< ارمیا 51 >

«خداوند چنین می‌گوید: «اینک من بربابل و بر ساکنان وسطمقاومت کنندگانم بادی مهلک برمی انگیزانم. ۱ 1
यहोवा यह कहता है, मैं बाबेल के और लेबकामै के रहनेवालों के विरुद्ध एक नाश करनेवाली वायु चलाऊँगा;
ومن بر بابل خرمن کوبان خواهم فرستاد و آن راخواهند کوبید و زمین آن را خالی خواهندساخت زیرا که ایشان در روز بلا آن را از هر طرف احاطه خواهند کرد. ۲ 2
और मैं बाबेल के पास ऐसे लोगों को भेजूँगा जो उसको फटक-फटककर उड़ा देंगे, और इस रीति से उसके देश को सुनसान करेंगे; और विपत्ति के दिन चारों ओर से उसके विरुद्ध होंगे।
تیرانداز بر تیرانداز و برآنکه به زره خویش مفتخر می‌باشد تیر خود رابیندازد. و بر جوانان آن ترحم منمایید بلکه تمام لشکر آن را بالکل هلاک سازید. ۳ 3
धनुर्धारी के विरुद्ध और जो अपना झिलम पहने हैं धनुर्धारी धनुष चढ़ाए हुए उठे; उसके जवानों से कुछ कोमलता न करना; उसकी सारी सेना को सत्यानाश करो।
و ایشان بر زمین کلدانیان مقتول و در کوچه هایش مجروح خواهند افتاد. ۴ 4
कसदियों के देश में मरे हुए और उसकी सड़कों में छिदे हुए लोग गिरेंगे।
زیرا که اسرائیل و یهودا از خدای خویش یهوه صبایوت متروک نخواهند شد، اگرچه زمین ایشان از گناهی که به قدوس اسرائیل ورزیده‌اند پر شده است. ۵ 5
क्योंकि, यद्यपि इस्राएल और यहूदा के देश, इस्राएल के पवित्र के विरुद्ध किए हुए पापों से भरपूर हो गए हैं, तो भी उनके परमेश्वर, सेनाओं के यहोवा ने उनको त्याग नहीं दिया।
از میان بابل بگریزید وهر کس جان خود را برهاند مبادا در گناه آن هلاک شوید. زیرا که این زمان انتقام خداوند است و اومکافات به آن خواهد رسانید. ۶ 6
“बाबेल में से भागो, अपना-अपना प्राण बचाओ! उसके अधर्म में भागी होकर तुम भी न मिट जाओ; क्योंकि यह यहोवा के बदला लेने का समय है, वह उसको बदला देने पर है।
بابل در دست خداوند جام طلایی است که تمام جهان را مست می‌سازد. امت‌ها از شرابش نوشیده، و از این جهت امت‌ها دیوانه گردیده‌اند. ۷ 7
बाबेल यहोवा के हाथ में सोने का कटोरा था, जिससे सारी पृथ्वी के लोग मतवाले होते थे; जाति-जाति के लोगों ने उसके दाखमधु में से पिया, इस कारण वे भी बावले हो गए।
بابل به ناگهان افتاده و شکسته شده است برای آن ولوله نمایید. بلسان به جهت جراحت آن بگیرید که شاید شفایابد. ۸ 8
बाबेल अचानक ले ली गई और नाश की गई है। उसके लिये हाय-हाय करो! उसके घावों के लिये बलसान औषधि लाओ; सम्भव है वह चंगी हो सके।
بابل را معالجه نمودیم اما شفا نپذیرفت. پس آن را ترک کنید و هر کدام از ما به زمین خودبرویم زیرا که داوری آن به آسمانها رسیده و به افلاک بلند شده است. ۹ 9
हम बाबेल का इलाज करते तो थे, परन्तु वह चंगी नहीं हुई। इसलिए आओ, हम उसको तजकर अपने-अपने देश को चले जाएँ; क्योंकि उस पर किए हुए न्याय का निर्णय आकाश वरन् स्वर्ग तक भी पहुँच गया है।
