< ଜହନ୍‌ 11 >

1 ବେତ୍‌ନିୟା ନିକାନ୍‌ ଲାଜାର୍‌ ତର୍‌ଦାକାନ୍‌ ରୱାନ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ବେମାର୍‌ ମାଚାନ୍‌; ମରିୟମ୍‌ ଆରି ତା ତଣ୍‌ଦେହି ମାର୍ତା ହେ ନାସ୍ତ ମାଚିକ୍‌ ।
आता बेथानीतील लाजर नावाचा एक मनुष्य आजारी होता. हे मरीया व तिची बहीण मार्था या त्याच गावच्या होत्या.
2 ଇ ମରିୟମ୍‌ ମାପ୍ରୁଙ୍ଗ୍‌ କାଲ୍‌ ଜପି ବାସ୍‌ନା ଚିକାଣ୍‌ତାଂ ନେନ୍‌ଦି ତା ତେମୁଲ୍‌ତାଂ ତା ପାନା ନୁଜ଼୍‌ଜି ମାଚାତ୍‌ ତା ଟଣ୍ଡାହି ଲାଜାର୍‌ ବେମାର୍‌ ମାଚାନ୍‌,
तिने सुवासिक तेल घेऊन प्रभूला लावले व आपल्या केसांनी त्याचे पाय धुतले ती हीच मरीया होती आणि तिचा भाऊ लाजर आजारी होता.
3 ଲାଗିଂ ହେ ତଣ୍‌ଦେକ୍‌ ତା ତାକେ କାବୁର୍‌ ପକ୍ତିକ୍‌, “ମାପ୍ରୁ, ହୁଡ଼ା, ଇନେରିଂ ଏନ୍‌ ୱାରି କିନାୟା, ହେୱାନ୍‌ ବେମାର୍‍ତ ମାନାନ୍‌ ।”
म्हणून त्याच्या बहिणींनी येशूला निरोप पाठवून कळवले, “प्रभूजी, बघा, आपण ज्याच्यावर प्रीती करता तो आजारी आहे.”
4 ଇ କାବୁର୍‌ ଜିସୁ ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ଇଚାନ୍‌, “ଇ ରଗ୍‌ତ ଲାଜାର୍‌ ହାଉନ୍‌, ମାତର୍‌ ମାପ୍ରୁତି ଜାଜ୍‌ମାଲ୍‌ କାଜିଂ, ଇନେସ୍‌କି ଇ ଲାକେ ଇସ୍ୱର୍ତି ମାଜ଼ି ଜାଜ୍‌ମାଲ୍‌ ପାୟା ଆନାର୍‌ ।”
पण ते ऐकून येशू म्हणाला, “हा आजार मरणासाठी नाही पण देवाच्या गौरवासाठी आहे; म्हणजे देवाच्या पुत्राचे त्याच्यायोगे गौरव व्हावे.”
5 ଜିସୁ ମାର୍ତା, ମରିୟମ୍‌ ତା ତଣ୍‌ଦେହି ଆରେ ଲାଜାର୍‌ତିଂ ଜିଉ ନଜ଼ି ମାଚାନ୍‌ ।
आता मरीया व तिची बहीण मार्था आणि लाजर यांच्यावर येशू प्रीती करीत होता.
6 ଆତିସ୍‌ପା, ଲାଜାର୍‌ ବେମାର୍‍ତ ମାନାନ୍‌ ଇଞ୍ଜି ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ହେୱାନ୍‌ ୱେଚାନ୍, ହେ ପାଦ୍‌ନା ହେୱାନ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ବାହାତ ମାଚାନ୍‌, ହେ ବାହାତ ଆରେ ରି ଦିନ୍‌ ମାଚାନ୍‌ ।
म्हणून तो आजारी आहे हे त्याने ऐकले तरी तो होता त्या ठिकाणीच आणखी दोन दिवस राहिला.
7 ତା ପାଚେ ଜିସୁ ଚେଲାରିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଜାଡ ଆସେଙ୍ଗ୍‌ ଆରେ ରଗ ଜିହୁଦା ଦେସ୍‌ତ ମାସ୍‌ଦି ହାନାସ୍‍ ।”
मग त्यानंतर, त्याने शिष्यांना म्हटले, “आपण पुन्हा यहूदीया प्रांतात जाऊ या.”
8 ଚେଲାର୍‌ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାର୍‌, “ଏ ଗୁରୁ,” ଜିହୁଦିର୍‌ ନିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ କେତ୍‌ଦିନ୍‌ ଆଗେ ଇଡ଼୍‌କାଦେଂ ସେସ୍ଟା କିଜ଼ି ମାନ୍‍ଚାର୍, “ଆରେ ଏନ୍‌ ଆରି ରଗ ହେବେ ହାନାୟା?”
