< ପକ୍ୟାତାକା 15 >

1 ଇଦାଂ ବିତ୍ରେ ଏଚେକ୍‌ ଲକୁ ଜିହୁଦା ରାଜିତାଂ ୱାଜ଼ି ପାର୍ତି କିନି ଟଣ୍ଡାର୍‌ରିଂ ଇ ହିକ୍ୟା ହିଦେଂ ଲାଗାତାର୍‌, “ମସାତି ବିଦି ଇସାପ୍ରେ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ସୁନ୍ନତ୍‌ ଆୱିତିସ୍‌ ରାକ୍ୟା ପାୟାଦେଂ ଆଡୁଦେର୍‌ ।”
कुछ व्यक्ति यहूदिया प्रदेश से अंतियोख़ नगर आकर प्रभु के शिष्यों को यह शिक्षा देने लगे, “मोशेह की व्यवस्था के अनुसार यदि तुम्हारा ख़तना न हो तो तुम्हारा उद्धार असंभव है.”
2 ଇବେ ପାଉଲ୍‌ ଆରି ବର୍ଣ୍ଣବାତି ହେୱାର୍‌ ହୁକେ ବେସି ଜିକାଟାଣା ଆରି କାତାତ ଜିକାଜିକି ଆତିଲେ ଟଣ୍ଡାର୍‌ ପାଉଲ୍‌ ବର୍ଣ୍ଣବ୍‍ବା ଆରି ଜାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଆରେ ଏଚେଜାଣ୍ ଇ ପର୍‌ସନ୍‌ ଅଜ଼ି ଜିରୁସାଲମ୍‌ତ ପକ୍ୟାତାକାର୍‌ ଆରି ପ୍ରାଚିନାର୍‌ ଲାଗେ ହାଲେର୍ ଇଞ୍ଜି ତିର୍‌ କିତାର୍‌ ।
इस विषय में पौलॉस और बारनबास का उनके साथ गहरा मतभेद हो गया और उनमें उग्र विवाद छिड़ गया. तब एक मत होकर यह निश्चय किया गया कि पौलॉस और बारनबास को कुछ अन्य शिष्यों के साथ इस विषय पर विचार-विमर्श के उद्देश्य से प्रेरितों और पुरनियों के पास येरूशलेम भेज दिया जाए.
3 ଲାଗିଂ, ମଣ୍ଡ୍‌ଲି ହେୱାରିଂ ହାଜ଼ି ଚଚ୍‍ଚି ହେଲ ହିତି ପାଚେ ହେୱାର୍‌ ପୈନିକିଆ ଆରି ସମିରଣ୍‌ ହିଜ଼ି ହାଲୁ ହାଲୁ ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ ମାନ୍‌ବାଦ୍‌ଲାୟ୍‌ ବିସ୍ରେ ହାନ୍ଦାୟ୍‍ କିଜ଼ି ୱିଜ଼ାର୍‌ ଟଣ୍ଡାର୍‌ତି ବେସି ୱାରିହପ୍‌ତାର୍‌ ।
कलीसिया ने उन्हें विदा किया. तब वे फ़ॉयनिके तथा शमरिया प्रदेशों से होते हुए आगे बढ़े और वहां भी गैर-यहूदियों द्वारा मसीह को स्वीकार किए जाने का विस्तृत वर्णन करते गए जिससे सभी शिष्यों में अपार हर्ष की लहर दौड़ गई.