خداوند عدالت ما رامکشوف خواهد ساخت. پس بیایید و اعمال یهوه خدای خویش را در صهیون اخبار نماییم. ۱۰ 10
१०यहोवा ने हमारे धार्मिकता के काम प्रगट किए हैं; अतः आओ, हम सिय्योन में अपने परमेश्वर यहोवा के काम का वर्णन करें।
تیرها را تیز کنید و سپرها را به‌دست گیرید زیرا خداوند روح پادشاهان مادیان را برانگیخته است و فکر او به ضد بابل است تا آن را هلاک سازد. زیرا که این انتقام خداوند و انتقام هیکل اومی باشد. ۱۱ 11
११“तीरों को पैना करो! ढालें थामे रहो! क्योंकि यहोवा ने मादी राजाओं के मन को उभारा है, उसने बाबेल को नाश करने की कल्पना की है, क्योंकि यहोवा अर्थात् उसके मन्दिर का यही बदला है
بر حصارهای بابل، علمها برافرازیدو آن را نیکو حراست نموده، کشیکچیان قراردهید و کمین بگذارید. زیرا خداوند قصد نموده وهم آنچه را که درباره ساکنان بابل گفته به عمل آورده است. ۱۲ 12
१२बाबेल की शहरपनाह के विरुद्ध झण्डा खड़ा करो; बहुत पहरुए बैठाओ; घात लगाने वालों को बैठाओ; क्योंकि यहोवा ने बाबेल के रहनेवालों के विरुद्ध जो कुछ कहा था, वह अब करने पर है वरन् किया भी है।
‌ای که بر آبهای بسیار ساکنی و ازگنجها معمور می‌باشی! عاقبت تو و نهایت طمع تو رسیده است! ۱۳ 13
१३हे बहुत जलाशयों के बीच बसी हुई और बहुत भण्डार रखनेवाली, तेरा अन्त आ गया, तेरे लोभ की सीमा पहुँच गई है।
یهوه صبایوت به ذات خودقسم خورده است که من تو را از مردمان مثل ملخ پر خواهم ساخت و بر تو گلبانگ خواهند زد. ۱۴ 14
१४सेनाओं के यहोवा ने अपनी ही शपथ खाई है, कि निश्चय मैं तुझको टिड्डियों के समान अनगिनत मनुष्यों से भर दूँगा, और वे तेरे विरुद्ध ललकारेंगे।
«او زمین را به قوت خود ساخت و ربع مسکون را به حکمت خویش استوار نمود. وآسمانها را به عقل خود گسترانید. ۱۵ 15
१५“उसी ने पृथ्वी को अपने सामर्थ्य से बनाया, और जगत को अपनी बुद्धि से स्थिर किया; और आकाश को अपनी प्रवीणता से तान दिया है।
چون آوازمی دهد غوغای آبها در آسمان پدید می‌آید. ابرها از اقصای زمین برمی آورد و برقها برای باران می‌سازد و باد را از خزانه های خود بیرون می‌آورد. ۱۶ 16
१६जब वह बोलता है तब आकाश में जल का बड़ा शब्द होता है, वह पृथ्वी की छोर से कुहरा उठाता है। वह वर्षा के लिये बिजली बनाता, और अपने भण्डार में से पवन निकाल ले आता है।
جمیع مردمان وحشی‌اند و معرفت ندارند و هر‌که تمثالی می‌سازد خجل خواهدشد. زیرا که بت ریخته شده او دروغ است و در آن هیچ نفس نیست. ۱۷ 17
१७सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित है; सब सुनारों को अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण लज्जित होना पड़ेगा; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें धोखा देनेवाली हैं, और उनके कुछ भी साँस नहीं चलती।
آنها باطل و کار مسخره می‌باشد. در روزی که به محاکمه می‌آیند تلف خواهند شد. ۱۸ 18
