< ମାର୍କ 10 >
1 ଜିସୁ ହେ ବାହାତାଂ ହାଲ୍ଜି ପା ଜିହୁଦାନିପ ଆରି ଜର୍ଦନ୍ ନାଗୁଡ଼୍ ନାସି ୱାତାନ୍, ଆରେ ମାନାୟ୍ ତାକେ ଆରେ ରଗ ହେଦାଂ ମେହା ଆତାନ୍, ହେୱାନ୍ ନିଜେ ନି ନିତି ତାଙ୍ଗ୍ ହେୱାରିଂ ହିକାଇ କିଦେଙ୍ଗ୍ ଲାଗାତାନ୍ ।
१नंतर येशूने ती जागा सोडली आणि यहूदीया प्रांतात व यार्देन ओलांडून पलीकडे गेला. लोक समुदाय एकत्र जमून त्याच्याकडे आले आणि आपल्या चालीप्रमाणे त्याने त्यांना शिकविले.
2 ଇବେଣ୍ଡାଂ ପାରୁସିର୍ ତା ତାକେ ୱାଜ଼ି ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ପରିକ୍ୟା କିଜ଼ି ୱେନ୍ବାତାର୍, ମା “ବିଦି ହିଦ୍ନାତା କି ରୱାନ୍ ତା ଡକ୍ରୁହିଂ ପିସ୍ସି ହେଦାଂ ଇନାକା ଆଣ୍ଡ୍ରେନ୍ ତାକେ ନ୍ୟାୟ୍ ମାନାତ୍କି?”
२काही परूशी येशूकडे आले. त्यांनी त्यास विचारले, “पतीने पत्नी सोडावी हे कायदेशीर आहे काय?” हे तर त्यांनी त्याची परीक्षा पाहण्यासाठी विचारले.
3 ଜିସୁ ହେୱାରିଂ ଉତର୍ ହିତାନ୍, “ମସା ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଇନା ବଲ୍ ହିତ୍ତାନ୍ନା?”
३येशूने त्यांना उत्तर दिले, “मोशेने तुम्हास काय आज्ञा दिली आहे?”
4 ହେୱାର୍ ଇଚାର୍, “ହେଲ ଆକି ଲେକି କିଜ଼ି କଗ୍ଲେଂ ପିହ୍ନି କାଜିଂ ମସା, ହେଲ ହିତାନ୍ନା ।”
४ते म्हणाले, “मोशेने पुरुषाला सूटपत्र लिहिण्याची व असे करून आपल्या पत्नीला सोडण्याची परवानगी दिली आहे.”
5 ହେବେ ଜିସୁ ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍, “ମି ମାନ୍ ଆଟ୍ୱା ହୁଡ଼୍ଜି ମସା ମି କାଜିଂ ଇ ବଲ୍ ଲେକି କିତାନ୍ନ୍ନା ।
५येशू म्हणाला, “केवळ तुमच्या अंतःकरणाच्या कठीणपणामुळे मोशेने ही आज्ञा तुमच्यासाठी लिहून ठेवली.
6 ମାତର୍ ଉବ୍ଜାଣ୍ ଆତି ଆରମ୍ତାଂ ଇସ୍ୱର୍ ହେ ଲାକେ ହେୱାରିଂ ଆଣ୍ଡ୍ରେନ୍ ଆରେ କଗ୍ଲେ କିଜ଼ି ଉବ୍ଜାଣ୍ କିତାନ୍ ।”
६परंतु उत्पत्तीच्या आरंभापासून देवाने त्यांना नर व नारी असे निर्माण केले.
7 “ଇଦାଂ କାଜିଂ ଆଣ୍ଡ୍ରେନ୍ ଜାର୍ ଆବା ଆୟାଂ ପିିହିନାନ୍, ଆରି ହେୱାର୍ ଏକ୍ ଆନାର୍,
७या कारणामुळे पुरूष आपल्या आई-वडीलांना सोडून आपल्या पत्नीशी जडून राहील.
8 ଆରେ ହେୱାର୍ ରିକାର୍ ଆକାୟ୍, ମାତର୍ ର ଗାଗାଡ଼୍ ଆନାର୍ ।
८आणि ती दोघे एकदेह होतील. म्हणून यापुढे ती दोन नाहीत तर एकदेह आहेत.
9 ଲାଗିଂ ଇସ୍ୱର୍ ଇମ୍ଣାକାରିଂ ମେହାୟ୍ କିତାନ୍ନ୍ନା, ମାନାୟ୍ ହେଦାଂ ଏଡ଼ାୟ୍ କିମେର୍ ।”
९यासाठी देवाने जे जोडले आहे, ते मनुष्याने तोडू करू नये.”