4 ପାଚେ ହେୱାର୍‌ ଜିରୁସାଲମ୍‌ତ ଇକିସ୍‌ ମଣ୍ଡ୍‌ଲି, ଆରେ ପକ୍ୟାତାକାର୍‌ ଆରି ପ୍ରାଚିନାର୍‌ ହୁଦାଂ ବାନ୍ଦାୟ୍‌ ପାୟାତାର୍‌, ଆରେ ଇସ୍ୱର୍‌ ହେୱାର୍‌ ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ମାନ୍‌ଞ୍ଜି ଇନେସ୍‌ ୱିଜ଼ୁ କାମାୟ୍‌ କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ହେ ସବୁ ହାନ୍ଦାୟ୍‍ କିତାର୍‌ ।
उनके येरूशलेम पहुंचने पर कलीसिया, प्रेरितों तथा पुरनियों ने उनका स्वागत किया. पौलॉस और बारनबास ने उन्हें उन सभी कामों का विवरण दिया, जो परमेश्वर ने उनके माध्यम से किए थे.
5 ମାତର୍‌ ପାରୁସି କୁଦାନି କେତେକ୍‌ ଜାଣ୍‌ ପାର୍ତିନିକାର୍‌ ନିଂଜି ଇଚାର୍‌, “ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ ଚେଲାରିଂ ସୁନ୍ନତ୍‌ କିନାସ୍‌ ଆରି ମସାତି ବିଦି ମାନି କିଦେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ହେୱାରିଂ ବଲ୍‌ ହିନାକା ଲଡ଼ା ।”
किंतु फ़रीसी संप्रदाय से निकलकर आए कुछ विश्वासी विरोध में कहने लगे, “आवश्यक है कि गैर-यहूदियों का ख़तना हो और उन्हें मोशेह की व्यवस्था का पालन करने का निर्देश दिया जाए.”
6 ପାଚେ ଇ ବିସ୍ରେ କାତାବାର୍ତା କିନି କାଜିଂ ପକ୍ୟାତାକାର୍‌ ଆରି ପ୍ରାଚିନାର୍‌ ରୁଣ୍ଡା ଆତାର୍‌ ।
प्रेरित तथा प्राचीन इस विषय पर विचार-विमर्श के उद्देश्य से इकट्ठा हुए.
7 ବେସି କାତାବାର୍ତା ଆତି ପାଚେ ପିତର୍‌ ନିଂଜି ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଏ ଟଣ୍ଡାର୍‌, ତଣ୍‌ଦେକ୍‌ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପୁଚାଦେର୍ଣ୍ଣା ଜେ, ନା ୱେଇ ହୁଦାଂ ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ ଇନେସ୍‌ ନେକ୍ରିକାବୁର୍‌ ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ପାର୍ତି କିତାର୍‌, ଇଦାଂ କାଜିଂ ବେସି ଦିନ୍‌ ଆଗେ ଇସ୍ୱର୍‌ ବିତ୍ରେତାଂ ନାଙ୍ଗ୍‌ ବାଚି କିତ୍‌ତାନ୍‌ନା ।
एक लंबे विचार-विमर्श के बाद पेतरॉस खड़े हुए और उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “प्रियजन, आपको यह मालूम ही है कि कुछ समय पहले परमेश्वर ने यह सही समझा कि गैर-यहूदी मेरे द्वारा ईश्वरीय सुसमाचार सुनें और विश्वास करें.
8 ୱାସ୍କି ପୁନି ଇସ୍ୱର୍‌ ମାଂ ଇନେସ୍‌ ପୁଇପୁୟା ଜିବୁନ୍‌ ହିତ୍‍ତାନ୍ନା, ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ ପା ହେ ଲାକେ ହିଜ଼ି ହେୱାର୍‌ ପାକ୍ୟାତ ସାକି ହିନାନା ।
मनों को जांचनेवाले परमेश्वर ने ठीक हमारे जैसे उन्हें भी पवित्र आत्मा प्रदान करके इसकी गवाही दी.
9 ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ମାଂ ଆରି ହେୱାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଇନାକାପା ବିନ୍‌ ତାରେନ୍‌ ଇଟ୍‌ୱାଦାଂ ପାର୍ତି ହୁକେ ହେୱାର୍‌ ମାନ୍ତ ସକଟ୍‌ କିତାନ୍‌ନ୍ନା ।
उन्होंने उनके हृदय विश्वास द्वारा शुद्ध करके हमारे और उनके बीच कोई भेद न रहने दिया.
