< اول پادشاهان 16 >
خداوند به ییهو نبی فرمود که این پیغام را به بعشا بدهد: | 1 |
हनानी के पुत्र येहू के पास बाशा के विरुद्ध याहवेह का यह संदेश आया:
«تو را از روی خاک بلند کردم و به سلطنت قوم خود اسرائیل رساندم؛ اما تو مانند یربعام گناه ورزیدی و قوم مرا به گناه کشانیدی و آنها نیز با گناهانشان مرا خشمگین نمودند. | 2 |
“इसलिये कि मैंने धूल से उठाकर तुम्हें प्रतिष्ठित किया, और अपनी प्रजा इस्राएल का मुखिया चुना, मगर तुम्हारा स्वभाव यरोबोअम के समान ही रहा है. तुमने मेरी प्रजा इस्राएल को पाप की ओर उकसाया और उनके पाप के द्वारा तुमने मेरे क्रोध को भड़काया है.
پس تو و خاندان تو را مثل خاندان یربعام پسر نِباط نابود میکنم. | 3 |
अब देख लेना कि मैं बाशा के वंश को मिटा दूंगा और तुम्हारे वंश को नेबाथ के पुत्र यरोबोअम के समान कर दूंगा.
از خانهٔ تو آنکه در شهر بمیرد، سگها او را میخورند و آنکه در صحرا بمیرد، لاشخورها او را میخورند!» | 4 |
यदि बाशा के किसी भी संबंधी की मृत्यु नगर के भीतर होती है, तो उसका शव कुत्तों का भोजन हो जाएगा; यदि किसी की मृत्यु खुले मैदान में होती है, तो वह आकाश के पक्षियों का भोजन हो जाएगा.”
این پیغام برای بعشا و خاندانش فرستاده شد، زیرا او مانند یربعام با کارهای زشت و شرمآور خود خداوند را خشمگین کرده بود و نیز خاندان یربعام را از بین برده بود. وقتی بعشا مرد او را در ترصه دفن کردند و پسرش ایله به جای او پادشاه شد. بقیهٔ رویدادهای سلطنت بعشا، یعنی فتوحات و کارهای او در کتاب «تاریخ پادشاهان اسرائیل» نوشته شده است. | 5 |
बाशा की बाकी उपलब्धियां, उसके द्वारा किए गए काम और उसके शौर्य का ब्यौरा इस्राएल के राजाओं की इतिहास नामक पुस्तक में है.
बाशा की मृत्यु हुई, और वह तिरज़ाह नगर में गाड़ा गया, और उसके स्थान पर उसका पुत्र एलाह राजा बना.
इसके अलावा, हनानी के पुत्र भविष्यद्वक्ता येहू के द्वारा याहवेह का संदेश बाशा और उसके सारे परिवार के विरुद्ध ये दोनों ही कारणों से भेजा गया: उसने यरोबोअम के परिवार के समान वे काम करके, जो याहवेह दृष्टि में गलत थे, याहवेह का क्रोध भड़काया और दूसरा, उसने यरोबोअम के वंश को खत्म कर डाला.
در بیست و ششمین سال سلطنت آسا پادشاه یهودا، ایله پسر بعشا بر تخت سلطنت اسرائیل نشست و دو سال در ترصه سلطنت کرد. | 8 |
यहूदिया पर राजा आसा के शासन के छब्बीसवें साल में बाशा के पुत्र एलाह ने इस्राएल पर, तिरज़ाह नगर में रहते हुए अपना शासन शुरू किया. उसने दो साल शासन किया.
زمری که فرماندهی نیمی از ارابههای سلطنتی را به عهده داشت، علیه او توطئه چید. یک روز که ایله پادشاه در ترصه، در خانهٔ ارصا، وزیر دربار خود، بر اثر نوشیدن شراب مست شده بود، | 9 |
किंतु उसके सेवक ज़िमरी ने, जो आधी रथ सेना का मुखिया था, उसके विरुद्ध षड़्यंत्र रचा. जब एलाह तिरज़ाह में राजघराने के अधिकारी अरज़ा के घर में नशे में था,
زمری وارد خانه شد و به ایله حمله کرد و او را کشت. این واقعه در بیست و هفتمین سال سلطنت آسا پادشاه یهودا رخ داد. از آن تاریخ زمری خود را پادشاه اسرائیل اعلام کرد. | 10 |
ज़िमरी ने आकर उस पर वार कर उसकी हत्या कर दी. और उसके स्थान पर शासन करने लगा. यह यहूदिया के राजा आसा के शासनकाल के सत्ताईसवें साल की घटना है.
وقتی زمری بر تخت سلطنت نشست، اعضای خاندان بعشا را قتل عام کرد و حتی یک مرد از خویشاوندان و دوستان بعشا را زنده نگذاشت. | 11 |
जब उसने शासन शुरू किया, सिंहासन पर बैठते ही उसने बाशा के परिवार के सारे सदस्यों की हत्या कर दी. उसने परिवार और मित्रों के परिवारों में एक भी पुरुष को जीवित न छोड़ा.
