< اشعیا 58 >
خداوند میفرماید: «صدای خود را چون شیپور بلند کن و گناهان قومم را به ایشان اعلام کن. | 1 |
१“गला खोलकर पुकार, कुछ न रख छोड़, नरसिंगे का सा ऊँचा शब्द कर; मेरी प्रजा को उसका अपराध अर्थात् याकूब के घराने को उसका पाप जता दे।
آنها هر روز مرا عبادت میکنند و وانمود میکنند که مایلند احکام مرا بدانند و اوامر مرا اجرا کنند. میگویند که هرگز احکام عادلانهٔ مرا زیر پا نگذاشتهاند و همیشه از پرستش من لذت بردهاند.» | 2 |
२वे प्रतिदिन मेरे पास आते और मेरी गति जानने की इच्छा ऐसी रखते हैं मानो वे धर्मी लोग हैं जिन्होंने अपने परमेश्वर के नियमों को नहीं टाला; वे मुझसे धर्म के नियम पूछते और परमेश्वर के निकट आने से प्रसन्न होते हैं।
قوم اسرائیل میگویند: «چرا وقتی روزه میگیریم خداوند نمیبیند؟ چرا وقتی به خود ریاضت میدهیم او به ما توجه نمیکند؟» خداوند چنین پاسخ میدهد: «دلیلش این است که در ایام روزهداری باز دنبال سود خود هستید و بر کارگران زیر دست خود ظلم میکنید. | 3 |
३वे कहते हैं, ‘क्या कारण है कि हमने तो उपवास रखा, परन्तु तूने इसकी सुधि नहीं ली? हमने दुःख उठाया, परन्तु तूने कुछ ध्यान नहीं दिया?’ सुनो, उपवास के दिन तुम अपनी ही इच्छा पूरी करते हो और अपने सेवकों से कठिन कामों को कराते हो।
روزهداری شما باعث میشود با یکدیگر با خشونت رفتار کنید و بجنگید. آیا فکر میکنید این نوع روزه مقبول من است؟ | 4 |
४सुनो, तुम्हारे उपवास का फल यह होता है कि तुम आपस में लड़ते और झगड़ते और दुष्टता से घूँसे मारते हो। जैसा उपवास तुम आजकल रखते हो, उससे तुम्हारी प्रार्थना ऊपर नहीं सुनाई देगी।
هنگامی که قصد دارید روزه بگیرید، خود را ریاضت میدهید و سرتان را مثل نی خم میکنید و روی پلاس و خاکستر دراز میکشید و گمان میکنید با این کارها مقبول من خواهید شد. | 5 |
५जिस उपवास से मैं प्रसन्न होता हूँ अर्थात् जिसमें मनुष्य स्वयं को दीन करे, क्या तुम इस प्रकार करते हो? क्या सिर को झाऊ के समान झुकाना, अपने नीचे टाट बिछाना, और राख फैलाने ही को तुम उपवास और यहोवा को प्रसन्न करने का दिन कहते हो?
«روزهای که من میپسندم این است که زنجیرهای ظلم را پاره کنید و یوغ ستم را بشکنید و مظلومان را آزاد کنید؛ | 6 |
६“जिस उपवास से मैं प्रसन्न होता हूँ, वह क्या यह नहीं, कि, अन्याय से बनाए हुए दासों, और अंधेर सहनेवालों का जूआ तोड़कर उनको छुड़ा लेना, और, सब जूओं को टुकड़े-टुकड़े कर देना?
خوراکتان را با گرسنگان تقسیم کنید و فقیران بیکس را به خانهٔ خود بیاورید؛ اشخاص برهنه را لباس بپوشانید و از کمک به بستگانتان دریغ نکنید. | 7 |
७क्या वह यह नहीं है कि अपनी रोटी भूखों को बाँट देना, अनाथ और मारे-मारे फिरते हुओं को अपने घर ले आना, किसी को नंगा देखकर वस्त्र पहनाना, और अपने जातिभाइयों से अपने को न छिपाना?