10 ପାଚେ ଚେଲାର୍ ଇଞ୍ଜ ହେୱାନିଂ ଇ ବିସ୍ରେ ଆରେ ରଗ ୱେନ୍ବେଦେଂ ଲାଗାତାର୍ ।
१०नंतर येशू व शिष्य घरात असता, शिष्यांनी या गोष्टीविषयी पुन्हा त्यास विचारले.
11 ହେବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାନ୍ ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍, “ଇନେର୍ ଜାର୍ ଡକ୍ରିଂ ପିସ୍ତି ବିନ୍ନିକାତିଂ ବିବାଆତିସ୍, ହେୱାନ୍ ତା ବିରୁଦ୍ତ ଦାରି ଆନାନ୍ ।
११तो त्यांना म्हणाला, “जो कोणी आपली पत्नी टाकतो व दुसरीबरोबर लग्न करतो तो आपल्या पत्नीविरुद्ध व्यभिचार करतो.
12 ଆରେ, ଜଦି କଗ୍ଲେ ଜାର୍ ଡକ୍ରାଙ୍ଗ୍ ପିସ୍ତି ବିନ୍ଲୁଗାଂ ବିବା ଆତିସ୍, ଲାଗିଂ ହେଦେଲ୍ ଦାରି ।”
१२आणि जर पत्नी आपल्या पतीला सोडते आणि दुसऱ्याबरोबर लग्न करते, तर तीही व्यभिचार करते.”
13 ହେୱାନ୍ ଇନେସ୍ ହିମ୍ଣାକାଂ ଡୁଜ଼ି ଆସିର୍ବାଦ୍ କିନାନ୍, ଇଦାଂ କାଜିଂ ହେୱାରିଂ ହେୱାନ୍ ତାକେ ତାତେଙ୍ଗ୍ ଲାଗାତାର୍, ମାତର୍ ଚେଲାର୍ ହେୱାରିଂ ଦାକା କିତାର୍ ।
१३मग त्याने बालकांस हात ठेवावा? करावा आणि आशीर्वाद द्यावा म्हणून लोकांनी त्यांना त्याच्याकडे आणले, परंतु शिष्यांनी आणणाऱ्यांना दटावले.
14 ଜିସୁ ହେଦାଂ ହୁଡ଼୍ଜି ରିସା ଆଜ଼ି ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍, “ହିମ୍ଣାକାଂ ନା ତାକେ ୱାଦେଙ୍ଗ୍ ହିଆଟ୍, ହେୱାରିଂ ମୁନାକିମାଟ୍, ଇଦାଂ କାଜିଂ ଇସ୍ୱର୍ତି ରାଜି ଇ ଲାକେ ମାନାୟାର୍ତି ।
१४येशूने हे पाहिले तेव्हा तो रागवला आणि त्यांना म्हणाला, “लहान बालकांना माझ्याकडे येऊ द्या. त्यांना मना करू नका कारण देवाचे राज्य यांच्यासारख्यांचेच आहे.
15 ଆନ୍ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ହାତ୍ପା ଇଞ୍ଜ୍ନାଙ୍ଗା, ଇନେର୍ ହିମ୍ଣାଂ ଲାକେ ଇସ୍ୱର୍ ରାଜିତ ଆୱିତିସ୍, ହେୱାନ୍ ଇନେସ୍ କିଜ଼ି ପା ସାର୍ଗେ ରାଜିନିପ ହେବେ ହଣ୍ଡେଙ୍ଗ୍ ଆଡୁନ୍ ।”
१५मी तुम्हास खरे सांगतो, जो कोणी बालकासारखा देवाच्या राज्याचा स्वीकार करणार नाही त्याचा प्रवेश त्यामध्ये मुळीच होणार नाही.”
16 ଆରେ, ହେୱାନ୍ ହେୱାରିଂ ଡ୍ରକ୍ଚି କେଇ ଇଡ଼୍ଜି ଆର୍ସିବାଦ୍ କିତାନ୍ ।
१६तेव्हा त्याने बालकांना उचलून जवळ घेतले. आपले हात त्यांच्यावर ठेवले आणि त्यांना आशीर्वाद दिला.