10 ଲାଗିଂ ଇମ୍‌ଣି ଜୁୱାଣ୍ଡ୍‌ତ ମାଂ ଆବା ଲାତ୍ରା ଆରି ଆସେଙ୍ଗ୍‌ ପିଣ୍‌ଦେଂ ସାକ୍ତି ହିଲୁତ୍‌, ହେ ଜୁୱାଣ୍ଡ୍‌ ଚେଲାର୍‌ ନିପିତ ହିଜ଼ି ଇନାକିଦେଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ତିଂ ପରିକ୍ୟା କିନାଦେରା?
इसलिये अब तुम लोग इन शिष्यों की गर्दन पर वह जूआ रखकर परमेश्वर को क्यों परख रहे हो, जिसे न तो हम और न हमारे पूर्वज ही उठा पाए?
11 ଆକାୟ୍‌ ଇଦାଂ ସମାନ୍‌ ଆକାୟ୍‌ ହେୱାର୍‌ ଇନେସ୍‌ ପାର୍ତି କିଜ଼ି ରାକ୍ୟା ଆତାର୍ଣ୍ଣା, ଆପେଂ ପା ସମାନ୍‌ ହେ ଲାକେ ପାର୍ତି କିଜ଼ି ମାପ୍ରୁ ଜିସୁତି ଉପ୍‌କାର୍‌ ଦୟା ପାୟାତାପ୍‌ନା ।”
हमारा विश्वास तो यह है कि प्रभु येशु मसीह के अनुग्रह के द्वारा हमारा उद्धार ठीक वैसे ही हुआ है जैसे उनका.”
12 ଇବେ ସବାନିକାର୍ ଚିମ୍ରା ଆତାର୍‌, ଆରେ ବର୍ଣ୍ଣବା ଆରି ପାଉଲ୍‌ ହୁଦାଂ ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ ବିତ୍ରେ ଇସ୍ୱର୍‌ ଇନେସ୍‌ ୱିଜ଼ୁ ଚିନ୍‌କୁ ଆରି କାବାନି କାମାୟ୍‌ କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ହେୱାର୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ହେବେନି ବିସ୍ରେ ୱେଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାର୍‌ ।
बारनबास और पौलॉस के भाषण को सभा के सभी सदस्य चुपचाप सुन रहे थे कि परमेश्वर ने किस प्रकार उनके माध्यम से गैर-यहूदियों के बीच अद्भुत चिह्न दिखाए हैं.
13 ହେୱାର୍‌ କାତା ୱିସ୍ତି ପାଚେ ଜାକୁବ୍‌ ଉତର୍‌ ହିଜ଼ି ଇଚାନ୍‌, “ଏ ଟଣ୍ଡାର୍‌, ଆରି ତଣ୍‌ଦେକ୍‌ ନା କାତା ୱେନାଟ୍‌ ।
उनके भाषण के खत्म होने पर याकोब ने सभा को संबोधित किया, “प्रियजन, मेरा विचार यह है:
14 ଇସ୍ୱର୍‌ ଜାର୍‌ ତର୍‌ କାଜିଂ ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ ବିତ୍ରେତାଂ କୁଦା ମାନାୟ୍‌ ଇଟ୍‌ଦେଂ ଇଞ୍ଜି ଇନେସ୍‌ ପର୍ତୁମ୍‌ ହେୱାର୍‌ କାଜିଂ ଦୟା ହୁଡ଼୍‌ଜି ମାଚାନ୍‌, ହେଦାଂ ସିମନ୍‌ ବୁଜାୟ୍‌ କିତାନ୍‌ନ୍ନା ।
शिमओन ने इस बात की ओर हमारा ध्यान आकर्षित किया है कि प्रारंभ में परमेश्वर ने किस प्रकार गैर-यहूदियों में से अपने लिए प्रजा का निर्माण करने में रुचि प्रकट की है.