शिष्य त्यास म्हणाले, “रब्बी, यहूदी लोक आपल्याला आताच दगडमार करू पाहत होते आणि आपण पुन्हा तिकडे जाता काय?”
9 ଜିସୁ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “ୱେଡ଼ାଲିଂ ଇନାକା ବାର ଗଣ୍ଟା ଆକାୟ୍‌? ଇନେର୍‌ ୱେଡ଼ାଲିଂ ତାଙ୍ଗ୍‍ତିସ୍‍ ଉଜ଼୍‌ର୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ହେୱାନ୍‌ ଇ ପୁର୍ତିନି ଅଜଡ଼୍‌ ହୁଡ଼୍‌ନାନ୍‌;
येशूने उत्तर दिले, “दिवसाचे बारा तास आहेत की नाहीत? दिवसा जर कोणी चालतो तर त्यास ठेच लागत नाही, कारण तो या जगाचा उजेड पाहतो;
10 ମାତର୍‌ ନାଣା ତାଙ୍ଗ୍‍ତିସ୍ ହେୱାନ୍‌ ଉଜ଼୍‌ନାନ୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ୱାସ୍କିତ ଅଜଡ଼୍‌ ହିଲୁତ୍‌ ।”
१०पण जर कोणी रात्री चालतो तर त्यास ठेच लागते कारण त्याच्याठायी उजेड नाही.”
11 ଜିସୁ ଇ ୱିଜ଼ୁ କାତା ଇଚି ପାଚେ ହେୱାରିଂ ଆରେ ଇଚାନ୍‌, “ମା ବନ୍ଦୁ ଲାଜାର୍‌ ହୁଞ୍ଜ୍‌ନାନା, ମାତର୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ହୁନ୍‌ଚାକାନିଂ ନିକ୍‍ନି କାଜିଂ ଆନ୍‌ ହାନାଙ୍ଗା ।”
११येशू या गोष्टी बोलल्यावर, तो त्यांना म्हणाला, “आपला मित्र लाजर झोपला आहे, पण मी त्यास झोपेतून उठवावयास जातो.”
12 ହେବେତାଂ ଚେଲାହିର୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜି ମାଚାର୍‌, ମାପ୍ରୁ, “ଜଦି ହେୱାନ୍‌ ହୁନ୍‍ଚାନ୍‍ନା ତା ଆତିସ୍‌ ହେୱାନ୍‌ ଉଜ୍‌ ଆନାନ୍‌ ।”
१२म्हणून त्याचे शिष्य त्यास म्हणाले, “प्रभूजी, त्यास झोप लागली असेल तर तो बरा होईल.”
13 ଜିସୁ ଲାଜାର୍‌ ହାତି ବିସ୍ରେ ଇଚାନ୍‌, ମାତର୍‌ ହେୱାନ୍‌ ହୁନ୍‌ଞ୍ଜ୍‌ନି ବିସ୍ରେ ଇଚାନ୍‌ ଇଞ୍ଜି ହେୱାର୍‌ ବାବିକିତାର୍ ।
१३आता येशू त्याच्या मरणाविषयी बोलला होता. झोपेतून मिळण्याऱ्या आरामाविषयी बोलतो असे त्यांना वाटले.
14 ହେଦାଂ କାଜିଂ ଜିସୁ ହେ ପାଦ୍‌ନା ହେୱାରିଂ ହାର୍‍ଦାଂ ଇଚାନ୍‌, “ଲାଜାର୍‌ ହାତାନ୍‍ନା;
१४मग येशूने उघडपणे सांगितले, “लाजर मरण पावला आहे.
15 ଆରେ, ଆନ୍‌ ଜେ ହେବାତ ହିଲ୍‍ୱିତିସ୍, ଇଦାଂ ଲାଗିଂ ମି କାଜିଂ ୱାରି କିନାଙ୍ଗା, ଇନେସ୍‌କି ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପାର୍ତି କିନାଦେର୍‌; ମାତର୍‌ ଜାଡୁ, ଆସେଙ୍ଗ୍‌ ତା କଚଣ୍‌ ହାନାସ୍ ।”
१५आणि मी तिथे नव्हतो म्हणून तुमच्यासाठी मला आनंद वाटतो, कारण माझी अशी इच्छा आहे की, तुम्ही विश्वास ठेवावा. तरी आपण त्याच्याकडे जाऊ या.”
