< ମାତିଉ 24 >

1 ଜିସୁ ମନ୍ଦିର୍‍ତାଂ ହସି ହାନି ୱେଡ଼ାଲିଂ ହେୱାନ୍ତି ଚେଲାର୍‌ ହେୱାନିଂ ମନ୍ଦିର୍‌ନି ଇଲ୍‌କୁ ଚଚ୍‌ଚେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ହେୱାନ୍‌ ଲାଗେ ୱାତାର୍,
येशु मंदिर से निकलकर जा रहे थे कि शिष्यों ने उनका ध्यान मंदिर परिसर की ओर आकर्षित किया.
2 ମାତର୍‌ ହେୱାନ୍‌ ହେୱାରିଂ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଇନାକା ଇ ୱିଜ଼ୁ ହୁଡ଼ୁଦେରା? ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗ୍‌ ହାତ୍‌ପା ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା, ଇ ବାହାତ ର କାଲ୍‌ ବିନ୍‌ କାଲ୍‌ ଜପି ମାନୁତ୍, ୱିଜ଼ୁ ଦୁଡ଼ି ମାସ୍‍ନାତ୍ ।”
येशु ने उनसे कहा, “तुम यह मंदिर परिसर देख रहे हो? सच तो यह है कि एक दिन इन भवनों का एक भी पत्थर दूसरे पर रखा न दिखेगा—हर एक पत्थर ज़मीन पर बिखरा होगा.”
3 ପାଚେ ହେୱାନ୍‌ ଜିତ୍‌ମାଡ଼ି ଜପି କୁଚ୍‌ଚାନ୍‌, ଚେଲାର୍‌ ହେୱାନ୍‌ ଲାଗେ ଡ଼ୁଗ୍‌ଜି ୱାଜ଼ି ୱେନ୍‍ବାତାର୍, “ଇ ସବୁ ଇନାୱାଡ଼ାଂ ଗିଟା ଆନାତ୍‌, ଆରେ ନି ୱାନାକା ଆରି ଜୁଗ୍‌ସେସ୍‌ନି ଇଟ୍‌କାଡ଼୍‌ ଇନାକା, ହେଦାଂ ମାଂ ୱେଚ୍‌ଚା ।” (aiōn g165)
येशु ज़ैतून पर्वत पर बैठे हुए थे. इस एकांत में उनके शिष्य उनके पास आए और उनसे यह प्रश्न किया, “गुरुवर, हमें यह बताइए कि ये घटनाएं कब घटित होंगी, आपके आने तथा जगत के अंत का चिह्न क्या होगा?” (aiōn g165)
4 ହେବେ ଜିସୁ ହେୱାରିଂ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “ଜାଗ୍ରତ୍‌, ଇନେର୍‌କି ଇନେସ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଚାକ୍ରାୟ୍‌ କିଦ୍‍ମେର୍ ।”
येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “इस विषय में सावधान रहना कि कोई तुम्हें भरमाने न पाए
5 ଇନାକିଦେଂକି ବେସିହେନି ନା ତର୍‌ଦ ୱାଜ଼ି “ଆନ୍‌ କ୍ରିସ୍ଟ ଇଚିସ୍‌ ମସିୟା ଇଞ୍ଜି ଇଞ୍ଜି ଆଦେକ୍‌ତିଂ ଚାକ୍ରାୟ୍‌ କିଦ୍‌ନାର୍‌ ।
क्योंकि मेरे नाम में अनेक यह दावा करते आएंगे, ‘मैं ही मसीह हूं’ और इसके द्वारा अनेकों को भरमा देंगे.