15 ଆରେ, ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକାର୍‌ ବଚନ୍‌ ଇଦାଂ ସବୁ ପୁରା ବାବ୍ରେ ମେହା ଆନାତା, ଇନେସ୍‌ ସାସ୍ତର୍‌ତ ଲେକାମାନାତ୍‌,
भविष्यद्वक्ताओं के अभिलेख भी इसका समर्थन करते हैं, जैसा कि लिखा है:
16 ‘ମାପ୍ରୁ ଇନାନ୍‌’ ଇଦାଂ ପାଚେ ଆନ୍‌ ମାସ୍‌ଦି ୱାନାଙ୍ଗ୍‌ ଆରି ଦାଉଦ୍‌ତି ମୁନ୍‌ଚି ଇଲ୍‌ ଆରେ ରଚ୍‍ନାଙ୍ଗ୍, ଆନ୍‌ ତାଦାଂ ଦୁଡ଼ି ମାସ୍‍ତାକା ସବୁ ଆରେ ରଚ୍‍ଚି ହେଦାଂ ଆରେ ରଗ ସାକ୍ତି କିନାଙ୍ଗ୍‌ ।
“‘इन घटनाओं के बाद मैं लौट आऊंगा और दावीद के ध्वस्त मंडप को दोबारा बनाऊंगा. और खंडहरों को दोबारा बनाकर फिर खड़ा करूंगा,
17 ସବୁ ମାନାୟ୍‌ ଜାତି ନା ଲାଗାୟ୍‌ ପାର୍ତାନା କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ୱାନାର୍‌, ଇମ୍‌ଣି ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦି ମା ତର୍‌ଦ ଡାକ୍‌ପୁଟା ହେୱାର୍‌ ମାପ୍ରୁଙ୍ଗ୍‌ ଡେକ୍‌ନାର୍‌, ସବୁ ସାଦନ୍‌ କାର୍‌ୟା ମାପ୍ରୁ ଇଦାଂ ଇନାନ୍‌ ।
जिससे शेष मानव जाति परमेश्वर को पा सके, तथा वे सभी गैर-यहूदी भी, जिन पर मेरे नाम की छाप लगी है.’ यह उन्हीं प्रभु की आवाज है,
18 ପ୍ଡାନି ସମୁତାଂ ଇସ୍ୱର୍‌ ଜାର୍‌ ୱିଜ଼ୁ କାମାୟ୍‌ ୱେଚ୍‌ଚାତାନ୍ନା ।” (aiōn g165)
जो पुरातन काल से इन बातों को प्रकट करते आए हैं. (aiōn g165)
19 ଲାଗିଂ, “ନା ବିଚାର୍‌ ଇଦାଂ,” ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ ବିତ୍ରେ ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ ନିପ ମାସ୍‍ଦାନାର୍, ହେୱାରିଂ ଆପ୍‌ କସ୍ଟ ହିଉପ୍,
“इसलिये मेरा फैसला यह है, कि हम उन गैर-यहूदियों के लिए कोई कठिनाई उत्पन्‍न न करें, जो परमेश्वर की ओर फिर रहे हैं.
20 ମତର୍‌ ପୁତ୍‌ଡ଼ାକାଂ ପୁଜାକିନାକା ବିସ୍ରେ ବିଟାଡ଼୍‌, ଲକାର୍‌ ଦାରି, ଆତାକା ହୁଦାଂ ହାତି ପାରାଣିଙ୍ଗ୍‌ ଆରି ନେତେର୍‌ତାଂ ବିନେ ମାନି କାଜିଂ ଆପ୍‌ ହେୱାରିଂ ଲେକି କିନାପ୍‌ ।
परंतु अच्छा यह होगा कि हम उन्हें यह आज्ञा लिख भेजें कि वे मूर्तियों की अशुद्धता से खुद को बचाए रखें, वेश्यागामी तथा गला घोंट कर मारे गए पशुओं के मांस से दूर रहें और लहू का सेवन न करें.