17 ଜିସୁ ହାନିହିଂ ହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ ଆରାମ୍ କିନି ୱେଡ଼ାଲିଂ ରକାନ୍ ହନ୍ଚି ୱାଜ଼ି ହେୱାନ୍ ଲାଗାଂ ମେଣ୍ଡାକୁନ୍ଦି କିଜ଼ି ହେୱାନିଂ ୱେନ୍ବାତାନ୍, “ଏ ସତ୍ ଗୁରୁ, ୱିଜ଼୍ୱି ଜିବୁନ୍ ପାୟା ଆଦେଂ ଆନ୍ ଇନାକା କିନାଙ୍ଗ୍?” (aiōnios )
१७येशू प्रवासास निघाला असता एक मनुष्य त्याच्याकडे धावत आला आणि त्याच्यापुढे गुडघे टेकून म्हणाला, “उत्तम गुरूजी, सार्वकालिक जीवन मिळवण्यासाठी मी काय करावे?” (aiōnios )
18 ହେବେଣ୍ଡାଂ ଜିସୁ ହେୱାନିଂ ଇଚାନ୍, “ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ହାର୍ ଇଞ୍ଜି ଇନେକିଦେଂ ଇଞ୍ଜ୍ନାୟା?” ରୱାନ୍ ପିସ୍ତି, ଇଚିସ୍ “ଇସ୍ୱର୍ ତାଙ୍ଗ୍ ଇନେର୍ ହାର୍ଦାକାର୍ ହିଲୁର୍ ।”
१८येशू त्यास म्हणाला, “तू मला उत्तम का म्हणतोस? देवाशिवाय कोणी एक उत्तम नाही.
19 ବଲ୍କୁ ତ ଏନ୍ ପୁଚାୟ୍ନା, ନାର୍ତିଂ ଅହ୍ମାଟ୍, ଦାରି କିମାଟ୍, କୁଟ୍ କିମାଟ୍, ଜାର୍ ଆବା ଆୟାକାଂ ୱାରି କିୟାଟ୍ ।
१९तुला आज्ञा माहीत आहेतच; खून करू नको, व्यभिचार करू नको, चोरी करू नको, खोटी साक्ष देऊ नको, फसवू नको, आपल्या वडिलांचा व आपल्या आईचा सन्मान कर.”
20 ହେୱାନ୍ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଇଚାନ୍, “ଏ ଗୁରୁ, ଇଦାଂ ୱିଜ଼ୁ ନିୟମ୍ ହାରୁୱେଡ଼ାଙ୍ଗ୍ତାଂ ଆନ୍ ବେଣ୍ଡିୟା ୱେଡ଼ାତାଙ୍ଗ୍ ମାନି କିଜ଼ି ୱାନାଙ୍ଗା ।”
२०तो मनुष्य म्हणाला, “गुरूजी, मी तरुणपणापासून या आज्ञा पाळत आलो आहे.”
21 ଜିସୁ ହେୱାନ୍ କାଜିଂ ରବେ ହୁଡ଼୍ଜି ହେୱାନିଂ ଜିଉନଜ଼ି ଆରେ ଇଚାନ୍, “ନିନ୍ଦାଂ ର ବିସ୍ରେ ଉଣା ମାନାତ୍, ଏନ୍ ହାଲ୍ଜି ନିଜେତି ସବୁ ପ୍ରସି ଅର୍କିତ୍ ତାରିଙ୍ଗ୍ ଦାନ୍ ହିୟା, ଆରେ ଏନ୍ ସାର୍ଗେନି ଦାନ୍ ପାୟା ଆନାୟ୍; ଆରେ ୱାଜ଼ି ନା ପାଚେ ପାଚେ ୱା ।”
२१येशूने त्याच्याकडे पाहिले त्यास त्याच्यावर प्रीती केली तो त्यास म्हणाला, “तुझ्यामध्ये एका गोष्टीची उणीव आहे. जा, तुझ्याजवळ जे असेल नसेल ते सर्व विक आणि गोरगरीबांस देऊन टाक, म्हणजे स्वर्गात तुला संपत्ती प्राप्त होईल आणि मग चल, माझ्यामागे ये.”
22 ମାତର୍ ଇ କାତାତ ତା ମୁମ୍ ରାତ୍ତାନ୍ ଆରେ ହେୱାନ୍ ଦୁକ୍ ଆଜ଼ି ହାଚାନ୍, ଇଚିସ୍ ହେୱାନ୍ତି ବେସି ଦାନ୍ ମାଚାତ୍ ।
२२हे शब्द ऐकून तो मनुष्य खूप निराश झाला व खिन्न होऊन निघून गेला कारण त्याच्याजवळ खूप संपत्ती होती.
