماسی سفید یا لکه‌ای سفید مایل به سرخی باقی مانده باشد، آن شخص باید برای معاینه نزد کاهن برود. 19
तथा उस फोड़े के स्थान पर सफेद अथवा लालिमा युक्त सफेद रंग की सूजन हो जाए, तब पुरोहित को इसको दिखवाया जाए;
اگر کاهن دید که لکه گودتر از پوست است و موهایی که در آن است سفید شده است، آنگاه باید او را نجس اعلام کند. این جذام است که در آن دمل بروز کرده است. 20
पुरोहित इसको ध्यान से देखे; यदि उसे यह लगे कि यह त्वचा में फैल रहा है और इसके रोएं भी सफेद हो गए हैं, तब पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; यह कोढ़ का संक्रमण है, जिसकी शुरुआत फोड़े से हुई है.
ولی اگر کاهن ببیند که موهای سفیدی در لکه نیست و لکه نیز گودتر از پوست نیست و رنگ آن هم روشنتر شده است، آنگاه کاهن او را هفت روز از مردم جدا نگه دارد. 21
किंतु यदि पुरोहित इसको ध्यान से देखे और पाए, कि त्वचा के रोएं सफेद नहीं हुए हैं, और यह त्वचा में फैल नहीं रहा है तथा त्वचा का रंग हल्का हो रहा है, तो पुरोहित उस व्यक्ति को सात दिन अलग रखे;
اگر در آن مدت لکه بزرگ شد کاهن باید او را نجس اعلام کند، زیرا این جذام است. 22
यदि यह त्वचा में और अधिक फैल रहा है, तो पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; यह एक संक्रमण है.
ولی اگر لکه بزرگ نشد، این لکه فقط جای دمل است و کاهن باید او را طاهر اعلام نماید. 23
किंतु यदि सफेद रंग का धब्बा त्वचा पर तो है, परंतु यह त्वचा में फैल नहीं रहा है, तो यह फोड़े का चिन्ह मात्र है, तब पुरोहित उस व्यक्ति को शुद्ध घोषित कर दे.
«اگر کسی دچار سوختگی شود و در جای سوختگی لکه سفید یا سفید مایل به سرخ به وجود آید، 24
“यदि किसी की त्वचा अग्नि से जल गई है, और त्वचा पर घाव से एक सफेद अथवा लालिमा युक्त सफेद धब्बा हो गया है,
کاهن باید لکه را معاینه کند. اگر موهای روی آن لکه سفید شده و جای سوختگی گودتر از پوست بدن باشد، این مرض جذام است که در اثر سوختگی بروز کرده و کاهن باید او را نجس اعلام کند. 25
तो पुरोहित इसको ध्यान से देखे और यदि इस धब्बे पर के रोएं सफेद हो गए हैं और संक्रमण त्वचा से गहरा मालूम होता हो, तो यह कोढ़ का रोग है. जिसकी शुरुआत जलने के घाव से हुई है, पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; यह कोढ़ का संक्रमण है.
ولی اگر کاهن ببیند که در لکه، موهای سفیدی نیست و لکه گودتر از پوست بدن به نظر نمی‌آید و کمرنگ شده، کاهن باید هفت روز او را از مردم جدا نگه داشته، 26
किंतु यदि पुरोहित इसको जांचता है और यह पाता है कि उस धब्बे पर के रोएं सफेद नहीं हुए हैं और संक्रमण त्वचा से गहरा नहीं है, परंतु इसका रंग हल्का पड़ गया है, तो पुरोहित उस व्यक्ति को सात दिन अलग रखे.
روز هفتم دوباره او را معاینه کند. اگر لکه بزرگ شده باشد، کاهن باید او را نجس اعلام کند، زیرا این جذام است. 27
सातवें दिन पुरोहित उसको दोबारा जांचे. यदि यह त्वचा में फैल रहा है, तो पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; यह कोढ़ का संक्रमण है.
ولی اگر لکه بزرگ نشده و کمرنگ شده باشد، این فقط جای سوختگی است و کاهن باید اعلام نماید که او طاهر است، زیرا این لکه فقط جای سوختگی است. 28
किंतु यदि धब्बा तो त्वचा पर ज्यों का त्यों है, परंतु वह त्वचा में फैला नहीं हैं परंतु उसका रंग हल्का पड़ गया है, तो यह जलने के घाव से उत्पन्‍न सूजन है; पुरोहित उस व्यक्ति को तब शुद्ध घोषित कर दे, क्योंकि यह तो जलने से उत्पन्‍न हुआ चिन्ह मात्र है.