6 ଆରେ, ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଜୁଜ୍‌ ବିସ୍ରେ ଆରି ଜୁଜ୍‍ନି ମାନାୟ୍‌ ଆଲି ୱେନାଦେର୍; ଜାଗ୍ରତ୍‌, ବାଇକାବିତାଡ଼୍‍ ଆମାଟ୍‌ । ଇନାକିଦେଂକି ଇ ୱିଜ଼ୁ ଗିଟାନାତ୍, ମାତର୍‌ ହେ ସମୁ ୱିଜ଼୍‌ନାକା ଆକାୟ୍‌ ।
तुम युद्धों के विषय में तो सुनोगे ही साथ ही उनके विषय में उड़ते-उड़ते समाचार भी. ध्यान रहे कि तुम इससे घबरा न जाओ क्योंकि इनका होना अवश्य है—किंतु इसे ही अंत न समझ लेना.
7 ଇନାକିଦେଂକି ଜାତି ବିରୁଦ୍‌ତ ଜାତି ଆରି ରାଜି ବିରୁଦ୍‌ତ ରାଜି ନିଂଗ୍‍ନାତ୍‍, ଆରେ ସବୁ ବାହାତ କାତାର୍‌ ଆରି ମେଦ୍‌ନିଦାଲ୍‌କାତାତ୍‌ ।
राष्ट्र-राष्ट्र के तथा, राज्य-राज्य के विरुद्ध उठ खड़ा होगा. हर जगह अकाल पड़ेंगे तथा भूकंप आएंगे,
8 ମାତର୍‌ ଇ ୱିଜ଼ୁ କଗ୍‌ଲେ ହିମ୍‌ଣାଗାଟାନି କସ୍ଟ ଏକାୱାନାତ୍‌ ଦୁକ୍‌ ଆରମ୍‌ ମତର୍‌ ।”
किंतु ये सब घटनाएं प्रसववेदना का प्रारंभ मात्र होंगी.
9 “ହେ ୱେଡ଼ାଲିଂ ଲକୁ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଦୁକ୍‍ବଗି କିଦେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ହେଲାୟ୍‌ କିଦ୍‌ନାର୍‌ ଆରି ମିଙ୍ଗ୍‌ ଅସ୍ତାନାର୍‌, ଆରେ ନା ତର୍‌ ପାର୍ତି କିନି କାଜିଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ୱିଜ଼ୁ ଜାତିତାଂ ଗିଣ୍‌ କିୟାନାଦେର୍ ।
“तब वे तुम्हें क्लेश देने के लिए पकड़वाएंगे और तुम्हारी हत्या कर देंगे क्योंकि मेरे कारण तुम सभी देशों की घृणा के पात्र बन जाओगे.
10 ହେୱାଡ଼ାଂ ବେସି ହେୱାର୍‌ତି ପାର୍ତି ଆରାୟ୍‌ କିତାର୍‌, ଆରେ ରକାନ୍‌ ଆରେ ରକାନିଂ ଆହିକିନାନ୍‌ ଆରି ରକାନ୍‌ ଆରେ ରକାନିଂ ଗିଣ୍‌ କିନାନ୍‌,
इसी समय अनेक विश्वास से हट जाएंगे तथा त्याग देंगे, वे एक दूसरे से विश्वासघात करेंगे, वे एक दूसरे से घृणा करने लगेंगे.
11 ଆରେ ବେସି ଚାକ୍ରାୟ୍‌ ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକାର୍‌ ୱାଜ଼ି ବେସିହେନିତିଂ ଚାକ୍ରାୟ୍‌ କିନାର୍‌,
अनेक झूठे भविष्यवक्ता उठ खड़े होंगे. वे अनेकों को भरमा देंगे.
12 ଆରେ ବାନ୍ୟା ବାଡାନି କାଜିଂ ଆଦେକ୍‌ ମାନାୟାର୍‌ତି ଜିଉନନାକା କାଜିଂ ହିତ୍‍ଡ଼ି ଆନାତ୍‌ ।
अधर्म के बढ़ने के कारण अधिकांश का प्रेम ठंडा पड़ता जाएगा;
13 ମତର୍‌ ଇନେର୍‌ ସେସ୍‌ ପାତେକ୍‌ ସାସ୍‌ ଆଜ଼ି ମାନାର୍‌, ହେୱାନ୍‌ ମୁକ୍ତି ଆନାନ୍‌ ।
किंतु उद्धार उसी का होगा, जो अंतिम क्षण तक विश्वास में स्थिर रहेगा.
