< رومیان 5 >
پس چونکه به ایمان عادل شمرده شدیم، نزد خدا سلامتی داریم بوساطت خداوندما عیسی مسیح، | ۱ 1 |
इसलिये जब हम अपने विश्वास के द्वारा धर्मी घोषित किए जा चुके हैं, परमेश्वर से हमारा मेल-मिलाप हमारे प्रभु येशु मसीह के द्वारा हो चुका है,
که به وساطت او دخول نیزیافتهایم بوسیله ایمان در آن فیضی که در آن پایداریم و به امید جلال خدا فخر مینماییم. | ۲ 2 |
जिनके माध्यम से विश्वास के द्वारा हमारी पहुंच उस अनुग्रह में है, जिसमें हम अब स्थिर हैं. अब हम परमेश्वर की महिमा की आशा में आनंदित हैं.
ونه این تنها بلکه در مصیبتها هم فخر میکنیم، چونکه میدانیم که مصیبت صبر را پیدا میکند، | ۳ 3 |
इतना ही नहीं, हम अपने क्लेशों में भी आनंदित बने रहते हैं. हम जानते हैं कि क्लेश में से धीरज;
و صبر امتحان را و امتحان امید را. | ۴ 4 |
धीरज में से खरा चरित्र तथा खरे चरित्र में से आशा उत्पन्न होती है
و امید باعث شرمساری نمی شود زیرا که محبت خدا دردلهای ما به روحالقدس که به ما عطا شد ریخته شده است. | ۵ 5 |
और आशा लज्जित कभी नहीं होने देती क्योंकि हमें दी हुई पवित्र आत्मा द्वारा परमेश्वर का प्रेम हमारे हृदयों में उंडेल दिया गया है.
زیرا هنگامی که ما هنوز ضعیف بودیم، در زمان معین، مسیح برای بیدینان وفات یافت. | ۶ 6 |
जब हम निर्बल ही थे, सही समय पर मसीह येशु ने अधर्मियों के लिए मृत्यु स्वीकार की.
زیرا بعید است که برای شخص عادل کسی بمیرد، هرچند در راه مرد نیکو ممکن است کسی نیز جرات کند که بمیرد. | ۷ 7 |
शायद ही कोई किसी व्यवस्था के पालन करनेवाले के लिए अपने प्राण दे दे. हां, संभावना यह अवश्य है कि कोई किसी परोपकारी के लिए प्राण देने के लिए तैयार हो जाए
لکن خدا محبت خود را در ما ثابت میکند از اینکه هنگامی که ماهنوز گناهکار بودیم، مسیح در راه ما مرد. | ۸ 8 |
किंतु परमेश्वर ने हमारे प्रति अपना प्रेम इस प्रकार प्रकट किया कि जब हम पापी ही थे, मसीह येशु ने हमारे लिए अपने प्राण त्याग दिए.
پس چقدر بیشتر الان که به خون او عادل شمرده شدیم، بوسیله او از غضب نجات خواهیم یافت. | ۹ 9 |
हम मसीह येशु के लहू के द्वारा धर्मी घोषित तो किए ही जा चुके हैं, इससे कहीं बढ़कर यह है कि हम उन्हीं के कारण परमेश्वर के क्रोध से भी बचाए जाएंगे.
زیرا اگر در حالتی که دشمن بودیم، بوساطت مرگ پسرش با خدا صلح داده شدیم، پس چقدربیشتر بعد از صلح یافتن بوساطت حیات او نجات خواهیم یافت. | ۱۰ 10 |
जब शत्रुता की अवस्था में परमेश्वर से हमारा मेल-मिलाप उनके पुत्र की मृत्यु के द्वारा हो गया तो इससे बढ़कर यह है कि मेल-मिलाप हो जाने के कारण उनके पुत्र के जीवन द्वारा हमारा उद्धार सुनिश्चित है.
و نه همین فقط بلکه در خدا هم فخر میکنیم بوسیله خداوند ما عیسی مسیح که بوساطت او الان صلح یافتهایم. | ۱۱ 11 |
इतना ही नहीं, मसीह येशु के कारण हम परमेश्वर में आनंदित हैं जिनके कारण हम इस मेल-मिलाप की स्थिति तक पहुंचे हैं.
لهذا همچنانکه بوساطت یک آدم گناه داخل جهان گردید و به گناه موت؛ و به اینگونه موت بر همه مردم طاری گشت، از آنجا که همه گناه کردند. | ۱۲ 12 |
एक मनुष्य के कारण पाप ने संसार में प्रवेश किया तथा पाप के द्वारा मृत्यु ने और मृत्यु सभी मनुष्यों में समा गई—क्योंकि पाप सभी ने किया.
