< حزقیال 38 >
و کلام خداوند بر من نازل شده، گفت: | ۱ 1 |
और ख़ुदावन्द का कलाम मुझ पर नाज़िल हुआ:
«ای پسر انسان نظر خود را بر جوج که از زمین ماجوج و رئیس روش و ماشک و توبال است بدار و بر او نبوت نما. | ۲ 2 |
कि 'ऐ आदमज़ाद, जूज की तरफ़ जो माजूज की सरज़मीन का है, और रोश और मसक और तूबल का फ़रमारवा है, मुतवज्जिह हो और उसके ख़िलाफ़ नबुव्वत कर,
و بگو خداوند یهوه چنین میفرماید: اینک منای جوج رئیس روش و ماشک و توبال به ضد تو هستم. | ۳ 3 |
और कह, ख़ुदावन्द ख़ुदा यू फ़रमाता है: कि देख, ऐ जूज, रोश और मसक और तूबल के फ़रमारवा, मैं तेरा मुख़ालिफ़ हूँ।
و تو را برگردانیده، قلاب خود را به چانه ات میگذارم و تورا با تمامی لشکرت بیرون میآورم. اسبان وسواران که جمیع ایشان با اسلحه تمام آراسته، جمعیت عظیمی با سپرها و مجنها و همگی ایشان شمشیرها بهدست گرفته، | ۴ 4 |
और मैं तुझे फिरा दूँगा, और तेरे जबड़ों में आँकड़े डालकर तुझे और तेरे तमाम लश्कर और घोड़ों और सवारों को, जो सब के सब मुसल्लह लश्कर हैं, जो फरियाँ और सिपरे लिए हैं और सब के सब तेग़ज़न हैं खींच निकालूँगा।
فارس و کوش و فوط با ایشان و جمیع ایشان با سپر و خود، | ۵ 5 |
और उनके साथ फ़ारस और कूश और फूत, जो सब के सब सिपर बरदार और खू़दपोश हैं,
جومر و تمامی افواجش و خاندان توجرمه ازاطراف شمال با تمامی افواجش و قوم های بسیارهمراه تو. | ۶ 6 |
जु़मर और उसका तमाम लश्कर, और उत्तर की दूर अतराफ़ के अहल — ए — तुजरमा और उनका तमाम लश्कर, या'नी बहुत से लोग जो तेरे साथ हैं।
پس مستعد شو و تو و تمامی جمعیتت که نزد تو جمع شدهاند، خویشتن رامهیا سازید و تو مستحفظ ایشان باش. | ۷ 7 |
तू तैयार हो और अपने लिए तैयारी कर, तू और तेरी तमाम जमा'अत जो तेरे पास जमा' हुई है, और तू उनका रहनुमा हो।
بعد ازروزهای بسیار از تو تفقد خواهد شد. و درسالهای آخر به زمینی که از شمشیر استرداد شده است، خواهی آمد که آن از میان قوم های بسیار برکوههای اسرائیل که به خرابه دایمی تسلیم شده بود، جمع شده است و آن از میان قومها بیرون آورده شده و تمامی اهلش به امنیت ساکن میباشند. | ۸ 8 |
और बहुत दिनों के बाद तू याद किया जाएगा, और आख़िरी बरसों में उस सरज़मीन पर जो तलवार के ग़ल्बे से छुड़ाई गई है और जिसके लोग बहुत सी क़ौमों के बीच से जमा' किए गए हैं, इस्राईल के पहाड़ों पर जो पहले से वीरान थे, चढ़ आएगा; लेकिन वह तमाम क़ौम से आज़ाद है, और वह सब के सब अमन — ओ — अमान से सुकूनत करेंगे।
اما تو بر آن خواهی برآمد و مثل بادشدید داخل آن خواهی شد و مانند ابرها زمین راخواهی پوشانید. تو و جمیع افواجت و قوم های بسیار که همراه تو میباشند.» | ۹ 9 |
और तू चढ़ाई करेगा और आँधी की तरह आएगा, तू बादल की तरह ज़मीन को छिपाएगा, तू और तेरा तमाम लश्कर और बहुत से लोग तेरे साथ।
خداوند یهوه چنین میفرماید: «در آن روزچیزها در دل تو خطور خواهد کرد و تدبیری زشت خواهی نمود. | ۱۰ 10 |
ख़ुदावन्द ख़ुदा यूँ फ़रमाता है: कि उस वक़्त यूँ होगा कि बहुत से ख़याल तेरे दिल में आएँगे और तू एक बुरा मंसूबा बाँधेगा;
