< یوئیل 2 >
شیپور خطر را در اورشلیم به صدا درآورید! بگذارید صدای آن بر بالای کوه مقدّس من شنیده شود! همه از ترس بلرزند، زیرا روز داوری خداوند نزدیک میشود. | 1 |
ज़ियोन में तुरही फूंको; मेरे पवित्र पहाड़ी पर खतरे की घंटी बजाओ. देश में रहनेवाले सबके सब कांपे क्योंकि याहवेह का दिन आ रहा है. वह निकट आ गया है—
آن روز، روز تاریکی و ظلمت، روز ابرهای سیاه و تاریکی غلیظ است. چه لشکر نیرومندی! کوهها را مثل سیاهی شب میپوشاند! این قوم چقدر نیرومندند! مثل آنها پیش از این هرگز دیده نشده و پس از این نیز دیده نخواهد شد! | 2 |
वह अंधकार और धुंधलेपन का दिन है, वह बादलों से भरा अंधकार का दिन है. जैसे पहाड़ों पर भोर का उजियाला फैलता है वैसे ही एक बड़ी और शक्तिशाली सेना चली आती है, ऐसा जो पूर्वकाल में कभी नहीं हुआ है, और न ही आनेवाले समय में कभी ऐसा होगा.
مانند آتش زمین را میخورند. زمین در برابر ایشان مانند باغ عدن است ولی وقتی آن را پشت سر میگذارند به بیابان سوخته تبدیل میشود. هیچ چیز در برابر آنها سالم نمیماند. | 3 |
उनके सामने आग विनाश करती है, और उनके पीछे आग की लपटें हैं. उनके सामने देश एदेन की वाटिका के समान है, और उनके पीछे, एक उजाड़ मरुस्थल— किसी का भी उनसे बचना संभव नहीं है.
آنها شبیه اسبهای تندرو هستند. | 4 |
उनका स्वरूप घोड़ों जैसा है; और वे घुड़सवार सेना के जैसे सरपट दौड़ते हैं.
تماشا کنید چطور روی کوهها جست و خیز میکنند! به صدایی که از خود در میآورند گوش فرا دهید! صدای آنها همچون غرش ارابهها، و صدای آتشی است که مزرعه را میسوزاند و مانند غریو سپاه بزرگی است که به میدان جنگ میرود! | 5 |
उनके आगे बढ़ने की आवाज रथों के समान है, वे पहाड़ के चोटियों पर से कूद जाती हैं, धधकती आग के समान वे ठूठों को भस्म करती जाती हैं, वे युद्ध के लिए तैयार शक्तिशाली सेना के समान हैं.
مردم با دیدن آنها به خود میلرزند و رنگ از رویشان میپرد. | 6 |
उनके सामने जाति-जाति के लोग भय से पीड़ित हो जाते हैं; हर एक का चेहरा डर से पीला पड़ जाता है.
آنها همچون جنگاوران حمله میکنند، و مانند سربازان از حصارها بالا میروند. در صفوف منظم حرکت میکنند | 7 |
वे योद्धाओं के समान आक्रमण करते हैं; वे सैनिकों की तरह दीवारों पर चढ़ जाते हैं. वे सब पंक्तिबद्ध होकर आगे बढ़ते हैं, और वे अपने क्रम से नहीं हटते हैं.
و بدون اینکه مانعی برای یکدیگر باشند مستقیم به جلو میروند. با هیچ سلاحی نمیتوان مانع پیشروی آنها شد. | 8 |
वे एक दूसरे को धक्का नहीं देते; हर एक सीधा आगे बढ़ता है. वे अपने क्रम को बिना तोड़े समस्याओं से होकर निकल जाते हैं.
به داخل شهر هجوم میبرند، از دیوارها بالا میروند و مثل دزد از پنجره وارد خانهها میشوند. | 9 |
वे तेजी से शहर में प्रवेश करते हैं; वे दीवारों के समानांतर दौड़ते हैं. वे घरों पर चढ़ते हैं; और वे चोरों के समान खिड़कियों से अंदर जाते हैं.
زمین در برابر آنها به حرکت میآید و آسمان میلرزد. خورشید و ماه، تیره و تار شده، ستارگان ناپدید میگردند. | 10 |
उनके सामने पृथ्वी तक कांप उठती है, आकाश थरथराता है. सूर्य तथा चंद्रमा धुंधले हो जाते हैं, और तारे चमकना छोड़ देते हैं.
خداوند با صدای بلند آنها را رهبری میکند. این سپاه بزرگ و نیرومند خداوند است که فرمان او را بجا میآورد. روز داوری خداوند روزی وحشتآور و هولناک است. کیست که بتواند آن را تحمل کند؟ | 11 |
याहवेह अपनी सेना के आगे होकर ऊंची आवाज में आदेश देते हैं; उनकी सेना की संख्या अनगिनत है, और वह सेना शक्तिशाली है जो उनके आदेश का पालन करती है. याहवेह का यह दिन महान है; यह भयानक है. उसे कौन सहन कर सकता है?