14 ଆରେ, ସବୁ ଜାତି ଲାଗାଂ ସାକି ହିଦେଂ କାଜିଂ ରାଜିନି ଇ ନେକ୍ରିକାବୁର୍‌ ସବୁ ପୁର୍ତିତ ସୁଣାୟ୍‌ କିୟାଆନାତ୍‌, ତା ପାଚେ ଜୁଗ୍‌ ୱିଜ଼୍‌ନାତ୍ ।”
पूरे जगत में सारे राष्ट्रों के लिए प्रमाण के तौर पर राज्य के विषय में सुसमाचार का प्रचार किया जाएगा और तब जगत का अंत हो जाएगा.
15 ଲାଗିଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ “ଦାନିଏଲ୍‌ ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକାନ୍‌ କାଜିଂ ଲେକାତି ନାସ୍‌ କିନି ଗିଣ୍‌ ଜିନିସ୍‌ତିଂ ମନ୍ଦିର୍‌ ପୁଇପୁୟା ବାହାତ ମାନାକା ହୁଡ଼୍‌ନାଦେର୍‌, ପଡ଼ିକିନାକାଦେର୍‌ ବୁଜାଆଡୁ,”
“इसलिये जब तुम उस विनाशकारी घृणित वस्तु को, जिसकी चर्चा भविष्यवक्ता दानिएल ने की थी, पवित्र स्थान में खड़ा देखो—पाठक ध्यान दे—
16 “ହେ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ଜିହୁଦା ରାଜି ମାନ୍‌ଗାନାର୍‌, ହେୱାର୍‌ ମାଡ଼ିତ ହନ୍‌ଚି ହାଲେର୍;
तो वे, जो यहूदिया प्रदेश में हों पर्वतों पर भागकर जाएं,
17 ଇନେର୍‌ ଜେଗନ୍‌ ଜପି ମାନାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ଇଲ୍‌ ବିତ୍ରେ ଆଡ଼୍‌ମାଡ଼୍‌ ଅଦେଂ କାଜିଂ ଜୁଜ଼ି ୱାମେନ୍‌ ।
वह, जो घर की छत पर हो, घर में से सामान लेने नीचे न आए.
18 ଆରେ, ଇନେର୍‌ ବୁମିତ ମାନ୍‌ଗାନାର୍‌, ହେୱାନ୍‌ ଜାର୍‌ ହେନ୍ଦ୍ରା ତାକେଦେଂ ଉଲ୍‌ଟି ହାଲ୍‍ମେନ୍ ।
वह, जो खेत में हो, अपना कपड़ा लेने पीछे न लौटे.
19 ହେୱେଡ଼ାଲିଂ ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ଏସ୍‌ ପିସ୍ତାକାଦେଲ୍‍ କଗ୍‌ଲେ ଆରି ମାୟ୍‍ଉଟ୍‍ନି ଆୟା, ଆ, ହେୱେକ୍‌ ଦୁକ୍‌ନିକିକ୍‌,
दयनीय होगी गर्भवती और शिशुओं को दूध पिलाती स्त्रियों की स्थिति!
20 ମାତର୍‌ ମିଦାଙ୍ଗ୍‌ ହନ୍‍ନାକା ଇନେସ୍‌ ପିନି ମାସ୍‍ତ କି ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ ନାଜିଂ ଆମେତ୍‌, ଇଦାଂ କାଜିଂ ପାର୍ତାନା କିୟାଟ୍‌ ।
प्रार्थनारत रहो, ऐसा न हो कि तुम्हें जाड़े या शब्बाथ पर भागना पड़े
21 ଇନାକିଦେଂକି ହେୱେଡ଼ାଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ବେଜେକ୍‌ ଦୁକ୍‌ ଗିଟାନାତ୍ ଜେ, ପୁର୍ତିନି ଆରମ୍‌ତାଂ ନେଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ପାତେକ୍‌ ଗିଟାୱାତାତ୍‍ନ୍ନା, ଆରେ ଇନାୱାଡ଼ାଂ ପା ଗିଟାଆଦୁତ୍ ।
क्योंकि वह महाक्लेश का समय होगा—ऐसा, जो न तो सृष्टि के प्रारंभ से आज तक देखा गया, न ही इसके बाद दोबारा देखा जाएगा.