21 ଇନାକିଦେଂକି ପ୍ଡାନି କାଡ଼୍‍ଦାଂ ସବୁ ଗାଡ଼୍‌ଦ ମସାତି ବିଦି ସୁଣାୟ୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ମାନାର୍‌, ଲାଗିଂ ପାତି ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ତ ପାର୍ତାନା ଇଲ୍‌ ୱିଜ଼ୁ ହେୱାନ୍ତି ବିଦି ପାଟ୍ ସୁଣାୟ୍‌ କିୟାନାତା ।
याद रहे: यह मोशेह के उसी व्यवस्था के अनुरूप है जिसका वाचन पूर्वकाल से हर एक शब्बाथ पर यहूदी सभागृहों में किया जाता है.”
22 ହେପାଦ୍‌ନା ପକ୍ୟାତାକାର୍‌ ଆରି ପ୍ରାଚିନାର୍‌ ୱିଜ଼ାର୍‌ ମଣ୍ଡ୍‌ଲି ହୁଦାଂ ଜାର୍‌ତିଂ ବିତ୍ରେ ମାନାୟାର୍‌, ଇଚିସ୍‌ ଟଣ୍ଡାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଆଦିକ୍‌ ବର୍ସବା ତର୍‌ଦ ଡାକ୍‍ପୁଟ ଜିହୁଦା ଆରି ସିଲାତିଂ ବାଚି କିଜ଼ି ପାଉଲ୍‌ ଆରି ବର୍ଣ୍ଣବା ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ଆନ୍ତିୟକିଆତ ପକ୍‍ତେଂ ବାଚି କିତାର୍‌,
इसलिये सारी कलीसिया के साथ प्रेरितों और पुरनियों को यह सही लगा कि अपने ही बीच से कुछ व्यक्तियों को चुनकर पौलॉस तथा बारनबास के साथ अंतियोख़ नगर भेज दिया जाए. उन्होंने इसके लिए यहूदाह, जिसे बारसब्बास नाम से भी जाना जाता है तथा सीलास को चुन लिया. ये उनके बीच प्रधान माने जाते थे.
23 ଆରେ, ପାର୍ତି କିନାକାରିଂ ହେୱାର୍‌ତି କେଇଦ ଇଦାଂ ଲେକି କିଜ଼ି ପକ୍ତାର୍‌ । “ଆନ୍ତିୟକିଆ, ପାର୍ତି କିନାର୍ ସିରିୟା ଆରି କିଲିକିୟାନି ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦି ଟଣ୍ଡାର୍‌ରିଂ ପକ୍ୟାତାକାର୍‌ ଆରି ପ୍ରାଚିନ୍‌ ଟଣ୍ଡାର୍‌ରିଂ ଜୱାର୍‌ ।
उनके हाथ से भेजा पत्र यह था: प्रेरितों, पुरनियों तथा भाइयों की ओर से: अंतियोख़, सीरिया तथा किलिकिया प्रदेश के गैर-यहूदी विश्वासियो, आप सभी को नमस्कार!
24 ଆପେଂ ୱେଚାପ୍‍ନ୍ନା ଜେ, ଆପେଂ ଇମ୍‌ଣି ମାନାୟାରିଂ ଇମ୍‌ଣାକା ପା ବଲ୍‌ ହିଉପେ, ମା ବିତ୍ରେ ଇବାନି ଏଚେକ୍ ଲଗୁ କାତା ହୁଦାଂ ମି ୱାସ୍କିତିଂ ତିର୍‌ କିୱାଦାଂ ମିଙ୍ଗ୍‌ କସ୍ଟ କିତ୍‍ତାର୍ଣ୍ଣା;
हमें यह मालूम हुआ है कि हमारे ही मध्य से कुछ बाहरी व्यक्तियों ने अपनी बातों के द्वारा तुम्हारे मनों को विचलित कर दिया है.
