< هوشع 6 >

قوم اسرائیل می‌گویند: «بیایید به سوی خداوند بازگشت نماییم. او ما را دریده و خودش نیز ما را شفا خواهد داد. او ما را مجروح ساخته و خود بر زخم ما مرهم خواهد گذاشت. 1
“चलो, हम यहोवा की ओर फिरें; क्योंकि उसी ने फाड़ा, और वही हमें चंगा भी करेगा; उसी ने मारा, और वही हमारे घावों पर पट्टी बाँधेगा।
بعد از دو سه روز ما را دوباره زنده خواهد کرد و ما در حضور او زندگی خواهیم نمود. 2
दो दिन के बाद वह हमको जिलाएगा; और तीसरे दिन वह हमको उठाकर खड़ा करेगा; तब हम उसके सम्मुख जीवित रहेंगे।
بیایید تلاش کنیم تا خداوند را بشناسیم! همان‌طور که دمیدن سپیدهٔ صبح و ریزش باران بهاری حتمی است، اجابت دعای ما از جانب او نیز حتمی است.» 3
आओ, हम ज्ञान ढूँढ़े, वरन् यहोवा का ज्ञान प्राप्त करने के लिये यत्न भी करें; क्योंकि यहोवा का प्रगट होना भोर का सा निश्चित है; वह वर्षा के समान हमारे ऊपर आएगा, वरन् बरसात के अन्त की वर्षा के समान जिससे भूमि सींचती है।”
اما خداوند می‌فرماید: «ای اسرائیل و یهودا، من با شما چه کنم؟ زیرا محبت شما مانند ابر صبحگاهی زودگذر است و همچون شبنم به زودی ناپدید می‌شود. 4
हे एप्रैम, मैं तुझ से क्या करूँ? हे यहूदा, मैं तुझ से क्या करूँ? तुम्हारा स्नेह तो भोर के मेघ के समान, और सवेरे उड़ जानेवाली ओस के समान है।
به این دلیل است که من انبیای خود را فرستاده‌ام تا کلام داوری مرا بیان کنند و از هلاکتی که در انتظارتان است شما را آگاه سازند. پس بدانید که داوری من چون صاعقه بر شما فرود خواهد آمد. 5
इस कारण मैंने भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा मानो उन पर कुल्हाड़ी चलाकर उन्हें काट डाला, और अपने वचनों से उनको घात किया, और मेरा न्याय प्रकाश के समान चमकता है।
من از شما محبت می‌خواهم نه قربانی. من از هدایای شما خشنود نیستم بلکه خواهان آنم که مرا بشناسید. 6
क्योंकि मैं बलिदान से नहीं, स्थिर प्रेम ही से प्रसन्न होता हूँ, और होमबलियों से अधिक यह चाहता हूँ कि लोग परमेश्वर का ज्ञान रखें।
«ولی شما نیز مانند آدم، عهد مرا شکستید و به من خیانت ورزیدید. 7
परन्तु उन लोगों ने आदम के समान वाचा को तोड़ दिया; उन्होंने वहाँ मुझसे विश्वासघात किया है।
جلعاد، شهر گناهکاران و قاتلان است. 8
गिलाद नामक गढ़ी तो अनर्थकारियों से भरी है, वह खून से भरी हुई है।
اهالی آن راهزنان تبهکاری هستند که برای قربانیان خود در کمین می‌نشینند. کاهنان در طول راه شکیم، کشتار می‌کنند و دست به هر نوع گناهی می‌زنند. 9
जैसे डाकुओं के दल किसी की घात में बैठते हैं, वैसे ही याजकों का दल शेकेम के मार्ग में वध करता है, वरन् उन्होंने महापाप भी किया है।
آری، من عملی هولناک در اسرائیل دیده‌ام؛ مردم به دنبال خدایان دیگر رفته و به کلی نجس شده‌اند. 10
१०इस्राएल के घराने में मैंने रोएँ खड़े होने का कारण देखा है; उसमें एप्रैम का छिनाला और इस्राएल की अशुद्धता पाई जाती है।
«ای یهودا، مجازاتهای بسیاری نیز در انتظار توست، هرچند می‌خواستم سعادت را به قوم خویش بازگردانم. 11
११हे यहूदा, जब मैं अपनी प्रजा को बँधुआई से लौटा ले आऊँगा, उस समय के लिये तेरे निमित्त भी बदला ठहराया हुआ है।

< هوشع 6 >