< یوشع 20 >
फिर याहवेह ने यहोशू से कहा:
«به مردم اسرائیل بگو که شهرهای پناهگاه را که قبلاً دستورهای آن را توسط موسی به شما داده بودم، تعیین کنند، | 2 |
“इस्राएल वंश से कहो, कि मैंने मोशेह के द्वारा जैसा तुमसे कहा था, कि अपने लिए शरण के शहर बनाओ,
تا اگر کسی مرتکب قتل غیرعمد شود به آنجا پناه ببرد و از انتقام بستگان مقتول در امان باشد. | 3 |
ताकि यदि किसी व्यक्ति से अनजाने में किसी की हत्या हो जाए, तब विरोधियों से अपने आपको बचाने के लिए उस शरण के शहर में जाकर छिप सके.
وقتی قاتل به یکی از این شهرها برسد باید به دروازهٔ شهر که محل قضاوت است برود و قضیه را برای بزرگان شهر شرح دهد. آنها نیز باید او را به داخل شهر برده، مکانی برای زندگی کردن به او بدهند تا پیش ایشان بماند. | 4 |
वो व्यक्ति अपनी भूल-चूक को बुजुर्गों को बताए और वे उसे नगर के अंदर ले लें, और उसे ठहरने को जगह दे, ताकि वह उनके साथ रहने लगे.
اگر یکی از بستگان مقتول برای کشتن قاتل بیاید، نباید قاتل را تسلیم نمایند، چون او به طور تصادفی مرتکب عمل قتل شده است، نه از روی کینه و غرض. | 5 |
यदि हत्या का विरोधी उसका पीछा करता है, तो वे उस व्यक्ति को विरोधी के हाथ में न छोड़े, क्योंकि उससे यह हत्या जानबूझकर नहीं हुई है, और न उनके बीच कोई दुश्मनी थी.
او باید تا زمان محاکمهاش در حضور مردم، و تا وفات رئیس کهنهای که در زمان واقعه بر مصدر کار بوده است، در آن شهر بماند. اما بعد از آن، آزاد است و میتواند به شهر و خانهٔ خود بازگردد.» | 6 |
हत्यारा उस नगर में तब तक रह सकता है, जब तक वह सभा में न्याय के लिए खड़ा न हो जाए, या जब तक उस समय के महापुरोहित की मृत्यु न हो जाए. उसके बाद ही वह हत्यारा अपने घर जा सकता है.”
پس این شهرها برای پناهگاه اختصاص یافتند: قادش جلیل در کوهستان نفتالی، شکیم در کوهستان افرایم و قریهٔ اربع (که حبرون نیز نامیده میشد) در کوهستان یهودا. | 7 |
इसके लिए उन्होंने नफताली के पर्वतीय प्रदेश के गलील में केदेश, एफ्राईम के पर्वतीय प्रदेश में शेकेम तथा यहूदिया के पर्वतीय प्रदेश में किरयथ-अरबा, अर्थात् हेब्रोन को शरण के शहर निश्चित किया.
همچنین در سمت شرقی رود اردن، در شرق اریحا، این شهرها برای پناهگاه اختصاص یافتند: باصر در صحرا از زمین قبیلهٔ رئوبین، راموت در جلعاد از زمین قبیلهٔ جاد و جولان در باشان از زمین قبیلهٔ منسی. | 8 |
और यरदन के पार येरीख़ो के पूर्व में रियूबेन के गोत्र के मैदानी निर्जन प्रदेश में बेज़र, गाद के गोत्र के गिलआद के रामोथ तथा मनश्शेह गोत्र के बाशान के गोलान भी चुने गये.
شهرهای پناهگاه، هم برای اسرائیلیها بود و هم برای غریبانی که در میان ایشان زندگی میکردند، تا اگر کسی ناخواسته مرتکب قتل شود، به یکی از آنها فرار کند تا قبل از محاکمهاش در حضور مردم، به دست مدعی خون مقتول، کشته نشود. | 9 |
ये सभी नगर उन इस्राएली तथा विदेशी लोगों के लिए हैं, जिनसे अनजाने में किसी की हत्या हो जाती है, वह यहां आ जाए और सुरक्षित रहें ताकि विरोधी उसको मार न सके, जब तक सभा के सामने खूनी को नहीं लाया जाता तब तक वह व्यक्ति शरण शहर में ही रह सकता है!