16 ହେବେତାଂ ତମା, ଇନେରିଂ ଦିଦୁମ୍‌ ଇଞ୍ଜି ଇନାର୍‌, ହେୱାନ୍‌ ଜାର୍‌ ହାଙ୍ଗ୍‌ ଚେଲାହିରିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଜାଡୁ ଆସେଙ୍ଗ୍‌ ପା ଗୁରୁ ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ହାଲ୍‌ଜି ତା ଲାହାଂ ହାନାସ୍‍ ।”
१६मग ज्याला दिदुम म्हणत तो थोमा आपल्या सोबतीच्या शिष्यांना म्हणाला, “आपणही याच्याबरोबर मरावयास जाऊ या.”
17 ଜିସୁ ବେତ୍‌ନ୍ୟାତ ଏକିସ୍‌ ୱେଚାନ୍ ଜେ, ହେୱାନ୍‌ ଦୁଗେର୍‌ତ ଇଡ଼୍‌ଜି ଚାରି ଦିନ୍‌ ଆତାତ୍‌ ଦୁଗେର୍‌ତ ଇଟ୍ୟା ଆତାନେ ।
१७मग येशू आला तेव्हा त्यास कळले की, त्यास कबरेत ठेऊन चार दिवस झाले आहेत.
18 ବେତ୍‌ନିୟା ଜିରୁସାଲମ୍‌ କଚଣ୍‌ତ ମାଚାତ୍‌, ଆନ୍‌ମାନ୍‌ତାଂ ତିନି କିଲମିଟର୍‌ ଦେହା;
१८आता बेथानी नगर यरूशलेम शहरापासून सुमारे तीन किलोमीटर होते.
19 ଆରେ, ଜିହୁଦି ଦେସ୍‌ନି ହେନି ମାନାୟ୍‌ ବିତ୍ରେ ମାର୍ତା ଆରି ମରିୟମ୍‌ତିଂ ହେୱାର୍‌ତି ଟଣ୍ଡେନ୍‌ ବିସ୍ରେ ଦୁକ୍‌ଜାଣାଇ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ହେୱାର୍‌ କଚଣ୍‌ ୱାଜ଼ି ମାଚାର୍ ।
१९आणि यहूदी लोकांपैकी पुष्कळजण मार्था व मरीया यांच्याकडे त्यांच्या भावाबद्दल त्यांचे सांत्वन करण्यास आले होते.
20 ହେବେତାଂ ଜିସୁ ୱାନାନା ଇଞ୍ଜି ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ମାର୍ତା ୱେଚାତ୍, ହେ ପାଦ୍‌ନା ହେଦେଲ୍‌ ବେଟାଆଦେଂ ହାତାତ୍‌, ମାତର୍‌ ମରିୟମ୍‌ ଇଞ୍ଜ ମାଚାନ୍‌
२०म्हणून येशू येत आहे हे ऐकताच मार्था त्यास जाऊन भेटली, पण मरीया घरांतच बसून राहिली.
21 ମାର୍ତା ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାତ୍‌, “ମାପ୍ରୁ ଜଦି ଏନ୍‌ ଇବେ ୱାଜ଼ି ମାଚିସ୍‌, ତା ଆତିସ୍‌ ନା ଟଣ୍ଡେନ୍‌ ହାୱାତାନ୍‍ମା,
२१तेव्हा मार्था येशूला म्हणाली, “प्रभूजी, आपण येथे असता तर माझा भाऊ मरण पावला नसता.
22 ମାତର୍‌ ନଙ୍ଗ୍‌ ପା ଆନ୍‌ ପୁନାଙ୍ଗ୍‌, ମାତର୍‌ ଏନ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ତିଂ ଇନାକାପା ଏନ୍‍ନାୟ୍, ଇସ୍ୱର୍‌ ଜେ ହେଦାଂ ନିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ହିଦ୍‌ନାନ୍‌ ।”
२२तरी आताही जे काही आपण देवाजवळ मागाल ते देव आपल्याला देईल, हे मला ठाऊक आहे.”
23 ଜିସୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ମି ଟଣ୍ଡେନ୍‌ ଆରେ ଜିବୁନ୍‌ ପାୟା ଆଜ଼ି ନିଙ୍ଗ୍‌ନାନ୍‌ ।”
२३येशूने तिला म्हटले, “तुझा भाऊ पुन्हा उठेल.”
24 ମାର୍ତା ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାତ୍‌, “ହେୱାନ୍‌ ଜେ ହାରିହାରା ଦିନ୍‍ତ ଆରେ ନିଂନି ସମୁତ ନିଙ୍ଗ୍‌ନାନ୍‌ ଇଦାଂ ଆନ୍‌ ପୁନାଙ୍ଗ୍‌ ।”
२४मार्था त्यास म्हणाली, “तो शेवटल्या दिवशी पुनरुत्थानसमयी पुन्हा उठेल हे मला ठाऊक आहे.”