23 ପାଚେ ଜିସୁ ଚାରିବେଣ୍ତାଂ ହୁଡ଼୍ଜି ନିଜେତି ଚେଲାରିଂ ଇଚାନ୍, “ଇନେର୍ତି ଦାନ୍ ମାନାତ୍, ହେୱାର୍ କେତେକ୍ କସ୍ଟତାଂ ଇସ୍ୱର୍ ରାଜିତ ହାନାର୍ ।”
२३येशूने सभोवताली पाहिले व तो आपल्या शिष्यांना म्हणाला, “देवाच्या राज्यात धनवानांचा प्रवेश होणे किती कठीण आहे.”
24 ଜିସୁତି କାତା ୱେନ୍ଞ୍ଜି ଚେଲାର୍ କାବା ଆତାର୍, ମାତର୍ ଜିସୁ ଆରେ ରଗ ହେୱେରିଂ ଇଚାନ୍, “ବପାର୍ ଇସ୍ୱର୍ ରାଜିତ ହାନାକା କେତେକ୍ କସ୍ଟ!”
२४त्याचे शब्द ऐकून शिष्य थक्क झाले, परंतु येशू त्यांना पुन्हा म्हणाला, “माझ्या मुलांनो, देवाच्या राज्यात प्रवेश होणे किती कठीण आहे!
25 ଇସ୍ୱର୍ ରାଜିତ ମାଜାନିଂ ହାଣାକା ଇଚିସ୍ ହୁଜା କାଣାତ ଉଟ୍ ହାଣାକା ଆଡ଼୍ୱା, ର ମାଜାନ୍ ସାର୍ଗେ ରାଜିତ ହାଣାକା ବେସି କସ୍ଟ ।
२५श्रीमंतांचा देवाच्या राज्यात प्रवेश होणे यापेक्षा उंटाला सुईच्या नाकातून जाणे सोपे आहे.”
26 ଇଦାଂ ହେୱାର୍ ବେସି କାବା ଆଜ଼ି ହେୱାର୍ ହେୱାର୍ନେ ଇନ୍ବା ଆତାର୍, “ଇଚିସ୍ ଇନେର୍ ମୁକ୍ତି ପାୟା ଆନାନ୍?”
२६ते यापेक्षाही अधिक आचर्यचकित झाले आणि एकमेकाला म्हणाले, “तर मग कोणाचे तारण होणे शक्य आहे?”
27 ଜିସୁ ହେୱାରିଂ ସିଦା ହୁଡ଼୍ଜି ଇଚାନ୍, “ଇଦାଂ ମାନାୟ୍ତିଂ କିୟା ଆୱାକା, ମାତର୍ ଇସ୍ୱର୍ତି ଆକାୟ୍; ଇଚିସ୍ ଇସ୍ୱର୍ତି ୱିଜ଼ୁ ଆନାତ୍ ।”
२७त्यांच्याकडे पाहून येशू म्हणाला, “मनुष्यांना हे अशक्य आहे पण देवाला नाही, कारण देवाला सर्व गोष्टी शक्य आहेत.”
28 ପିତର୍ ହେୱାନିଂ ଇଚାନ୍, “ହୁଡ଼ାଟ୍, ଆପେଂ ୱିଜ଼େ ପିସ୍ସି ନି ପାଚେ ପାଚେ ୱାନାପା ।”
२८पेत्र त्यास म्हणू लागला, “पाहा, आम्ही सर्व सोडले आहे आणि आपल्यामागे आलो आहोत.”