و خواهی گفت: به زمین بیحصار برمی آیم. بر کسانی که به اطمینان وامنیت ساکنند میآیم که جمیع ایشان بیحصارندو پشت بندها و دروازهها ندارند. | ۱۱ 11 |
और तू कहेगा, कि 'मैं देहात की सरज़मीन पर हमला करूँगा, मैं उन पर हमला करूँगा जो राहत — ओ — आराम से बसते हैं; जिनकी न फ़सील है और न अड़बंगे और न फाटक हैं।
تا تاراج نمایی و غنیمت را ببری و دست خود را به خرابه هایی که معمور شده است و به قومی که ازمیان امتها جمع شدهاند، بگردانی که ایشان مواشی و اموال اندوختهاند و در وسط جهان ساکنند. | ۱۲ 12 |
ताकि तू लूटे और माल को छीन ले, और उन वीरानों पर जो अब आबाद हैं, और उन लोगों पर जो तमाम क़ौमों में से जमा' हुए हैं, जो मवेशी और माल के मालिक हैं और ज़मीन की नाफ़ पर बसते हैं, अपना हाथ चलाए।
شبا و ددان و تجار ترشیش و جمیع شیران ژیان ایشان تو را خواهند گفت: آیا به جهت گرفتن غارت آمدهای؟ و آیا به جهت بردن غنیمت جمعیت خود را جمع کردهای تا نقره وطلا برداری و مواشی و اموال را بربایی و غارت عظیمی ببری؟ | ۱۳ 13 |
सबा और ददान और तरसीस के सौदागर और उनके तमाम जवान शेर — ए — बबर तुझ से पूछेंगे, 'क्या तू ग़ारत करने आया है? क्या तूने अपना ग़ोल इसलिए जमा' किया है कि माल छीन ले, और चाँदी सोना लूटे और मवेशी और माल ले जाए और बड़ी ग़नीमत हासिल करे।
«بنابراینای پسر انسان نبوت نموده، جوج را بگو که خداوند یهوه چنین میفرماید: در آن روز حینی که قوم من اسرائیل به امنیت ساکن باشند آیا تو نخواهی فهمید؟ | ۱۴ 14 |
'इसलिए, ऐ आदमज़ाद, नबुव्वत कर और जूज से कह, ख़ुदावन्द ख़ुदा यूँ फ़रमाता है: कि जब मेरी उम्मत इस्राईल, अम्न से बसेगी क्या तुझे ख़बर न होगी।
و از مکان خویش از اطراف شمال خواهی آمد تو وقوم های بسیار همراه تو که جمیع ایشان اسبسوار و جمعیتی عظیم و لشکری کثیر میباشند، | ۱۵ 15 |
और तू अपनी जगह से उत्तर की दूर अतराफ़ से आएगा, तू और बहुत से लोग तेरे साथ, जो सब के सब घोड़ों पर सवार होंगे एक बड़ी फ़ौज और भारी लश्कर।
و بر قوم من اسرائیل مثل ابری که زمین راپوشاند خواهی برآمد. در ایام بازپسین این به وقوع خواهد پیوست که تو را به زمین خودخواهم آورد تا آنکه امتها حینی که من خویشتن را در توای جوج به نظر ایشان تقدیس کرده باشم مرا بشناسند.» | ۱۶ 16 |
तू मेरी उम्मत इस्राईल के सामने को निकलेगा और ज़मीन को बादल की तरह छिपा लेगा; यह आख़िरी दिनों में होगा और मैं तुझे अपनी सरज़मीन पर चढ़ा लाऊँगा, ताकि क़ौमें मुझे जाने जिस वक़्त मैं ऐ जूज उनकी आँखों के सामने तुझसे अपनी तक़दीस कराऊँ
خداوند یهوه چنین میگوید: «آیا توآنکس نیستی که در ایام سلف به واسطه بندگانم انبیای اسرائیل که در آن ایام درباره سالهای بسیارنبوت نمودند در خصوص تو گفتم که تو را برایشان خواهم آورد؟ | ۱۷ 17 |
ख़ुदावन्द ख़ुदा यूँ फ़रमाता है: कि क्या में वही नहीं जिसके बारे में मैंने पहले ज़माने में अपने ख़िदमत गुज़ार इस्राईली नबियों के ज़रिए', जिन्होंने उन दिनों में सालों साल तक नबुव्वत की फ़रमाया था कि मैं तुझे उन पर चढ़ा लाऊँगा?