25 ଜିସୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ଆନ୍‌ ଆରେ ନିଂନାକାଂ ଆରି ଜିବୁନ୍‌, ଇନେର୍‌ ନା କଚଣ୍‌ ପାର୍ତି କିଦ୍‌ନାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ଜଦି ହାନାନ୍, ଆତିସ୍‌ପା ହେୱାନ୍‌ ଜିନାନ୍‌,
२५येशूने तिला म्हटले, “पुनरुत्थान व जीवन मीच आहे. जो माझ्यावर विश्वास ठेवतो तो मरण पावला असला तरी जगेल.
26 ଆରେ ଇନେର୍‌କି ଜିନାନ୍‌ ଆରି ନାବେ ପାର୍ତି କିନାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ମୁଡ଼୍‌କେ ହାଉନ୍; ଇଦାଂ ଇନାକା ପାର୍ତି କିନାଦେରା?” (aiōn g165)
२६आणि जिवंत असलेला प्रत्येकजण जो माझ्यावर विश्वास ठेवतो तो कधीही मरणार नाही, यावर तू विश्वास ठेवतेस काय?” (aiōn g165)
27 ମାର୍‌ତା ହେୱାନିଂ ଇଚାତ୍‌, “ଆଁ, ମାପ୍ରୁ, ଇନେର୍‌କି ପୁର୍ତିତ ୱାନାକା ମାଚାତ୍‌, ଏନ୍‌ ଜେ ଇସ୍ୱର୍ତି ମାଜ଼ି ହେ କ୍ରିସ୍ଟ, ଇଦାଂ ନା ପାର୍ତି ।”
२७ती त्यास म्हणाली, “होय, प्रभूजी, जगात येणारा जो देवाचा पुत्र ख्रिस्त तो आपणच आहात असा विश्वास मी धरला आहे.”
28 ଇଦାଂ ଇଚି ପାଚେ ମାର୍‌ତା ହାଲ୍‌ଜି ଜାର୍‌ ତଣ୍‌ଦେଲ୍‌ ମରିୟମ୍‌ତିଂ ଡ଼ୁଗ୍‌ଜି କୁକ୍‌ଚି ଇଚାତ୍‌, “ଗୁରୁ ୱାତାନେ ଆରେ ନିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ କୁକ୍ତାନାନା ।”
२८आणि एवढे बोलून ती निघून गेली व आपली बहीण मरीया हिला एकीकडे बोलवून म्हटले, “गुरूजी आले आहेत आणि ते तुला बोलावत आहे.”
29 ହେୱାନ୍‌ ଇଦାଂ ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ବେଗି ନିଙ୍ଗ୍‌ଜି ତା କଚଣ୍‌ ହାଚାର୍‌ ।
२९मरियेने हे ऐकताच, ती लवकर उठून त्याच्याकडे गेली.
30 ଜିସୁ ହେ ପାଦ୍‌ନା ନାସ୍‌କୁ ବିତ୍ରେ ୱାୱାଦାଙ୍ଗ୍ ମାଚାନ୍‌, ମାତର୍‌ ମାର୍ତା ହେୱେନିଂ ଇମ୍‌ଣି ବାହାତ ବେଟା ଆଜ଼ି ମାଚାତ୍, ହେପାତେକ୍‌ ହେୱାନ୍‌ ହେ ବାହାତ ମାଚାତ୍‌ ।
३०आता, येशू अजून गावात आला नव्हता, पण मार्था त्यास जेथे भेटली त्याच ठिकाणी होता.
31 ବାଟିଙ୍ଗ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ଜିହୁଦିର୍‌ ତା ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜ ମାନ୍‍ଞ୍ଜି ତାଙ୍ଗ୍‌ କ୍ଡପ୍‍କିସ୍‍ ମାଚାର୍‍, ହେୱାର୍‌ ମରିୟମ୍‌ତିଂ ବେଗି ନିଙ୍ଗ୍‌ଜି ହସିହାନାକା ହୁଡ଼୍‌ଜି, ହେଦେଲ୍‌ ଦୁଗେର୍‌ କଚଣ୍‌ତ ଆଡ଼୍‍ବିନି କାଜିଂ ହାନାରା, ଇଦାଂ ମାନେ କିଜ଼ି ହେ ପାଚେ ପାଚେ ହାଚାର୍‌ ।
३१तेव्हा जे यहूदी मरियेबरोबर घरात होते व तिचे सांत्वन करीत होते, मरीया घाईघाईने उठून बाहेर जातांना पाहिल्यावर, ती कबरेकडे रडावयास जात आहे असे समजून ते तिच्यामागे गेले.