29 ଜିସୁ ଇଚାନ୍, “ଆନ୍ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ହାତ୍ପା ୱେଚ୍ଚାନାଙ୍ଗା, ଇମ୍ଣାକାନ୍ ନା ନେକ୍ରିକାବୁର୍ କାଜିଂ ଇଲ୍ କି ଟଣ୍ଡେନ୍ କି ତଣ୍ଦେଲ୍ କି ଆୟା କି ଆବା କି ହିମ୍ଣାୱାକ୍ଡ଼ା କି ବୁମି ପିସ୍ତାନ୍ନା ।
२९येशू म्हणाला, “मी तुम्हास खरे सांगतो, ज्याने ज्याने माझ्याकरिता व सुवार्तेकरता घरदार, बहिण, भाऊ, आईवडील, मुलेबाळे किंवा शेतीवाडी सोडली आहे,
30 ଆରେ ଅଙ୍ଗୟ୍ ଇ କାଡ଼୍ଦ ଦୁକ୍ ସାଙ୍ଗେ ସାଙ୍ଗେ ପାଞ୍ଚକଡ଼ି ଗୁଣ୍ତ ଇଲ୍, ଟଣ୍ଡେନ୍, ତଣ୍ଦେଲ୍, ଆୟା, ହିମ୍ଣାୱାକ୍ଡ଼ା ଆରେ ବୁମି, ଆରେ ପାଚେନି ଜୁଗ୍ତ ୱିଜ଼୍ୱି ଜିବୁନ୍ ପାୟା ଆଉନ୍, ଏଲେଙ୍ଗ୍ ବାର୍ତି ମାନାୟ୍ ଇନେର୍ ହିଲୁର୍ । (aiōn , aiōnios )
३०अशा प्रत्येकाला शेवटच्या काळी छळणुकीबरोबर शंभरपटीने घरे, भाऊ, बहिणी, आया, मुले, शेते आणि येणाऱ्या युगात सार्वकालिक जीवन मिळाल्याशिवाय राहणार नाही. (aiōn , aiōnios )
31 ମାତର୍ ଆଗେ ମାନି ହେନି ମାନାୟାର୍ ପାଚେ ଆନାର୍ ଆରି ପାଚେ ମାନି ହେନି ମାନାୟାର୍ ହିଗ୍ଦ ଆନାର୍ ।”
३१तरी पहिले ते शेवटचे व शेवटचे ते पहिले, असे पुष्कळ जणांचे होईल.”
32 ହେୱାର୍ ଜିରୁସାଲମ୍ ତାକେ ହାନିୱାଡ଼ାଂ ହାସ୍ଦ ମାଚାର୍ ଆରି ଜିସୁ ହେୱାର୍ ଆଗେ ଆଗେ ହାଲ୍ଜି ମାଚାନ୍, ଆରି, ଚେଲାର୍ କାବା ଆରି ପାଚେ ମାଚି ଲଗାଂ ପାଣ୍ଡ୍ରୁ ଆଜ଼ି ମାଚାର୍ । ଇଦାଂ କାଜିଂ ହେୱାନ୍ ଆରେ ବାରଜାଣାତିଂ ବିନେ କିଜ଼ି, ହେୱାନ୍ ବିସ୍ରେ ଇନା ଇନାକା ଜିରୁସାଲମ୍ ଗିଟା ଆଦେଂ ହାନାତା, ହେ ୱିଜ଼େ ହେୱେରିଂ ଜାଣାଇ କିଦେଙ୍ଗ୍ ଲାଗାଆତାନ୍ ।
३२मग ते वर यरूशलेम शहराच्या वाटेने जात असता येशू त्यांच्यापुढे चालला होता. त्याचे शिष्य विस्मित झाले आणि त्याच्यामागून येणारे घाबरले होते. नंतर येशूने त्या बारा शिष्यांना पुन्हा एकाबाजूला घेतले आणि स्वतःच्या बाबतीत काय घडणार आहे हे त्यांना सांगू लागला.
33 ହେୱେନ୍ ଇଚାନ୍, “ହୁଡ଼ାଟ୍, ଆପେଂ ଜିରୁସାଲମ୍ତ ହାନାପା; ମାନାୟ୍ ମାଜ଼ି ମୁଡ଼୍ ମାପ୍ରୁ ହେବା କିନାକାନ୍ ଆରେ ଦରମ୍ ଗୁରୁର୍ କେଇଦ ହେଲାୟ୍ ଆନାନ୍, ଆରେ ହେୱାର୍ ହେୱେନିଂ ହାକିଦଣ୍ଡ ହିଜ଼ି ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍ କେଇଦ ହିନାର୍ ।
३३“पाहा! आपण वर यरूशलेम शहरास जात आहोत आणि मनुष्याचा पुत्र धरून मुख्य याजक लोक आणि नियमशास्त्राचे शिक्षक यांच्या हाती दिला जाईल. ते त्यास मरणाची शिक्षा देतील आणि ते त्यास परराष्ट्रीय लोकांच्या हाती देतील.
34 ଆରେ ହେୱାର୍ ହେୱେନିଂ କିଜାୟ୍ କିନାର୍, ହେୱାନ୍ ଜପି ଏୱିଡ଼ିଂ ଚୁପ୍ନାର୍, ହେୱେନିଂ କରଡା ଇଡ଼ିନାର୍ ଆରି ପାଗ୍ନାର୍, ଆରେ ତିନି ଦିନ୍ ପାଚେ ହେୱାନ୍ ଆରେ ଜିବୁନ୍ ଆଜ଼ି ନିଙ୍ଗ୍ନାନ୍ ।”
३४ते त्याची थट्टा करतील, त्याच्यावर थुंकतील, त्यास फटके मारतील, ठार करतील आणि तीन दिवसानी तो पुन्हा उठेल.”