१८वे तो व्यर्थ और ठट्ठे ही के योग्य है; जब उनके नाश किए जाने का समय आएगा, तब वे नाश ही होंगी।
او که نصیب یعقوب است مثل آنها نمی باشد. زیرا که او سازنده همه موجودات است و (اسرائیل ) عصای میراث وی است و اسم او یهوه صبایوت می‌باشد. ۱۹ 19
१९परन्तु जो याकूब का निज भाग है, वह उनके समान नहीं, वह तो सब का बनानेवाला है, और इस्राएल उसका निज भाग है; उसका नाम सेनाओं का यहोवा है।
«تو برای من کوپال و اسلحه جنگ هستی. پس از تو امت‌ها را خرد خواهم ساخت و از توممالک را هلاک خواهم نمود. ۲۰ 20
२०“तू मेरा फरसा और युद्ध के लिये हथियार ठहराया गया है; तेरे द्वारा मैं जाति-जाति को तितर-बितर करूँगा; और तेरे ही द्वारा राज्य-राज्य को नाश करूँगा।
و از تو اسب و سوارش را خرد خواهم ساخت و از تو ارابه وسوارش را خرد خواهم ساخت. ۲۱ 21
२१तेरे ही द्वारा मैं सवार समेत घोड़ों को टुकड़े-टुकड़े करूँगा;
و از تو مرد وزن را خرد خواهم ساخت و از تو پیر و طفل راخرد خواهم ساخت و از تو جوان و دوشیزه راخرد خواهم ساخت. ۲۲ 22
२२तेरे ही द्वारा रथी समेत रथ को भी टुकड़े-टुकड़े करूँगा; तेरे ही द्वारा मैं स्त्री पुरुष दोनों को टुकड़े-टुकड़े करूँगा; तेरे ही द्वारा मैं बूढ़े और लड़के दोनों को टुकड़े-टुकड़े करूँगा, और जवान पुरुष और जवान स्त्री दोनों को मैं तेरे ही द्वारा टुकड़े-टुकड़े करूँगा;
و از تو شبان و گله‌اش راخرد خواهم ساخت. و از تو خویشران و گاوانش را خرد خواهم ساخت. و از تو حاکمان و والیان راخرد خواهم ساخت. ۲۳ 23
२३तेरे ही द्वारा मैं भेड़-बकरियों समेत चरवाहे को टुकड़े-टुकड़े करूँगा; तेरे ही द्वारा मैं किसान और उसके जोड़े बैलों को भी टुकड़े-टुकड़े करूँगा; अधिपतियों और हाकिमों को भी मैं तेरे ही द्वारा टुकड़े-टुकड़े करूँगा।
و خداوند می‌گوید: به بابل و جمیع سکنه زمین کلدانیان جزای تمامی بدی را که ایشان به صهیون کرده‌اند در نظر شماخواهم رسانید. ۲۴ 24
२४“मैं बाबेल को और सारे कसदियों को भी उन सब बुराइयों का बदला दूँगा, जो उन्होंने तुम लोगों के सामने सिय्योन में की है; यहोवा की यही वाणी है।
اینک خداوند می‌گوید: ای کوه مخرب که تمامی جهان را خراب می‌سازی من به ضد تو هستم! و دست خود را بر تو بلندکرده، تو را از روی صخره‌ها خواهم غلطانید و تورا کوه سوخته شده خواهم ساخت! ۲۵ 25
२५“हे नाश करनेवाले पहाड़ जिसके द्वारा सारी पृथ्वी नाश हुई है, यहोवा की यह वाणी है कि मैं तेरे विरुद्ध हूँ और हाथ बढ़ाकर तुझे ढाँगों पर से लुढ़का दूँगा और जला हुआ पहाड़ बनाऊँगा।
و از توسنگی به جهت سر زاویه یا سنگی به جهت بنیادنخواهند گرفت، بلکه خداوند می‌گوید که توخرابی ابدی خواهی شد. ۲۶ 26
२६लोग तुझ से न तो घर के कोने के लिये पत्थर लेंगे, और न नींव के लिये, क्योंकि तू सदा उजाड़ रहेगा, यहोवा की यही वाणी है।