32 ହେବେତାଂ ଜିସୁ ଇମ୍‌ଣି ବାହାତ ମାଚାନ୍‌, ମରିୟମ୍‌ ହେ ବାହାତ ଏକିସ୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ହୁଡ଼୍‌ଜି ହେ କାଲ୍‌କୁ ତାରେନ୍‌ ଗୁର୍‌ଜି ଇଚାତ୍‌, “ଏ ମାପ୍ରୁ, ଜଦି ଏନ୍‌ ଇବେ ଏକାୱାତାୟ୍‌ଚି, ତା ଆତିସ୍‌ ନା ଟଣ୍ଡେନ୍‌ ହାୱାତାନ୍‍ମା ।”
३२मग येशू होता तेथे मरीया आल्यावर त्यास पाहून ती त्याच्या पाया पडली व त्यास म्हणाली, “प्रभूजी, आपण येथे असता तर माझा भाऊ मरण पावला नसता.”
33 ଲାଗିଂ, ଜିସୁ ତାଙ୍ଗ୍‌ ଆରି ତା ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ୱାଜ଼ି ମାଚି ଜିହୁଦିରିଂ ଆଡ଼୍‌ବାନାକା ହୁଡ଼୍‌ଜି ଜିବୁନ୍‌ତାଂ ରାସ୍‌ ଇଚାନ୍‌, ଆରେ କାମାୟ୍‌ ପୁରା କିନି କାଜିଂ ହିର୍ଜାଆଜ଼ି ୱେନ୍‌ବାତାନ୍‌,
३३जेव्हा, येशू तिला व तिच्याबरोबर आलेल्या यहूदी लोकांस रडतांना पाहून तो आत्म्यात कळवळला व अस्वस्थ झाला;
34 “ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇମେତାକେ ଇଡ଼୍‌ତାଦେର୍ଣ୍ଣା?” ହେୱାର୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାର୍‌, “ମାପ୍ରୁ ୱାଜ଼ି ହୁଡ଼ା ।”
३४आणि म्हणाला, “तुम्ही त्यास कोठे ठेवले आहे?” ते त्यास म्हणाले, “प्रभूजी, येऊन पाहा.”
35 ଜିସୁ ଆଡ଼୍‌ବାତାନ୍‌ ।
३५येशू रडला.
36 ହେବେତାଂ ଜିହୁଦିର୍‌ ଇଚାର୍‌, “ହୁଡ଼ାଟ୍‌ ହେୱାନ୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇନେସ୍‌ ଜିଉନଜ଼ି ମାଚାନ୍‌ ।”
३६यावरुन यहूदी लोक म्हणाले, “पाहा, याची त्याच्यावर कितीतरी प्रीती होती!”
37 ମାତର୍‌ ହେୱାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଇନେର୍‌ ଇନେର୍‌ ଇଚାର୍‌, “ଇ ଇମ୍‌ଣି ମାନାୟ୍‌ ହେ କାଣାଂ କାଣ୍‌କୁ ସାକ୍ତି ହିୱାଦାଂ ମାଚାନ୍‌ କି? ହେୱାନ୍‌ ଇନାକା ଇୱାନ୍ତି ହାକି ପା ଜିପ୍‍ତେଙ୍ଗ୍ ଆଡ୍‌ୱାତାନ୍‌ମା?”
३७परंतु त्यांच्यांतील कित्येक म्हणाले, “ज्याने त्या आंधळ्याचे डोळे उघडले त्या या मनुष्यास, हा मरू नये असे सुद्धा करता आले नसते काय?”
38 ହେବେତାଂ ଜିସୁ ଆରେ ରଗ ୱାସ୍କିତାଂ ରିସା ଆଜ଼ି ଦୁଗେର୍‌ କଚଣ୍‌ତ ୱାତାନ୍‍, ହେଦାଂ ରଞ୍ଜାଙ୍ଗ୍‌ ପାରା, ଆରେ ତା ମୁମ୍‌ଦ ରଞ୍ଜାଙ୍ଗ୍‌ କାଲ୍‌ ମାଚାତ୍‌ ।
३८येशू पुन्हा अंतःकरणात खवळून कबरेकडे आला. ती एक गुहा होती व तिच्या तोंडावर धोंड ठेवलेली होती.