نابودی فرزندان بعشا که خداوند توسط ییهو نبی قبلاً خبر داده بود، | 12 |
इस प्रकार ज़िमरी ने याहवेह के संदेश के अनुसार, जो उन्होंने भविष्यद्वक्ता येहू के द्वारा बाशा के विरुद्ध कहा था, बाशा के पूरे परिवार को खत्म कर दिया!
به این سبب بود که بعشا و پسرش ایله گناه ورزیده، بنیاسرائیل را به بتپرستی کشاندند و به این ترتیب خشم خداوند را برانگیختند. | 13 |
यह सब उन पापों के कारण हुआ जो बाशा और उसके पुत्र एलाह ने किए, और इस्राएल को भी यह पाप करने के लिए प्रेरित किया, और इसलिये भी की उन्होंने याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर को अपने बेकार के कामों द्वारा क्रोधित किया.
بقیهٔ رویدادهای سلطنت ایله در کتاب «تاریخ پادشاهان اسرائیل» نوشته شده است. | 14 |
एलाह की बाकी उपलब्धियों का और उसके सारे कामों का ब्यौरा इस्राएल के राजाओं की इतिहास नामक पुस्तक में किया गया है.
زمری در بیست و هفتمین سال سلطنت آسا پادشاه یهودا، پادشاه اسرائیل شد و فقط هفت روز در ترصه سلطنت کرد. لشکر اسرائیل علیه شهر فلسطینی جِبِتون اردو زده بود. | 15 |
यहूदिया के राजा आसा के शासन के सत्ताईसवें साल में तिरज़ाह नगर में ज़िमरी ने सात दिन शासन किया. सेना ने गिब्बथोन नगर की घेराबंदी की, जो फिलिस्तीनियों के अधीन में एक नगर था.
وقتی سربازان اسرائیل که آمادهٔ حمله به جبتون بودند، شنیدند که زمری، پادشاه را کشته است، عمری را که سردار سپاه بود همان جا پادشاه خود ساختند. | 16 |
नगर की घेराबंदी की हुई. सेना ने किसी को यह कहते हुए सुना, “ज़िमरी ने षड़्यंत्र रचा है, और उसने राजा की हत्या कर दी है.” यह सुन सारे इस्राएल ने ओमरी को सेनापति बना दिया, यानी उसे उस दिन छावनी में ही इस्राएल का राजा घोषित कर दिया गया.
عمری بیدرنگ با نیروهای خود به ترصه برگشت و آن را محاصره کرد. | 17 |
इस्राएली सेना ने ओमरी के साथ गिब्बथोन से कूच किया और तिरज़ाह नगर को अधीन कर लिया.
زمری وقتی دید که شهر محاصره شده، به داخل کاخ سلطنتی رفت و آن را آتش زد. او خود نیز در میان شعلههای آتش سوخت. | 18 |
जब ज़िमरी ने देखा कि नगर उसके हाथ से निकल चुका है, वह राजघराने के गढ़ में चला गया, और राजघराने में आग लगा ली, जिससे उसकी मृत्यु हो गई.
او مانند یربعام نسبت به خداوند گناه ورزید و اسرائیل را به گناه کشاند. | 19 |
यह उसके पापों के कारण हुआ. उसने वही किया, जो याहवेह की दृष्टि में गलत था, यरोबोअम के समान बुरी चाल चलने के द्वारा, जिसमें उसने इस्राएल को पाप करने के लिए उकसाया था.
بقیه وقایع زندگی زمری و شرح شورش او در کتاب «تاریخ پادشاهان اسرائیل» نوشته شده است. | 20 |
ज़िमरी के बाकी कामों का ब्यौरा और उसके द्वारा रचे गए षड़्यंत्र का वर्णन इस्राएल के राजाओं की इतिहास नामक पुस्तक में किया गया है.
در آن روزها بین مردم اسرائیل دو دستگی افتاد. نیمی از مردم طرفدار عمری بودند و نیمی دیگر از تبنی پسر جینت پشتیبانی میکردند. | 21 |
इस्राएली प्रजा दो भागों में बंट गई. आधे लोग गीनाथ के पुत्र तिबनी की तरफ हो गए, कि उसे राजा बना दें और आधे ओमरी के.
ولی سرانجام طرفداران عمری پیروز شدند. تبنی کشته شد و عمری به سلطنت رسید. | 22 |
ओमरी के समर्थकों ने गीनाथ के पुत्र तिबनी के समर्थकों को हरा दिया. इसमें तिबनी की मृत्यु भी हो गई, और ओमरी राजा बन गया.
در سی و یکمین سال سلطنت آسا پادشاه یهودا، عمری پادشاه اسرائیل شد و دوازده سال سلطنت کرد. از این دوازده سال، شش سال را در ترصه سلطنت کرد. | 23 |
यहूदिया के राजा आसा के शासनकाल के एकतीसवें साल में ओमरी ने इस्राएल पर शासन शुरू किया. इनमें से उसने छः साल तिरज़ाह नगर में शासन किया.