25 ଲାଗିଂ ଆସେଙ୍ଗ୍‌ ୱିଜ଼ାସ୍‌ ରବେ ଆଜ଼ି କେତ୍‌ ଜାଣ୍‌ କାବୁର୍‌ ଅନାକାରିଂ ବାଚି କିଜ଼ି ମି ତାକେ ପକ୍‌ତିନି କାଜିଂ ତିର୍‌ କିନାପା । ହେୱାର୍‌ ମା ୱାରିନି ହାଙ୍ଗ୍‌ୱାରି ବର୍ଣ୍ଣବା ଆରି ପାଉଲ୍‌ତି ଲାହାଂ ହାନାର୍‌ ।
अतः हमने एक मत से हमारे प्रिय मित्र बारनबास तथा पौलॉस के साथ कुछ व्यक्तियों को तुम्हारे पास भेजना सही समझा.
26 ଇ ଟଣ୍ଡାର୍‌ ମାପ୍ରୁ ଜିସୁ କ୍ରିସ୍ଟତି ହେବାତ ଜାର୍‌ ଜିବୁନ୍‌ତିଂ ବିପଦ୍‌ କିତାର୍ଣ୍ଣା ।
ये वे हैं, जिन्होंने हमारे प्रभु येशु मसीह के लिए अपने प्राणों का जोखिम उठाया है.
27 ଲାଗିଂ ଆପେଂ ଜିହୁଦା ଆରି ସିଲାତିଂ ମି ତାକେ ପକ୍ତାନାପା । ଆପେଂ ଇନାକା ଲେକିକିତାପ୍‌ନା ହେଦାଂ, ହେୱାର୍‌ ହାର୍‌ ବାବ୍ରେ ହେଦାଂ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ୱେଚ୍‌ଚାନାର୍‌ ।
इसलिये हम यहूदाह और सीलास को तुम्हारे पास भेज रहे हैं कि तुम स्वयं उन्हीं के मुख से इस विषय को सुन सको
28 ଇନାକିଦେଂକି ପୁତ୍‍ଡ଼ା ଲାଗେ ପୁଜାକିତି ଆକାତ୍‌, ନେତେର୍‌, ନେଞ୍ଜ୍‍ୱି ହୁଦାଂ ହାତି ପାରାଣିତି ଜେ ଆରି ଲକାର୍‍ ଦାରିତାଂ ବିନେ ମାନାକା, ଇ ଏଚେକ୍‌ ଲଡ଼ାନି ବିସ୍ରେ ପିସ୍ତି ମି ଜପି ଆରେ ଆଦିକ୍‌ ବଜ୍‌ ହିଦ୍‍ୱାଦାଂ ପୁଇପୁୟା ଜିବୁନ୍‌ ଆରି ମା ନଂଜର୍‌ତ ବେସି ଇଚା ଆତାତ୍‌,
क्योंकि पवित्र आत्मा तथा स्वयं हमें यह सही लगा कि इन आवश्यक बातों के अलावा तुम पर और कोई बोझ न लादा जाए:
29 ହେ ଏଚେଗଟା ନିୟମ୍‌ ଆତାତ୍‌ ପୁତ୍‌ଡ଼ାକାଂ ଉଦେସ୍‌ ତାଂ ପୁଜାକିତି ଇମ୍‌ଣାକା କାଦି ତିନୁଦେର୍‌, ନେତେର୍‌ ଉଣୁଦେର୍‌, ଗାଡେଲ୍‌ ତ୍ଡିପ୍‌ଚି ଇମ୍‌ଣି ଜିବୁନିକାଂ ଜେଇ ତିନୁଦେର୍‌ ଆରି ଦାରିତାଂ ଦେହା ମାନାଟ୍‌ । ଇ ସବୁ କାମାୟ୍‌ କିୱାଦାଙ୍ଗ୍‌ ଜାଗ୍ରତ୍‌ ମାଚିସ୍‌, ମିଦାଙ୍ଗ୍‌ ହାରା ଆନାତ୍‌ । ମା ବାନ୍ଦାୟ୍‌ ଇଟାଟ୍‌ ।”
मूर्तियों को चढ़ाए गए भोजन, लहू, गला घोंट कर मारे गए जीवों के मांस के सेवन से तथा वेश्यागामी से परे रहो. यही तुम्हारे लिए उत्तम है. सबको शुभेच्छा!