39 ଜିସୁ ବଲ୍‌ ହିତାନ୍‌ ଇ କାଲ୍‌ ଗୁଚାୟ୍‍ କିୟାଟ୍‌ । ହାତି ମାନାୟ୍‌ତିଂ ତଣ୍‌ଦେହି, ମାର୍ତା ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାତ୍‌, “ମାପ୍ରୁ, ହେୱେନ୍‌ ଗାନ୍ଦାଆତାନେ, ଇନାକିଦେଂକି ହେୱେନ୍‌ ଚାରି ଦିନ୍‌ ଆତାତ୍‌ ହାତାନେ ।”
३९येशूने म्हटले, “धोंड काढा.” मृताची बहीण मार्था त्यास म्हणाली, “प्रभूजी, आता त्यास दुर्गंधी येत असेल; कारण त्यास मरून चार दिवस झाले आहेत.”
40 ଜିସୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ଜଦି ଏନ୍‌ ପାର୍ତି କିନାୟା, ତା ଆତିସ୍‌ ଇସ୍ୱର୍ତି ଜାଜ୍‌ମାଲ୍‌ ହୁଡ଼୍‌ନାଦେର୍‌, ଇଦାଂ ଇନାକା ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ୱେଚ୍‍ୱାତାଙ୍ଗ୍ ।”
४०येशूने तिला म्हटले, “तू विश्वास ठेवशील तर तू देवाचे गौरव पाहशील असे मी तुला सांगितले नव्हते काय?”
41 ହେବେତାଂ ହେୱାର୍‌ କାଲ୍‌ ନେକ୍‍ତାର୍ ଆରେ, ଜିସୁ ଜପି ହୁଡ଼୍‌ଜି ଇଚାନ୍‌, “ଆବା, ଏନ୍‌ ନା ପାର୍ତାନା ୱେଚାୟ୍ ଇଞ୍ଜି ଆନ୍‌ ନିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଜୁୱାର୍‌ ହିଦ୍‍ନାଙ୍ଗା ।
४१तेव्हा त्यांनी धोंड काढली; आणि येशूने डोळे वर करून म्हणाला, “हे पित्या, तू माझे ऐकले म्हणून मी तुझे उपकार मानतो.
42 ଏନ୍‌ ଜେ ନିତ୍ରେ ନା ପାର୍ତାନା ୱେନ୍‍ଞ୍ଜି ମାନାୟା, ଇଦାଂ ଆନ୍‌ ପୁଚାଙ୍ଗ୍‌ନା; ମାତର୍‌ ଇମ୍‌ଣି ମାନାୟାର୍‌ ଚାରିବେଣ୍‌ତାଂ ନିଲ୍‌ତାର୍ଣ୍ଣା, ଏନ୍‌ ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ପକ୍‌ତାତାୟ୍‌ନା ଇଞ୍ଜି ହେୱାର୍‌ ଇନେସ୍‌କି ପାର୍ତି କିଦ୍‌ନାର୍‌, ଇଦାଂ ଲାଗିଂ ହେୱାର୍‌ କାଜିଂ ଆନ୍‌ ଇଦାଂ ଇନ୍‌ଚାଙ୍ଗ୍‌ ।”
४२मला माहीत आहे की, तू माझे नेहमी ऐकतोस, तरी जे लोक सभोवती उभे आहेत त्यांच्याकरिता मी बोललो, यासाठी की, तू मला पाठवले आहे असा त्यांनी विश्वास धरावा.”
43 ଇଦାଂ ଇଚି ପାଚେ ହେୱାନ୍‌ ଇଦାଂ ଇଞ୍ଜି ଗାଜା କାଟ୍‌ତାଂ ହିର୍‍ବାତାନ୍, “ଲାଜାର୍‌, ହସି ୱା ।”
४३असे म्हटल्यावर त्याने मोठ्याने हाक मारली, “लाजरा, बाहेर ये.”
44 ହେୱାନ୍‌ ହସି ୱାତାନ୍; ତା କେଇ ଆରି ପାନା ଦୁଗେର୍‍ ହେନ୍ଦ୍ରାତାଂ ଗାଚ୍ୟା ଆଜ଼ି ମାଚାତ୍‌, ଆରେ, ତା ମୁମ୍‌ଦ ଇଚୁକ୍‌ ତୁୱାଲ୍‌ ହୁର୍‌ପିସ୍‌ ମାଚାର୍‌ । ଜିସୁ ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଇୱାନ୍ତି ଗାଚ୍‌ଚାକା ରିକ୍‌ଚି ତାଙ୍ଗ୍‌ଜି ହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ ହିୟାଟ୍‌ ।”
४४तेव्हा जो मरण पावलेला होता तो बाहेर आला; त्याचे हातपाय प्रेतवस्त्रांनी बांधलेले व तोंड रुमालाने गुंडाळलेले होते. येशूने त्यांना म्हटले, “ह्याला मोकळे करून जाऊ द्या.”