«اگر مردی یا زنی روی سر یا چانه‌اش زخمی داشته باشد، 29
“यदि किसी पुरुष अथवा महिला के सिर या दाढ़ी पर रोग का संक्रमण हो,
کاهن باید او را معاینه کند. اگر به نظر آید که زخم گودتر از پوست است و موهای زرد و باریکی در زخم پیدا شود، کاهن باید او را نجس اعلام کند، زیرا این، جذامِ سر یا چانه است. 30
तो पुरोहित इसका निरीक्षण करे और यदि संक्रमण त्वचा में गहरा मालूम हो और उस स्थान के रोम महीन भूरे रंग के हो गए हों, तो पुरोहित उसे अशुद्ध घोषित कर दे, यह सेहुंआ है, सिर एवं दाढ़ी का कोढ़.
ولی اگر معاینهٔ کاهن نشان دهد که زخم گودتر از پوست نیست و در ضمن موهای سیاه نیز در آن دیده نمی‌شود، آنگاه باید او را هفت روز از مردم جدا نگاه دارد 31
किंतु यदि पुरोहित इस घाव के संक्रमण की जांच करे और यह पाए कि संक्रमण त्वचा से गहरा नहीं है और न ही उस स्थान में काले रोएं हैं, तो पुरोहित उस व्यक्ति को घाव के संक्रमण के कारण सात दिन अलग रखे.
و روز هفتم دوباره وی را معاینه کند. اگر زخم بزرگ نشده باشد و موهای زردی نیز در آن نمایان نشده باشد، و اگر لکه گودتر از پوست به نظر نیاید، 32
सातवें दिन पुरोहित संक्रमण की जांच करे और यदि सेहुंआ त्वचा में नहीं फैला है और उस स्थान पर भूरे रोएं भी नहीं हैं, तथा सेहुंए के कारण संक्रमण त्वचा से गहरा नहीं है,
آنگاه شخص باید موی اطراف زخمش را بتراشد (ولی نه روی خود زخم را) و کاهن هفت روز دیگر او را از مردم جدا نگه دارد. 33
तो वह व्यक्ति अपना सिर मुंड़ा ले किंतु वह अपने सेहुंए पर उस्तरा न चलाए. तब पुरोहित उस व्यक्ति को सात दिन और अलग रखे.
روز هفتم باز معاینه شود و اگر زخم بزرگ نشده باشد و از پوست گودتر به نظر نیاید، کاهن او را طاهر اعلام نماید. او بعد از شستن لباسهایش طاهر خواهد بود. 34
फिर सातवें दिन पुरोहित उस सेहुंए की जांच करे; यदि सेहुंआ त्वचा में और अधिक नहीं फैल रहा है और यह त्वचा में गहरा मालूम नहीं होता, तो पुरोहित उस व्यक्ति को शुद्ध घोषित कर दे; वह व्यक्ति अपने वस्त्रों को धोकर शुद्ध हो जाए.
ولی اگر پس از آنکه طاهر اعلام شد، زخم در پوست پخش شود، 35
किंतु यदि उसके शुद्ध होने के बाद वह सेहुंआ उसकी त्वचा में और अधिक फैलता जाता है,
آنگاه کاهن باید دوباره او را معاینه کند و بی‌آنکه منتظر دیدن موهای زرد بشود، او را نجس اعلام کند. 36
तो पुरोहित उसकी जांच करे और यदि यह पाए कि यह त्वचा में फैल गया है, तो वह रोम के भूरे होने की प्रतीक्षा न करे; वह व्यक्ति अशुद्ध है.
ولی اگر معلوم شود که زخم تغییری نکرده و موهای سیاهی نیز در آن دیده می‌شود، پس او شفا یافته و جذامی نیست و کاهن باید او را طاهر اعلام کند. 37
किंतु यदि उसकी जांच के अनुसार सेहुंए में कोई बदलाव नहीं है, किंतु उसमें काले रोएं उग आए हैं, तो वह सेहुंआ स्वस्थ हो गया है, वह व्यक्ति शुद्ध है और पुरोहित उसे शुद्ध घोषित कर दे.