زیرا قبل از شریعت، گناه در جهان میبود، لکن گناه محسوب نمی شود در جایی که شریعت نیست. | ۱۳ 13 |
पाप व्यवस्था के प्रभावी होने से पहले ही संसार में मौजूद था लेकिन जहां व्यवस्था ही नहीं, वहां पाप गिना नहीं जाता!
بلکه از آدم تا موسی موت تسلط میداشت بر آنانی نیز که بر مثال تجاوز آدم که نمونه آن آینده است، گناه نکرده بودند. | ۱۴ 14 |
आदम से मोशेह तक मृत्यु का शासन था—उन पर भी, जिन्होंने आदम के समान अनाज्ञाकारिता का पाप नहीं किया था. आदम उनके प्रतिरूप थे, जिनका आगमन होने को था.
و نهچنانکه خطا بود، همچنان نعمت نیز باشد. زیرااگر به خطای یک شخص بسیاری مردند، چقدرزیاده فیض خدا و آن بخششی که به فیض یک انسان، یعنی عیسی مسیح است، برای بسیاری افزون گردید. | ۱۵ 15 |
अपराध, वरदान के समान नहीं. एक मनुष्य के अपराध के कारण अनेकों की मृत्यु हुई, जबकि परमेश्वर के अनुग्रह तथा एक मनुष्य, मसीह येशु के अनुग्रह में दिया हुआ वरदान अनेकों अनेक में स्थापित हो गया.
و نه اینکه مثل آنچه از یک گناهکار سر زد، همچنان بخشش باشد؛ زیراحکم شد از یک برای قصاص لکن نعمت ازخطایای بسیار برای عدالت رسید. | ۱۶ 16 |
परमेश्वर का वरदान उसके समान नहीं, जो एक मनुष्य के अपराध के परिणामस्वरूप आया. एक ओर तो एक अपराध से न्याय-दंड की उत्पत्ति हुई, जिसका परिणाम था दंड-आज्ञा मगर दूसरी ओर अनेकों अपराधों के बाद वरदान की उत्पत्ति हुई, जिसका परिणाम था धार्मिकता.
زیرا اگر بهسبب خطای یک نفر و بواسطه آن یک موت سلطنت کرد، چقدر بیشتر آنانی که افزونی فیض و بخشش عدالت را میپذیرند، در حیات سلطنت خواهند کرد بوسیله یک یعنی عیسی مسیح. | ۱۷ 17 |
क्योंकि जब एक मनुष्य के अपराध के कारण एक ही मनुष्य के माध्यम से मृत्यु का शासन हो गया, तब इससे कहीं अधिक फैला हुआ है बड़ा अनुग्रह तथा धार्मिकता का वह वरदान, जो उनके जीवन में उस एक मनुष्य, मसीह येशु के द्वारा शासन करेगा.
پس همچنانکه به یک خطا حکم شد برجمیع مردمان برای قصاص، همچنین به یک عمل صالح بخشش شد بر جمیع مردمان برای عدالت حیات. | ۱۸ 18 |
इसलिये जिस प्रकार मात्र एक अपराध का परिणाम हुआ सभी के लिए दंड-आज्ञा, उसी प्रकार धार्मिकता के मात्र एक काम का परिणाम हुआ सभी मनुष्यों के लिए जीवन की धार्मिकता.
زیرا به همین قسمی که ازنافرمانی یک شخص بسیاری گناهکار شدند، همچنین نیز به اطاعت یک شخص بسیاری عادل خواهند گردید. | ۱۹ 19 |
जिस प्रकार मात्र एक व्यक्ति की अनाज्ञाकारिता के परिणामस्परूप अनेकों अनेक पापी हो गए, उसी प्रकार एक व्यक्ति की आज्ञाकारिता से अनेक धर्मी बना दिए जाएंगे.
اما شریعت در میان آمد تاخطا زیاده شود. لکن جایی که گناه زیاده گشت، فیض بینهایت افزون گردید. | ۲۰ 20 |
व्यवस्था बीच में आई कि पाप का अहसास तेज हो. जब पाप का अहसास तेज हुआ तो अनुग्रह कहीं अधिक तेज होता गया
تا آنکه چنانکه گناه در موت سلطنت کرد، همچنین فیض نیزسلطنت نماید به عدالت برای حیات جاودانی بوساطت خداوند ما عیسی مسیح. (aiōnios ) | ۲۱ 21 |
कि जिस प्रकार पाप ने मृत्यु में शासन किया, उसी प्रकार अनुग्रह धार्मिकता के द्वारा हमारे प्रभु येशु मसीह में अनंत जीवन के लिए शासन करे. (aiōnios )