«علمها در زمین برافرازید و کرنا در میان امت‌ها بنوازید. امت‌ها را به ضد او حاضر سازیدو ممالک آرارات و منی و اشکناز را بر وی جمع کنید. سرداران به ضد وی نصب نمایید و اسبان رامثل ملخ مودار برآورید. ۲۷ 27
२७“देश में झण्डा खड़ा करो, जाति-जाति में नरसिंगा फूँको; उसके विरुद्ध जाति-जाति को तैयार करो; अरारात, मिन्नी और अश्कनज नामक राज्यों को उसके विरुद्ध बुलाओ, उसके विरुद्ध सेनापति भी ठहराओ; घोड़ों को शिखरवाली टिड्डियों के समान अनगिनत चढ़ा ले आओ।
امت‌ها را به ضد وی مهیا سازید. پادشاهان مادیان و حاکمانش وجمیع والیانش و تمامی اهل زمین سلطنت او را. ۲۸ 28
२८उसके विरुद्ध जातियों को तैयार करो; मादी राजाओं को उनके अधिपतियों सब हाकिमों सहित और उस राज्य के सारे देश को तैयार करो।
و جهان متزلزل و دردناک خواهد شد. زیرا که فکرهای خداوند به ضد بابل ثابت می‌ماند تا زمین بابل را ویران و غیرمسکون گرداند. ۲۹ 29
२९यहोवा ने विचारा है कि वह बाबेल के देश को ऐसा उजाड़ करे कि उसमें कोई भी न रहे; इसलिए पृथ्वी काँपती है और दुःखित होती है
و شجاعان بابل از جنگ دست برمی دارند و در ملاذهای خویش می‌نشینند و جبروت ایشان زایل شده، مثل زن گشته‌اند و مسکنهایش سوخته وپشت بندهایش شکسته شده است. ۳۰ 30
३०बाबेल के शूरवीर गढ़ों में रहकर लड़ने से इन्कार करते हैं, उनकी वीरता जाती रही है; और यह देखकर कि उनके वासस्थानों में आग लग गई वे स्त्री बन गए हैं; उसके फाटकों के बेंड़े तोड़े गए हैं।
قاصد برابر قاصد و پیک برابر پیک خواهد دوید تا پادشاه بابل را خبر دهد که شهرش از هر طرف گرفته شد. ۳۱ 31
३१एक हरकारा दूसरे हरकारे से और एक समाचार देनेवाला दूसरे समाचार देनेवाले से मिलने और बाबेल के राजा को यह समाचार देने के लिये दौड़ेगा कि तेरा नगर चारों ओर से ले लिया गया है;
معبرها گرفتار شد و نی‌ها را به آتش سوختندو مردان جنگی مضطرب گردیدند. ۳۲ 32
३२और घाट शत्रुओं के वश में हो गए हैं, ताल भी सुखाए गए, और योद्धा घबरा उठे हैं।
«زیرا که یهوه صبایوت خدای اسرائیل چنین می‌گوید: دختر بابل مثل خرمن در وقت کوبیدنش شده است و بعد از اندک زمانی وقت درو بدو خواهد رسید. ۳۳ 33
३३क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर, सेनाओं का यहोवा यह कहता है: बाबेल की बेटी दाँवते समय के खलिहान के समान है, थोड़े ही दिनों में उसकी कटनी का समय आएगा।”
نبوکدرصر پادشاه بابل مرا خورده و تلف کرده است و مرا ظرف خالی ساخته مثل اژدها مرا بلعیده، شکم خود را ازنفایس من پر کرده و مرا مطرود نموده است. ۳۴ 34
३४“बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने मुझ को खा लिया, मुझ को पीस डाला; उसने मुझे खाली बर्तन के समान कर दिया, उसने मगरमच्छ के समान मुझ को निगल लिया है; और मुझ को स्वादिष्ट भोजन जानकर अपना पेट मुझसे भर लिया है, उसने मुझ को जबरन निकाल दिया है।”