30 ହେବେ କାବୁର୍‌ ହିନାକାର୍‌ ହେଲୱେୟ୍‌ ଅଜ଼ି ଆନ୍ତିୟକିଆତ ୱାତାର୍, ଆରେ ଚେଲାରିଂ ରୁଣ୍ଡାୟ୍‌ କିଜ଼ି ଚିଟି ହିତାର୍‌ ।
वहां से निकलकर वे अंतियोख़ नगर पहुंचे और उन्होंने वहां कलीसिया को इकट्ठा कर वह पत्र उन्हें सौंप दिया.
31 ହେୱାର୍‌ ହେଦାଂ ପଡ଼ି କିଜ଼ି ଦୁକ୍‌ସାରାୟ୍‌ ଗାଟାଜ଼ି ୱାର୍‌ୟା ଆତାର୍‌ ।
पत्र के पढ़े जाने पर उसके उत्साह बढ़ानेवाले संदेश से वे बहुत आनंदित हुए.
32 ଆରେ, ଜିହୁଦା ଆରି ସିଲା ନିଜ୍‍ ନିଜ୍‍ ପା ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକାର୍‌ ମାଚିଲେ ଆଦେକ୍‌ କାତା ହୁଦାଂ ଟଣ୍ଡାର୍‌ରିଂ ୱାରିକିୟ୍‌ କିଜ଼ି ହେୱାରିଂ ସୁସ୍ତା କିତାର୍‌ ।
यहूदाह तथा सीलास ने, जो स्वयं भविष्यवक्ता थे, तत्वपूर्ण बातों के द्वारा शिष्यों को प्रोत्साहित और स्थिर किया.
33 ଆରେ, ହେୱାର୍‌ ହେବେ ଏଚେକ୍‌ ଦିନ୍‌ ମାଚି ପାଚେ ହେୱାର୍‌ ପକ୍‌ଚି ମାଚି ଲକୁ ଲାଗାୟ୍‌ ମାସ୍‌ଦି ହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ପାର୍ତି କିନି ଟଣ୍ଡାର୍‌ତାଂ ସୁସ୍ତାତ ହେଲ ଅତାର୍‌,
उनके कुछ समय वहां ठहरने के बाद उन्होंने उन्हें दोबारा शांतिपूर्वक उन्हीं के पास भेज दिया, जिन्होंने उन्हें यहां भेजा था. [
34 ମାତର୍‌ ସିଲା ହେବେ ମାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ ହାର୍‌ ବାବି କିତାନ୍‌ ।
किंतु सीलास को वहीं ठहरे रहना सही लगा.]
35 ପାଉଲ୍‌ ଆରି ବର୍ଣ୍ଣବା ଆନ୍ତିୟକିଆତ ମାନ୍‌ଞ୍ଜି ଆରେ ବିନ୍‌ ବିନ୍‌ ଆଦେକ୍‌ ଲକୁ ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ପା ମାପ୍ରୁତି କାତା ହିକ୍ୟା ହିଜ଼ି ନେକ୍ରିକାବୁର୍‌ ସୁଣାୟ୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାର୍‌ ।
पौलॉस और बारनबास अंतियोख़ नगर में ही अन्य अनेकों के साथ प्रभु के वचन की शिक्षा देते तथा प्रचार करते रहे.