45 ଆରେ, ଜିହୁଦିର୍‌ ବିତ୍ରେ ଆଦେକ୍‌, ଇଚିସ୍‌ ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ମରିୟମ୍‌ କଚଣ୍‌ ୱାଜ଼ି ମାଚାର୍, ହେୱାର୍‌ ଜିସୁତି କାରୁମ୍‌ ହୁଡ଼୍‌ଜି ମାଚାର୍‌, ଆରି ହେୱାର୍‌ ତାତାକେ ପାର୍ତି କିତାର୍‌;
४५तेव्हा मरियेकडे आलेल्या यहूदी लोकांनी त्याने जे केले ते पाहिले आणि त्यांच्यातल्या पुष्कळांनी त्याच्यावर विश्वास ठेवला;
46 ମାତର୍‌, ହେୱାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଇନେର୍‌ ଇନେର୍‌ ପାରୁସିର୍‌ କଚଣ୍‌ ହାଲ୍‌ଜି, ଜିସୁ ଇନାକା ଇନାକା କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ହେୱିଜ଼ୁ ହେୱାରିଂ ଜାଣାୟ୍‌ କିତାର୍‌ ।
४६पण कित्येकांनी परूश्यांकडे जाऊन येशूने केले ते त्यांना सांगितले.
47 ହେବେତାଂ ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନ୍‌ ଆରି ପାରୁସିର୍‌ ଗାଜା କୁଟୁମ୍‍ କୁକ୍‌ଚି ଇଚାର୍‌, “ଆସେଙ୍ଗ୍‌ ଇନାକା କିତାସ୍‍ନା? ଇ ମାନାୟ୍‌ ତ ଆଦିକ୍‌ କାବା କାମାୟ୍‌ କିନାନା ।
४७मग मुख्य याजकांनी व परूश्यांनी सभा भरवून म्हटले, “आपण काय करीत आहो? कारण तो मनुष्य पुष्कळ चमत्कार करीत आहे.
48 ଜଦି ଆସେଙ୍ଗ୍‌ ହେୱାନିଂ ଇ ଲାକେ ପିସ୍ତିହିନାସ୍, ତା ଆତିସ୍‌ ୱିଜ଼ାର୍‌ ତା ତାକେ ପାର୍ତି କିତାର୍‌, ଆରେ ରମିୟର୍‍ ୱାଜ଼ି ମାଦାଂ ଇ ମନ୍ଦିର୍‌ ଆରି ଜାତିତିଂ ରି କୁଦାତିଂ ନସ୍ଟ କିତାର୍‌ ।”
४८आपण त्यास असेच सोडले तर सर्व लोक त्याच्यावर विश्वास ठेवतील; आणि रोमी लोक येऊन आपले स्थान आणि राष्ट्रही हिरावून घेतील.”
49 ମାତର୍‌ ହେୱାର୍‌ ବିତ୍ରେ ହେ ବାର୍ହୁ କାଜିଂ, ବାଚିକିୟା ଆଜ଼ି ମାଚି ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନ୍‌ କୟାପା ଇଚାନ୍‌, “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଏଚେକ୍‌ ବକ୍‌ୱା! ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଇଦାଂ ବୁଜା ଆଉଦେରା;
४९तेव्हा त्यांच्यापैकी कयफा नावाचा कोणीएक मनुष्य जो त्या वर्षी महायाजक होता, तो त्यांना म्हणाला, “तुम्हास काहीच कळत नाही.
50 ୱିଜ଼ୁ ଜାତି ୱିଜ଼୍‌ୱାଦାଂ ମାନାୟାର୍‌ ବିତ୍ରେ ରକାନ୍‌ ଜେ ହାନାକା ମି ପାକ୍ୟାତାଂ ହାର୍‌, ଇଦାଂ ପା ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ବୁଜା ଆଉଦେରା ।”
५०प्रजेसाठी एका मनुष्याने मरावे आणि सर्व राष्ट्राचा नाश होऊ नये तुम्हास फायदेशीर आहे, हेही तुम्ही लक्षात आणत नाही.”
51 କୟାପା ଇଦାଂ ନିଜେ ମାନ୍ତ ଇନ୍‌ୱାଦାଂ ମାଚାନ୍‌ ମାତର୍‌ ହେୱାନ୍‌ ହେ ବାର୍ହୁନି ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନ୍‌ ଆଜ଼ି ମାଚିଲେ ଇ ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକାନ୍‌ ତା ୱେଇଦାଂ ଇଞ୍ଜି ମାଚାନ୍‌, ଜିସୁ ୱେଚ୍‌ଚି ମାଚାନ୍‌ ଜେ ରାଜିନି ଜିହୁଦି ଜାତିନି ଇଚିସ୍‌,
५१आणि हे तर तो आपल्या मनाचे बोलला नाही; तर त्या वर्षी तो मुख्य याजक असल्यामुळे त्याने संदेश दिला की, येशू त्या राष्ट्रासाठी मरणार आहे.