وساکنه صهیون خواهد گفت ظلمی که بر من و برجسد من شده بر بابل فرود شود. و اورشلیم خواهد گفت: خون من بر ساکنان زمین کلدانیان وارد آید. ۳۵ 35
३५सिय्योन की रहनेवाली कहेगी, “जो उपद्रव मुझ पर और मेरे शरीर पर हुआ है, वह बाबेल पर पलट जाए।” और यरूशलेम कहेगी, “मुझ में की हुई हत्याओं का दोष कसदियों के देश के रहनेवालों पर लगे।”
بنابراین خداوند چنین می‌گوید: اینک من دعوی تو را به انجام خواهم رسانید وانتقام تو را خواهم کشید و نهر او را خشک ساخته، چشمه‌اش را خواهم خشکانید. ۳۶ 36
३६इसलिए यहोवा कहता है, “मैं तेरा मुकद्दमा लड़ूँगा और तेरा बदला लूँगा। मैं उसके ताल को और उसके सोतों को सूखा दूँगा;
و بابل به تلها و مسکن شغالها و محل دهشت و مسخره مبدل شده، احدی در آن ساکن نخواهد شد. ۳۷ 37
३७और बाबेल खण्डहर, और गीदड़ों का वासस्थान होगा; और लोग उसे देखकर चकित होंगे और ताली बजाएँगे, और उसमें कोई न रहेगा।
مثل شیران با هم غرش خواهند کرد و مانندشیربچگان نعره خواهند زد. ۳۸ 38
३८“लोग एक संग ऐसे गरजेंगे और गुर्राएँगे, जैसे युवा सिंह व सिंह के बच्चे आहेर पर करते हैं।
و خداوندمی گوید: هنگامی که گرم شوند برای ایشان بزمی برپا کرده، ایشان را مست خواهم ساخت تا وجدنموده، به خواب دایمی بخوابند که از آن بیدارنشوند. ۳۹ 39
३९परन्तु जब जब वे उत्तेजित हों, तब मैं भोज तैयार करके उन्हें ऐसा मतवाला करूँगा, कि वे हुलसकर सदा की नींद में पड़ेंगे और कभी न जागेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
و ایشان را مثل بره‌ها و قوچها و بزهای نر به مسلخ فرود خواهم آورد. ۴۰ 40
४०मैं उनको, भेड़ों के बच्चों, और मेढ़ों और बकरों के समान घात करा दूँगा।
چگونه شیشک گرفتار شده و افتخار تمامی جهان تسخیر گردیده است! چگونه بابل در میان امت‌ها محل دهشت گشته است! ۴۱ 41
४१“शेशक, जिसकी प्रशंसा सारे पृथ्वी पर होती थी कैसे ले लिया गया? वह कैसे पकड़ा गया? बाबेल जातियों के बीच कैसे सुनसान हो गया है?
دریا بر بابل برآمده و آن به کثرت امواجش مستور گردیده است. ۴۲ 42
४२बाबेल के ऊपर समुद्र चढ़ आया है, वह उसकी बहुत सी लहरों में डूब गया है।
شهرهایش خراب شده، به زمین خشک و بیابان مبدل گشته. ۴۳ 43
४३उसके नगर उजड़ गए, उसका देश निर्जन और निर्जल हो गया है, उसमें कोई मनुष्य नहीं रहता, और उससे होकर कोई आदमी नहीं चलता।
و من بیل را در بابل سزا خواهم داد و آنچه را که بلعیده است ازدهانش بیرون خواهم آورد. و امت‌ها بار دیگر به زیارت آن نخواهند رفت و حصار بابل خواهدافتاد. ۴۴ 44
४४मैं बाबेल में बेल को दण्ड दूँगा, और उसने जो कुछ निगल लिया है, वह उसके मुँह से उगलवाऊँगा। जातियों के लोग फिर उसकी ओर ताँता बाँधे हुए न चलेंगे; बाबेल की शहरपनाह गिराई जाएगी।
«ای قوم من از میانش بیرون آیید و هر کدام جان خود را از حدت خشم خداوند برهانید. ۴۵ 45
४५हे मेरी प्रजा, उसमें से निकल आओ! अपने-अपने प्राण को यहोवा के भड़के हुए कोप से बचाओ!