36 କେତେକ୍‌ ଦିନ୍‌ ପାଚେ ପାଉଲ୍‌ ବର୍ଣ୍ଣବାଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, ଆସେଙ୍ଗ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ସବୁ ଗାଡ଼୍‌ଦ ମାପ୍ରୁତି କାତା ପର୍‌ଚାର୍‌ କିଜ଼ି ମାଚାସ୍, ହେ ୱିଜ଼ୁ ଗାଡ଼୍‌ଦ “ନଙ୍ଗ୍‌ ମାସ୍‍ଦି ହାଲ୍‍ଜି ଟଣ୍ଡାରିଂ ବେଟାଜ଼ି, ହେୱାର୍‌ ଇନେସ୍‌ ମାନାର୍‌ ହୁଡ଼୍‌ନାସ୍‌ ।”
कुछ दिन बाद पौलॉस ने बारनबास से कहा, “आइए, हम ऐसे हर एक नगर में जाएं जिसमें हमने प्रभु के वचन का प्रचार किया है और वहां शिष्यों की आत्मिक स्थिति का जायज़ा लें.”
37 ହେବେ ଜହନ୍‌ ମାର୍କ ତର୍‌ନି ଡାକ୍‍ପୁଟା ଜହନ୍‌ତିଂ ପା ହାଙ୍ଗ୍‌ ଅଦେଂ କାଜିଂ ବର୍ଣ୍ଣବାତି ମାନ୍‌ ମାଚାତ୍‌;
बारनबास की इच्छा थी कि वह योहन को, जिनका उपनाम मार्कास भी था, अपने साथ ले चलें
38 ମାତର୍‌ ହେୱାନ୍‌ ହେୱାରିଂ ପିସ୍ତି ପଂପୁଲିଆତ ୱାଜ଼ି ମାଚାନ୍‌ ଆରି ହେୱାର୍‌ ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ କାମାୟ୍‌ତ ହାଲ୍‍ୱାଦାଂ ମାଚାନ୍‌, ହେୱାନିଂ ହାଙ୍ଗ୍‌ଦ ଅଦେଂ ପାଉଲ୍‌ ହାର୍‌ ବାବି କିୱାତାନ୍‌ ।
किंतु पौलॉस बलपूर्वक कहते रहे कि उन्हें साथ न लिया जाए क्योंकि वह पम्फ़ूलिया नगर में उनका साथ और काम अधूरा छोड़ चले गए थे.
39 ହେବେ ବେସି ଗଣ୍ଡ୍‌ଗଲ୍‌ ଆତିଲେ ହେୱାର୍‌ ହାରି ବିନେ ଆତାର୍‌, ବର୍ଣ୍ଣବା ମାର୍କଙ୍ଗ୍‌ ହାଙ୍ଗ୍‌ ଅଜ଼ି ଜାଜ୍‌ତ କୁଚ୍‌ଚି କୁପ୍ରତ ହାଚାର୍‌,
इस विषय को लेकर उनमें ऐसा कठोर विवाद हुआ कि वे एक दूसरे से अलग हो गए. बारनबास मार्कास को लेकर सैप्रस चले गए.
40 ମାତର୍‌ ପାଉଲ୍‌ ସିଲାଙ୍ଗ୍ ବାଚି କିଜ଼ି ଟଣ୍ଡାର୍‌ ହୁଦାଂ ମାପ୍ରୁତି ଦୟାତ ହେଲାୟ୍‌ ଆଜ଼ି ହାଚାର୍‌,
शिष्यों द्वारा प्रभु के अनुग्रह में सौंपे जाकर पौलॉस ने सीलास को साथ ले यात्रा प्रारंभ की.
41 ଆରେ ହେୱାନ୍‌ ସିରିୟା ଆରି କିଲିକିୟା ହିଜ଼ି ହାଲୁ ହାଲୁ ମଣ୍ଡ୍‌ଲିକାଂ ବାଡ଼୍‌କାସ୍‌ କିତାର୍‌ ।
वे सीरिया तथा किलिकिया प्रदेशों से होते हुए कलीसियाओं को स्थिर करते आगे बढ़ते गए.

< ପକ୍ୟାତାକା 15 >