اگر چنین کنید من نیز رحمت خود را همچون سپیده دم بر شما خواهم تاباند و امراض شما را فوری شفا خواهم داد. حضور پرجلال من همیشه با شما خواهد بود و شما را از هر طرف محافظت خواهد کرد. | 8 |
८तब तेरा प्रकाश पौ फटने के समान चमकेगा, और तू शीघ्र चंगा हो जाएगा; तेरी धार्मिकता तेरे आगे-आगे चलेगी, यहोवा का तेज तेरे पीछे रक्षा करते चलेगा।
وقتی دعا کنید اجابت خواهم کرد و هنگامی که کمک بطلبید، به یاری شما خواهم آمد. «اگر از ظلم کردن به ضعفا دست بردارید و ناحق به کسی تهمت نزنید و سخنان دروغ شایع نکنید؛ | 9 |
९तब तू पुकारेगा और यहोवा उत्तर देगा; तू दुहाई देगा और वह कहेगा, ‘मैं यहाँ हूँ।’ यदि तू अंधेर करना और उँगली उठाना, और, दुष्ट बातें बोलना छोड़ दे,
از خوراک خود به گرسنگان بدهید و به کسانی که در تنگنا هستند کمک کنید، آنگاه نور شما در تاریکی خواهد درخشید و تاریکی اطرافتان مانند روز روشن خواهد شد؛ | 10 |
१०उदारता से भूखे की सहायता करे और दीन दुःखियों को सन्तुष्ट करे, तब अंधियारे में तेरा प्रकाश चमकेगा, और तेरा घोर अंधकार दोपहर का सा उजियाला हो जाएगा।
و من شما را همیشه هدایت نموده، با چیزهای خوب سیرتان خواهم کرد. شما را قوی و سالم نگاه خواهم داشت. شما مانند باغی پر بار و چشمهای پر آب خواهید بود. | 11 |
११यहोवा तुझे लगातार लिए चलेगा, और अकाल के समय तुझे तृप्त और तेरी हड्डियों को हरी भरी करेगा; और तू सींची हुई बारी और ऐसे सोते के समान होगा जिसका जल कभी नहीं सूखता।
هموطنانتان خرابههای قدیمی شهرهایتان را دوباره بنا خواهند کرد و شما به قومی معروف خواهید شد که حصارها و شهرهای خود را بازسازی میکند.» | 12 |
१२तेरे वंश के लोग बहुत काल के उजड़े हुए स्थानों को फिर बसाएँगे; तू पीढ़ी-पीढ़ी की पड़ी हुई नींव पर घर उठाएगा; तेरा नाम टूटे हुए बाड़े का सुधारक और पथों का ठीक करनेवाला पड़ेगा।
خداوند میفرماید: «اگر روز مقدّس شَبّات را نگاه دارید و در آن روز کار نکنید و به خوشگذرانی نپردازید، بلکه آن را محترم و مقدّس بدارید و در آن روز مرا عبادت کنید، و در پی هوی و هوس خود نروید و سخنان بیهوده نگویید، | 13 |
१३“यदि तू विश्रामदिन को अशुद्ध न करे अर्थात् मेरे उस पवित्र दिन में अपनी इच्छा पूरी करने का यत्न न करे, और विश्रामदिन को आनन्द का दिन और यहोवा का पवित्र किया हुआ दिन समझकर माने; यदि तू उसका सम्मान करके उस दिन अपने मार्ग पर न चले, अपनी इच्छा पूरी न करे, और अपनी ही बातें न बोले,
آنگاه شادی من نصیب شما خواهد شد. من شما را در تمام جهان سربلند خواهم کرد و برکاتی را که به جدتان یعقوب وعده دادهام نصیب شما خواهم ساخت. من که خداوند هستم این را میگویم.» | 14 |
१४तो तू यहोवा के कारण सुखी होगा, और मैं तुझे देश के ऊँचे स्थानों पर चलने दूँगा; मैं तेरे मूलपुरुष याकूब के भाग की उपज में से तुझे खिलाऊँगा, क्योंकि यहोवा ही के मुख से यह वचन निकला है।”