< اشعیا 46 >
«زمانی مردم بابِل بتهای خود،”بِل“و”نبو“را میپرستیدند، اما اینک این دو بت روی گاری گذاشته شده و چارپایانِ خسته آنها را میکشند. | 1 |
१बेल देवता झुक गया, नबो देवता नब गया है, उनकी प्रतिमाएँ पशुओं वरन् घरेलू पशुओं पर लदी हैं; जिन वस्तुओं को तुम उठाए फिरते थे, वे अब भारी बोझ हो गईं और थकित पशुओं पर लदी हैं।
خدایان بابِل اسیر شدهاند و به جای دیگری برده میشوند؛ آنها قادر نیستند خود را نجات دهند. | 2 |
२वे नब गए, वे एक संग झुक गए, वे उस भार को छुड़ा नहीं सके, और आप भी बँधुवाई में चले गए हैं।
«ای بازماندگان بنیاسرائیل، به من گوش دهید. من شما را آفریدهام و از بدو تولد تاکنون از شما نگه داری کردهام. | 3 |
३“हे याकूब के घराने, हे इस्राएल के घराने के सब बचे हुए लोगों, मेरी ओर कान लगाकर सुनो; तुम को मैं तुम्हारी उत्पत्ति ही से उठाए रहा और जन्म ही से लिए फिरता आया हूँ।
من خدای شما هستم و تا وقتی پیر شوید و موهایتان سفید شود از شما مراقبت خواهم کرد. من شما را آفریدهام و از شما نگه داری خواهم نمود. شما را با خود خواهم برد و نجاتدهندۀ شما خواهم بود.» | 4 |
४तुम्हारे बुढ़ापे में भी मैं वैसा ही बना रहूँगा और तुम्हारे बाल पकने के समय तक तुम्हें उठाए रहूँगा। मैंने तुम्हें बनाया और तुम्हें लिए फिरता रहूँगा; मैं तुम्हें उठाए रहूँगा और छुड़ाता भी रहूँगा।
خداوند میگوید: «مرا با چه کسی مقایسه میکنید؟ آیا کسی را میتوانید پیدا کنید که با من برابری کند؟ | 5 |
५“तुम किस से मेरी उपमा दोगे और मुझे किसके समान बताओगे, किस से मेरा मिलान करोगे कि हम एक समान ठहरें?
آیا مرا به بتها تشبیه میکنید که مردم با طلا و نقرهٔ خود آن را میسازند؟ آنها زرگر را اجیر میکنند تا ثروتشان را بگیرد و از آن خدایی بسازد؛ سپس زانو میزنند و آن را سجده میکنند! | 6 |
६जो थैली से सोना उण्डेलते या काँटे में चाँदी तौलते हैं, जो सुनार को मजदूरी देकर उससे देवता बनवाते हैं, तब वे उसे प्रणाम करते वरन् दण्डवत् भी करते हैं!
بت را بر دوش میگیرند و به این طرف و آن طرف میبرند. هنگامی که آن را بر زمین میگذارند همان جا میماند، چون نمیتواند حرکت کند! وقتی کسی نزدش دعا میکند، جوابی نمیدهد، چون بت نمیتواند ناراحتی او را برطرف سازد. | 7 |
७वे उसको कंधे पर उठाकर लिए फिरते हैं, वे उसे उसके स्थान में रख देते और वह वहीं खड़ा रहता है; वह अपने स्थान से हट नहीं सकता; यदि कोई उसकी दुहाई भी दे, तो भी न वह सुन सकता है और न विपत्ति से उसका उद्धार कर सकता है।
«ای گناهکاران این را فراموش نکنید، | 8 |
८“हे अपराधियों, इस बात को स्मरण करो और ध्यान दो, इस पर फिर मन लगाओ।
و به یاد داشته باشید که من بارها شما را از رویدادهای آینده آگاه ساختهام. زیرا تنها من خدا هستم و کسی دیگر مانند من نیست که | 9 |
९प्राचीनकाल की बातें स्मरण करो जो आरम्भ ही से है, क्योंकि परमेश्वर मैं ही हूँ, दूसरा कोई नहीं; मैं ही परमेश्वर हूँ और मेरे तुल्य कोई भी नहीं है।
بتواند به شما بگوید در آینده چه رخ خواهد داد. آنچه بگویم واقع خواهد شد و هر چه اراده کنم به انجام خواهد رسید. | 10 |
१०मैं तो अन्त की बात आदि से और प्राचीनकाल से उस बात को बताता आया हूँ जो अब तक नहीं हुई। मैं कहता हूँ, ‘मेरी युक्ति स्थिर रहेगी और मैं अपनी इच्छा को पूरी करूँगा।’
مردی را از مشرق، از آن سرزمین دور دست فرا میخوانم. او مانند یک پرندهٔ شکاری فرود خواهد آمد و آنچه را اراده نمودهام انجام خواهد داد. آنچه گفتهام واقع خواهد شد. | 11 |
११मैं पूर्व से एक उकाब पक्षी को अर्थात् दूर देश से अपनी युक्ति के पूरा करनेवाले पुरुष को बुलाता हूँ। मैं ही ने यह बात कही है और उसे पूरी भी करूँगा; मैंने यह विचार बाँधा है और उसे सफल भी करूँगा।
ای مردم دیر باور که فکر میکنید آزادی شما دور است، به من گوش دهید. | 12 |
१२“हे कठोर मनवालों तुम जो धार्मिकता से दूर हो, कान लगाकर मेरी सुनो।
من روز آزادیتان را نزدیک آوردهام. من تأخیر نخواهم کرد و اورشلیم را نجات خواهم داد و اسرائیل را سرافراز خواهم ساخت.» | 13 |
१३मैं अपनी धार्मिकता को समीप ले आने पर हूँ वह दूर नहीं है, और मेरे उद्धार करने में विलम्ब न होगा; मैं सिय्योन का उद्धार करूँगा और इस्राएल को महिमा दूँगा।”