35 ପାଚେ ଜେବ୍ଦିତି ମାଜ଼ି ଜାକୁବ୍ ଆରି ଜହନ୍ ଜିସୁ ତାକେ ୱାଜ଼ି ଇଚାର୍, “ଏ ଗୁରୁ, ମା ଇଚା ଜେ, ଆପେଂ ନିବେଣ୍ଡାଂ ଇନାକାପା ଏନ୍ତାନାପ୍, ହେଦାଂ ମା କାଜିଂ ଏନ୍ କିୟା ।”
३५याकोब व योहान हे जब्दीचे पुत्र त्याच्याकडे आले आणि त्यास म्हणाले, “गुरुजी, आम्ही आपणाजवळ जे मागू ते आपण आमच्यासाठी करावे अशी आमची इच्छा आहे.”
36 ହେବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାନ୍ ହେୱେରିଂ ୱେନ୍ବାତାନ୍, “ଆନ୍ ମି କାଜିଂ ଇନାକା କିନାଙ୍ଗ୍ ଇଞ୍ଜି ଏପେଙ୍ଗ୍ ମାନ୍ କିନାଦେରା?”
३६येशू त्यांना म्हणाला, “मी तुमच्यासाठी काय करावे अशी तुमची इच्छा आहे?”
37 ହେୱେର୍ ହେୱେନିଂ ଇଚାର୍, “ଜାର୍ ଜାଜ୍ମାଲ୍ ପାୟା ଆତିସ୍ ଇନେସ୍ ମା ତାଙ୍ଗ୍ ରକାନ୍ ନିଙ୍ଗ୍ ତିନି କଚଣ୍ତ ରକାନ୍ ଡେବା କଚଣ୍ କୁଚ୍ଚାନ୍ ମାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଇ ବର୍ ହିଦା ।”
३७ते म्हणाले, “आपल्या वैभवात आमच्यापैकी एकाला तुमच्या उजवीकडे व दुसऱ्याला डावीकडे बसण्याचा अधिकार द्यावा.”
38 ମାତର୍ ଜିସୁ ହେୱେରିଂ ଇଚାନ୍, “ଏପେଙ୍ଗ୍ ଇନାକା ଏନ୍ନାଦେରା, ହେଦାଂ ପୁନୁଦେରା । ଆନ୍ ଇମ୍ଣି ଗିଲାସ୍ତ ଉଣ୍ଜି ମାନାଙ୍ଗ୍, ହେବେ କି ଏପେଙ୍ଗ୍ ଉଣ୍ଡେଙ୍ଗ୍ ଆଡ୍ନାଦେର୍ କି? ଇଚିସ୍ ଆନ୍ ଇମ୍ଣି ବାପ୍ତିସିମ୍ତ ବାପ୍ତିସିମ୍ ଆନାଙ୍ଗା, ହେବେ କି ଏପେଙ୍ଗ୍ ବାପ୍ତିସିମ୍ ଆଦେଂ ଆଡ୍ନାଦେର୍ କି?”
३८येशू त्यांना म्हणाला, “तुम्ही काय मागत आहात हे तुम्हास कळत नाही. मी जो प्याला पिणार आहे, तो तुमच्याने पिणे शक्य आहे काय? किंवा मी जो बाप्तिस्मा घेणार आहे तो तुमच्याने घेणे शक्य आहे काय?”
39 ହେୱାର୍ ହେୱେନିଂ ଇଚାର୍, “ଆଡ୍ନାପ୍ ।” ଜିସୁ ହେୱେରିଂ ଇଚାନ୍, ଆନ୍ ଇମ୍ଣି ଗିଲାସ୍ତ ଉଣାଙ୍ଗା, ଏପେଙ୍ଗ୍ ହେ ଗିଲାସ୍ତ ଉଣାଦେର୍, ଆରେ ଆନ୍ ଇମ୍ଣି ବାପ୍ତିସିମ୍ତ ବାପ୍ତିସିମ୍ ଅନାଙ୍ଗ୍, ଏପେଙ୍ଗ୍ ହେବେ ବାପ୍ତିସିମ୍ ଆନାଦେର୍;
३९ते त्यास म्हणाले, “आम्हास शक्य आहे.” मग येशू त्यांना म्हणाला, “मी जो प्याला पिणार आहे तो तुम्ही प्याल आणि जो बाप्तिस्मा घेईन तो तुम्ही घ्याल,
40 ମାତର୍ ବୁଜ୍ଣି ବାଗାଙ୍ଗ୍ କି ଡେବାବାଗାଙ୍ଗ୍ କୁଚ୍ଚେଂ ହିନାକା ନା ଆଦିକାର୍ ବିସ୍ରେ ହିଲୁତ୍, ଇସ୍ୱର୍ ଆବା ଇମ୍ଣାକାର୍ କାଜିଂ ବାହା ରଚି କିତାନ୍ନ୍ନା, ହେୱାର୍ କୁଚ୍ନାର୍ ।
४०परंतु माझ्या उजवीकडे किंवा डावीकडे बसू देणे माझ्या हाती नाही. ज्यांच्यासाठी त्या जागा तयार केल्या आहेत, त्यांच्यासाठीच त्या राखून ठेवल्या आहेत.”