22 ଆରେ, ହେ ସମୁ ବାଟିଙ୍ଗ୍‌ ଉଣା କିୱାଦାଂ ମାଚିସ୍‌, ତେବେ ଇମ୍‌ଣାକା ପା ପାତାଡ଼୍‌ ମୁକ୍ତି ଆୱାତାତ୍ମା, ମତର୍‌ ବାଚିକିତି ଲକୁ କାଜିଂ ହେ ସମୁ ଉଣା କିୟା ଆନାତ୍‌ ।”
“यदि यह आनेवाले दिन घटाए न जाते, कोई भी जीवित न रहता. कुछ चुने हुए विशेष लोगों के लिए यह अवधि घटा दी जाएगी.
23 “ହେ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ହୁଡ଼ାଟ୍‌, କ୍ରିସ୍ଟ ଇବେ କି ହେବେ ଇନେର୍‌ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ମିଙ୍ଗ୍‌ ଏଲେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜ୍‌ନାର୍‌, ତେବେ ହେଦାଂ ପାର୍ତି କିମାଟ୍‌ ।
उस समय यदि कोई आकर तुम्हें सूचित करे, ‘सुनो-सुनो, मसीह यहां हैं!’ या, ‘वह वहां हैं!’ तो विश्वास न करना.
24 ଇନାକିଦେଂକି ଚାକ୍ରାୟ୍‌ କ୍ରିସ୍ଟର୍‌ ଆରି ଚାକ୍ରାୟ୍‌ ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌ କିନାକାର୍‌ ନିଙ୍ଗ୍‌ଜି ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଗାଜା ଗାଜା ଚିନ୍‌ ଆରି କାବାନି କାମାୟ୍‌ ଚଚ୍‍ଚାନାର୍ ଜେ, ଜଦି ଆଡ୍‌ନାର୍‌, ତେବେ ବାଚିକିତି ଲଗାଂ ପା ବାମ୍‌ଣ୍ଡାୟ୍‌ କିତାର୍‌ ।
क्योंकि अनेक झूठे मसीह तथा अनेक झूठे भविष्यवक्ता उठ खड़े होंगे. वे प्रभावशाली चमत्कार चिह्न दिखाएंगे तथा अद्भुत काम करेंगे कि यदि संभव हुआ तो परमेश्वर द्वारा चुने हुओं को भी भटका दें.
25 ହୁଡ଼ାଟ୍‌, ଆନ୍‌ ଆଗେତାଂ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ୱେଚ୍‍ଚାନାଙ୍ଗା ।”
ध्यान दो कि मैंने पहले ही तुम्हें इसकी चेतावनी दे दी है.
26 ଲାଗିଂ, “ହୁଡ଼ାଟ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ବାଟାତ ମାନାନ୍‌” ଲକୁ ଜଦି ମିଙ୍ଗ୍‌ ଇ କାତା ଇଞ୍ଜ୍‌ନାର୍‌, ତେବେ ହସି ହାଲ୍‌ମାଟ୍‌, “ହୁଡ଼ାଟ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ବିତ୍ରେ ବାକ୍ରାତ ଡ଼ୁକ୍‌ତାନ୍‌ନା ମାନାୟ୍‌ ଜଦି ଇଦାଂ ଇଞ୍ଜ୍‌ନାର୍‌, ତେବେ ହେଦାଂ ପାର୍ତି କିମାଟ୍‌ ।
“कि यदि वे तुम्हारे पास आकर यह कहें, ‘देखो, देखो; वह बंजर भूमि में हैं,’ तो उसे देखने चले न जाना; या यदि वे यह कहें, ‘आओ, देखो, वह कोठरी में हैं,’ तो उनका विश्वास न करना.”