«اگر مرد یا زنی لکه‌های سفیدی روی پوست بدنش داشته باشد 38
“जब किसी पुरुष अथवा स्त्री की त्वचा पर सफेद चमकदार धब्बे हों,
کاهن باید او را معاینه کند. اگر این لکه‌ها سفید کمرنگ باشند، این یک لکهٔ معمولی است که در پوست بروز کرده است. بنابراین آن شخص طاهر است. 39
तो पुरोहित इसकी जांच करे और यदि त्वचा पर यह चमकदार धब्बे हल्के सफेद रंग के हों, तो यह दाद हैं, जो त्वचा में फूट निकले हैं; वह व्यक्ति शुद्ध है.
«اگر موی سر مردی بریزد، او طاس شده اما طاهر است. 40
“यदि किसी पुरुष के बाल झड़ गए हों, तो वह गंजापन है, किंतु वह शुद्ध है.
اگر موهای مردی از اطراف پیشانی بریزد، او از پیشانی طاس شده، ولی طاهر است. 41
किंतु यदि उसके सिर के सामने के और सिर के दोनों ओर के बाल झड़ गए हैं और उसका माथा चंदला हो गया है, तो वह शुद्ध है.
اما چنانچه در سر طاس یا پیشانی او لکهٔ سفید مایل به سرخی وجود داشته باشد، ممکن است جذام باشد که در سر یا پیشانی او بروز کرده است. 42
परंतु यदि उसका सिर अथवा माथा चंदला हो गया है और उस पर लालिमा युक्त सफेद रंग का संक्रमण हो गया है, तो यह कोढ़ है, जो उसके चंदूले माथे और सिर से फूट निकला है.
پس کاهن باید او را معاینه کند. اگر لکۀ روی سر یا پیشانی او که به رنگ سفید مایل به سرخ است، مانند بیماری جذام در پوست بدن به نظر برسد، 43
तब पुरोहित इसकी जांच करे और यदि सिर अथवा बाल के संक्रमण की सूजन त्वचा पर कोढ़ की लालिमा युक्त सफेद रंग की सूजन के समान है,
او جذامی و نجس است. کاهن باید او را به سبب زخم سر نجس اعلام کند. 44
तो वह व्यक्ति कोढ़ का रोगी है, तब अशुद्ध है. निश्चित ही पुरोहित उसे अशुद्ध घोषित कर दे; क्योंकि संक्रमण उसके सिर पर हुआ है.
«وقتی معلوم شود کسی جذامی است، او باید لباس پاره بپوشد و موهای سرش را باز کند و قسمت پایین صورت خود را پوشانیده، در حین حرکت فریاد بزند:”جذامی! جذامی!“ 45
“वह व्यक्ति, जो कोढ़ के रोग से संक्रमित हुआ है, उसके वस्त्र फाड़ दिए जाएं, उसका सिर उघाड़ दिया जाए और वह अपने मुख का निचला भाग ढक कर ऊंचे स्वर में कहे, ‘अशुद्ध! अशुद्ध!’
تا زمانی که مرض باقی باشد، او نجس است و باید بیرون از اردوگاه، تنها به سر برد. 46
अपने संक्रमण की पूरी अवधि में वह अशुद्धि की स्थिति में ही होगा; वह अशुद्ध है तथा अकेले में रहेगा; उसका निवास छावनी के बाहर ही होगा.
«اگر لباسی، چه پشمی چه کتانی، کپک بزند، 47
“यदि किसी वस्त्र में कोढ़ की फफूंदी पाई जाती है, चाहे वह वस्त्र ऊनी हो अथवा मलमल का,
هر پارچۀ بافته یا دوخته شدۀ کتانی یا پشمی، و هر چرم یا هر چه از چرم تهیه شده باشد – 48
मलमल अथवा ऊन के ताने-बाने का हो, चमड़ा हो या चमड़े से बनी कोई वस्तु हो,
اگر کپک لباس یا چرم، پارچۀ بافته یا دوخته، یا هر چیز چرمی، به سرخی یا سبزی بزند، کپک زیان‌آور است و باید به کاهن نشان داده شود. 49
यदि यह संक्रमण वस्त्र अथवा चमड़े के वस्त्र में अथवा ताने में अथवा बाने में हो, या चमड़े से बनी किसी वस्तु में हरे रंग की अथवा लालिमा हो, तो यह कोढ़ है और इसे पुरोहित को दिखाया जाना आवश्यक है.
کاهن لکه را ببیند و آن پارچه یا شیء را مدت هفت روز نگه دارد 50
तब पुरोहित उस चिन्ह की जांच करे और इस संक्रमित वस्तु को सात दिन अलग रखे.