خداوند میفرماید: «الان تا وقت باقی است با تمام دل خود، با روزه و گریه و ماتم به سوی من بازگشت کنید. | 12 |
“फिर भी अब,” याहवेह का कहना है, “तुम सारे जन उपवास करते और रोते और विलाप करते मेरे पास लौट आओ.”
اگر براستی پشیمانید، دلهایتان را چاک بزنید نه لباسهایتان را.» به سوی خداوند، خدای خود بازگشت نمایید، زیرا او بخشنده و مهربان است. زود به خشم نمیآید، رحمتش بسیار است و راضی به مجازات شما نمیباشد. | 13 |
अपने कपड़ों को नहीं, अपने मन को फाड़ो. याहवेह, अपने परमेश्वर के पास लौट आओ, क्योंकि वे अनुग्रहकारी और करुणामय, क्रोध करने में धीमा और बहुतायत से प्रेम करनेवाले हैं, विपत्ति भेजने में कोमलता दिखाते हैं.
کسی چه میداند، شاید او از خشم خود برگردد و آنقدر شما را برکت دهد که باز غله و شراب کافی داشته باشید و بتوانید به خداوند هدیه کنید! | 14 |
कौन जाने? वे अपना विचार छोड़कर कोमलता दिखाएं और अपने पीछे एक आशीष— याहवेह तुम्हारे परमेश्वर के लिए अन्नबलि और पेय बलि छोड़ जाएं.
در کوه صهیون شیپور را به صدا درآورید! روزه را اعلام کنید و همهٔ قوم را در یک جا جمع کرده، | 15 |
ज़ियोन में तुरही फूंको, एक पवित्र उपवास की घोषणा करो, एक पवित्र सभा का आयोजन करो.
آنها را تقدیس کنید. پیران و کودکان و شیرخوارگان را هم جمع کنید. داماد را از خانه و عروس را از حجلهاش فرا خوانید. | 16 |
लोगों को जमा करो, सभा को पवित्र करो; अगुओं को एक साथ लाओ, बच्चों और दूध पीते छोटे बच्चों को इकट्ठा करो. दूल्हा अपने कमरे को और दुल्हन अपने कक्ष को छोड़कर बाहर आएं.
کاهنانی که خدمتگزاران خداوند هستند در میان قوم و مذبح ایستاده، گریه کنند و دعا نموده، بگویند: «خداوندا، بر قوم خود رحم فرما، نگذار بتپرستان بر ایشان حکمرانی کنند، زیرا آنها از آن تو هستند. نگذار بتپرستان ایشان را مسخره کرده، بگویند: پس خدای شما کجاست؟» | 17 |
पुरोहित और याहवेह की सेवा करनेवाले, मंडप और वेदी के बीच रोएं. और वे कहें, “हे याहवेह, अपने लोगों पर तरस खाईये. अपने निज लोगों को जाति-जाति के बीच उपहास का विषय, एक कहावत मत बनाइए. वे लोगों के बीच क्यों कहें, ‘कहां है उनका परमेश्वर?’”
آنگاه خداوند به خاطر آبروی سرزمین خود به غیرت آمده، بر قوم خود شفقت خواهد فرمود. | 18 |
तब याहवेह को अपने देश के विषय में जलन हुई और उन्होंने अपने लोगों पर तरस खाया.
خداوند خواهد گفت: «من برای شما غله و شراب و روغن میفرستم تا سیر شوید. بار دیگر در بین بتپرستان مسخره نخواهید شد. | 19 |
याहवेह ने उन्हें उत्तर दिया: “मैं तुम्हारे लिए अन्न, नई अंगूर की दाखमधु और जैतून पर्याप्त मात्रा में भेज रहा हूं, कि तुम सब पूरी तरह संतुष्ट हो जाओ; मैं तुम्हें अन्यजातियों के लिए फिर कभी हंसी का पात्र नहीं बनाऊंगा.
سربازان دشمن را که از شمال بر شما هجوم آوردهاند، از سرزمینتان بیرون میرانم و آنها را به نقاط دور دست میفرستم؛ ایشان را به سرزمینهای بیآب و علف باز میگردانم تا در آنجا بمیرند. نصف آنها به دریای مرده و نصف دیگرشان به دریای مدیترانه رانده خواهند شد. آنگاه بوی تعفن لاشهٔ آنها بلند خواهد شد. من آنها را به سبب آنچه بر سر شما آوردهاند نابود خواهم کرد.» | 20 |
“मैं उत्तर के उपद्रवी झुंड को तुमसे दूर भगा दूंगा, और उसे एक सूखा और बंजर देश कर दूंगा; उसका पूर्वी भाग मृत सागर और पश्चिमी भाग भूमध्य-सागर में डूब जाएगा. और उसकी दुर्गंध ऊपर जाएगी; उसकी गंध उठती रहेगी.” निःसंदेह याहवेह ने महान कार्य किए हैं!
ای قوم من، ترسان نباشید، بلکه وجد و شادی کنید، زیرا خداوند کارهای عظیم برای شما کرده است. | 21 |
हे यहूदिया देश, मत डरो; खुश और आनंदित हो. निःसंदेह याहवेह ने महान कार्य किए हैं!