27 ଇନାକିଦେଂକି ବିଜ୍‌ଲି ଇନେସ୍‌ ୱେଡ଼ାହନିତାଂ ଇଡ଼୍‌ଜି ୱେଡ଼ାହାନି ପାତେକ୍‌ ବାଦାଡ଼୍‌ ଅଜଡ଼୍‌ ଆନାତ୍‌, ହେ ଲାକେ ମାନାୟ୍‌ ମାଜ଼ିତି ୱାନାକା ହେ ଲାକେ ଆନାତ୍‌ ।”
जैसे बिजली पूर्व दिशा से चमकती हुई पश्चिम दिशा तक चली जाती है, ठीक ऐसा ही होगा मनुष्य के पुत्र का आगमन.
28 ଇମେତାକେ ମଡ଼୍‍ ମାଚିସ୍‌, ହେବେ ରାମାଣିଙ୍ଗ୍‌ ରୁଣ୍ଡା ଆନିକ୍‌ ।
गिद्ध वहीं इकट्ठा होते हैं, जहां शव होता है.
29 ମତର୍‌ ହେ ସମୁନି ଦୁକ୍‌ ପାଚେ ହାଚାଟ୍ରେ ମାଜ୍‌ଗା ଆନାତ୍‌ ଆରି ଲେଞ୍ଜ୍ ଅଜଡ଼୍‌ ହିଉତ୍, ଆରେ ହୁକାଂ ଆକାସ୍‌ତାଂ ଆର୍‍ନିଂ ଆରି ଆକାସ୍‌ନି ସାକ୍ତି ସବୁ ଦାଲ୍‍କାନାତ୍ ।
“उन दिनों के क्लेश के तुरंत बाद “‘सूर्य अंधियारा हो जाएगा और चंद्रमा का प्रकाश न रहेगा. आकाश से तारे गिर जाएंगे. आकाश की शक्तियां हिलायी जाएंगी.’
30 ହେ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ଆକାସ୍‌ତ ମାନାୟ୍‍ ମାଜ଼ିତି ଇଟ୍‌କାଡ଼୍‌ ଚନ୍‌ଞ୍ଜାନାତ୍‌, ଆରେ ହେୱେଡ଼ାଲିଂ ପୁର୍ତିତ ୱିଜ଼ୁ ଜାତିନି ମାନାୟାର୍‌ ଆଡ଼୍‌ବାନାର୍‌ ଆରି ମାନାୟ୍‍ ମାଜ଼ିଂ ଗାଜା ସାକ୍ତିତାଂ ଆରି ଗାଜା ପାଣ୍‌ ହୁକେ ବାଦାଡ଼୍‍ତ ୱାନାକା ହୁଡ଼୍‌ନାଦେର୍‌ ।
“तब आकाश में मनुष्य के पुत्र का चिह्न प्रकट होगा. पृथ्वी के सभी गोत्र शोक से भर जाएंगे और वे मनुष्य के पुत्र को आकाश में बादलों पर सामर्थ्य और प्रताप के साथ आता हुआ देखेंगे.
31 ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ଗାଜା ମରି ବାଜା ହୁକେ ଜାର୍‌ ଦୁତ୍‌ରିଂ ପକ୍‌ତାନ୍‌ ଆରି ହେୱାର୍‌ ଆକାସ୍‌ନି ର ହାନ୍ଦିତାଂ ବିନ୍‌ ହାନ୍ଦି ପାତେକ୍‌ ଚାରି ଦିଗ୍‌ତାଂ ଇସ୍ୱର୍ତି ବାଚିକିତି ଲଗାଂ ରୁଣ୍ଡାୟ୍‌ କିନାନ୍‌ ।
मनुष्य का पुत्र अपने स्वर्गदूतों को तुरही के ऊंचे शब्द के साथ भेजेगा, जो चारों दिशाओं से, आकाश के एक छोर से दूसरे छोर तक जाकर उनके चुने हुओं को इकट्ठा करेंगे.