او تپهٔ سامره را از شخصی به نام سامر به هفتاد کیلو نقره خرید و شهری روی آن ساخت و نام آن را سامره گذاشت. | 24 |
उसने चौंतीस किलो चांदी देकर शेमेर नामक व्यक्ति से शमरिया की पहाड़ी खरीद ली. उसने पहाड़ी को गढ़ में बदल दिया. उसने इस ज़मीन के मालिक शेमेर के नाम पर इस नगर का नाम शमरिया रख दिया.
ولی عمری بیش از پادشاهان قبل نسبت به خداوند گناه ورزید. | 25 |
ओमरी ने वे काम किए, जो याहवेह की दृष्टि में गलत थे. ये काम उन सभी की तुलना में अधिक बुरे थे, जो ओमरी के पहले के राजाओं ने किए थे.
او مانند یرُبعام پسر نِباط به پرستیدن بت پرداخت و قوم اسرائیل را به گمراهی کشاند و به این وسیله خشم خداوند، خدای اسرائیل را برانگیخت. | 26 |
उसका स्वभाव हर प्रकार से नेबाथ के पुत्र यरोबोअम समान था. जो पाप यरोबोअम ने किए थे, वे पाप उसने इस्राएली प्रजा को करने के लिए भी उकसाया. उन्होंने याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर को अपनी दुष्टता के द्वारा क्रोधित किया.
بقیه رویدادهای سلطنت و فتوحات عمری در کتاب «تاریخ پادشاهان اسرائیل» نوشته شده است. | 27 |
ओमरी द्वारा किए गए बाकी कामों और उसके द्वारा दिखाए शौर्य का ब्यौरा इस्राएल के राजाओं की इतिहास नामक पुस्तक में किया गया है.
وقتی عمری مرد او را در سامره دفن کردند و پسرش اَخاب به جای او پادشاه شد. | 28 |
ओमरी की मृत्यु हुई और उसे शमरिया में गाड़ा गया. उसकी जगह पर उसका पुत्र अहाब राजा बना.
در سی و هشتمین سال سلطنت آسا پادشاه یهودا، اَخاب پسر عُمری پادشاه اسرائیل شد و بیست و دو سال در سامره سلطنت کرد. | 29 |
यहूदिया के राजा आसा के शासनकाल के अड़तीसवें साल में ओमरी के पुत्र अहाब ने इस्राएल पर शासन शुरू किया. अहाब ने इस्राएल पर बाईस साल शासन किया.
اَخاب بیش از پادشاهان قبل نسبت به خداوند گناه ورزید. | 30 |
ओमरी के पुत्र अहाब ने वही सब किया, जो याहवेह की दृष्टि में गलत थे. यह सब उन सबसे कहीं अधिक गलत था, जो उसके पहले के राजाओं द्वारा किया गया था.
او نه فقط مثل یربعام پسر نِباط مرتکب گناه شد، بلکه با ایزابل دختر اتبعل، پادشاه صیدون نیز ازدواج کرد و بت بعل صیدونیها را پرستید و در برابر آن سجده کرد. | 31 |
इसके अलावा, मानो इतना काफ़ी न था, कि उसने वे ही पाप किए, जो नेबाथ के पुत्र यरोबोअम द्वारा किए गए थे, उसने सीदोनियों के राजा एथबाल की पुत्री ईजेबेल से विवाह कर लिया और फिर वह जाकर बाल की पूजा-अर्चना करने लगा.
او در سامره یک بتخانه و یک مذبح برای بعل ساخت، | 32 |
शमरिया में उसने बाल के लिए एक मंदिर बनवाया. इस मंदिर में उसने बाल के लिए एक वेदी भी बनवाई.
بعد از آن بت اَشیره را ساخت و با این اعمال خود بیش از هر پادشاهی که قبل از او در اسرائیل سلطنت کرده بود، خداوند، خدای اسرائیل را خشمگین نمود. | 33 |
अहाब ने अशेरा के खंभे की भी स्थापना की. यह सब करके अहाब ने याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर को उन सब की अपेक्षा अधिक क्रोधित किया, जो उसके पहले के राजाओं ने किया था.
در دورهٔ سلطنت او مردی از بیتئیل به نام حیئیل، شهر اریحا را دوباره بنا کرد. اما وقتی پایههای آن را مینهاد، پسر بزرگش ابیرام مرد و وقتی آن را تمام کرد و دروازههایش را کار گذاشت، پسر کوچکش سجوب مرد. این به سبب لعنت خداوند بر اریحا بود که توسط یوشع پسر نون اعلام شده بود. | 34 |
इन्हीं दिनों में बेथेल निवासी हिएल ने येरीख़ो नगर को बनाना शुरू किया और जब उसने इसकी नींव डाली तो उसके पहलौठे पुत्र अबीराम की मृत्यु हो गई. और जब वह नगर फाटक, लगवा रहा था, उसके छोटे पुत्र सेगूब की मृत्यु हो गई. यह याहवेह के वचन के अनुसार था, जो उन्होंने नून के पुत्र यहोशू द्वारा बताया था.