ودل شما ضعف نکند و از آوازه‌ای که در زمین مسموع شود مترسید. زیرا که درآن سال آوازه‌ای شنیده خواهد شد و در سال بعد از آن آوازه‌ای دیگر. و در زمین ظلم خواهد شد و حاکم به ضدحاکم (خواهد برآمد). ۴۶ 46
४६जब उड़ती हुई बात उस देश में सुनी जाए, तब तुम्हारा मन न घबराए; और जो उड़ती हुई चर्चा पृथ्वी पर सुनी जाएगी तुम उससे न डरना: उसके एक वर्ष बाद एक और बात उड़ती हुई आएगी, तब उसके बाद दूसरे वर्ष में एक और बात उड़ती हुई आएगी, और उस देश में उपद्रव होगा, और एक हाकिम दूसरे के विरुद्ध होगा।
بنابراین اینک ایامی می‌آید که به بتهای بابل عقوبت خواهم رسانید وتمامی زمینش خجل خواهد شد و جمیع مقتولانش در میانش خواهند افتاد. ۴۷ 47
४७“इसलिए देख, वे दिन आते हैं जब मैं बाबेल की खुदी हुई मूरतों पर दण्ड की आज्ञा करूँगा; उस सारे देश के लोगों का मुँह काला हो जाएगा, और उसके सब मारे हुए लोग उसी में पड़े रहेंगे।
اما آسمانهاو زمین و هر‌چه در آنها باشد بر بابل ترنم خواهندنمود. زیرا خداوند می‌گوید که غارت کنندگان ازطرف شمال بر او خواهند آمد. ۴۸ 48
४८तब स्वर्ग और पृथ्वी के सारे निवासी बाबेल पर जयजयकार करेंगे; क्योंकि उत्तर दिशा से नाश करनेवाले उस पर चढ़ाई करेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
چنانکه بابل باعث افتادن مقتولان اسرائیل شده است، همچنین مقتولان تمامی جهان دربابل خواهندافتاد. ۴۹ 49
४९जैसे बाबेल ने इस्राएल के लोगों को मारा, वैसे ही सारे देश के लोग उसी में मार डाले जाएँगे।
‌ای کسانی که از شمشیر رستگار شده ایدبروید و توقف منمایید و خداوند را از جای دورمتذکر شوید و اورشلیم را به‌خاطر خود آورید.» ۵۰ 50
५०“हे तलवार से बचे हुओं, भागो, खड़े मत रहो! यहोवा को दूर से स्मरण करो, और यरूशलेम की भी सुधि लो:
ما خجل گشته‌ایم زانرو که عار را شنیدیم ورسوایی چهره ما را پوشانیده است. زیرا که غریبان به مقدسهای خانه خداوند داخل شده‌اند. ۵۱ 51
५१‘हम व्याकुल हैं, क्योंकि हमने अपनी नामधराई सुनी है; यहोवा के पवित्र भवन में विधर्मी घुस आए हैं, इस कारण हम लज्जित हैं।’
بنابراین خداوند می‌گوید: «اینک ایامی می‌آیدکه به بتهایش عقوبت خواهم رسانید و در تمامی زمینش مجروحان ناله خواهند کرد. ۵۲ 52
५२“इसलिए देखो, यहोवा की यह वाणी है, ऐसे दिन आनेवाले हैं कि मैं उसकी खुदी हुई मूरतों पर दण्ड भेजूँगा, और उसके सारे देश में लोग घायल होकर कराहते रहेंगे।
اگر‌چه بابل تا به آسمان خویشتن را برافرازد و اگر‌چه بلندی قوت خویش را حصین نماید، لیکن خداوند می‌گوید: غارت کنندگان از جانب من براو خواهند آمد. ۵۳ 53
५३चाहे बाबेल ऐसा ऊँचा बन जाए कि आकाश से बातें करे और उसके ऊँचे गढ़ और भी दृढ़ किए जाएँ, तो भी मैं उसे नाश करने के लिये, लोगों को भेजूँगा, यहोवा की यह वाणी है।
صدای غوغا از بابل می‌آید وآواز شکست عظیمی از زمین کلدانیان. ۵۴ 54
५४“बाबेल से चिल्लाहट का शब्द सुनाई पड़ता है! कसदियों के देश से सत्यानाश का बड़ा कोलाहल सुनाई देता है।
زیراخداوند بابل را تاراج می‌نماید و صدای عظیم رااز میان آن نابود می‌کند و امواج ایشان مثل آبهای بسیار شورش می‌نماید و صدای آواز ایشان شنیده می‌شود. ۵۵ 55
५५क्योंकि यहोवा बाबेल को नाश कर रहा है और उसके बड़े कोलाहल को बन्द कर रहा है। इससे उनका कोलाहल महासागर का सा सुनाई देता है।