32 ତଗା ମାର୍‌ନି ଉତର୍‌ମୁଡ଼୍‌ ହିକ୍ୟା କିୟାଟ୍‌, ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ହେ କେନ୍ଦାଂ ହାରା ଆଜ଼ି ଆକିଂ ଗିଲ୍‌ନିଂ, ହେ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ଜେଟ୍‌ ମାସ୍‍ ଏକା ୱାତାତେ ଇଞ୍ଜି ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପୁଞ୍ଜି ମାନାଟ୍‌;
“अंजीर के पेड़ से शिक्षा लो: जब उसमें कोंपलें फूटने लगती हैं, पत्तियां निकलने लगती हैं तो तुम जान लेते हो कि गर्मी का समय पास है.
33 ହେ ଲାକେ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପା ଇ ୱିଜ଼ୁ ହୁଡ଼୍‌ତିସ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ମାଜ଼ି ଦୁୱେର୍‌ତ ଏକାୱାତାନେ ଇଞ୍ଜି ଇଦାଂ ପୁନାଟ୍‌ ।
इसी प्रकार तुम जब भी इन सभी घटनाओं को होते देखो तो समझ लेना कि वह पास हैं—परंतु द्वार पर ही हैं.
34 ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ହାତ୍‌ପା ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା, ଇ ୱିଜ଼ୁ ଗିଟାୱି ପାତେକ୍‌ ନେଞ୍ଜେୱିଗାନି ନାର୍‌ ଇନେସ୍‌ ବାର୍ତି ବୁଡା ଆଉର୍‌ ।
सच्चाई तो यह है कि इन घटनाओं के हुए बिना इस युग का अंत नहीं होगा.
35 ଆକାସ୍‌ ଆରି ପୁର୍ତି ବୁଡାନାତ୍, ମତର୍‌ ନା ବଚନ୍‌ ସବୁ ମଡ଼୍‍କେ ବୁଡା ଆଉତ୍‌ ।
आकाश तथा पृथ्वी खत्म हो जाएंगे किंतु मेरे कहे हुए शब्द कभी नहीं.
36 ମାତର୍‌ ଇନାୱାଡ଼ାଂ ୱାନାନ୍‌ “ହେ ଦିନ୍‌ ଆରି ସମୁ ବିସ୍ରେ ଇନେର୍‌ ପୁନୁର୍‌, ସାର୍ଗେନି ଦୁତ୍‌ତର୍‌ କି ମାଜ଼ି ପା ପୁନୁନ୍, କେବଲ୍‌ ମତର୍‌ ବାୱା ପୁନାନ୍‌ ।
“वैसे उस दिन तथा उस समय के विषय में किसी को भी मालूम नहीं है—न स्वर्ग के दूतों को और न ही पुत्र को—परंतु मात्र पिता को ही यह मालूम है.
37 ଆରେ, ନହତି ସମୁତ ଇନେସ୍‌ ଗିଟା ଆଜ଼ି ମାଚାତ୍‌, ମାନାୟ୍‌ ମାଜ଼ି ୱାନି ସମୁତ ହେ ଲାକେ ଗିଟାଆନାତ୍ ।
“ठीक नोहा के दिनों जैसा होगा मनुष्य के पुत्र का आगमन:
38 ଇନାକିଦେଂକି କ୍ଡୁପ୍‌କିନି ଆଗେନି ସମୁତ ଜାଜ୍‌ତ ନହ ହଣି ଦିନ୍‌ ପାତେକ୍‌ ଲକୁ ଇନେସ୍‌ ତିନାଉଣା ଆରି ବିବା କିନାକା ଆରି ବିବା ହିଦେଂ ବିପ୍ତି ମାଚାର୍‌,
जल-बाढ़ के पहले उन दिनों में लोग तब तक खाते-पीते रहे और उनमें विवाह होते रहे जब तक नोहा ने जहाज़ में प्रवेश न किया.