41 ବିନ୍ ଦାସ୍ ଜାଣ୍ ଇଦାଂ ୱେନ୍ଞ୍ଜି ଜାକୁବ୍ ଆରେ ଜହନ୍ ଜପି ରିସା ଆଦେଂ ଲାଗାତାର୍ ।
४१दहा शिष्यांनी या विनंतीविषयी ऐकले तेव्हा ते याकोब व योहानावर फार रागावले.
42 ହେବେତାଂ ଜିସୁ ହେୱେରିଂ ରବେ କୁକ୍ଚି ଇଚାନ୍, “ଇମ୍ଣାକାର୍ ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିରିଂ ରାଜ୍ କିନାକାର୍ ଲାକେ, ହେୱେର୍ ହେୱାର୍ ଜପି ରାଜି କିନାନ୍ ଆରି ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିରିଂ ଗାଜାଲଗୁ ହେୱାର୍ ଜପି କାମାୟ୍କି କିତାର୍, ଇଦାଂ ଏପେଙ୍ଗ୍ ପୁନାଟ୍ ।
४२येशूने त्यांना जवळ बोलावले आणि म्हटले, “तुम्हास माहीत आहे की, परराष्ट्री जे सत्ताधारी आहेत ते त्यांच्यावर स्वामित्व गाजवतात आणि त्यांचे पुढारी त्यांच्यावर अधिकार गाजवतात.
43 ମାତର୍ ମି ବିତ୍ରେ ହେ ଲାକେ ଆକାୟ୍, ମାତର୍ ମି ବିତ୍ରେ ଇନେର୍ ଗାଜାକାର୍ ଆଦେଂ ଇଚା କିତାର୍, ହେୱାନ୍ ମି କାଜିଂ ହେବା କିନାକାନ୍ ଆୟେନ୍;
४३परंतु तुमच्याबाबतीत तसे नाही. तुमच्यातील जो कोणी मोठा होऊ पाहतो त्याने तुमचा सेवक झाले पाहिजे.
44 ଆରେ ମି ବିତ୍ରେ ଇନେର୍ ଗାଜାକାନ୍ ଆଦେଂ ଇଚା କିନାନ୍, ହେୱାନ୍ ୱିଜ଼ାରିଂ ହଲ୍ୟା ଆୟେନ୍ ।
४४आणि जो कोणी पाहिला होऊ इच्छितो त्याने सर्वांचा सेवक झाले पाहिजे.
45 ଇନେକିଦେଂକି ମାନାୟ୍ ମାଜ଼ି ପା ହେବା ପାୟା ଆଦେଂ ୱାୱାତାଂନା, ମତର୍ ହେବା କିଦେଙ୍ଗ୍ ଆରି ହେନି କାଜିଂ ମୁକ୍ଡ଼ାୟ୍ କିନି ମୁଲ୍ଲାକେ ଜିବୁନ୍ ହିଦେଂ ୱାତାନ୍ନା ।”
४५कारण मनुष्याचा पुत्रही सेवा करून घ्यावयास नाही तर तो सेवा करावयास आला आहे, पुष्कळांच्या खंडणीकरिता आपला जीव देण्यासाठी आला आहे.”