خداوند یهوه میگوید: در آن روز یعنی در روزی که جوج به زمین اسرائیل برمی آید، همانا حدت خشم من به بینیام خواهد برآمد. | ۱۸ 18 |
और यूँ होगा कि जब जूज इस्राईल की मम्लुकत पर चढ़ाई करेगा तो मेरा क़हर मेरे चेहरे से नुमाया होगा, ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है।
زیرا در غیرت و آتش خشم خود گفتهام که هرآینه در آن روز تزلزل عظیمی در زمین اسرائیل خواهد شد. | ۱۹ 19 |
क्यूँकि मैंने अपनी ग़ैरत और आतिशी क़हर में फ़रमाया कि यक़ीनन उस रोज़ इस्राईल की सरज़मीन में सख़्त ज़लज़ला आएगा।
و ماهیان دریا و مرغان هوا و حیوانات صحرا و همه حشراتی که بر زمین میخزند و همه مردمانی که بر روی جهانند به حضور من خواهند لرزید وکوهها سرنگون خواهد شد و صخرهها خواهدافتاد و جمیع حصارهای زمین منهدم خواهدگردید. | ۲۰ 20 |
यहाँ तक कि समन्दर की मछलियाँ और आसमान के परिन्दे और मैदान के चरिन्दे, और सब कीड़े मकौड़े जो ज़मीन पर रेंगते फिरते हैं और तमाम इंसान जो इस ज़मीन पर हैं, मेरे सामने थरथराएँगे और पहाड़ गिर पड़ेंगे और किनारे बैठ जायेंगे और हर एक दीवार ज़मीन पर गिर पड़ेगी।
و خداوند یهوه میگوید: من شمشیری بر جمیع کوههای خود به ضد او خواهم خواند وشمشیر هر کس بر برادرش خواهد بود. | ۲۱ 21 |
और मैं अपने सब पहाड़ों से उस पर तलवार तलब करूँगा, ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, और हर एक इंसान की तलवार उसके भाई पर चलेगी।
و با وباو خون بر او عقوبت خواهم رسانید. و باران سیال و تگرگ سخت و آتش و گوگرد بر او و برافواجش و بر قوم های بسیاری که با وی میباشندخواهم بارانید. | ۲۲ 22 |
और मैं वबा भेजकर और खू़ँरेज़ी करके उसे सज़ा दूँगा, और उस पर और उसके लश्करों पर और उन बहुत से लोगों पर जो उसके साथ हैं शिद्दत का मेंह और बड़े — बड़े — ओले और आग और गन्धक बरसाऊँगा।
و خویشتن را در نظر امت های بسیار معظم و قدوس و معروف خواهم نمود وخواهند دانست که من یهوه هستم. | ۲۳ 23 |
और अपनी बुज़ुर्ग़ी और अपनी तक़्दीस कराऊँगा, और बहुत सी क़ौमों की नज़रों में मशहूर होंगे और वह जानेगे कि ख़ुदावन्द मैं हूँ।