ای گلهها و رمهها نترسید، چون چراگاهها دوباره سبز میشوند. درختان باز میوهٔ خود را خواهند داد و انجیر و انگور به فراوانی یافت خواهند شد. | 22 |
हे जंगली जानवरों, मत डरो, क्योंकि निर्जन जगह के चरागाह हरे-भरे हो रहे हैं. पेड़ों में फल लग रहे हैं; अंजीर का पेड़ और अंगूर की लता भरपूर उपज दे रही हैं.
ای مردم اورشلیم، شادی کنید! در خداوند، خدای خود شادمان باشید! زیرا بارانی که او میفرستد، نشانهای از عدالت اوست. بار دیگر در پاییز بارانهای پاییزی و در بهار بارانهای بهاری خواهند بارید. | 23 |
ज़ियोन के लोगों, खुश हो, याहवेह, अपने परमेश्वर में आनंदित हो, क्योंकि उन्होंने तुम्हें शरद ऋतु की बारिश दी है क्योंकि वे विश्वासयोग्य हैं. उन्होंने तुम्हारे लिये बहुत वर्षा दी है, पहले के समान शरद और वसन्त ऋतु की वर्षा दी है.
خرمنگاهها دوباره پر از گندم شده، چرخشتها از روغن زیتون و شراب لبریز خواهند گردید. | 24 |
खलिहान अन्न से भर जाएंगे; कुंडों में अंगूर की दाखमधु और तेल की इतनी अधिकता होगी कि वे भरकर उछलने लगेंगे.
خداوند میفرماید: «تمام محصولی را که سالهای قبل ملخها آن لشکر بزرگ و نابود کنندهای که بر ضد شما فرستادم خوردند، به شما پس خواهم داد! | 25 |
“मैं तुम्हारे उन सब वर्षों की उपज की भरपायी कर दूंगा जिसे टिड्डियों ने खा लिया था— बड़े टिड्डी और छोटे टिड्डी, दूसरे टिड्डी और टिड्डियों का झुंड— मेरी बड़ी सेना जिसे मैंने तुम्हारे बीच भेजा था.
بار دیگر غذای کافی خورده، سیر خواهید شد و مرا به خاطر معجزاتی که برای شما انجام دادهام ستایش خواهید کرد و شما ای قوم من دیگر هرگز سرافکنده نخواهید شد. | 26 |
तुम्हारे पास खाने के लिए भोजन वस्तु और तुम पेट भर खाओगे, और तुम याहवेह, अपने परमेश्वर के नाम की स्तुति करोगे, जिसने तुम्हारे लिये अद्भुत काम किए हैं; मेरे लोग फिर कभी लज्जित नहीं होंगे.
ای اسرائیل، شما خواهید دانست که من در میان شما میباشم و تنها من خداوند، خدای شما هستم و دیگر هرگز سرافکنده نخواهید شد. | 27 |
तब तुम जानोगे कि इस्राएल में हूं, और यह कि मैं याहवेह तुम्हारा परमेश्वर हूं, और यह भी कि मेरे अतिरिक्त और कोई परमेश्वर नहीं है; मेरे लोग फिर कभी लज्जित नहीं होंगे.
«پس از آن، روح خود را بر همهٔ مردم خواهم ریخت. پسران و دختران شما نبوّت خواهند کرد، پیران شما خوابها و جوانان شما رؤیاها خواهند دید. | 28 |
“और उसके बाद, मैं अपना आत्मा सब लोगों पर उंडेलूंगा. तुम्हारे बेटे और बेटियां भविष्यवाणी करेंगे, तुम्हारे बुज़ुर्ग लोग स्वप्न देखेंगे, तुम्हारे जवान दर्शन देखेंगे.
در آن روزها روح خود را حتی بر غلامان و کنیزان خواهم ریخت. | 29 |
मैं उन दिनों में अपने दास, और दासियों, पर अपना आत्मा उंडेल दूंगा,
«در آسمان و بر زمین عجایب به ظهور خواهم آورد، از خون و آتش و ستونهای دود. | 30 |
मैं ऊपर आकाश में अद्भुत चमत्कार और नीचे पृथ्वी पर लहू, आग और धुएं के बादल के अद्भुत चिह्न दिखाऊंगा.
پیش از فرا رسیدن روز بزرگ و هولناک خداوند، آفتاب تاریک و ماه مانند خون سرخ خواهد شد. | 31 |
याहवेह के उस वैभवशाली और भयानक दिन के पूर्व सूर्य अंधेरा और चंद्रमा लहू समान हो जाएगा.
اما هر که نام خداوند را بخواند نجات خواهد یافت. همانطور که خداوند وعده داده است، بر کوه صهیون در اورشلیم گروهی رهایی خواهند یافت، یعنی کسانی که خداوند ایشان را برگزیده است.» | 32 |
और हर एक, जो प्रभु को पुकारेगा, उद्धार प्राप्त करेगा. क्योंकि छुटकारे की जगह ज़ियोन पर्वत तथा येरूशलेम होगी, जैसे कि याहवेह ने कहा है, और तो और बचने वालों में वे लोग भी होंगे जिन्हें याहवेह बुलाएंगे.