46 ପାଚେ ହେୱାର୍ ଜିରିହ ତାକେ ଏକାତାର୍, ଆରେ ଜିସୁ ଚେଲାହିର୍ ଲାହାଙ୍ଗ୍ ଆରି ବେସି ମାନାୟ୍ ଲାହାଙ୍ଗ୍ ଜିରିହତ ପିସ୍ତି ହାନିୱାଡ଼ାଂ ଟିମାୟର୍ ମେହି ବାର୍ର୍ଟିମୟ୍ ତର୍ ରକାନ୍ କାଣା ବିକାରି ହାଜ଼ି ଗୁଟିତ କୁଚ୍ଚି ମାଚାନ୍ ।
४६मग ते यरीहो शहरास आले. येशू आपले शिष्य व लोकसमुदायासह यरीहो सोडून जात असता तीमयाचा मुलगा बार्तीमय हा एक आंधळा भिकारी रस्त्याच्या कडेला बसला होता.
47 ହେୱାନ୍ ଜେ ନାଜରିତିୟନି ଜିସୁ, ଇଦାଂ ୱେନ୍ଞ୍ଜି ହେୱାନ୍ ଗାଜା ୱେଇଦାଂ ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ ଲାଗାତାନ୍, “ଏ ଦାଉଦ୍ ମାଜ଼ି ଜିସୁ, ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଦୟା କିଦା ।”
४७जेव्हा त्याने ऐकले की, नासरेथकर येशू जात आहे तेव्हा तो मोठ्याने ओरडून म्हणू लागला, “येशू, दाविदाचे पुत्र माझ्यावर दया करा.”
48 ଇବେତାଂ ବେସି ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଆଲା ଆମା ଇଞ୍ଜି ଗଡ଼୍କିଦେଂ ଲାଗାତାର୍, “ମାତର୍ ହେୱାନ୍ ଆରି ଆଦିକ୍ ଗାଜା ୱେଇଦାଂ ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ ଲାଗାତାନ୍, ଏ ଦାଉଦ୍ ମେହି, ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଦୟା କିଦା ।”
४८तेव्हा त्याने गप्प बसावे म्हणून अनेकांनी त्यास दटावले. पण तो अधिक मोठ्याने ओरडून म्हणू लागला, “येशू दाविदाचे पुत्र मजवर दया करा.”
49 ହେବେତାଂ ଜିସୁ ନିଲ୍ଚି ୱେଚ୍ଚାନ୍, “ହେୱାନିଂ ହିର୍ବାଟ୍ ।” ହେୱାର୍ ହେ କାଣ୍କୁ ହୁଡ଼୍ୱି ମାନାୟ୍ତିଂ ହିର୍ବିସ୍ ଇଚାନ୍, “ସାସ୍ ଆ, ନିଲା, ନିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ କୁକ୍ତାନାନା ।”
४९मग येशू थांबला आणि म्हणाला, “त्याला बोलवा,” तेव्हा त्यांनी आंधळ्या मनुष्यास बोलावून म्हटले, “धीर धर, येशू तुला बोलवत आहे.”
50 ହେବେତାଂ ହେୱାନ୍ ନିଲ୍ଚି ପା ହେନ୍ଦ୍ରା ତୁହିଜି ଜିସୁ ତାକେ ୱାତାନ୍ ।
५०त्या आंधळ्याने आपला झगा टाकला, उडी मारली व तो येशूकडे आला.
51 ଜିସୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଉତର୍ ହିତାନ୍, “ଆନ୍ ନି କାଜିଂ ଇନାକା କିନାଙ୍ଗ୍ ଇଞ୍ଜି ଏନ୍ ଇନାକା ଇଚା କିନାୟା?” ହେ କାଣା ମାନାୟ୍ ହେୱାନିଂ ଇଚାନ୍, “ଏ ଗୁରୁ, ଆନ୍ ଇନେସ୍ ହୁଡ଼୍ଦେଂ ଆଡ୍ନାଂ ।”
५१येशू त्यास म्हणाला, “मी तुझ्यासाठी काय करावे अशी तुझी इच्छा आहे?” आंधळा मनुष्य त्यास म्हणाला, “रब्बी, मला पुन्हा दृष्टी प्राप्त व्हावी.”
52 ଜିସୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଇଚାନ୍, “ହାଲା,” ନି ପାର୍ତି କିନାକା ନିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଉଜ୍ କିତ୍ତାତ୍ନ୍ନା । ହେ ଦାପ୍ରେ ହେୱାନ୍ ହୁଡ଼୍ତାନ୍ ଆରେ ହାଜ଼ିତିଂ ହେୱାନ୍ ପାଚେ ପାଚେ ହାଚାନ୍ ।
५२मग येशू त्यास म्हणाला, “जा! तुझ्या विश्वासाने तुला बरे केले आहे.” लगेचच तो पाहू लागला आणि रस्त्याने तो येशूच्या मागे चालू लागला.