52 ଆରେ କେବଲ୍‌ ହେ ଜାତି କାଜିଂ ଆକାୟ୍‌, ମତର୍‌ ଇସ୍ୱର୍ତି ଚିନ୍‍ବିନ୍‍ ହିମ୍‌ଣାକାଂ ପା ରୁଣ୍ଡାୟ୍‌ କିଜ଼ି ରବେ କିନି କାଜିଂ ହାଦେଂ ହାନାନା, ଇଦାଂ କାଜିଂ ଇ ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକା ଇଚାନ୍‌ ।
५२आणि केवळ त्या राष्ट्रासाठी असे नाही, तर यासाठी की त्याने देवाच्या पांगलेल्या मुलांसही एकत्र जमवून एक करावे.
53 ଲାଗିଂ ହେ ନାଜିଂତାଂ ଜିହୁଦି ନେତାର୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଅସ୍ତେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜି କୁଟ୍‌ କିତାର୍‌ ।
५३यावरुन त्या दिवसापासून, त्यांनी त्यास जीवे मारण्याचा आपसात निश्चय केला.
54 ଲାଗିଂ, ଜିସୁ ଜିହୁଦିର୍‌ ବିତ୍ରେ ଆରେ ଡିହାଆୱାଦାଂ ବୁଲାଚାଲା ଆୱାତାନ୍‌, ମାତର୍‌ ହେୱାନ୍‌ ହେ ବାହାତାଂ ହସିହାଲ୍‍ଜି ବାଟାନି କଚଣ୍‌ ମାନି ନିପ ଏପ୍ରୟିମ୍‌ ତର୍‌ଦି ର ବସ୍ତିତ ହାଚାନ୍‌, ଆରେ ହେୱେନ୍‌ ଚେଲାର୍‌ ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ହେବେ ମାନ୍‌ଗାତାନ୍ ।
५४म्हणून त्यानंतर येशू यहूदी लोकात उघडपणे फिरला नाही; तर तेथून रानाजवळच्या प्रांतांतील एफ्राईम नावाच्या नगरास गेला व तेथे आपल्या शिष्यांबरोबर राहिला.
55 ଜିହୁଦିର୍ତି “ନିସ୍ତାର୍‌” ପାର୍ବୁ ଲାଗେ ମାଚାତ୍‌, ଆରେ ରାଜିତ ମାନି ମାନାୟ୍‌ ଆଦିକ୍‌ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ତିଂ ସକଟ୍‌ କିନି କାଜିଂ ନିସ୍ତାର୍‌ ପାର୍ବୁ ଆଗେ ଜିରୁସାଲମ୍‌ତ ହାଚାର୍‌ ।
५५तेव्हा यहूद्यांचा वल्हांडण सण जवळ आला होता; आणि पुष्कळ लोक वल्हांडणाच्या अगोदर, आपणास शुद्ध करून घ्यावयास बाहेर गावाहून वर यरूशलेम शहरास गेले.
56 ହେବେତାଂ ହେୱାର୍‌ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଡେକୁ ଡେକୁ ମନ୍ଦିର୍‌ତ ନିଲ୍‌ଚି ମାନି ସମୁତ ରକାନ୍‌ ଆରେ ରକାନିଂ ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାର୍‌, “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଇନାକା ମାନେ କିନାଦେରା? ହେୱେନ୍‌ ପାର୍ବୁତିଂ ୱାନାନ୍‌ କି ଆକାୟ୍‌?”
५६आणि ते येशूला शोधित होते व ते परमेश्वराच्या भवनात उभे राहून त्यांनी एकमेकांना म्हणत होते, “तुम्हास काय वाटते? सणास तो मुळीच येणार नाही का?”
57 ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନ୍‌ ଆରି ପାରୁସିର୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଆହ୍‌ନି କାଜିଂ ହେୱେନ୍‌ ଇମେତାକେ ମାନାନ୍‌, ଇଦାଂ ଜଦି ଇନେର୍‌ ପୁନାର୍‌, ହେଦାଂ ହପ୍‍ତେଂ ବଲ୍‌ ହିଜ଼ିମାଚାନ୍‌ ।
५७आता मुख्य याजकांनी व परूश्यांनी तर त्यास धरण्याच्या हेतूने अशी आज्ञा केली होती की, तो कोठे आहे असे जर कोणाला समजले तर त्याने कळवावे.

< ଜହନ୍‌ 11 >