و روز هفتم دوباره به آن نگاه کند. اگر کپک پخش شده باشد، چه در پارچۀ بافته شده یا دوخته شده، یا در چرم، کپکِ مضر است و نجس می‌باشد، 51
सातवें दिन पुरोहित इस चिन्ह की दोबारा जांच करे और यदि संक्रमण वस्त्र में, ताने में अथवा बाने में अथवा चमड़े में फैल गया हो और चाहे वह चमड़ा किसी भी काम के लिए इस्तेमाल किया जाता हो, तो यह असाध्य कुष्ठ रोग का लक्षण है. यह अशुद्ध है.
و کاهن باید آن را بسوزاند، چون جذام مسری در آن است و باید در آتش سوخته شود. 52
जिस वस्त्र, ताने-बाने, ऊन, मलमल अथवा चमड़े की किसी वस्तु में यह संक्रमण पाया जाए, तो आवश्यक है कि उसको जला दिया जाए, क्योंकि यह असाध्य कोढ़ है; आवश्यक है कि इसको अग्नि में जला दिया जाए.
«ولی اگر کاهن معاینه کند و ببیند که کپک در لباس، چه بافته شده و چه دوخته شده، و یا در چرم، پخش نشده باشد، 53
“किंतु यदि पुरोहित इसकी जांच करे और यह पाए कि संक्रमण वस्त्र में, ताने-बाने में अथवा चमड़े की वस्तु में नहीं फैला है,
باید دستور دهد آنچه را کپک زده است بشویند. سپس هفت روز دیگر آن را جدا نگه دارند. 54
तो पुरोहित उस संक्रमित वस्त्र को धोने का आदेश दे तथा और सात दिन के लिए उसे अलग कर दे.
اگر بعد از آن مدت، رنگ لکه تغییر نکرد، هر چند پخش هم نشده باشد، نجس است و باید سوزانده شود، خواه لکه روی آن و خواه زیر آن باشد. 55
जब जिस वस्त्र में संक्रमण पाया गया है और उसको धो लिया गया है, तो पुरोहित इसकी दोबारा जांच करे और यदि इस वस्तु में मौजूद धब्बे में कोई बदलाव नहीं हुआ है और यह फैला भी नहीं है, तो यह अशुद्ध ही माना जाएगा, और आवश्यक है कि तुम अग्नि में इसको जला दे, चाहे यह फफूंद पीछे के भाग में हो अथवा आगे.
اما اگر کاهن ببیند که لکه بعد از شستن کمرنگتر شده، آنگاه قسمت لکه‌دار را از پارچه، چه بافته شده چه دوخته شده، و یا چرم جدا کند. 56
यदि पुरोहित इसकी जांच करे और उसे यह मालूम हो कि धोने के बाद इसकी चमक कम नहीं हुई है, तब पुरोहित उसे उस वस्त्र या चमड़े में से फाड़कर निकाल दे;
ولی اگر لکه دوباره روی لباس ظاهر شود، چه بافته شده چه دوخته شده، و یا هر چیز چرمی، معلوم می‌شود کپک در حال پیشروی است. آنچه کپک زده است باید سوزانده شود. 57
किंतु यदि यह चिन्ह वस्त्र, ताने अथवा बाने और चमड़े पर दोबारा उभर आए, तो यह उसमें फैल रहा है. आवश्यक है कि उस संक्रमित वस्तु को आग में जला दिया जाए.
اما چنانچه بعد از شستن، دیگر اثری از لکه در لباس، چه بافته شده چه دوخته شده، و یا هر شئ چرمی که با شستشو کپک از آن زدوده می‌شود، نباشد، باید بار دیگر شسته شود، و طاهر خواهد بود.» 58
जब तुमने उस संक्रमित वस्त्र, ताने अथवा बाने अथवा चमड़े की वस्तु को धो दिया है, तो इसको दूसरी बार धो दिया जाए और यह शुद्ध माना जाएगा.”
این است قوانین مربوط به مرض جذام در لباس پشمی یا کتانی یا هر چیزی که از چرم درست شده باشد. 59
यह किसी कोढ़ से संक्रमित ऊन या मलमल के वस्त्र, ताने अथवा बाने अथवा चमड़े की किसी वस्तु को शुद्ध अथवा अशुद्ध घोषित करने की विधि है.

< لاویان 13 >