زیرا که بر آن یعنی بر بابل غارت کننده برمی آید و جبارانش گرفتار شده، کمانهای ایشان شکسته می‌شود. چونکه یهوه خدای مجازات است و البته مکافات خواهدرسانید. ۵۶ 56
५६बाबेल पर भी नाश करनेवाले चढ़ आए हैं, और उसके शूरवीर पकड़े गए हैं और उनके धनुष तोड़ डाले गए; क्योंकि यहोवा बदला देनेवाला परमेश्वर है, वह अवश्य ही बदला लेगा।
و پادشاه که اسم او یهوه صبایوت است می‌گوید که من سروران و حکیمان وحاکمان و والیان و جبارانش را مست خواهم ساخت و به خواب دایمی که از آن بیدار نشوند، خواهند خوابید. ۵۷ 57
५७मैं उसके हाकिमों, पंडितों, अधिपतियों, रईसों, और शूरवीरों को ऐसा मतवाला करूँगा कि वे सदा की नींद में पड़ेंगे और फिर न जागेंगे, सेनाओं के यहोवा, जिसका नाम राजाधिराज है, उसकी यही वाणी है।
یهوه صبایوت چنین می‌گویدکه حصارهای وسیع بابل بالکل سرنگون خواهدشد و دروازه های بلندش به آتش سوخته خواهدگردید و امت‌ها به جهت بطالت مشقت خواهندکشید و قبایل به جهت آتش خویشتن را خسته خواهند کرد.» ۵۸ 58
५८“सेनाओं का यहोवा यह भी कहता है, बाबेल की चौड़ी शहरपनाह नींव से ढाई जाएगी, और उसके ऊँचे फाटक आग लगाकर जलाए जाएँगे। और उसमें राज्य-राज्य के लोगों का परिश्रम व्यर्थ ठहरेगा, और जातियों का परिश्रम आग का कौर हो जाएगा और वे थक जाएँगे।”
کلامی که ارمیا نبی به‌سرایا ابن نیریا ابن محسیا مرا فرمود هنگامی که او با صدقیاپادشاه یهودا در سال چهارم سلطنت وی به بابل می‌رفت. و سرایا رئیس دستگاه بود. ۵۹ 59
५९यहूदा के राजा सिदकिय्याह के राज्य के चौथे वर्ष में जब उसके साथ सरायाह भी बाबेल को गया था, जो नेरिय्याह का पुत्र और महसेयाह का पोता और राजभवन का अधिकारी भी था,
و ارمیاتمام بلا را که بر بابل می‌بایست بیاید در طوماری نوشت یعنی تمامی این سخنانی را که درباره بابل مکتوب است. ۶۰ 60
६०तब यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता ने उसको ये बातें बताई अर्थात् वे सब बातें जो बाबेल पर पड़नेवाली विपत्ति के विषय लिखी हुई हैं, उन्हें यिर्मयाह ने पुस्तक में लिख दिया।
و ارمیا به‌سرایا گفت: «چون به بابل داخل شوی، آنگاه ببین و تمامی این سخنان را بخوان. ۶۱ 61
६१यिर्मयाह ने सरायाह से कहा, “जब तू बाबेल में पहुँचे, तब अवश्य ही ये सब वचन पढ़ना,
و بگو: ای خداوند تو درباره این مکان فرموده‌ای که آن را هلاک خواهی ساخت به حدی که احدی از انسان یا از بهایم در آن ساکن نشود بلکه خرابه ابدی خواهد شد. ۶۲ 62
६२और यह कहना, ‘हे यहोवा तूने तो इस स्थान के विषय में यह कहा है कि मैं इसे ऐसा मिटा दूँगा कि इसमें क्या मनुष्य, क्या पशु, कोई भी न रहेगा, वरन् यह सदा उजाड़ पड़ा रहेगा।’
و چون ازخواندن این طومار فارغ شدی، سنگی به آن ببندو آن را به میان فرات بینداز. ۶۳ 63
६३और जब तू इस पुस्तक को पढ़ चुके, तब इसे एक पत्थर के संग बाँधकर फरात महानद के बीच में फेंक देना,
و بگو همچنین بابل به‌سبب بلایی که من بر او وارد می‌آورم، غرق خواهد گردید و دیگر برپا نخواهد شد و ایشان خسته خواهند شد.» تا اینجا سخنان ارمیا است. ۶۴ 64
६४और यह कहना, ‘इस प्रकार बाबेल डूब जाएगा और मैं उस पर ऐसी विपत्ति डालूँगा कि वह फिर कभी न उठेगा और वे थके रहेंगे।’” यहाँ तक यिर्मयाह के वचन हैं।

< ارمیا 51 >