< داوران 12 >
قبیلهٔ افرایم سپاه خود را در صافون جمع کرد و برای یفتاح این پیغام را فرستاد: «چرا از ما نخواستی تا آمده، تو را در جنگ با عمونیها کمک کنیم؟ اکنون میآییم تا تو و خانهات را بسوزانیم!» | 1 |
१तब एप्रैमी पुरुष इकट्ठे होकर सापोन को जाकर यिप्तह से कहने लगे, “जब तू अम्मोनियों से लड़ने को गया तब हमें संग चलने को क्यों नहीं बुलवाया? हम तेरा घर तुझ समेत जला देंगे।”
یفتاح پاسخ داد: «من برای شما پیغام فرستادم که بیایید، ولی نیامدید. هنگامی که در تنگی بودیم شما ما را یاری نکردید. | 2 |
२यिप्तह ने उनसे कहा, “मेरा और मेरे लोगों का अम्मोनियों से बड़ा झगड़ा हुआ था; और जब मैंने तुम से सहायता माँगी, तब तुम ने मुझे उनके हाथ से नहीं बचाया।
پس من جان خود را به خطر انداخته، بدون شما به جنگ رفتم و به یاری خداوند بر دشمن پیروز شدم. حال دلیلی ندارد که شما با من بجنگید.» | 3 |
३तब यह देखकर कि तुम मुझे नहीं बचाते मैं अपने प्राणों को हथेली पर रखकर अम्मोनियों के विरुद्ध चला, और यहोवा ने उनको मेरे हाथ में कर दिया; फिर तुम अब मुझसे लड़ने को क्यों चढ़ आए हो?”
یفتاح از این سخن افرایمیها که گفته بودند، مردان جلعاد به افرایم و منسی خیانت کردهاند خشمناک شده، سپاه خود را بسیج نمود و به افرایم حمله برده، آنها را شکست داد. | 4 |
४तब यिप्तह गिलाद के सब पुरुषों को इकट्ठा करके एप्रैम से लड़ा, एप्रैम जो कहता था, “हे गिलादियों, तुम तो एप्रैम और मनश्शे के बीच रहनेवाले एप्रैमियों के भगोड़े हो,” और गिलादियों ने उनको मार लिया।
مردان جلعاد تمام گذرگاههای رود اردن را گرفتند تا از فرار افرایمیها جلوگیری کنند. هر وقت یکی از فراریان افرایم میخواست از رود اردن عبور کند، مردان جلعاد راه را بر او میبستند و از او میپرسیدند: «آیا تو از قبیلهٔ افرایم هستی؟» اگر میگفت: «نه!» | 5 |
५और गिलादियों ने यरदन का घाट उनसे पहले अपने वश में कर लिया। और जब कोई एप्रैमी भगोड़ा कहता, “मुझे पार जाने दो,” तब गिलाद के पुरुष उससे पूछते थे, “क्या तू एप्रैमी है?” और यदि वह कहता, “नहीं,”
آنگاه از او میخواستند بگوید: «شبولت.» ولی او میگفت: «سبولت.» و از این راه میفهمیدند که او افرایمی است، زیرا افرایمیها، «ش» را «س» تلفظ میکردند. پس او را میگرفتند و در کنار گذرگاههای اردن میکشتند. به این ترتیب چهل و دو هزار نفر افرایمی به دست مردم جلعاد کشته شدند. | 6 |
६तो वे उससे कहते, “अच्छा, शिब्बोलेत कह,” और वह कहता, “सिब्बोलेत,” क्योंकि उससे वह ठीक से बोला नहीं जाता था; तब वे उसको पकड़कर यरदन के घाट पर मार डालते थे। इस प्रकार उस समय बयालीस हजार एप्रैमी मारे गए।
یفتاح مدت شش سال رهبری اسرائیل را به عهده داشت. وقتی مرد او را در یکی از شهرهای جلعاد دفن کردند. | 7 |
७यिप्तह छः वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा। तब यिप्तह गिलादी मर गया, और उसको गिलाद के किसी नगर में मिट्टी दी गई।
رهبر بعدی، اِبصانِ بیتلحمی بود. | 8 |
८उसके बाद बैतलहम का निवासी इबसान इस्राएल का न्याय करने लगा।
او سی پسر و سی دختر داشت. وی دختران خود را به عقد مردانی درآورد که خارج از قبیلهٔ او بودند و سی دختر بیگانه هم برای پسرانش به زنی گرفت. او هفت سال رهبر اسرائیل بود و بعد از مرگش او را در بیتلحم دفن کردند. | 9 |
९और उसके तीस बेटे हुए; और उसने अपनी तीस बेटियाँ बाहर विवाह दीं, और बाहर से अपने बेटों का विवाह करके तीस बहू ले आया। और वह इस्राएल का न्याय सात वर्ष तक करता रहा।
१०तब इबसान मर गया, और उसको बैतलहम में मिट्टी दी गई।
پس از ابصان، ایلونِ زِبولونی مدت ده سال رهبری اسرائیل را به عهده گرفت. وقتی مرد او را در ایلون واقع در زبولون به خاک سپردند. | 11 |
११उसके बाद जबूलूनी एलोन इस्राएल का न्याय करने लगा; और वह इस्राएल का न्याय दस वर्ष तक करता रहा।
१२तब एलोन जबूलूनी मर गया, और उसको जबूलून के देश के अय्यालोन में मिट्टी दी गई।
پس از او، عَبدون پسر هیلل فرعتونی رهبر اسرائیل شد. | 13 |
१३उसके बाद पिरातोनी हिल्लेल का पुत्र अब्दोन इस्राएल का न्याय करने लगा।
او چهل پسر و سی نوه داشت که بر هفتاد الاغ سوار میشدند. عبدون مدت هشت سال رهبر اسرائیل بود. | 14 |
१४और उसके चालीस बेटे और तीस पोते हुए, जो गदहियों के सत्तर बच्चों पर सवार हुआ करते थे। वह आठ वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा।
پس از مرگش در فرعتون واقع در افرایم در کوهستان عمالیقیها به خاک سپرده شد. | 15 |
१५तब पिरातोनी हिल्लेल का पुत्र अब्दोन मर गया, और उसको एप्रैम के देश के पिरातोन में, जो अमालेकियों के पहाड़ी देश में है, मिट्टी दी गई।