39 ଆରେ ପୁର୍‍ ୱାଜ଼ି ୱିଜ଼ାରିଂ ବଡ଼ାୟ୍‍ କିଜ଼ି ଅୱି ପାତେକ୍‌ ଇନେସ୍‌ ପୁନ୍‌ୱାଦାଂ ମାଚାର୍‌, ମାନାୟ୍‌ ମାଜ଼ିତି ୱାନାକା ପା ହେ ଲାକେ ଆନାତ୍‌ ।”
लोग तब तक कुछ न समझे जब तक बाढ़ ने आकर उन्हें डुबो न दिया. ऐसा ही होगा मनुष्य के पुत्र का आगमन.
40 ହେ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ରିୟାର୍‌ ବୁମିତ ମାନ୍‌ଗାନାର୍‌, ରୱାନିଂ ଇଟ୍ୟା ଆନାତ୍‌ ଆରି ବିନ୍‌ ଲଗାଂ ପିହ୍‌ୟା ଆନାତ୍‌;
उस समय दो व्यक्ति खेत में कार्य कर रहे होंगे; एक उठा लिया जाएगा, दूसरा रह जाएगा.
41 ରିଣ୍ଡେକ୍‌ ଜାତା ନୁଜ଼୍‌ଜି ମାନିକ୍‌, ରଞ୍ଜିଲିଂ ଇଟ୍ୟାନାତ୍‌ ଆରି ଆରେ ରଞ୍ଜିଲିଂ ପିହ୍ୟାନାତ୍ ।
दो स्त्रियां चक्की पर अनाज पीस रही होंगी; एक उठा ली जाएगी, दूसरी रह जाएगी.
42 “ଲାଗିଂ, ଜାଗ୍ରତ୍‌ ମାନାଟ୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ମି ମାପ୍ରୁ ଇମ୍‌ଣି ଦିନ୍‌ ୱାନାନ୍, ହେଦାଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପୁନୁଦେର୍‌ ।
“इसलिये हमेशा सावधान रहो क्योंकि तुम यह नहीं जानते कि तुम्हारे प्रभु का आगमन किस दिन होगा.
43 ମତର୍‌ ଇଦାଂ ପୁଞ୍ଜି ମାନାଟ୍‌, ଇମ୍‌ଣି ଗାଡ଼ିତ ଚର୍‌ ୱାନାନ୍, ଇଦାଂ ଇଲ୍‌ ମୁଣିକା ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ପୁଚାନ୍‍ଚି, ତା ଆତିସ୍‌ ହେୱାନ୍‌ ଜାଗ୍ରତ୍‌ ମାନ୍‌ଞ୍ଜି ଜାର୍‌ ଇଞ୍ଜ ଚର୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ହିୱାତାନ୍ ।
याद रखो कि यदि घर के स्वामी को यह पता हो कि चोर रात में किस समय आएगा तो वह सावधान हो जाएगा तथा घर में सेंध लगने न देगा.
44 ଲାଗିଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପା ଜାଲ୍‌ଦି ଆଜ଼ି ମାନାଟ୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ଇମ୍‌ଣି ସମୁତ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଏତ୍‌ କିୱାଦାଂ ମାନ୍‍ଗାନାଦେର୍, ହେ ସମୁଦ ମାନାୟ୍‌ ମାଜ଼ି ୱାନାନ୍ ।”
तुम्हारा भी इसी प्रकार सावधान रहना ज़रूरी है क्योंकि मनुष्य के पुत्र का आगमन ऐसे समय पर होगा जिसकी तुम कल्पना तक नहीं कर सकते.
