< اشعیا 27 >
در آن روز، خداوند با شمشیر بسیار تیز و برندهٔ خود، لِویاتان را که ماری تیزرو و پیچنده است به سزای اعمالش خواهد رساند و آن اژدها را که در دریاست خواهد کشت. | 1 |
उस दिन, याहवेह अपनी बड़ी और भयानक तलवार से, टेढ़े चलनेवाले सांप लिवयाथान को दंड दिया करेंगे, टेढ़े चलनेवाले सांप लिवयाथान; वह उसको मार देंगे जो समुद्र में रहता है.
در آن روز، خداوند دربارهٔ تاکستان پر بار خود خواهد گفت: | 2 |
उस दिन— “आप दाख की बारी के विषय में एक गीत गाओगे:
«من یهوه، از این تاکستان مراقبت مینمایم و مرتب آن را آبیاری میکنم. روز و شب مواظب هستم تا کسی به آن آسیبی نرساند. | 3 |
मैं, याहवेह इसका रक्षक हूं; हर क्षण मैं इसकी सिंचाई करता हूं. मैं दिन-रात इसका पहरा देता हूं कि कोई इसको नुकसान न पहुंचाएं.
دیگر بر تاکستان خود خشمگین نیستم. اگر ببینم خارها مزاحمش هستند، آنها را یکجا آتش خواهم زد، مگر اینکه دشمنان قوم من تسلیم شوند و از من تقاضای صلح کنند.» | 4 |
मैं कठोर नहीं हूं. किंतु यदि कंटीले झाड़ मेरे विरुद्ध खड़े होंगे! तो मैं उन्हें पूर्णतः भस्म कर दूंगा.
या मेरे साथ मिलकर मेरी शरण में आना चाहे तो वे मेरे पास आए.”
زمانی خواهد رسید که اسرائیل ریشه خواهد زد، غنچه و شکوفه خواهد آورد و دنیا را از میوه پر خواهد ساخت. | 6 |
उस दिन याकोब अपनी जड़ मजबूत करेगा, इस्राएल और पूरा संसार इसके फल से भर जाएगा.
خداوند به اندازهای که دشمنان قوم اسرائیل را تنبیه کرده است این قوم را تنبیه نکرده است. | 7 |
क्या याहवेह ने उन पर वैसा ही आक्रमण किया है, जैसा उनके मारने वालों पर आक्रमण करता है? या उनका वध उस प्रकार कर दिया गया, जिस प्रकार उनके हत्यारों का वध किया गया था?
او برای مجازات اسرائیل، آنها را از سرزمینشان به دیار دور تبعید کرد گویی باد شرقی وزید و آنان را با خود برد. | 8 |
जब तूने उसे निकाला तब सोच समझकर उसे दुःख दिया, पूर्वी हवा के समय उसको आंधी से उड़ा दिया.
او این کار را کرد تا گناه قوم اسرائیل را کفاره کند؛ و این ثمرۀ کامل پاک شدن گناه آنها خواهد بود. وقتی او تمام سنگهای مذبح را همچون سنگ آهک تکهتکه کند، ستونهای اشیره و مذبحهای بخور دیگر برپا نخواهند ماند. | 9 |
जब याकोब वेदियों के पत्थरों को चूर-चूर कर देगा, फिर न कोई अशेराह और न कोई धूप वेदी खड़ी रहेगी: तब इसके द्वारा याकोब का अपराध क्षमा किया जाएगा; यह उसके पापों का प्रायश्चित होगा.
شهرهای مستحکم اسرائیل خالی از سکنه شده و مانند بیابان متروک گردیدهاند. در آنجا گاوها میچرند و شاخ و برگ درختان را میخورند. | 10 |
क्योंकि नगर निर्जन हो गया है, घर मरुभूमि, छोड़ी हुई और बंजर भूमि समान कर दिया गया है; वहां बछड़े चरेंगे, और आराम करेंगे; और इसकी शाखाओं से भोजन करेंगे.
وقتی شاخههای درختان خشک میشوند، از درخت میافتند و زنها آنها را جمع کرده، در اجاق میسوزانند. این قوم فهم ندارد، پس صانع و خالق آنها بر آنها رحم و شفقت نخواهد کرد. | 11 |
जब इसकी शाखाएं सूख जाएंगी, तब महिलाएं आकर इन्हें आग जलाने के लिए काम में लेंगी. क्योंकि ये निर्बुद्धि लोग हैं; इसलिये उनका सृष्टि करनेवाला उन पर अनुग्रह नहीं करेगा, जिन्होंने उन्हें सृजा, वे उन पर दया नहीं करेंगे.
اما زمانی خواهد رسید که خداوند مانند کسی که خوشههای گندم را دانهدانه برمیچیند و از پوستش جدا میکند، بنیاسرائیل را از رود فرات تا مرز مصر جمع خواهد کرد. | 12 |
उस दिन याहवेह फरात नदी से मिस्र की घाटी तक अपने अनाज को झाड़ेंगे और इस्राएल, तुम्हें एक-एक करके एकत्र किया जाएगा.
در آن روز، شیپور بزرگ نواخته خواهد شد و بسیاری از قوم یهود که به آشور و مصر تبعید شدهاند باز خواهند گشت و خداوند را در اورشلیم بر کوه مقدّسش پرستش خواهند کرد. | 13 |
उस दिन नरसिंगा फूंका जाएगा. वे जो अश्शूर देश में नष्ट किए गए थे और वे जो मिस्र देश में तितर-बितर कर दिए गए थे, वे सब आएंगे और येरूशलेम में पवित्र पर्वत पर याहवेह की आराधना करेंगे.