45 “ତେବେ ମାପ୍ରୁ ଜାର୍‌ ଲକ୍‌ବାକ୍‍ତିଂ ସମାନ୍‌ ୱେଡ଼ାଲିଂ ବାତ୍ୟା ହିଦେଂ କାଜିଂ ଇନେରିଂ ହେୱାର୍‌ ଜପି ବାଚି କିତାନ୍‌ନ୍ନା, ଏଲେଙ୍ଗ୍‌ବାର୍ତି ପାର୍ତିନି ଆରି ବୁଦିକାର୍‌ୟା ଆଡ଼ିଏନ୍‌ ଇନେର୍‌ ।
“कौन है वह विश्वासयोग्य और समझदार सेवक, जिसे घर का मालिक अपने परिवार की ज़िम्मेदारी सौंप दे कि वह समय के अनुसार सबके लिए भोजन-व्यवस्था करे?
46 ମାପ୍ରୁ ୱାଜ଼ି ଜାର୍‌ତି ଇମ୍‌ଣି ଆଡ଼ିଏନିଂ ହେ ଲାକେ କିଜ଼ି ମାନାକା ହୁଡ଼୍‍ନାନ୍, ହେୱାନ୍‌ ଦନ୍ୟ ।
धन्य है वह सेवक, जिसे घर का स्वामी लौटने पर यही करते हुए पाए.
47 ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ହାତ୍‌ପା ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ହେୱାନିଂ ଜାର୍‌ତି ୱିଜ଼ୁ ଦାନ୍‌ତିଙ୍ଗ୍ ଜପି ବାଚି କିଦ୍‌ନାନ୍‌ ।
सच्चाई तो यह है कि घर का स्वामी उस सेवक के हाथों में अपनी सारी संपत्ति की ज़िम्मेदारी सौंप देगा.
48 ମାତର୍‌ ଜଦି ହେ ବାନ୍ୟା ଆଡ଼ିଏନ୍‌ ନା ମାପ୍ରୁ ୱାନାକା ମାଲାଆନାତ୍‍ ଇଞ୍ଜି ମାନ୍‌ତ ମାନ୍‌ତ ଇଞ୍ଜି,
किंतु यदि वह सेवक बुरा हो और अपने मन में यह विचार करने लगे: ‘स्वामी के लौटने में तो बड़ी देरी हो रही है’
49 ଜାର୍‌ ହାଂ ହାଙ୍ଗ୍‌ଦାକାର୍‌ ଟ୍ରାକ୍‍ତେଂ ଲାଗାନାନ୍‌, ଆରେ ମଦୁୱାର୍‍ ହୁକେ ତିନାଉଣା କିତିସ୍‌,
और वह सहसेवकों के साथ मार-पीट आरंभ कर दे, पियक्कड़ों की संगति में जाकर खाए-पिए और
50 ତା ଆତିସ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ଦିନ୍‌ ହଲ୍ୟା କାଜିଂ କାସି ମାନ୍‌ଗୁନ୍‌ ଆରି ଇମ୍‌ଣି ସମୁତ ହେୱାନ୍‌ ପୁନ୍‌ୱାଦାଂ ମାନାନ୍‌, ହେ ଦିନ୍‌ ଆରି ହେ ସମୁତ ହେୱାନ୍ତି ମାପ୍ରୁ ୱାନାନ୍,
उसका स्वामी एक ऐसे दिन लौटेगा, जिसकी उसने कल्पना ही न की थी और एक ऐसे क्षण में, जिसके विषय में उसे मालूम ही न था,
51 ଆରେ ହେୱାନ୍‌ ହେୱାନିଂ ଗାଣ୍ଡ୍ରା ଗାଣ୍ଡ୍ରା କିଜ଼ି ହଟ୍‌କାନାର୍‌ କାପ୍‌ଟିୟାର୍‌ ହୁକେ ତାଦାଙ୍ଗ୍‌ ବାଗ୍‌ ରଚ୍‌ନାନ୍‌; ହେବେ ଆଡ଼୍‌ବେଦେଂ ଆରି ଟାଡାଙ୍ଗ୍‌ ରେତିକିନାନ୍‍ ।”
तो स्वामी उसके टुकड़े-टुकड़े कर उसकी गिनती कपट करनेवालों में कर देगा जहां हमेशा रोना तथा दांत पीसना होता रहेगा.

< ମାତିଉ 24 >

The World is Destroyed by Water
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